आपकी जन्म लग्न और सावधानियां

आचार्य रमन

ज्योतिष में मुख्यतः सभी मनुष्यों को १२ राशियों में वर्गीकृत करा गया है, इसके बाद कई अन्य वर्गीकरण हैं परन्तु मूल यही है. सभी राशियों के जातकों की कुछ विशेषता होती है जो ग्रहों और भावों के बलानुक्रम अनुसार कम ज्यादा होती रहती है. विशेषता होने के अतिरिक्त सभी में कुछ दोष भी हैं जो की स्वाभाविक है. सिर्फ एक इश्वर ही निर्गुण निर्दोष होता है, अन्य कोई नहीं. आज की प्रदूषित ज़िन्दगी में स्वास्थय पर ध्यान बहुत आवश्यक हो गया. स्वास्थय धनोपार्जन का नया बाज़ार भी बन गया है. कुछ छोटी मोटी सावधानियां रख कर आप अपनी लग्न अथवा राशी अनुसार स्वयं को स्वस्थ भी रख सकते हैं और पांच सितारा अस्पतालों के महंगे इलाज से भी बच सकते हैं.

मेष: आपको अपनी नींद सदा पूरी करनी चहिये. मंगल के क्रोध और ऊर्जा को किसी अनिष्टकारी जगह व्यय करने से अच्छा है सोना. मस्तिष्क का आपको हमेशा ध्यान रखना चहिये और ऐसे पदार्थों का सेवन करते रहना चहिये जिससे मस्तिष्क को ऊर्जा मिलती रहे. रोज़ सुबह ताज़ी हवा मैं सैर करना तथा योग मुद्राओं का प्रयास करना श्रेष्ठ रहेगा.

वृषभ: आपको गले और फेफड़ों को संभाल कर रखने की आवश्यकता है. सामान्य सर्दी ज़ुकाम को भी आप नज़रंदाज़ मत करा कीजिये और उचित उपचार लिया कीजिये. भोजन हमेशा भूख से थोडा कम करना और मिर्च मसालेदार भोजन नहीं करना ही आपके लिए बहुत है. जीवन को नियमबद्ध क्रम से यापन करना आपके लिए प्रमुख है. किसी भी प्रकार की उत्तेजना और जल्दबाजी को त्याग देना ही बेहतर रहेगा.


मिथुन: फेफड़े और तंत्रिका तंत्र आपके कमजोर अंग रहते हैं. नशा, अवैध यौन सम्बन्ध आदि से जितना दूर रहेंगे उतना लम्बा जियेंगे. ताज़ी हवा आपके लिए अमृत सामान है, जहाँ तक हो खुले वातावरण में ही रहने का प्रयास कीजिये. सर्दियों में जितना हो सके उतना स्वयं को गर्म कपड़ों के आवरण में रखिये.

कर्क: आपको सर्वप्रथम स्वयं की मनोस्थिति को दुरुस्त रखने की ज़रुरत है. छोटी मोटी बातों को बढ़ा चढ़ा कर करने की कोई आवश्यकता नहीं है. किसी भी प्रकार की दवाई लेने से पहले सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है. अच्छी तरह से पका हुआ भोजन ही करें और गरिष्ठ भोजन त्याग दीजिये. पाचन तंत्र आपका कमज़ोर हिस्सा है इसलिए उसकी ओर सावधानी बरतिए.

सिंह: शराब, मादक पदार्थ, उत्त्तेजना ये तीनों आपके दुश्मन हैं. रक्त विकार की आपको हमेशा सम्भावना रहती है इसलिए भोजन में ऐसे पदार्थों का प्रयोग कीजिये जिस से रक्त की प्रतिरोधक क्षमता मानक स्तर पर बनी रहे. छोटे ज्वर में भी पूरा और सही इलाज आपको करवाना चहिये और मसालेदार खाने से दूर रहना चहिये.

कन्या: आप छोटी छोटी बातों से भी परेशान हो जाते हैं. जीवन में घबराने से कुछ हासिल नहीं होता ये आपको समझ लेना चाहिए. आपको अपना पाचन तंत्र और मन दोनों को ही संतुलित रखना है और ध्यान देना है. नियम से सुबह दौड़ लगाना आपके लिए बहुत लाभदायक रहेगा तथा अर्धचक्रासन और कपालभाती क्रिया आपको बहुत फायदा करेगी.

तुला: गुर्दे ,मूत्राशय, कमर ये तीन आपको परेशान करते रहते हैं. इनका आपको ध्यान रखना चहिये और अधिक कार्य नहीं करना चहिये. आपको हमेशा स्वच्छ और ताज़ा जल ही प्रयोग में लाना चहिये और अपने घर को साफ़ और सुन्दर रखना चहिये. आपको इर्ष्या, डाह आदि भावनाओ पर नियंत्रण रखना चहिये और कम बोलना चहिये.

वृश्चिक: आपको अपने गले और दिल का ध्यान रखना चहिये. किसी भी प्रकार का नशा आपके लिए ज़हर से कम नहीं है यह सदा ध्यान रखिये. आपको नज़र, छुआ छूत आदि बहुत ज़ल्दी पकड़ते हैं अतः उनसे बच कर रहिये. अपने शौचालय को सदा स्वच्छ रखिये और मल विसर्जन अंगों पर ध्यान रखिये. आपको उन्ही से परेशानी होने की सम्भावना सर्वाधिक है.

धनु: रक्त विकार आपकी प्रमुख समस्या है और साथ ही छोटी चोटें. घोड़े और जलने कटने की छोटी घटनाओ से स्वयं को बचा कर रखिये. ५० के बाद फेफड़ों का ध्यान रखना आवश्यक है अन्यथा आप वात रोगों से पीढित हो जायेंगे.

मकर: कोष्ठबद्धता और चरम रोग आपको परेशान करते रहते हैं. अत्यधिक शीत भी आपके लिए नुकसानदायक है और मेलनकोलिया भी आपकी परेशानी है. नियमित रूप से अनुलोम विलोम, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार और कपालभाति आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा.

कुम्भ: नेत्रों का विशेष रूप से ध्यान रखिये. आप या तो किसी बीमारी से बहुत ज़ल्दी ठीक हो जाते हैं या फिर किसी जन्मजात बीमारी के साथ ही जन्मते हैं. रक्त विकार भी आपमें उपस्थित रहते हैं. मानसिक तनाव को हर कीमत पर अपने से दूर रखिये. सुबह की सैर और खुले मैदान में व्यायाम आपको बहुत लम्बे समय तक सुद्रढ़ रख सकते हैं.

मीन: आपको अपने स्वास्थय पर सदा ध्यान देने की ज़रुरत है क्योंकि आप इस ओर से लापरवाह रहते हैं. छुआ छूत और नज़र दोष इत्यादि भी आपको जल्दी अपना शिकार बना लेते हैं इसलिए सावधान रहिये. आपको पैरों में ठण्ड लगकर बुखार आने की तासीर है इसलिए जहाँ तक हो सावधानी रखिये. पानी भी आवश्यकता से अधिक मत पीजिये. किसी भी प्रकार का धूम्रपान, शराब, नशा आपके लिए नहीं है. अत्यधिक विचार करने की जगह विचार को कर्म में बदलने पर ध्यान दीजिये.
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अधिक अनुकूल नहीं है भारतवर्ष की यह वर्षकुण्डली

पंडित हनुमान मिश्रा

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15 अगस्त 2013 को अपने भारत देश को आज़ाद हुए 66 साल हो जाएंगे। यानी कि भारत 67वें साल में प्रवेश कर जाएगा। इन सालों में भारत कुछ विशेष उपलब्धियां तो हाशिल नहीं कर पाया। हालांकि यहां के राजनेता अपनी पीठ थपथपाने के लिए भले ही बड़ी-बड़ी डीगें मार रहें हो पर सच्चाई हम सब को मालुम है। मुझे भी याद है जब मैं छोटा था स्कूल जाता था, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अध्यापकों के निर्देशानुसार देशप्रेम के गीत गाता था - “अपनी आज़ादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं”। लेकिन अब बड़े हो गए, लाली पॉप की आदत छूट गई, आज़ादी के सही मायने समझ में आने लगे तो कभी-कभी ये विचार आते हैं कि क्या वास्तव में यही आज़ादी है कि किसानों के इस देश में टमाटर 100 रुपए किलो मिले और देश के नेता बोलें कि देश के महानगरों में भी 1 रुपए से लेकर 5 रुपए में भरपेट खाना खाया जा सकता है। देश के लोगों को पीने को शुद्द पानी नहीं, रहने को घर नहीं, सही शिक्षा नहीं, काम धंधा नहीं, आम आदमी सुरक्षित नहीं, क्या यही आज़ादी है, क्या इसी आज़ादी के लिए हमने गीय गाया था कि….. अपनी आज़ादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं। यदि यही आज़ादी है तो हम इसे जरूर मिटाना चाहेंगे। क्योंकि मेरी नज़र में ये गंदगी के सिवा कुछ भी नहीं है। और ये गंदगी भारत की कुण्डली के लग्न भाव में बैठे राहु ग्रह के कारण हैं। इसके बारे में हम हमेशा से कहते आए हैं इसी राहु के कारण भारत से भ्रष्टाचार और गंदगी को हटाना बहुत मुश्किल होगा। इस देश को आतंकवाद मुक्त करा पाना भी बहुत मुश्किल होगा।

जैसा कि आप आज़ाद भारत की कुण्डली में देख सकते हैं। लग्नेश शुक्र तीसरे भाव में कई ग्रहों के साथ स्थिति है। वह अस्त भी है, लग्न पर राहु स्थित है। लग्न और लग्नेश पर किसी भी शुभ ग्रह का प्रभाव नहीं है। जाहिर से बात है इस देश की स्थिति कागजों कर तो मजबूत दिख सकती है लेकिन वास्तविकता इससे परे होगी। देश में कभी भी एक पार्टी का शासन नहीं होगा क्योंकि लग्न और लग्नेश पर लगभग सभी ग्रहों का प्रभाव है। लग्नेश शुक्र, चन्द्रमा, बुध, सूर्य और शनि के साथ स्थित है। लग्न पर राहु है और केतु की दृष्टि है। बचे बृहस्पति और मंगल, तो बृहस्पति केतु के उपनक्षत्र में है और केतु सप्तम से लग्न को देख रहा है तथा मंगल राहु के नक्षत्र में है और राहु लग्न पर ही स्थित है। जाहिर सी बात है बहुत से पुजारियों के हो जाने पर मंदिर का विनाश हो जाता है वाली कहावत यहां भी चरितार्थ होगी।

