हरतालिका तीज कल, जानें पूजा मुहूर्त

पढ़ें भगवान शिव-पार्वती के इस व्रत का महत्व! जानें हरतालिका तीज व्रत की पूजा विधि और नियम, साथ ही पढ़ें कुंवारी कन्या और विवाहित स्त्रियों के लिए क्या है हरतालिका तीज व्रत का महत्व।



भारत के संदर्भ में यह कहना ग़लत नहीं होगा कि यह तीज-त्यौहारों का देश है। यहाँ प्रति वर्ष सैकड़ों तीज त्यौहार मनाएँ जाते हैं। इन मौक़ों पर लोगों के मन में उल्लास, प्रसन्नता, एकता, प्रेम और आस्था का भाव देखने को मिलता है। तीज-त्यौहारों की इसी शृंखला में 1 सितंबर 2019 को हरतालिका तीज का त्यौहार मनाया जाएगा। तीज का यह पर्व विशेषकर सुहागिन महिलाओं के द्वारा मनाया जाता है। हालांकि कुंवारी महिलाएँ योग्य वर की कामना के लिए इस दिन व्रत पूजा करती हैं। 

हिन्दू पंचांग के अनुसार हरतालिका तीज प्रति वर्ष भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि को पड़ता है। इस दिन माँ पार्वती और भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। 

इस महत्व के पीछे हिन्दुओं की धार्मिक आस्था जुड़ी हुई है, जिसका जिक्र हम इस ब्लॉग में आगे करेंगे। सबसे पहले हमारे लिए यह जानना आवश्यक है कि हरतालिका तीज पूजा का शुभ मुहूर्त किस समय का और उसकी अवधि क्या रहने वाली है।  



हरतालिका तीज पूजा मुहूर्त
प्रात:काल मुहूर्त05:58:51 से 08:31:45 बजे तक
अवधि2 घंटे 32 मिनट
प्रदोष काल मुहूर्त18:42:16 से 20:58:30 बजे तक

नोट: यह मुहूर्त नई दिल्ली के लिए है। जानें अपने शहर में हरतालिका तीज मुहूर्त


हरतालिका तीज व्रत के नियम


  • हरतालिका तीज के दिन रेत के भगवान शंकर और माता पार्वती बनाए जाते हैं और उनका पूजन किया जाता है। 
  • हरतालिका तीज का व्रत निर्जल और निराहार होता है
  • व्रत रखने पर इसे बीच में नहीं छोड़ा जाता है।
  • शिव-पार्वती को प्रसाद के रूप में फल ही चढ़ाये जाते हैं।
  • हरतालिका तीज व्रत में रात्रि जागरण कर भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की जाती है
  • अगले दिन सुबह पूजन सामग्री का विसर्जन करने के बाद यह व्रत संपन्न होता है।
  • व्रत के अगले दिन जल तथा सात्विक भोजन ग्रहण करने का विधान है।


हरतालिका तीज व्रत कथा और महत्व


पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पार्वती जी ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठिन तप किया था। अपनी बेटी की यह स्थिति देखकर उनके पिता पर्वत राज हिमालय बेहद दुःखी हुए। इस बीच नारद मुनि भगवान विष्णु की ओर से पार्वती जी के लिए विवाह का प्रस्ताव लेकर पहुंचे, लेकिन इस बारे में जब पार्वती जी को पता चला तो वे बेहद दुःखी हुईं। उनकी एक सहेली के पूछने पर उन्होंने बताया कि वे भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठिन तप कर रही है। इसके बाद पार्वती जी की सहेलियां उन्हें वन लेकर चली गईं। सखियों द्वारा उनके हरण से ही इस व्रत का नाम हरतालिका तीज पड़ा। जहां हरत यानि हरण और आलिका मतलब सहेली। इसके बाद पार्वती जी ने कठोर तप किया। भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हस्त नक्षत्र में माता पार्वती ने रेत से शिवलिंग का निर्माण किया और भोलेनाथ की आराधना में मग्न होकर रात्रि जागरण किया। माता पार्वती के कठोर तप को देखकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और पार्वती जी की इच्छानुसार उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया।

मान्यता है कि माता पार्वती और भगवान शिव हरतालिका तीज व्रत रखने और विधि विधान से पूजा करने वाली सभी स्त्रियों को सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देते हैं। इस वजह से कुंवारी कन्या और विवाहित महिलाओं के लिए हरतालिका तीज व्रत का विशेष महत्व है। 

एस्ट्रोसेज की ओर से सभी पाठकों को हरतालिका तीज व्रत की शुभकामनाएं !
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बुध का हुआ सिंह राशि में गोचर, कैसा होगा आपकी राशि पर प्रभाव

बुध की हुई शुक्र, मंगल और सूर्य संग युति, आएँगे बड़े बदलाव ! पढ़ें आपकी राशि के अनुसार बुध के इस गोचर का शुभ और अशुभ फल। साथ ही जानें 26 अगस्त 2019 को बुध के सिंह राशि में प्रवेश करने का संपूर्ण राशिफल!


बुध ग्रह किसी भी व्यक्ति को बुद्धिमान और तर्क शास्त्री बनाता है, तो यही व्यक्ति को वाणी दोष भी देता है। बुध से प्रभावित जातक शारीरिक रूप से भले ही अधिक शक्तिशाली ना हों, लेकिन मानसिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली होते हैं क्योंकि इनकी सोचने और समझने की शक्ति बहुत तीव्र होती है। जिस काम में अन्य लोगों को अत्यंत परिश्रम करने की आवश्यकता होती है, बुध से प्रभावित जातक उस काम को चुटकियों में हल कर देते हैं। 

मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध ग्रह के नक्षत्र अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती हैं। दिनों में बुधवार का दिन बुध देव को समर्पित है और इस दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करना बुध को मजबूत बनाने का विशेष उपाय है। इसके अतिरिक्त यदि आपको बुध की कृपा प्राप्ति की आवश्यकता है तो आपको अपनी बहनों से प्रेम करना चाहिए और समय-समय पर उन्हें हरे रंग के वस्त्र और चूड़ियां भेंट करनी चाहियें। इनके अतिरिक्त अन्य भी कुछ उपाय हैं जिनके द्वारा आप अपनी कुंडली में बुध की स्थिति को अनुकूल बना सकते हैं। उन उपायों में विशेष रूप से बढ़िया क्वालिटी का पन्ना रत्न पहनना बुध के लिए सर्वोत्तम उपयोग उपाय माना गया है। इसके अतिरिक्त यदि आपकी इच्छा रुद्राक्ष धारण करने की हो तो आप बुध के अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए चार मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं। बुधवार के दिन बुध के बीज मंत्र ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः का जाप करना सर्वोत्तम उपाय है। 

बुध के गोचरकाल का समय


वाणी में मिठास घोलने वाले यही बुध देव 26 अगस्त 2019, सोमवार को दोपहर 13:56 बजे राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर चुके हैं। इस राशि में ये 11 सितंबर, बुधवार की सुबह 04:47 बजे तक स्थित रहेंगे। वैदिक ज्योतिष शास्त्र केअनुसार यूं तो बुध का गोचर सबसे कम अवधि के लिए होता है, क्योंकि इसकी निम्नतम गोचर अभी 14 दिन की हो सकती है लेकिन हमारे जीवन में बुध ग्रह का काफी महत्व होने के कारण सर्वोच्च काफी मायने रखता है, क्योंकि इसका गोचर विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव देने में सक्षम होता है। तो आईये जानते हैं कि बुध के सिंह राशि में गोचर का अन्य राशि के जातकों पर क्या शुभ और क्या अशुभ प्रभाव पड़ने वाला है।


बुध के गोचर का देश पर क्या होगा असर?


बुध का सिंह राशि में गोचर देश और दुनिया के लिए अनेक बदलाव लेकर आएगा। भारत के मुद्रा भंडार में वृद्धि होने के साथ-साथ बैंकिंग सेक्टर में रिफार्म आने की संभावना बनेगी। इस दौरान बैंक से संबंधित अन्य घोटालों के बारे में भी जानकारी जनता के समक्ष आ सकती है और बैंकिंग सेक्टर को मजबूत बनाने के आने काम होंगे। टैक्स के माध्यम से देश में धन एकत्रित होगा और टैक्स प्रणाली को और भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। देश में मेधावियों को सम्मान मिलेगा। 


बुध के सिंह राशि में गोचर का शेयर बाजार पर प्रभाव


क्योंकि बुध का गोचर सिंह राशि में होगा, इसलिए मसूर, , गुड़, उड़द, मूंग, कम्बल, तेल, अलसी, चना, तिल, ऊन, घी तथा मूंगा, आदि के दामों में तेजी देखने को मिलेगी। विशेष रूप से शेयरों में सोना, तांबा, कांसा, खतरनाक हथियार, परमाणु ऊर्जा, बारूद, बिजली, सल्फर, गेहूं और ग्रेफाइटआदि के शेयर अच्छी ऊंचाई हासिल करेंगे। 

चलिए अब जानते हैं बुध के सिंह राशि में गोचर कर जाने पर विभिन्न राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव-


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


बुध का गोचर सिंह राशि में होने से इसका प्रभाव मेष राशि के जातकों पर विशेष रूप से पड़ने वाला है। गोचर की इस अवधि में आपको बौद्धिक लाभ की प्राप्ति होगी और इसके साथ ही आपकी बुद्धि और ज्ञान में भी इज़ाफा होगा। इस दौरान आपकी सामाजिक सक्रियता बढ़ेगी और आप नए लोगों के संपर्क में आएंगे। संभव है कि गोचर की इस अवधि में….आगे पढ़ें

वृषभ


इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि से चौथे भाव में स्थापित होंगे। बुध के इस गोचर का प्रभाव विशेष रूप से आपके पारिवारिक जीवन के लिए खासतौर से सकारात्मक रहेगा। इस दौरान परिवार में शांति बनी रहेगी और घर के वातावरण में सकारात्मकता का भाव रहेगा। लिहाजा लंबे अरसे के बाद आप अपने पारिवारिक जनों के साथ एक सुखमय….आगे पढ़ें


मिथुन 


इस गोचरकाल के दौरान आपकी भाषा-शैली में काफी निखार आएगी जिसका लाभ आपको जीवन के हर क्षेत्र में मिलेगा। अब यदि पारिवारिक जीवन की बात करें तो बुध का ये गोचर आपके पारिवारिक जीवन के लिए नकारात्मक प्रभाव ला सकता है। इस दौरान मात की सेहत में गिरावट होने….आगे पढ़ें

कर्क


आर्थिक स्तर पर देखें तो इस गोचर की अवधि में आपको अपने भाई बहनों से आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है। दूसरी तरफ इस दौरान किसी अनजान श्रोत से भी आपको धन प्राप्ति हो सकती है। बुध के इस गोचर के दौरान सामाजिक स्तर पर आप अपनी भाषा-शैली के माध्यम से लोगों पर ख़ासा ….आगे पढ़ें

