अप्रैल 2014 मासिक राशिफल

अप्रैल का  महीना आ गया है और लाया है कुछ नए सवाल। कैसा रहेगा अप्रैल का महीना? कैसे रहेंगे ये नए दिन? आईए जानते हैं आपके सभी सवालों के जवाब पं हनुमान मिश्रा के अप्रैल माह के राशिफल के साथ।



मेष

सप्ताह की शुरुआत में लगभग सभी कामों में सावधानी बरतने की सलाह मैं आप को देना चाहूंगा। इस समय कोई भी काम उन्मादी होकर न करें। यथा संभव यात्राओं और ट्रैफ़िक से बचें। कार्य व्यापार में संयमित व्यवहार करें। व्यर्थ के खर्चों से बचें। वहीं महीने के दूसरे भाग में आपकी समस्याएँ काफ़ी हद तक कम होंगी। आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी। किसी लाभदायक यात्रा पर जाना हो सकता है। लेकिन इस समय भी अपना तथा घर परिवार के स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। उपाय के रूप में नित्य 11 बार गायत्री मंत्र का जप करें।

वृषभ

महीने का पहला भाग आपके लिए बहुत अनुकूल रहेगा। इस समय आप कुछ ऐसे अनुबंध कर सकते हैं जो आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगे। प्रेम प्रसंगों के लिए भी समय काफ़ी अनुकूल रहेगा। आमदनी में इजाफ़ा होगा। यात्राओं के माध्यम से भी लाभ होगा। इस समय आप अपने प्रियजन के साथ कहीं मनोरंजन के लिए जा सकते हैं। लेकिन महीने का दूसरा भाग खर्चों से भरा रह सकता है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का भी खयाल रखना जरूरी होगा। उपाय के रूप में किसी जरूरतमंद को बैंगन भेंट करें।

मिथुन

ये पूरा महीना ही आपके लिए अनुकूल रहेगा। महीने के प्रथम भाग में आप अपने कार्य व्यापार में बहुत अच्छा करेंगे। आपको वरिष्ठ जनों का सहयोग मिलेगा। आपके बॉस आपसे खुश रहेंगे। आर्थिक मामलों में सुधार और कुछ व्यापारिक यात्राओं के योग बन रहे हैं। वहीं महीने के दूसरे भाग में लाभ की स्थितियां सुदृढ़ बनी रहेंगी। जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बीतेगा। उपाय के रूप में किसी गरीब को काले उड़द की दाल का दान करें।

कर्क

इस महीने की शुरुआत आपके लिए मिली जुली रहेगी। कुछ दूर की यात्रांएं हो सकती हैं लेकिन उनके विशेष सफल रहने की उम्मीद कम है। हालांकि इस समय बड़े पदों में बैठे लोगों से मिलकर फायदा होगा। शिक्षा और संतान को लेकर चली आ रही चिंताएं दूर होंगी। लेकिन इस समय माता पिता के स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। वहीं महीने का दूसरा भाग कार्य व्यापार के लिए बहुत अच्छा रहेगा। आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा। लेकिन इस पूरे महीने वाहन सावधानी से चलाने की आवश्यकता रहेगी। उपाय के रूप में पिता या पिता तुल्य व्यक्ति की सेवा करें।

सिंह

महीने के प्रथम पक्ष वाले दिन आपके लिए ज्यादा अनुकूलता लिए हुए नहीं हैं। इस समय आपका कम्प्यूटर या लैपटाप खराब हो सकता है। आपके वाहन में भी कुछ खराबी आने के योग भी बन रहे हैं। यदि कुछ नया करने जा रहे हैं तो बहुत विचार-विमर्श करके ही कोई निर्णय लें। लेकिन महीने के दूसरे पक्ष में आपकी समस्याएं काफ़ी कम होंगी। कामों में सफलताएं मिलेंगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। इस पूरे महीने पार्टनर से सामंजस्य बना कर चलें। उपाय के रूप में सूर्य भगवान को जल देना शुभ रहेगा, लेकिन उस जल में लाल रंग के फूल मिले होना जरूरी है।

कन्या

इस पूरे महीने आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बहुत सूझ बूझ के साथ ही कोई व्यापारिक निर्णय लें जीवन साथी को लेकर या फ़िर कुछ घरेलू परेशानियों के कारण भी आप व्यथित रह सकते हैं। यह समय मानसिक रूप से तनावग्रस्त और बीमार करने वाला है। अत: उचित आचरण करते हुए अपना खयाल रखें। इस माह कोल्ड्रिंक या जंक फ़ूड का सेवन करने से बचें। महीने का दूसरा भाग भी अनुकूल नहीं है। अत: इस समय भी संयम से काम लेने की आवश्यकता है। परेशानी की स्थिति में सिंदूर मिले जल से सूर्य को अर्घ दें।

तुला

महीने की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। पुरानी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। विरोधियों को परास्त करने में आप सफ़ल रहेंगे। कामों में सफलता मिलेगी। नौकरी करने के हालातों में सुधार भी होगा। मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पदोन्नति की सम्भावनाएं बन रही हैं। जबकि महीने के दूसरे भाग में संतान या प्रेम पात्र से सम्बंध बिगड़ सकते हैं। शापिंग के चक्कर में भी बैलेंस बिगड सकता है। अत: कार्य-व्यापार के साथ-साथ अपने घर पारिवार और स्वास्थ्य का खयाल रखें। उपाय के रूप में बजरंग बाण का पाठ करना शुभ रहेगा।

वृश्चिक

आपके लिए लगभग यह पूरा महीना ही शुभकर रहेगा। इस अवधि में आप जीवन का बड़े उत्साह और उल्लास से स्वागत करेंगे। आप अचानक किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं। संतान या प्रेम संबंध को लेकर चली आ रही समस्या दूर होगी। महीने का दूसरा भाग आपकी सारी समस्याओं का समाधान करने वाला रहेगा। समस्याओं से निजात मिलेगी। मान सम्मान बढ़ेगा। काम धंधे या नौकरी के हालातों में सुधार या पदोन्नति की सम्भावनाएं बन रही हैं। उपाय के रूप में विष्णु भगवाने के मंदिर में संतरे दान करना शुभ रहेगा।

धनु

इस महीने आपको अधिक अनुकूल परिणाम पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। महीने के पहले पक्ष में आप स्वयं को थका हुआ अनुभव करेंगे। इस समय आप अपनी पुरानी गाड़ी बेचने के बारे में सोच सकते हैं। महीने के दूसरे भाग में स्थितियाँ कुछ बेहतर होंगी फ़िर भी सावधानी की आवश्यकता बनी रहेगी। संतान या फ़िर प्रेम पात्र के लिए कोई महंगा उपाहार खरीदने की चिंता रह सकती है। अधिक उत्साही होकर कोई निर्णय न लें और वाहन सावधानी से चलाएँ। परेशानी होने की स्थिति में हनुमान जी को चोला चढ़ाएँ ।

मकर

महीने के पहले भाग में आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे। यदि आप बड़े दिनों से कोई अच्छा फोन खरीदने की सोच रहे थे तो उसके लिए यह एक अच्छा समय रहेगा। इस समय आप कोई कम दूरी की यात्रा भी कर सकते हैं जो आपके लिए लाभकारी भी रहेगी। आर्थिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। जबकि महीने का दूसरा भाग आपसे अधिक मेहनत करवा सकता है। इस समय आपकी एनर्जी कम होती नजर आएगी। इस समय हर मसले में सही गलत का फ़ैसला बहुत सोच समझ कर करें। कष्ट या परेशानी होने की स्थिति में कन्याओं को भोजन करवाएँ।

कुम्भ

हालांकि इस समय आप हर काम को बहुत ही सावधानी से निबटाने का प्रयास करेंगे फ़िर भी महीने की शुरुआत अपेक्षाकृत कम अनुकूल रहेगी। इस समय आपका स्मार्ट फोन सही तरीके से काम नहीं करेगा। अत: आप बदलाव करने की सोच सकते हैं। लेकिन जल्दबाजी में किसी गलत फोन का चयन करने से बचें। कुछ आर्थिक और पारिवारिक परेशानियां भी रह सकती हैं। लेकिन महीने का दूसरा पक्ष आपकी समस्याओं को दूर करने वाला रहेगा। किसी यात्रा के माध्यम से आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आर्थिक मामलों में भी अनुकूलता आएगी। स्वास्थ्य भी अनुकूल रहेगा। परेशानी की स्थिति में हनुमान जी के मंदिर में लाल रंग का फ़ल या सब्जी दान करें।

मीन

महीने का पहला भाग आपके लिए मिलेजुले फल देने वाला रहेगा। इस समय आप आत्मविश्वास से ओत प्रोत रहेंगे। आपको सरकार या किसी संगठन के द्वारा सम्मानित किया जा सकता है। इस समय आप सुबह सबेरे उठने की सोचेंगे। जिम जाने या फ़िर योगासन आदि करने का प्रयास कर सकते हैं। महीने के दूसरे भाग में भी घरेलू और आर्थिक मामलों के सावधानी से काम करने की जरूरत रहेगी। स्वास्थ्य संबंधित कुछ समस्याएं इस स्माय भी रह सकती हैं। उपाय के रूप में शिवलिंग पर शहद चढ़ाना शुभ रहेगा।