यानी कि जो भी आएगा देश को खोखला कर अपना पेट भरना चाहेगा। हां ये बात अलग है कि कुछ ऐसे ग्रह है जिन पर राहु का नकारत्मक प्रभाव होने के बाद भी वो कुछ अच्छे अच्छे परिणाम दे सकते हैं उनमे से शुक्र और बृहस्पति प्रमुख हैं। शुक्र यानि कि कोई स्त्री, क्योंकि शुक्र लग्नेश है अत: स्त्री को भारतीय होना चाहिए, उसके माता-पिता भी भारतीय होने चाहिए और उसका जन्म भी भारत में हुआ होना चाहिए। दूसरा बृहस्पति यानी कि धर्म और संस्कृति को विधिवत समझने और मानने वाला व्यक्ति। यहां धर्म का अभिप्राय राष्ट्र धर्म से भी है। लेकिन भारत में ऐसे व्यक्ति की चर्चा करना भी गुनाह माना जाता है। तथाकथित सेक्युलर बखेड़ा खड़ा कर देंगे। अब मेरा काम तो केवल बताना है सो मैंने बता दिया अब देश के कर्णधार क्या करते हैं यह तो वक्त ही बताएगा। तो आइए वक्त से जाना जाय की 15 अगस्त 2013 से 15 अगस्त 2014 तक का समय भारत वर्ष के लिए कैसा रहेगा?

लग्नेश मंगल तीसरे भाव में गुरु के साथ मतलब जनता में उत्साह और जनता धर्म, संस्कृति और ऊर्जा को प्राथमिकता देना चाह रही है। लेकिन लग्न पर केतु मतलब जनता को कष्ट और उसका शोषण। चतुर्थ में सूर्य शनि से दृष्ट मतलब अंतरकलह और बच्चों को कष्ट। शुक्र छठे में सप्तम में शनि-राहु मतलब स्त्रियों को पीड़ा। यानी जनभावना को छोड़ सभी चीजें नकारात्मक।

आइए अब मुंथा की बात की जाय। इस वर्ष मुंथा अष्टम भाव में स्थित है अत: पड़ोसी राष्ट्र चोरी छिपे हमारे देश में सेंध लगाने की कोशिश करेंगे। देश के अंदर धर्म और धन का नाश करने वाली स्थितियां निर्मित होंगी। कोई महामारी फ़ैलने से भी जन धन की हानि हो सकती है। विदेशों से सम्बंध बिगड़ेगे। व्यापार व्यवसाय के अवसर कमजोर होंगे। कुछ बड़ी दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं।

आइए अब वर्षदशा के अनुसार भारत का वर्षफल जान लिया जाय…..

१४ अगस्त से ११ अक्टूबर तक शुक्र की वर्षदशा का प्रभाव रहेगा जो कि छठे भाव में है अत: पड़ोसी राष्ट्रों से सम्बंध बिगड़ेगे उनमें से चीन और पाकिस्तान प्रमुख रह सकते हैं। उनकी ओर से घुसपैठ होने की सम्भावना बन रही है। नेताओं में आपसी आरोप प्रत्यारोप गरमाएगा। स्त्रियों को कष्ट रह सकता है।

११ अक्टूबर से ३० अक्टूबर तक सूर्य की दशा रहेगी जो कि चतुर्थ भाव में है अत: आंतरिक कलह जोरों पर होगी जनता कष्ट का अनुभव करेगी। कृषि और पशुओं को नुकसान होगा। बेरोजगारी भी लोगों की परेशानी का मुद्दा बनेगी।

३० अक्टूबर से २९ नवम्बर तक चन्द्रमा की दशा रहेगी जो कि अष्टम भाव में है अत: बुखार तथा जल से सम्बंधित बीमारियां लोगों को पीड़ित करेंगी। क्षेत्रवाद की परेशानियां उभर सकती हैं।

२९ नवम्बर से २० दिसम्बर तक मंगल की दशा रहेगी और मंगल दूसरे भाव में स्थित है अत: उद्योग धंधों को प्रभावित करने वाली स्थितियां निर्मित होंगी। देश में कहीं कहीं पर दंगे फसाद होने का भय रहेगा लेकिन पड़ोसी राष्ट्रों को हम मुंह तोड़ जवाब देने में समर्थ होंगे।

२० दिसम्बर से १३ फरवरी तक भारत पर राहु की दशा का प्रभाव रहेगा, राहु सप्तम भाव में है अत: विमान या ट्रेन दुर्घटनाओं का भय निर्मित होगा। स्त्रियों पर अत्याचार बढ़ने की सम्भावनाएं हैं।

१३ फ़रवरी से ०३ अप्रैल तक भारत पर गुरु की दशा का प्रभाव रहेगा और वर्षकुण्डली में गुरु छठे भाव में है अत: लोगों में असंतोष तो रहेगा लेकिन धन धान्य में अपेक्षाकृत बढ़ोत्तरी से लोगों को कुछ राहत मिलती नज़र आएगी। धर्म और संस्कृति को लेकर लोग जागरुक होंगे।

०३ अप्रैल से ३१ मई तक सप्तम भाव में स्थित शनि की दशा का प्रभाव रहेगा। अत: जनता में असंतोष बड़ी मात्रा में व्याप्त रहेगा। फलस्वरूप जनता का रुख शासन प्रशासन के विरुद्ध हो सकता है।

३१ मई से २१ जुलाई तक चतुर्थ भाव में स्थित बुध के प्रभाव के कारण लोगों को थोड़ी राहत मिलती नज़र आएगी। देश के कई मामलों कें उलटफेर सम्भव है। कई उच्चाधिकारियों के तबादले हो सकते हैं।

२१ जुलाई से १२ अगस्त तक प्रथम भाव में स्थित केतु के प्रभाव के कारण जनता को कष्ट सम्भव है। देश में कुछ विरोधी ताकतें सक्रिय होने का प्रयास करेंगी।

१२ अगस्त से से १५ अगस्त तक छठे भाव में स्थित शुक्र की दशा का प्रभाव रहेगा अत: विषम परिस्थितियों पर अंकुश पाने का प्रयास रंग लाएगा और स्थितियां बेहतर होंगी।

यानी सारांश यह है कि लगभग मई के महीने तक देश को काफी उथल पुथल का सामना करना पड़ेगा इसके बाद स्थितियां थोड़ी सी बेहतर होंगी। यानी यह साल भारतवर्ष के लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा।
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शुक्र का कन्या राशि में गोचर (११ अगस्त २०१३ - ६ सितम्बर २०१३)

पंडित हनुमान मिश्रा
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11 अगस्त 2013 को रात 8 बजकर 48 मिनट पर शुक्र सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में आएगा। शुक्र अपनी नीच राशि में यानी कन्या राशि में 6 सितम्बर तक रहेगा। शुक्र के बदलने से सभी राशि वाले प्रभावित होंगे। ज्योतिष में शुक्र से भौतिक सुख, समृद्धि, धन और खर्च का विचार किया जाता है। नीच राशि में शुक्र के आ जाने से कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वर्षा में कमी आ सकती है। चावल की फ़सल में भी कुछ कमी आ सकती है, चावल का भाव भी बढ़ सकता है। चांदी में गिरावट लेकिन सोने में तेजी रह सकती है। नीच राशि में शुक्र के आ जाने से आप पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं.....
                                                                         
मेष

आपका का रूका हुआ पैसा मिलने के योग बन रहे हैं। हालांकि अन्य लोग कार्य में परेशानी पैदा करने की कोशिश करेंगे फ़िर भी रोग और शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा। पद प्रतिष्ठा और सम्मान बढ़ेगा।

वृष 

विद्या और बुद्धि में अनुकूलता आएगी। अपने ज्ञान की बदौलत अचानक धन प्राप्ति होने के योग बन रहे हैं। को संतान से सुख मिलेगा। इस राशि के विद्यार्थियों के लिए अच्छा समय है। फ़िर भी अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा।

मिथुन 

भूमि, भवन औैर वाहन संबंधित लाभ मिलेंगे। रूके हुए काम और योजनाएं पूरी होंगी। मन में चल रही अस्थिरता भी दूर होगी। नए व्यापार-व्यवसाय के भी योग बन रहे हैं।

कर्क

दोस्तों और भाईयों से लाभ मिलेगा। प्रॉपर्टी और निवेश के लिए समय शुभ रहेगा। अपने अधिनस्थों से अच्छा लाभ मिलने के योग बनेंगे। फ़िर भी क्रोधावेश में काम न करें।

सिंह

यह समय निवेश और धन लाभ के लिए सामान्य रहेगा। जीवन में सामान्य परिवर्तन होगा। सुख बढ़ेगा। फ़िर भी आपको चाहिए कि अपने उच्चाधिकारियों से अच्छे संबंध रखें और वाणी पर नियंत्रण रखें।

कन्या

आपके लिए समय अच्छा रहेगा। आपकी आर्कषण शक्ति बढ़ेगी। शत्रु दबे रहेंगे। वाहन सुख और सभी तरह के सुख मिलेंगे। धन लाभ होगा लेकिन खर्चें भी बढ़े रहेंगे।

तुला

आपके लिए शुक्र का राशि बदलना सामान्य फल देने वाला रहेगा। बाहरी स्थानों की यात्रा या बाहरी स्थानों पर रहने वालों से लाभ होगा। लेकिन खर्च बढ़ सकते हैं साथ ही मित्र और भाई-बंधु से विरोध हो सकता है।

वृश्चिक

आपकी आय में वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। व्यापार व्यवसाय में लाभ मिलेगा। साथ ही नए अनुबंध होने के भी योग बनेंगे। रूका हुआ पैसा वापस मिल सकता है।

धनु

आपको बैंक और शासकीय विभागों से लाभ मिल सकता है। व्यापार व्यवसाय में व्यस्तता बढ़ सकती है। फलस्वरूप आप परिवार वालों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे।

मकर

आपके लिए समय शुभ रहेगा। पैतृक धंधे से धन लाभ होने के योग बनेंगे। बड़ी यात्राएं लाभ देने वाली सिद्ध होंगी। फिर भी आवेश में आकर कोई फ़ैसला न करें।

