मांगलिक दोष और आप

पं. हनुमान मिश्रा
विवाह का प्रसंग हो और कुंडलियों के मेल मिलाप की बात चले लेकिन मांगलिक दोष की चर्चा न हों ऐसा बहुत कम होता है। प्राचीन ज्योतिषीय ग्रंथों में भी मंगल ग्रह के द्वारा वैवाहिक जीवन में होने वाले दोषों की चर्चा की गई है। लेकिन कुछ लोग इस दोष को आवश्यकता और वास्तविकता से अधिक भयावह बताते हैं जो कि अनुचित ही नहीं अपितु निंदनीय है। आइए सबसे पहले संक्षेप में जान लिया जाय कि किन स्थितियों में मंगल दोष की उपस्थिति मानी गई है।

जन्मकुंडली में जब मंगल ग्रह लग्न से पहले, चौथे, सातवें,आठवें और बारहवें भाव में मंगल हो तो मांगलिक या मंगल दोष होता है। कुछ विद्वान दूसरे भाव के मंगल को भी मांगलिक दोष में शामिल करते हैं जो कि बहुत हद तक उचित भी है। विद्वानों का मत है कि लग्न शरीर का प्रतिनिधित्त्व करता है, चंद्रमा मन का प्रतिनिधि है और शुक्र रति सुख का कारक होता है अत: लग्न, चंद्र व शुक्र तीनों से पहले, चौथे, सातवें,आठवें और बारहवें भाव में स्थित मंगल ग्रह मांगलिक दोष का निर्माण करता है। इसके अलावा मैंने अनुभव में पाया कि लग्न, चंद्र व शुक्र तीनों से पहले, चौथे, सातवें,आठवें और बारहवें भाव में मंगल की दृष्टि होने पर भी मांगलिक जैसे फल देखने को मिलते हैं।

यह मांगलिक दोष हानिकारक, कष्टप्रद या अशुभकर तो होता है ऐसा मैंने भी अनुभव में पाया है लेकिन जितना भयावह ज्योतिष के कुछ व्यापारी गण इसे बताते हैं उतना नहीं होता। ऐसा में अनुभव में भी आया है और शास्त्रों में भी उल्लेखित है। ज्योतिष के सर्वमान्य ग्रंथों के अनुसार कोई भी प्रह सदैव हानिकारक नहीं होता बल्कि उच्चावस्था, मूल त्रिकोण, स्वराशि में स्थित, मित्र राशि में स्थित, वर्गोत्तम, षडबली व शुभग्रहों के प्रभाव में होने पर ग्रह के शुभ फल भी मिलते हैं। ऐसी स्थिति होने पर मांगलिक दोष में कमी आती है अथवा दोष का समन होते हुए भी अनुभूत किया गया है। अत: हर स्थिति में सहीं नहीं उतरीं उदाहरण के लिए कुछ पुस्तकों में उल्लेख भी मिलता है और कुछ ज्योतिषी भी इस तर्क को देते हुए पाए जाते हैं कि मंगल नीच,वक्री या अस्त हो तो मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है। यह सूत्र बहुत कम परिस्थितियों में लागू हो सकता है।

दूसरा सूत्र है कि चतुर्थ या सप्तम में मंगल मेष या कर्क राशि का हो तो मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है। मेरे विचार से मेष में होना तो ठीक है लेकिन कर्क में होने पर इसके कई प्रतिकूल फल देखने को मिल सकते हैं। तीसरा सूत्र यह है कि मंगल के साथ कोई पाप ग्रह आ जाने पर मांगलिक दोष समाप्त हो जाता है। यह भी मेरे अनुभव में खरा नहीं उतरा। इस उदाहरण के माध्यम से स्वयं समझें कि माना कि किसी कुंडली के लग्न या सप्तम में मंगल है और उसके साथ राहु भी हो तो जीवन में और भी ज्वलंत स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।

अत: मेरे विचार से अगर एक सारांश सूत्र लेना हो तो यह लिया जा सकता है कि शुभ प्रभाव युक्त मंगल बुरे फल नहीं देता जिससे मांगलिक दोष के कारण मिलने वाले अशुभ फलों में कमी आती है। दूसरी स्थति पाप साम्य की हो सकती हैं यानी मंगल के दुश्प्रभाव को संतुलित करने के लिए सामने वाले की कुण्डली में उसी स्थान पर पाप ग्रह जैसे मंगल, शनि या राहु का प्रभाव होना चाहिए। इस प्रकार के सूत्र का शायद यही उद्देश्य रहा होगा को एक जैसी कमी या अच्छाई वाले दो लोगों को मिलाने से किसी तीसरे और चौथे व्यक्ति का नुकसान न हों।

सारांश यह है कि मांगलिक दोष के अस्तित्त्व को नकारना उचित नहीं हैं लेकिन इससे लोगों को भयभीत करना बहुत अनुचित है। प्रयास यह होना चाहिए कि समान भाव और समान राशि वाले मंगल के मिलान को वरीयता देनी चाहिए अथवा कम से कम मांगलिक का विवाह मांगलिक से कराना चाहिए। साथ ही दोष शांति का शाश्त्रोक्त उपाय करना चाहिए।
Read More »

साप्ताहिक राशिफल (30.09.2013 to 6.10.2013)

मेष:

सप्ताह का प्रथम भाग आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। कुछ घरेलू सामान को खरीदने या बेचने को लेकर चिंताएं रह सकती हैं। इस समय भावुक होकर यदि आप किसी की मदद करना चाह रहे हैं तो जरूर करें लेकिन अपने काम को बिगड़ने न दें। सप्ताह का मध्य और अंतिम भाग आपके लिए बेहतर रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। पार्टनर के साथ आनंददायी समय बिताने के मौके मिलेंगे। कष्ट की स्थिति में हनुमान चालीसा का पाठ करें।

वृषभ:

इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। इस समय आप स्फ़ूर्तिवान बने रहेंगे। अपने आपको फ़िट रखने के तरीको को जानना चाहेंगे। सप्ताह के मध्य भाग में आपको कुछ घरेलू चिंताए रह सकती हैं। अथवा आप माता पिता को लेकर कुछ चिंतन कर सकते हैं। लेकिन सप्ताहांत आपके लिए बेहतर परिणाम लेकर आ रहा है। कष्ट की स्थिति में कन्याओं को वस्त्र दान करें।

मिथुन:

यह सप्ताह आपके लिए मिश्रित फ़लदायी रहेगा। इस समय आपको अपनी वाणी पर विशेष संयम रखना होगा। इस समय आप बचत करने को लेकर चिंतित रह सकते हैं क्योंकि खर्चे खूब रह सकते हैं। हालांकि निरंतर आमदनी बनी रहने के कारन अधिक परेशानी नहीं होगी। यदि आप ऑनलाइन शॉपिंग में यकीन रखते हैं तो यह समय इस काम के लिए शुभ है। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन मन में कुछ चिंताएं रह सकती हैं। सप्ताहांत में लाभदायक यात्राएं हो सकती हैं। कष्ट की स्थिति में लाल मिठाई हनुमान मंदिर में दान करें।

कर्क:

यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। कामों सफलता मिलेगी। आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। सप्ताह की शुरुआत में संयमित खान पान करें। सप्ताह मे मध्य भाग सब प्रकार से अनुकूल परिणाम मिलेंगे लेकिन मांशाहार या मदिरा पान करने से बचना जरूरी होगा। सप्ताह कें अंतिम दिनों में आप फ़िल्म देखने जा सकते हैं। बहुत सम्भव है कि सिनेमा के टिकट को लेकर कुछ अधिक मेहनत करनी पड़े। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद पुष्प शिवलिंग पर चढ़ाएं।

सिंह:

सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन सप्ताह के शुरुआती दिनों में कुछ खर्चे बेवजह हो सकते हैं। इस समय नींद में कुछ व्यधान रह सकता है या नींद देर से आ सकती है। फ़ोन, बिजली या पानी का बिल उमीद से अधिक आ सकता है जो आपकी मानसिक खिन्नता का कारण बन सकता है। लेकिन सप्ताह के मध्य में शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। सप्ताहांत में आप मनोरंजन का मौका मिलेगा। कष्ट की स्थिति में किसी माता तुल्य स्त्री को कपडे दान करें।

कन्या:

सप्ताह के शुरुआत में चन्द्रमा एकादश भाव में स्थित है अत: लाभ की सम्भावनाएं मजबूत रहेंगी। आपकी मेहनत का फ़ल मिलने वाला है। मित्रों के सहयोग से भी आमदनी के राश्ते मिल सकते हैं। लेकिन सप्ताह के मध्य में बेवजह के खर्चों और यात्राओं से बचें। किसी भी यात्रा को करने से पहले उससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान के बारे में जांच जरूर कर लें। सप्ताहांत में परिस्थितियां आपके पक्ष में होगीं फ़िर भी संयम से काम लेने की आवश्यकता रहेगी। कष्ट की स्थिति में शिव या शनि मंदिर में जाकर शनि चालीसा का पाठ करें।

तुला:

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। दसम भाव में स्थित चम्द्रमा आपको अधिकांश कार्यों में सफ़लता दिलाएगा। इस समय आप अपनी कार्यशैली में नया प्रयोग कर सकते हैं। जिसमें आप काफ़ी हद तक सफल भी रहेंगे। आफ़िस के लोग भी आपके कामों की प्रसंशा करेंगे। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। सप्ताह के मध्य में हर मामलें थोड़ी सी सावधानी जरूरी होगी। हालांकि सप्ताहांत आते आते परिस्थितियां नियंत्रण में होंगी। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।

वृश्चिक:

सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। चन्द्रमा नवम भाव में है अत: इस समय आप धर्म या समाज से जुड़ा कोई कार्य कर सकते हैं। अथवा इन मुद्दों से जुड़ी किसी किताब का अद्ध्यन कर सकते हैं। रुपए पैसों के लिहाज से भी सप्ताह शुभ हैं। सप्ताह के मध्य भाग में आपके कार्यों को प्रसंशा मिलेगी। आपके काम सफ़ल होंगे। लेकिन सप्ताहांत में आपको थोड़ी सी सावधानी बरतनी होगी। कुछ अनावश्यक खर्चे भी सामने आ सकते हैं। कष्ट की स्थिति में जटा सहित नारियल पानी में बहाएं।

धनु:

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए कुछ खराब रह सकती है। स्वास्थ्य कमजोर रहने की वजह से आप अपने कामों को सही ढ़ंग से नहीम कर पाएंगे। इस समय कोल्ड्रिंक और जंक फूड का सेवन करने से बचें अन्यथा स्वास्थ्य खराब हो सकता है। सप्ताह का मध्य भाग अनुकूल रहेगा। इस समय आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कामों सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत में लाभ के अवसर मजबूत होंगे। कष्ट की स्थिति में मंदिर में दूध का दान करें।

मकर:

यह सप्ताह मिश्रित फलदायी रहेगा। निजी जीवन में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। बेहतर होगा अपने पार्टनर के साथ कहीं मनोरंजन के लिए जाएं और बात का बतंगड न बनाएं। खान पान पर भी संयम रखें। किसी पुरानी बात को लेकर सहयोगियों से बहस हो सकती है अत: सावधानी से काम लेकर विवादों को टालें। सप्ताहांत बेहतर परिणाम देने वाला रहेगा। कष्ट की स्थिति में काले तिल शिवलिंग पर चढ़ाएं।

कुम्भ:

इस सप्ताह की शुरुआत में आप उत्साह से भरे रहेंगे। आपका यही उत्साह आपके विरोधियों को धरासायी करता रहेगा। आपकी योजनाएं सफल होंगी। आपकी सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। कहीं घूमने या कोई पार्टी करने का मौका मिलेगा। सप्ताह मध्य में घरेलू मामलों में सावधानी से काम लें। सप्ताहांत में मूड सही करने के लिए फ़िल्म देखना या फ़िर कोई किताब पढ़ना ठीक रहेगा साथ ही संयमित दिनचर्या अपनाना ठीक रहेगा। कष्ट की स्थिति में बंदरों को गुड और चना खिलाएं।

मीन:

सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन सप्ताह की शुरुआत में आप अपनी या संतान की शिक्षा को लेकर चिंतित रह सकते हैं। प्रेम प्रसंग के लिए समय अनुकूल रहेगा। हालांकि सप्ताह मध्य में आपकी मेहनत रंग लाएगी। सप्ताह के मध्य में आप जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बीतेगा लेकिन सप्ताहांत में कुछ विवादास्पद घटनाक्रम सामने आ सकते हैं। अत: सावधानी से आचरण करें। उपाय के रूप में सूर्य भगवान को जल देना शुभ रहेगा।
Read More »

मंगल ग्रह का सिंह राशि में गोचर


To read in English, please click here...

भचक्र का तीसरा ग्रह मंगल, 5 अक्टूबर 2013 की शाम 19:40 पर कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहा है। यह 26 नवम्बर तक इसी राशि में रहेगा। इससे पहले तक मंगल कर्क राशि में था यानी की नीच का था। अत: एक बार फ़िर से महगाई की मार जनता को झेलनी पड़ सकती है। डीजल और पेट्रोल के दामों में फ़िर से बढ़ोत्तरी हो सकती है। वैसे तो बारिस में कमी रहेगी लेकिन कुछ-कुछ जगहों पर अचानक भीषण छुटपुट वर्षा होगी लेकिन वर्षा का दायरा व्यापक न होकर सीमित रहेगा। सोने चांदी और तांबे के भाव और बढ़ सकते हैं। मंगल की यह स्थिति पशुओं को पीड़ा देने वाली भी कही गई है।ममंगल के इस परिवर्तन का आपकी राशि पर क्या असर होगा, आइए जानते हैं।

मंगल ग्रह का सिंह राशि में गोचर

मेष- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में पांचवें भाव में रहेगा। अत: मंगल के कारण आर्थिक परेशानियों का निपटारा होने की संभावनाएं हैं। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। यह समय आपकी उलझनों को सुलझाने के लिए श्रेष्ठ है। लेकिन स्वास्थ्य एवम् पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी पैदा हो सकती है।

वृषभ- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में चौथे भाव में रहेगा। अत: घर-परिवार तथा मित्रों का सहयोग मिलेगा। लेकिन कुछ हद तक आप तनावग्रस्त रह सकते हैं। खर्चे भी अधिक रह सकते हैं। फ़िर भी किसी बड़े कार्य को बनाने में आप सफल हो सकते हैं।

मिथुन- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में तीसरे भाव में रहेगा। अत: यात्राएं सफलदायक रहेंगी। संचार माध्यमों के शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नया कारोबार मिलने की संभावनाएं हैं। आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलेगी। नई योजनाएं प्राप्त होने की संभावनाएं हैं। विरोधी आपका सामना भी नहीं कर पायेंगे। प्रयत्नों में सफलता सुनिश्चित रहेगी।

कर्क- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दूसरे भाव में रहेगा। अत: आर्थिक लाभ के लिये यह समय अच्छा नहीं है। परिवार के सदस्यों के कारण तनाव पैदा हो सकते हैं। कोई बड़ा बदलाव होने की संभावनाएं काफी कम हैं। छोटी छोटी बातों से बडे विवाद हो सकते हैं अत: वाणी पर नियंत्रण रखें। शांति और धैर्य के साथ कार्य करते रहें।