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साप्ताहिक राशिफल (31 मार्च से 6 अप्रैल 2014)

Saptahik Rashifal

मेष: 


यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा फिर भी अपने मान प्रतिष्ठा को ध्यान रखते हुए ही आचरण करना ठीक रहेगा। सुख सुविधाओं का लाभ मिलेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। मनोरंजन करने के अवसर प्राप्त होंगे। सप्ताह मध्य में सब प्रकार से अनुकूल परिणाम मिलेंगे लेकिन अप्रिय सम्भाषण से बचना होगा। सप्ताह के अंतिम दिनों में मनोरंजन के अवसर मिलेंगे। 

वृषभ:


सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन कुछ ख़र्चे बेवजह हो सकते हैं। मानसिक खिन्नता भी रह सकती है। इस समय नींद में भी कुछ व्यवधान रह सकता है। सप्ताह के मध्य में शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। धन की स्थिति पहले की अपेक्षा बेहतर होगी। जीवन साथी से तारतम्य अच्छा बना रहेगा। सप्ताहांत में मनोरंजन का मौका मिलेगा। सामाजिक सम्बन्धों में बढ़ोत्तरी होगी। 

मिथुन: 


सप्ताह के शुरुआत में आपकी मेहनत का फल मिलने वाला है लेकिन भावावेश या लालच में आकर कोई निर्णय लेना ठीक नहीं रहेगा। कार्य योजनाओं पर शीघ्र निर्णय लेना भी उचित नहीं होगा। सप्ताह मध्य में किसी भी यात्रा को करने से पहले उससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान के बारे में जांच ज़रूर कर लें। हालांकि परिस्थितियाँ आपके पक्ष में होंगे फिर भी सप्ताहांत में सावधानी ज़रूरी होगी।

कर्क:


सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। रूके हुये कार्य बनेंगे। आर्थिक मामलों के लिहाज़ से भी सप्ताह शुभ है। सप्ताह के मध्य भाग में आपके कार्यों को प्रशंसा मिलेगी। आपके काम सफ़ल होंगे लेकिन नये सम्बन्धों में जल्दबाज़ी न करें। सप्ताहांत में लाभ की अच्छी सम्भावनाएँ हैं। यदि आप संदेह और झूठ से परहेज करेंगे तो यह सप्ताह प्रेम प्रसंग और निजी जीवन के लिए भी अनुकूल है। 

सिंह:


सप्ताह की शुरुआत कुछ कमज़ोर रह सकती है। आप कुछ थकान महसूस कर सकते हैं। खान पान पर संयम रखकर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकते हैं। सप्ताह का मध्य भाग अनुकूल रहेगा। आर्थिक लाभ सम्भव है। आप किसी दूर की यात्रा पर भी जा सकते हैं। कामों में सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत में लाभ के अवसर मज़बूत होंगे। लेकिन मित्रों की भावनाओं का भी ख़याल ज़रूरी होगा। 

कन्या:


यह सप्ताह आपके लिए मिलाजुला रहेगा। सहयोगियों से बहस न करें। सावधानी से काम लेकर विवादों को टालें। नये सम्बन्धों के प्रति सकारात्मक सोच रखें। निजी जीवन में कुछ परेशानियाँ रह सकती हैं, उन्हें सावधानी से निबटाएँ। सप्ताह मध्य में जहाँ तक हो सके अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें। वाहन की गति पर नियन्त्रण बनाये रखें खान पान पर भी संयम रखें। सप्ताहांत बेहतर परिणाम देने वाला रहेगा। 

तुला: 


सप्ताह की शुरुआत अनुकूल है। आपके अपने लोग आपके कार्यों की प्रशंसा करेंगे लेकिन परिवार में किसी बुज़ुर्ग को शारीरिक कष्ट हो सकता है। सप्ताह के मध्य में साझेदारी को लेकर सावधानी ज़रूरी होगी। महिलायें अपने कार्यो के प्रति विशेष सावधनी बरतें। सप्ताह के अंतिम दिनों में न केवल स्वास्थ्य का ख़याल रखना होगा बल्कि जीवन के ज़र क्षेत्र में बड़े ही संयम से काम लेना होगा।

वृश्चिक:


इस सप्ताह की शुरुआत में आपकी योजनाएँ सफल होंगी। प्रतीक्षारत कार्यो में प्रगति होगी । आपकी सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। आप उत्साह से भरे रहेंगे। कहीं घूमने या कोई पार्टी करने का मौका मिलेगा। घरेलू जीवन भी सुखी रहेगा। लेकिन निजी जीवन से जुड़े मामलों में सावधानी से काम लेना होगा। वाहन आदि सावधानी से चलाना होगा। अनजाने लोगों पर अधिक विश्वास न करें। 

धनु:


सप्ताह की शुरुआत में प्रेम प्रसंग के लिए समय अनुकूल रहेगा। इस समय आप मौज मस्ती के लिए भी समय निकाल पाएंगे। लेकिन वाणी पर संयम रखना बहुत ज़रूरी होगा। हालांकि सप्ताह मध्य में आपकी मेहनत रंग लाएगी। जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बीतेगा लेकिन सप्ताहांत में कुछ विवादास्पद घटनाक्रम सामने आ सकते हैं। तकनीकी क्षेत्र के लिए समय ठीक रहेगा।

मकर: 


सप्ताह का प्रथम भाग कुछ चिंताएँ देने वाला रह सकता है। लेकिन इनमें से अधिंकांश चिंताएँ व्यर्थ ही रहेंगी। कोई काम न करें जिससे आपकी प्रतिष्ठा को आंच आए। सप्ताह का मध्य और अंतिम भाग आपके लिए बेहतर रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। कठिनाइयों पर आप आसानी से विजय प्राप्त कर पाएंगे। अनावश्यक ख़र्चों पर नियन्त्रण करना बेहद ज़रूरी होगा अन्यथा बजट बिगड़ सकता है।

कुम्भ: 


सप्ताह के आरम्भिक दिन शुभ हैं। किसी महत्वपूर्ण योजना पर धन का व्यय हो सकता है। छोटी दूरी की यात्राएँ भी सम्भव हैं। लेकिन अधीनस्थ लोगों या छोटे भाई बहनों से विवाद करने से बचना होगा। सप्ताह के मध्य भाग में आपको कुछ घरेलू चिंताएँ रह सकती हैं अथवा आप माता पिता को लेकर कुछ चिंतन कर सकते हैं। व्यय बढ़ सकता है लेकिन सप्ताहांत आपके लिए शुभता लिए हुए है। 

मीन:


यह सप्ताह आपके लिए मिलाजुला रहेगा। इस समय आप बचत करने को लेकर चिंतित रह सकते हैं। इस समय आप किसी मित्र की आर्थिक मदद कर सकते हैं। प्रेम प्रसंग और निजी जीवन के लिए समय अच्छा है। ख़रीदारी के लिए समय शुभ है। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन मन में कुछ चिंताएँ रह सकती हैं। सप्ताहांत में लाभदायक यात्राएँ हो सकती हैं। 

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शुक्र का मीन राशि में गोचर (अप्रैल 28, 2014)

शुक्र April 28 को मीन में प्रवेश करेगा। शुक्र को स्नेह एवं प्रेम का ग्रह माना जाता हैं। शुक्र का यह गोचर आपके जीवन में क्या बदलाव लाएगा, आइए जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।

 Meen Raashi mein Shukra ka pravesh aur raashiyon pe uska prabhaav.

शुक्र ग्रह 28 अप्रैल 2014 को मीन राशि में प्रवेश कर रहा है| इससे उन लोगों को खास फायदा होने वाला है जिनके दाम्पत्य जीवन में परेशानियां चल रही हैं। महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों में कमी आएगी। कास्मेटिक्स उत्पादकों को भी अच्छा फायदा होने वाला है। जिस समय शुक्र मीन राशि में प्रवेश कर रहा है उस समय मकर लग्न का उदय हो रहा है और मकर लग्न से तीसरे भाव में शुक्र जा रहा है| अत: इस समय मनोरंजन विशेषकर फ़िल्म उद्योग को अच्छा फायदा होगा। इस समय रीलीज होने वाली ज्यादातर फ़िल्में दर्शकों का मनोरंजन करने में सफल रहेंगी। इस समय जहां-जहां मतदान होगा यदि किसी अच्छी पार्टी से कोई महिला उम्मीदवार होगी तो उसके जीतने की सम्भावनाएं अधिक रहेंगी। इसका विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा इसकी चर्चा हम आप से कर लेते हैं-

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मेष राशि: इस अवधि में आप सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। उच्च कोटि का वैवाहिक या प्रणय सुख भोगेंगे। लेकिन अच्छा होगा कि आप अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें अन्यथा इस वजह से कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं। विरोधीयों और प्रतिद्वन्दीयों से सावधान रहने की जरूरत है आर्थिक रूप से समय सामान्य रहेगा।