सिंह


बुध का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है, लिहाजा ये आपकी राशि से प्रथम भाव या लग्न भाव में स्थापित होंगें। चूँकि प्रथम भाव “स्व” का कारक होता है इसलिए इस गोचर के दौरान आपके सामाजिक मान सम्मान में वृद्धि होगी और आपके व्यक्तित्व में निखार आयेगा। आपकी भाषा-शैली में रचनात्मकता आएगी और आप लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ….आगे पढ़ें

कन्या


इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि से बारहवें भाव में स्थापित होंगें। इस गोचरकाल के दौरान आपको विशेष रूप से विदेश यात्रा का लाभ प्राप्त हो सकता है। हालाँकि यदि आर्थिक स्तर पर देखें तो बुध के इस गोचर के दरम्यान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। लिहाजा इस समय केवल उन्हीं चीजों पर खर्च करें जिसकी ….आगे पढ़ें

तुला


इस दौरान बुध आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में स्थापित होंगें। बुध का सिंह राशि में होने वाले इस गोचर का प्रभाव आपके आर्थिक जीवन पर देखने को मिल सकता है। इस गोचरकाल के दौरान आपकी आय में वृद्धि हो सकती है और किसी गुप्त स्रोत से धन की प्राप्ति भी हो सकती है। कार्यक्षेत्र की बात करें तो इस समय आपको कार्यस्थल….आगे पढ़ें

वृश्चिक


इस दौरान आप पूर्व में मिले किसी काम को पूरी शिद्दत के साथ पूरा करेंगे, इसके परिणामस्वरूप आपको ऑफिस में बॉस से तारीफ मिल सकती है। हालाँकि दूसरी तरफ किसी सहकर्मी के साथ मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, लेकिन आपके लिए कार्यस्थल पर इस समय किसी भी प्रकार के मतभेद में पड़ना हानिकारक साबित होगा। बुध के इस गोचर के दौरान निजी जीवन में भी किसी तरह के वाद विवाद में पड़ना आपके लिए ….आगे पढ़ें

धनु


बुध के इस गोचरकाल में आप सामाजिक रूप से काफी सक्रिय रहेंगे। इस दौरान आपकी मुलाकात समाज के कुछ ऐसे गणमान्य लोगों से हो सकती है, जिनका साथ भविष्य में आपके लिए लाभदायक साबित होगा। इस समय सामाजिक रूप से आपके मान मर्यादा में भी ख़ासा वृद्धि होगी और आप ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच अपनी पहचान….आगे पढ़ें

मकर


इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि से आठवें भाव में विराजमान होंगें। बुध के गोचर की इस अवधि में आपको जीवन में विशेष चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचरकाल में पिता की सेहत बिगड़ने की वजह से आप मानसिक तनाव से ग्रस्त रह सकते हैं। आपको इस दौरान पिता की सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखने….आगे पढ़ें

कुंभ


आपके साथ इस दौरान कोई ऐसी घटना घट सकती है जो आपके लिए बेहद नुक़सानदेह साबित हो। लिहाजा इस दौरान आपको विशेष रूप से चौकन्ना रहने की सलाह दी जाती है। यदि आप विवाहित हैं तो, जीवनसाथी ….आगे पढ़ें

मीन 


बुध के सिंह राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से छठे भाव में स्थित होंगें। इस गोचरकाल के दौरान आप किसी वाद विवाद की स्थिति में पड़ सकते हैं। आपको इस दौरान विशेष रूप से ये सलाह दी जाती है कि ऐसी किसी स्थिति के उत्पन्न होने पर उसका हिस्सा कदापि ना बनें। यदि आप विवाहित हैं तो इस गोचरकाल के दौरान आपको ….आगे पढ़ें

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साप्ताहिक राशिफल (26अगस्त से 1 सितंबर 2019)

इस सप्ताह बुध की होगी सूर्य, मंगल व शुक्र संग युति, बिज़नेस, नौकरी, शिक्षा, वैवाहिक और पारिवारिक जीवन, स्वास्थ्य और प्रेम जीवन पर होगा सीधा असर! पढ़ें 26 अगस्त से 1 सितंबर 2019 का राशिफल और जानें कैसा रहने वाला है आपके लिए ये सप्ताह।


एस्ट्रोसेज की ओर से आप सभी का हार्दिक स्वागत है। आज हम एक बार फिर आपके लिए लेकर आए हैं साप्ताहिक राशिफल जो कि प्रभावी होगा 26 अगस्त से 1 सितंबर 2019 के बीच। इस राशिफल के माध्यम से आप इस सप्ताह में होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि इस राशिफल के अंतर्गत आपको आने वाले 7 दिनों की सभी भविष्यवाणियां देने का प्रयास किया गया है। एस्ट्रोसेज के विशेषज्ञ ज्योतिषियों द्वारा ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए इस साप्ताहिक राशिफल में आपको सटीक ज्योतिषीय भविष्यवाणी प्राप्त होती है और इसके लिए आपको किसी भी प्रकार का धन खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए यदि आप वर्तमान समय में अपने पारिवारिक जीवन अथवा अपने व्यावसायिक जीवन के बारे में जानना चाहते हैं या आपकी कोई समस्या आपके निजी जीवन, प्रेम संबंध या आपकी संतान को लेकर है, तो भी आप इस राशिफल के माध्यम से अपनी राशि से संबंधित उपायों के बारे में जान सकते हैं, जिनके द्वारा आप अपनी समस्याओं से सरलता से मुक्ति पा सकते हैं। हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा तैयार किया गया यह राशिफल आपको इस सप्ताह में अपने सभी कामों को सही ढंग से संपादित करने में मददगार साबित होगा। 

इस सप्ताह 4 राशि वालों की चमकेगी किस्मत 


ज्योतिष विशेषज्ञों द्वारा किये गये ग्रहों-नक्षत्रों के अध्ययन से इस बात का ज्ञान होता है कि यह सप्ताह विशेष रूप से 4 राशि (मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु) वाले जातकों के जीवन में कई नए एवं बड़े बदलाव लेकर आने वाला है। सितारों की चाल भी इस ओर इंगित कर रही है कि इन राशियों के जातकों को सूर्य देव और मंगल देव जीवन में अच्छे व सकारात्मक परिणाम देंगे, लेकिन अन्य राशियों के लिए उनका फल विपरीत हो सकता है। इसके अतिरिक्त इन राशियों के लिए बुध और शुक्र की वजह से कुछ समस्याएं आ सकती हैं, लेकिन अन्य राशि वालों को लाभ भी हो सकता है। पिछले सप्ताह विशेष रूप से बताए गए उपायों को करने से इन ग्रहों से संबंधित परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है। इसलिए आप सुझाए गए उपायों को अपनाने का प्रयास करें। 

इस सप्ताह का हिन्दू पंचांग एवं ज्योतिषीय तथ्य


हिन्दू पंचांग की गणना के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि से होगी और सप्ताह का अंत शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के साथ होगा। वहीं इस सप्ताह में चंद्र देव मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे और फिर कर्क राशि और सिंह राशि में भ्रमण करते हुए कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इसके अलावा इस सप्ताह 26 अगस्त को बुध देव भी अपना राशि परिवर्तन करेंगे और बुध ग्रह का गोचर सिंह राशि में होगा। अगर इस सप्ताह के व्रत और त्यौहार की बात की जाए तो 26 अगस्त सोमवार को अजा एकादशी व्रत रखा जाएगा और 28 अगस्त बुधवार को मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत (कृष्ण) होगा। इसके बाद 30 अगस्त शुक्रवार के दिन श्रावण अमावस्या होगी। 1 सितंबर रविवार के दिन हरतालिका तीज मनाई जाएगी। 


इस सप्ताह किन ग्रहों की बदलेगी चाल?


इस सप्ताह ग्रह और नक्षत्र की स्थिति का अवलोकन करें तो यह ज्ञात होता है कि जो लोग सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं या सरकार से संबंधित किसी कार्य से जुड़े हुए हैं, तो उन्हें इस दौरान काफी आशानुकूल परिणाम मिलने की संभावना रहेगी। सप्ताह की शुरुआत में जहाँ चंद्र देव मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे वही सप्ताह के अन्य दिनों के साथ-साथ वह कर्क राशि और सिंह राशि से गुजरते हुए कन्या राशि तक पहुँचेंगे। सप्ताह की शुरुआत में ही अर्थात 26 अगस्त को बुध देव का गोचर होगा जो कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे और वहां उनका योग सूर्य मंगल और शुक्र के साथ होगा। 

बुध ग्रह का सिंह राशि में गोचर: यहाँ क्लिक कर पढ़ें

शेयर बाज़ार में इस सप्ताह


इस माह के तीसरे सप्ताह के शेयर बाज़ार को देखें तो, सप्ताह की शुरूआत के पहले दिन अर्थात सोमवार को सूचकांक ऊपर की ओर जाएगा और तेजड़ियों द्वारा एविएशन, केबल्स टेलीकॉम और इलेक्ट्रिकल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयर खरीदने में रुचि रहेगी। उसके बाद अगले दिनों में मंदड़ियों का प्रभाव रहेगा और फाइनेंस, ब्रोकिंग फर्म, लॉजिस्टिक्स और पेपर से संबंधित क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों को बेचेंगे। इसके अलावा डॉमेस्टिक अप्लायंसेज, पैकेजिंग सेक्टर, मशीन टूल्स, आदि से जुड़ी कंपनी के शेयरों में भी लोगों की रुचि देखते ही बनेगी। इसके विपरीत आयरन, फुटवियर, कोल, कैपिटल गुड्स आदि के शेयरों में बिकवाली देखने को मिलेगी और निराशा का माहौल रह सकता है। सप्ताह के अंतिम दिनों में मंदड़ियों का प्रभाव अधिक रहेगा और ब्रोकिंग फर्म, लॉजिस्टिक्स, फाइनेंस और पेपर क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शेयरों को बेचने पर उनका पूरा जोर रहेगा।


जन्मदिन विशेष 


इस सप्ताह चर्चित हस्तिओं में से 26 अगस्त को मदर टेरेसा की जन्म तिथि है। वहीं 27 अगस्त को बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया और डब्लू डब्लू ई रेसलर दलीप सिंह उर्फ द ग्रेट खली का जन्मदिन है। इसके बाद 29 अगस्त को मशहूर भारतीय हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद की जन्म तिथि है और इसके बाद 30 अगस्त को भारतीय साहित्यकार अमृता प्रीतम की जन्म तिथि भी है। हमारी ओर से इन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ। चलिए अब जानते हैं इस सप्ताह का राशिफल:-