कुंभ

शुक्र के इस गोचर से आपको अधिक फायदा नहीं होगा। आपको कोई असंतोषजनक समाचार सुनने को मिल सकता है। धन हानि का भी भय रहेगा। पार्टनर से बेहतर संबंध बनाने का प्रयास करते रहें।

मीन 

साझेदारी से कार्य पूरें होंगे। अविवाहितों के विवाह के योग बनेंगे। आपका शारीरिक आर्कषण बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। लेकिन कुछ पूराने मसले सामने आ सकते हैं।
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बुध ग्रह का कर्क राशि में गोचर (4 अगस्त 2013)

पंडित हनुमान मिश्रा
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ग्रहों में राजकुमार की पदवी पाया ग्रह बुध 4 अगस्त को रात 9 बजकर 28 मिनट पर कर्क राशि में जा रहा है। यह 20 अगस्त तक इसी राशि में रहेगा और 21 अगस्त को सिंह राशि में जाएगा। ज्योतिषी ग्रंथों में कहा गया है कि जब बुध कर्क राशि में होता है तो सुभिक्ष होता है अर्थात खेती और उपज अच्छी होने की स्थितियां बनती है लेकिन फ़िर भी शासन प्रशासन और अव्यवस्था के कारण प्रजा दु:खी रहती है। हालांकि 07 अगस्त को बुध पुनर्वसु से पुष्य नक्षत्र में जा रहा है। अत: पिछले दिनों से चली आ रही बच्चों की समस्याएं कम होंगी, बड़ी मात्रा में बच्चों के बीमार होने और मरने की खबरों में कमी आएगी। 07 अगस्त से 14 अगस्त तक बुध पुष्य नक्षत्र में रहेगा अत: राजा और प्रजा दोनों के लिए समय ठीक नहीं रहेगा। नेताओं के द्वारा देश और समाज के हित से परे मुद्दों पर बयान बाजियां होंगी। १४ अगस्त के बाद की स्थितियां बेहतर कहीं जाएंगी। आइए अब जानते हैं कि बुध के गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा।

मेष: इस अवधि में आपकी व्यवसायिक योग्यता विकसित होगी। आप सुखी और प्रसन्न रहेंगे। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। आप विलास सामग्री पर व्यय करेंगे। घर परिवार में कोई शुभ संस्कार भी मनाया जा सकता है।

वृष: आपकी मेहनत रंग लायेगी। छोटी यात्राएं अच्छा फल प्रदान करेंगी। भाई बहिनों से सहायता मिलेगी। नये लोगों से पुराने दोस्तों से मुलाकात होगी। काम धंधे में भी अच्छे परिणाम मिलेंगे।

मिथुन: आर्थिक रूप से समय अच्छा रहेगा। परिवार के सदस्यों का आपके प्रति बहुत अच्छा बर्ताव रहेगा। पुराने कर्ज आदि की वसूली भी हो जायेगी। गूढ़ विज्ञान में आपकी रूचि बढे़गी। लोग आपकी बातों से प्रभावित होंगे।

कर्क: इस अवधि में आप अपनी प्रतिभा योग्यता और निपुणता के बल पर अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। आपका सम्मान होगा तथा ख्याति बढे़गी। पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।

सिंह: यह अवधि आपको मानसिक चिन्ताएं दे सकती है। खर्चे बढ़ सकते हैं। पारिवारिक माहौल अनुकूल नहीं रहेगा। आपका मन अध्यात्म की ओर झुकेगा। सब प्रकार की जोखिम उठाने की प्रवृति पर नियंत्रण रखें।

कन्या: आपकी लम्बी यात्रा करने की पूरी संभावना है। मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। काम धंधें में उन्नति होगी। प्रणय संबंध सुधरेंगे। इस दौरान आपके कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध कायम होंगे।

तुला: व्यापार-व्यवसाय में लाभ व विस्तार होगा। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों से संबंधों में सुधार होगा। आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। घर में किसी शुभ कृत्य के होने के योग भी बन रहे हैं।

वृश्चिक: आप प्रसिद्ध व्यक्तियों के आप सम्पर्क में आयेंगे। आपकी ख्याति और प्रतिष्ठा सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। अपनी बुद्धिमत्ता के कारण आप प्रचुर लाभ पायेंगे। अपने व्यवसाय में आप अच्छा काम करेंगे। यात्रा लाभ प्राप्त होगा।

धनु: आपको बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। छोटी छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ने की संभावना हैजल्दी धन कमाने की अपनी प्रवृति पर अंकुश लगायें। स्वास्थ्य व परिवार का खयाल रखें। बेकार की यात्राओं से बचें।

मकर: इस अवधि में आपकी प्रसिद्धि एवम् सम्मान में इजाफा होगा। व्यापार-व्यवसाय बढेगाड। सुखद यात्रा की भी संभावना है। आप लाभप्रद सौदा करेंगे। भागीदार व सहयोगी सहयोग देंगे। किसी प्रतिस्पर्धा में भी सफलता मिलेगी।

कुम्भ: खर्चे बढ़ सकते हैं। विरोधी परेशान करने की कोशिश करेंगे। आप व्यर्थ के कामों में भी उलझे रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। पारिवारिक जीवन से तनाव रह सकता है। जहां तक संभव हो यात्राओं से बचें।

मीन: इस अवधि में नये उद्यमों में सफलता मिलेगी। यह समय प्रेम प्रसंगों के लिये भी अच्छा है। पारिवारिक सुख बढा चढ़ा रहेगा। मित्र और शुभ चिन्तक पूरा सहारा देंगे। एक यादगार यात्रा होने की भी संभावना है।
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मासिक राशिफल - अगस्त 2013

पंडित हनुमान मिश्रा
अगस्त 2013 के राशिफ़ल
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नमस्कार!! मैं आपका अपना ज्योतिषी, हनुमान मिश्रा हाजिर हूं आपके अगस्त 2013 के राशिफ़ल के साथ। जिसके माध्यम से आप जान पाएंगे कि अगस्त का महीना आपके लिए कैसा रहेगा। इसे जानकर आप अनुकूल समय का लाभ उठा पाएंगे और जो समय आपके लिए प्रतिकूल है उस समय सावधानी से काम लेकर परेशानियों से बच पाएंगे। तो आइए बात करते हैं इस माह के राशिफल की-

मेष


इस महीने आपको अधिक अनुकूल परिणाम पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। महीने के पहले पक्ष में आप स्वयंको थका हुआ अनुभव करेंगे। इस समय आप अपनी पुरानी गाड़ी बेचने के बारे में सोच सकते हैं।  महीने के दूसरे भाग में स्थितियां कुछ बेहतर होंगी फ़िर भी सावधानी की आवश्यकता बनी रहेगी। संतान या फ़िर प्रेम पात्र के लिए कोई महंगा उपाहार खरीदने की चिंता रह सकती है। अधिक उत्साही होकर कोई निर्णय न लें और वाहन सावधानी से चलाएं। परेशानी होने की स्थिति में हनुमान जी को चोला चढ़ाएं।

वृषभ


महीने के पहले भाग में आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे। यदि आप बड़े दिनों से कोई अच्छा फोन खरीदने की सोच रहे थे तो उसके लिए यह एक अच्छा समय रहेगा। इस समय आप कोई कम दूरी की यात्रा भी कर सकते हैं जो आपके लिए लाभकारी भी रहेगी। आर्थिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। जबकि महीने का दूसरा भाग आपसे अधिक मेहनत करवा सकता है। इस समय आपकी एनर्जी कम होती नजर आएगी। इस समय हर मसले में सही गलत का फ़ैसला बहुत सोच समझ कर करें। कष्ट या परेशानी होने की स्थिति में कन्याओं को भोजन करवाएं।

मिथुन


हालांकि इस समय आप हर काम को बहुत ही सावधानी से निबटाने का प्रयास करेंगे फ़िर भी महीने की शुरुआत अपेक्षाकृत कम अनुकूल रहेगी। इस समय आपका स्मार्ट फोन सही तरीके से काम नहीं करेगा अत: आप बदलाव करने की सोच सकते हैं। लेकिन जल्दबाजी में किसी गलत फोन का चयन करने से बचें। कुछ आर्थिक और पारिवारिक परेशानियां भी रह सकती हैं। लेकिन महीने का दूसरा पक्ष आपकी समस्याओं को दूर करने वाला रहेगा। किसी यात्रा के माध्यम से आप लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आर्थिक व मामलों में भी अनुकूलता आएगी। स्वास्थ्य भी अनुकूल रहेगा। परेशानी की स्थिति में हनुमान जी के मंदिर लाल रंग का फ़ल या सब्जी दान करें।

कर्क


महीने का पहला भाग आपके लिए मिलेजुले फल देने वाला रहेगा। इस समय आप आत्मविश्वास से ओत प्रोत रहेंगे। आपको सरकार या किसी संगठन के द्वारा सम्मानित किया जा सकता है। इस समय आप सुबह सबेरे उठने की सोचेंगे। जिम जाने या फ़िर योगासन आदि करने का प्रयास कर सकते हैं। महीने के दूसरे भाग में भी घरेलू और आर्थिक मामलों के सावधानी से काम करने की जरूरत रहेगी। स्वास्थ्य संबंधित कुछ समस्याएं इस स्माय भी रह सकती हैं। उपाय के रूप में शिवलिंग पर शहद चढ़ाना शुभ रहेगा।

सिंह


सप्ताह की शुरुआत में लगभग सभी कामों सावधानी बरतने की सलाह मैं आप को देना चाहूंगा। इस समय कोई भी काम उन्मादी होकर न करें। यथा संभव यात्राओं और ट्रैफ़िक से बचें। कार्य व्यापार में संयमित व्यवहार करें। व्यर्थ के खर्चों से बचें। वहीं महीने के दूसरे भाग में आपकी समस्याएं काफ़ी हद तक कम होंगी। आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी। किसी लाभदायक यात्रा पर जाना हो सकता है। लेकिन इस समय भी अपना तथा घर परिवार के स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। उपाय के रूप
में नित्य 11 बार गायत्री मंत्र का जप करें।