सिंह- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में प्रथम भाव में रहेगा। अत: यह समय आपके लिए सावधान रहने का है। कुछ उलझनें सामने आ सकती हैं। जोखिम उठाने या सट्टेबाजी के लिये यह समय ठीक नहीं है। दूसरों के कार्यों में दखल देने से भी बचना जरूरी होगा। किसी नए काम से जुडने या कार्य विस्तार के लिए यह बहुत उचित समय नहीं है।

कन्या- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में बारहवें भाव में रहेगा। अत: इस अवधि में हमेशा सावधान रहना जरूरी होगा। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। इस समय बेकार के खर्चे आपको परेशान कर सकते हैं। आमदनी के श्रोत कमजोर रह सकते हैं। संतान की ओर से भी कुछ समस्या भी हो सकती है।

तुला- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में रहेगा। अत: मित्रों और सहयोगियों से आपको लाभ मिलेगा। अटके कार्य पूर्ण होंगे। स्थाई संपत्ति की प्राप्ति होगी। बहु प्रतीक्षित इच्छाओं और आंकाक्षाओं की पूर्ति होगी और लम्बी यात्राएं सफलदायक रहेंगी। नए वाहनों की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा।

वृश्चिक- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दसवें भाव में रहेगा। अत: आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। जमीन एवं कोर्ट संबंधी मामलों में सफलता मिलेगी। व्यापार का विस्तार होगा। नवीन व्यापार प्रारंभ होने के योग बन रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों को कुशलता से झेलने के लिये आपमें प्रचुर आत्मविश्वास रहेगा।

धनु- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में नौवें भाव में रहेगा। अत: आमदनी बढे़गी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। आर्थिक परेशानियों का हल मिलेगा होगा। जमीन-जायदाद के मामलों में विशेष सफलता मिलेगी।

मकर- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में आठवें भाव में रहेगा। मंगल की यह ग्रह स्थिति आपकी संपत्ति से संबंधित समस्याओं का हल करवाएगी। लेकिन परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। इस आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। वाहन आदि सावधानी से चलाएं।

कुम्भ- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में सातवें भाव में रहेगा। अत: यात्राओं से निराशा मिलेगी। साथी के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित रहेंगे। सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। लेकिन न्यायालय से संबंधित समस्याओं को निराकरण होने के योग हैं। किसी निवेश से लाभ हो सकता है और रुका हुआ धन मिल सकता है।

मीन- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में छठवें भाव में रहेगा। इस अवधि में आप काफी सुखी रहेंगे। प्रचुर लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक वातावरण भी सुखद रहेगा। नौकरी के हालात सुधरेंगे। अड़चनें और बाधाएं दूर होंगी। लेकिन वाद-विवाद न करें साथ ही निवेश के मामले में विशेष सावधानी रखें।
Read More »

सूर्य का नीचत्त्व और आपकी राशि


To read in English, please click here...

17 अक्टूबर 2013 को सूर्य देव तुला राशि में गए हैं। तुला को सूर्य की नीच राशि माना जाता है। माना जाता है कि इस राशि में स्थित सूर्य अपने शुभ प्रभावों को पूर्ण रूप से देने में अक्षम हो जाता है। ऊपर से सूर्य के शत्रु ग्रह शनि इस राशि में पहले से ही विराजमान हैं। तुला को शनि की उच्च राशि माना गया है। यहां स्थित शनि और बलवान हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में ग्रहों का राजा सूर्य पीडित होगा। इसका विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पडेगा आइए जानते हैं।


मेष राशि: कामों में रुकावटें आ सकती हैं। अत: यदि आप किसी महत्त्वपूर्ण काम को अंजाम देने जा रहे हैं तो उसे यथासम्भव कम से कम एक महीने तक टालने का प्रयास करें। साथ ही घर-परिवार विशेषकर जीवन साथी को आप अधिक से अधिक वक्त देने का प्रयास करें।

वृषभ राशि: समय अच्छा रहेगा। सोच हुए कार्य पूर्ण हो जाएंगे। महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात फलदायी होगी। धन का लाभ होगा। फिर भी अपने घरेलू मामलों को गंभीरता से निपटाएं। माता के स्वास्थ्य का खयाल रखें।

मिथुन राशि: आप अपने कामों को काफी हद तक अंजाम देने में सफल रहेंगे लेकिन कुछ पारिवारिक मामले आपको तनाव दे सकते हैं। यदि आप तनाव देने वाले मूल स्रोत को जानकर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगे तो आपको सफलता भी मिलेगी।

कर्क राशि: घरेलू जीवन में कुछ समस्याएं तो रहेंगी लेकिन यदि आप सूर्य उपासना या सूर्य मंत्रों का जप करेंगे तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति भी होगी। आर्थिक मामलों में राहत मिलगी। न्यायालय संबंधी मामलों में विजय मिलेगी। कठिन परिश्रम करने से काम पूरे होंगे।

सिंह राशि: आपमें नई ऊर्जा का संचार करेगा। मित्रों और साथियों का सहयोग मिलेगा। कोई बडा काम पूरा हो सकता है। आमदनी के श्रोतों में इजाफा होगा। किसी बड़े कार्य के होने की संभावना है। अचानक लाभ में वृद्धि के योग बन रहे हैं। फिर भी स्वास्थ्य का खयाल रखना होगा।

कन्या राशि: कन्या राशि वालों के लिए सूर्य द्वादशेश होता है अत: सूर्य का नीच का होना इस राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा। रुकावटों के बाद ही सही लेकिन आपके काम पूरे होंगे। समस्याओं से निजात मिलेगी। दांपत्य जीवन में भी बेहतरी आएगी। लेकिन बिस्तर पर लेटने के बाद नींद देर से आ सकती है।

तुला राशि: यदि आप पहले से ही किन्हीं परेशानियों से घिरे हुए हैं तो परेशानियां और बढ सकती हैं अथवा नई परेशानियां सामने आ सकती हैं। हांलाकि कठिन परिश्रम के बाद आपको थोडी सफलता मिल जाएगी। अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें। कोई भी जोखिम भरा काम न करें।

वृश्चिक राशि: कार्यक्षेत्र में बेहतरी आएगी लेकिन हर एक काम को पूरी मेहनत और निष्ठा से करना जरूरी होगा। ऐसा करने से विशेष लाभ मिलने की संभावनाएं प्रबल होंगी। जीवन के अन्य पहलुओं में कूछ कठिनाई रह सकती है। व्यर्थ के विवादों और कानूनी मामलों में उलझने से आपको बचना चाहिए।

धनु राशि: लाभ भाव में उपस्थित सूर्य लाभ देगा लेकिन आपको किसी गलत माध्यम से मिलने वाले फायदे की लालच से बचना चाहिए। सफलता और मान-सम्मान मिलने की सम्भावनाएं हैं। क्रोध के अधिकता रह सकती है। धन संबंधी मामलों में भी सावधानी जरूरी होगी।

मकर राशि: सुख-संपत्ति की प्राप्ति होगी। ऐश्वर्य और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा। परिवार में सुख, शांति रहेगी। किसी निवेश मे द्वारा आपको लाभ प्राप्त होगा। किसी यात्रा के माध्यम से भी काम बनने और लाभ मिलने की सम्भावनाएं हैं। फिर भी स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा।

कुंभ राशि: धार्मिक यात्राओं का अवसर मिलेगा साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। कार्यस्थल पर स्थितियां अनुकूल होगी। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। काम धंधे को लेकर कुछ नई योजनाएं बनाने के बारे में आप सोच सकते हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

मीन राशि: काम धंधें में बेहतरी आएगी। उच्चाधिकारियों से मेल मुलाकात होगी। मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। मानसिक शांति मिलेगी। परिवार में प्रसन्नता आएगी। भाइयों से सहयोग मिलेगा साथ आर्थिक स्थिति में भी बेहतरी आ सकती है।

अगर उपायों की बात करें तो जिस किसी को भी सूर्य के इस गोचरीय परिवर्तन से कष्ट हो उसे चाहिए कि वह तांबा, गुड, गेहूं व मसूर की दाल का दान करे। साथ ही "ॐ घृणि सूर्याय नम:" मंत्र का जाप करे। यदि इतने पर भी शांति न मिले तो सूर्य मंत्र का जप कराकर हवन कराएं।
Read More »

शुक्र का धनु राशि में प्रवेश: जानिए क्या होगा आप पर असर!!