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


इस सप्ताह आपके छोटे भाई-बहनों को समस्या उत्पन्न हो सकती है। आपको किसी यात्रा पर भी जाना पड़ेगा जो आपके लिए अनुकूल साबित नहीं होगी। हालांकि इस दौरान आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी और साथ ही आपको अपनी छुपी हुई कला को दिखाने का मौका मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आपको इस दौरान अपने सहकर्मियों से ध्यानपूर्वक...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए शुरुआत में सप्ताह सामान्य ही रहने की उम्मीद है। हालांकि बाद में प्रेमी संग आपकी किसी बात को लेकर विवाद होने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इस समय थोड़ा ...आगे पढ़ें

वृषभ


इस सप्ताह आपके कुटुंब में तनाव देखने को मिलेगा। पारिवारिक बहस से आप परेशान होंगे। मुमकिन है कि खराब भोजन से स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या हो। हालांकि ये सप्ताह धन प्राप्ति के लिए अच्छे संकेत दे रहा है। आपको अपने छोटे भाई-बहनों से लाभ मिलेगा, इसलिए संभव हो तो इस समय उन्हें कोई उपहार भेट करें। इसके बाद चंद्रमा तृतीय भाव में गोचर...आगे पढ़ें

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प्रेम जीवन :- इस राशि के प्रेमी जातक अपने संगी के साथ वक्त बिताने की इस दौरान कोशिश करेंगे। प्रियतम को खुश करने के लिए भी इस राशि के जातक उन्हें कुछ उपहार देकर उनका दिल जीत सकते है। वहीं वैवाहिक जीवन की बात करें तो शादीशुदा जातकों को उनके...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह की शुरुआत आपके लिए थोड़ी विपरीत हो सकती है क्योंकि चंद्रमा के प्रथम भाव में गोचर के कारण आपको मानसिक तनाव की समस्या से जूझना पड़ सकता है। इस दौरान आप कोई बड़ा फैसला लेने में संकोच करेंगे जिससे आपके विचारों में अनिर्णय की भावना साफ़ देखने को मिलेगी। इस कारण आपका दांपत्य जीवन भी थोड़ा तनावपूर्ण रहेगा। संभावना है कि इस समय आपकी अपने किसी ख़ास के साथ कोई गलतफहमी की...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए पूरे ही सप्ताह उतार-चढ़ाव की स्थिति आपको परेशान करती रहेगी। इसके साथ ही सूर्य और चंद्र की स्थिति अनुकूल नहीं होगी। इसकी वजह से रिश्ते में लड़ाई झगड़ा संभव है। हालांकि बुध देव इस राशि के कुछ प्रेमी जातकों के लिए शुभ साबित होंगे जिससे विवादों के...आगे पढ़ें

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कर्क


इस सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा का गोचर आपकी राशि से पहले द्वादश भाव में और फिर आपके लग्न यानि प्रथम भाव में होगा और इसके बाद चंद्र देव आपके द्वितीय और तृतीय भाव में गोचर करेंगे। इसके अलावा बुध देव भी आपकी राशि के द्वितीय भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में द्वादश भाव में चंद्रमा के गोचर के कारण आपको मानसिक तनाव हो सकता है और किसी कारणवश उसमें...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह अच्छा रहेगा। क्योंकि चंद्र और बुध की दृष्टि आपके प्रेम जीवन में अनुकूलता लाएगी और इस दौरान आप जिस से भी जुड़ेंगे उसके साथ आपका रिश्ता लम्बे समय तक चलेगा। इस राशि के कुछ प्रेमी जातक इस दौरान प्रेम विवाह के बंधन में भी बंध...आगे पढ़ें

सिंह


सिंह राशि के जातकों के लिए इस सप्ताह की शुरुआत में चन्द्रमा का गोचर एकादश भाव में होगा उसके बाद वो द्वादश, प्रथम और फिर द्वितीय भाव में गोचर कर जाएगा। इसके साथ ही बुध देव भी इस सप्ताह आपकी ही राशि यानी आपके प्रथम भाव में प्रवेश कर जाएंगे जिसके चलते आपके लिए ये पूरा ही सप्ताह विशेष रहने वाला है। एकादश भाव में चंद्रमा के गोचर की वजह से इस राशि के जातकों की आमदनी में अचानक से वृद्धि होगी। आप अपनी करीब-करीब सभी अभिलाषाओं...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह अनुकूल नहीं है। क्योंकि इस सप्ताह शनि प्रेमी जातकों में ग़लतफहमी पैदा करने के लिए भरपूर कोशिश करेगा इसलिए इस दौरान सावधानीपूर्वक आगे बढ़ना ही आपके लिए सही रहेगा। इस वक्त आपके लिए रिश्ते में ईमानदार रहना ही सही रहेगा और इस समय...आगे पढ़ें

कन्या


इस सप्ताह आपके इस भाव में चंद्र के गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र में आपको कामकाज में किसी तरह की परेशानी आ सकती है। लगातार उतार-चढ़ावों का आपको सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपके पारिवारिक जीवन में भी अशांति का भाव स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा। यदि घर में आपके माता-पिता में से किसी को स्वास्थ्य...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह सामान्य से अच्छा रहेगा। क्योंकि चंद्र और बुध की स्थिति आपके प्रेम जीवन को बढ़िया बनाएगी। साथ ही इस सप्ताह विवाहित जातकों को भी अपने जीवनसाथी से लाभ होगा। बावजूद इसके...आगे पढ़ें


तुला


चंद्र के गोचर से आपके सुदूर यात्रा पर जाने की संभावना प्रबल बन रही है। इस दौरान आप किसी धार्मिक स्थल जैसे गंगा स्नान आदि करने का मन बना सकते हैं। हालांकि मानसिक तनाव में वृद्धि देखी जायेगी। ये समय आपके भाई बहनों के लिए भी प्रतिकूल साबित होगा। ऐसे में किसी से भी विवाद में न पड़े। आपके अपने पिता से संबंधों में खटास के योग बन रहे हैं। इसलिए मुमकिन हो तो उनसे बातचीत के जरिये...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह बुध-चंद्र के एक साथ आने से अनुकूल नहीं है। क्योंकि इस दौरान थोड़ा लड़ाई झगड़ा प्रियतम संग होने की संभावना दिखाई दे रही है। काम में व्यस्त रहने के कारण आप अपने प्रियतम को कम समय दे पाएंगे। जिस वजह से दोनों के रिश्ते में दूरी आने...आगे पढ़ें

वृश्चिक


शुरुआत में इस सप्ताह चन्द्रमा आपके अष्टम भाव में होंगे जिसके बाद वो आपके नवम, दशम और फिर एकादश भाव में गोचर कर जाएंगे। इसके साथ ही बुध देव का गोचर भी आपकी राशि से दशम भाव में होगा जिससे आपको इन्हीं भावों के गुणों के अनुसार फल मिलेंगे। चूँकि अष्टम भाव आयु का भाव, लंबी बीमारी, अचानक से धन हानि, मानसिक तनाव, बड़े परिवर्तन का भाव है इसलिए चंद्रमा के इस गोचर के दौरान आपको अपने मानसिक तनाव में वृद्धि नज़र आएगी। जिससे आप...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह अत्यंत अनुकूल दिखाई दे रहा है। इस सप्ताह आपके और प्रेमी के प्रेम में गहराई की वृद्धि होगी और आप दोनों में रोमांस बढ़ेगा। इस सप्ताह आप दोनों का साथ में घूमने फिरने जाने का प्लान भी बन सकता है और बाहर साथ में डिनर कर सकते हैं। वहीं वैवाहिक जातकों की बात की जाए तो शादीशुदा जातकों के लिए सप्ताह थोड़ा...आगे पढ़ें

धनु


चंद्रमा के सप्तम भाव में होने से आपको अपने दांपत्य जीवन में किसी गलतफहमी का शिकार होना पड़ सकता है जिसके चलते उम्मीद है कि आपको तनाव हो। इस तनाव के कारण आपके जीवन साथी और आपका स्वास्थ्य कुछ कमजोर रह सकता है। इस दौरान कई हद तक आप दोनों के बीच का विरोधाभास आप दोनों के बीच बहस और चीजें बिगाड़ सकता है। वहीं व्यावसायिक जातकों ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आप अपने लव पार्टनर के साथ कहीं पर घूमने जाने का प्लान भी बना सकते हैं। हालांकि सप्ताहांत में पार्टनर आपके लिए हमदर्द बन सकता है। इस दौरान आप उनके साथ अपनी दिल की बातों को साझा कर सकते हैं। वहीं जो जातक प्यार की तलाश में हैं उनकी तलाश ख़त्म हो सकती है। हालाँकि रिश्ते में जल्दबाज़ी करना नासमझी भरा कार्य हो सकता है। वहीं विवाहित...आगे पढ़ें

मकर


चंद्रमा का गोचर षष्ठम भाव में होने से आपके मानसिक तनाव में वृद्धि देखी जायेगी। इस समय आपको किसी भी विवाद में खुद को फँसने से रोकने की ज़रूरत होगी। अन्यथा आप खुद को व्यर्थ में ही किसी वाद-विवाद में डाल सकते हैं। इस समय आपके ख़र्चों में भी बेमतलब की वृद्धि होगी जिससे आप परेशान रहेंगे। इसके बाद चंद्रमा...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों की अगर बात करें तो ये सप्ताह आपके लिए पहले से काफी बेहतर रहने की उम्मीद है। ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति इस सप्ताह प्रेमियों के प्यार में पहले से ज्यादा बढ़ोत्तरी करेगी जिससे आपको अपने प्रियतम संग रोमांस करने का भरपूर मौका मिलेगा। हालांकि इस दौरान...आगे पढ़ें

कुंभ


चंद्रमा का गोचर आपकी राशि के पंचम भाव में जिस वक़्त होगा उस वक़्त आपको संतान पक्ष का सुख मिलेगा और आपकी संतान के लिए ये अच्छा समय रहेगा। उन्हें इस दौरान अपनी शिक्षा में सफलता मिलेगी। साथ ही आपकी संतान की प्रगति भी इस सप्ताह होगी। ये समय आपके प्रेम संबंधों में भी वृद्धि लेकर आ रहा है। इस दौरान आपका मन कलात्मक...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम में पड़े जातकों को प्रेम संबंधित मामलों में ये सप्ताह पहले से अच्छे परिणाम देगा। क्योंकि चंद्र और शुक्र की स्थिति के चलते इस समय आपके प्रेम संबंधों में वृद्धि होगी और आपका ये पवित्र रिश्ता प्रेम विवाह की ओर भी आगे बढ़ सकता है। ऐसे में आप दोनों को इस दौरान ज़रूरत होगी कि एक दूसरे के प्रति अपना ईमानदार रवैया रखते हुए ही आगे बढ़ें। अन्यथा कोई...आगे पढ़ें