कन्या


महीने का पहला भाग आपके लिए बहुत अनुकूल रहेगा। इस समय आप कुछ ऐसे अनुबंध कर सकते हैं जो आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगे। प्रेम प्रसंगों के लिए भी समय काफ़ी अनुकूल रहेगा। आमदनी में इजाफ़ा होगा। यात्राओं के माध्यम से भी लाभ होगा। इस समय आप अपने प्रियजन के साथ एक अच्छी फ़िल्म देखेंगे। लेकिन महीने का दूसरा भाग खर्चों से भरा रह सकता है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का भी खयाल रखना जरूरी होगा। उपाय के रूप में गाय को हरा चारा खिलाएं।

तुला


ये पूरा महीना ही आपके लिए अनुकूल रहेगा। महीने के प्रथम भाग में आप अपने कार्य व्यापार में बहुत अच्छा करेंगे। आपको वरिष्ठ जनों का सहयोग मिलेगा। आपके बोस आपसे खुश रहेंगे। आर्थिक मामलों में सुधार और कुछ व्यापारिक यात्राओं के योग बन रहे हैं। वहीं महीने के दूसरे भाग में लाभ की स्थितियां सुदृढ़ बनी रहेंगी। जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बीतेगा। उपाय के रूप में में किसी गरीब को काले उडद की दाल का दान करें।

वृश्चिक


इस महीने की शुरुआत आपके लिए मिली जुली रहेगी। कुछ दूर की यात्रांएं हो सकती हैं लेकिन उनके विशेष सफल रहने की उम्मीद कम है। हालांकि इस समय बड़े पदों में बैठे लोगों से आपका मिलना होगा और इससे आपको फायदा भी होगा। शिक्षा और संतान को लेकर चली आ रही चिंताएं दूर होंगी। लेकिन इस समय माता पिता के स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। वहीं महीने का दूसरा भागे कार्य व्यापार के लिए बहुत अच्छा रहेगा। आर्थिक समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा। उपाय के रूप में पिता या पिता तुल्य व्यक्ति की सेवा करें।

धनु


महीने के पक्ष वाले दिन आपके लिए ज्यादा अनुकूलता लिए हुए नहीं हैं। इस समय आपका कम्प्यूटर या लैपटाप खराब हो सकता है। आपके वाहन में भी कुछ खराबी आने के योग बन रहे हैं। यदि कुछ नया करने जा रहे हैं तो बहुत विचार-विमर्श करके ही कोई निर्णय लें। लेकिन महीने के दूसरे पक्ष में आपकी समस्याएं काफ़ी कम होंगी। कामों में सफलताएं मिलेंगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। किसी अच्छी पुस्तक को पढ़ने का मौका मिलेगा। उपाय के रूप में सूर्य भगवान को जल देना शुभ रहेगा।

मकर


इस पूरे महीने आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बहुत सूझ बूझ के साथ ही कोई व्यापारिक निर्णय लें जीवन साथी को लेकर या फ़िर कुछ घरेलू परेशानियों के कारण भी आप व्यथित रह सकते हैं। यह समय मानसिक रूप से तनावग्रस्त और बीमार करने वाला है। अत: उचित आचरण करते हुए अपना खयाल रखें। इस कोल्ड्रिंक या जंक फ़ूड का सेवन करने से बचें। महीने का दूसरा भाग भी अनुकूल नहीं है। अत: इस समय भी संयम से काम लेने की आवश्यकता है। परेशानी की स्थिति में सिंदूर मिले जल से सूर्य को अर्घ दें।

कुम्भ


महीने की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। पुरानी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। विरोधियों को परास्त करने में आप सफ़ल रहेंगे। कामों में सफलता मिलेगी। नौकरी करने के हालातों में सुधार भी होगा। मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पदोन्नति की सम्भावनाएं बन रही हैं। यानी कि महीने का प्रथम भाग आपके लिए काफ़ी अनुकूलता लिए हुए है। जबकि महीने के दूसरे भाग में आपको सावधानी से काम लेने की जरूरत है। शापिंग के चक्कर में बैलेंस बिगड सकता है अत: कार्य-व्यापार के साथ-साथ अपने घर पारिवार और स्वास्थ्य का खयाल रखें। उपाय के रूप में बजरंग बाण का पाठ करना शुभ रहेगा।

मीन


आपके लिए लगभग यह पूरा महीना ही शुभकर रहेगा। इस अवधि में आप जीवन का बड़े उत्साह और उल्लास से स्वागत करेंगे। आप अचानक किसी यात्रा पर भी जा सकते हैं। संतान या प्रेम संबंध को लेकर चली आ रही समस्या दूर होगी। महीने का दूसरा भाग आपकी सारी समस्याओं का समाधान करने वाला रहेगा। समस्याओं से निजात मिलेगी। मान सम्मान बढ़ेगा। काम धंधे या नौकरी के हालातों में सुधार या पदोन्नति की सम्भावनाएं बन रही हैं। उपाय के रूप में विष्णु भगवाने के मंदिर में संतरे दान करना शुभ रहेगा।

आशा है, इस राशिफ़ल के माध्यम से आप अपने अच्छे और बुरे समय को जानकर उस समय उचित व्यवहार कर अपने अगस्त माह को शुभ बनाएंगें। नमस्कार!!
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क्या नरेन्द्र मोदी देश के भावी प्रधान मंत्री बन सकते है?

आचार्य रमन
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चुनाव अब बहुत दूर नहीं हैं और सरगर्मियां बढती जा रही हैं. रोज़ ही हम चैंनलों पर तथा इन्टरनेट पर किसी न किसी के प्रधान मंत्री बनने की बातें सुनते रहते हैं. ज्योतिष से सम्बंधित लोगों में भी बहुत उत्सुकता है तथा सभी यह अनुमान लगाना चाहते हैं की इस समय भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी भारत के भावी प्रधानमंत्री बन सकते हैं की नहीं.

कृष्णामूर्ति पद्धति एक बहुत ही बेहतर और विश्वसनीय तरीका है जिसके ज्योतिषीय सिद्धान्तों के आधार पर भविष्य का सही अनुमान लगाया जा सकता है. मैं भी इस महान पद्धति के अपने अल्प ज्ञान के द्वारा यह जानने का प्रयास कर रहा हूँ की क्या नरेन्द्र मोदी देश के भावी प्रधान मंत्री बन पायेंगे की नहीं.

यह सिर्फ एक ज्योतिषीय प्रयास मात्र है और इस से किसी भी रूप में मेरी निजी राय न समझा जाए. जो भी उत्तर होगा मैं वोही आपके सामने प्रस्तुत करूँगा. मुझे किसी दल या व्यक्ति विशेष से कोई प्रयोजन नहीं है.

रूलिंग गृह

(1)    लग्न: मंगल
(2)    चन्द्रमा नक्षत्र स्वामी: मंगल
(3)    चन्द्रमा राशी स्वामी: शनि
(4)    दिन स्वामी: बुध

कुंडली में रूलिंग ग्रहों की स्थिति


मंगल तथा बुध कुंडली में अष्टम भाव में हैं. शनि बारवें भाव में है और शनि की राहू से युति होने के कारन राहू
भी रूलिंग गृह बनेगा जोकि शनि के साथ बारहवें भाव में है.
छठे भाव का उप्नाक्षत्र स्वामी: चन्द्रमा, छठे भाव का कार्येष गृह है. पहली शर्त पूर्ण होती है.
दशम का उप्नाक्षत्र स्वामी: राहू
ग्यारहवें का उप्नाक्षत्र स्वामी: बुध
मंगल की महादशा ७-१०-२०१८ तक रहेगी.
ब्रहस्पति का अंतर २७-२-२०१४ तक रहेगा किन्तु ब्रहस्पति हमारे रूलिंग ग्रहों में नहीं है.
शनि का अन्तर ८-४-२०१५ तक रहेगा.
चुनाव २०१४ में होने हैं इसलिए या तो गुरु का अंतर रहेगा या फिर शनि का.
महादशा स्वामी मंगल ११,७,१,५,६, भावों का कार्येष गृह है.
गुरु ११,७,२,४ भावों का कार्येष है मगर गुरु हमारे रूलिंग में नहीं आया है जबकि मंगल २ बार आया है.
शनि ११ और ३ भावों का कार्येष भी है और हमारे रूलिंग ग्रहों में भी है.
राहू ११ भाव का कार्येष है और दशम का उप्नाक्षत्र स्वामी भी है  राहू अपने ही नक्षत्र में गोचर कर रहा है. राहू हमारे रूलिंग ग्रहों में भी है.

निष्कर्ष: नरेन्द्र मोदी के हमारे देश के भावी प्रधान मंत्री बनने की बहुत प्रबल संभावनाएं हैं किन्तु उनको अत्यधिक, उनके विचारों से भी भीषण विरोध का सामना करना पड़ेगा.
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ब्रिटिश शाही परिवार का उत्तराधिकारी

पंडित हनुमान मिश्रा
राजकुल में जन्म लेकर भी राजाओं जैसे योग वाली नहीं है प्रिंस विलियम के लाडले की कुण्डली!!
प्रिंस विलियम की पत्नी केट मिडलटन ने 22 जुलाई 2013 को भारतीय समयानुसार सोमवार रात 9:54 बजे वेस्ट लंदन के सेंट मैरीज अस्पताल में बेटे को जन्‍म दिया है। यहां विशेष बात यह है कि 31 साल पहले राजकुमारी डायना ने अस्पताल में प्रिंस विलियम को जन्म दिया था। हालांकि ज्योतिष जगत से जुडे लोगों के लिए यह इत्तिफ़ाक बहुत उल्लेखनीय नहीं है लेकिन यह सुखद घटना लंदन वासियों के लिए जरूर उल्लेखनीय है।

पूरा ग्रेट ब्रिटेन शाही परिवार के नए सदस्य का स्वागत कर रहा है और खुशियां मना रहा है। हमारे भारतवर्ष के लोग भी इस संदर्भ में अधिक से अधिक जानकारियां खोजने में लग गए हैं। करें भी क्यों न हम सभी तो “वसुधैव कुटुम्बकम” की अवधारणा पर विश्वाश करने वालों में से हैं। हमारे पाठकों की जिज्ञासा को शांत करने का दायित्त्व हम पर भी है अत: प्रिंस विलियम और केट मिडलटन के लाडले की कुण्डली पर चर्चा करना स्वाभाविक है।