विलासिता के कारक ग्रह शुक्र 30 अक्टूबर 2013 को अपने शत्रु बृहस्पति की धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं अत: बाजार के रुख में उतार चढ़ाव बना रहेगा। खेती को कुछ हद तक नुकसान पहुंच सकता है। देश की जनता रोगग्रस्त हो सकती है लेकिन इसका आपकी राशि पर क्या असर होगा आइए जानते हैं।

मेष राशि:

प्रयत्न करने पर आपकी आमदनी बढ़ेगी। पारिवारिक जीवन सुखद एवम् अनुकूल रहेगा। पदोन्नति इच्छा के अनुरूप हो सकती है। उच्च पदस्थ लोगों से सम्मान मिलेगा। माता पिता और गुरूजनों से संबंध मधुर रहेंगे। इस अवधि में सुदूर प्रदेशों की यात्रा सम्भव है। दिमाग धार्मिक क्रियाकलापों की ओर भी आकृष्ट हो सकता है।

वृषभ राशि:

परिजनों का सहयोग मिलता रहेगा। अचानक धन प्राप्ति की संभावना बन रही है। फिर भी खर्चे पर नियंत्रण रखना होगा। कोई ऐसा काम न करें जिससे आपकी प्रतिष्ठा पर आंच आए। वासनात्मक विचारों को अपने पर हावी न होनें दें। व्यर्थ की यात्राओं से बचने का प्रयास करें। अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें।

मिथुन राशि:

आमदनी में बढोत्तरी होगी। स्त्री वर्ग की संगति से लाभ मिलेगा। आपका मिलनसार स्वभाव आपको बहुत सारे लोगों से जोडने में मददगार सिद्द होगा। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। अपने व्यवसाय और व्यापार में आप बहुत अच्छा करेंगे। संगीत व ललित कलाओं की ओर आपका झुकाव रहेगा लेकिन छोटी मोटी बीमारियां रह सकती हैं।

कर्क राशि:

यद्यपि काम का बोझ थकाने वाला रह सकता है लेकिन नौकरी के हालात अच्छे रहेंगे। इस समय खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए स्त्री वर्ग से संबंध बिगडने न दें। इस समय आपको वासनात्मक विचारों से बचना चाहिए साथ ही अपने स्वास्थ्य का खयाल भी रखना चाहिए। विरोधी प्रबल हो सकते हैं अत: अपने बचाव को लेकर चिंतन करते रहें।

सिंह राशि:

सामाजिक प्रतिष्ठा और खुशहाली बढे़गी। सामाजिक क्षेत्र बढे़गा और पुराने मित्रों सहयोगियों से मुलाकात होगी। आप स्त्रीवर्ग की ओर आकर्षित रहेंगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं की सम्पूर्ति होगी। कला संगीत इत्यादि में भी रुचि जागेगी। संचार के माध्यम से भी आपको कोई अच्छी खबर मिल सकती है।

कन्या राशि:

यात्राओं से भी लाभ मिलेगा। परिवार में सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी की संभावना है। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। परिवार में कोई आयोजन हो सकता है। विरोधी नुकसान नहीं पहुंचा पायेंगे। कोई फायदे का सौदा हाथ लग सकता है। प्रयत्नों में सफलता मिलेगी। आपके पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आमदनी भी बढे़गी।

तुला राशि:

इस अवधि में छोटी यात्राओं से लाभ होगा। नौकरी के हालात में भी इजाफा होगा। लोगों से आपके सम्पर्क बढेंगे। पारिवारिक जीवन में सब सुखद होगा। आप अत्यधिक उत्साही और स्फूर्तिवान बनें रहेंगे। सौभाग्यशाली समय होने के कारण मनचाहा काम होता रहेगा। भाई बन्धुओं और मित्रों के सहयोग से काम बनेंगे।

वृश्चिक राशि:

आय में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग का साथ आपको रूचिकर लगेगा। महंगे और स्वादिष्ट भोजन के लिये आपका स्वाद जागृत होगा। परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा। घरेलू चीजों के लिये भी आप खर्च कर सकते हैं। आप परिवारजनों के साथ आप अच्छा निबाह कर सकेंगे। आप परिस्थितियों का बड़ी चतुरता से सामना करेंगे।

धनु राशि:

इस अवधि में आपके चारों ओर का वातावरण सुखद होगा। अगर थोड़ी मेहनत करें तो अपनी आय को आप काफी बढ़ा सकते हैं। ललितकला, संगीत व साहित्य में आपकी रूचि रहेगी। स्त्री वर्ग की ओर आपका झुकाव रहेगा। आप भी सुखी व सानन्द रहेंगे। वैवाहिक या प्रणय सुख के लिए भी समय अनुकूल रहेगा।

मकर राशि:

आर्थिक रूप से समय सामान्य रहेगा। विरोधीयों और प्रतिद्वन्दीयों से सावधान रहने की जरूरत है। आप उच्च कोटि का वैवाहिक या प्रणय सुख भोगेंगे। आप सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। लेकिन अच्छा होगा कि आप अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें अन्यथा इस वजह से कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं।

कुम्भ राशि:

पारिवारिक सुख मिलेगा। भाई बहिन मददगार होंगे। मित्र और सहयोगी आपको पूरा सहयोग देंगे। यात्राओं से लाभ होगा। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले मित्रों और सहयोगियों से सम्बंध अच्छे रहेंगे। यद्यपि खर्चे अधिक होंगे लेकिन आमदनी भी होती रहेगी। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं और इच्छाओं की सम्पूर्ति होगी। हर प्रयास में सफलता मिलेगी।

मीन राशि:

प्रतिष्ठा और सम्मान में वृद्धि होगी। परिजनों का बर्ताव अच्छा रहेगा। व्यापारिक यात्राओं की संभावना है। विलास सामग्री पर व्यय सम्भव। इस अवधि में विपरीत परिस्थितियों से आप कुशलता से निपट सकेंगे। अपने कार्य क्षेत्र में आप महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करेंगे। व्यापारी सहयोगियों या व्यवसायकि लोगों व ग्राहकों के साथ आपके संबंध सुधरेंगे।
Read More »

मोदी की डगर आसान नहीं


जैसा की हम सभी लोग जानते है कि श्री नरेन्द्र मोदी जी को भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा चुका है, लेकिन क्या मोदी के लिए रास्ता उसी तरह खुला रहेगा की जैसे हम लोग उम्मीद कर रहे हैं? कम से कम ज्योतिष तो इस बात के लिए मना कर रहा है. आइये थोडा जानने की कोशिश करते हैं ज्योतिषीय दृष्टिकोण से.

