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निष्ठा, भरोसा , सुरक्षा और गोपनीयता AstroSageMarriage.com के प्रमुख स्तम्भ हैं। एस्ट्रोसेज के लिए हमारे प्रयोगकर्ताओं का स्नेह और विश्वास ही सबसे बड़ा खजाना है। AstroSageMarriage.com वेबसाइट १००% सुरक्षित, विश्वसनीय और उपयोग करने में आसान है। हम जानते हैं कि इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं के लिए निजता और सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण होती है, अतः हमने AstroSageMarriage.com को १००% सुरक्षित बनाने का प्रयास किया है। आपसे सम्बंधित जानकारियाँ और फोटोग्राफ़्स गोपनीय रखे जाते हैं जो आपकी अनुमति मिलने के बाद ही किसी को दिए जाते हैं।

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साप्ताहिक राशिफल (जून ३० से जुलाई ४, 2014) - जानिए आने वाला हफ़्ता कैसा रहेगा


सभी राशियों के लिए जून ३० से जुलाई ४, 2014 तक का साप्ताहिक राशिफल



मेष:

सप्ताह के शुरुआती दिनों में सामान को ख़रीदने या बेचने को लेकर कुछ चिंताएँ सम्भावित हैं। इस समय भावनाओं में बहकर कोई निर्णय लेना या किसी की मदद के लिए लग जाना ठीक नहीं होगा। बेहतर होगा कोई भी काम करने से पहले भली भांति चिंतन-मंथन कर लें। हालांकि सप्ताह का मध्य बेहतर रहेगा। आप मनचाही जगह पर जा सकते हैं या मनचाहा काम कर सकते हैं। सप्ताहांत भी समय से लड़कर चीज़ों को अपने पक्ष में लानें में मददगार होगा।

वृषभ:

इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। इस समय आप स्फ़ूर्तिवान बने रहेंगे। आपका जोश ही आपकी सफलता की कुंजी बनेगा। लेकिन भाई बंधुओं से अच्छे संबंध बनाए रखना होगा। इस समय आप अपने आपको फ़िट रखने के तरीकों को जानना चाहेंगे। सप्ताह के मध्य भाग में आपको कुछ घरेलू चिंताएँ रह सकती हैं। अथवा आप माता पिता को लेकर कुछ चिंतन कर सकते हैं। सप्ताहांत दिली सुकून देने वाला रहेगा।

मिथुन:

यह सप्ताह आपके लिए मिला जुला रहेगा। आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल है। उधार दिए गए पैसे वापस मिल सकते हैं। घर परिवार में सुख शांति रहने के योग हैं। सप्ताह मध्य घूमने फिरने या ऑनलाइन शॉपिंग के लिए अच्छा है। कम दूरी की यात्राएँ भी हो सकती हैं। मित्रों और बंधुओं से सहयोग मिलेगा। सप्ताहांत में लाभदायक यात्राएँ हो सकती हैं। लेकिन इस समय किसी घरेलू व्यक्ति पर गुस्सा करने से बचना होगा।

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कर्क:

सप्ताह सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएँगे। कामों में सफलता मिलेगी। लेकिन स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा। सप्ताह के मध्य भाग में अचानक कुछ ख़र्चे सामने आ सकते हैं। इस समय वाणी में कठोरता लाने से बचें। माँसाहार या मदिरा पान बिल्कुल न करें। सप्ताह कें अंतिम दिनों में आप फ़िल्म देखने जा सकते हैं। मित्रों से मुलाकात भी सम्भव है।

सिंह:

सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन सप्ताह के शुरुआती दिनों में कुछ ख़र्चे बेवजह हो सकते हैं। इस समय नींद में कुछ व्यधान रह सकता है या नींद देर से आ सकती है। अचानक आया कोई बड़ा ख़र्च भी मानसिक खिनत का कारण बन सकता है। लेकिन सप्ताह के मध्य में शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। सप्ताहांत में आपको मनोरंजन का मौका मिलेगा। किसी पारिवारिक मामले को लेकर मन प्रसन्न रह सकता है।

कन्या:

सप्ताह के शुरुआत में लाभ की सम्भावनाएँ मज़बूत रहेंगी। मित्र और सहयोगी लाभ देंगे। आपकी मेहनत का फल मिल जाएगा। किसी रिश्तेदार से मुलाकात सम्भव है। लेकिन सप्ताह के मध्य में बेवज़ह के ख़र्चों से बचना होगा। इस अवधि में किसी भी यात्रा से पहले उससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान के बारे में सोच लें। सप्ताहांत में परिस्थितियाँ आपके पक्ष में होगीं फ़िर भी संयम से काम लेने की आवश्यकता रहेगी।

तुला:

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। आपको अधिकांश कार्यों में सफलता मिलेगी। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। ऑफ़िस के लोग भी आपके कामों की प्रसंशा करेंगे। सप्ताह के मध्य में आप अपनी कार्यशैली में नया प्रयोग कर सकते हैं, जिसमें आप काफ़ी हद तक सफल भी रहेंगे। सप्ताहांत में हर मामलें में सावधानी ज़रूरी होगी। दूर की यात्राओं में परेशानी सम्भव है। नींद में भी व्यवधान रह सकता है।

वृश्चिक:

सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। चन्द्रमा नवम भाव में है अत:, इस समय आप धर्म या समाज से जुड़ी किसी किताब का अध्ययन कर सकते हैं अथवा सामाजिक कार्य में समय देंगे। रुपए पैसों के लिहाज से भी सप्ताह शुभ हैं। सप्ताह के मध्य भाग में आपके काम सफल होंगे और आपके कार्यों को प्रसंशा मिलेगी। सप्ताहांत में पिछले दिनों की गई मेहनत का फल मिल जाएगा और मन प्रसन्न रहेगा।

धनु:

सप्ताह की शुरुआत बहुत अनुकूल नहीं कही जाएगी। इस समय स्वास्थ्य कुछ कमज़ोर रह सकता है। अत: आप अपने कामों को सही ढंग से अंजाम नहीं दे पाएंगे। इस समय ख़ान पान पर संयम रखना होगा। सप्ताह का मध्य भाग अनुकूल रहेगा। इस समय आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। धार्मिक मामलों से भी लगाव होगा। सप्ताहांत में कामों में सफलता मिलेगी और मान सम्मान में इज़ाफ़ा होगा।

मकर:

यह सप्ताह मिले जुले फल देने वाला रहेगा। सप्ताह की शुरुआत में दाम्पत्य जीवन सुखी रहेगा। साझेदारी के कामों से भी लाभ मिलेगा। रोज़मर्रा के कामों में भी बेहतरी आने की उम्मीद है। वहीं सप्ताह के मध्य भाग में चीज़ें कुछ अव्यवस्थित होती नज़र आएंगी। इस समय ख़ान पान पर संयम रखें तथा किसी पुरानी बात को लेकर सहयोगियों से बहस न करें। सावधानी से काम लेकर विवादों को टालें। सप्ताहांत बेहतर परिणाम देने वाला रहेगा।

कुम्भ:

इस सप्ताह की शुरुआत में आप के अंदर काम करने के जुनून को देखा जा सकेगा। लेकिन इस जुनून के चलते अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखना बिल्कुल न भूलें। इस समय आप अपने विरोधियों पर हावी रहेगें। आपकी योजनाएँ सफल होंगी। आपकी सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। सप्ताह मध्य में निजी जीवन और व्यक्तिगत संबंधों के लिए भी समय निकालना ज़रूरी होगा। वहीं सप्ताहांत में संयमित दिनचर्या अपनाना ठीक रहेगा।

मीन:

सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा। प्रेम प्रसंग के लिए समय अनुकूल रहेगा। संतान या शिक्षा को लेकर चली आ रही चिंताएँ दूर होंगी। सप्ताह मध्य भी अनुकूल रहेगा। इस समय आपकी मेहनत रंग लाएगी। घरेलू विवादों के सुलझने की उम्मीद है। लेकिन माता पिता के स्वास्थ्य का ख़याल रखना होगा। सप्ताह के अंत में आप जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बिताएंगे।

प. हनुमान मिश्रा
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बुध का कर्क राशि में गोचर के विभिन्न राशियों पर प्रभाव (जुलाई 29, 2014)

बुध ग्रह कर्क राशि में जुलाई 29, 2014 को गोचर कर रहा है। बुद्ध ग्रह का यह गोचर ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यह आप पर निश्चित ही कुछ न कुछ प्रभाव डालेगा। क्या होंगे यह प्रभाव आइये जानते हैं ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।

जानिए बुध ग्रह का कर्क राशि में गोचर के प्रभाव।

ग्रहों का राजकुमार बुध ग्रह 29 जुलाई 2014 को मिथुन राशि से कर्क राशि में जा रहा है। यह खेती-किसानी के लिए एक अच्छा संकेत है। अत:, खेती और उपज अच्छी होगी। लेकिन उत्तरी राज्यों में शासन प्रशासन और अव्यवस्था के कारण प्रजा दु:खी रह सकती है। नेताओं के द्वारा देश और समाज के हित से परे मुद्दों पर बयान बाज़ियाँ होंगी। बुध के गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं।

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मेष:

पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। घर परिवार में कोई शुभ संस्कार भी मनाया जा सकता है। आपकी व्यवसायिक योग्यता विकसित होगी। आप सुखी और प्रसन्न रहेंगे। आप विलास सामग्री पर व्यय करेंगे।

वृष:

काम धंधे में अच्छे परिणाम मिलेंगे। आपकी मेहनत रंग लायेगी। नये लोगों से पुराने दोस्तों से मुलाकात होगी। छोटी यात्राएँ अच्छा फल प्रदान करेंगी। भाई बहिनों से सहायता मिलेगी।

मिथुन:

आर्थिक मामलों के लिए समय अच्छा रहेगा। लोग आपकी बातों से प्रभावित होंगे। परिवार के सदस्यों का आपके प्रति बहुत अच्छा बर्ताव रहेगा। गूढ़ विज्ञान में आपकी रूचि बढ़ेगी। पुराने कर्ज से मुक्ति सम्भव।

कर्क:

आपका सम्मान होगा तथा ख्याति बढ़ेगी। आप अपनी प्रतिभा, योग्यता, और निपुणता के बल पर अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा।

सिंह:

कुछ मानसिक चिंताएँ रह सकती है। खर्चे थोड़े बढ़ सकते हैं। पारिवारिक माहौल कम अनुकूल रह सकता है। अत:, सब प्रकार की जोखिम उठाने की प्रवृति पर नियंत्रण रखें और मन को अध्यात्म की ओर लगाएँ।

कन्या:

बुध के इस गोचर के कारण लम्बी यात्रा की संभावनाएँ बनेंगी। प्रणय संबंध सुधरेंगे। नए मित्र बनेंगे। मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। काम धंधें में उन्नति होगी।

तुला:

पारिवारिक माहौल सुखद रहेगा। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय में भी लाभ व विस्तार के योग है। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों से संबंध में सुधारेंगे।

वृश्चिक:

बुध के इस गोचर के कारण आपकी ख्याति और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आप प्रसिद्ध व्यक्तियों से जुड़ेंगे। अपने व्यवसाय में आप अच्छा काम करेंगे। यात्रा के माध्यम से भी लाभ प्राप्त होगा।

धनु:

आपके लिए बुध आठवें भाव में रहेगा अत:, छोटी छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ने की संभावना है। जल्दबाजी से बचें। अधिक मेहनत के बाद ही कामों सफलता मिल पाएगी। बेकार की यात्राओं से बचें।

मकर:

प्रतिस्पर्धा में सफलता मिलेगी। प्रसिद्धि एवम् सम्मान में इजाफा होगा। व्यापार-व्यवसाय बढ़ेगा। आप लाभप्रद सौदा करेंगे। भागीदार व सहयोगी सहयोग देंगे। सुखद यात्रा की भी संभावना है।

कुम्भ:

आप व्यर्थ के कामों में भी उलझे रहेंगे। पारिवारिक जीवन से तनाव रह सकता है। खर्चे बढ़ सकते हैं। विरोधी परेशान करने की कोशिश करेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। जहाँ तक संभव हो यात्राओं से बचें।

मीन:

मित्र और शुभ चिन्तक पूरा सहारा देंगे। पारिवारिक सुख बढा चढ़ा रहेगा। नये उद्यमों में सफलता मिलेगी। प्रेम प्रसंगों के लिये भी समय अनुकूल है। कोई यादगार यात्रा हो सकती है।

पं. हनुमान मिश्रा

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तुला राशि में मार्गी हो रहे शनि के विभिन्न राशियों पर प्रभाव (जुलाई 21, 2014)

