मंगल का राशि परिवर्तन, कई मामलों में हैं नुकसानदेह, क्या होगा देश दुनिया और आप पर असर?

Thursday, March 7, 2013

पंडित हनुमान मिश्रा
4 मार्च की शाम 8:40  पर मंगल ग्रह अपनी वर्तमान राशि कुम्भ को बदलकर मीन में गया है। यह मीन राशि में 12 अप्रैल तक रहेगा। मीन राशि बृहस्पति ग्रह की राशि है। मंगल और बृहस्पति ग्रह आपस में मित्र हैं। मीन राशि में स्थित मंगल अपनी चौथी दृष्टि से मिथुन राशि को देखेगा। सातवीं दृष्टि से कन्या को देखेगा। साथ ही अपनी आठवीं दृष्टि से तुला राशि में स्थित शनि और राहु को देखेगा। इसका विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पडेगा यह जानने से पहले आइए जानते हैं कि इसका प्रकृति और देश दुनिया पर क्या असर पडेगा। मंगल अग्नि तत्त्व का ग्रह है और जल राशि में जा रहा है अत: प्रकृति में जल की मात्रा कम होगी अर्थात गर्मी बढेगी। क्योंकि मीन राशि में स्थित मंगल की दृष्टि राहू और शनि पर होगी अत: इस समय गर्मी बहुत तीव्रता से बढेगी। इसका ज्योतिषीय कारण यह है कि मंगल और राहू जब मिलते हैं तो अंगारक योग का निर्माण होता है, भले ही यहां पर दोनो ग्रहों की युति नहीं हो रही है लेकिन राहू पर मंगल की दृष्टि होने के कारण इस योग का आंशिक फल तो मिलेगा ही। ऊपर से मंगल को आग तो शनि को बारूद का कारक माना गया है यह भी वातावरण में ऊष्णता बढाने का कारण बनेगा। कहने का तात्पर्य यह है कि गर्मी का मौसम है तो गर्मी का बढना तो स्वाभाविक है लेकिन मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन के कारण गर्मी बढने की गति बहुत तीव्र होगी या अस्वभाविक रूप से होगी। यानी इस वर्ष भीषण गर्मी का सामना करने के लिए लोगों को अभी से तैयार रहना चाहिए। मंगल की वक्री शनि पर दृष्टि होने के कारण कुछ जगहों पर ज्वालामुखी फटने या भूकंप की सम्भावनाएं भी हैं। मंगल, राहु और शनि का संबंध किसी बडी आतंकवादी घटना का भी इशारा कर रहा है। यह घटना पूर्वोत्तर या पश्चिमी राज्य या देश में हो सकती है। अत: सरकार को चाहिए कि पूर्वोत्तर या पश्चिमी राज्यों की सुरक्षा पर अधिक ध्यान दे।

सरकारी प्रतिनिधियों की मानसिकता दूषित रहेगी लेकिन इनमें से कुछ लोगों को पदच्युत होना पड सकता है या अपमानित होना पड सकता है। मंहगाई में और बृद्धि होगी। जनता में असंतोष फैलेगा लेकिन भडकाऊ या जोशीले भाषण देने वाले नेताओं का पक्ष मजबूत होगा। जनता उनका समर्थन करेगी। विदेश में निवाश करने वाले लोगों की स्थिति बेहतर होगी।


मीन राशि में मंगल और विभिन्न राशियां:


मेष- मंगल आपके बारहवें भाव में रहेगा। अत: आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखते हुए वाहन इत्यादि सावधानी से चलाना होगा। कर्ज के लेन देन के मामले में सावधानी जरूरी होगी। लेकिन यदि सामर्थ्य हो तो अपना कर्ज चुकता कर सकते हैं। व्यर्थ के विवादों से बचना जरूरी होगा।

वृषभ- मंगल आपके ग्यारहवें भाव में रहेगा। जो आपके लिए फायदेमंद रहेगा। आमदनी के स्रोतों में इजाफा होगा। कामों में सफलता मिलेगी। विवादस्पद मामलों में विजय प्राप्त होगी। नौकरी में तरक्की मिलने के योग हैं। फिर भी अपना काम पूरी मेहनत से करना जरूरी होगा।

मिथुन- मिथुन राशि के लोगों के दशम भाव में मंगल का गोचर एक शुभ संकेत है अत: विवाह योग्य लोगों के विवाह में आ रही रुकावटें दूर होंगी। नए मकान व वाहन मिलने के योग बनेंगे। कामों में सफलता मिलेगी। लेकिन मंगल की चतुर्थ दृष्टि प्रथम भाव में होने के कारण अपने स्वाथ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। वाहन सावधानी से चलाएं।