जन्म तारीख: 22 जुलाई 2013
जन्म समय:  16:24 BST
जन्म स्थान:  Paddington, West London

उपरोक्त विवरण के आधार पर वृश्चिक लग्न की कुण्डली बन कर सामने आ रही है।


वृश्चिक लग्न में जन्म होने के कारण बालक सामान्य कद काठी वाला होगा। रंग गोरा, नेत्र चमकदार और बाल सघन होंगे कुल मिलाकर राजकुमार का व्यक्तित्व आकर्षक होगा। लेकिन वृश्चिक लग्न और ऊपर लग्नेश का अष्टम में होना इन्हें दम्भी व हठी भी बना सकता है। लग्नेश के अष्टम में होने के कारण बालक को स्वाथ्य से सम्बंधित परेशानियां भी रह सकती हैं। इन्हें गले, छाती, गर्मी, वायु तथा कब्ज जैसे रोगों का भय रहेगा। क्रोध जल्दी आएगा और इनके स्वभाव में बड़बोलापन अधिक रहेगा।

द्वादस भाव में स्थित शनि भी इसी बात का संकेत कर रहा है कि भले ही इनकी बातों में सच्चाई रहे लेकिन इनकी भाषाशैली से लोगों के आहत होने की प्रबल संभावना बन रही है। यह युवराज कई बार अपनी विवादित छवि के कारण चर्चा का विषय बनेगा। इनके दाम्पत्य जीवन की कलह भी जगजाहिर होगी। फ़िर भी बड़े घर में जन्म होने के कारण जीवन विलासितापूर्ण बना रहेगा। ये अपने अनुशासन के लिए भी चर्चित होंगे  इनकी जान पहचान का क्षेत्र काफी बड़ा होगा।

यदि इनकी कुंडली में स्थित योगों की बात की जाय तो कुंडली में कई शुभ योग उपस्थित है लेकिन साथ ही कुछ अशुभ योग भी हैं। आइए एक एक करके उनके बारें जानें-

मुसल योग: इस योग वाला जातक मानी ज्ञानी, राजप्रिय, धन सम्पत्ति से युक्त, विख्यात और स्थिर स्वभाव का होता है लेकिन जातक जिद्दी और शीघ्र निर्णय लेने में असमर्थ होता है।

पाश योग: इस योग वाला जातक बहुत बोलने वाला, प्रपन्ची, शील रहित, अनेक सेवक तथा विशाल परिवार वाला होता है।

अधम योग: ऐसे जातक को शुभ फलों की प्राप्ति में बाधा आती है।

उभयचर योग: इस योग वाला जातक विभिन्न प्रकार के सुखों का उपभोग करता है और बड़े सम्राज्य का अधिकारी होता है।

केन्द्र त्रिकोण राजयोग: राजसी सम्मान, सभी प्रकार के वैभवों की प्राप्ति होती है।

इसके अलावा विपरीत राजयोग संज्ञक योग हर्ष और सरल योग भी इस कुण्डली में उपस्थित हैं अत: सारांश यह निकल रहा है कि निसंदेह जातक को बहुत सारे राजसी सुखों के भोगने का मौका मिलेगा लेकिन इनका जीवन बहुत सरल नहीं होगा। जीवन में कई बार विसंगतियों का सामना करना पड़ेगा।

नवम्बर 2014 तक का समय इनके स्वास्थ्य के लिए अधिक अनुकूल नहीं है। लेकिन पिता के स्थान में बैठे पिता के कारक सूर्य की दशा में पैदाइस फ़िलहाल पिता के लिए शुभ संकेत कर रही है।
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साप्ताहिक राशिफल (२९.०७.२०१३ - ०४.०८.२०१३)

पंडित हनुमान मिश्रा
साप्ताहिक राशिफल
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श्रीगणेशाय नम:
नमस्कार!! हम हाजिर आपके इस सप्ताह के राशिफ़ल के साथ। इस सप्ताह यानी 29 जुलाई 2013 से लेकर 04 अगस्त 2013 का राशिफल। जिसके माध्यम से आप जान पाएंगे कि आपके लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा। इसे जानकर आप अनुकूल समय का लाभ उठा पाएंगे और जो समय आपके लिए प्रतिकूल है उस समय सावधानी से काम लेकर परेशानियों से बच पाएंगे। तो आइए बात करते हैं इस सप्ताह के राशिफल की-

मेष


यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। कामों सफलता मिलेगी। आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। सप्ताह की शुरुआत में आप फ़ास्ट फूड, जंक फ़ूड आदि खाने के मूड में रहेंगे लेकिन बेहतर यहीं रहेगा कि अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रख कर ही आप खान पान करें। मामलों में थोडा सा सचेत रहने की आवश्यकता है। सप्ताह मे मध्य भाग सब प्रकार से अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सप्ताह कें अंतिम दिनों में आप फ़िल्म देखने जा सकते हैं लेकिन वह फ़िल्म आपको अधिक पसंद नहीं आएगी। कष्ट की स्थिति में सात प्रकार का अनाज किसी मंदिर में दान करें।

बृषभ


सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन सप्ताह के शुरुआती दिनों में आप जज्बाती होकर कोई खर्चा न करें अन्यथा चिंता के कारण नींद नहीं आएंगी। फ़ोन, बिजली या पानी का बिल अधिक आ जाने के कारण आपका मन खिन्न रह रह सकता है। लेकिन सप्ताह के मध्य में आपको कुछ शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। वहीं सप्ताहांत में आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और आप एक मनोरंजक फ़िल्म या नाटक देखने जा सकते हैं। कष्ट की स्थिति में दूध मिले जल से शिव का अभिषेक करें।

मिथुन


सप्ताह के शुरुआत में चन्द्रमा एकादश भाव में स्थित है अत: लाभ की सम्भावनाएं मजबूत रहेंगी। यदि आप किसी एडमीशन के सिलसिले में स्कूलों के चक्कर लगा रहे थे तो आपकी मेहनत का फ़ल मिलने वाला है। आप अपनी बहन या रिश्तेदार को कोई उपहार देना चाहेंगे। लेकिन सप्ताह के मध्य में बेवजह के खर्चों और यात्राओं से बचें। सप्ताहांत में परिस्थितियां आपके पक्ष में होगीं फ़िर भी संयम से काम लेने की आवश्यकता रहेगी। कष्ट की स्थिति में गणेश जी का पूजन करें।

कर्क


सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। आपको अधिकांश कार्यों में आपको सफ़लता मिलेगी। आफ़िस के लोग आपके कामों की प्रसंशा करेंगे। इस समय आप अपनी कार्यशैली में नया प्रयोग कर सकते हैं। जिसमें आप काफ़ी हद तक सफल भी रहेंगे। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। सप्ताह के मध्य में हर मामलें थोड़ी सी सावधानी जरूरी होगी। हालांकि सप्ताहांत आते आते परिस्थितियां नियंत्रण में होंगी। कष्ट की स्थिति में सूर्य भगवान को जल दें।

सिंह


सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। इस समय आप धर्म या समाज के मुद्दों से जुड़ी किसी किताब का अद्ध्यन कर सकते हैं। यदि आपने उस ज्ञान से किसी सामाजिक मसले का हल निकालने का प्रयास किया तो आपको सामाजिक सम्मान जरूर मिलेगा। रुपए पैसों के लिहाज से भी सप्ताहांत शुभ हैं। सप्ताह के मध्य भाग में आपके बोस आपका फ़ेवर करते नजर आएंगे और आपके काम सफ़ल होंगे। लेकिन सप्ताहांत में आपको थोड़ी सी सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि कुछ अनावश्यक खर्चे सामने आ सकते हैं। कष्ट की स्थिति में गुरू की पत्नी को वस्त्र दान करें। काले तिल शिवलिंग पर चढ़ाएं।

कन्या


सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगी। इस समय आपके कम्प्यूटर या लैपटाप में  कुछ खराबी आ सकती है। इस समय कोल्ड्रिंक और जंक फूड का सेवन करने से बचें अन्यथा स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आर्थिक मामलों में भी सावधानी की आवश्यकता है। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए काफ़ी अनुकूल रहेगा। आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कामों सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत में लाभ के अवसर मजबूत होंगे। यानी इस सप्ताह कि शुरुआत भले ही ठीक न हो लेकिन बाकी का पूरा सप्ताह शुभ है। कष्ट की स्थिति में शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।

तुला


यह सप्ताह आपको मिले जुले फल देने वाला रहेगा। ज्यादातर ग्रह घरेलू जीवन में व्यवधान आने का संकेत कर रहे हैं। इस समय आपकी लव लाइफ़ या फ़िर मैरिड लाइफ़ में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। बेहतर होगा इस समय किसी मनोरंजक जगह में जाकर भोजन करें। सप्ताह का मध्य भाग आपेक्षाकृत बेहतर रहेगा जबकि सप्ताहांत बहुत अच्छे परिणाम देने वाला रहेगा। कष्ट की स्थिति में बहते हुए पानी में जटा सहित नारियल बहाएं।

वृश्चिक


इस सप्ताह की शुरुआत में आप उत्साह से भरे रहेंगे। सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। आपकी योजनाएं सफल होंगी। यदि आप शादी शुदा हैं तो जीवन साथी के साथ कहीं घूमने या फ़िर किसी दोस्त के के यहां जा सकते हैं। यदि अविवाहित हैं मित्रों के साथ कोई पार्टी कर सकते हैं। सप्ताह मध्य में घरेलू मामलों में सावधानी से काम लें। सप्ताहांत में मूड सही करने के लिए फ़िल्म देखना या फ़िर कोई किताब पढ़ना ठीक रहेगा। कष्ट की स्थिति में बजरंग बाण का पाठ करें।

धनु


सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन सप्ताह की शुरुआत में आप अपनी या संतान की शिक्षा को लेकर चिंतित रह सकते हैं या भाग दौड़ कर सकते हैं। हालांकि सप्ताह मध्य में आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपको आपकी मेहनत का फ़ल मिल जाएगा। सप्ताह के मध्य में आप जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंद दायी समय बिताएंगे। लेकिन सप्ताहांत में कुछ अपमानजनक या विवादास्पद घटनाक्रम सामने आ सकते हैं। अत: सावधानी से आचरण करें। कष्ट की स्थिति में आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें

मकर


सप्ताह का प्रथम भाग आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। इस समय आप कुछ घरेलू सामान खरीदने को लेकर परेशान रह सकते हैं। अगर आप दूसरों की मदद करने की सोच रहे हैं, तो जरूर करें क्योंकि दूसरों की मदद करना अच्छी बात है लेकिन इस बात का खयाल रखें कि इस मदद के चक्कर में आपका काम न बिगड़े। सप्ताह का मध्य भाम आपके लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। वहीं सप्ताहांत भी अच्छा रहेगा। पार्टनर के साथ आनंददायी समय बीतेगा। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद रंग के 21 फूल संतोषी माता के मंदिर में चढ़ाएं।

कुम्भ


इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। इस समय आप अपने स्वास्थ को बेहतर बनाने को लेकर चिंतन करेंगे। इस समय आप सुबह जल्दी उठना शुरू कर सकते हैं या फ़िर जिम जाने के बारे में सोच सकते हैं। वहीं सप्ताह के मध्य भाग में आप घर गृहस्ती को लेकर चिंतित रह सकते हैं। लेकिन सप्ताहांत आपके लिए बेहतर परिणाम लेकर आ रहा है। कष्ट की स्थिति में छोटे बच्चों के स्कूल में जाकर कुछ आर्थिक मदद या बच्चों को उपहार दें।

मीन


यह सप्ताह आपके लिए मिला जुला रहेगा, लेकिन इस समय आपको एक बात का खास खयाल रखना होगा कि आप जो भी बोलें बहुत सोच समझ कर बोलें। यद्यपि आमदनी निरंतर बनी हुई है लेकिन खर्चों पर नियंत्रण कर सकें तो आपके लिए अच्छा रहेगा। इस समय आप कोई खरीददारी कर सकते हैं। बहुत सम्भव है कि यह खरीददारी आप ओनलाइन करें। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन मन में कुछ चिंताएं रह सकती हैं। सप्ताहांत में लाभदायक यात्राएं हो सकती हैं। कष्ट की स्थिति शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।

आशा है, इस राशिफ़ल के माध्यम से आप अपने अच्छे और बुरे समय को जानकर उस समय उचित व्यवहार पर अपने सप्ताह को शुभ बनाएंगें। नमस्कार!!
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श्रावण के सोमवार २०१३

पंडित हनुमान मिश्रा
2013 में श्रावण मास में 29 जुलाई को पहला सोमवार है।
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श्रावण मास कहें या फ़िर सावन का महीना। जब भी इस महीने का नाम आता है, दिमाग में हरिआली का दृश्य किसी चलचित्र की भांति चलने लगता है। न केवल प्रकृति अपितु हम सबके जीवन को हरा भरा बनाए रखने के लिए हमारे ऋषियों और मनीषियों ने सावन के महीने में शिव उपासना पर विशेष बल दिया है। क्योंकि भगवान शिव भोलेनाथ हैं वो शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं। दूसरी बात ये कि नौ ग्रहों में से चंद्र ग्रह को मन का कारक ग्रह कहा गया है और ये भी कहा गया है कि मन के हारे हार है मन के जीते जीत। यदि मन प्रसन्न हो तो कष्ट का अनुभव नहीं होता है और चन्द्र का निवास भगवान भोलेनाथ के शीश पर माना गया है। यानी भोलेनाथ की उपासना से अन्य कष्ट तो दूर होते ही हैं साथ ही चन्द्रमा भी प्रसन्न हो जाता है और हमें तमाम कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। सावन के महीने को भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना माना गया है। और सोमवार का दिन चन्द्रमा और शिव जी दोनो का माना गया है। अत: सावन के सोमवार को बहुत ही अधिक महत्त्व दिया गया है। शिव जी के ये व्रत शुभदायी और फलदायी होते हैं। इन व्रतों को करने वाले सभी भक्तों से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं। यह व्रत भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए किया जाता है।



इस बार यानी कि 2013 में श्रावण मास में 29 जुलाई को पहला सोमवार है, इसके अलावा अगस्त के महीने में 05 अगस्त, 12 अगस्त और 19 अगस्त को सोमवार व्रत हैं। कहा गया है कि श्रावण मास के इन समस्त सोमवारों के दिन व्रत लेने से पूरे साल भर के सोमवार व्रत का पुण्य मिलता है। सुहागन स्त्रियों को इस दिन व्रत रखने से अखंड सौभाग्य प्राप्त होता है। अविवाहित लड़किया अनुकूल वर पाने के लिए यह व्रत कर सकती हैं। अथवा अपने भाई, पिता की उन्नति के लिए तथा सुहागन महिला अपने पति एवं पुत्र की रक्षा के लिए पूरी श्रद्धा के साथ व्रत धारण करती हैं। इस व्रत से सदगृहस्थ नौकरी पेशा या व्यापारी के धन धान्य और लक्ष्मी की वृद्धि होती है। विद्यार्थियों को विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है। बेरोजगार और अकर्मण्य जातकों को रोजगार और काम मिलने से मान प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। श्रावण व्रत कुल वृद्धि, लक्ष्मी प्राप्ति तथा सम्मान प्राप्ति के लिए भी किया जाता है।

सावन मे सोमवार व्रत के दिन प्रातः काल ही स्नान के पश्चात सफेद वस्त्र धारण कर काम क्रोध आदि का त्याग कर किसी शिव मंदिर या फ़िर घर पर ही भगवान गणेश के पूजन के साथ शिव पार्वती और नंदी बैल की पूजा की जाती है। इस दिन प्रसाद के रूप में जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी का प्रयोग किया जाता है साथ ही चढ़ाने के लिए जनेऊ, चंदन, रोली, बेल पत्र, भांग और धतूरा की आवश्यकता होती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि शिवजी की पूजा-अराधना में गंगाजल से स्नान और भस्म अर्पण का विशेष महत्त्व है। पूजा में धतूरे के फूलों, धतूरे के फल, सफेद चन्दन, भस्म आदि का प्रयोग अनिवार्य है। इसके अलावा धूप, दीप और दक्षिणा भी आवश्यक है। इसके अलावा भोलेनाथ की सवारी नंदी महराज यानी कि नंदी बैल के लिए चारा या आटे की पिन्नी बनाकर भगवान शिव जी का पूजन किया जाता है। नैवेद्य में अभिष्ट अन्न के बने हुए पदार्थ अर्पण किए जाते हैं। उसके पश्चात, “ओम नमो दशभुजाय त्रिनेत्राय पन्चवदनाय शूलिने। श्वेतवृषभारुढ़ाय सर्वाभरणभूषिताय। उमादेहार्धस्थाय नमस्ते सर्वमूर्तयेनमः।” - इन मंत्रो से पूजा व हवन किया जाता है। रात्रिकाल में घी और कपूर सहित धूप की आरती करके शिव महिमा का गुणगान किया जाता है। यही प्रक्रिया लगभग श्रावण मास के सभी सोमवारों को अपनाई जाती है। ऐसा करने से आपके सम्पूर्ण कार्य सिद्ध होते हैं।

आशा है आप सभी इस परम पवित्र श्रावन मास के सोमवारों को व्रत करेंगे और अपनी सम्पूर्ण समस्याओं से मुक्ति पाएंगे और अपने सफलता के मार्ग प्रशस्त करेंगें।

॥ओम नम: शिवाय॥
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शुक्र का सिंह राशि में गोचर (१७ जुलाई २०१३ - ११ अगस्त २०१३)

पंडित हनुमान मिश्रा
17 जुलाई को शुक्र ग्रह सिंह राशि में आ गया है।
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17 जुलाई को शुक्र ग्रह सिंह राशि में आ गया है। शुक्र भौतिक सुख, सुविधा और धन देने वाला ग्रह है। शुक्र जब राशि बदलता है तो इसका लोगों पर असर पड़ता है। लोगों के प्यार, पैसा, नौकरी और बिजनेस के मामलें से इसके गोचर का गहरा असर पड़ता है। शुक्र ग्रह 11 अगस्त तक सिंह राशि में ही रहेगा। आइए जानते हैं शुक्र के इस गोचर का आप पर क्या असर पड़ेगा।

मेष-  मेष राशि वालों के विवाह के योग मजबूत होंगे। आर्थिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल है। इस बीच में यदि आपका कोई इंटरव्यू है तो उसमें सफलता मिलने की अच्छी सम्भावनाएं हैं। यानि कि शुक्र का यह गोचर आपके लिए शुभ रहेगा।

वृष- शुक्र आपका राशी स्वामी है और वह गोचरवश चौथे भाव में है अत: भूमि, भवन, वाहन, मातृ सुख, यश और धन की प्राप्ति होगी। कोई महत्वपूर्ण पद भी मिल सकता है। आमदनी तो बढ़ेगी लेकिन घरेलू चीजों में खर्च भी होगा। बिगडे हुए सम्बंध सुधरेंगे। नौकरी पेशा को पदोन्न्ति भी मिल सकती है।


मिथुन- शुक्र का गोचर आपके तीसरे भाव में हो रहा है अत: आपका आत्मविश्वास यानी कोन्फ़ीडेन्स बेहतर होगा। यार दोस्त मददगार होंगे। प्रेम और संतान के लिए भी समय अच्छा है। कुछ नए प्रपोजल्स आपके सामने आ सकते हैं। खर्चे थोडे से ज्यादा हो सकते हैं।

कर्क- शुक्र का गोचर आपके दूसरे भाव में है अत: लग्जरिअस चीजों में आप कुछ ज्यादा ही खर्चे कर सकते हैं। अत: अपनी तथा अपने परिवार की स्थिति को ध्यान में रखकर ही खर्चे करें। वाणी पर भीए संयम रखना जरूरी होगा फ़िर भी समय को आपके लिए अनुकूल ही कहा जाएगा।

सिंह- शुक्र आपके प्रथम भाव में प्रभाव डाल रहा है अत: इस समय आपको दिखावे से बचना होगा। जो भी जैसा भी हो स्वाभाविक ढंग से काम करें। किसी नए बदलाव से बचें।
हालांकि बाहरी संबंध व संपर्क मजबूत होंगें फ़िर भी थोडी सी सावधानी आपेक्षित होगी।