शनि जुलाई 21, 2014 को तुला राशि में मार्गी हो रहा है। ज्योतिष में शनि ग्रह की स्थिति बहुत महत्त्वपूर्ण है, तो शनि का मार्गी होना आपके जीवन में कुछ न कुछ बदलाव ज़रूर लाएगा। आइये शनि के मार्गी होने के प्रभावों के बारे में ज़्यादा जानते हैं ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।

जानिए तुला राशि में मार्गी हो रहे शनि का प्रभाव।

ज्योतिष के अनुसार शनि ग्रह की स्थिति बहुत महत्त्वपूर्ण मानी गई है। यह ग्रह जब भी वक्री या मार्गी होता है तो इसका न केवल प्रकृति पर बल्कि हम सब पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। 21 जुलाई 2014 को शनि ग्रह तुला राशि में वक्री से मार्गी होने जा रहा है। फलस्वरूप कई क्षेत्रों में रुकी हुई वर्षा फिर से शुरु होगी। देश के दक्षिण-पश्चिम इलाकों में अच्छी वर्षा होने के योग बनेंगे। हालांकि कुछ इलाकों में प्राकृतिक आपदाएँ भी सम्भावित हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में भी अच्छी वर्षा के संकेत हैं। महंगाई पर सरकार का अधिक कंट्रोल नहीं रह पाएगा। बीजों के दामों में भी वृद्धि के योग बनेंगे। फ़सलों पर टिड्डियों के आक्रमण होने की संभावनाएँ बन रही है। कुछ प्रदेशों में सत्ता परिवर्तन भी सम्भव है, कुछ नेताओं का वर्तमान पद जा सकता है या बदला जा सकता है। जनता के मध्य धार्मिक भावनाएँ अधिक रहेंगी, धार्मिक आयोजनों की अधिकता रहेगी साथ ही किसी धार्मिक मामले को लेकर जनाक्रोश भी सम्भव है।

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शनि के मार्गी होने से विभिन्न राशियों पर असर:-

मेष:

आपके लिए शनि का मार्गी होना फायदेमंद है। जीवन की मुश्किलें आसान होंगी। कार्यक्षेत्र व दैनिक रोजगार में बेहतरी आएगी। बेरोजगारों को रोज़गार मिलेगा।

उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।

वृषभ:

शनि के मार्गी होने से स्वास्थ्य कुछ ढीला हो सकता है। अत: संयमित दिनचर्या अपनाएँ। घर परिवार के माहौल को शांत रखें। कुछ ऐच्छिक परिवर्तन भी सम्भव हैं।

उपाय: शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएँ व पीपल की सात परिक्रमा करें।

मिथुन:

शनि के मार्गी होने से आपको कुछ फ़ायदे अचानक से मिल सकते हैं अथवा पिछले दिनों जो फ़ायदे होते होते रुक गए थे वो भी मिल जाएंगे। साथ ही वरिष्ठों से प्रसंशा मिलेगी।

उपाय: किसी गरीब व्यक्ति को काला कंबल दान करें।

कर्क:

शनि के मार्गी होने से यदि आप कहीं स्थानांतरण की कोशिश में है तो मनपंसद स्थान पर स्थानांतरण की संभावनाएँ बनेंगी। लेकिन कामों के पूरे होने में कुछ विलम्ब सम्भावित है।

उपाय: किसी गरीब व्यक्ति को काली उड़द की दाल का दान करें।

सिंह:

व्यापार-व्यवसाय में लाभ की उम्मीदें बढ़ेंगी साथ ही प्रसिद्धि भी प्राप्त होगी। संतान की ओर से सहयोग व सुख मिलेगा। साथ ही कोई बडा अनुबंध जो किसी कारण से रुक गया था वो पूरा हो जाएगा।

उपाय: शनिवार को एक कटोरी में सरसों का तेल भरकर अपना चेहरा देखें व तेल का दान करें।

कन्या:

कन्या राशि के लिए पारिवारिक सुख में कुछ कमी रह सकती है। इस समय बड़े आर्थिक निवेशादि से बचना होगा। वाहनादि चलाते समय भी सावधानी ज़रूरी है।

उपाय: हर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी के चरणों पर लगे सिंदूर से माथे पर तिलक लगाएँ।

तुला:

शनि के मार्गी होने से आपको अपने नज़दीकियों का विरोध करने से बचना होगा। साथ ही यह ख़याल भी रखना होगा कि कोई भी ऐसा काम न करें जो आपके अधिकार क्षेत्र से बाहर का हो।

उपाय: हर शनिवार को शनिदेव के दर्शन करें और नीले पुष्प चढ़ाएँ।

वृश्चिक:

वृश्चिक राशि वालों के दैनिक कार्यों में भी बाधाएँ रह सकती हैं। नींद में भी व्यवधान रह सकता है। साथियों एवं परिवार से विरोध भी हो सकता है। खर्चों पर भी नियंत्रण रखने की ज़रूरत रहेगी।

उपाय: उपाय के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ और वृद्धजनों का सम्मान करें।

धनु:

वरिष्ठों व भाइयों से सामंजस्य बनाकर चलना फायदेमंद रहेगा। किसी निवेश एवं कर्ज़ के लेन देन से पहले भली भांति चिंतन मंथन ज़रूरी होगा। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही उचित नहीं रहेगी।

उपाय: प्रति शनिवार को नीले रंग के पुष्प शनिदेव को चढ़ाएँ।

मकर:

आपका मन काम धंधे को लेकर उदास रह सकता है अथवा आप जल्दबाजी के कारण काम बिगाड़ सकते हैं। यदि आप संयमित होकर उचित काम करेंगे तो अनुकूल परिणाम मिल जाएंगे। अजनबियों से सावधान रहें।

उपाय: हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।

कुंभ:

नई योजनाएँ सफल होंगी। किसी विशेष कार्य के हो जाने से हर्ष होगा। स्थानांतरण व तरक्की भी सम्भव है। यदि मौका मिले तो धार्मिक कार्यों में सहभागिता करें व यथा सामर्थ्य गरीबों का सहयोग करें।

उपाय: उपाय के लिए गाय, विशेष कर काली गाय को शनिवार के दिन घास खिलाएँ।

मीन:

मीन राशि वालों को शनि के मार्गी होने से कई मामलों में सावधानियाँ रखनी होंगी। हर काम को संयम से करना होगा। वाहन आदि सावधानी से चलाना होगा। कठोर परिश्रम से काम बनेंगे।

उपाय: शनि देव के निमित्त काली उड़द दाल का दान करना शुभकर रहेगा।

पं. हनुमान मिश्रा
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सूर्य का कर्क राशि में गोचर (जुलाई 16, 2014) - जानिए गोचर के प्रभाव

सूर्य जुलाई 16 2014, को कर्क राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं सूर्य का यह गोचर आपके जीवन में कुछ ना कुछ बदलाव लाने वाला होगा। जानिये सूर्य का कर्क राशि में गोचर और आप के जीवन पर प्रभाव ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।

सूर्य का कर्क राशि में गोचर और उसके प्रभाव।

16 जुलाई 2014 को 21:52 पर सूर्य देव कर्क राशि में जा रहे हैं और ये 17 अगस्त तक इसी राशि में रहेंगे। सूर्य के कर्क राशि में पहुंचने के साथ ही सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायण की ओर चलने लगेंगे। इस संक्रांति को कर्क संक्रांति अथवा श्रावण संक्रांति के नाम से जाना जाता है। सूर्य की इस स्थिति के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरेगी और अपराध का ग्राफ़ कुछ कम होगा। आतंकवादी और नक्सली घटनाओं में भी कमी आने के योग निर्मित होंगे। सत्तारूढ़ दलों पर विपक्षियों के हमले कम होंगे। धरना प्रदर्शन करने वाले लोगों को कोई और काम मिल जाएगा, फलस्वरूप सरकार राहत की साँस ले पाएगी। हालांकि बेतुके बयानों की कुछ घटनाएँ सामने आ सकती हैं। महंगाई में कुछ कमी आएगी। लेकिन चोरी की घटनाएँ बढ़ सकती हैं। किसी बड़े राजनेता को कष्ट या पद त्याग की संभावनाएँ हैं।

इस समय सूर्य कर्क राशि यानी कि जलीय राशि में जा रहा है अत: इस समय अच्छी बारिश होने के योग बन रहे हैं। पर्याप्त वर्षा के कारण इस समय खेती की उपज अच्छी होगी। लेकिन दक्षिण पश्चिमी इलाकों में वर्षा कम हो जाएगी या यूँ कहें कि कुछ दक्षिण पश्चिमी इलाकों में बारिश होना रुक सकती है जिससे फ़सलों के सूखने का भय रहेगा। बाकी अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिश होगी। उत्तरी क्षेत्रों में शांति भंग रह सकती है या यूँ कह सकते हैं कि उत्तरी क्षेत्रों में शासन प्रशासन को कुछ परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। लेकिन पूर्वी क्षेत्रों में सुख, शांति, और समृद्धि के योग बनेंगे। बाज़ार भावों में बीच-बीच में कुछ उतार-चढ़ाव तो रह सकता है लेकिन कुल मिलाकार स्थिति सामान्य बनी रहेगी।

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आइए अब जान लिया जाए कि सूर्य के इस गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा:

मेष:

सूर्य का गोचर इस समय आपके चौथे भाव में है अत:, इस समय कुछ गलत विचार भी आपके दिमाग में आ सकते हैं। कोशिश करें कि आपसे कोई अनैतिक काम न हो जाय। इस समय आपको ऑफ़िस में अधिक काम करना पड़ेगा जिससे आप अपने आपको कुछ थका महसूस कर सकते हैं। इस समय वाहन आदि भी सावधानी से चलाएँ। इस समय माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं। यदि आप कोई ज़मीन या वाहन खरीदने जा रहे हैं तो कुछ दिन और रुक जाएँ।

वृषभ:

सूर्य का गोचर आपके तीसरे भाव में रहेगा अत: इस समय घूमने के मौके मिलेंगे। छोटी यात्राएँ भाग्यशाली सिद्ध होंगी और सुखद रहेंगी। इस समय आप कोई नया फ़ोन खरीद सकते हैं। इस समय आप कोई महंगा और अच्छा फ़ोन खरीदने के मूड में हो सकते हैं। बेहतर होगा कि अपने बजट के अनुसार ही खर्च करें। इस समय घरेलू जीवन में आप सुखी रहेंगे और बहु प्रतीक्षित इच्छाओं की संपूर्ति होगी। इस काल में स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। पारिवारिक मित्रों और रिश्तेदारों से सामाजिक संबंध और अच्छे होंगे।

मिथुन:

सूर्य आपके दूसरे भाव में रहेगा अत: आँखों और मुँह की कोई बीमारी आपको कष्ट दे सकती है। पारिवारिक जीवन भी प्रभावित रह सकता है। आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल नहीं है। इसलिए धन संबंधी मामलों में काफ़ी सचेत रहने की आवश्यकता है। आपके कम्प्यूटर-लैपटॉप या मोबाइल में कुछ तकनीकी ख़राबी आ सकती है, जिस पर कुछ ख़र्चे भी करने पड़ सकते हैं।

कर्क:

सूर्य आपके प्रथम भाव में रहेगा अत: आपमें क्रोध की अधिकता रह सकती है। इस समय बुख़ार या तापमान से सम्बंधित कोई कष्ट आपको मिल सकता है। यदि आप चश्मा लगाते हैं और उसमें बदलाव की सोच रहे हैं तो यह समय इस काम के लिए अच्छा रहेगा। छोटी यात्राएँ भी हो सकती हैं। सार्वजनिक क्षेत्र या सरकार के द्वारा आपको लाभ मिल सकता है। यदि आपने मेहनत की है तो सफलता ज़रूर मिलेगी।

सिंह:

सूर्य आपके द्वादस भाव में है अत: ख़र्चे बढ़े रहेंगे। व्यापार में समझदारी से काम न लेने की स्थिति में नुकसान हो सकता है। क्षणिक उन्माद में कोई काम न करें क्योंकि गलत निर्णय के कारण आपका नुकसान भी हो सकता है। इस दौरान आपको कई बार यात्रा के समय ट्रैफ़िक की परेशानियों से जूझना पड़ सकता है। सट्टेबाज़ी जैसे कामों से भी बचें अन्यथा आर्थिक हानि उठानी पड़ सकती है। मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध मधुर रखें अन्यथा आपस में तनाव पैदा हो सकता है।

कन्या:

सूर्य आपके लाभ भाव में है अत: इस समय के सौदे सफलदायक सिद्ध होंगे। अनुबन्धों और समझौतों से भी आपको प्रचुर लाभ मिलेगा।यदि आपकी वेतन में बढ़ोत्तरी की बात चल रही है तो उसके फ़लीभूत होने के योग मज़बूत हो रहे हैं। आपकी इच्छाएँ व महत्वाकांक्षाएँ पूरी होंगी। आप अपने स्वजनों के साथ कोई ख़रीददारी करने के लिए शॉपिंग मॉल या फ़िर बाज़ार जा सकते हैं। इस समय आप अपने प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बिताएंगे। लम्बी यात्राएँ सुखद व सफलदायक सिद्ध होंगी ।