नरेन्द्र मोदी

  • जन्म तिथि: 17/09/1950
  • जन्म समय: 11.00 am
  • जन्म स्थान: मेहसाना , गुजरात

जन्म कुंडली


वर्ष कुंडली


वृश्चिक लग्न की पत्रिका है और लग्न में मंगल चन्द्रमाँ योग है, चन्द्रमा यहाँ नीच भंग की प्राप्ति कर रहा है, मंगल षष्टम भाव का स्वामी होकर लग्न में विराजमान है नवम भाव, भाग्य स्थान के स्वामी चंद्रमा के साथ. मंगल नवांश कुडली में नीच का है. ये इस बात प्रबल संकेत है की दूसरो के नुकसान से जातक को फायेदा मिलेगा, गुजारत के दंगे इस बात का संकेत दे रहे हैं की उसके बाद मोदी जी को कितना फायेदा मिला, आज परिस्थिति में भी कांग्रेस की नाकामयाबी का फायेदा मोदी जी को मिलता हुआ दिख रहा है.

गुरु चौथे भाव में कुम्भ राशी में बैठा हुआ है जो दुसरे और पंचम भाव का स्वामी है, जो इस बात का प्रबल संकेत देता है की जातक को अपने कर्म के द्वारा प्रसिद्धि मिलेगी क्योकि गुरु की दृष्टि सप्तम भाव पे पद रही है. पंचम में बैठा हुआ राहु जातक को राजनीतीक  सफलता के साथ साथ यश और अपयश दोनों दिलाएगा.

दशम भाव में शनि जो की तृतीय और चतुर्थ भाव का स्वामी है, शुक्र के साथ विराजमान है, शनि जैसा की हम जानते हैं की धीमी परन्तु स्थायी प्रगति देता है, शनि ने बिलकुल ऐसा किया है की गुजरात में जो स्थायित्वा मोदी जी को मिला है वो सबके सामने है, चूकि शनि चतुर्थ भाव का भी स्वामी है तो मोदी जी अपने जन्म स्थान यानि अपने राज्य में भरी सफलता मिली. दशम भाव का स्वामी सूर्य जो अपने से दुसरे यानि ग्यारवे भाव में बैठा हुआ है  और ग्यारवे भाव के स्वामी बुध के साथ बुधादित्य योग बना रहा है.

अगर हम दशांश कुंडली की बात करे तो यहाँ भी मंगल नीच का होकर प्रथम भाव में बैठा हुआ है, लग्न का स्वामी चन्द्र, पराक्रम के तृतीय भाव में विराजमान है. गुरु दशम में स्थान में और सूर्य, शनि और बुध के साथ ग्यारवे भाव में है, यहाँ भी हम देख सकते हैं की कुंडली बहोत ही अच्छी है.

हमने इस कुडली में मंगल नीच का होना और चन्द्रमा का नीचभंग प्राप्त करना देखा जो इस बात की ओर संकेत करता है की जातक को सफलता धीरे और काफी अडचनों के साथ मिलेगी.

अब हम गोचर की बात करते है,! अब हम गुरु और शनि का गोचर देखे तो, गुरु लग्न कुंडली में द्वितीय और पंचम भाव का स्वामी होक गोचर में अष्टम स्थान में है जून के बाद से, अशतम का गुरु अपयश भी दिला  सकता है और रुकवाटे भी पैदा करेगा! पर गुरु अचानक से लाभ भी दिलाएगा!

ज्यादातर सम्भावना ये है की अष्टम का गुरु होने के नाते ये कुछ इस तरह की सफलता दिल सकता है जिसमे दूसरो की हनि हो उससे मोदी जी का फायेदा हो सकता है, जैसे किसी की मृत्यु, दंगे, अचानक से विरोधी का पक्ष का कोई बड़ा नुकसान, प्राकृतिक आपदा इत्यादि. अब हम अगर शनि को गोचर देखे तो शनि लग्न कुंडली में तृतीय और चतुर्थ का स्वामी होकर बारहवे भाव में गोचर कर रहा है. शनि बारहवे भाव  में जातक को बाहरी संबंधो से लाभ दिलाएगा पर आसानी से नहीं, यानि की  मोदी जी बाहरी दलों  से समर्थन लेना पड़ेगा, जो मिलेंगे भी पर कुछ शर्तो  के साथ या थोडा विलम्ब से!

ज्योतिष के हिसाब से जब गुरु और शनि का गोचर बदलेगा तो वो समय काफी आसन हो जाएगा मोदी जी के लिए, गुरु जून से और शनि नवम्बर से, शनि लग्न में होगा और गुरु भाग्य स्थान में और लग्न में दृष्टि देगा! वो एक अच्छा समय होगा. उस समय मोदी जी खुल के काम कर पाएँगे नहीं तो फिलहाल डगर में काफी कांटे है और अगर वो इसमें संघर्ष के साथ आगे बढ़ते हैं तो अष्टम का गुरु और बारहवे का शनि उनको काफी आगे ले जाएँगे क्योकि शनि एक ऐसा गृह है जो जातक को उसके कर्म के अनुसार बाद में अच्छी, मजबूत  और स्थायी सफलता दिलाता है और गुरु का आशीर्वाद तो मिलेगा ही!
Read More »

साप्ताहिक राशिफल (23/09/2013 - 29/09/2013)


To read in English, please click here...

मेष

यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। कामों सफलता मिलेगी। आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। सप्ताह की शुरुआत में आप फ़ास्ट फूड, जंक फ़ूड आदि खाने के मूड में रहेंगे लेकिन बेहतर यहीं रहेगा कि अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रख कर ही आप खान पान करें। मामलों में थोडा सा सचेत रहने की आवश्यकता है। सप्ताह मे मध्य भाग सब प्रकार से अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सप्ताह कें अंतिम दिनों में आप फ़िल्म देखने जा सकते हैं लेकिन वह फ़िल्म आपका ठीक से मनोरंजन नहीं कर पाएगी। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद पुष्प शिवलिंग पर चढ़ाएं।

वृषभ

सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन सप्ताह के शुरुआती दिनों में आप जज्बाती होकर कोई खर्चा न करें अन्यथा चिंता के कारण नींद नहीं आएंगी। फ़ोन, बिजली या पानी का बिल अधिक आ जाने के कारण आपका मन खिन्न रह रह सकता है। लेकिन सप्ताह के मध्य में आपको कुछ शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। वहीं सप्ताहांत में आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और आप एक मनोरंजक फ़िल्म या नाटक देखने जा सकते हैं। कष्ट की स्थिति में किसी पिता तुल्य व्यक्ति को सफेद कपडे दान करें।

मिथुन

सप्ताह के शुरुआत में चन्द्रमा एकादश भाव में स्थित है अत: लाभ की सम्भावनाएं मजबूत रहेंगी। यदि आप किसी एडमीशन के सिलसिले में स्कूलों के चक्कर लगा रहे थे तो आपकी मेहनत का फ़ल मिलने वाला है। आप अपनी बहन या रिश्तेदार को कोई उपहार देना चाहेंगे। लेकिन सप्ताह के मध्य में बेवजह के खर्चों और यात्राओं से बचें। सप्ताहांत में परिस्थितियां आपके पक्ष में होगीं फ़िर भी संयम से काम लेने की आवश्यकता रहेगी। कष्ट की स्थिति में शिव या शनि मंदिर में जाकर शनि चालीसा का पाठ करें।

कर्क

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। आपको अधिकांश कार्यों में आपको सफ़लता मिलेगी। आफ़िस के लोग आपके कामों की प्रसंशा करेंगे। इस समय आप अपनी कार्यशैली में नया प्रयोग कर सकते हैं। जिसमें आप काफ़ी हद तक सफल भी रहेंगे। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। सप्ताह के मध्य में हर मामलें थोड़ी सी सावधानी जरूरी होगी। हालांकि सप्ताहांत आते आते परिस्थितियां नियंत्रण में होंगी। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।

