मंगल ग्रह का कुंम्भ राशि में गोचर, क्या होगा देश-दुनिया और आप पर असर?

पंडित हनुमान मिश्रा
भचक्र का तीसरा ग्रह, मंगल शुक्रवार, 25 जनवरी 2013 की शाम 6:32 पर मकर राशि से कुम्भ राशि में प्रवेश कर चुका है। इससे पहले तक शनि मकर राशि में था। यद्यपि मकर और कुम्भ दोनो राशियां शनि की ही है लेकिन दोनों के परिणामों में अंतर रहेगा। क्योंकि मकर राशि में मंगल उच्च का होता है इसलिए अभी तक उसके सकारात्मक परिणाम अधिक थे। ऊपर से अभी तक मंगल ग्रह बृहस्पति से देखा जा रहा था। इस कारण से उसके नकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिल रहे थे लेकिन अब वह शनि की मूलत्रिकोण राशि कुम्भ में जा रहा है अत: कई अप्रिय वारदातों से लोगों को दो-चार होना पड सकता है। इस परिवर्तन का राष्ट्र पर कुछ इस प्रकार से प्रभाव पड सकता है। मंगल का गोचर इस समय भारतवर्ष की कुण्डली के दशम भाव में है। अत: नेताओं में वाद-विवाद तेज होगा। सरकार के कुछ कारनामों का विरोध करने के लिए जनता के क्रोध में वृद्धि होगी। मंहगाई भी बढऩे के आसार हैं। अन्य देशों से भारत के संबंधों में भी कुछ परेशानियां आ सकती हैं। सोने एवं चांदी के दामों में अचानक उछाल आ सकता है। दुनिया के पूर्वी भूभाग में भूकंप की छोटी-मोटी घटनाएण हो सकती हैं। यदि दौरान कोई चुनाव या उपचुनाव होता है तो सत्ताधारी दल को नुकसान हो सकता है। लेकिन देश को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के प्रति सरकार का रवैया सख्त हो सकता है। आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों को कडी सजा के प्रति सरकार जागेगी।

मंगल के इस परिवर्तन का आपकी राशि पर क्या असर होगा, आइए जानते हैं।


मेष- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में रहेगा। इस ग्रह स्थिति से मेष राशि के लोगों को लाभ होने की संभावनाएं हैं। मित्रों और सहयोगियों से आपको लाभ मिलेगा। अटके कार्य पूर्ण होंगे। स्थाई संपत्ति की प्राप्ति होगी। बहु प्रतीक्षित इच्छाओं और आंकाक्षाओं की पूर्ति होगी और लम्बी यात्राएं सफलदायक रहेंगी। नए वाहनों की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा।

वृषभ- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दसवें भाव में रहेगा। अत: आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। व्यापार का विस्तार होगा। इन्हें जमीन एवं कोर्ट संबंधी मामलों में सफलता मिलेगी। नवीन व्यापार प्रारंभ होने के योग बन रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों को कुशलता से झेलने के लिये आपमें प्रचुर आत्मविश्वास रहेगा। शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पायेंगे।

मिथुन- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में नौवें भाव में रहेगा। अत: आमदनी बढे़गी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। आर्थिक परेशानियों का हल मिलेगा होगा। जमीन-जायदाद के मामलों में विशेष सफलता मिलेगी। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी।

कर्क- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में आठवें भाव में रहेगा। मंगल की यह ग्रह स्थिति आपकी संपत्ति से संबंधित समस्याओं का हल करवाएगी। लेकिन इस आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। लेकिन यदि कोई काम बहुत दिनों से पूरा नहीं हो पा रहा था तो वह अब पूरा हो जाएगा।

सिंह- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में सातवें भाव में रहेगा। मंगल की यह स्थिति आपको कुछ अच्छे तो कुछ बुरे परिणाम भी दे सकती है। न्यायालय से संबंधित समस्याओं को निराकरण होने के योग हैं। लेकिन सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। यात्राओं से निराशा मिलेगी। साथी के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित रहेंगे। लेकिन किसी निवेश से लाभ हो सकता है और रुका हुआ धन मिल सकता है।