तुला:

सूर्य का गोचर आपके दशम भाव में है अत: इस अवधि में आप बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त भी रहेंगे। यह समय आपकी कर्मठता का समय सिद्ध होगा। आप व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे। पदोन्नति के लिए भी समय अच्छा है। सब लिहाज़ से यह समय काफ़ी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में आप अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएँ करेंगे।

वृश्चिक:

सूर्य आपके नवम भाव में है अत: इस अवधि में मिले जुले फल मिलेंगे। आप धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करने जा सकते हैं। माता पिता के स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा। नौकरी के लिए आप कोई यात्रा भी कर सकते हैं लेकिन लम्बी यात्राएँ सफलदायक नहीं रहेंगी। साख अच्छी रहने से काम भी खूब मिलेगा। रूपये पैसे के लिहाज़ से भी यह समय अच्छा है। उच्च पद प्रतिष्ठा प्राप्त लोगों से भेंट होगी और उनकी कृपा रहेगी।

धनु:

सूर्य आपके अष्टम भाव में है, यह गोचर की अच्छी स्थिति नहीं मानी गई है है अत: अचानक समस्यायें खड़ी हो सकती हैं। इस समय अनैतिक कार्यों तथा सन्देहास्पद सौदों से बचना होगा। महत्वपूर्ण कागज़ो पर दस्तखत करने से पहले कागज़ अच्छी तरह पढ़ें। इस समय संबंधियों से व्यवहार अच्छा रखने की कोशिश करें साथ ही अपने स्वास्थ्य का ख़याल भी रखें। इस अवधि में कई बार आपको ट्रैफ़िक का सामना तो करना ही पड़ेगा साथ ही वाहन को क्षतिग्रस्त होने से भी बचाना होगा।

मकर:

सूर्य आपके सप्तम भाव में है, यह आपके दैनिक रोज़गार और दाम्पत्य जीवन का भाव है। सूर्य के गोचर को यहाँ पर अच्छा नहीं माना गया है अत: घरेलू मामले विशेषकर जीवन साथी के साथ विवाद करने से बचें। आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त या बीमार भी हो सकते हैं। अत: स्वास्थ्य का ख़याल रखें। इस समय कड़ी मेहनत का अच्छा फल नहीं मिलेगा। व्यवसायिक या व्यापार के साथी नुकसान करेंगे अथवा आपके लिये समस्यायें पैदा कर देंगे।

कुम्भ:

सूर्य का गोचर आपके छठे भाव में है अत: इस अवधि में आप जो भी करेंगे उसमें सफल रहेंगें। काम सफल होगा और नौकरी करने के हालातों में सुधार भी होगा। आपको मान्यता मिलेगी और पदोन्नति भी। विवादों में विजय मिलेगी। समस्याओं का समाधान होता रहेगा। प्रतिष्ठा एवम् पद वृद्धि की संभावना है। सम्मान एवम् साख भी प्राप्त करेंगे। यानी कि लगभग हर लिहाज़ से समय अनुकूल रहने की उम्मीद है।

मीन:

सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में है, यहाँ पर सूर्य के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है अत: बहुत अधिक सोच विचार हानिकर हो सकता है इसलिये इससे बचें। बेहतर होगी कि किसी सम्बंधित जानकार से सलाह ले लें।अचानक यात्रा की संभावना भी हो सकती है। इस अवधि में आप जीवन का बड़े उत्साह और उल्लास से स्वागत तो करेंगे लेकिन प्रणय प्रेम संबंधों के लिये यह समय श्रेयस्कर नहीं है।

पं. हनुमान मिश्रा
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2 मिनट ज्योतिष कोर्स - जानें गोचरफल के ७ रहस्य

आएँ, सीखें ज्योतिष सिर्फ़ २ मिनट में ज्योतिषी पुनीत पाण्डे के साथ। हमारी 2 मिनट ज्योतिष कोर्स की शृंखला द्वारा आप आसानी से ज्योतिष के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं आज हम जिस विषय की चर्चा करने जा रहे हैं वो है ‘गोचरफल के ७ रहस्य’

आप इस पाठ की वीडियो नीचे देख सकते हैं-



Click here to read in English…


दशा के अलावा घटना का समय पता लगाने की एक और पद्धति है ‘गोचर’। गोचर को अंग्रेज़ी में ट्रांज़िट कहते हैं। वर्तमान समय के ग्रहों की स्थिति का जन्‍म कुण्‍डली पर असर देखेने को गोचर कहते हैं। जैसे मान लिजिए की आपका लग्‍न सिंह और राशि कन्‍या है। आजकल शनि तुला राशि में चल रहा है तो ज्‍योतिष की भाषा में यह कहा जाएगा कि शनि सिंह लग्‍न से तीसरे में और कन्‍या राशि से दूसरे में गोचर कर रहा है, क्‍योंकि तुला सिंह से तीसरी और कन्‍या से दूसरी राशि है।

गोचर देखने की अनेक पद्धतियाँ हैं। आज गोचर के बारे में कुछ महत्‍वपूर्ण बातें बताता हूँ, ध्‍यान से सुनें।

  1. जब हमें भाव का प्रभाव देखना है तो हमेशा लग्‍न से गोचर देखें। जैसे अगर आपकी सिंह लग्‍न और कन्‍या राशि हो और शनि तुला में हो तो तीसरे भाव का फल ज़्यादा मिलेगा, क्‍योंकि शनि लग्‍न से तीसरे भाव में है।
  2. अगर यह देखना है कि शुभ फल मिलेगा कि अशुभ तो चंद्र से देखें। सामान्‍य तौर पर पाप ग्रह और चंद्र खुद जन्‍म चंद्र से उपाच्‍य भावों में सबसे बढ़िया फल देते हैं। सभी ग्रहों की चंद्र से गोचर करने पर शुभ और अशुभ स्थिति ब्‍लैक बोर्ड पर देखें और नोट कर लें।

  3. ग्रह शुभ स्थान वेध स्थान
    सूर्य 3, 6, 10, 11 9, 12, 4, 5
    चन्द्र 1, 3, 6, 7, 10, 11 5, 9, 12, 2, 4, 8
    मंगल 3, 6, 11 12, 9, 5
    बुध 2, 4, 6, 8, 10, 11 5, 3, 9, 1, 8, 12
    गुरु 2, 5, 7, 9, 11 12, 4, 3, 10, 8
    शुक्र 1, 2, 3, 4, 5, 8, 9, 11, 12 8, 7, 1, 10, 9, 5, 11, 6, 3
    शनि 3, 6, 11 12, 9, 5

  4. सूर्य, मंगल, गुरु, और शनि का चंद्र से बारहवें भाव पर, आठवें भाव पर और पहले भाव पर गोचर विशेषकर अशुभ होता है। चंद्र से बारहवें, पहले, और दूसरे भाव में शनि के गोचर को साढ़े साती कहा जाता है।
  5. ग्रह न सिर्फ उन भावों का फल देते हैं जहाँ वे लग्‍न से बैठे होते हैं बल्कि उन भावों का भी फल देते हैं जिन जिन भावों को वे देखते हैं।
  6. अगर कोई ग्रह उस राशि में गोचर करे जिसमें वह जन्‍म कुण्‍डली में हो तो अपने फल को बढ़ा देता है।
  7. दशा गोचर से ज़्यादा महत्‍वपूर्ण होती है। अगर किसी फल के बारे में दशा न बताए तो सिर्फ गोचर से फल नहीं मिल सकता। इसलिए बिना दशा देखे सिर्फ गोचर देखकर कभी भविष्‍यवाणि नहीं करनी चाहिए।
  8. अगर दशा प्रारम्‍भ होने के समय गोचर बढ़िया न हो तो दशा से शुभ फल नहीं मिलता।

इन महत्‍वपूर्ण नियमों का अभ्‍यास करें। अगले एपीसोड तक, नमस्‍कार।

पुनीत पाण्डे

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मुफ़्त एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप एंड्रॉइड के लिए

एस्ट्रोसेज द्वारा बनाया गया "कुंडली प्रिडिक्शन्स एंड्रॉइड ऍप” अब गूगल प्ले स्टोर पर मुफ़्त उपलब्ध है। इसके माध्यम से आप अपनी जन्म कुंडली बना सकते हैं, भविष्यफल जान सकते हैं, अपनी जन्म कुंडली क्लाउड पर सुरक्षित रख सकते हैं। ‘कुंडली प्रिडिक्शन एंड्रॉइड ऍप’’ अब आपके लिए मुफ़्त उपलब्ध है।

एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप अब उपलब्ध है एंड्रॉइड के उपभोक्ताओं के लिए।



एंड्रॉइड के उपभोक्ताओं! एस्ट्रोसेज आपके लिए ज्योतिषीय उपयोग हेतु कुछ खास लाया है, जिसे प्रयोग करके आप ख़ुशी से झूम उठेंगे। आईफोन और आईपैड उपभोक्ताओं के लिए बनाया गया हमारा "कुंडली प्रिडिक्शन्स आइओएस ऍप” की ज़बरदस्त सफलता के बाद अब यह "कुंडली प्रिडिक्शन" ऍप हम एंड्रॉइड उपभोक्ताओं के लिए भी लेकर आये हैं। यह ऍप हमारी प्राचीन परम्परा और आधुनिक तकनीक का अद्भुत समावेश लिए हुए है, साथ ही यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओँ में उपलब्ध है। आइये एंड्रॉइड उपभोक्ताओं के लिए बनाये गए इस एस्ट्रोसेज "कुंडली प्रिडिक्शन ऍप" कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं को देखें - 

एस्ट्रोसेज "कुंडली प्रिडिक्शन्स" की कुछ महत्वपूर्ण विशेषतायें -
  1. कुंडली: भारतीय वैदिक ज्योतिष के आधार पर अपनी जन्म कुंडली बनायें।
  2. मंगल दोष/कालसर्प दोष: आपकी कुंडली में मंगल दोष और कालसर्प दोष है या नहीं इसकी जानकारी प्राप्त करें और यदि है तो उसका उपचार भी जानें।
  3. जीवन फल: आपकी चारित्रिक विशेषतायें, आपकी खुशियाँ, आपका करियर, आपका व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन, आपका स्वास्थ्य इत्यादि आपसे सम्बंधित बहुत सारी जानकारियाँ।
  4. के.पी. सिस्टम: कृष्‍णमूर्ति पद्धति, ग्रहों का भाव निर्देशन, भाव कारक ग्रह, शासक ग्रह, ग्रहों और भाव संधियों की सब नक्षत्रांश और सब सब कालांश तक की स्थिति, के.पी. नवीव एवं पुराना अयनांश।
  5. ग्रह स्थिति: अपने जन्म के समय तथा प्रश्न के समय ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण।
  6. रत्न परामर्श : वैदिक ज्योतिष के अनुसार कौन सा रत्न आपके लिए उपयोगकारी है इसकी जानकारी भी आप इसके माध्यम से जान सकते हैं।
  7. गोचर फल: ग्रहों के होने वाले गोचरीय परिवर्तन और उसका आपके जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव एवं उसका उपचार।
  8. हॉररी ज्योतिष: कृष्णमूर्ति पद्धति (के पी सिस्टम) पर आधारित प्रश्न कुंडली।
  9. शनि साढ़े साती: आपके जीवन काल में शनि की साढ़े साती कब-कब आएगी और उसका किस तरह का प्रभाव होगा आपके जीवन पर।
  10. एस्ट्रोसेज क्लाउड स्टोरेज स्पेस: यहाँ आप अपने चार्ट्स और रिपोर्ट्स को सुरक्षित रख सकते हैं और पुनः जब और जहाँ चाहें अपने मोबाइल, टैबलेट या लैपटॉप पर खोल सकते हैं।
  11. विंशोत्तरी महादशा: ग्रहों की महादशा और अन्तर्दशा की आपके जन्म से लेकर पूरे जीवन काल तक की जानकारी।
  12. षोडशवर्ग चार्ट विवरण: सभी १६ चार्ट्स के विस्तृत और सटीक जानकारी।
  13. नक्षत्र रिपोर्ट: आपके नक्षत्रों का आपके जीवन पर पड़ने वाला प्रभाव।
  14. लग्न विवरण: अपने लग्न के अनुसार आपके जीवन का भविष्यफल।
  15. दैनिक / मासिक और वार्षिक भविष्यफल: सिर्फ एक बटन के दबाते ही पाइए अपना सटीक दैनिक /मासिक और वार्षिक भविष्यफल।
  16. जी पी एस सपोर्ट: अपने वर्तमान स्थान अर्थात अक्षांस और देशान्तर के अनुसार कुंडली बनाये, यह प्रश्न कुंडली के लिए अत्यंत ही उपयोगी है।
  17. ग्रह फल: आपके कुंडली में मौजूद सभी ग्रहों की उपस्थिति के अनुसार उनका फल।