मीन


इस सप्ताह की शुरुआत में चन्द्रमा का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा और उसके बाद पंचम, षष्ठम और सप्तम भाव में चंद्रदेव संचरण कर जाएंगे। इस दौरान बुध देव भी आपकी राशि के षष्ठम भाव में गोचर कर रहे हैं। जिससे आपके ये सभी भाव सक्रिय अवस्था में रहेंगे। इस सप्ताह जिस वक़्त चंद्रमा का गोचर चतुर्थ भाव में होगा उस वक़्त आपको अपने पारिवारिक सुख में कुछ कमी महसूस होगी जिससे आप परेशान होंगे। इस समय आपको किसी कारणवश...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह अत्यधिक सावधानी से चलने वाला साबित होगा। इस समय काल में आपको हर कदम पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आपको हार न मानते हुए उससे आए दिन कोई न कोई सीख या अनुभव लेने की ज़रूरत होगी। यदि आप अपने प्रेमी से ही शादी करने का मन बना रहे हैं तो अभी इस विषय पर कोई फैसला लेने से पहले थोड़ा...आगे पढ़ें

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अजा एकादशी 2019

साल 2019 में अजा एकादशी 26 अगस्त 2019 को मनाई जाएगी। इस एकादशी को भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है। अजा एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि रात्रि जागरण और व्रत रखने से इस दिन व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं। हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग इस दिन श्रद्धापूर्वक भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करते हैं।



अजा एकादशी पारणा मुहूर्त13:39:49 से 16:14:19 तक 27, अगस्त को
अवधि2 घंटे 34 मिनट
हरि वासर समाप्त होने का समय10:33:05 पर 27, अगस्त को



एकादशी के व्रत रखने के लिए रखें इन बातों का ध्यान


एकादशी के दिन यदि आप व्रत रखने वाले हैं तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखना होता है। जैसे कि आपको दशमी की रात्रि को मसूर की दाल खाने से परहेज करना चाहिए। अगर आप मसूर की दाल का सेवन व्रत से पहले करते हैं तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती। इसके साथ ही चने, करोदों आदि का सेवन भी व्रत से पहले नहीं करना चाहिए। व्रत के दिन शहद का सेवन करना अशुभ माना जाता है। दशमी और एकादशी के दिन आपको ब्रह्माचर्य का पालन करना चाहिए। यदि आप ऊपर दी गई बातों का ख्याल रखते हैं तो आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होती है।


अजा एकादशी के दिन व्रत रखने वाले जातकों को सूर्योदय से पहले उठना चाहिए और स्नान इत्यादि करने के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए। जिन जातकों द्वारा यह व्रत पूरे विधि-विधान से रखा जाता है उनके जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाती हैं।

पूजा विधि व्रत कथा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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कृष्ण जन्माष्टमी पर गोविंदा आला रे!

हिंदू धर्म के अनुसार 24 अगस्त को भगवान कृष्ण आएँगे आपके घर! जानिए क्या है जन्माष्टमी का महत्व और भगवान कृष्ण से संबंधित पूरी जानकारी। 


इस कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को बनाएं और बुलाएँ उन्हें अपने घर जिससे वह आपके सभी दुखों को दूर करें और आपको मिले भगवान का आशीर्वाद। प्रेम के भूखे भगवान को पूरे मन से मनाएं और आइए जानते हैं क्या है जन्माष्टमी की विशेषता और क्या है भगवान श्री कृष्ण की कहानी। 

भगवान श्री कृष्ण की कथा


भगवान कृष्ण के रूप में भगवान विष्णु ने द्वापर युग में देवकी और वासुदेव के यहां जन्म लिया। द्वापर युग के अंत का समय था और मथुरा का शासक कंस था जो अत्याचारी राजा था। द्वापर युग के अंत का समय था और समस्त मथुरा कंस के अत्याचारों से पीड़ित थी। एक दिन कंस अपनी प्रिय बहन देवकी का विवाह वासुदेव के साथ कराने के बाद उसे उसकी ससुराल छोड़ने जा रहा था कि तभी मार्ग में आकाशवाणी हुई कि जिस बहन को तो इतने प्रेम से उसकी ससुराल छोड़ने जा रहा है उस की आठवीं संतान तेरी मृत्यु का कारण बनेगी। यह जानकर कंस ने अपनी बहन को मारने के लिए तलवार उठाई लेकिन वासुदेव जो सत्यवादी थे उन्होंने वचन दिया कि वह अपनी संतान कंस को दे देंगे, इस पर भी कंस नहीं माना और उसने उन दोनों को कारागार में डाल दिया। 

जब भगवान श्री कृष्ण ने लिया जन्म


जैसे-जैसे समय बीतता गया कंस के अत्याचार बढ़ते गए और उसने देवकी की एक-एक करके सभी सातों संतानों को नष्ट कर दिया। कहते हैं समय बड़ा बलवान होता है और होनी को कोई नहीं टाल सकता। भाद्रपद के महीने में अष्टमी तिथि के दिन रोहिणी नक्षत्र था और घनघोर वर्षा होने लगी और चारों ओर अंधेरा छाया था कि तभी मध्यरात्रि में भगवान कृष्ण ने देवकी के गर्भ से जन्म लिया। माना जाता है कि भगवान ने स्वयं देवकी और वासुदेव को दर्शन दिए और कहा कि नंद बाबा के घर एक कन्या ने जन्म लिया है। वह कन्या मेरी ही योग माया है उसे यहां ले आओ और मुझे वहां छोड़ आओ मार्ग में कोई बाधा तुम्हें नहीं रोकेगी। ऐसा कहकर भगवान् अंतर्ध्यान हो गए और कंस के सभी पहरेदार गहरी निद्रा में सो गए और वासुदेव के हाथों की हथकड़ी और पैरों की बेड़ियां अपने आप खुल गई और वह कुछ छोटे से बालक को लेकर नंद बाबा के घर की ओर चल दिए। 

कृष्ण की माया 


रास्ते में यमुना जी का जल स्तर बहुत अधिक बढ़ा हुआ था और शेषनाग से हम अपने फनों की छाया कर भगवान को वर्षा से बचा रहे थे। तभी भगवान के चरणों से स्पर्श पाकर यमुना का जलस्तर घट गया और वासुदेव नंद बाबा के घर जाकर वहां से योग माया को ले आए। जैसे ही वापस लौटे, हाथों की हथकड़ियां और पांव की बेड़ियां अपने आप पड़ गई और पहरेदार घोर निद्रा से जाग गए। उन्होंने कंस को जाकर समाचार दिया कि देवकी ने आठवीं संतान को जन्म दे दिया है। जैसे ही कंस ने उस कन्या को मारना चाहा वह कन्या आकाश में उड़ गई और आकाशवाणी हुई कि तेरा काल कहीं और जन्म ले चुका है और उसके हाथों तेरी मृत्यु निश्चित है। इससे कंस को बहुत क्रोध आया और उसने आसपास के सभी नवजात शिशुओं के वध करने का आदेश दे दिया। 

कृष्ण ने दिखाया अद्भुत रूप


कंस ने बार-बार कृष्ण को मारने के लिए विभिन्न प्रकार के राक्षस भेजे लेकिन सभी को कृष्ण ने मृत्यु के घाट उतार दिया और पूतना नाम की राक्षसी का वध किया। सभी इस बात से हैरान थे कि कृष्ण आखिर इतने छोटे बालक होकर इतने बड़े-बड़े राक्षसों का अंत कैसे कर डालते हैं। कृष्ण ने कालिया नाग का भी उद्धार किया और अपने सभी मित्रों के साथ बांसुरी बजाकर गाय चराने लगे। 

छोटे कान्हा की बाल लीला 


कृष्ण बचपन से ही नटखट थे और अपनी बाल लीलाओं से सभी का मन मोह लेते थे। कभी किसी गोपी की मटकी तोड़ते तो कभी किसी का माखन चुराकर खाते। एक बार कान्हा ने बचपन में मिट्टी खाई, तो सभी मित्रों ने उनकी माता यशोदा से शिकायत की। जब यशोदा मैय्या ने उनका मुंह खुलवाया तो देखा कि उनके मुंह में समस्त ब्रह्माण्ड नजर आया। इसे देखकर वह चकित रह गई। 

गोपियों के संग रास रचाया 


कृष्ण ने गोपियों के साथ अठखेलियां की और रास रचाया और पूरे संसार को प्रेम का पाठ पढ़ाया। यही वजह है कि आज सारा संसार भगवान कृष्ण को मानता है और जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे चाव से मनाया जाता है। उन्होंने कभी छोटे बड़े का भेद नहीं किया और सभी से सामान भाव रखते हुए प्रेम दिया। यही वजह उन्हें सभी के दिल में जगह देती है। 

कृष्ण ने किया कंस का वध 


जब कृष्ण और उनके भाई बलराम थोड़े बड़े हुए तो कंस ने अपने कोषाध्यक्ष अक्रूर को नंद बाबा के पास भेजा और धोखे से कृष्ण बलराम को मथुरा बुलवाया ताकि वह उनका वध कर सके लेकिन वहां पर मल युद्ध करते समय भगवान कृष्ण ने उसका वध कर दिया है और प्रजा को उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाई और उसके उपरांत अपने माता-पिता देवकी और वासुदेव को भी उसके कारागृह से मुक्ति दिलाई। 

जब कृष्ण बने योगीराज और दिया गीता का उपदेश


भगवान कृष्ण को योगीराज भी कहा जाता है। कौरवों और पांडवों के बीच महाभारत के युद्ध के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और यही वजह है कि गीता को संसार में सबसे अधिक मान्यता मिली है क्योंकि भगवान के श्री मुख से यह अकेला ऐसा ग्रंथ है जो प्रदान किया गया है। गीता कर्म करने की प्रेरणा देती है और व्यक्ति को सही मार्ग पर बने रहने का उपदेश देती है।

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कृष्ण जन्माष्टमी मुहूर्त


जन्माष्टमी का व्रत रखना और जन्माष्टमी उत्सव मनाना तो अलग-अलग बातें हैं और इस बार 24 अगस्त को जन्माष्टमी का पवित्र पर्व मनाया जाएगा, जो भगवान कृष्ण के प्राकट्य उत्सव के रूप में विश्व भर में विख्यात है। आइए जानते हैं जन्माष्टमी 2019 के लिए पूजा का शुभ मुहूर्त:

जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त 2019
दिनांक24 अगस्त 2019
नीशीथ पूजा मुहूर्त24:01:33 से 24:45:46 तक
अवधि0 घंटे 44 मिनट

नोट: ऊपर दिया गया मुहूर्त केवल नई दिल्ली के लिए है। अगर आप अपने शहर के लिए जन्माष्टमी का मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें, जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त

