बॉलीवुड की एक बेहतरीन अभिनेत्री ‘श्रेया नारायण’ साझा कर रही हैं ज्योतिष के बारे में अपने विचार एस्ट्रोसेज.कॉम के साथ। जानें क्या हैं जीवन में उनकी मान्यताएँ और क्या है जो हर वक़्त आगे बढ़ने के लिए उन्हें प्रेरित करता है। इसके साथ-साथ जानें कैसी होगी उनकी आने वाली फ़िल्म “सुपर नानी”।
प्रश्न 1 - क्या आप ज्योतिष में विश्वास रखती हैं? अगर हाँ, तो क्यों?
ज्योतिष में मेरा भरोसा हाल के दिनों में काफ़ी गहरा हुआ है। मेरी फ़िल्म “साहब, बीवी और गैंगस्टर” की शूटिंग दिसम्बर, 2010 में पूरी हो गई थी, लेकिन किसी-न-किसी वजह से रिलीज़ नहीं हो पा रही थी। उसे रिलीज़ होने में 9 महीने लगे। पहले उसे मई में रिलीज़ होना था, लेकिन उसकी तारीख़ आगे ही बढ़ती जा रही थी। इस बारे में मैंने शास्त्री जी से बात की - मम्मी की उनपर बहुत श्रद्धा थी और वे अक्सर उन्हें हमारी कुण्डलियाँ दिखाती रहती थीं। उन्होंने मुझे कुछ चीज़ें बताईं और, जैसा कि उन्होंने कहा था, जल्दी ही फ़िल्म भी रिलीज़ हो गई। इस तरह ज्योतिष में मेरा विश्वास बढ़ा। धीरे-धीरे ज्योतिष में मेरा यह विश्वास मुझे आध्यात्मिकता की ओर ले गया। आप इसे ज्योतिष कहें या कुछ और, लेकिन मुझे लगता है कि जो होना है, वह होकर रहता है। मेरी माँ की बीमारी के अनुभव ने भी मुझे यही सिखाया। हालात पर हमारा नियन्त्रण नहीं हो सकता, लेकिन हमें अपना सबसे बेहतर काम करना चाहिए। ज्योतिष हमें भविष्य में झाँकने का मौक़ा देती है और काम करने की एक दिशा दिखाती है। बीच-बीच में शास्त्री जी से मैं इस दिशा के बारे में जानती रहती हूँ।
प्रश्न 2 - आप भाग्य में भरोसा करती हैं या फिर आपको कर्म में विश्वास है?
दरअस्ल, जीवन में हमेशा संतुलन बनाने की ज़रुरत होती है। जो लोग फ़िल्म जगत में हैं वे आपको बताएंगे कि आप चाहे कितनी भी कोशिशें क्यों न करें, चीज़ें तभी होती हैं, जब होनी होती हैं। हालाँकि आपको अपनी कोशिशें, अपनी मेहनत तो जारी रखनी ही हैं, लेकिन यह भी याद रखना है कि कड़ी मेहनत का मतलब यह नहीं कि वही हो और तभी हो, जो आप चाहें। ज़िन्दगी में क़िस्मत और कोशिश, दोनों की ही जगह है। दोनों का सन्तुलन ही इसे चलाता है।
प्रश्न 3 - रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में आप ज्योतिष को कितना उपयोग में लाती हैं?
ज्योतिष मेरे लिए रोज़ाना की ज़िन्दगी का हिस्सा तो नहीं है, लेकिन इससे मुझे एक दिशा ज़रूर मिलती है। छोटी-छोटी चीज़ों में तो नहीं, लेकिन जीवन की बड़ी तस्वीर में यह मेरे लिए बहुत ज़रूरी है। कभी आप हताश-निराश होते हैं, कभी कशमकश में होते हैं या कभी बहुत ज़्यादा उत्साहित होते हैं - ऐसे में आपको चीज़ों के अन्दर झाँकने की ज़रूरत होती है, ताकि आपके मन को भी थोड़ा चैन आए। ऐसे में ज्योतिष संबल देती है। मुझे लगता है कि बाहर हालात बदलने से ज़्यादा यह आपके अन्दर मज़बूती और समझ पैदा करती है।
प्रश्न 4 - एक्टर्स के जीवन में जो महत्वपूर्ण निर्णय होते हैं जैसे कोई फ़िल्म साइन करना या कोई और ज़रूरी चीज़, उन्हें लेते समय आप ज्योतिषीय परामर्श लेती हैं या फिर पूरी तरह अपनी समझ से फ़ैसला करती हैं?
फ़िल्में साइन करने के लिए तो नहीं, लेकिन बड़े स्तर पर एक दिशा तय करने के लिए मैं ऐसा करती हूँ। हालाँकि, मेरे बहुत-से ऐसे दोस्त हैं जो फ़िल्म साइन करते वक़्त ऐसी सलाह लेते हैं। बहुत-से प्रोड्यूसर भी हैं, जो फ़िल्म में लेने से पहले कुण्डली मांगते हैं; कुण्डली मिलने पर ही आपको फ़िल्म में लेते हैं। जैसा कि मैंने कहा, मेरा मानना है कि ज्योतिष आपको जीवन की राह दिखाने के लिए है, न कि सभी छोटी-छोटी बातों के लिए। ऐसे सभी निर्णय मैं ख़ुद अपनी समझ से लेती हूँ। आख़िरकार क्या होगा, यह तो किसी के हाथ में नहीं है - सिर्फ़ भगवान को ही पता है। कुछ दिनों पहले मेरी एक बहुत बड़े स्टार से बात हो रही थी, जिन्होंने कई बड़ी हिट दी हैं। उन्होंने कहा कि हम हर फ़िल्म में उतनी ही मेहनत करते हैं, उतना ही काम करते हैं, लेकिन पता नहीं कौन-सी फ़िल्म कौन-सी क़िस्मत लेकर आई है। कोई यह नहीं बता सकता फ़िल्म चलेगी या नहीं। इसलिए एक इंसान के तौर पर आपको हर दिन अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करनी होती है। ज्योतिष से हमें पता लगता है कि कहाँ थोड़ा ज़्यादा सतर्क रहना है, कब और ज़्यादा मेहनत की ज़रुरत है। ज्योतिष मुझे एक सकारात्मक दिशा देती है।
प्रश्न 5 - ज्योतिष और अध्यात्म आपस में जुड़े हुए विषय हैं। आप आध्यात्मिक हैं या धार्मिक या...?