ऍप के स्नैपशॉट्स यहाँ देखें:




एस्ट्रोसेज का "कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप" बिल्कुल फ़्री है! यह ऍप आईफोन और आईपैड उपभोक्ताओं के बीच में पहले ही तहलका मचा चुकी है। उम्मीद है एंड्रॉइड के उपभोक्ता भी इसे बेहद पसंद करेंगे। एस्ट्रोसेज द्वारा बनाये गए इस "कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप" को डाउनलोड करें और हमारे लिए अपना अत्यंत ही महत्वपूर्ण सुझाव ज़रूर दें। एस्ट्रोसेज समय-समय पर आपको अपनी ज्योतिष सम्बन्धी नयी-नयी सेवाएँ देने के लिए प्रतिबद्ध है।


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शुक्र का मिथुन राशि में गोचर (जुलाई 13, 2014) - आपके जीवन पर होने वाले प्रभाव

शुक्र जुलाई 13 2014, को मिथुन राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं शुक्र का यह गोचर आपके जीवन में कोई न कोई बदलाव लाने वाला होगा? आइये जाने शुक्र के मिथुन राशि में गोचर के आप के जीवन पर होने वाले प्रभाव ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर और उसके प्रभाव।

13 जुलाई 2014 को 21:12 पर शुक्र वृषभ राशि से मिथुन राशि में जा रहा है। शुक्र ग्रह का यह गोचरीय परिवर्तन उन भारतीय प्रदेशों को विशेष राहत देने वाला रहेगा जो गर्मी से परेशान है, क्योंकि शुक्र के मिथुन राशि में जाने से तेज़ हवाओं के साथ बारिश होने की उम्मीद है। हालांकि यह वर्षा निरंतर तो नहीं रह पाएगी लेकिन गर्मी से राहत दिला कर जाएगी। खाद्यान्नों के दाम बढ़ने की भी उम्मीद है। 


शुक्र के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं-

मेष:

शुक्र के इस गोचर से आपके पराक्रम और आत्मविश्वास में वृद्धि तो होगी, लेकिन यदि आप विवाहित हैं तो किसी और से बात करने का इल्ज़ाम लगाकर जीवनसाथी की नाराज़गी रह सकती है। व्यवसाय में लाभ मिलेगा। निवेश आदि के माध्यम से भी लाभ मिलेगा। फ़िर भी जल्दबाज़ी से काम न लेकर संयम से काम लेना ठीक रहेगा, साथ ही कामों को सावधानी से निबटाना होगा।

वृषभ:

व्यापार व्यवसाय में अच्छे लाभ मिलने के योग मज़बूत होंगे लेकिन खर्चें थोड़ा बढ़ सकते हैं। हो सकता है कि ये खर्चे आप स्वयं पर ही करें। यह गोचर अच्छा ही नहीं बहुत अच्छा परिणाम दे सकता है, यदि आप सौंदर्य प्रसाधनों और दिखावा पसंद चीज़ों पर होने वाले खर्चों पर नियंत्रण पाने की कोशिश करें।

मिथुन: 

शुक्र के इस गोचर के कारण यात्राओं के योग बन सकते हैं। सम्भवत:, ये दूर की यात्राएँ हो सकती हैं। अचानक पैसा मिल सकता है। यदि आपका व्यवसाय पैतृक है, तो उसमें लाभ मिलने के योग हैं। व्यवसाय के संबंध में बाहरी क्षेत्रों से भी लाभ मिलेगा। नौकरी के लिए यह एक अच्छा समय साबित हो सकता है।

कर्क:

शुक्र के इस गोचर के कारण खर्च की अधिकता रह सकती है। इस समय व्यापार में जोखिम भरें निर्णय न लें, अन्यथा नुकसान हो हो सकता है। ज़्यादा मेहनत करेंगे और फल कम मिलेगा। हालांकि दूर की यात्राओं के लिए यह समय अच्छा रहेगा। यदि आप विदेश जाने के लिए प्रयासरत हैं तो यह गोचर लाभकारी हो सकता है।

सिंह:

काम धंधे से लाभ मिलने के योग हैं। पिछले दिनों की गई मेहनत का लाभ अब मिल सकता है। यात्राओं से सोचे हुए कार्यों में लाभ मिलेगा। आर्थिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। साझेदारी से भी धन लाभ हो सकता है। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। प्रॉपर्टी संबंधित कार्य हों या वाहन खरीदना हो इन सब मामलों में लाभ मिलेगा।

कन्या:

भाग्येश शुक्र आपके दशम भाव में रहेगा, अत: आपके रुके हुए कामों के पूरे होने के योग मज़बूत होंगे। यदि यात्राओं के माध्यम से कोई काम बनने की उम्मीद आपने लगा रखी है तो वह ज़रूर पूरी होगी। कोई बड़ा फ़ायदा दिलाने वाला काम भी हाथ लग सकता है। बॉस को अधिक मुँह लगाना ठीक नहीं रहेगा। ऋण से संबंधित कार्य पूरे होने के योग हैं।

तुला:

इस राशि वालों के लिए शुक्र का राशि बदलना शुभ फल देने वाला रहेगा। पिछले दिनों यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त रहे हैं तो अब स्वास्थ्य में सुधार ज़रूर होगा। इस राशि वाले विद्यार्थियों के लिए शुक्र अच्छा फल देने वाला रहेगा। प्रेम विवाह करने के इच्छुक इस राशि के लोगों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा।

वृश्चिक:

इस राशि वालों के लिए समय कम अनुकूल है। हालांकि खर्चे कम रहेंगे लेकिन अचानक से आए किसी खर्चे से आप परेशान हो सकते हैं। किसी को पैसा उधार देने से बचें। भूमि, प्रॉपर्टी के कार्यों में निवेश करने से बचें। योजनाएँ गुप्त रखें नहीं तो सोचे हुए कार्यों के पूरे परिणाम नहीं मिलेंगे। भोग विलास को लेकर संयम ज़रूरी होगा।

धनु:

आपको मेहनत के अनुरूप फल मिलेंगे लेकिन बेवजह किसी से पंगेबाज़ी करना ठीक नहीं रहेगा। मित्रों से सहयोग और प्रसन्नता मिलेगी, साथ ही मित्रों की सहायता से आपके कार्य पूरे होंगे। निजी जीवन के लिए समय शुभ फलदायी रहेगा। जीवनसाथी/प्रियतम/प्रियतमा के साथ सुखद समय बीतेगा। सोचे हुए नए कार्य होंगे और उनका पूरा परिणाम भी मिलेगा।

मकर:

शुक्र का गोचर यहाँ पर अच्छे परिणाम देने में समर्थ नहीं होता, अत: इस अवधि में निजी जीवन में सावधानी की ज़रूरत रहेगी। घरेलू जीवन पर भी ध्यान देने की आवश्यता बनी रहेगी। इस समय आवश्यकता से अधिक जोश दिखाने से बचना होगा। वाणी पर नियन्त्रण रखना भी लाभकारी होगा। शेयर मार्केट से जुड़े लोगों को बड़ी समझदारी से काम लेना होगा।

कुंभ:

पंचम भाव में शुक्र का गोचर आपके लिए अच्छे फल देने वाला रहेगा। प्रेम प्रसंग के चलते मन प्रसन्न रहेगा। संतान या शिक्षा को लेकर यदि कोई परेशानी है तो उसका समाधान मिलने की उम्मीद है। यदि नौकरी परिवर्तन करने जा रहे हैं तो नए कार्यक्षेत्र के बारे में भली-भांति जान लेना ज़रूरी होगा। आर्थिक मामलों में भी समृद्धि आने के योग हैं।

मीन:

आपके लिए समय अनुकूल है ज़मीन ज़ायदाद या वाहन की प्राप्ति के योग बन रहे हैं फिर भी सावधानी पूर्वक निवेश ज़रूरी है। वाहन चलाते समय सावधानी की आवश्यकता रहेगी। हालांकि इस समय कुछ खर्चे हो सकते हैं लेकिन ये खर्चे सार्थक रहेंगे। घरेलू जीवन का आनंद लेने और मनोरंजन करने के लिए भी शुक्र का यह गोचर शुभ है।

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साप्ताहिक राशिफल (जून २३ से जून २९, 2014) - जानिए आने वाला हफ़्ता कैसा रहेगा



सभी राशियों के लिए जून २३ से जून २९ तक का साप्ताहिक राशिफल


मेष

इस सप्ताह घूमने-फिरने का प्रोग्राम बनेगा। हालांकि यह प्रोग्राम दूर का न होकर पास का ही होगा। अपने चाहने वालों के साथ की गई यात्रा सुखद रहेगी। जो लोग अपने काम के लिए यात्रा कर रहे हैं वो काम के साथ मनोरंजन भी कर सकेंगे। इस सप्ताह में आपका कोई नया मित्र भी बन सकता है। साथी का सहयोग मिलेगा लेकिन इस हप्ते आपको किसी बहसबाज़ी में उलझने से बचना होगा।


वृष

यह सप्ताह ख़र्चों से भरा रह सकता है। अत: सावधानी बरतने और ख़र्च पर कंट्रोल करने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। कई बार ऐसे मौके आएगें, जब ख़र्चे ज़रूरत से ज़्यादा हो सकते हैं अत: चतुराई से काम लेकर पैसा बचाएँ। सप्ताह के मध्य में यदि कहीं घूमने या पार्टी में जाना हो तो पूरी तैयारी के साथ जाना शुभ रहेगा। सप्ताहांत में प्रतिद्वंदियों की रणनीति पर ध्यान देना ज़रूरी होगा।

मिथुन:

इस सप्ताह की शुरुआत में आपकी मनोकामनाएँ पूर्ण होंगी। लोग आपकी बात मानेंगे। आपके सहयोगी आपकी मदद के लिए तैयार रहेंगे। वरिष्ठ लोगों का आशिर्वाद और दुलार मिलेगा। उच्चाधिकारी आपके कामों से खुश रहेंगे। सप्ताह मध्य में सावधानी से काम लेना होगा। ख़र्चों पर भी नियंत्रण पाना होगा। जबकि सप्ताहांत बेहतर रहेगा और आप अपने किसी मित्र के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं।

कर्क

सप्ताह की शुरुआत का इशारा यही हैं कि आप अपने अधूरे पड़े कामों को पूरा कर डालें। कोशिश करें कि अपनी एनर्जी का अधिकांश भाग आप अपने ऑफ़िस में ही लगाएँ। इस समय सहयोगियों के साथ नरमी से पेश आएँ। यदि आप बैंक के बचत खाते में कुछ बदलाव करना चाहते हैं तो उसके लिए भी समय अनुकूल है। सप्ताह मध्य में कुछ परेशानियाँ सम्भव हैं लेकिन सप्ताहांत बेहतर जाने वाला है।

सिंह

इस सप्ताह की शुरुआत आपको कुछ जिम्मेदारियाँ दिला सकता है। दूरभाष या ईमेल से कोई कार्यक्षेत्र से सम्बंधित ख़बर मिल सकती है। व्यापार-व्यवसाय से सम्बंधित कोई डील फाइनल हो सकती है। यदि घरेलू जीवन में कुछ उथल-पुथल है तो समस्याओं को निबटाने के लिए सप्ताह मध्य सहायक रहेगा। इस समय प्रियजनों की बात सुनना अच्छा रहेगा। सप्ताह के अंतिम दिनों में ख़र्चों को रोकने की कोशिश करनी होगी।

कन्या

इस सप्ताह की शुरुआत अधिक अनुकूल नहीं है। इस समय आप काफ़ी व्यस्त रहेंगे लेकिन अधिक अनुकूल परिणाम मिलने की सम्भावना कम हैं। हालांकि सप्ताह मध्य में काम बनने शुरू हो रहे हैं। इस समय बिज़नस और प्यार के मामले में इमोशंस को कंट्रोल करने की ज़रूरत है। इस सप्ताह के अन्त में दोस्तों के साथ खुशी से टाइम गुज़रेगा। किए गए कामों के परिणाम मिलेंगे।

तुला

इस सप्ताह के शुरुआती दिनों में किसी पुराने दोस्त से मुलाकात हो सकती है। इस समय सुने सबकी लेकिन करें अपने मन की। सप्ताह के मध्य में घर में किसी से बहस या तकरार न करें। यदि कोई विवाद करे तो उसे शांति से सुनकर चुप रहना बेहतर होगा। क्योंकि सप्ताह के अन्त में परेशानियाँ दूर हो जाएंगी और सब ठीक हो जाएगा। इस समय कोई फ़ायदेमंद सौदा होने की भी संभावना बन रही है।