जन्माष्टमी कैसे मनाएँ 


  • जन्माष्टमी मनाने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप प्रातकाल उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर भगवान श्री कृष्ण की बाल छवि को पंचामृत से स्नान कराएं और उन्हें नए वस्त्र पहनाएँ। 
  • इसके उपरांत व्रत रखें और फलाहार करें तथा केवल एक समय अर्धरात्रि के समय भगवान कृष्ण का जन्म होने के उपरांत उनकी आरती करें तथा चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत की पारणा करें। 
  • कूटू का आटा अथवा सिंघाड़े का आटा भी प्रयोग किया जा सकता है। 
  • इस दिन किसी भी प्रकार के पेड़ पौधों को ना काटें और ना ही उन्हें हानि पहुँचायें। 
  • साथ ही साथ ज़रूरतमंद लोगों की यथासंभव सहायता करें। 
  • इन छोटे बच्चों को राधा कृष्ण की पोशाक पहना कर झांकियां भी निकाली जाती हैं और विभिन्न मंदिरों में जाकर भगवान की बाल लीलाओं के दर्शन कर आनंद प्राप्त करें। 
  • यदि संभव हो तो घर में अथवा मंदिर में कीर्तन का आयोजन करें। 
  • सभी के साथ मिलजुल कर इस पर्व को मनाएँ। 

दही हांडी उत्सव


महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में जन्माष्टमी के अगले दिन दही हांडी का उत्सव मनाया जाता है जिसमें कुछ नवयुवक जिन्हें गोविंदा कहा जाता है, कई फुट ऊंची बंधी मटकियों को फोड़ते हैं और इस उत्सव को बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं। मथुरा, वृंदावन और बरसाना में कृष्ण जन्माष्टमी सबसे भव्य तरीके से बनाई जाती है और इसके अतिरिक्त इस्कॉन टेंपल में भी लोग भी कृष्ण जन्माष्टमी को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। 

संतान प्राप्ति के लिए रखे व्रत


जो लोग निसंतान हैं उन्हें जन्माष्टमी का व्रत रखना चाहिए क्योंकि इस व्रत को रखने से उत्तम संतान की प्राप्ति होती है। इस दिन आप संतान गोपाल मंत्र का जाप करें जिसकी कृपा से अवश्य ही भगवान श्री कृष्ण की अनुकंपा आपको मिलेगी और उत्तम संतान की प्राप्ति होगी। संतान गोपाल मंत्र इस प्रकार है:

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ।

पूरे मन से इस मंत्र का जाप करें और जाप पूरा होने के बाद इसी मंत्र से हवन करें और भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाकर उसे प्रसाद स्वरूप सभी में बैठ कर खुद भी ग्रहण करें इससे आपको भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होगा। 

वास्तव में भगवान कृष्ण का जन्मदिन जिसे हम जन्माष्टमी के रूप में मनाते हैं, समस्त मानवता को संदेश देता है कि सभी से प्रेम करो और कर्म करो। हम आशा करते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण आपके जीवन की सभी समस्याओं का अंत करें। आपको श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
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जन्माष्टमी 2019: जानें व्रत तिथि और विधि

साल 2019 में, सर्वार्थ सिद्धि योग में जन्माष्टमी का त्योहार भाग्योदय लेकर आएगा। जानिये, वैष्णव और स्मार्त संप्रदाय के लोगों को इस दौरान बाल गोपाल को प्रसन्न करने के लिए क्या अनुष्ठान करने चाहिए और भगवान कृष्ण की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कब है।





हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का बहुत महत्व है। इस त्योहार को गोकुलाष्टमी और कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद के महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाएगा। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह अवधि अगस्त-सितंबर के महीने में आती है। कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार पूरे भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन लोग अपने बच्चों को बाल कृष्ण की तरह सजाते संवारते हैं और उनकी पूजा करते हैं। 





कौन हैं वैष्णव और और स्मार्त ?


हिंदू धर्म में वैष्णव उन लोगों को कहा जाता है जो किसी गुरु से शिक्षा लेते हैं और शिक्षा लेने के बाद माला, तिलक, कण्ठी पहनने का नियम लेकर चक्र, शंख आदि अंकित करते हैं। वहीं पांच देवों की उपासना करने वाले आस्तिक लोगों को स्मार्त कहा जाता है। हिंदू धर्म के उन सभी लोगों को स्मार्त कहा जाता है जो गृहस्थ हैं। 


दोनों ही समुदायों द्वारा 24 अगस्त को मनाया जाएगा जन्माष्टमी का त्योहार


इस साल जन्माष्टमी त्योहार दोनों ही समुदायों द्वारा 24 तारीख को मनाया जाएगा जबकि स्मार्त लोगों द्वारा जन्माष्टमी का व्रत 23 तारीख को रखा जाएगा क्योंकि आधी रात में अष्टमी तिथि होगी, जबकि वैष्णवों द्वारा व्रत अष्टमी तिथि उदय व्यापिनी होने के कारण 24 तारीख को रखा जाएगा। 


कृष्ण जन्माष्टमी मुहूर्त


जन्माष्टमी के त्योहार को स्मार्त लोगों द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी कहा जाता है जबकि वैष्णव समुदाय के लोग इसे गोकुलाष्टमी के नाम से पुकारते हैं। दोनों ही समुदायों द्वारा इस त्योहार को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। 23 और 24 तारीख अगस्त को जिन लोगों द्वारा व्रत लिया जाना है उनके लिये समय की जानकारी नीचे दी गई है:

स्मार्त समुदाय के लोगों के लिए जन्माष्टमी व्रत की तारीख: 23 अगस्त


वैष्णव समुदाय के लोगों के लिये व्रत जन्माष्टमी व्रत की तारीख: 24 अगस्त  
जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त 2019
दिनांक24 अगस्त 2019
नीशीथ पूजा मुहूर्त24:01:33 से 24:45:46 तक
अवधि0 घंटे 44 मिनट

नोट: ऊपर दिया गया मुहूर्त केवल नई दिल्ली के लिए है। अगर आप अपने शहर के लिए जन्माष्टमी का मुहूर्त जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें, जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का महत्व


हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद महीने की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अष्टमी तिथि की आधी रात को भगवान कृष्ण का जन्म देवकी और वसुदेव की आठवीं संताने के रुप में कंश के कारावास में हुआ था। कृष्ण भगवान के जन्म के समय चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में उदित हो रहा था। जन्माष्टमी के दौरान भगवान कृष्ण के भक्त उनके जन्म स्थान मथुरा की धार्मिक यात्रा करते हैं। इसके साथ ही वृंदावन में भी इस दौरान रौनक छायी रहती है। कृष्ण भक्त इस दौरान भजन कीर्तन करके भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं को याद करते हैं।


निसंतान दंपत्तियों के लिए जन्माष्टमी 


साल 2019 में जन्माष्टमी के दिन यानि अष्टमी तिथि और रोहणी नक्षत्र में सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि जैसे शुभ योग बन रहे हैं। यह योग उन दंपत्तियों के लिए विशेषकर फलदायी हैं जिनकी कोई संतान नहीं है। इन शुभ योगों के दौरान दंपत्तियों को व्रत रखना चाहिए और विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए इसके साथ ही संतान गोपाल यंत्र की स्थापना अपने घर की उत्तर या पूर्व दिशा में करनी चाहिए। इसके साथ ही नीचे दिये गये मंत्र का उच्चारण भगवान की पूजा के समय करना चाहिए- 

ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। 
देहि मे तनयं कृष्णं त्वामहं शरणं गत: क्लीं ऊं।।

जन्माष्टमी पूजा विधि


  • इस दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान-ध्यान करने के बाद साफ सुथरे कपड़े पहनें।
  • गंगाजल, दूध, दही, घी से बाल गोपाल और भगवान कृष्ण की मूर्तियों को नहलाएं। 
  • आधी रात के समय भगवान कृष्ण को भोग लगाएं और आरती गाएं। 
  • भगवान कृष्ण को सफेद चावलों की खीर और सफेद रंग की मिठाईयों का भोग लगाया जाना चाहिए। खीर में चीनी की जगह मिश्री का प्रयोग करें।
  • प्रसाद को सबमें बांटें। 
  • अगर आपने व्रत रखा है तो पारणा नवमी तिथि को करें। 
  • अगर आप अपने प्रेम जीवन को मजबूती देना चाहते हैं तो भगवान कृष्ण को गाय का दूध अर्पित करें। 
  • अगर आप अपने जीवन में सुख सुविधाएं चाहते हैं तो भगवान कृष्ण को मक्खन-मिश्री का भोग लगाएं। 

जन्माष्टमी पर क्या करें और क्या न करें


  • इस दिन आपको किसी के साथ भी रुखा व्यवहार नहीं करना चाहिए। इस दिन जरुरतमंदों की सहायता करें। 
  • इस दिन पेड़-पौधे न काटें। 
  • भगवान कृष्ण की पुरानी मूर्ति की पूजा करें इससे घर में शांति बनी रहती है। 
  • आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शंख में दूध डालें और उस दूध से बाल गोपाल की मूर्ति का अभिषेक करें। साथ ही मां लक्ष्मी की भी पूजा करें। 
  • तुलसी के पौधे पर लाल चुनरी रखें और उसके सामने घी का दीया जलाकर ‘ॐ वासुदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करें। 

हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा जन्माष्टमी से जुड़ी और जानकारियों के लिए यहां क्लिक करें।
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साप्ताहिक राशिफल (19 से 25 अगस्त 2019)

जाने सितारों की चाल के माध्यम से 19 से 25 अगस्त का राशि भविष्य। इसके साथ ही पढ़ें कि सितारों की चाल का आपके जीवन के विभिन्न आयामों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। नौकरी, बिज़नेस, हेल्थ, परिवार और प्रेम जीवन में क्या-क्या बदलाव आएँगे। साप्ताहिक राशिफल के माध्यम से जानें इस सप्ताह की विशेष भविष्यवाणी। 

 

नमस्कार, एस्ट्रोसेज लेकर आया है 19 से लेकर 25 अगस्त की समय अवधि का साप्ताहिक राशिफल, जिसमें आपके जीवन से जुड़ी सभी बातों के बारे में महत्वपूर्ण एवं सटीक भविष्यवाणियां की गई हैं। इस राशिफल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसको जानने के लिए आपको कोई धन खर्च करने की आवश्यकता नहीं है और आप इसके माध्यम से सभी जानकारियों को समय रहते जान सकते हैं तथा अपने आने वाले सप्ताह के प्रत्येक दिन के बारे में पढ़ सकते हैं। यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो उससे संबंधित जानकारियाँ भी आपको मिल सकती हैं और इसके अतिरिक्त आपके स्वास्थ्य पर अथवा आपके पारिवारिक और पेशेवर जीवन पर ग्रहों की स्थिति का क्या प्रभाव रहने वाला है, इसके बारे में जानने के लिए आप इस ब्लॉग को अवश्य पढ़ें। हम आशा करते हैं कि साप्ताहिक राशिफल पर आधारित यह ब्लॉग आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा।

इस सप्ताह का हिन्दू पंचांग एवं ज्योतिषीय तथ्य


हिन्दू पंचांग के अनुसार, सप्ताह की शुरुआत कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि से होगी और सप्ताह का अंत कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि के साथ होगा। वहीं इस सप्ताह में चंद्र देव मीन राशि से होते हुए मिथुन राशि तक अपनी गोचरीय अवस्था जारी रखेंगे। इसके अलावा यदि इस सप्ताह के दौरान आने वाले तीज त्योहारों की बात की जाए तो 19 अगस्त को संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा और उसके बाद 24 अगस्त को भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण जी का जन्म उत्सव जन्माष्टमी के रूप में सारे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा।

इस सप्ताह किन ग्रहों की बदलेगी चाल?


वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस सप्ताह के दौरान ग्रह और नक्षत्र की स्थिति बारे में विचार करने पर यह पता चलता है कि चंद्रमा का गोचर सप्ताह की शुरुआत में मीन राशि से प्रारंभ होकर मेष राशि, वृषभ राशि और मिथुन राशि में होगा। इस सप्ताह कुछ राशि वालों को विशेष परिणामों की प्राप्ति हो सकती है और कुछ ऐसी राशि के जातक होंगे जिन्हें इस दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान देना होगा। आपकी राशि के लिए कैसा प्रभाव रहेगा, यह जानने के लिए आप इस ब्लॉग को पूरा पढ़ें और जानें क्या कहता है साप्ताहिक राशिफल 19 से 25 अगस्त आपकी राशि के बारे में।

प्रदोष व्रत 2019 की तिथि व व्रत विधि: यहाँ क्लिक कर पढ़ें

शेयर बाज़ार में इस सप्ताह क्या होगा


इस सप्ताह की शुरुआत में 19 अगस्त को शेयर बाज़ार पर तेजडियों का प्रभाव रहेगा और वे मेटल, स्टील, पेट्रोलियम और अफोर्डेबल हाउसिंग से जुड़ी कंपनियों के शेयर खरीदने में रूचि रखेंगे। अगले दिन 20 अगस्त को टेक्सटाइल, लॉजिस्टिक्स, बियरिंग्स और टायर सेक्टर के शेयर खरीदने में लोगों का रुझान रहेगा और मंदड़ियों की वजह से बाजार गिरावट के साथ बंद हो सकता है। 21 अगस्त को ट्रैवल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों और ऑटोमोबाइल सेक्टर में ट्रेडिंग का अच्छा समय देखने को मिलेगा और फुटवियर, फार्मा, लेदर और ट्रैवल से जुड़े शेयर अदृश्य रूप से सकारात्मकता की ओर आगे बढ़ेंगे। 22 अगस्त को फिर से तेजडियों का प्रभाव देखने को मिलेगा और एफएमसीजी तथा ज्वेलरी और घड़ियाँ, परफ्यूम आदि से जुड़े शेयर खरीदने में रुचि दिखेगी। इसके पश्चात 23 अगस्त को बाजार दोपहर के समय नीचे जाएगा और एक्सपोर्ट, तंबाकू, इंश्योरेंस और कॉफी आदि से जुड़े कंपनी के शेयरों में बिकवाली देखने को मिल सकती है।


जन्मदिन विशेष


इस सप्ताह चर्चित हस्तिओं में 20 अगस्त को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की जन्म तिथि है। इसी दिन बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता रणदीप हुड्डा अपने जन्मदिन मनाएंगे और भारतीय उद्यमी और इंफोसिस के सह संस्थापक एन आर नारायण मूर्ति का जन्मदिन भी 20 अगस्त को ही मनाया जाता है। इसी सप्ताह 22 अगस्त को दक्षिण भारतीय अभिनेता चिरंजीवी अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करेंगे। इसके बाद 23 अगस्त को हिंदी फिल्म जगत की जानी-मानी अदाकारा सायरा बानो अपना जन्मदिन मनाएंगी और टीवी एक्ट्रेस और मॉडल गौहर खान का जन्मदिन भी इसी तारीख को होगा। सप्ताह के अंत में भारतीय फिल्मों और टीवी एक्ट्रेस अदिति शर्मा अपना जन्मदिन सेलिब्रेट करेंगे। जानें इन हस्तियों के लिए कैसा रहेगा आने वाला समय और क्या कहती है उनकी कुंडली। हमारी ओर से इन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ। चलिए अब जानते हैं इस सप्ताह का राशिफल:-


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


मेष राशि के जातकों को इस सप्ताह की शुरुआत में थोड़ा संभल कर चलना होगा क्योंकि उस समय चंद्र देव आपकी राशि के बारहवें भाव में गोचर करेंगे। जिससे आपको घर से दूर यात्रा पर जाना पड़ सकता है, जिसके दौरान आपको शारीरिक और मानसिक रूप से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय खर्चे तो आपके बढ़े हुए होंगे ही, साथ ही साथ धार्मिक क्रियाकलापों में...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेमी युगल के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा ठीक उसी तरह जिस तरह धूप और छांव होती है। पंचम भाव में उपस्थित शुक्र के कारण एक ओर तो आपके रिश्ते में प्यार बढ़ेगा और दूसरी ओर आप दोनों के बीच एक दूसरे के प्रति आकर्षण की भी वृद्धि होगी जिससे आप अंतरंग संबंधों में आगे बढ़ेंगे और इसी भाव में उपस्थित मंगल आपकी इस गतिविधि को...आगे पढ़ें

वृषभ


आपकी राशि के लिए यह सप्ताह कुछ सौगातें लेकर आया है जो इस सप्ताह के शुरुआत में आपको मिल सकती हैं। चंद्रमा के ग्यारहवें भाव में गोचर के कारण आपकी अपने भाई-बहनों से खूब अच्छी जमेगी और आपको इससे विशुद्ध आर्थिक लाभ होगा। आप अपने दोस्तों के साथ किसी पार्टी आदि में भी शिरकत कर सकते हैं जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा। संतान के लिए भी...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यदि प्रेमी युगल की बात की जाए तो उनके लिए सप्ताह मिले जुले परिणाम लेकर आएगा। तीसरे भाव में बुध की उपस्थिति जहां आप के प्रेम संबंध में अच्छी-अच्छी बातें कराएगी और उससे आपका प्यार परवान चढ़ेगा। तो वही अष्टम भाव से शनि की दृष्टि पंचम भाव में पड़ने के कारण आपके प्यार की परीक्षा भी होगी। यदि आप अपने प्रेम में सच्चे हैं तो आपको कोई कठिनाई...आगे पढ़ें


मिथुन


जहां एक ओर आपके काम की प्रशंसा होगी वहीं दूसरी ओर उनके पारिवारिक जीवन में भी सुख-शांति का माहौल रहेगा। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो इस दौरान अपने व्यापार को विस्तार देने के लिए उसमें पूँजी निवेश कर सकते हैं। आपके बिज़नेस में आपके कुटुंबीजनों का भी पूरा सहयोग आपको प्राप्त होगा। चंद्रमा का गोचर 11वें स्थान पर होने से आपकी...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम करने वाले जातकों के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है लेकिन एक बात पक्की है कि आपको प्यार के मामले में किसी प्रकार की शिकायत नहीं होगी। आपके प्रियतम से आपके संबंध प्रगाढ़ होंगे और दोनों साथ में किसी यात्रा पर जा सकते हैं जिसे आप रोमांटिक डेट का रूप भी दे सकते हैं। बेहतर होगा कि अपने प्रियतम को उनकी पसंद की कोई ...आगे पढ़ें

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कर्क


कर्क राशि वाले जातकों के लिए सप्ताह की शुरुआत भाग्य वृद्धि के साथ होगी क्योंकि चंद्रमा आपके नवम भाव में विराजमान हैं। इसलिए इस समय आनंद देने वाली सुदूर यात्रा हो सकती है जिसमें आपको कोई आर्थिक लाभ भी प्राप्त हो सकता है। अपने पिता और गुरुजनों के प्रति आप सम्मान का भाव रखेंगे और उनके द्वारा आपको अच्छी सलाह मिलेगी जो भविष्य में भी आपके काम आएगी। इस दौरान उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रयास करने वाले लोगों को सफलता मिलने के योग बन रहे हैं इसलिए यदि आप भी उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यदि आप पहले से ही किसी प्रेम संबंध में हैं तो इस दौरान अपने प्रियतम से अपने मन की कोई बात ना छुपाए और अपना दिल उनके सामने खोल कर रख दें। यदि आप किसी को प्रपोज करना चाहते हैं तो उसके लिए भी समय अनुकूल है लेकिन एक बात को याद रखें इसके लिए सच का साथ पकड़े, झूठ बोल कर कोई काम ना करें। पंचम भाव में बृहस्पति की स्थिति...आगे पढ़ें

सिंह


एक ओर तो आपको शारीरिक और मानसिक कष्ट हो सकते हैं, वहीं दूसरी ओर आपको अध्यात्म से संबंधित कुछ अच्छे अनुभव होंगे। आपको किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है, जिसकी वजह से आपके बजट पर भी असर पड़ेगा। लेकिन उसके पश्चात जैसे ही चंद्र देव आपके नवम भाव में प्रवेश करेंगे इस स्थिति में अचानक से बदलाव आएगा और आपकी आर्थिक स्थिति भी पूर्व की भांति अनुकूल हो जाएगी। किसी विदेश...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यह समझ लीजिए कि इस सप्ताह आपका प्रेम जीवन एक आग का दरिया ही है जो आपको पार करना है क्योंकि पंचम भाव में शनि और केतु की जो स्थिति बन रही है वह किसी भी रिश्ते को तोड़ने का दम रखती है। इसलिए आपको बहुत सोच समझ कर ही अपने प्रेम जीवन को संभालना चाहिए। अपने प्रियतम को नाराज़ किसी भी कीमत पर ना होने दें ...आगे पढ़ें

कन्या


व्यापार में सफलता मिलेगी और किसी पार्टनर-शिप के लिए प्रयास कर सकते हैं। इसके बाद चंद्र देव जब आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे तो वह समय मानसिक चिंताओं में वृद्धि करने का होगा और उसके साथ साथ आपकी आमदनी में भी गिरावट आ सकती है। आपके वरिष्ठ अधिकारियों से आपके संबंध बिगड़ सकते हैं जिसका ख़ामियाज़ा आपको अपने कार्य स्थल पर भी भुगतना पड़ सकता है इसलिए इस दौरान काफी संभलकर रहें और कोई भी ऐसा कार्य न करें जिसके लिए आपको बाद में...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेमी युगल के लिए यह सप्ताह मीठी यादों से भरा रहने वाला है। पंचम भाव पर पड़ रही बुध की दृष्टि के कारण आपके बीच आपसी संवाद मजबूत होगा और एक दूसरे से प्यार भरी मीठी मीठी बातें करेंगे। इसके परिणाम स्वरूप दोनों के बीच की दूरियाँ कम होंगी और एक दूसरे को बेहतर समझ पाएंगे। इसी वजह से आपका प्रेम जीवन खिल उठेगा। आप दोनों अपने दोस्तों से एक दूसरे को...आगे पढ़ें