वृष राशि: इस अवधि में आपको हर प्रयास में सफलता मिलेगी। मित्र और सहयोगी आपको पूरा सहयोग देंगे। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं और इच्छाओं की सम्पूर्ति होगी। यात्राओं से लाभ होगा। उच्च कोटि का पारिवारिक सुख मिलेगा। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में मिलने वाले मित्रों और सहयोगियों से सम्बंध अच्छे रहेंगे। यद्यपि खर्चे अधिक होंगे लेकिन आमदनी भी होती रहेगी।

मिथुन राशि: अपने कार्य क्षेत्र में आप महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करेंगे। प्रतिष्ठा और सम्मान में प्रचुर वृद्धि होगी। इस अवधि में विपरीत परिस्थितियों से भी आप कुशलता से निपट सकेंगे। व्यापारी सहयोगियों या व्यवसायकि लोगों व ग्राहकों के साथ आपके संबंध सुधरेंगे। परिवार जनों का बर्ताव बहुत अच्छा रहेगा। व्यापारिक यात्राओं की संभावना है।

कर्क राशि: इस अवधि में उच्च पदस्थ लोगों से आप सम्मान और उनकी कृपा प्राप्त करेंगे। माता पिता और गुरूजनों से संबंध मधुर रहेंगे। सुदूर प्रदेशों की यात्रा भी सम्भव है। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। आमदनी बढ सकती है। यदि पदोन्नति होने ही वाली है तो यह आपकी इच्छा के अनुरूप हो सकती है। धार्मिक क्रियाकलापों की ओर मन आकृष्ट हो सकता है।

सिंह राशि: इस अवधि में आपको कुछ सावधान रहने की जरूरत है। कोई ऐसा काम न करें जिससे आपकी प्रतिष्ठा पर आंच आए। वासनात्मक विचारों को अपने पर हावी न होनें दें और अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें। व्यर्थ की यात्राओं से बचने का प्रयास करें। धन प्राप्ति की संभावना है फिर भी खर्चे कम करें। परिजनों का सहयोग मिलता रहेगा।

कन्या राशि: इस अवधि में आपका व्यवहार सरस रहेगा। कोई आनन्द दायक यात्रा हो सकती है। स्त्री वर्ग की संगति से लाभ मिलेगा। संगीत व अन्य ललित कलाओं की ओर आपका झुकाव रहेगा। अपने काम में आप बहुत अच्छा करेंगे। आमदनी में बढोत्तरी होगी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा लेकिन छोटी मोटी बीमारियां रह सकती हैं।

तुला राशि: इस अवधि में आपको वासनात्मक विचारों से बचना चाहिए साथ ही अपने स्वास्थ्य का खयाल भी रखना चाहिए। यद्यपि काम का बोझ थकाने वाला रह सकता है लेकिन नौकरी के हालात अच्छे रहेंगे। विरोधी प्रबल हो सकते हैं अत: अपने बचाव को लेकर चिंतन करते रहें। खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए स्त्री वर्ग से संबंध बिगडने न दें।

वृश्चिक राशि: आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा और खुशहाली बढे़गी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। बहु प्रतीक्षित अभिलाषाओं की सम्पूर्ति होगी। सामाजिक क्षेत्र बढे़गा और पुराने मित्रों सहयोगियों से मुलाकात होगी। संचार के माध्यम से भी आपको कोई अच्छी खबर मिल सकती है। यानी कि इस अवधि में आपके कार्य सफलता प्राप्त करते रहेंगे।

धनु राशि: इस अवधि में आपके पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आमदनी भी बढे़गी। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। कोई फायदे का सौदा हाथ लग सकता है। परिवार में कोई आयोजन हो सकता है। यात्राओं से भी लाभ मिलेगा। विरोधी नुकसान नहीं पहुंचा पायेंगे। परिवार में सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी की संभावना है। प्रयत्नों में सफलता मिलेगी।

मकर राशि: इस अवधि के दौरान आप अत्यधिक उत्साही और स्फूर्तिवान बनें रहेंगे। छोटी यात्राओं एवं पारिवारिक जीवन में सब सुखद होगा। लोगों से आपके सम्पर्क बढेंगे। नौकरी के हालात में भी इजाफा होगा। सौभाग्यशाली समय होने के कारण मनचाहा काम होता रहेगा। संतान या प्रेम संबंधों को लेकर चली आ रहीं समस्याएं दूर होंगी।

कुम्भ राशि: इस अवधि में आप परिवारजनों के साथ आप अच्छा निर्बहन कर सकेंगे। आप परिस्थितियों का बड़ी चतुरता से सामना करेंगे। आय में वृद्धि होगी। परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा। स्त्री वर्ग का साथ आपको रूचिकर लगेगा। महंगे और स्वादिष्ट भोजन के लिये आपका स्वाद जागृत होगा। घरेलू चीजों के लिये भी आप खर्च कर सकते हैं।

मीन राशि: इस अवधि में आप सुखी व सानन्द रहेंगे। आपके चारों ओर का वातावरण सुखद होगा। स्त्री वर्ग की ओर आपका झुकाव रहेगा। वैवाहिक या प्रणय सुख के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। अगर थोड़ी मेहनत करें तो अपनी आय को आप काफी बढ़ा सकते हैं लेकिन स्वाथ्य को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही ठीक नहीं होगी।

पं हनुमान मिश्रा
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सूर्य का मेष राशि में गोचर (अप्रैल 14, 2014)

सूर्य अप्रैल 14, 2014, को मेष राशि में प्रवेश कर रहा है। सूर्य का यह गोचर आपके जीवन में क्या बदलाव लाएगा, आइए जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।

14 अप्रैल 2014 को सूर्य मेष राशि में जा रहा है।

14 अप्रैल 2014 को सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहा है, मेष राशि भचक्र की पहली राशि है। सूर्य मेष राशि में प्रवेश होते ही श्रेष्ठ एवं उच्च का होता है। गोचर का सूर्य 3, 6, 10, 11वां होने पर शुभ फल देता है। इस समय व्यक्ति को कार्यों में आशातीत सफलता, शत्रु नाश, प्रसन्नता- खुशियां, स्वस्थता, धन-लाभ, सुख-संतोष में वृद्धि एवं मान प्रतिष्ठा मिलती है। परन्तु गोचर में सूर्य जब उच्च राशि यानी मेष राशि में होता है तब उक्त शुभ फलों में कई गुना वृद्धि हो जाती है।

14 अप्रैल 2014 को प्रात: 7 बजकर 39 मिनट पर सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहे हैं। उस समय वृषभ लग्न का उदय हो रहा है। सूर्य उच्च के होकर बारहवें भाव में है साथ ही जब सूर्य देवता अपनी उच्च राशि मेष में जा रहे हैं उस समय शनि देवता अपनी उच्च राशि तुला में स्थित हैं, अत: दोनों आमने-सामने हैं इसे समसप्तक योग कहते हैं। सूर्य और शनि की यह स्थिति राजा और जनता में सीधी टक्कर देने वाली कही गई है। अत: इस अवधि में होने वाले चुनाओं और मतदान में जनता सत्तारूढ़ दल के खिलाफ़ जा सकती है। सूर्य पर अतिशत्रु घर में बैठे मंगल की दृष्टि भी है अत: किसी बड़े नेता पर हमला भी हो सकता है। राहु केतु के प्रभाव के कारण कुछ नेता स्वयं पर जानबूझ कर कुछ छोटे हमले करवा सकते हैं। यानी इस समय की राजनीतिक बयार बड़ी ही दूषित लग रही है। राजनीति से जुड़े लोग जो कर जायें वो कम होगा। हालांकि इससे जनता को कोई विशेष हानि नहीं होने वाली है। क्योंकि ग्रहों की इस स्थिति से सूर्य पीड़ित हो रहा है शनि नहीं अत: जनता से अधिक राजनेताओं को सावधानी रखने की सलाह मैं देना चाहूँगा।

हालांकि इस समय जनता में असंतोष के कारण हड़ताल, उग्र प्रदर्शन जैसे हालात बन सकते हैं। साथ ही देश में अस्थिरता का माहौल निर्मित होगा। देश और दुनिया में कुछ बड़े परिवर्तन भी संभव हैं लेकिन सरकारों और बड़े नेताओं के लिए संकट की स्थिति बन सकती है। ग्रहों की इन स्थितियों और विशेषकर सूर्य के राशि परिवर्तन का आप पर क्या असर पड़ने वाला है, आइए जानते हैं।

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मेष:यदि आप पहले से ही किन्हीं परेशानियों से घिरे हुए नहीं हैं तो सब ठीक रहेगा लेकिन यदि पहले से ही कुछ परेशानियाँ हैं तो संयम और समझदारी से उनसे निकलने की कोशिश करें। यद्यपि आर्थिक मामलों के लिए समय ठीक रहेगा फिर भी स्वजनों से विवाद सम्भव है। अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखें। कोई भी जोखिम भरा काम न करें।

वृष: यह समय आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है, कड़ी मेहनत करने के बाद ही आपको इच्छित फलों की प्राप्ति हो पाएगी। जीवन के अन्य पहलुओं में भी कुछ कठिनाई रह सकती है। व्यर्थ के विवादों और कानूनी मामलों में उलझने से आपको बचना चाहिए। चिंता व क्लेश से बचें और स्वास्थ्य का ख़याल रखें।