मेरी समझ में धर्म आपको अध्यात्म की ओर ले जाने की राह है। जब मैं ध्यान करती हूँ, तो ख़ुद को एक अलग दुनिया में पाती हूँ। मेरी नज़र में केवल रीति-रिवाज़ नहीं, बल्कि गहरे में ख़ुद से जुड़ने की कला धर्म है, अध्यात्म है। हाँ, इस जुड़ाव के अलग-अलग तरीक़े हो सकते हैं। मेरा ही तरीक़ा सही है और बाक़ी ग़लत - ऐसा कहना ठीक नहीं है। ॐ का जप भी आपको वहीं पहुँचा सकता है, जहाँ जीसस की प्रार्थना। बस इस राह में दिल साफ़ होना चाहिए और फिर आप एक ऐसी जगह पहुँच जाते हैं जहाँ सारे ख़्याल ख़त्म हो जाते हैं, और आप बाहर-से-अन्दर तक पूरी तरह शान्त होते हैं। तब आप ख़ुद से जुड़ते हैं, सृजन करते हैं, विकसित होते हैं। इसके लिए श्रद्धा का गहरा होना बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मुझे लगता है कि ज्योतिषी का आध्यात्मिक होना भी ज़रूरी है, तभी वह गुत्थियों को सुलझाकर सही रास्ता दिखा सकता है। ज्योतिष विद्या तो एक ही है, लेकिन ज्योतिषी अलग-अलग हैं - कुछ की कही बातें ज़्यादा ठीक होती हैं और कुछ उतना सटीक नहीं बता पाते। यह अन्तर आध्यात्मिक उन्नति से पैदा होता है। जो ख़ुद से गहराई में जुड़ा है, वही दूसरे के अन्दर झाँक कर कुछ बता सकता है।
प्रश्न 6 - आपसे बात करके लगता है कि आप बहुत आध्यात्मिक हैं। क्या आपको लगता है कि आध्यात्मिकता आपकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में भी उपयोगी है?
बिल्कुल। मुझे लगता है कि जितने आप आध्यात्मिक होंगे, उतने ही आप हर हालात में शांत रह पाएंगे। आप कभी हड़बड़ाएंगे नहीं, चाहे कुछ क्यों न हो जाए। आध्यात्मिकता आपको गिरकर उठने की क्षमता देती है। हम एक्टर्स का जीवन उतार-चढ़ाव से भरा होता है। आप चाहे कितने भी बड़े एक्टर क्यों न हों, आप कभी ऊपर जाएंगे तो कभी नीचे आएंगे। आध्यात्मिकता आपको जीवन के प्रति नया नज़रिया देती है, जहाँ आप ख़ुद को एक दूरी से देखते हैं। आप यह देख पाते हैं कि आप वाक़ई कहाँ जा रहे हैं।
प्रश्न 7 - आपने कहा कि आध्यात्मिकता आपको गिरकर उठने की क्षमता देती है। आपकी आने वाली फ़िल्म “सुपर नानी” का विषय भी शायद कुछ ऐसा ही है, जहाँ एक महिला विषम परिस्थितियों में भी अपना हौंसला नहीं हारती और कुछ करके दिखाती है। आपका इस फ़िल्म में क्या किरदार है?
यह फ़िल्म “सुपर नानी” रेखा जी की कहानी है - किस तरह उन्हें परिवार का सहयोग और प्यार नहीं मिलता, कैसे वे संघर्ष करती हैं और करिअर के ज़रिए परिवार में बदलाव लाती हैं। रेखा जी ख़ुद भी बहुत आध्यात्मिक और अन्दर से मज़बूत इंसान हैं। उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है। जहाँ तक फ़िल्म में मेरे किरदार आस्था की बात है, वह बहुत ही बिगड़ैल, बड़बोली, बदमिज़ाज, अजीब, कॉमिक और पागल क़िस्म की बहू है। वो एक्टर बनना चाहती है, लेकिन एक्टर बनने का कोई गुण उसके अन्दर नहीं है। यह एक कॉमिक किरदार है जो सबको अपने कारनामों से हँसाएगा।
प्रश्न 8 - आपकी आने वाली फ़िल्म...?
हाँ, मैं तिग्मांशू धूलिया की फ़िल्म “यारा” में काम कर रही हूँ।
प्रश्न 9 - एस्ट्रोसेज.कॉम के पाठकों से आप क्या कहना चाहेंगी?
मुझे लगता है कि एस्ट्रोसेज.कॉम बहुत ख़ास वेबसाइट है और इसीलिए यहाँ आने वाले सभी लोग बहुत ख़ास हैं। मैं सिर्फ़ यह कहना चाहूँगी कि ज्योतिष शास्त्र बहुत ही गहरा है। आप जितना इसमें डूबेंगे, उतने ही मोती आपके हाथ लगेंगे। एस्ट्रोसेज.कॉम के माध्यम से आप ज्योतिष का पूरा लाभ लें और जीवन में लगातार आगे बढ़ते रहें।