वृश्चिक

सप्ताह की शुरुआत अनुकूल है। विवादों में विजय मिलेगी। उधार दिए गए पैसे वापस मिल सकते हैं। यदि पैसे से जुड़ी किसी डील को फाइनल करना चाहते हैं तो उसके लिए भी समय ठीक है। घर के आस-पास किसी पार्टी या फंक्शन का प्रोग्राम बन सकता है। दोस्त या प्रेमी आपको कोई सरप्राइज़ दे सकते हैं। लेकिन सप्ताह मध्य का समय अनुकूल नहीं है जबकि सप्ताहांत में चीज़ें फिर से सामान्य हो जाएंगी।

धनु

इस सप्ताह की शुरुआत मौज़-मस्ती के लिए अच्छी रह सकती है। आपको रिलैक्स होने के मौके मिलेंगे। मामला ऑफ़िस का हो या प्यार का, आप अपने दिल की ही सुनेंगे। इस समय आप किसी पसंदीदा जगह पर जा सकते हैं। सप्ताह मध्य में भी आपके उत्साह में वृद्धि होगी। साझेदारी के कामों और निजी जीवन के लिए भी समय अनुकूल है। हालांकि सप्ताहांत में सावधानी की ज़रूरत रहेगी। आर्थिक मामलों में भी सजग रहना होगा।

मकर

सामान्यत: यह सप्ताह अनुकूल रहेगा। लेकिन शुरुआती दिनों में आप कुछ चिंतित या परेशान रह सकते हैं। हालांकि पैसों के लेन-देन के मामले में समय अच्छा है। एक्स्ट्रा पैसा कमाने का मौका मिल सकता है। सप्ताह मध्य में किसी प्रियजन के व्यवहार में कुछ परिवर्तन का अनुभव कर सकते हैं। वहीं सप्ताहांत में कानूनी उलझने सुलझेंगी। और निजी जीवन में ख़ुशहाली रहेगी।

कुम्भ

सप्ताह की शुरुआत अनुकूल रहने वाली है। नज़दीकी यात्राएँ हों या बिज़नस डील इनसे फ़ायदा मिलेगा। जीवनसाथी के साथ रिश्ते सुधरेंगे। सप्ताह के मध्य में अपने परिजनों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। घर की किसी प्रॉब्लम को औरों से न बताएँ। सप्ताह के अंत में अपने विरोधियों को सिर उठाने का मौका न दें। पूरी ऊर्ज़ा के साथ काम करें। सफलता मिलेगी। कर्ज़ का भुगतान करने के लिए भी समय शुभ है।

मीन:

सप्ताह की शुरुआत निजी जीवन विशेषकर जीवनसाथी से हुई ग़लतफ़हमी को दूर करने में सहायक रहेगी। पारिवारिक शांति भी रहेगी। लेकिन आर्थिक मामलों में सावधानी ज़रूरी होगी। सप्ताह मध्य में आपका जोश काबिल-ए-तारीफ़ रहेगा। लेकिन परिवार में किसी छोटे सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर चिंता रह सकती है। सप्ताहांत में प्रेम प्रसंग या शिक्षा से जुड़े मामलों को लेकर मन प्रसन्न रहेगा।

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‘एस्ट्रोसेज कुंडली ३.३’ ऍप - नयी एवं आकर्षक विशेषताओं के साथ

एस्ट्रोसेज कुंडली ऍप ३.३ एस्ट्रोसेज द्वारा एंड्राइड प्लेटफार्म के लिए बनाया गया संशोधित ऍप है, जो अब बाज़ार में निःशुल्क उपलब्ध है! जिससे पूरी ज्योतिष सम्बंधित जानकारी आपकी उँगलियों पर होगी। इससे अब आप अपनी कुंडली बना सकते हैं, अपने पूरे जीवन का भविष्य फल प्राप्त कर सकते हैं, २०१४ का कैलेंडर देख सकते हैं और भी बहुत कुछ, जिसे जानने के लिए कृप्या आगे पढ़ें - 

 एस्ट्रोसेज कुंडली 3.3 ऍप अब उपलब्ध है एंड्राइड के उपभोक्ताओं के लिए।



ज्योतिष की दुनिया की नंबर एक वेबसाइट AstroSage.com द्वारा आपके सबसे चहेते ऍप एस्ट्रोसेज कुंडली का संशोधित वर्ज़न ३.३ अब बाज़ार में उतारा गया है। हमारे उपयोगकर्ताओं के द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर हमने इसके यूज़र इंटरफ़ेस और नेविगेशन सिस्टम में कुछ परिवर्तन किया है, साथ ही दो नयी और आकर्षक विशेषतायें भी दी गयी है - १. चन्द्रमा के आधार पर राशिफल एवं २. वर्ष २०१४ का कैलेंडर। 

हमारा पहले का ऍप एस्ट्रोसेज कुंडली 3.२ भी लगभग सभी विशेषताओं से परिपूर्ण था जैसे कि - भविष्यफल, राशिफल और कुंडली बनाने की सुविधा परन्तु हमारे उपयोगकर्ताओं को कुछ कठिनाइयाँ महसूस हो रहीं थीं जिसे दूर करने का भरपूर प्रयास हमने अपने इस नए संशोधित ऍप ३.३ में किया है।

हमारी पहले की ऍप में जितनी भी विशेषतायें थीं वह सभी इस नए वर्ज़न में हैं और साथ में हैं कुछ बहुत ही नयी, रोचक और महत्वपूर्ण विशेषतायें। आइये विस्तार में जानते हैं इन्हें - 

१. राशिफल: अब आप अपना दैनिक, साप्ताहिक, मासिक एवं वार्षिक राशिफल, साप्ताहिक लव हॉरोस्कोप इत्यादि चन्द्र राशि के आधार पर जान सकते हैं जो हमारी पहले की ऍप में केवल जन्म तारीख़, समय और जन्म - स्थान के आधार पर ही था जिसके कारण वे लोग जो केवल अपनी राशि का नाम जानते थे लेकिन अपनी जन्म तारीख़ इत्यादि नहीं जानते थे वो इस सुविधा से वंचित रह जाते थे, परन्तु अब इस नयी सुविधा के कारण ये सभी लोग भी अपना विस्तृत राशिफल जान पाएंगे जो हमारे विद्वान ज्योतिषियों के द्वारा दिया गया है। 

२. कलैंडर 2014: इस सुविधा के द्वारा आप सभी धर्म और समुदायों के आधार पर २०१४ का कलैंडर देख सकते हैं, इसके साथ - साथ वार्षिक छुट्टियाँ, बैंकों की छुट्टियाँ, राष्ट्रीय छुट्टियाँ, अमेरिका की छुट्टियाँ और भी बहुत कुछ। अब चाहे आप कोई त्यौहार देखना चाहें या छुट्टियाँ यहाँ आपको सबकुछ मिलेगा। 

३. नया और बहुत आसान इंटरफ़ेस: अब इस नए इंटरफ़ेस के माध्यम से आपको होम पेज पर ही लगभग सभी तरह के उपयोग के आइकॉन्स मिल जायेंगे जैसे - कुंडली बनाना, कुंडली मिलान, भविष्यफल, राशिफल, के पी सिस्टम, लाल किताब और भी बहुत कुछ। 

हमारे पहले के उपयोगकर्ताओं को कुछ सुविधाएँ ढूढ़ने में दिक्कतें आ रही थीं, जिन्हें हमने अपने इस नए वर्ज़न में दूर किया है और साथ ही नेविगेशन को भी आसान किया है।


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एस्ट्रोसेज कुंडली ऍप की सभी मुख्य विशेषतायें पहले के ऍप में भी थीं परन्तु इस नए संशोधित वर्ज़न में हमने इसके प्रयोग करने की विधि को आसान बनाया है साथ ही कुछ और आकर्षक सुविधाएँ भी जोड़ी हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि आप इस नए और संशोधित वर्ज़न को बहुत पसंद करेंगे। अब आप हमारी एस्ट्रोसेज कुंडली ऍप ३.३ प्रयोग करें और हमें अपने बहुमूल्य सुझावों से अवगत कराएँ।
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मंगल का तुला राशि में गोचर (जुलाई 14, 2014) - इसके आप पर होने वाले प्रभाव

मंगल जुलाई 14 2014, को तुला राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं मंगल का यह गोचर आपके जीवन में कुछ ना कुछ बदलाव लाने वाला होगा। जानिये मंगल का तुला राशि में गोचर और आप के जीवन पर प्रभाव ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।


जैसा कि हमने एस्ट्रोसेज पर इसी साल जनवरी के अंतिम दिनों में आपके समक्ष मंगल के तुला राशि में गमन के संदर्भ में अपना आलेख रखा था। आशा है आप उसके माध्यम से लाभान्वित हुए होंगे। अब एक बार फिर से मंगल उसी स्थिति में जा रहा है। जी हाँ, भचक्र के तीसरे ग्रह मंगल ने 4 फ़रवरी 2014 की शाम 14:25 पर कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश किया था। 25 मार्च 2014 तक मंगल तुला में ही रहा और इसी रात वक्र गति से पुन: कन्या राशि में प्रवेश कर गया और तब से अभी तक यह कन्या राशि में है।

14 जुलाई को मंगल पुन: तुला राशि में जा रहा है। यहाँ पर मंगल की युति शनि से होने जा रही है। अत: कुछ मामलों में यह समय बहुत ही विध्वंसक रह सकता है। देश में कोई दंगा फ़साद फिर से सिर उठा सकता है। विशेषकर दक्षिण या पश्चिमी राज्य इससे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। यही हाल दक्षिण या पश्चिमी देशों का भी रह सकता है। स्त्रियों पर होने वाले अत्याचार की ख़बरें फिर से ज़ोर पकड़ सकती हैं। ज़बरदस्त राजनीतिक उठा पटक देखने को मिल सकती है। राजनेता न केवल मौखिक आग उगल सकते हैं बल्कि कई जगहों पर कार्यकर्ताओं या नेताओं पर हमले की खबरें भी आ सकती हैं । यह समय किसी वरिष्ठ राजनेता के स्वास्थ्य को बिगाड़ने वाला भी साबित हो सकता है, खाद्यानों में तेज़ी भी देखने को मिल सकती है। लेकिन मंगल के इस परिवर्तन का आपकी राशि पर क्या असर होगा, आइए जानते हैं।


मंगल के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं-

मेष:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली के सातवें भाव में रहेगा। अत: यात्राओं के लिए समय अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य के कारण आप चिन्तित रह सकते हैं। सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। लेकिन न्यायालय से संबंधित समस्याओं के निराकरण होने के योग हैं। किसी निवेश से लाभ हो सकता है और रुका हुआ धन वापस मिल सकता है।

वृषभ:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में छठवें भाव में रहेगा। शत्रु स्वयमेव परेशान रहेंगे। इस अवधि में आप काफ़ी सुखी रहेंगे। प्रचुर लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक वातावरण भी सुखद रहेगा। नौकरी के हालात सुधरेंगे। अड़चनें और बाधाएँ दूर होंगी। लेकिन वाद-विवाद न करें। अदालती मामलों में फँसने से बचें, साथ ही निवेश के मामलों में विशेष सावधानी रखें।

मिथुन:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में पाँचवे भाव में रहेगा। अत: मंगल के कारण आर्थिक परेशानियों का निपटारा होने की सम्भावनाएँ हैं। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। यह समय आपकी उलझनों को सुलझाने के लिए श्रेष्ठ है। लेकिन स्वास्थ्य एवम् पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी पैदा हो सकती है। प्रेम प्रसंगों में किसी भी प्रकार की ज़िद ठीक नहीं रहेगी।

कर्क:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में चौथे भाव में रहेगा। अत: घर-परिवार तथा मित्रों का सहयोग तो मिलेगा लेकिन इन्हीं मामलों को लेकर चिंताएँ भी रहेंगी। इन मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही उचित नहीं रहेगी। परोपकार के बदले कुछ परेशानी देखनी पड़ सकती है। ख़र्चे भी अधिक रह सकते हैं। फिर भी किसी बड़े कार्य को करने में आप सफ़ल हो सकते हैं।

सिंह:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में तीसरे भाव में रहेगा। अत: यात्राएँ सफ़लतादायक रहेंगी। संचार माध्यमों के शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नया कारोबार मिलने की संभावनाएँ हैं। आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलेगी। नई योजनाएँ प्राप्त होने की संभावनाएँ हैं। विरोधी आपका सामना भी नहीं कर पायेंगे। प्रयत्नों में सफ़लता सुनिश्चित रहेगी। आपका जोश व आत्मविश्वास बेहतर रहेगा।