कन्या- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में छठवें भाव में रहेगा। इस अवधि में आप काफी सुखी रहेंगे। नौकरी के हालात सुधरेंगे। प्रचुर लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक वातावरण भी सुखद रहेगा। आप अपनी अड़चनें और बाधाएं दूर करने और शत्रुओं का दमन करने के लिये चेष्टारत रहेंगे। लेकिन इस समय किसी भी व्यक्ति से वाद-विवाद न करें। निवेश के मामले में विशेष सावधानी रखें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।

तुला- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में पांचवें भाव में रहेगा। शुक्र के स्वामित्व वाली तुला के लिए कुंभ राशि का मंगल लाभदायक रहेगा। इन लोगों की कुंडली में मंगल पंचम भाव में रहेगा जो कि इनके लिए हितकारी होगा। यह समय आपकी उलझनों को सुलझाने के लिए श्रेष्ठ है। मंगल के कारण आर्थिक परेशानियों का निपटारा होने की संभावनाएं हैं। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। लेकिन स्वास्थ्य एवम् पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी पैदा हो सकती है।

वृश्चिक- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में चौथे भाव में रहेगा। यह ग्रह परिवर्तन आपके लिए शुभ समाचार दिलाने वाला रहेगा। किसी बड़े कार्य को बनाने में सफल हो जाएंगे। नए निर्माण कार्य होने के योग बन रहे हैं। घर-परिवार तथा मित्रों का सहयोग मिलेगा। लेकिन कुछ हद तक आप तनावग्रस्त रह सकते हैं। खर्चे भी अधिक रह सकते हैं। साथ ही कुछ गुप्त गतिविधियों के लिये भी खर्च करना पड़ सकता है।

धनु- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में तीसरे भाव में रहेगा। यहां स्थित मंगल आपको लाभ प्रदान करेगा। इन लोगों को नया कारोबार मिलने की संभावनाएं हैं। मंगल के कारण आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलेगी। नई योजनाएं प्राप्त होने की संभावनाएं हैं। यात्राएं सफलदायक रहेंगी। संचार माध्यमों के शुभ समाचार प्राप्त करेंगे। विरोधी आपका सामना भी नहीं कर पायेंगे। प्रयत्नों में सफलता सुनिश्चित रहेगी।

मकर- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दूसरे भाव में रहेगा। आर्थिक लाभ के लिये यह समय अच्छा नहीं है। परिवार के सदस्यों के कारण तनाव पैदा हो सकते हैं। अन्य मामलों में जैसा समय चल रहा है वैसा ही चलने की संभावनाएं हैं। मंगल के कारण कोई बड़ा बदलाव होने की संभावनाएं काफी कम हैं। छोटी छोटी बातों से बडे विवाद हो सकते हैं अत: वाणी पर नियंत्रण रखें। शांति और धैर्य के साथ कार्य करते रहें।

कुंभ- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में प्रथम भाव में रहेगा। मंगल और आपकी राशि के स्वामी शनि दोनों एक-दूसरे के शत्रु माने जाते हैं। अत: यह समय आपके लिए सावधान रहने का है। कुछ उलझनें सामने आ सकती हैं। जोखिम उठाने या सट्टेबाजी के लिये यह समय ठीक नहीं है। दूसरों के कार्यों में दखल देने से भी बचना जरूरी होगा। किसी नए काम से जुडने या कार्य विस्तार के लिए यह बहुत उचित समय नहीं है।

मीन- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में बारहवें भाव में रहेगा। अत: इस अवधि में हमेशा सावधान रहना जरूरी होगा। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। इस समय बेकार के खर्चे आपको परेशान कर सकते हैं। आमदनी के श्रोत कमजोर रह सकते हैं। संतान की ओर से भी कुछ समस्या भी हो सकती है। आपकी मानसिक शांति भंग रह सकती है।

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