मिथुन: लाभ भाव में उपस्थित सूर्य लाभ देगा लेकिन आपको किसी गलत माध्यम से मिलने वाले फायदे की लालच से बचना चाहिए अन्यथा मान सम्मान को हानि पहुंच सकती है। क्रोध की अधिकता रह सकती है। धन संबंधी मामलों में भी सावधानी ज़रूरी होगी।

कर्क: सुख-संपत्ति की प्राप्ति होगी। ऐश्वर्य और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा लेकिन किसी भी तरह के विवाद से बचना होगा। ख़र्चों पर भी नियंत्रण पाने की कोशिश ज़रूरी होगी। परिवार में सुख, शांति रहेगी। यात्रा से लाभ मिलने की सम्भावनाएं हैं। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।

सिंह: धार्मिक यात्राओं का अवसर मिलेगा साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। कार्यस्थल पर स्थितियां अनुकूल होगी। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। लेकिन काम धंधे को लेकर की गई लापरवाही पद हानि भी करवा सकती है आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

कन्या: काम धंधें में बेहतरी आएगी। उच्चाधिकारियों से मेल मुलाकात होगी। मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। लेकिन किसी कारण से मानसिक अशांति रह सकती है। परिवार में प्रसन्नता आएगी। भाइयों से सहयोग मिलेगा साथ आर्थिक स्थिति में भी बेहतरी आ सकती है लेकिन स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।

तुला: कामों में रुकावटें आ सकती हैं। अत: यदि आप किसी महत्त्वपूर्ण काम को अंजाम देने जा रहे हैं तो उसे यथासम्भव कम से कम एक महीने तक टालने का प्रयास करें। साथ ही घर-परिवार विशेषकर जीवन साथी को आप अधिक से अधिक वक्त देने का प्रयास करें। वाहन सावधानी से चलाएँ । बेवजह निराशा को मन में न लाएं।

वृश्चिक: समय अच्छा रहेगा। सोच हुए कार्य पूर्ण हो जाएंगे। महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात फलदायी होगी। लेकिन संतान को कुछ कष्ट रह सकता है। धन का लाभ होगा लेकिन कुछ ख़र्चे भी हो सकते हैं। अपने घरेलू मामलों को गंभीरता से निपटाएँ। माता के स्वास्थ्य का ख़याल रखें।

धनु: आप अपने कामों को काफी हद तक अंजाम देने में सफल रहेंगे लेकिन कुछ पारिवारिक मामले आपको तनाव दे सकते हैं। यदि आप तनाव देने वाले मूल स्रोत को जानकर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगे तो आपको सफलता भी मिलेगी। आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल है। धार्मिक यात्राओं के भी योग हैं।

मकर: घरेलू जीवन में कुछ समस्याएँ तो रहेंगी लेकिन यदि आप सूर्य उपासना या सूर्य मंत्रों का जप करेंगे तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति भी होगी। आर्थिक मामलों में राहत मिलगी। न्यायालय संबंधी मामलों में विजय मिलेगी। कठिन परिश्रम करने से काम पूरे होंगे।

कुम्भ: आपमें नई ऊर्जा का संचार करेगा। मित्रों और साथियों का सहयोग मिलेगा। कोई बडा काम पूरा हो सकता है। आमदनी के श्रोतों में इज़ाफा होगा। अचानक लाभ में वृद्धि के योग बन रहे हैं। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखें और तनाव मुक्त रहें।

मीन: इस अवधि में आपके काम रुकावटों के बाद ही सही लेकिन पूरेज़रूर होंगे। समस्याओं से निजात मिलेगी। यदि कहीं कुछ धन फ़ंसा हुआ है तो उसकी प्राप्ति हो सकती है लेकिन वाणी में मिठास बहुत ज़रूरी होगी। दांपत्य जीवन में भी बेहतरी आएगी लेकिन नींद में व्यवधान रह सकता है।

अगर उपायों की बात करें तो जिस किसी को भी सूर्य के इस गोचरीय परिवर्तन से कष्ट हो उसे चाहिए कि वह तांबा, गुड, गेहूं व मसूर की दाल का दान करे। साथ ही "ॐ घृणि सूर्याय नम:" मंत्र का जाप करे।

यदि इतने पर भी शांति न मिले तो सूर्य मंत्र का जप कराकर हवन कराएं।

पं हनुमान मिश्रा
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बुध ग्रह का मीन राशि में गोचर (अप्रैल 04, 2014)

बुध अप्रैल 04, 2014, को मीन राशि में प्रवेश कर रहा है। बुध का यह गोचर आपके जीवन में क्या बदलाव लाएगा, आइए जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।


04 अप्रैल, 2014, को बुध मीन राशि में जा रहा है। मीन राशि में बुध नीच का माना जाता है। अत: स्वाभाविक है कि बुध के कारकत्वों वाले क्षेत्रों के लिए यह समय ठीक नहीं होगा। पिछले दिनों से चला आ रहा नेताओं में हाथापाई और मारपीट का सिलसिला भले ही कम हो जाए लेकिन बद्जुबानी में और इजाफ़ा होगा। आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज होगा। कई नेताओं व पार्टियों को अनुशासनहीन होते हुए सहज देखा जा सकेगा। किसी दल या जाने माने नेता पर चुनाव आयोग कार्यवाही भी कर सकता है। बड़बोले नेताओं ने अगर वाणी पर संयम नहीं रखा तो छीछालेदर होना तय है। उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार, पूर्वी पंजाब, हिमाचल प्रदेश आदि में राजनैतिक विवाद अमर्यादित हो सकता है। इन्हीं प्रदेशों में आंधी-तूफ़ान या छुटपुट वर्षा के भी योग हैं।

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हमारी राशियों पर बुध के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा आइए जानते हैं:

मेष:स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण आप परेशान रह सकते हैं। समस्याओं परेशानियों का प्रतिरोध करने की कोशिश करें। पारिवारिक माहौल सौमनस्यपूर्ण नहीं रहेगा। आपका मन अध्यात्म की ओर झुकेगा।

वृष:मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। इच्छा और महत्वाकांक्षाओं की सम्पूर्ति होगी। भाई या घनिष्ठ मित्र के बारे में कोई शुभ समाचार मिलेगा। इस दौरान आपके कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध कायम होंगे।

मिथुन:घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान आप पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। आपको वाहन भी प्राप्त हो सकता है।

कर्क:अपनी बुद्धिमत्ता के कारण आप प्रचुर लाभ पायेंगे। अपने व्यवसाय में आप अच्छा काम करेंगे। यात्रा से भी लाभ प्राप्त करेंगे। प्रभावशाली वाणी होने के कारण लोगों से आप अपनी बात मनवा सकेंगे।

सिंह:आपको बहुत मेहनत करनी पड़ेगी क्योंकि काम का बोझ बहुत रहेगा। छोटी छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ने की संभावना है। पारिवारिक जीवन में भी आप तनावग्रस्त रह सकते हैं। बेकार की यात्राओं से बचें।

कन्या:इस अवधि में आपका व्यापार या व्यवसाय बढ़ेगा और चमकेगा। स्त्री वर्ग से आपके क्षेत्र में सहायता मिलेगी। सुखद यात्रा की भी संभावना है। लाभप्रद सौदा करेंगे और आपके भागीदार व सहयोगी आपको अपना बेहतर सहयोग देंगे।

तुला:स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां रह सकती हैं। विरोधी प्रतिष्ठा बिगाड़ने की चेष्टा करेंगे। नौकरी के हालात में सुधार होगा । वाणी पर नियंत्रण रखें और कटु न बोलें। जहां तक संभव हो यात्रा से बचें।

वृश्चिक:इस अवधि में आप अपनी बौद्धिक क्षमता के कारण प्रचुर सम्मान प्राप्त करेंगे। नये उद्यम में सफलता मिलेगी। यह समय प्रणय और रोमान्स के लिये भी अच्छा है। पारिवारिक सुख बढ़ा चढ़ा रहेगा। मित्रों से सहयोग मिलेगा।

धनु:इस अवधि में आपकी व्यवसायिक योग्यता विकसित होगी। आप बहुत सलीके से काम करेंगे। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। माता पिता से संबंध मधुर रहेंगे। आप विलास सामग्री पर व्यय कर सकते हैं।

मकर:भाई बहिनों से सहायता मिलेगी। छोटी यात्राएं अच्छा फल प्रदान करेंगी। पुराने दोस्तों से मुलाकात होगी। अगर आप प्रकाशन या ऐजेन्सी के काम से सम्बंधित हैं तो शुभ परिणाम सामने आयेंगे। कलात्मक क्षमता में भी विकास होगा।

कुम्भ:इस अवधि में आप काफी प्रसिद्ध रहेंगे। परिवार के सदस्यों का आपके प्रति बहुत अच्छा बर्ताव रहेगा। आर्थिक रूप से भी समय अच्छा रहेगा। गूढ़ विज्ञान में भी आपकी रूचि बढे़गी।