कन्या:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दूसरे भाव में रहेगा। अत: आर्थिक लाभ के लिये यह समय अच्छा नहीं है। परिवार के सदस्यों के कारण तनाव पैदा हो सकता हैं। कोई बड़ा बदलाव होने की संभावनाएँ काफ़ी कम हैं। छोटी-छोटी बातों से बड़े विवाद हो सकते हैं, अत: वाणी पर नियंत्रण रखें। शांति और धैर्य के साथ कार्य करते रहें। अष्टम में मंगल के प्रभाव के कारण वाहन आदि सावधानी से चलाना होगा।

तुला:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में प्रथम भाव में रहेगा। अत: यह समय आपके लिए सावधान रहने का है। कुछ उलझनें सामने आ सकती हैं। स्वास्थ्य भी कमज़ोर रह सकता है। चोट लगने का भय रहेगा। जोखिम उठाने या सट्टेबाज़ी के लिये यह समय ठीक नहीं है। दूसरों के कार्यों में दख़ल देने से भी बचना ज़रूरी होगा। किसी नए काम से जुड़ने या कार्य विस्तार के लिए यह बहुत उचित समय नहीं है।

वृश्चिक:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में बारहवें भाव में रहेगा। अत: इस अवधि में हमेशा सावधान रहना ज़रूरी होगा। दूर की यात्राओं से बचें। विवादों और मुक़दमेबाज़ी से भी बचना होगा। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा। इस समय बेकार के ख़र्चे आपको परेशान कर सकते हैं। आमदनी के स्रोत कमज़ोर रह सकते हैं। संतान की ओर से कुछ समस्या भी हो सकती है।

धनु:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में रहेगा। अत: मित्रों और सहयोगियों से आपको लाभ मिलेगा। रुके काम बनेंगे और स्थाई संपत्ति की प्राप्ति होगी। बहु प्रतीक्षित इच्छाओं और आंकाक्षाओं की पूर्ति होगी और लम्बी यात्राएँ सफ़लतादायक रहेंगी। नए वाहनों की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। लेकिन वाणी पर संयम रखते हुए प्रियजनों से विवाद से बचना होगा।

मकर:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दसवें भाव में रहेगा। अत: आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। ज़मीन एवं कोर्ट संबंधी मामलों में सफ़लता मिलेगी। व्यापार का विस्तार होगा। नवीन व्यापार प्रारंभ होने के योग बन रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों को कुशलता से झेलने के लिये आपमें प्रचुर आत्मविश्वास रहेगा। लेकिन क्रोध व वरिष्ठों से बेवजह उलझने से स्वयं को बचाना होगा।

कुम्भ:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में नौवें भाव में रहेगा। अत: आमदनी बढ़ेगी और आय के नये स्रोत प्राप्त होंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएँ सफ़लतादायक सिद्ध होंगी। आर्थिक परेशानियों का हल मिलेगा। ज़मीन-जायदाद के मामलों में विशेष सफ़लता मिलेगी। लेकिन पिता व गुरुजनों से मतभेद करने से स्वयं को बचाना होगा। साथ ही इनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतन जरूरी होगा।

मीन:
मंगल का गोचर आपकी कुंडली में आठवें भाव में रहेगा। मंगल की यह ग्रह स्थिति आपकी संपत्ति से संबंधित समस्याओं का हल करवाएगी। लेकिन परिवार के सदस्यों से संबंध बिगड़ने की संभावना है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा। आपकी भाषा शैली में कठोरता आ सकती है। इस समय वाहन आदि भी सावधानी से चलाना होगा।

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एस्ट्रोलॉजी क्विज़ 16 - जीतिए ईनाम और बनिए ज्योतिष के शहंशाह

नया एस्ट्रोसेज एस्ट्रोलॉजी क्विज़ एक बार फिर आ गया है आपके लिए, एस्ट्रोसेज एस्ट्रोलॉजी क्विज १६ के रूप में । अपनी ज्योतिषीय क्षमताओं को परखें और हाँ, एस्ट्रोलॉजी क्विज १५ का जवाब देखना भी ना भूलें


एस्ट्रोलॉजी एस्ट्रोसेज क्विज़ एक अच्छा तरीका है एस्ट्रोलॉजी सीखने का

एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी अपने अगले चरण की ओर अग्रसर हो चुकी है। आज एस्ट्रोसेज ज्योतिषप्रश्नोत्तरी संख्या 16 आपके समक्ष है। 

एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 16 का प्रश्न यह है:

18 मई 2014 से 16 जून 2014 के बीच जातिका किस रोग से ग्रस्त रही? कारण सहित बताएं!!

उत्तर विकल्प:

A) आंखों की तकलीफ
B) सिर में दर्द
C) मस्तिष्क ज्वर
D) पेट में अल्सर 

जन्म विवरण:

  • लिंग: स्त्री 
  • जन्म तिथि: 12 नवंबर 1991 
  • जन्म समय: 03:50 
  • जन्म स्थान: लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत
  • देशांतर: 80:55 पूर्व
  • अक्षांश: 26:51 उत्तर

सम्पूर्ण जानकारी आप यहां से प्राप्त कर सकते हैं: AstroSage Astrology Quiz 16 Question

कृपया भाग लेने से पहले, 'हमारे नियम और शर्तों ' को अच्छी तरह से (प्रश्न के अंत में उल्लेख किया है) पढ़ लें। कारण सहित दिए गए सही उत्तर वाले व्यक्ति को विजेता के रूप में विचार किया जाएगा और उन में से किसी एक को एस्ट्रोसेज के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।

सभी विजेताओं के नाम AstroSage Hall Of Fame में पंजीकृत हैं !

आइए अब हमारी पिछली प्रश्नोत्तरी के बारे में बात कर ली जाय। 

एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी 15 का प्रश्न था: नवम्बर 21, 2013 को जातिका ने पहली बार जॉब ज्वाइन की, यह जॉब किस क्षेत्र से सम्बंधित हो सकती है? कारण सहित बताएं!!

उत्तर विकल्प:

A) बैंक
B) शिक्षण संस्थान
C) कॉल सेंटर
D) अस्पताल

सही उत्तर: (A) बैंक

हालांकि हमें बहुत सारे सही उत्तर मिले, परन्तु हमें एक विजेता का नाम बताना होता है, जिन्होंने सटीक उत्तर दिया हो. इस बार के विजेता का नाम है "सैन शिनॉय". बाकी सभी सही उत्तर देने वाले प्रतियोगियों के बारे में और सही उत्तर जानने के लिए नीचे दिए लिंक पर जाएँ:

एस्ट्रोसेज ज्योतिष क्विज़ १५ का परिणाम

एस्ट्रोसेज अपने विजेताओं के नाम को विशेष रूप से दर्शाता है। इसके अलावा यदि आपकी प्रोफाइल हमारे "एस्ट्रोसेज ऑनलाइन एस्ट्रोलोजर डायरेक्टरी" में है तो उसे भी हम आपके नाम के साथ जोड़ देते हैं। "एस्ट्रोसेज ऑनलाइन एस्ट्रोलोजर डायरेक्टरी" अपने तरह की पहली डायरेक्टरी है जिससे किसी भी एस्ट्रोलोजर के बारे में कहीं से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यदि आप अपने को यहाँ रजिस्टर करते हैं तो लोंगो को आप से संपर्क करना बहुत आसान हो जायेगा।
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मुफ़्त एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप iPhone और iPad के लिए

एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप अब मुफ़्त उपलब्ध है iTunes पर। अतः iPhone और iPad के उपभोक्ताओं के लिए पूरी ज्योतिषीय गणनाएँ और भविष्यफल अब केवल एक क्लिक की दूरी पर है। अपनी कुंडली स्वयं बनायें और अपने ज्योतिषी खुद बनें। जानें क्या है इस कमाल की ऍप के अंदर!

एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप अब उपलब्ध है iPhone और iPad के उपभोक्ताओं के लिए।

फ्री डाउनलोड करें - कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप- iPhone & iPad के लिए


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एस्ट्रोसेज का एक और नया क्रान्तिकारी कदम - हम लाये हैं आपके iPhones और iPads के लिए फ्री कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप (Kundali Predictions App)। इस ऍप के माध्यम से हम अपनी परंपरा और आधुनिकता का समावेश करने में सफल हुए। यह ऍप अंग्रेजी के अलावा हिंदी भाषा में भी उपलब्ध है। आइये इस एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं पर एक नज़र डालें -

एस्ट्रोसेज की कुंडली "प्रिडिक्शन्स एॅप" की विशेषतायें:

  • कुंडली: भारतीय ज्योतिष के आधार पर अपनी विस्तृत जन्म पत्रिका बनायें। अधिक जानकारी के लिए देखें चित्र १
  • दैनिक/ मासिक/ जीवन काल का भविष्य फल: अब आप अपनी व्यक्तिगत जन्मकुंडली स्वयं बना सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें चित्र २।
  • जीवन फल: इसमे आप जान सकते हैं अपनी चारित्रिक विशेषतायें, अपनी खुशियाँ, अपना जीवन जीने का तरीका, अपना कार्य क्षेत्र, अपना व्यवसाय, स्वास्थ्य और रोग, अपनी आदतें और शौक, प्यार, आर्थिक स्थिति, तथा और भी बहुत कुछ के बारे में। अधिक जानकारी के लिए देखें चित्र ३।
  • गोचर फल: इसमे आप ग्रहों के राशि परिवर्तन का आपके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को जान सकते हैं। यह राशि फल नहीं, बल्कि जब ग्रह एक राशि को छोड़कर दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो उसका आपके वर्तमान जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव को बताता है। यह फल सभी नवग्रहों अर्थात सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, और केतु सभी के राशि परिवर्तन से होने वाले प्रभाव के लिए है।
  • प्रश्न ज्योतिष: कृष्णमूर्ति पद्धति पर आधारति प्रश्न कुंडली (के.पी. सिस्टम या के पी एस्ट्रोलॉजी)।
  • एस्ट्रोसेज क्लाउड स्टोरेज: अब आप अपने सभी चार्ट को एस्ट्रोसेज क्लाउड में संग्रहित कर सकते हैं, जिससे की जब आप चाहें अपने मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप या इंटरनेट द्वारा पुनः प्रयोग कर सकते हैं।
  • ग्रह स्थिति: यहाँ से आप अपने जन्म के समय या अपने प्रश्न के समय ग्रहों की स्थिति को जान सकते हैं।
  • विंशोत्तरी महादशा: इसमें आप अपने जन्म से लेकर पूरे जीवन काल में ग्रहों की दशा और उनका प्रभाव जान सकते हैं ।
  • षोडसवर्ग सारणी: सभी १६ प्रकार की सारणियाँ भी आप इसके माध्यम से देख सकते हैं।
  • के.पी. सिस्टम: कृष्‍णमूर्ति पद्धति, ग्रहों का भाव निर्देशन, भाव कारक ग्रह, शासक ग्रह, ग्रहों और भाव संधियों की सब नक्षत्रांश और सब सब कालांश तक की स्थिति, के.पी. नवीव एवं पुराना अयनांश।
  • मंगल दोष / कालसर्प दोष: मंगल दोष और कालसर्प दोष आपकी कुंडली में है या नहीं, यह आप अब स्वयं जान सकते हैं और साथ ही उसका उपचार भी। अधिक जानकारी के लिए देखें चित्र ५।
  • रत्न: आपके लिए कौन सा रत्न भाग्यशाली है और कौन सा नहीं यह भी आप वैदिक ज्योतिष के अनुसार स्वयं जाने।
  • नक्षत्र रिपोर्ट: नक्षत्रों के अनुसार कैसा है आपका जीवन चक्र ये भी अब आप स्वयं जान सकते हैं।
  • लग्न: यहाँ से आप अपने लग्न के अनुसार विवरण भी जान सकते हैं।
  • शनि साढ़े साती: आपके जीवन काल में शनि की साढ़े साती कब-कब आएगी और उसका आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा यह भी आप जान सकते हैं।
  • जी.पी.एस सपोर्ट: किसी की भी कुंडली उसके वर्तमान स्थान के अनुसार बनाने की सुविधा। प्रश्‍न ज्योतिष के लिए यह बहुत ही उपयोगी है।
  • ग्रहों के अनुसार भविष्यफल: आपकी कुंडली में सभी ग्रहों का भविष्यफल उनके स्थान के अनुसार।





एस्ट्रोसेज आपको बेहतर ज्योतिषीय सेवाएँ देने के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। हमारे फ्री ऍप्स के माध्यम से ज्योतिषीय विज्ञान का अधिक से अधिक लोग लाभ उठा सकें, यही हमारा प्रयास है। एस्ट्रोसेज कुंडली प्रिडिक्शन्स ऍप पूरी तरह से फ्री है। अतः आप अपना थोड़ा सा समय निकालकर इसका प्रयोग करें और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए इसका लाभ उठायें। हमें उम्मीद है की यह आपके लिए अत्यंत उपयोगी होगा।

एस्ट्रोसेज के द्वारा लाये जाने वाले नए-नए उत्पादों के बारे में हम आपको समय-समय पर सूचना देते रहेंगे।
धन्यवाद - आपका समय शुभ हो।

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बृहस्पति का कर्क राशि में गोचर: क्या होंगे जीवन पर प्रभाव?