कन्या- शुक्र आपके बारहवें भाव में गोचर कर रहा है, अत: नई योजनाएं और नए प्रस्ताव सामने आ सकते हैं। पैतृक व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। आर्थिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल है साथ ही साथ उच्चस्थ पदाधिकारियों से सहयोग और समन्वय भी मिलेगा।

तुला- शुक्र आपका राशी स्वामी है और वह आपके लाभ भाव में गोचर कर रहा है अत: आपको कुछ न कुछ फ़ायदा तो जरूर मिलेगा। कामों में और भी गति आने वाली है। आप नए जोश के साथ आगे बढ़ेंगे। प्रेम प्रसंगों के लिए भी शुक्र का गोचर शुभ संकेत कर रहा है।

वृश्चिक- शुक्र का गोचर आपके दसम भाव में है अत: आपको चाहिए कि स्थिर और दृढ़ विचारों के साथ आगे बढ़ें। कर्म पर ध्यान दें। विरोधी आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। फ़िर भी सलाह यही है कि धन सम्बंधी मामलों में जोखिम न लें।

धनु- शुक्र आपके भाग्य स्थान पर गोचर कर रहा है अत: विचारों में दार्शनिक बदलाव होंगे। यात्राओं के योग बनेंगे। लेकिन खर्चे अधिक हो सकते हैं कुछ ऋण संबंधी मामले सामने आ सकते हैं। यानी शुक्र का गोचर आपके लिए सामान्य फलदायी रहेगा।

मकर-  शुक्र का गोचर आपके अष्टम भाव में है अत: आपके कामों में कुछ अवरोध रह सकता है। फ़िर भी मौज मस्ती के लिए समय अच्छा रहेगा। आप अपना अधिक से अधिक समय अपने प्रेम पात्र या जीवन साथी के साथ बिताना चाहेंगे। आपको चाहिए कि आलस्य में आकर समय न गवाएं। और काम धंधे को लेकर सावधान रहें।

कुंभ- शुक्र आपके सप्तम भाव में प्रभाव डाल रहा है अत: विवाह के योग और व्यापार में लाभ का योग बनेंगे। स्त्रियों से लाभ मिलेगा। विचारों में सकारात्मक बदलाव आएगा। शुभ समाचार मिलेंगे। आपके के प्रभाव और वर्चस्व में वृद्धि होगी। यानी कि आपके लिए समय अच्छा रहेगा।

मीन- शुक्र का गोचर आपके छठे भाव में हो रहा है अत: कुछ अच्छे घटनाक्रम होंगे। ऋण संबंधी कामों में गति आएगी और शत्रु और विरोधी दबे रहेंगे। यश, प्रतिष्ठा और मान सम्मन बढ़ेगा। छोटी यात्राएं लाभकारी रहेंगी।

आशा है, इस गोचरफ़ल के माध्यम से आप अपने अच्छे और बुरे समय को जानकर उस समय उचित व्यवहार कर 17 जुलाई से 11 अगस्त तक के समय को शुभ बनाएंगें। नमस्कार!

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आम जनमानस के लिए अधिक अनुकूल नहीं है अगस्त का महीना

पंडित हनुमान मिश्रा

वर्तमान में सूर्य कर्क राशि में चल रहा है और यह 16 अगस्त तक इसी राशि में रहेगा। सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है अत: इसके गोचर का प्रकृति पर गहरा असर पड़ता है। कर्क राशि में आते ही सूर्य दक्षिणायन माना जाता है। दक्षिण दिशा मंगल की है और मंगल एक क्रूर ग्रह माना गया है, सूर्य को भी क्रूर ग्रहों की ही श्रेणी में रखा गया है। सूर्य कर्क राशि यानी कि जलीय राशि में है। अत: प्रकृति में जल का संतुलन देखने को मिलेगा। कहीं अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की स्थितियां निर्मित हो रही है तो कहीं कहीं सूखे की स्थिति भी निर्मित होंगी। मानव शरीर में भी जल का असंतुलन होगा। अत: सहनशक्ति भी असंतुलित होगी। शरीर से पसीना अधिक निकलेगा, शरीर सुस्त रहेगा, लोगों में चिड़चिड़ापन का भाव जागेगा। जहरीले तत्त्व में बृद्धि होगी, अत: कुछ कुछ जगहों पर हैजा, मलेरिया और फ़ूड प्वाइजनिंग जैसी शिकायतें देखने को मिलेंगी। जिससे बड़ी मात्रा में जन और धन की हानि हो सकती है। मानवता के हित के लिए ये सूचनाएं आप तक पहुंचानी जरूरी हैं अन्यथा आरोप लगता है कि ज्योतिषी सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटते हैं। अत: दुर्घटना का इंतजार न करके हम सबको चाहिए इन मुद्दों पर सावधान रहना होगा।

हालांकि सूर्य की यही स्थिति अच्छी बारिस होने के योग भी बना रही है। पर्याप्त वर्षा के कारण इस समय खेती की उपज अच्छी होगी। लेकिन दक्षिण पश्चिमी इलाकों में वर्षा कम हो जाएगी या यूं कहीं कि कुछ दक्षिण पश्चिमी इलाकों में बारिश होना रुक सकती है जिससे फ़सलों के सूखने का भय रहेगा। बाकी अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिस होगी। भारत के उत्तरी राज्यों में शांति भंग रह सकती है या यूं कह सकते हैं कि उत्तरी क्षेत्रों में शासन प्रशासन को कुछ परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। लेकिन पूर्वी क्षेत्रों में सुख, शांति और समृद्धि के योगायोग बनेंगे। बाजर भावों में बीच-बीच में कुछ उतार-चढ़ाव तो रह सकता है लेकिन कुछ मिलाकार स्थिति सामान्य बनी रहेगी। राजनेताओं, चोरों और दुष्ट लोगों के लिए तो समय ठीक रहेगा लेकिन आम जनमानस के लिए समय को अधिक ठीक नहीं कहा जाएगा। कहीं कहीं राजनेताओं में टकराव और विग्रह भी देखने को मिलेगा। उपद्रह, हिंसक घटनाओं के साथ-साथ छत्रभंग भी सम्भव है। हालांकि अगस्त के दूसरे भाग में जब सूर्य सिंह राशि में जाएगा तब स्थितियां थोड़ी सी बेहतर होंगी।

हालांकि 21 अगस्त तक सावन का महीना है चारो ओर शांति और हरियाली के साथ खुशहाली होनी चाहिए लेकिन 16 अगस्त तक सूर्य पर शनि की दृष्टि होने से शांति और खुशहाली की उम्मीद कम है अत: समयानुसार आचरण करने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। ऐसा करके ही आप अपनी और अपने लोगों की रक्षा और सुरक्षा कर पाएंगे।
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साप्ताहिक राशिफल (22 जुलाई - 28 जुलाई 2013)

पंडित हनुमान मिश्रा
साप्ताहिक राशिफल (22 जुलाई - 28 जुलाई 2013)

नमस्कार! मैं हूं, आपका अपना ज्योतिषी, हनुमान मिश्रा आपके इस सप्ताह के राशिफ़ल के साथ। इस सप्ताह यानी 22 जुलाई 2013 से लेकर 28 जुलाई 2013 का राशिफल। जिसके माध्यम से आप जान पाएंगे कि आपके लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा। इसे जानकर आप अनुकूल समय का लाभ उठा पाएंगे और जो समय आपके लिए प्रतिकूल है उस समय सावधानी से काम लेकर परेशानियों से बच पाएंगे। तो आइए बात करते हैं इस सप्ताह के राशिफल की-

मेष:


सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। इस समय आप धर्म या समाज के मुद्दों से जुड़ी किसी किताब का अद्ध्यन कर सकते हैं। यदि आपने उस ज्ञान से किसी सामाजिक मसले का हल निकालने का प्रयास किया तो आपको सामाजिक सम्मान जरूर मिलेगा। रुपए पैसों के लिहाज से भी सप्ताहांत शुभ हैं। सप्ताह के मध्य भाग में आपके बोस आपका फ़ेवर करते नजर आएंगे और आपके काम सफ़ल होंगे। लेकिन सप्ताहांत में आपको थोड़ी सी सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि कुछ अनावश्यक खर्चे सामने आ सकते हैं। कष्ट की स्थिति में काले तिल शिवलिंग पर चढ़ाएं।

वृषभ:


सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगी। इस समय आपके कम्प्यूटर या लैपटाप में  कुछ खराबी आ सकती है। इस समय कोल्ड्रिंक और जंक फूड का सेवन करने से बचें अन्यथा स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आर्थिक मामलों में भी सावधानी की आवश्यकता है। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए काफ़ी अनुकूल रहेगा। आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कामों सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत में लाभ के अवसर मजबूत होंगे। यानी इस सप्ताह कि शुरुआत भले ही ठीक न हो लेकिन बाकी का पूरा सप्ताह शुभ है। कष्ट की स्थिति में शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।

मिथुन:


यह सप्ताह आपको मिले जुले फल देने वाला रहेगा। ज्यादातर ग्रह घरेलू जीवन में व्यवधान आने का संकेत कर रहे हैं। इस समय आपकी लव लाइफ़ या फ़िर मैरिड लाइफ़ में कुछ परेशानियां रह सकती हैं। यदि आप पुरुष हैं और आपकी पत्नी या प्रेमिका बाहर किसी रेस्टोरेंट में जाकर भोजन करने की जिद कर रही हैं तो वहां जाकर आप सुपाच्य भोजन की करें तो बेहतर होगा। इसके विपरीत यदि आपके पतिदेव ऐसा चाहते हैं तो घर पर ही स्वादिष्ट और सुपाच्य भोजन बनाने का प्रयास करें। सप्ताह का मध्य भाग आपेक्षाकृत बेहतर रहेगा जबकि सप्ताहांत बहुत अच्छे परिणाम देने वाला रहेगा। कष्ट की स्थिति में सुंगधित मिठाइयां कन्याओं में बांटे।

कर्क:


इस सप्ताह की शुरुआत में आप उत्साह से भरे रहेंगे। सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। आपकी योजनाएं सफल होंगी। यदि आप शादी शुदा हैं तो जीवन साथी के साथ कहीं घूमने या फ़िर किसी दोस्त के के यहां जा सकते हैं। यदि अविवाहित हैं मित्रों के साथ कोई पार्टी कर सकते हैं। सप्ताह मध्य में घरेलू मामलों में सावधानी से काम लें। सप्ताहांत में मूड सही करने के लिए फ़िल्म देखना या फ़िर कोई किताब पढ़ना ठीक रहेगा। कष्ट की स्थिति में मंदिर में दूध का दान करें।