मीन:इस अवधि में दुविधा की स्थिति से आपको कई बार दो चार होना पड़ सकता है। यद्यपि मान सम्मान बढ़ने के योग हैं लेकिन कोई गलत कदम बेइज्जती भी करवा सकता है अत: संयमित आचरण करें।पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा। स्वास्थ्य का खयाल रखें।

पं हनुमान मिश्रा
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साप्ताहिक राशिफल (24 मार्च से 30 मार्च 2014)

Saptahik Rashifal of Mesh
मेष:सप्ताह की शुरूआत अनुकूलता लेकर आएगा। आप धर्म या समाज के कामों से जुड़ेंगे। सप्ताह के मध्य भाग में आप अपने कामों में सफ़ल होंगे। आपके मान सम्मान में इज़ाफ़ा होगा। आर्थिक मामलों के लिए भी समय शुभ है। कई तरह के लाभ मिलने के भी योगा योग हैं। प्रेम प्रसंग व दाम्पत्य जीवन के लिए समय अनुकूल है। जबकि सप्ताहांत में अनावश्यक ख़र्चे सामने आ सकते हैं अत: उन पर नियंत्रण रखें।

वृषभ:सप्ताह की शुरुआत में अधिक अनुकूल परिणाम पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। आर्थिक मामलों में सावधानी से काम लेना होगा। हालांकि सप्ताह का मध्य भाग अनुकूल रहेगा। इस समय की गई यात्राएँ फ़ायदेमंद रहेंगी। कामों में सफ़लता मिलेगी। पिछले दिनों में की गई मेहनत का फल मिलने के अच्छे योग हैं। सप्ताह के अंतिम दिनों में लाभप्रद सौदे हाथ लग सकते हैं।

मिथुन:यह सप्ताह आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। इस सप्ताह की शुरुआत में वैवाहिक जीवन को लेकर चिंतन करने की आवश्यकता रहेगी। साथ ही साझेदारी के कामों को भी सावधानी से निबटाने की ज़रूरत रहेगी। सप्ताह के मध्य भाग में भी सावधानी से काम लेना होगा। क्रोध और चिड़चिड़ेपन से बचना होगा, हालांकि सप्ताहांत अनुकूल परिणाम देने वाला रहेगा।

कर्क:सप्ताह की शुरुआत उत्साहवर्धक रहेगी। आपकी योजनाओं को सफ़लता मिलेगी। यानी आपकी मेहनत रंग लाएगी। सप्ताह के मध्य में आप कहीं घूमने फिरने के लिए जा सकते हैं। यदि विवाहित हैं तो जीवनसाथी के साथ सुखद समय बिताने के अच्छे योग हैं। दैनिक रोज़गार के मामलों में भी सुधार होगा। सप्ताहांत में सावधानी आपेक्षित है, विशेषकर वाहन संयम से चलाएँ।

सिंह:सप्ताह की शुरुआत में आप अपनी या संतान की शिक्षा को लेकर कुछ हद तक चिंतित रह सकते हैं। स्वजनों पर क्रोध करने से बचें। यदि पहले से कोई मनमुटाव रहा हो तो विवाद को और बढ़ने से रोकना ही फ़ायदेमंद रहेगा। सप्ताह का मध्य भाग अनुकूल रहेगा। किसी आनंददायी काम से जुड़ाव या सुखद यात्रा सम्भव है। सप्ताहांत में विवादास्पद घटनाक्रम से बचें और सावधानी से आचरण करें।

कन्या: सप्ताह की शुरुआत कुछ कठिनाई भरी रह सकती है। कुछ घरेलू सामनों में ख़राबी आ सकती है अथवा घरेलू समस्याओं को लेकर मन व्यथित रह सकता है। इस समय मित्रों और भाइयों से विवाद करना उचित नहीं रहेगा साथ ही वाहन आदि सावधानी पूर्वक चलाना उचित रहेगा। हालांकि सप्ताह मध्य बेहतर रहेगा। इस समय आपको कामों में सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत में आनंददायी समय बीतेगा।

तुला: इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। इस समय छोटी मोटी यात्राएँ भी सम्भव हैं। लेकिन जोश में होश खोने से इस समय बचना होगा। बेहतर होगा इस समय जो भी बोलें बहुत सोच समझ कर बोलें। सप्ताह मध्य में आप घर गृहस्थ जीवन को लेकर कुछ चिंताएँ रह सकती हैं। हालांकि ये बड़ी चिंताएँ नहीं होंगी। लेकिन सप्ताहांत आपके लिए अच्छा रहेगा।

वृश्चिक:सप्ताह मिश्रित फलदायी रहेगा। इस समय आपको अपने क्रोध और अपनी वाणी पर संयम रखना होगा। आर्थिक मामलों में भी संयम से काम लेना ही उचित रहेगा। हालांकि आमदनी निरंतर बनी हुई है इसलिए बजट बिगड़ेगा नहीं। सप्ताह मध्य में कुछ लाभदायक यात्राएँ सम्भव है। सप्ताहांत में कुछ चिंताएँ सम्भव हैं, हालांकि प्रेम प्रसंगों के लिए सप्ताहांत शुभ रहेगा।

धनु: सप्ताह सामान्य तौर पर अनुकूल है। आपको सुख सुविधाओं का लाभ मिलेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। लेकिन क्रोध करने से बचना ज़रूरी होगा साथ ही दूर की यात्राओं को करने से पहले उससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान पर विचार-विमर्श ज़रूरी होगा। सप्ताह मध्य में अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सप्ताह के अंतिम दिनों में आप मनोरंजन के लिए कहीं घूमने जा सकते हैं।

मकर:सप्ताह सामान्यत: अच्छा रहेगा लेकिन सप्ताह के शुरुआत में ख़र्चों पर अंकुश लगाना ज़रूरी होगा। इस समय स्वास्थ्य चिंतन भी ज़रूरी होगा। किसी चिंता के कारण मन परेशान रह सकता है या नींद में व्यवधान रह सकता है। सप्ताह के मध्य में शुभ समाचार मिल सकता है। सप्ताहांत में कामों में सफ़लता व मनोरंजक कार्यकलाप सम्भव है। इस समय कोई छोटी यात्रा भी सम्भव है।

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कुम्भ
: सप्ताह के शुरुआत में चन्द्रमा लाभ देने का संकेत कर रहा है। अत: पहले किए गए कामों से फ़ायदा मिल सकता है अथवा आपकी आमदनी में इज़ाफ़ा हो सकता है। कहीं से अचानक धन लाभ या उपहार मिल सकता है। लेकिन सप्ताह मध्य में ख़र्चों पर नियंत्रण रखना होगा। अधिक जोश में आकर किसी काम में लग जाने से पहले उसके बारे में जांच लें। सप्ताहांत में परिस्थितियां आपके पक्ष में होगीं।

मीन: सप्ताह की शुरुआत में अनुकूल परिणाम मिलेंगे। कार्यों में आपको सफ़लता के योग हैं। आपके कामों की प्रशंसा होगी। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। लेकिन सप्ताह के मध्य में ग्रह लाभ देने का संकेत कर रहे हैं। इस समय धन और स्वास्थ्य का ख़याल ज़रूरी होगा। हालांकि सप्ताहांत आते-आते परिस्थितियाँ नियंत्रण में होंगी और सुफल मिलने लगेंगे।

पं. हनुमान मिश्रा
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ज्योतिष क्विज़ 13: क्या है जातिका का मृतक से संबंध?

मित्रों, हम आपके लिए लाये हैं एस्ट्रोसेज क्विज़ का भाग 13। भाग लीजिए और आज़माइए अपनी क़िस्मत; शायद इस बार विजेता का ख़िताब आपके सर की शोभा बढ़ाये। और हाँ, अपना नाम देखना मत भूलिएगा एस्ट्रोसेज क्विज़ हॉल ऑफ़ फ़ेम में।


एस्ट्रोसेज ऐस्ट्रोलॉजी क्विज़ आज अपने अगले पड़ाव पर पहुँच चुकी है। ये एस्ट्रोसेज ऐस्ट्रोलॉजी क्विज 13 है। इस बार का सवाल है -

14 फ़रवरी 2014 को जातिका के किसी नज़दीकी रिश्तेदार की मृत्यु हुई थी। जातिका का उससे क्या रिश्ता था? कारण सहित बताइए!!