19 जून, 2014 को बृहस्पति कर्क राशि में प्रवेश करने वाला है। यह गोचर 14 जुलाई, 2015 तक बृहस्पति इसी राशि में रहेगा। बृहस्पति को नवग्रहों में सबसे शुभ ग्रह माना गया है। इस गोचर के परिवर्तन से आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं।

Guru Ka Karka Rashi Mein Gochar 2014 Mein, Badal Dega Aapka Jeevan.

ज्‍योतिषीय ग्रंथों के अनुसार बृहस्पति को नवग्रहों में सबसे शुभ ग्रह माना गया है। शायद इसका कारण यह भी है कि गोचर में अधिकांश समय बृहस्पति की स्थिति लोगों के लिए शुभ ही बनी रहती है। सामान्यत: बृहस्पति ग्रह लोगों के लिए कष्टकारी नहीं होता। ऊपर से जब बृहस्पति अपनी उच्चावस्था यानी कि कर्क राशि में हो तो लोगों को और भी शुभफल देता है। 19 जून 2014 को देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में प्रवेश करने वाला है और यह 14 जुलाई 2015 तक इसी राशि में रहेगा। बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन से आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं। सबसे पहले चर्चा मेष राशि की-


मेष: देवगुरु बृहस्पति के इस राशि परिवर्तन के कारण आपको सुख सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने का मौका मिलने वाला है। नई गाड़ी या फ़िर नए घर में रहने का मौका मिलने वाला है, यानी कि यदि आप इस वर्ष कोई जमीन जायदाद खरीदने के मूड में हैं या फ़िर घर या वाहन खरीदने की सोच रहें है तो यकीन माने आपकी कोशिश जरूर रंग लाएगी। घरेलू जीवन की जिन परेशानियों से आप दुखी हो चुके थे उनसे निजात मिलने का समय आ चुका है। यानी कि घर परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। आपको न केवल आम के आम बल्कि गुठलियों के दाम भी मिलने वाले हैं यानि कि इस गोचर की वजह से न केवल आप बड़े अधिकारियों और शक्ति सम्पन्न व्यक्तियों के सम्पर्क में आएंगे बल्कि आपके मान सम्मान में इजाफ़ा भी होगा। और यदि आप नौकरी या व्यापार में कुछ बदलाव लाने की सोच रहे हैं तो यकीन मानें आपकी मेहनत न केवल रंग लाएगी बल्कि तरक्की भी दिलाएगी। अब ऐसा भी नहीं कि इतनी सारी खुशियां मिलने के कारण आप ईश्वर को भूल जाएंगे इस गोचर की वजह से आप धार्मिकता भी अपनाएंगे। इसके बाबजूद भी आगर आप किसी भी प्रकार के कष्ट का अनुभव करते हैं तो अपने चरित्र को पवित्र बनाए रखते हुए मंदिर में जाकर चने की दाल का दान करें। सब मंगल होगा। अब बात वृष राशि की।


वृषभ: बृहस्पति का गोचर आपके तीसरे भाव में हो रहा है तो आपके भीतर एक नए आत्मविश्वास, नई ऊर्जा का होना लाजमी है। और क्योंकि यहा ऊर्जा बृहस्पति के द्वारा दी जा रही है अत: आप कुछ ऐसे काम करेंगे कि लोग, वाह वाह कर उठेंगे। आपका सामाजिक दायरा तो बढ़ेगा ही साथ ही प्रचुर मात्रा में मान सम्मान भी मिलने वाला है। और यदि आप कहीं घूमने फिरने की सोच रहे है या फिर कुछ छोटी दूरी की यात्राएं करने की सोच रहे हैं तो जरूर कीजिए उनसे आपका मनोरंजन तो होगा ही कुछ काम भी बनेंगे। यानी पीजा के साथ कोल्ड्रिंक मुफ़्त जैसी बात होगी। लेकिन हकीकत में आपको पीजा और कोल्ड्रिंक जैसी चीजों से करना होगा परहेज अन्यथा सेहत हो सकती है कमजोर। आप घर परिवार को लेकर कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहेंगे। वैवाहिक जीवन की बात करें तो वैवाहिक जीवन सुखद रहने के सुंदर संयोग हैं। सहयोगियों और भागीदारों से भी सहयोग मिलेगा। बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलता रहेगा। कष्ट की स्थिति में देवी दुर्गा की पूजा करें और कन्याओं अर्थात छोटी लड़कियों को मिठाई और फल देते हुए उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। सब मंगल होगा। आइए, अब चर्चा कर ली जाय मिथुन राशि की।

मिथुन: बृहस्पति का यह गोचर आपके धन संचय के लिए बहुत अनुकूल रहेगा। आप खूब धन इकट्ठा करेंगे साथ ही आप घर परिवार के हित में खर्चे भी करेंगे। इस साल परिवार में कोई शुभ कृत्य सम्भव हैं। यानी आप बैंड बाजा बारात के लिए तैयार रहें। परिवार में किलकारियां गूंजने के योगायोग भी प्रतीत हो रहे हैं। और एक बात और वो है कि मैं कहीं कवी न बन जाऊं तेरे प्यार में ऐ कवीता जी जिनकी उमर किशोरावस्था की है वो प्यार में पड़ के कवी बन सकते हैं और जो मैच्योर हैं वो भी कला और साहित्य के प्रति रुचि ले सकते हैं। इस गोचर के कारण आपकी लोकप्रियता में भी इजाफ़ा होगा। इसी के कारण आप विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर अपने क्षेत्र में बेहतर करते नजर आएंगे। इसके बाद भी यदि कोई कष्ट हो तो पुजारी को पीले कपड़ों का दान करें। सब मंगल होगा। अब बारी है कर्क राशि की।

कर्क: देव गुरु बृहस्पति आपकें लग्न भाव में आ रहे हैं अत: आपका दिमाग पूरी तरह चैतन्य और सकारात्मक सोच वाला रहेगा। यानि की आप पूरे पंडित बनने वाले हैं। यहां पंडित का मतलब किसी जाति से नहीं ज्ञानी बाबा से है। तो ज्ञानी बाबा जी आपकी योग्यता का और विकास होने वाला है और अपनी योग्यता के कारण आप विपरीत परिस्थितियों का सामना करने में समर्थ होंगे। आपका मन प्रसन्न रहेगा। और मन चंगा तो कठौती में गंगा। और गंगा का मतलब सब पवित्तर कर देंगे। यानी कि घर परिवार में पहले की अपेक्षा अधिक सुख शांति आएगी। साथ ही परिवार में कोई शुभ संस्कार भी हो सकता है। इस गोचर के कारण आपकी आमदनी बढ़ने के योग मजबूत हो रहे हैं। उच्चाधिकारियों से आपके सम्बंध सुधरेंगे। नौकरी में तरक्की भी सम्भव है। इस गोचर के कारण आपके स्वभाव में दार्शनिकता का भाव भी जागेगा। फिर भी कष्ट हो तो गायों की सेवा करें और अछूतों की मदद करें। सब मंगल होगा। अब बात सिंह राशि की।

सिंह: क्योंकि बारहवें भाव में बृहस्पति के गोचर को अधिक अनुकूल नहीं कहा गया है अत: यह गोचर आपके लिए आपके त्रिकोण यानी कि पंचम भाव का स्वामी होने के बावजूद भी बृहस्पति आपका अधिक फ़ेवर नहीं कर पाएगा। और यही कारण है कि आपके मन में कुछ असुरक्षा की भावना रह सकती है। लेकिन याद रखें कि मन के हारे हार है और मन के जीते जीत। तो अगर आपको जीतना है तो मन में आ रही असुरक्षा की भावना को अपने होशयुक्त जोश के माध्यम से दूर भगाएं, जीत आपकी होगी। फ़ालतू कामों में न उलझें और सही दिशा का चयन सावधानी पूर्वक करें। विरोधियों के षडयंत्र को पहचाने और समस्याओं का डट कर सामना करें। ईश्वर की शरण में जाएं, क्योंकि दुश्मन क्या मारेगा जब दोस्त हो ऊपर वाला। और साथ ही साथ जहां तक सम्भव हो बेकार की यात्राओं से बचें। आर्थिक, सामाजिक और निजी सभी मामलों में संयम से काम लें। कष्ट की स्थिति में साधुओं और गुरुओं की सेवा करें। सब मंगल होगा। अब बात कन्या राशि की। 

कन्या: बृहस्पति का गोचर आपके लाभ भाव में हो रहा है और ऐसे में मैं आपको यही कहना चाहूंगा कि हाथ कंगन को आरसी क्या और पढ़े लिखे को फ़ारसी क्या। इस गोचर की खुशबू को आप खुद अनुभव कर पाएंगें। इसके कारण आप उत्साह से भरकर कोई नया प्रयास कर सकते हैं जो आपके करिअर को नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। आपके मित्र और भाई बन्धु भी खुशहाल रहेंगे। यदि आप किसी कम्पटीशन में भाग ले रहे हैं तो यकीन मानें सफलता आपके पाले में आती प्रतीत हो रही है। इस अवधि में आपके भीतर दार्शनिकता के भाव जाग सकते हैं। बृहस्पति के इस गोचर के कारण आप कोई साधना आदि करने का विचार भी बना सकते हैं। यानी इस गोचर के कारण आपकी पांचों उगलियां घी में रहने वाली हैं। फ़िर भी यदि कष्ट हो तो में पीपल के पेड़ में जल चढाएं। सब मंगल होगा। अब चर्चा तुला राशि की।

तुला: बृहस्पति का गोचर आपके दशम भाव यानी कि कर्म भाव में हो रहा है। जिससे आपके कर्मों में शुद्धता आएगी। आप अच्छे कर्म करेंगे। और कर्म प्रधान विश्व करि राखा। जो जस करै सो तस फल चाखा। अत: अपने अच्छे कर्मों के कारण बड़ी उपलब्धि पाएंगे। आप आपने व्यापार व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि आप पिछले दिनों से अपने काम धंधें को विस्तार देने की सोच रहे हैं तो आपके सपनों को साकार करने में बृहस्पति का आशिर्वाद आपके कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है। और यदि आप नौकरीपेशा हैं तो भी नौकरी में तरक्की होने के योगायोग मजबूत हो रहे हैं। साथ ही साथ इस गोचर के कारण आपको व्यापार और नौकरी के सिलसिले में घूमने फिरने के खूब मौके मिलेंगे। और आपका पारिवारिक जीवन भी खुशहाल रहेगा। कष्ट की स्थिति में धार्मिक स्थानों में बादाम बाटें। सब मंगल होगा। अब बात भचक्र की आठवीं राशि यानि कि वृश्चिक राशि की।

वृश्चिक: बृहस्पति का गोचर आपके भाग्य स्थान पर हो रहा है यह गोचर अपने पैरों पे खड़े होना का जज्बा देता हैं भाग्योदय में सहायक होता है इसलिए आपके भीतर प्रचुर उत्साह और विश्वास जागेगा, जिसके कारण एक तीर से दो शिकार वाली कहावत को चरितार्थ कर पाएंगे यानि की आप अपने काम धंधे में तो सफलता पाएंगे ही साथ ही साथ आपके सम्मान में भी बढ़ोत्तरी करने के इन्तेजाम कर लेंगे। घर परिवार का माहौल शांत और सुखद रहेगा। घर परिवार में किलकारियों के गूंजने के भी योग दिख रहे हैं। इस गोचर के कारण लम्बी यात्राओं के माध्यम से भी फ़ायदा होता नजर आ रहा है। धर्म स्थान में बृहस्पति के कारण आप किसी धार्मिक या सामाजिक क्षेत्र के मुखिया या संत के सम्पर्क में भी आ सकते हैं और कहा गया है कि बिनु हरि कृपा मिलहिं नहीं संता यानी ईश्वर की कृपा भी आप पर बनी रहेगी। आपका मन योग क्रिया में भी लग सकता है। कष्ट की स्थिति में मांस मदिरा से बचें और बहते पानी में चावल बहाएं। सब मंगल होगा। अब चर्चा धनु राशि की।