तुला


तुला राशि के लोगों के लिए चंद्रमा इस सप्ताह की शुरुआत में छठे भाव में विराजमान होगा जिसके परिणाम स्वरूप आपकी नौकरी में समय अनुकूल रहेगा और आप अपने शत्रु एवं विरोधियों पर हावी रहेंगे, वे चाह कर भी आपका कुछ भी बिगाड़ नहीं पाएंगे। हालांकि आपके धन का अपव्यय होगा जिसकी वजह से आप तनाव में रहेंगे। इसके पश्चात चंद्र देव का गोचर आपके सप्तम भाव में होगा जिसके बाद दांपत्य जीवन में स्थितियाँ मजबूत होंगी और आपका...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यदि बात की जाए आपके प्रेम जीवन की तो इस दौरान पंचम भाव पर शुक्र सूर्य और मंगल का संयुक्त प्रभाव पड़ेगा और साथ ही साथ तीसरे भाव से शनि की तीसरी दृष्टि भी पंचम भाव को देखेगी। इतने सारे ग्रहों के प्रभाव के कारण प्रेम जीवन हिचकोले खाता हुआ नजर आएगा। जहां एक ओर शुक्र की दृष्टि प्रेम जीवन में रोमांस बढ़ाएगी और मंगल उसे तीव्रता देगा वहीं...आगे पढ़ें

वृश्चिक


सप्ताह की शुरुआत में चंद्र देव आप के पांचवें भाव में उपस्थित होंगे। पंचम भाव हमारी शिक्षा और संतान और प्रेम का भाव है इसलिए चंद्र देव का गोचर इस भाव में होने से जहां एक ओर आपके रिश्तों में स्नेह की भावना बढ़ेगी, वहीं संतान के लिए समय काफी अच्छा रहेगा। आपकी संतान आपके प्रति समर्पित रहेगी और आपकी आज्ञाकारी होगी और यह सब कुछ आपको बहुत खुशी देगा। शिक्षा के क्षेत्र में भी आपको अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी और यदि आप उच्च शिक्षा हेतु प्रयास कर रहे हैं तो इस दौरान आपको सफलता मिलने के ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए यह सप्ताह अच्छा रहेगा। हालांकि मंगल की पंचम भाव पर दृष्टि होने के कारण बीच-बीच में कुछ तनाव के पल तो आएँगे लेकिन बृहस्पति की दृष्टि अमृत समान होने के कारण सभी समस्याओं का समाधान कर देगी और आपका प्रेम जीवन खूबसूरत हो जाएगा। इस दौरान आप अपने प्रियतम से विवाह के बारे में भी बात कर सकते हैं और संभव है कि उनका जवाब हां में आए। आपका संगी आपको बहुत चाहता है यह...आगे पढ़ें

धनु


आपके लिए चंद्र देव का गोचर चतुर्थ भाव में सप्ताह की शुरुआत में होगा जिस पर मंगल देव की दृष्टि है, इस कारण प्रॉपर्टी खरीदने के प्रबल योग बनेंगे और यदि आप इस मामले में पहले से ही कोशिश कर रहे हैं तो आपकी कोई डील फाइनल हो सकती है। परिवार के लोग दिल खोलकर ख़ुशियों का स्वागत करेंगे और माता-पिता का स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। आपको अपने घर पर समय बिताना काफी सुकून देगा और साथ में मानसिक रूप से तरोताजा बनायेगा। इसका सीधा...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम के मामले में यह सप्ताह काफी अनुकूल रहेगा क्योंकि पंचम भाव का स्वामी मंगल पंचम से पंचम अर्थात नवम भाव में शुक्र के साथ उपस्थित है। ऐसे में जैसे ही चंद्र का गोचर आपके पंचम भाव में होगा, संभावना जागेगी कि आप अपने प्रियतम को साथ लेकर किसी रोमांटिक यात्रा पर जाएंगे और कुछ अच्छा समय बिताएंगे। एक दूसरे के साथ यह समय बिताना आपके प्रेम जीवन को महकाएगा और आपके बीच अंतरंग रिश्तों को मजबूत करेगा। आपका स्वास्थ्य ...आगे पढ़ें

मकर


यदि आप मकर राशि के अंतर्गत आते हैं तो सप्ताह की शुरुआत में तीसरे भाव में उपस्थित चंद्रमा आपको किसी यात्रा पर ले जा सकता है। एकादश भाव में बैठे बृहस्पति की दृष्टि तृतीय भाव पर होने से आपके भाई बहनों के लिए सप्ताह अनुकूल रहेगा और यात्रा के दौरान भी आपको अनेक अच्छे अनुभव प्राप्त होंगे और आपके लिए सफलता का मार्ग खुलेगा। हालांकि आप इस दौरान कुछ आलसी हो सकते हैं जिसकी वजह...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- अष्टम भाव में शुक्र और मंगल की युति आपको वासनात्मक विचारों में उलझाएगी और आपके अंतरंग संबंधों में वृद्धि होगी, लेकिन ध्यान रखें कि अत्यधिक संलिप्तता आपको शारीरिक रोग भी दे सकती है। इसके अतिरिक्त अष्टम भाव में उपस्थित सूर्य के कारण आपका कोई पुराना...आगे पढ़ें

कुंभ


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके दूसरे भाव में रहेगा, जिसे धन भाव भी कहा जाता है। इस वजह से आपको धन प्राप्ति के योग बनेंगे और आपके कुटुंब में बृहस्पति की दृष्टि दूसरे भाव पर होने के कारण कोई शुभ कार्य संपन्न हो सकता है। घर में रिश्तेदारों का आना जाना होगा जिससे परिवार में उत्साह कोई जैसे वातावरण रहेगा और सभी प्रसन्न दिखेंगे। इसके बाद चंद्र देव आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप भाई-बहनों के साथ मिलकर कोई व्यापार आरंभ करने का विचार कर सकते हैं और इसी संबंध में कोई यात्रा...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेमी युगल के दृष्टिकोण से देखें तो यह सप्ताह अधिक अनुकूल दिखाई नहीं देता। पंचम भाव में शनि का प्रभाव रिश्ते में परेशानियों का कारण बन सकता है लेकिन यहां अनुकूल बात यह है कि राहु आपके पंचम भाव में विराजमान हैं जो किसी न किसी युक्ति से आपको आपके काम में सफल बनाएँगे। इस दौरान आपकी सहज बुद्धि तीव्र होगी जिसकी वजह से आप अपने प्रियतम को किसी भी तरह मना ही लेंगे। आपको केवल एक बात का ध्यान रखना है कि प्यार...आगे पढ़ें

मीन


मीन राशि वालों के लिए सप्ताह की शुरुआत में चंद्र देव लग्न में अर्थात आपके प्रथम भाव में विराजमान होंगे। इसके परिणाम स्वरूप आप शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त करेंगे और आपका पढ़ाई में भी खूब मन लगेगा। इस समय आप जो कुछ भी पढ़ेंगे, वह सहज ही आपको याद हो जाएगा। परिवार के बड़े लोगों के प्रति आप सम्मान का भाव रखेंगे और आपका मन काफी प्रसन्न रहेगा। दांपत्य जीवन में भी सुख रहेगा और जीवन साथी के लिए यह समय काफी...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए सप्ताह अनुकूल रहने की ओर इशारा कर रहा है। पंचम भाव में उपस्थित बुध के कारण आपका अपने प्रियतम से इस पूरे ही सप्ताह अनेक बातों को लेकर डिस्कशन होगा, जिससे एक दूसरे की मन की बातें और विचार एक दूसरे को समझाएंगे और आप एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। यह न केवल आपके रिश्ते को मज़बूती देगा बल्कि एक-दूसरे ...आगे पढ़ें

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सूर्य का सिंह राशि में हुआ गोचर, जानें प्रभाव।

सूर्य ने किया सिंह राशि में गोचर! ग्रहों के राजा का गोचर लेकर आएगा ये बड़े बदलाव। पढ़ें सूर्य के सिंह राशि में हुए गोचर का प्रभाव।



जगत की आत्मा कहा जाने वाला सूर्य समस्त नवग्रहों का राजा है। सूर्य का ही प्रकाश है जो समय के अनुसार सभी प्राणियों को जीवन देता है और उनका पालन-पोषण करता है इसलिए सूर्य देव को साक्षात सूर्यनारायण भी कहा जाता है। क्योंकि भगवान श्री नारायण को ही समस्त संसार का पालनहार कहा जाता है। चंद्र आदि ग्रह भी सूर्य से ही ऊर्जा लेकर प्रकाशित होते हैं। सूर्य की इस अत्यंत अनुकंपा के लिए ही ज्योतिष शास्त्र में भी सूर्य को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य को जगत की आत्मा और पिता का कारक माना जाता है। सरकार और आरोग्य दोनों ही सूर्य के कार्यक्षेत्र हैं इसलिए यदि सरकारी नौकरी पाना हो या उच्च पद की आकांक्षा हो अथवा आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं आ रही हों तो उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए सूर्य देव को प्रसन्न करना अत्यंत आवश्यक है। जन्म कुंडली में यदि सूर्य देव की स्थिति कमजोर हो तो उसको मजबूत करने के लिए माणिक्य रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। माणिक रत्न धारण करने से सूर्य मजबूत होता है और आपको अपनी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति करने में सफलता प्राप्त हो जाती है।

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सूर्य देव और जन्म कुंडली


समस्त जगत के पालनहार जगत की आत्मा सूर्यदेव ही है इसलिए जब भी किसी जातक की जन्म कुंडली का विचार किया जाता है तो सर्वप्रथम सूर्य की स्थिति और उसका बल देखा जाता है। सूर्य को पूर्व दिशा पर आधिपत्य प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं जो कि काल पुरुष की कुंडली में पंचम भाव में विराजमान है।

सूर्य मेष राशि में 10 अंशों पर पूर्ण उच्च अवस्था में माने जाते हैं और उसे ठीक 180 अंश आगे अर्थात तुला राशि में 10 अंशों पर पूर्ण नीच अवस्था में माने जाते हैं। विभिन्न प्रकार की ऋतुएँ सूर्य की गति पर ही आधारित होती हैं। सूर्य के निकट आने पर विशेष अंशात्मक दूरी पर कोई भी ग्रह अस्त हो जाता है अर्थात् उसका प्रभाव सूर्य के अधीन हो जाता है।

जब भी किसी जातक की जन्मकुंडली का अध्ययन किया जाता है तो सूर्य को विशेष रूप से देखा जाता है क्योंकि सूर्य व्यक्ति का यश अर्थात उसकी कीर्ति के बारे में भी बताता है। व्यक्ति में कितना आत्मविश्वास भरा है और समाज में उसे कितना सम्मान मिलेगा इसकी स्थिति भी सूर्य से ही पता चलती है। अन्य ग्रहों के साथ सूर्य का संबंध भी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि उसका पूरा प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। ज्योतिष में फल कथन करने से पूर्व सूर्य किस राशि में है इस बारे में भी विचार किया जाता है।

यदि कुंडली में सूर्य अशुभ प्रभाव में हो या कमजोर अवस्था में हो तो उसको सूर्य यंत्र की सहायता से मजबूत किया जा सकता है। क्योंकि रविवार सूर्य का दिन माना जाता है इसलिए रविवार के दिन प्रातः 8:00 बजे से पूर्व सूर्य यंत्र की विधिवत पूजा करके उसको अपने घर के मंदिर में अथवा पूर्व दिशा में स्थापित करना और प्रतिदिन उसकी आराधना करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है और सूर्य संबंधित सभी अच्छे फलों की प्राप्ति होती।

यदि आपका सूर्य अनुकूल अवस्था में है, तो आपको अपने पिता का पूर्ण सुख मिलता है और आपके पिता भी जीवन में यश प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही आपको भी अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है और आप किसी उच्च पद पर प्रतिष्ठित होते हैं।


कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के उपाय- यहाँ क्लिक कर पढ़ें!