सिंह

सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। इस समय आप धर्म या समाज के मुद्दों से जुड़ी किसी किताब का अद्ध्यन कर सकते हैं। यदि आपने उस ज्ञान से किसी सामाजिक मसले का हल निकालने का प्रयास किया तो आपको सामाजिक सम्मान जरूर मिलेगा। रुपए पैसों के लिहाज से भी सप्ताहांत शुभ हैं। सप्ताह के मध्य भाग में आपके बोस आपका फ़ेवर करते नजर आएंगे और आपके काम सफ़ल होंगे। लेकिन सप्ताहांत में आपको थोड़ी सी सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि कुछ अनावश्यक खर्चे सामने आ सकते हैं। कष्ट की स्थिति में बंदरों को गुड और चना खिलाएं।

कन्या

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगी। इस समय आपके कम्प्यूटर या लैपटाप में  कुछ खराबी आ सकती है। इस समय कोल्ड्रिंक और जंक फूड का सेवन करने से बचें अन्यथा स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आर्थिक मामलों में भी सावधानी की आवश्यकता है। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए काफ़ी अनुकूल रहेगा। आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कामों सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत में लाभ के अवसर मजबूत होंगे। यानी इस सप्ताह कि शुरुआत भले ही ठीक न हो लेकिन बाकी का पूरा सप्ताह शुभ है। कष्ट की स्थिति में काले तिल शिवलिंग पर चढ़ाएं।

तुला

यह सप्ताह आपको मिले जुले फल देने वाला रहेगा। ज्यादातर ग्रह घरेलू जीवन में व्यवधान आने का संकेत कर रहे हैं। इस समय आपकी लव लाइफ़ या फ़िर मैरिड लाइफ़ में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। यदि आप पुरुष हैं और आपकी पत्नी या प्रेमिका बाहर किसी रेस्टोरेंट में जाकर भोजन करने की जिद कर रही हैं तो वहां जाकर आप सुपाच्य भोजन की करें तो बेहतर होगा। इसके विपरीत यदि आपके पतिदेव ऐसा चाहते हैं तो घर पर ही स्वादिष्ट और सुपाच्य भोजन बनाने का प्रयास करें। सप्ताह का मध्य भाग आपेक्षाकृत बेहतर रहेगा जबकि सप्ताहांत बहुत अच्छे परिणाम देने वाला रहेगा। कष्ट की स्थिति में शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।

वॄश्चिक

इस सप्ताह की शुरुआत में आप उत्साह से भरे रहेंगे। सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। आपकी योजनाएं सफल होंगी। यदि आप शादी शुदा हैं तो जीवन साथी के साथ कहीं घूमने या फ़िर किसी दोस्त के के यहां जा सकते हैं। यदि अविवाहित हैं मित्रों के साथ कोई पार्टी कर सकते हैं। सप्ताह मध्य में घरेलू मामलों में सावधानी से काम लें। सप्ताहांत में मूड सही करने के लिए फ़िल्म देखना या फ़िर कोई किताब पढ़ना ठीक रहेगा। कष्ट की स्थिति में सुंगधित मिठाइयां कन्याओं में बांटे।

धनु

सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन सप्ताह की शुरुआत में आप अपनी या संतान की शिक्षा को लेकर चिंतित रह सकते हैं या भाग दौड़ कर सकते हैं। हालांकि सप्ताह मध्य में आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपको आपकी मेहनत का फ़ल मिल जाएगा। सप्ताह के मध्य में आप जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंद दायी समय बिताएंगे। लेकिन सप्ताहांत में कुछ अपमानजनक या विवादास्पद घटनाक्रम सामने आ सकते हैं। अत: सावधानी से आचरण करें। कष्ट की स्थिति में मंदिर में दूध का दान करें।

मकर

सप्ताह का प्रथम भाग आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। इस समय आप कुछ घरेलू सामान खरीदने को लेकर परेशान रह सकते हैं। अगर आप दूसरों की मदद करने की सोच रहे हैं, तो जरूर करें क्योंकि दूसरों की मदद करना अच्छी बात है लेकिन इस बात का खयाल रखें कि इस मदद के चक्कर में आपका काम न बिगड़े। सप्ताह का मध्य भाम आपके लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। वहीं सप्ताहांत भी अच्छा रहेगा। पार्टनर के साथ आनंददायी समय बीतेगा। कष्ट की स्थिति में दूध की बनी मिठाई मंदिर में बांटें।

कुम्भ

इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। इस समय आप अपने स्वास्थ को बेहतर बनाने को लेकर चिंतन करेंगे। इस समय आप सुबह जल्दी उठना शुरू कर सकते हैं या फ़िर जिम जाने के बारे में सोच सकते हैं। वहीं सप्ताह के मध्य भाग में आप घर गृहस्ती को लेकर चिंतित रह सकते हैं। लेकिन सप्ताहांत आपके लिए बेहतर परिणाम लेकर आ रहा है। कष्ट की स्थिति में लाल रंग के 21 फूल मंदिर देवी की प्रतिमा पर चढ़ाएं।

मीन

यह सप्ताह आपके लिए मिला जुला रहेगा, लेकिन इस समय आपको एक बात का खास खयाल रखना होगा कि आप जो भी बोलें बहुत सोच समझ कर बोलें। यद्यपि आमदनी निरंतर बनी हुई है लेकिन खर्चों पर नियंत्रण कर सकें तो आपके लिए अच्छा रहेगा। इस समय आप कोई खरीददारी कर सकते हैं। बहुत सम्भव है कि यह खरीददारी आप ऑनलाइन करें। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन मन में कुछ चिंताएं रह सकती हैं। सप्ताहांत में लाभदायक यात्राएं हो सकती हैं। कष्ट की स्थिति में लाल मिठाई हनुमान मंदिर में दान करें।
Read More »

मुश्किल राहें मोदी की


Please click here to read in English.

नमो नमों की चर्चा लगभग पूरे भारत में चल रही हैं कोई इनके नाम का गुणगान करने वाला एलबम बना रहा है तो कोई उन गीतों को अपनी रिंगटोन। कोई नरेन्द्र मोदी पर पूरी फ़िल्म बनाने की ही सोच रहा है। वो भी ऐसी दशा में जब उनकी दशा चन्द्रमा में राहु की हो। थोड़ा सा आश्चर्य होता है न? क्योंकि आम तौर पर यह कहा जाता है कि चन्द्र-राहु या राहु-चन्द्र की दशा अच्छे फ़लों को देने में कमजोर होती है, ऐसी दशा में अपयश मिलता है आदि आदि। लेकिन इस मामलें में तो अपयश की जगह यश की प्राप्ति हो रही है। इससे यह साबित होता है कि ग्रह सदैव अपने स्वभाव वश फल नहीं देते बल्कि राशि और स्थान के अनुसार भी फल देते हैं।

वृश्चिक लग्न और कर्क नवांश में जन्में नरेन्द्र मोदी को भावी प्रधान मंत्री के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत कर दिया गया है लेकिन क्या इनकी राह कितनी आसान होगी यह तो समय ही बताएगा। परन्तु ग्रहों के इशारे इस मामले में क्या हैं आइए जानते हैं:-

जन्म कुंडली


वर्ष कुंडली

कहा गया है कि चन्द्रमा में राहु की दशा में मानसिक कष्ट,शत्रु से पीड़ा, उत्साह हीनता और कार्यक्षेत्र में हानि होती है। लेकिन यह नियम हर जगह लागू करना या कराना न्यायसंगत नहीं होगा। मोदी की कुण्डली में चन्द्रमा नीच का शनि के नक्षत्र में है और शनि दसम भाव में है। राहु भी गुरु की राशि और शनि के नक्षत्र में है अत: इन पर दसम भाव का जबरजस्त प्रभाव है। यहीं कारण है कि यह दशा इनके कार्यक्षेत्र को को एक नई दशा देने वाली साबित होने वाली है। यानी सामान्य तौर पर भले ही यह दशा प्रतिकूल दिख रही हो लेकिन वास्तविकता में यह दशा उत्साह वर्धन और कार्यक्षेत्र के लिए अनुकूलता दे रही है।