धनु: बृहस्पति का गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है और बृहस्पति का अष्टम भाव में गोचर अनुकूल नहीं माना गया है अत: मन कुछ हद तक अशांत रह सकता है। अत: मन को संयमित करें इसके बाद ही किसी भी तरह का प्रयास करें क्योंकि संयमेन कृतो अभ्यास: शीघ्रम सिद्धिम प्रयच्छति। इस अवधि में कुछ हद तक अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। लेकिन बृहस्पति आपका राशि स्वामी है अत: इसके शुभ फल भी आपको मिलेंगे। आपका मन कुछ गूढ़ विद्याओं को जानने और उन पर अमल करने की ओर आकृष्ट हो सकता है। साथ ही कहीं से अचानक धन की प्राप्ति भी हो सकती लेकिन फिर भी इस समय पूंजी निवेश करना ठीक नहीं होगा। क्योंकि एक कहावत है कि गधे को खिलाने से न पुण्य होता न पाप वैसे ही इस निवेश का कोई फायदा नहीं होगा। इस समय किसी भी मामले में किसी और के भरोसे रहना भी ठीक नहीं होगा बल्कि आत्मनिर्भर रहना ही उचित होगा। कष्ट की स्थिति में घी, आलू और कपूर मंदिर में दान करें। सब मंगल होगा। अब बात मकर राशि की।

मकर: बृहस्पति आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहा है और बृहस्पति का सप्तम भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है अत: आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। लेकिन ऐसा कब होगा, भई कर ले सो काम, भज ले सो राम यानी अवसर को पहचान कर काम पर लग जाओ तो निश्चित है काम धंधा बेहतर होगा। यदि आप नौकरी करते हैं तो उसमें तरक्की होने के योग मजबूत हो रहे हैं। घर परिवार का माहौल काफी बेहतर होने वाला है। जीवन में जो भी कठिनाइयां चली आ रही थीं अब उनके जाने का समय आ चुका है। आप की संगति विद्वानों से होने वाली है अत: जीवन में और भी सहजता आएगी। यदि आप विवाह योग्य हैं तो शहनाइयां बजने का समय आ चुका है यानी विवाह होने की सम्भावनाएं प्रबल हो रही हैं। विवाहित लोगों का वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा। आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी साथ ही आपकी प्रसिद्धि के योग प्रबल होंगे। यदि इतने पर भी कष्ट का अनुभव हो तो कष्ट की स्थिति में भगवान शिव की पूजा करें। सब मंगल होगा। अब बात कुम्भ राशि की।

कुम्भ: आपके छठे भाव में बृहस्पति का गोचर इस बात का संकेत कर रहा है कि खरी मजूरी, चोखा काम यानी यदि जिसप्रकार किसी मजदूर को नकद मजदूरी देने पर वह बढिया काम करता है ठीक वैसे ही यदि आप कड़ी मेहनत करेंगें तो आपको अनुकूल परिणाम जरूर मिलेंगे। नौकरी पेशा को और अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। बेहतर होगा कि आप विवादों से दूर रहें और विरोधियों की रणनीति को बारीकी से समझें। हालांकि मुकदमाबाजी और न्यायालयों के मामलों के लिये यह समय अच्छा है। फैसले आपके फेवर में हो सकते हैं। लेकिन फ़िर भी अन्य मामलों में आत्मनिर्भरता जरूरी होगी। यदि कोई ऐसा व्यक्ति आपका हितैषी बनने का दिखावा करे तो उससे सावधान रहें क्योंकि खाल ओढ़ाए सिंग की स्यार सिंह नहीं होय। यानी कि शेर की खाल ओढ़ ले ने सियार शेर नहीं हो जाता अत: बारीकी से जांच कर ही उसे मित्र बनाएं। कष्ट की स्थिति में पुजारी को कपड़े और चंदन भेंट करें। सब मंगल होगा। अब बात भचक्र की अंतिम राशि मीन राशि की।

मीन: देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है अत: बृहस्पति आपको लाभ पहुंचाने का वादा कर रहे हैं। इस कारण आपके घर परिवार में किसी शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। इस समय आपकी प्रज्ञा प्रबल रहेगी और आपका सही निर्णय आपको सफलता दिलाता रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। बेकार के सौदों को आप टका सा जबाब देने के मूड में रहेंगे। सही भी है घड़ी भर की बेशर्मी, दिन भर का आराम। यदि आप नौकरी पेशा हैं तो नौकरी में सुखद परिवर्तन सम्भव है या आपने परिवर्तन नहीं किया तो प्रमोसन हो सकता है यानी चिट भी आपकी और पट भी आपकी। आपके मित्र व हितैषी आपका पूरा सहयोग करेंगे। इस गोचर के कारण धार्मिकक्रिया कलापों से आपका जुड़ाव होगा और आपका सामाजिक दायरा बढे़गा। कष्ट की स्थिति में पुजारियों और साधुओं की सेवा करें। सब मंगल होगा।

आशा है बृहस्पति के गोचर के फल और उपायों को जानकर आप लाभान्वित जरूर होंगे, ईश्वर सबका भला करे। 

नमस्कार!

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राहु का कन्या राशि में गोचर (जुलाई 12, 2014) - जानिए गोचर के प्रभाव

राहु जुलाई 12 2014, को कन्या राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं यह गोचर आपके जीवन में क्या क्या बदलाव लाएगा? जानिये राहु का कन्या राशि में गोचर और आप के जीवन पर प्रभाव ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।

राहु का कन्या राशि में गोचर और उसके प्रभाव।

राहु मायावी विद्याओं तथा मायावी शक्तियों का कारक ग्रह माना गया है। राहु एक छाया ग्रह है जो मनुष्य के शरीर में वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। यह क्षणों में ही भारी लाभ अथवा हानि देने वाला ग्रह माना गया है। राहु 12 जुलाई 2014 को तुला राशि से कन्या राशि में जा रहा है।


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राहु के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं-

मेष:

राहु के कन्या राशि में होने से आर्थिक मामलों में सुधार होने की सम्भावना है। कोई फ़ायदे का सौदा हाथ लगेगा। आपके बॉस आपके कामों से खुश रहेंगे। वरिष्ठ व्यक्तियों से भी लाभ मिलेगा। घर परिवार का माहौल सुखद रहेगा। किसी यात्रा के माध्यम से भी लाभ होगा। आपको आपके प्रयासों में सफलता मिलेगी। नौकरी हो या व्यवसाय, उसमें सुधार होगा।

उपाय: सफ़ाई कर्मचारी को लाल मसूर की दाल का दान करें।

वृषभ:

राहु के कन्या राशि में होने से आपकी सही निर्णय लेने की क्षमता और योग्यता प्रभावित रह सकती है। कुछ लुभावने प्रस्ताव सामने आ सकते हैं। बेहतर होगा उन पर सावधानी से अमल करें। आर्थिक मामलों में कोई जोखिम न उठाएँ। मुकदमेबाज़ी और कानूनी पचड़ों में फंसने से भी स्वयं को बचाएँ। साथ ही साथ खान पान पर भी संयम रखना जरूरी होगा।

उपाय: चांदी का छल्ला पहनें।

मिथुन:

राहु के कन्या राशि में होने से घर परिवार में कुछ परेशानियाँ रह सकती हैं। आपके कुछ प्रयास असफल भी रह सकते हैं जिसके कारण मन में कुछ खिन्नता रह सकती है। आपको अपने भीतर के भय को बाहर निकालना होगा और परिस्थियों का सामना उत्साह पूर्वक करना होगा। मित्रों और सहयोगियों से नाराज़गी न रखें। अपना हर काम सलीके से करने का प्रयत्न करें।

उपाय: कष्ट की स्थिति में माँ सरस्वती की पूजा करें।

कर्क:

राहु के कन्या राशि में होने से आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और आपकी प्रतिष्ठा में भी बढ़ोत्तरी होगी। व्यापार में उन्नति होगी। यदि नौकरी पेशा हैं तो पदोन्नति के अच्छे योग हैं। संचार के माध्यमों से भी उत्साहवर्धक समाचार मिलते रहेंगे। आप ऊर्जावान बने रहेंगे। आप अपने हर काम को बड़े सलीके से करेंगे। घूमने फिरने या मनोरंजक यात्राओं के लिए भी समय ठीक है।

उपाय: आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ रहेगा।

सिंह:

कन्या राशि का राहु आपके लिए अधिक अनुकूल परिणाम नहीं दे पाएगा। कॉम्पीटीटर्स अड़चने लाने का प्रयास कर सकते हैं। इसलिए कोई भी बड़ा काम करने से पहले भली भाँति सोच विचार करना ज़रूरी होगा। स्वास्थ्य को लेकर भी संयमित रहना उचित रहेगा। घरेलू जीवन को लेकर कुछ चिंताएँ रह सकती हैं। आर्थिक मामलों में तो विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता रहेगी।

उपाय: चांदी की ठोस गोली अपने पास रखें।

कन्या:

प्रथम भाव में राहु होने के कारण मन में एक अनजाना भय रह सकता है। इस अवधि में जीवनसाथी या व्यवसायिक भागीदार से संबंधों को मधुर बनाए रखें। बेहतर होगा, यथार्थ पर ही विश्वास करें। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ठीक नहीं होगी। स्त्री वर्ग से संबंधों को न बिगाड़ें। रूपये पैसों के मामलों में कोई शॉर्टकट अपनाने से बचें।

उपाय: बहते पानी में नारियल बहाएँ।

तुला:

राहु के कन्या राशि में होने से घर परिवार या पारिवारिक सदस्यों को लेकर कुछ चिंताएँ रह सकती हैं।

घर या नौकरी में कुछ बदलाव भी सम्भव है। विरोधियों के द्वारा भी मन को व्यथित करने वाली स्थितियाँ निर्मित की जा सकती हैं। आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं। कुछ बेकार की यात्राएँ करनी पड़ सकती हैं। इस अवधि में आत्मनिर्भर रहना और प्रतिष्ठा का ख़याल रखना आवश्यक होगा।

उपाय: अपने वज़न के बराबर लकड़ी का कोयला पानी में बहाएँ।

वृश्चिक:

राहु का कन्या राशि में होना आपके लिए अनुकूल परिणाम लाएगा। आप कुछ नए-नए कामों को करने की योजना बना सकते हैं। आपके मित्रों के द्वारा आपको मदद मिलेगी। पारिवारिक जीवन सुखी रहेगा, साथ ही प्रणय और प्रेम संबंधों के लिये अनुकूलता बनी रहेगी। स्वास्थ्य भी लगभग अनुकूल रहेगा, हाँ कभी-कभार कान का कोई रोग कुछ परेशान कर सकता है।

उपाय: मंदिर में नियमित रूप से जौ का दान करें।

धनु:

राहु के कन्या राशि में होने से आपका साहस और परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता, आपके लिए अनुकूल परिणाम दिलाएगी। आप व्यापार और व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि बेरोज़गार हैं तो रोज़गार मिलेगा। नौकरी में तरक्की होगी। आपका आत्मविश्वास कमाल का रहेगा। वरिष्ठ और सत्ताधारी व्यक्तियों से आपके संबंध बेहतर होंगे। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।

उपाय: अंधे लोगों को खाना खिलाएँ।

मकर:

यद्यपि राहु आपके भाग्य स्थान में है इसलिए आपको मिले जुले परिणाम मिलेंगे। आपको अपने व्यवसाय-व्यापार में अच्छा करने का मौका मिलेगा। आपका आत्मविश्वास आपको सफ़लता दिलाने में सहयोगी बनेगा। लेकिन इस समय आपको ध्यान इस बात का रखना है कि गुरूजनों और माता पिता से आप बहुत अच्छे संबंध रखें। अहंकार से बचें व हमेशा आत्मविश्लेषण करते रहें।

उपाय: माथे पर केसर का तिलक लगाएँ।

कुम्भ:

राहु के कन्या राशि में होने के कारण आपके प्रयासों में कठिनाइयाँ रह सकती हैं। नौकरी पेशा लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जीवन साथी से भी संबंधों को न बिगड़ने दें। समय-समय पर चिकित्सक का मार्गदर्शन प्राप्त करते रहें। हालांकि इस अवधि में आप कुछ अतीन्द्रिय अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

उपाय: चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें।


मीन:

राहु के कन्या राशि में होने से आपके रोज़मर्रा के कामों में भी व्यवधान आ सकते हैं। इस समय आत्मनिर्भरता भी ज़रूरी होगी। घर परिवार के सदस्यों के साथ पूरी तरह से सामंजस्य बिठाकर चलना होगा। जहाँ तक सम्भव हो आप अपने भागीदारों और सहयोगियों से अपने सम्बंध मधुर बनाए रखें।जहां तक हो सके मुकदमेबाज़ी व बेकार की यात्राओं से बचें।

उपाय: बहते पानी में छह जटा सहित नारियल प्रवाहित करें।

प. हनुमान मिश्रा
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