कर्क- मंगल आपकी राशि से नवम भाव में रहेगा। यदि आप किसी स्थानांतरण के लिए प्रयासरत हैं तो उसमें आपको सफलता मिलेगी। कर्जों से मुक्ति मिलेगी एवं कार्यों का विस्तार होगा। आय प्राप्ति का संघर्ष समाप्त होगा। लेकिन किसी यात्रा में जाना पड सकता है। व्यर्थ के खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

सिंह- इस समय मंगल आपके अष्टम भाव में रहेगा। जो कुछ परेशानियां पैदा कर सकता है। वाहन सावधानी से चलाएं। शारीरिक तापमान बढने से बुखार आदि का भय रहेगा। आपने मान सम्मान का भी खयाल रखें। कुछ अनचाही यात्राओं के योग बन रहे हैं। खर्चें अचानक बढ सकते हैं। कहीं से कर्ज लेना पड सकता है।

कन्या- सप्तम भाव में मंगल का गोचर अनिश्चितता प्रदान करेगा। स्वजनों से विवाद होगा। विशेषकर जीवन साथी से विवाद होने की सम्भावनाएं बन रही हैं। कभी-कभी बिना कारण के मन भयभीत रहेगा। कार्य में अरूचि रहेगी। इस समय किसी से भी सहयोग की आशा रखना ठीक नहीं होगा। पेट की समस्याएं तथा क्रोध का बढ जाना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

तुला- इस समय तुला राशि में शनि और राहु स्थित हैं। इसके साथ मंगल की पूर्ण दृष्टि भी तुला राशि पर बनेगी। हालांकि छठे भाव के मंगल के गोचर को अच्छा फल देने वाला कहा गया है लेकिन ऐसी स्थिति में मंगल आपको अपेक्षित सफलता नहीं दिलाएगा। ऐसे में आपको सभी काम धैर्य पूर्वक करने होंगे। क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा। वाहन आदि सावधानी से चलाएं। आपने स्वास्थ्य का खयाल रखना उचित होगा।

वृश्चिक- आपकी राशि से पंचम भाव में मंगल का गोचर रहेगा। अत: आपके मन में कुछ चिंताएं रहेंगे स्वजनों से कुछ विवाद भी सम्भव है लेकिन यदि आप कर्ज से छुटकारा पाने के लिए प्रयत्नशील है तो आपको कर्ज से छुटकारा मिल जाएगा और कुछ नए कार्यों को करने का मौका भी मिल सकता है। शत्रुओं या विरोधियों से थोडा सा सचेत रहेंगे तो समस्याओं का सामना नहीं करना पडेगा।

धनु- मंगल का गोचर आपके चतुर्थ भाव में रहेगा। जो आपका स्थान परिवर्तन करवा सकता है। अत: आपको अपनी नौकरी आदि को लेकर सावधान रहना होगा। बेवजह किसी से विवाद न करें। जहां तक सम्भव हो खर्चों पर नियंत्रण पाएं। खान-पान पर संयम रखें। संयम पूर्वक कार्य करें। किसी नए काम की शुरुआत से बचें।

मकर- मकर राशि वालों के लिए मंगल का गोचर तृतीय भाव में रहेगा। जो आपको कामों में सफलता दिलाएगा। पिछली समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। कार्य में बदलाव या स्थान परिवर्तन के योग भी बन रहे हैं। आप अपनी समस्याओं को दूर करने में समर्थ होंगे। विवादों में सफलता मिलेगी।

कुंभ- कुंभ राशि के लोगों के लिए द्वितीय भाव का मंगल सामान्यतय: शुभदायक रहेगा। संपर्कों का लाभ मिलेगा। नई लाभदायक स्थिति बनेगी। कार्यों में इजाफा होगा एवं धन लाभ होगा। लेकिन आपको अपनी वाणी पर संयम रखना जरूरी होगा। बेवजह के खर्चों से भी बचना जरूरी होगा।

मीन- अब इस राशि में मंगल के आने से एवं प्रथम भाव के मंगल की वजह से मीन राशि के वो लोग जो विदेश यात्रा के  लिए प्रयत्नशील हैं, उन्हें सफलता मिलेगी। विदेश के माध्यम से लाभ मिलेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे। व्यापार उत्तम रहेगा। दूर जाने के कारण आप अपने आत्मीय जनों से विछोह का अनुभव करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी होगा।

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