आइए अब वर्षफल पर भी चर्चा कर ली जाय। वर्षकुण्डली सूर्य के अंशो के आधार पर बनाई जाती है। 17 सितम्बर 2013 दोपहर 3 बजकर 24 मिनट और 15 सेकेण्ड पर सूर्य उसी डिग्री पर आया जिस डिग्री पर मोदी के जन्म के समय था। उस समय धनु लग्न, कन्या नवांश और वृष के दशांश का उदय हो रहा है। मोदी की कुण्डली में धनु राशि दूसरे भाव में है, जबकि कन्या राशि लाभ भाव में है वहीं वृषभ राशि सप्तम भाव में है। दूसरा भाव धन का, ग्यारहवां लाभ का तथा सप्तम भाव पद का होता है। अत: वर्ष कुण्डली भी मोदी की मनोकामनाओं की पूर्ति दर्शा रही है।

वर्षेश बुध लाभ भाव में है जो वर्तमान में मूल त्रिकोण के अंशों में है। यदि यह उच्च के अंशो का होता तो राह अधिक आसान होती लेकिन 18-19 डिग्री का होने के कारण यह मूल त्रिकोण के अंशों में है अत: राहें इतनी आसान नहीं होगी जितना को नजर आ रही हैं। फ़िर भी यह दशा मोदी को आने वाली परीक्षाओं में सफलता दिलाती जाएगी। अपने इस दायित्त्व का निर्वहन करने में मोदी सफ़ल रहेंगे।

तीसरे भाव की मुंथा भी इन्हें यश और विजय दिलाने का संकेत कर रही है। लेकिन मुंथा शनि की राशि कुंभ में है। अत: यहां भी संकेत मिल रहा है कि राहें इतनी आसान नहीं होगी जितना को नजर आ रही हैं। लेकिन मुंथेश शनि लाभ भाव में है अत: लाभ अवश्य मिलेगा।

सारांश यह है कि मोदी के आने से उनकी पार्टी को जोश और दिशा तो मिली ही है साथ ही वह पहले से बेहतर स्थिति में होगी। मोदी के आने से कुछ नए राजनैतिक समीकरण बनेंगे और वे राजनैतिक दल भी भाजपा को समर्थन देंगें जिनसे भाजपा को कम उम्मीदें थीं। फ़िर भी मेहनत और कड़ी मेहनत और बेहतर कार्य शैली अपनाने की जरूरत बनी रहेगी। यानी कि लक्ष्य उत्तम लेकिन राह कठिन है। लोगों की उम्मीद रंग लाएगी ऐसा इशारा मोदी की कुण्डली और वर्ष कुण्डली भी कर रही हैं। ऐसे में जनता और मोदी के इरादों तथा ग्रहों के इशारों को देखकर तो यही कहना उचित होगा कि “मुश्किल नहीं है कुछ भी, अगर ठान लीजिए”।
Read More »

सूर्य का कन्या राशि में गोचर (16 सितम्बर 2013 - 17 अक्टूबर 2013)

 सूर्य का कन्या राशि में गोचर

16 सितम्बर को सूर्य कन्या में गमन कर रहा है और 17 अक्टूबर तक इसी राशि में रहेगा। कन्या राशि बुध की राशि है। सूर्य को ग्रहों के राजा की उपाधि दी गई है तो बुध को राजकुमार कहा गया है। यानी कि एक राजा, राजकुमार के घर जा रहा है। सूर्य का यह गोचर कुछ राजनैतिक दलों में विघटन का कारण बन सकता है। दक्षिण के कुछ राज्यों में यह अस्थिरता अधिक मात्रा में देखने को मिल सकती है। शीर्षस्थ नेताओं के लिए छोटे नेताओं के द्वारा खूब चाटुकारिता की जाएगी। लेकिन सूर्य के इस गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा, आइए जानते हैं…

मेष

सूर्य का गोचर आपके छठे भाव में है अत: नौकरी करने के हालातों में सुधार भी होगा। समस्याएं दूर होंगी। प्रतिष्ठा एवम् पद में वृद्धि होगी। विवादों में विजय मिलेगी।

वृषभ

सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में है, कन्फ्यूजन और बहुत अधिक सोच विचार से बचें। अत: आपका उत्साह और उल्लास तो बढ़ेगा लेकिन प्रेम संबंधों के लिये यह समय कम ठीक है। अचानक यात्रा भी हो सकती है।

मिथुन

सूर्य का गोचर इस समय आपके चौथे भाव में है अत: काम का बोझ अधिक होने के कारण आप अपने आपको थका महसूस कर सकते हैं। माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं। कोई घरेलू मशीनरी खराब हो सकती है।

कर्क

सूर्य का गोचर आपके तीसरे भाव में रहेगा अत: घरेलू जीवन में सुखद रहेगा। मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध और अच्छे होंगे। इस समय आप कोई महंगा फोन खरीदने के बारे में सोच सकते हैं। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। छोटी यात्राएं भाग्यशाली सिद्ध होंगी और सुखद रहेंगी।

सिंह

सूर्य आपके दूसरे भाव में रहेगा अत: यह समय आर्थिक मामलों में सावधानी से काम लेने का है। पारिवारिक जीवन प्रभावित रह सकता है। आपके कम्प्यूटर-लैपटाप या मोबाइल में कुछ तकनीकी खराबी आ सकती है। आंखों और मुंह की कोई बीमारी आपको कष्ट दे सकती है।

कन्या
                               
सूर्य आपके प्रथम भाव में रहेगा अत: आपमें क्रोध की अधिकता रह सकती है। आप आंखों के चिकित्सक के पास जा सकते हैं। छोटी यात्राएं हो सकती हैं। सार्वजनिक क्षेत्र या सरकार के द्वारा आपको लाभ मिल सकता है

तुला

सूर्य आपके द्वादस भाव में है अत: आप क्षणिक उन्माद में कोई काम न करें। मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध मधुर रखें। इस समय यात्रा के दौरान आपको कई बार ट्रैफ़िक की परेशानियों से जूझना पड़ सकता है। खर्चे बढ़े रहेंगे। निवेश के मामले में सावधानी रखें।

वृश्चिक

सूर्य आपके लाभ भाव में है अत: आपकी इच्छाएं व महत्वाकांक्षायें पूरी होंगी। अनुबन्धों और समझौतों से भी आपको प्रचुर लाभ मिलेगा। वेतन में बढ़ोत्तरी भी सम्भव है। इस समय आप अपने प्रेमी या प्रेमिका के साथ आनंददायी समय बिताएंगे।

धनु

सूर्य का गोचर आपके दसम भाव में है अत: आप व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे। पदोन्नति के लिए भी समय अच्छा है। इस अवधि में और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं हो सकती हैं। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

मकर

सूर्य आपके नवम भाव में है अत: इस अवधि में मिले जुले फल मिलेंगे। उच्च पद प्रतिष्ठा प्राप्त लोगों से भेंट होगी और उनकी कृपा रहेगी। आप धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं। लेकिन माता पिता के स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। आर्थिक मामलों के लिए भी यह समय अच्छा है।

कुम्भ

सूर्य आपके अष्टम भाव में है, अत: कुछ समस्यायें अचानक खड़ी हो सकतीं हैं। इस समय अनैतिक कार्यों तथा सन्देहास्पद सौदों से बचें। इस अवधि में कई बार आपको ट्रैफ़िक का सामना तो करना ही पड़ेगा साथ ही वाहन को क्षतिग्र्स्त होने से भी बचाना होगा।

मीन

सूर्य आपके सप्तम भाव में है, अत: व्यवसायिक या व्यापार के साथी नुकसान या समस्यायें पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं। घरेलू मामले विशेषकर जीवन साथी के साथ विवाद करने से बचें। आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त या बीमार भी हो सकते हैं। अत: स्वास्थ्य का खयाल रखें।
Read More »

6 सितम्बर 2013 को शुक्र का तुला राशि में प्रवेश: जानिए क्या होगा आप पर असर!!