उत्तर विकल्प:

(A) माँ
(B) नानी
(C) सास
(D) बहन

कुण्डली के पुरे विवरण के लिए यहाँ क्लिक करें - ज्योतिष क्विज़ 13 सवाल

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भाग लेने से पहले, कृपया हमारे नियम और शर्तें ध्यान से पढ़े। विवरण के साथ दिए गए सही जवाब को ही विजेता माना जाएगा। विजेता को मिलेगा एस्ट्रोसेज कि तरफ़ से तोहफ़ा।

सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों का नाम “एस्ट्रोसेज क्विज़ हॉल ऑफ़ फ़ेम” में सम्मिलित किया जाएगा।
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सफलता और समृद्धि के योग

आएँ, ज्योतिषी पुनीत पाण्डे के साथ सीखें ज्योतिष सिर्फ़ २ मिनट में। अब आप ज्योतिष और भी आसानी से सीख सकते हैं, क्योंकि हम आपको ज्योतिष सीखने की एक शृंखला दे रहे हैं । आज का विषय है ‘सफलता और समृद्धि के योग ’।

आप इस पाठ की वीडियो नीचे देख सकते हैं-


नमस्‍कार। किसी कुण्‍डली में क्‍या संभावनाएं हैं यानि कि कुण्‍डली वाला व्‍यक्ति जीवन में किन उंचाइयों को छूएगा यह ज्‍योतिष में योगों से देखा जाता है। भारतीय ज्‍योतिष में हजारों योगों के बारे में बताया गया है लेकिन मैं एक आसान तरीका बताता हूँ जिसके द्वारा आप कुण्‍डली देखते ही अंदाज लगा सकते हैं कि व्‍यक्ति की जीवन में क्‍या स्थिति रहेगी - व्‍यक्ति प्रधानमंत्री बनेगा या भिखारी। व्‍यक्ति बिल गेट्स या सचिन तेण्‍डुलकर बन सकता है कि नहीं।

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किसी कुण्‍डली की संभावना इन चार बातों से पता लगाई जा सकती है

1- लग्‍न की शक्ति
2- चन्‍द्र की शक्ति
3- सूर्य की शक्ति
4- दशम भाव की शक्ति

किसी ग्रह की स्थिति देखने के लिए 15 नियम पहले ही बता चुका हूँ। अगर लग्‍नेश, चंद्र राशि का स्‍वामी, सूर्य राशि का स्‍वामी, और दसवें भाव का स्‍वामी 15 नियम के हिसाब से शुभ हो तो कुण्‍डली की संभावना बढ़ेगी।

साथ ही हमें लग्‍न यानि पहला भाव, चंद्र राशि वाला भाव, सूर्य राशि वाला भाव, और दशम राशि वाला भाव भी देखना पड़ेगा। जब किसी भाव को देखना हो तो 15 में से चार बातों का विशेष ध्‍यान रखें -

1. भाव में शुभ ग्रह होने से भाव को बल मिलता है।
2. भाव पर शुभ ग्रहों की दृष्टि भी भाव का बल बढ़ाती है।
3. भाव पर भावेश की दृष्टि से भी भाव को बल मिलता है।
4. भाव के दौनों ओर शुभ ग्रह होने से भी भाव का बल बढ़ता है।

इसके विपरीत अशुभ ग्रह होने पर भाव का फल घटता है। यानि भाव में पाप ग्रह, भाव पर पाप ग्रहों की दृष्टि, दौनों तरफ यानि कि अगले और पिछले भाव में पाप ग्रह, भाव को नुकसान पहुंचाते हैं।

यह चार नियम भाव को देखने के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण हैं और इसे कभी न भूलें। यानि कि भाव का बल इन चार नियमों से देखें और भावेश का बल पहले बताए हुए 15 नियमों से देखें। इसके नियम के आधार पर लग्‍न, चंद्र, सूर्य और दशम की स्थिति देखकर आप किसी भी कुण्‍डली वाले व्‍यक्ति की जीवन स्थिति आसानी से पता लगा सकेंगे। इस वीडियो में इतना ही, धन्‍यवाद।

पुनीत पाण्डे

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जिन्दगी में रंग भरने का त्यौहार है होली

होली २०१४ में आपके जीवन में रंग भर देगा। आईए देखें कि 2014 में होली के दिन क्य किया जाए। हर रंग का अपना मह्त्त्व होता है। जानिए रंगों का मह्त्त्व इस लेख के ज़रिए।






जिस प्रकार ऋतुओं का राजा कहे जाने वाली बसंत ऋतु आनंददायी होती है, ठीक उसी तरह इस ऋतु में मनाया जाने वाला त्यौहार होली भी जीवन में विशेष आनंद घोल जाता है। और त्यौहार आता भी तो ऋतुराज बसंत में ही है। आपको पता ही होगा कि बसंत को ऋतुओं का राजा कहा ही इसीलिए गया है क्योंकि इस समय पंचतत्त्व अपना प्रकोप छोड़कर सुहावने रूप में प्रकट होते हैं। पंचतत्त्व यानी धरती, जल, अग्नि, आकाश और वायु सभी अपना मोहक रूप दिखाते हैं। इस समय आसमान स्वच्छ होता है, वायु सुहावनी होती है, अग्नि (सूर्य) रुचिकर रहता है तो जल अमृत के समान लगता है और धरती उसका तो कहना ही क्या वह तो मानो साकार सौंदर्य का दर्शन कराने वाली प्रतीत होती है। ठंड के ठिठुरन से निजात मिलने का समय है, बसंत ऋतु इस समय ठंड से ठिठुरे पक्षीगण उड़ने का बहाना ढूंढते हैं वहीं किसान अपनी मेहनत द्वारा पैदा की गई लहलहाती जौ की बालियों और सरसों के फूलों को देखकर फूले नहें समाते। यह समय धनी और निर्धन दोनों को सुख देने वाला कहा गया है क्योंकि इस समय धनी वर्ग जहाँ प्रकृति के नव-सौंदर्य को देखने की लालसा प्रकट करने लगते हैं वहीं निर्धन ठंड की प्रताड़ना से मुक्त होने के सुख की अनुभूति करने लगते हैं।

ठीक इसीप्रकार बसंत ऋतु के समय आने वाले होलिकोत्सव का कहना ही क्या है, यह भारतीय त्यौहारों में से एक प्रमुख त्यौहार है। रंग और उमंग का पर्व है होली। होली का पर्व फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। पूर्णिमा को होली का पूजन व होलिका दहन किया जाता है। इस तिथि को भद्रा के मुख का त्याग कर निशा मुख में होली का पूजन करना चाहिए।

धूलि क्रीड़ा और रंग खेलने की परम्परा क्यों है?


फाल्गुन कृष्ण प्रतिपदा को लोग एक-दूसरे को रंग-गुलाल आदि लगाते हैं। इस अवसर पर रंग या गुलाल का इस्तेमाल कलर थेरेपी का काम करता है जिससे शरीर की विभिन्न कष्टों से रक्षा होती है। इस दिन लोग धूलि क्रीड़ा करते हैं। शहर में कम, किंतु गांवों में यह क्रीड़ा विशेष रूप से होती है। इस समय धूल का यह खेल ऋतु परिवर्तन के कारण होने वाले कष्ट से शरीर की रक्षा के उद्देश्य से खेला जाता है। जीवन में उमंग, आशा, उत्साह आदि के संचार के लिए और नए मौसम के दुष्प्रभाव से बचाव के लिए इन दिनों लोग पानी, रंग, अच्छे खान-पान, गीत-संगीत आदि का आनंद उठाते हैं। होलिका में स्वांग रचने की परंपरा है। गर्ग संहिता के अनुसार भगवान श्री कृष्ण राधाजी के विशेष आग्रह पर होली खेलने के लिए गए। भगवन को इस समय मजाक करने तथा वातावरण को हास्यप्रद बनाने की सूझी, इसलिए वह स्त्री वेश धारण कर राधाजी से मिलने गए। राधाजी को जब पता चला, तो उन्होंने भगवान को कोड़े लगाए। कहा जाता है कि इसी कारण लट्ठ मार होली की परंपरा शुरू हुई। तो ये तो रही परम्पराओं से जुड़ी बातें। आइए अब चर्चा कर ली जाय कि होली के अवसर पर हमें क्या करना चाहिए।

होली के अवसर पर क्या करें?


सबसे पहली बात यह है कि जिस समय होली जलाई जाय तो उसमे जरुर सम्मिलित हों, यदि किसी कारण आप रात में होलीं जलाने के वक्त शामिल न हो पायें तो अगले दिन सुबह सूरज निकलने से पहले जलती हुई होली के निकट जाकर तीन परिक्रमा करें। होली में अनाज की बालियाँ आदि जरुर डालें। परिवार के सभी सदस्यों के पैर के अंगूठे से लेकर हाथ को सिर से ऊपर पूरा ऊँचा करके कच्चा सूत नाप कर होली में डालना भी जीवन में शुभता लाता है। होली की विभूति यानि भस्म घर लायें पुरुष को इस भस्म को मस्तक पर और महिला अपने गले में लगाना चाहिए, इससे एश्वर्य बढ़ता है।

दूसरे दिन होली खेलने की शुरुआत सुबह सुबह सबसे पहले भगवान को रंग चढ़ा कर ही करनी चाहिए। रंग जरुर खेले इस दिन रंग खेलने से मनहूसियत दूर भाग जाती है और जीवन में खुशियों के रंग आते है। यदि आप घर से बाहर जा कर होली नहीं खेलना चाहते हैं तो कोई बात नहीं घर के भीतर ही होली खेल सकते हैं, लेकिन खेलिए जरूर, इससे जीवन की नीरसता दूर होती है। होली के दिन मन में किसी के प्रति शत्रुता का भाव न रखें, इससे साल भर आप शत्रुओं पर विजयी होते रहेंगे। घर आने वाले मेहमानों को सौंफ और मिश्री जरुर खिलायें, इससे प्रेम भाव बढ़ता है।