गोचर काल का समय


समस्त संसार को प्रकाश देने वाले सूर्य देव शनिवार 17 अगस्त 2019 को दोपहर 12:47 बजे कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश कर चुके हैं, जो कि इनकी स्वराशि है और यहां यह अधिक अनुकूल रहेंगे। सिंह राशि में ये 17 सितंबर 2019, मंगलवार 12:43 बजे तक स्थित रहेंगे। अब क्योंकि सूर्य देव अपनी ही राशि में उपस्थित होंगे तो अधिक अनुकूलता से अपने प्रभाव समस्त राशियों पर दिखाएँगे। हालांकि जिनकी कुंडली में सूर्य अनुकूल है उन्हें अनुकूल और जिनकी कुंडली में प्रतिकूल है उन्हें प्रतिकूल परिणामों की प्राप्ति हो सकती है लेकिन सभी 12 राशियों पर सूर्य देव के सिंह राशि के गोचर का प्रभाव किसी ना किसी रूप में अवश्य पड़ेगा और सभी राशियां से प्रभावित होंगी। तो आईये जानते हैं कि सूर्य देव के सिंह राशि में होने वाले इस गोचर से विभिन्न राशियों का क्या भविष्य जुड़ा है और क्या होगा इन विभिन्न राशियों पर सूर्य देव के गोचर का प्रभाव:-

सूर्य मंगल योग से नौकरी में पदोन्नति के योग


17 अगस्त को सूर्य देव कर्क राशि से निकलकर अपनी राशि सिंह में प्रवेश किया है, जहां वे मंगल और शुक्र के साथ युति करते करेंगे। सूर्य और शुक्र में शत्रुता है लेकिन शुक्र और मंगल में घनिष्ठ मित्रता है। इसी कारण सूर्य मंगल की युति आपको कार्यक्षेत्र में अत्यधिक आनंद देगी और आपकी पदोन्नति की संभावनाओं को बढ़ाएगी, हालांकि शुक्र की उपस्थिति यह बताइगी कि आपको महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए तथा ऑफिस में किसी भी प्रकार की गप्पबाजी और व्यर्थ की बातों से दूर रहना ही आपके लिए बेहतर होगा। जो लोग सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में लगे हैं उन्हें इस दौरान सफलता मिलने की संभावना प्रबल होगी।

देश में महिलाओं के साथ घटनाओं में वृद्धि


जहां एक और सूर्य मंगल दोनों अग्नि तत्व ग्रह हैं वहां शुक्र एक जल तत्व ग्रह है तथा शुक्र को स्त्री ग्रह के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। यही वजह है कि सूर्य के सिंह राशि में गोचर होने के कारण देशभर में महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं में वृद्धि होने की संभावना रहेगी।

सूर्य मंगल का गोचर देश में समस्याओं को बढ़ाएगा


सूर्य गर्म ग्रह है और मंगल भी। ग्रहों की सेना में सूर्य को राजा की पदवी प्राप्त है तो मंगल को सेनापति की, और जहां यह दोनों स्थित हो वहां क्षेत्रों की खैर नहीं होगी। इसलिए जहां एक ओर हमारा देश इस दौरान अपने विरोधियों को मात देने में कामयाब होगा और घुसपैठियों और आतंकवादियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएंगे। हालाँकि देश भर में आगजनी, और दुर्घटनाओं आदि की वृद्धि होने की भी संभावनाएँ हैं।
चंद्र ग्रहण 2019 की दिनांक और उसके सूतक का समय: यहाँ क्लिक कर पढ़ें

आइये अब जानते हैं सभी राशियों पर कैसा होगा सूर्य के इस गोचर का असर:-

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यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से पांचवें भाव में विराजमान होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए कार्यक्षेत्र में तरक्की ला सकती है। इस दौरान नौकरी की तलाश करने वाले लोगों को विशेष रूप से नयी नौकरी मिल सकती है। कार्यक्षेत्र में आपको अपने सहयोगियों का भरपूर सहयोग मिलेगा और आप अपनी मंज़िल को पाने में कामयाब रहेंगे। वहीं दूसरी तरफ यदि आप किसी व्यवसाय से जुड़े हैं तो इस दौरान...आगे पढ़ें

वृषभ


गोचर की इस अवधि के दौरान आपके परिवार का माहौल थोड़ा अशांत रह सकता है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों के बीच किसी बात को लेकर मतभेद की स्थिति बन सकती है। हालाँकि इस दौरान आपकी माता जी की सेहत में काफी सुधार देखने को मिलेगा जिससे मन को थोड़ी शांति मिलेगी। बात करें कार्यक्षेत्र की तो, सूर्य के...आगे पढ़ें

मिथुन


सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से तीसरे भाव में स्थित होंगें। इस गोचर के फलस्वरूप आपके काम करने की क्षमता में वृद्धि होगी और आप हर परिस्थिति का मुक़ाबला करने के लिए खुद को पूरी तरह से सक्षम पाएंगे। गोचर की इस अवधि के दौरान विशेष सफलता प्राप्त करने के लिए आपको कठिन मेहनत करने की आवश्यकता होगी। इस दौरान जहाँ...आगे पढ़ें



कर्क


पारिवारिक स्तर पर देखें तो सूर्य के इस गोचर के दौरान, परिवार के किसी सदस्य के साथ आपका वैचारिक मतभेद हो सकता है। बहरहाल गोचर काल की ये अवधि पारिवारिक रूप से आपके लिए तनावपूर्ण रहेगी। आर्थिक दृष्टिकोण से सूर्य का ये गोचर आपके लिए फलदायी साबित हो सकता है। इस दौरान आपको किसी अनजान स्रोत से आर्थिक लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही इस गोचर काल में आप पैसों की बचत करने में भी सफल रहेंगे जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यदि आप सरकारी पेशे से जुड़े हैं तो इस समय आपको खासतौर...आगे पढ़ें

सिंह


चूँकि सूर्य का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है लिहाजा ये आपकी राशि से प्रथम भाव में या लग्न भाव में स्थित होंगें। सूर्य का ये गोचर आपके लिए विशेष रूप से फलदायी साबित होगा। सबसे पहले बात करें सामाजिक जीवन की तो, सामाजिक स्तर पर आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और आप लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र होंगें। इस गोचरकाल की अवधि में ...आगे पढ़ें

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कन्या


आर्थिक रूप से देखें तो इस गोचर के दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है, लिहाजा इस दौरान आपको विशेष रूप से उन चीजों पर ही खर्च करना चाहिए जिसकी आपकी जरुरत हो। पैसों का बचत ना करने से आप आने वाले दिनों में आर्थिक तंगी के शिकार हो सकते हैं। इस गोचर काल के दौरान कन्या राशि के जातकों को...आगे पढ़ें

तुला


सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में स्थित होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित हो सकती है। इस दौरान आपकी सरकारी क्षेत्र में कार्यरत लोगों से ख़ासा लाभ मिलने की संभावना बन रही है। उनके साथ आपके अच्छे संबंध स्थापित हो सकते हैं, लिहाजा इस समय लोगों के साथ घुलने-मिलने में भी आपको अपना समय देना चाहिये। इस गोचर काल के दौरान समाज में आपके मान सम्मान में भी वृद्धि होगी और आप ...आगे पढ़ें

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वृश्चिक


इस अवधि में आपको अपने काम में ख़ासा आनंद की अनुभूति होगी और कार्यक्षेत्र में आपके काम की सराहना होगी। हालाँकि इस दौरान काम की अधिकता होने की वजह से आपको निजी जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बहरहाल परिवार के सदस्य आपको इस बात के लिए ताने दे सकते हैं कि आप उनके साथ ...आगे पढ़ें

धनु


इस गोचर अवधि में सूर्य आपकी राशि से नवम भाव में स्थित होंगें। सूर्य का ये गोचर धनु राशि के जातकों के लिए सामाजिक रूप से काफी लाभदायक साबित होने वाला है। लिहाजा गोचर की इस अवधि में समाज में आपकी छवि काफी अच्छी बनेगी और आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी। इसके साथ ही इस दौरान समाज के कुछ बेहद प्रभावशाली लोगों के संपर्क में भी आने का अवसर आपको मिल सकता है। इस गोचर काल के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों में आपकी रुचि ज्यादा होगी और आप ...आगे पढ़ें

मकर


सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से आठवें भाव में स्थित होंगें। गोचर की इस अवधि के दौरान आपके स्वास्थ्य में विशेष रूप से कुछ गिरावट आ सकती है। लिहाजा इस दौरान आपको अपनी सेहत का विशेष ख़्याल रखने की आवश्यकता होगी। इस गोचरकाल के दौरान आप किसी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं, इसलिए इस समय आपको ख़ास...आगे पढ़ें

कुंभ


स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो इस दौरान आप अपनी सेहत को लेकर परेशान हो सकते हैं। बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए गोचर की इस अवधि के दौरान आपको अपना खान पान अच्छा रखने के साथ ही एक हेल्दी रूटीन भी अपनाना चाहिए। कार्यक्षेत्र की बात करें तो आपके लिए सूर्य के गोचर का ये समय विशेष रूप से लाभदायक साबित होगा। इस दौरान आपकी पदोन्नति के साथ ही आय में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। यदि आप काफी वक़्त से नौकरी बदलने की सोच रहें हैं तो ...आगे पढ़ें

मीन


इस दौरान सूर्य आपकी राशि से छठे भाव में विराजमान होंगें। इस गोचर काल में आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में सफल रहेंगे। सूर्य के इस गोचर का नकारात्मक प्रभाव आपके वैवाहिक जीवन पर देखा जा सकता है। इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के व्यवहार में थोड़ी आक्रामकता देख सकते हैं। बात करें आर्थिक जीवन की तो, आपको इस दौरान...आगे पढ़ें

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