शुक्र का तुला राशि में गोचर

Please click here to read in English.


विलासिता का कारक ग्रह शुक्र 6 सितम्बर 2013 को अपनी नीच राशि कन्या को छोड़कर अपनी राशि तुला में प्रवेश कर रहे हैं 2 अक्टूबर 2013 तक शुक्र तुला राशि में रहेगा। अत: जिनके दाम्पत्य जीवन में परेशानियां चल रही थी उन्हें शांति मिलेगी। महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों में कमी आएगी। फ़िल्म उद्योग और कास्मेटिक्स उत्पादकों को भी फायदा होगा लेकिन इसका आपकी राशि पर क्या असर होगा आइए जानते हैं।

मेष राशि

इस अवधि में आमदनी में बढोत्तरी होगी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। आपका मिलनसार स्वभाव आपको बहुत सारे लोगों से जोडने में मददगार सिद्द होगा। संगीत व अन्य ललित कलाओं सुगंध एवम् सौन्दर्य की वस्तुओं की ओर आपका झुकाव रहेगा। कोई आनन्द दायक यात्रा हो सकती है। स्त्री वर्ग की संगति से लाभ मिलेगा। अपने व्यवसाय और व्यापार में आप बहुत अच्छा करेंगे। लेकिन छोटी मोटी बीमारियां रह सकती हैं।

वृषभ राशि

इस अवधि में यद्यपि काम का बोझ थकाने वाला रह सकता है लेकिन नौकरी के हालात अच्छे रहेंगे। विरोधी प्रबल हो सकते हैं अत: अपने बचाव को लेकर चिंतन करते रहें। इस समय खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए स्त्री वर्ग से संबंध बिगडने न दें। इस समय आपको वासनात्मक विचारों से बचना चाहिए साथ ही अपने स्वास्थ्य का खयाल भी रखना चाहिए।

मिथुन राशि

इस अवधि में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा और खुशहाली बढे़गी। सामाजिक क्षेत्र बढे़गा और पुराने मित्रों सहयोगियों से मुलाकात होगी। संचार के माध्यम से भी आपको कोई अच्छी खबर मिल सकती है।

आप स्त्रीवर्ग की ओर आकर्षित रहेंगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं की सम्पूर्ति होगी। कला संगीत इत्यादि में भी रुचि जागेगी।

कर्क राशि

इस अवधि में परिवार में सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी की संभावना है। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। परिवार में कोई आयोजन हो सकता है। यात्राओं से भी लाभ मिलेगा। विरोधी नुकसान नहीं पहुंचा पायेंगे।

आपके पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आमदनी भी बढे़गी। कोई फायदे का सौदा हाथ लग सकता है। प्रयत्नों में सफलता मिलेगी। यानी कि यह समय हर लिहाज से अच्छा है।

सिंह राशि

इस अवधि में लोगों से आपके सम्पर्क बढेंगे। छोटी यात्राओं एवं पारिवारिक जीवन में सब सुखद होगा। नौकरी के हालात में भी इजाफा होगा। सौभाग्यशाली समय होने के कारण मनचाहा काम होता रहेगा। आप अत्यधिक उत्साही और स्फूर्तिवान बनें रहेंगे।

कन्या राशि

इस अवधि में परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा। घरेलू चीजों के लिये भी आप खर्च कर सकते हैं। आप परिवारजनों के साथ आप अच्छा निबाह कर सकेंगे। आय में वृद्धि होगी। किसी संक्षिप्त मार्ग से भी आपके पास पैसा आ सकता है। स्त्री वर्ग का साथ आपको रूचिकर लगेगा। महंगे और स्वादिष्ट भोजन के लिये आपका स्वाद जागृत होगा। आप परिस्थितियों का बड़ी चतुरता से सामना करेंगे।

तुला राशि

इस अवधि में आपके चारों ओर का वातावरण सुखद होगा। आप भी सुखी व सानन्द रहेंगे। ललितकला, संगीत व साहित्य में आपकी रूचि रहेगी। स्त्री वर्ग की ओर आपका झुकाव रहेगा। वैवाहिक या प्रणय सुख के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। अगर थोड़ी मेहनत करें तो अपनी आय को आप काफी बढ़ा सकते हैं।

वृश्चिक राशि

इस अवधि में आप उच्च कोटि का वैवाहिक या प्रणय सुख भोगेंगे। आप सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। लेकिन अच्छा होगा कि आप अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें अन्यथा इस वजह से कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं। विरोधीयों और प्रतिद्वन्दीयों से सावधान रहने की जरूरत है आर्थिक रूप से समय सामान्य रहेगा।

धनु राशि

इस अवधि में आपको उच्च कोटि का पारिवारिक सुख मिलेगा। परिवार में सदस्यों की बढो़त्तरी होने की संभावना है। भाई बहिन भी अपने अपने क्षेत्र में अच्छा करेंगे। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं और इच्छाओं की सम्पूर्ति होगी। हर प्रयास में सफलता मिलेगी। मित्र और सहयोगी आपको पूरा सहयोग देंगे। यात्राओं से लाभ होगा। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले मित्रों और सहयोगियों से सम्बंध अच्छे रहेंगे। यद्यपि खर्चे अधिक होंगे लेकिन आमदनी भी होती रहेगी।

मकर राशि

इस अवधि में आपकी प्रतिष्ठा और सम्मान में प्रचुर वृद्धि होगी। परिवार जनों का बर्ताव बहुत अच्छा रहेगा। व्यापारिक यात्राओं की संभावना है। अपने कार्य क्षेत्र में आप महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करेंगे। व्यापारी सहयोगियों या व्यवसायकि लोगों व ग्राहकों के साथ आपके संबंध सुधरेंगे। समय के साथ साथ आप संग्रहशील होते जायेंगे और विलास सामग्री पर भी व्यय करेंगे। इस अवधि में विपरीत परिस्थितियों से भी आप कुशलता से निपट सकेंगे।

कुम्भ राशि

इस अवधि में आप के थोड़े प्रयत्न करने पर भी आपकी आमदनी बढ जायेगी। पारिवारिक जीवन आपके लिये सुखद एवम् अनुकूल रहेगा। अगर आपकी पदोन्नति होने ही वाली है तो यह आपकी इच्छा के अनुरूप हो सकती है। उच्च पदस्थ लोगों से आप सम्मान और उनकी कृपा प्राप्त करेंगे। माता पिता और गुरूजनों से संबंध मधुर रहेंगे। इस अवधि के दौरान आप सुदूर प्रदेशों की यात्रा भी कर सकते हैं। आपका दिमाग धार्मिक क्रियाकलापों एवम् जीवन संबंधी उच्च दर्शन की ओर भी आकृष्ट हो सकता है।

मीन राशि

इस अवधि में परिजनों का सहयोग मिलता रहेगा। अचानक धन प्राप्ति की संभावना बन रही है। फिर भी खर्चे पर नियंत्रण रखना होगा। आपको कुछ सावधान रहने की जरूरत है। कोई ऐसा काम न करें जिससे आपकी प्रतिष्ठा पर आंच आए। वासनात्मक विचारों को अपने पर हावी न होनें दें और अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें। व्यर्थ की यात्राओं से बचने का प्रयास करें।

आज ही के दिन बुध ग्रह कन्या राशि में गोचर कर रहा है। अपना भविष्य जानने के लिये यहाँ क्लिक करें - बुध ग्रह का कन्या राशि में गोचर (6 सितम्बर 2013 - 25 सितम्बर 2013)
Read More »