तो आशा है आप भी इस प्रकार के परम्परागत तरीकों को अपना कर अपनी होली को शुभ बनाएंगे। एस्ट्रोसेज परिवार की ओर से आप सबको “शुभ होली”॥


पं हनुमान मिश्रा
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साप्ताहिक राशिफल (17 मार्च से 23 मार्च 2014)

Saptahik Rashifal of Vrishabha;

मेष:इस सप्ताह की शुरुआत में आपकी योजनाएँ सफल होंगी। आपकी सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। आप उत्साह से भरे रहेंगे। आपका यही उत्साह आपके विरोधियों को धराशायी करता रहेगा। घरेलू जीवन सुखी रहेगा लेकिन निजी जीवन से जुड़े मामलों में सावधानी से काम लेना होगा। सप्ताहांत में संयमित दिनचर्या अपनाना ठीक रहेगा। वाहन आदि सावधानी से चलाना होगा।

वृषभ:सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा। सप्ताह की शुरुआत में घरेलू तनावों से मुक्ति मिलने वाली है। प्रेम प्रसंग के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। आप मौज मस्ती के लिए समय निकाल पाएंगे। सप्ताह मध्य में आपकी मेहनत रंग लाएगी। जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बीतेगा। विरोधियों पर विजय पाने का ये अच्छा मौका है। सप्ताहांत निजी जीवन में संयम से काम लेने का संदेश दे रहा है।

मिथुन:सप्ताह के शुरुआत में आपका उत्साह कुछ घरेलू चिंताओं के चलते कुछ कम हो सकता है। अगर ध्यान से देखें तो इनमें से अधिंकांश चिंताएँ व्यर्थ की ही हैं। यह समय भावुक होकर कोई निर्णय लेने का नहीं है। दिल के साथ-दिमाग का भी सहारा लें। सप्ताह के मध्य में प्रियजनों के मामलों में शीघ्र उत्तेजित होने से बचें। सप्ताह का अंतिम भाग आपके लिए बेहतर रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। कठिनाइयों पर आप आसानी से विजय प्राप्त कर पाएंगे।

कर्क:इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। रुपए पैसों को लेकर चिंतित करने वाले मामलों के निबटने का वक्त आ चुका है। छोटी दूरी की यात्राएँ भी इस अवधि में आप कर सकते हैं। लेकिन अधीनस्थ लोगों या छोटे भाई बहनों से विवाद करने से बचना होगा। सप्ताह के मध्य भाग में आपको कुछ घरेलू चिंताएँ रह सकती हैं। माता पिता को लेकर कुछ सकारात्मक चिंतन ज़रूरी होगा। सप्ताहांत आपके लिए बेहतर परिणाम लिए हुए है।

सिंह:यह सप्ताह आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। मनोरंजन के साथ-साथ अब आप अपने आर्थिक पहलू पर भी ध्यान देने की कोशिश करेंगे। धन स्थान का स्वामी बुध, अस्त और वक्री है अत: इस समय आप बचत करने को लेकर चिंतित भी हो सकते हैं। वाणी पर विशेष संयम रखना होगा, व्यर्थ के ख़र्चों से बचें। सप्ताह का मध्य भाग वैसे आपके लिए अनुकूल रहेगा, अधीनस्थ लोगों और भाई बन्धुओं से नाराज़गी उचित नहीं होगी। सप्ताहांत बेहतर रहेगा।

कन्या:यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। हालाँकि सप्ताह की शुरुआत में संयमित खान पान करना उचित रहेगा। फिर भी आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। कामों में सफलता मिलेगी। सप्ताह के मध्य भाग में सब प्रकार से अनुकूल परिणाम मिलेंगे लेकिन अप्रिय सम्भाषण से आपको बचना होगा। सप्ताह के अंतिम दिनों में मनोरंजन के अवसर मिलेंगे। बहुत सम्भव है कि मनोरंजन को लेकर थोड़ी भाग-दौड़ भी करनी पड़े।

तुला:सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन मानसिक खिन्नता रह सकती है। कुछ ख़र्चे भी बेवजह हो सकते हैं। इस समय नींद में भी कुछ व्यवधान रह सकता है। शुक्र तीसरे भाव में है अत: भाई-बन्धुओं और मित्रों के साथ समय बिताने के मौके मिलेंगे। सप्ताह मध्य में स्वास्थ्य का ख़याल रखना बहुत ज़रूरी होगा। हालांकि सप्ताहांत में बेहतरी आएगी लेकिन कुछ आर्थिक चिंताएँ उस समय भी रह सकती हैं।

वृश्चिक:सप्ताह के शुरुआत में आपकी मेहनत रंग लाती नज़र आएगी। चन्द्रमा लाभ भाव में है अत: आपकी मेहनत का फल मिलने वाला है। लाभ की सम्भावनाएँ मजबूत रहेंगी। लेकिन बेवजह के ख़र्चों और यात्राओं से बचना होगा। इस समय किसी भी यात्रा को करने से पहले उससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान के बारे में जांच ज़रूर कर लें। हालांकि सप्ताहांत में परिस्थितियाँ आपके पक्ष में होंगी।

धनु:सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। मन में धार्मिक भावनाओं को लिए हुए आप अपने कार्यों पर ध्यान देने की सोच रहे हैं। इस समय आप अपनी कार्यशैली में नया प्रयोग कर सकते हैं। आप अधिकांश कार्यों में सफ़ल होंगे। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। लोग आपके कामों की प्रशंसा करेंगे। मित्रों से भी सहयोग मिल सकता है। सप्ताह के अंत में हर मामले में थोड़ी सी सावधानी ज़रूरी होगी।

मकर:सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है, अत: पिछले दिनों जो परेशानियाँ थी वो कम होना शुरू हो जाएंगी। आर्थिक मामलों के लिहाज़ से भी सप्ताह शुभ हैं। इस समय आप धर्म या समाज से जुड़ा कोई कार्य कर सकते हैं। सप्ताह के मध्य भाग में आपके कार्यों को प्रशंसा मिलेगी। आपके काम सफ़ल होंगे। सप्ताहांत में लाभ की प्रबल सम्भावनाएँ हैं।


कुम्भ:सप्ताह की शुरुआत में आपको सावधानी से काम लेने की सलाह है। इस समय स्वास्थ्य कुछ कमज़ोर रह सकता है फलस्वरूप अपने कामों को सही ढ़ंग से करने में आप स्वयं को थका हुआ महसूस कर सकते हैं। सप्ताह का मध्य भाग अनुकूल रहेगा। इस समय आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। सप्ताहांत में कामों में सफ़लता मिलेगी। लाभ के अवसर मजबूत होंगे। लेकिन मित्रों की भावनाओं का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।

मीन:यह सप्ताह मिश्रित फलदायी रहेगा। किसी पुरानी बात को लेकर सहयोगियों से बहस हो सकती है अत: सावधानी से काम लेकर विवादों को टालें। जहां तक हो सके अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें। निजी जीवन में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। कभी आप निजी सम्बंधों को लेकर बहुत भावुक हो जाएंगे तो कभी बहुत कठोर। इसलिए बेहतर होगा अपने पार्टनर के साथ कहीं मनोरंजन के लिए जाएं। सप्ताहांत बेहतर परिणाम देने वाला और परेशानी मुक्त रहेगा।

पं. हनुमान मिश्रा
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होली: राशि के अनुसार रंगों का चुनाव

होली का त्योहार हमारे जीवन में रंग भर देता है। यह समय पुराने विवादों को भुलाकर नयी शुरुआत करने का है। आइये जानें  होली पर, अपनी  राशि के अनुसार रंगों का चुनाव करने परहमारे ज्योतिषी पं. हनुमान मिश्रा के विचार। 



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होली भारतदेश का एकमात्र ऐसा त्योहार है जिसे देश के सभी नागरिक उन्मुक्त भाव और सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाते है। यह एक ऐसा त्योहार है जिसमें भाषा, जाति और धर्म की सभी दीवारें गिर जाती हैं। और बुरा न मानो होली है कह कर हम किसी भी अजनबी को रंगों से सराबोर कर देते है। क्योंकि होली का मतलब ही मस्ती है, जो रंगों की फुहार और अबीर-गुलाल बिना अधूरी है। सही मायने में यही इस त्योहार की विशेषता है। त्योहार का उल्लास बरकरार रहे इसके लिए एहतियात भी जरूरी है। खासकर रंगों के लिहाज से जो रंग आपकी खुशियों को दोगुना करेंगे वही आपकी परेशानी का भी सबब बन सकते है। प्राचीन काल में पलाश के फूलों से तैयार सात्विक रंग अथवा गुलाल, कुमकुम, हल्दी से होली खेली जाती थी। लेकिन आज के परिवर्तन-प्रधान युग में अनेक प्रकार के रासायनिक तत्त्वों से बने पक्के रंगो का, तथा कई स्थानों पर तो वार्निश, आईलपेंट व चमकीले पेंटो का भी होली खेलने में उपयोग किया जाता है। अत: जहाँ तक सम्भव हो हमें प्राकृतिक व सुरक्षित रंगों का प्रयोग करना चाहिए। लेकिन यदि इन सावधानियों के अलावा हम ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखें तो प्रत्येक रंग विशेष का अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। किसी भी राशि के लिए कोई रंग शुभ हो सकता है तो कोई रंग अशुभ। क्या आप जानते हैं कि आपकी राशि के लिए कौन सा रंग शुभ है? तो आइए इस काम में हम आपकी मदद कर देते हैं और आपको बताते हैं कि आपकी राशि के लिए कौन सा रंग शुभ है? साथ ही आपको किस देवी-देवता का दर्शन या पूजन करना चाहिए?

मेष: मेष राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें, भगवान शिव के दर्शन करें। होली खेलने के लिये लाल या पीले रंग या लाल गुलाल का प्रयोग करें।

वृषभ: वृषभ राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें, होली पूजन के बाद कन्या का पूजन करें। होली खेलने के लिए हल्के पीले, नारंगी या जामुनी रंग का प्रयोग करें।

मिथुन: मिथुन राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें, भगवान गणेश के दर्शन करें। होली खेलने के लिए हरे, नारंगी या जामुनी रंग का प्रयोग करें।

कर्क: कर्क राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें एवं शिव परिवार का पूजन करें। होली खेलने के लिए सफेद कपड़े पहने एवं सिर्फ गुलाल से होली खेलें अथवा हल्के नीले या हल्के हरे रंग का प्रयोग करें।

सिंह: सिंह राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें, इसी के साथ भगवान सूर्य की आराधना करें। होली खेलने के लिए लाल, मेहरून, सुनहरा-पीला या नारंगी रंग प्रयोग करें।

कन्या: कन्या राशि वाले जातक होली-पूजन के पश्चात गणेश जी के साथ कुबेर भगवान के दर्शन करें। होली खेलने के लिए टेसू के रंग का प्रयोग करें अथवा नारंगी या जामुनी रंग प्रयोग करें।

तुला: तुला राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें तथा मां दुर्गा का पूजन करें। होली खेलने के लिए लाल, पीले, गुलाबी, गेरुआ या नारंगी रंग का प्रयोग करें।

वृश्चिक: वृश्चिक राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें एवं रिद्धि-सिद्धि सहित गणेश जी का पूजन करें। होली खेलने के लिए गुलाबी, लाल या पीला रंग का प्रयोग करें।

धनु: धनु राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें एवं भगवान दत्तात्रेय (गुरु महाराज) का पूजन करें। होली खेलने के लिए पीले या लाल रंग का प्रयोग करें।

मकर: मकर राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें एवं भगवान राम सहित हनुमान के दर्शन करें। होली खेलने के लिए हल्का गुलाबी, लाल या पीले रंग का प्रयोग करें।

कुंभ: कुंभ राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें एवं भगवान हनुमान का पूजन करें। होली खेलने के लिए हरे, लाल, गुलाबी या सिंदूरी रंग का प्रयोग करें।

मीन: मीन राशि वाले जातक प्रात: होली का पूजन करें एवं गुरु का पूजन करें। होली खेलने के लिए पीले, नारंगी और हरे रंग का प्रयोग करें।

तो आशा है आप अपनी राशि के अनुकूल रंगों का चयन कर न केवल होली का आनंद लेंगे बल्कि सही रंग का चयन कर स्वयं को सौभाग्यशाली भी बनाएंगे। प्रात: काल किस शहर के लोगों को किस समय होली का पूजन करना है यानी आपके शहर या नजदीकी स्थानों के लिए सही मुहूर्त क्या है यह जानने के लिए हमारा लेख “होलिका पूजन मुहूर्त” जरूर पढ़ें।
















पं. हनुमान मिश्रा
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होलिका दहन मुहूर्त: यथासमय देवत्व


होलिका दहन के दिन अच्‍छाई पृथ्वी पर प्रचलित और बुराई एक बार फिर सत्यानाश हो जाता है। होलिका दहन मुहूर्त आपको होलिका दहन प्रदर्शन करने के लिए सही समय बताती है। साथ ही आपको भाग्योन्नति का अवसर भी देती है।




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होलिका-दहन मुहूर्त


होलिका दहन हिंदू धर्म के सबसे प्रमुख त्योहार होली पर्व से एक दिन पूर्व किया जाता है। होलिका दहन का तात्पर्य है बुरे कर्मो का नाश और सत्कर्म की विजय। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन बुराई का प्रतीक राक्षस राज हिरणकश्यपु की बहन होलिका अग्नि की ज्वाला में भस्म हो गई थी और अच्छाई के प्रतीक भक्त प्रहलाद सही सलामत उसी अग्नि की ज्वाला में बच गए थे। इसी विजय की खुशी में प्राचीनकाल से हिन्दू धर्मानुयायियों द्वारा प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भ्रद्रारहित काल में होलिका दहन किया जाता है।
होली पूजन के पश्चात ही होलिका दहन किया जाता है। यह दहन सदैव उस समय किया जाता है जब भद्रा न हो। ऐसी मान्यता है कि भद्रा लग्न में होलिका दहन करने से अशुभ परिणाम आते हैं, देश में विद्रोह, अराजकता आदि का माहौल पैदा होता है। होलिका दहन के समय गेहूँ या अन्य अनाज की बाल को इसमें सेंकना चाहि‌ए। ऐसा माना जाता है कि होलिका दहन के समय बाली सेंककर घर में फैलाने से धन-धान्य में वृद्धि होती है। 

होली का त्यौहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस सालर 16 मार्च 2014 (रविवार) को होलिका दहन और 17 मार्च 2014 (सोमवार) को रंगों वाली होली है।  धार्मिक एवं सामाजिक एकता के पर्व होली के होलिका दहन के लिए हर चौराहे व गली-मोहल्ले में होलिका लगाई जाती है। कंडों व लकड़ियों से बड़ी-बड़ी होली सजाई जाती हैं। लकड़ी और कंडों की होली के साथ घास लगाकर होलिका खड़ी की जाती है। होली जलाने से पूर्व होलिका पूजन की परम्परा है। होलिका पूजन करने के पश्चात ही व्रती भोजन करते हैं।

हिंदू धर्म में अनगिनत मान्यताएं, परंपराएं एवं रीतियां हैं। वैसे तो समय परिवर्तन के साथ-साथ लोगों के विचार व धारणाएं बदलीं, उनके सोचने-समझने का तरीका बदला, परंतु संस्कृति का आधार अपनी जगह आज भी कायम है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी पर्व-त्योहारों को मुहूर्त शुद्धि के अनुसार मनाना शुभ एवं कल्याणकारी है। भद्रा के मुख का त्याग करके निशा मुख में होली का पूजन करना शुभफलदायक सिद्ध होता है। शास्त्रों में भद्रा रहित समय में, प्रदोष काल में होलिका पूजन करने का विधान है। परन्तु आजकल प्रदोष से पूर्व ही मध्याह्न या अपराह्न में ही होलिका पूजन करने की परम्परा है।

इस साल 16 मार्च 2014 को भद्रा प्रात: 10:02 बजे तक है, अत: उसके बाद का समय होलिका का पूजन के लिए शुभ रहेगा। देश के प्रमुख शहरों के लिए होलिका पूजन का समय, लाभ, अमृत व शुभ चौघड़िया तालिका में दी गई हैं।



स्थान
होलिका पूजन मुहूर्त




मध्याह्न में पूजन
अपराह्न में पूजन



से
तक
से
तक
दिल्ली
10:02
12:30
13:59
15:28
मुंम्बई
10:02
12:48
14:17
15:46
कोलकाता
10:02
11:45
13:15
14:44
चेन्नई
10:02
12:18
13:47
15:17
चण्डीगढ़
10:02
12:32
14:01
15:30
शिमला
10:02
12:41
14:10
15:39
जम्मू
10:02
12:39
14:08
15:37
लखनऊ
10:02
12:15
13:44
15:13
गांधीनगर
10:02
12:18
13:47
15:17
जयपुर
10:02
12:36
14:05
15:34
रायपुर
10:02
12:12
13:42
15:11
देहरादून
10:02
12:27
13:56
15:25
भोपाल
10:02
12:29
13:58
15:28
भुवनेश्वर
10:02
11:56
13:25
14:54
पटना
10:02
11:58
13:27
14:56
रांची
10:02
11:58
13:27
14:56
तिरुअंतपुरम
10:02
12:20
13:50
15:19
हैदराबाद
10:02
12:25
13:54
15:24
बेंगलूरू
10:02
12:28
13:58
15:28


उपरोक्त सारणी के माध्यम से आप अपने शहर का होली पूजन मुहूर्त जान पाएंगे। यदि इस सारणी में आपके शहर या गांव का नाम नहीं है तो सारणी में दिया गया जो शहर आपके यहां से सबसे ज्यादा नजदीक हो उस समय में आप भी होली पूजन कर सकते हैं। आपके शहर में होली कब जलाई जानी चाहिए।  इसके लिए हमारा अन्य लेख “होलिका-दहन मुहूर्त” जरूर पढ़ें।

पं हनुमान मिश्रा
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