सिंह:


सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन सप्ताह की शुरुआत में आप अपनी या संतान की शिक्षा को लेकर चिंतित रह सकते हैं या भाग दौड़ कर सकते हैं। हालांकि सप्ताह मध्य में आपकी मेहनत रंग लाएगी और आपको आपकी मेहनत का फ़ल मिल जाएगा। सप्ताह के मध्य में आप जीवन साथी या प्रेम पात्र के साथ आनंद दायी समय बिताएंगे। लेकिन सप्ताहांत में कुछ अपमानजनक या विवादास्पद घटनाक्रम सामने आ सकते हैं। अत: सावधानी से आचरण करें। कष्ट की स्थिति में दूध की बनी मिठाई मंदिर में बांटें।

कन्या:


सप्ताह का प्रथम भाग आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। इस समय आप कुछ घरेलू सामान खरीदने को लेकर परेशान रह सकते हैं। अगर आप दूसरों की मदद करने की सोच रहे हैं, तो जरूर करें क्योंकि दूसरों की मदद करना अच्छी बात है लेकिन इस बात का खयाल रखें कि इस मदद के चक्कर में आपका काम न बिगड़े। सप्ताह का मध्य भाम आपके लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। वहीं सप्ताहांत भी अच्छा रहेगा। पार्टनर के साथ आनंददायी समय बीतेगा। कष्ट की स्थिति में पीले रंग के 21 फूल मंदिर विष्णु की प्रतिमा पर चढ़ाएं।

तुला:


इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। इस समय आप अपने स्वास्थ को बेहतर बनाने को लेकर चिंतन करेंगे। इस समय आप सुबह जल्दी उठना शुरू कर सकते हैं या फ़िर जिम जाने के बारे में सोच सकते हैं। वहीं सप्ताह के मध्य भाग में आप घर गृहस्ती को लेकर चिंतित रह सकते हैं। लेकिन सप्ताहांत आपके लिए बेहतर परिणाम लेकर आ रहा है। कष्ट की स्थिति में बंदरों को गुड और चना खिलाएं।

वृश्चिक:


यह सप्ताह आपके लिए मिला जुला रहेगा, लेकिन इस समय आपको एक बात का खास खयाल रखना होगा कि आप जो भी बोलें बहुत सोच समझ कर बोलें। यद्यपि आमदनी निरंतर बनी हुई है लेकिन खर्चों पर नियंत्रण कर सकें तो आपके लिए अच्छा रहेगा। इस समय आप कोई खरीददारी कर सकते हैं। बहुत सम्भव है कि यह खरीददारी आप ओनलाइन करें। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन मन में कुछ चिंताएं रह सकती हैं। सप्ताहांत में लाभदायक यात्राएं हो सकती हैं। कष्ट की स्थिति में लाल मिठाई हनुमान मंदिर में दान करें।

धनु:


यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। कामों सफलता मिलेगी। आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। सप्ताह की शुरुआत में आप फ़ास्ट फूड, जंक फ़ूड आदि खाने के मूड में रहेंगे लेकिन बेहतर यहीं रहेगा कि अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रख कर ही आप खान पान करें। मामलों में थोडा सा सचेत रहने की आवश्यकता है। सप्ताह मे मध्य भाग सब प्रकार से अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सप्ताह कें अंतिम दिनों में आप फ़िल्म देखने जा सकते हैं लेकिन वह फ़िल्म आपका ठीक से मनोरंजन नहीं कर पाएगी। कष्ट की स्थिति में किसी पिता तुल्य व्यक्ति को सफेद कपडे दान करें।

मकर:


सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन सप्ताह के शुरुआती दिनों में आप जज्बाती होकर कोई खर्चा न करें अन्यथा चिंता के कारण नींद नहीं आएंगी। फ़ोन, बिजली या पानी का बिल अधिक आ जाने के कारण आपका मन खिन्न रह रह सकता है। लेकिन सप्ताह के मध्य में आपको कुछ शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। वहीं सप्ताहांत में आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और आप एक मनोरंजक फ़िल्म या नाटक देखने जा सकते हैं। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद पुष्प शिवलिंग पर चढ़ाएं।

कुम्भ:


सप्ताह के शुरुआत में चन्द्रमा एकादश भाव में स्थित है अत: लाभ की सम्भावनाएं मजबूत रहेंगी। यदि आप किसी एडमीशन के सिलसिले में स्कूलों के चक्कर लगा रहे थे तो आपकी मेहनत का फ़ल मिलने वाला है। आप अपनी बहन या रिश्तेदार को कोई उपहार देना चाहेंगे। लेकिन सप्ताह के मध्य में बेवजह के खर्चों और यात्राओं से बचें। सप्ताहांत में परिस्थितियां आपके पक्ष में होगीं फ़िर भी संयम से काम लेने की आवश्यकता रहेगी। कष्ट की स्थिति में शिव या शनि मंदिर में जाकर शनि चालीसा का पाठ करें।

मीन:


सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। आपको अधिकांश कार्यों में आपको सफ़लता मिलेगी। आफ़िस के लोग आपके कामों की प्रसंशा करेंगे। इस समय आप अपनी कार्यशैली में नया प्रयोग कर सकते हैं। जिसमें आप काफ़ी हद तक सफल भी रहेंगे। वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा। सप्ताह के मध्य में हर मामलें थोड़ी सी सावधानी जरूरी होगी। हालांकि सप्ताहांत आते आते परिस्थितियां नियंत्रण में होंगी। कष्ट की स्थिति में सफ़ेद और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।

आशा है, इस राशिफ़ल के माध्यम से आप अपने अच्छे और बुरे समय को जानकर उस समय उचित व्यवहार पर अपने सप्ताह को शुभ बनाएंगें। नमस्कार!
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साप्ताहिक राशिफल (15 जुलाई - 21 जुलाई 2013)

पंडित हनुमान मिश्रा
आपके इस सप्ताह का राशिफल
नमस्कार! मैं हूं, आपका अपना ज्योतिषी, हनुमान मिश्रा। हम आपको ज्योतिष के माध्यम से, सही सलाह देने की, कोशिश करते हैं। हम लाए हैं आपके इस सप्ताह का राशिफल। इस सप्ताह यानी 15 जुलाई 2013 से लेकर 21 जुलाई 2013 का राशिफल। जिसके माध्यम से आप जान पाएंगे कि आपके लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा। इसे जानकर आप अनुकूल समय का लाभ उठा पाएंगे और जो समय आपके लिए प्रतिकूल है उस समय सावधानी से काम लेकर परेशानियों से बच पाएंगे। तो आइए बात करते हैं इस सप्ताह के राशिफल की-

मेष:

इस सप्ताह की शुरुआत मंगल गुरु बुध और सूर्य चार-चार ग्रह आपके तीसरे भाव में स्थित हैं अत: आप उत्साह से भरे रहेंगे। सुख सुविधाओं की वृद्धि होगी। आपकी योजनाएं सफल होंगी। दाम्पत्य जीवन एवं प्रेम प्रसंगों के लिए समय अनुकूम रहेगा। लेकिन सप्ताह के मध्य भाग में प्रत्येक काम और विशेषकर घरेलू मामलों से जुड़े कामों को बडी ही सावधानी और समझदारी से करना ठीक रहेगा। सप्ताह के अंत में यात्राएं होगीं, काम बनेंगे व आप धार्मिक कामों में संलग्न होंगे। फ़िर भी धोखेबाजो से सजग रहना जरूरी होगा।

वृषभ:

सप्ताह का अधिकांश भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन दूसरे भाव में कई ग्रहों की स्थिति को देखते हुए बडबोले पन से बचना जरूरी होगा साथ ही निवेश को लेकर भी सावधान रहना होगा। हालांकि सप्ताह मध्य में सूर्य के तीसरे भाव में जाने से आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होगी जिससे जीवनपथ बेहतर होगा। कामों में सफलता मिलेगी। प्रेम प्रसंगों के लिए भी समय अनुकूल है। लेकिन सप्ताहांत में कुछ अपमानजनक या विवादास्पद घटनाक्रम सामने आ सकते हैं।

मिथुन: 

सप्ताह का प्रथम भाग आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा। इस समय आप दूसरे की मदद करना चाहेंगे और चक्कर में आप अपनी चीजों को व्यवस्थित नहीं कर पाएंगे। हालांकि प्रेम प्रसंग के संदर्भ में अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। सप्ताह का मध्य भाम आपके लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। कामों में सफ़लता मिलेगी। वहीं सप्ताहांत भी अच्छा रहेगा। भागीदारी से लाभ मिलेगा। फ़िर भी दिमाग की खिडकी को खोल के रखना जरूरी होगा।

कर्क: 

इस सप्ताह के आरम्भिक दिन दिन आपके लिए अनुकूल हैं। इस समय आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं। इस समय आपको प्रयासों में सफलता मिलेगी। वहीं सप्ताह के मध्य भाग में आप घर गृहस्ती को लेकर चिंतित रह सकते हैं। इस समय गोचर का सूर्य बाहरवें भाव से चलकर आपके प्रथम भाव में आप चुका होगा अत: मान सम्मान में बढ़ोत्तरे तो होगी लेकिन स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। वहीं सप्ताह आपके लिए थोड़ी सी बेहतरी लेकर आएगा।

सिंह:

यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल परिणाम देने वाला रहेगा, लेकिन इस समय आपको एक बात का खास खयाल रखना होगा कि आप जो भी बोलें बहुत सोच समझ कर बोलें। यद्यपि आमदनी निरंतर बनी हुई है लेकिन खर्चों पर नियंत्रण कर सकें तो आपके लिए अच्छा रहेगा। यद्यपि सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा, लेकिन मन में कुछ चिंताएं रह सकती हैं। सप्ताह के अंत में आपको घर से बाहर रहना पड़ सकता है हालांकि इस समय आपको कुछ आर्थिक लाभ मिल सकता है।

कन्या: 

यह सप्ताह आपके लिए सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा। कामों सफलता मिलेगी। आप सुख सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे। सप्ताह की शुरुआत में स्वादिष्ट और मनोनुकूल भोजन करने का अवसर मिलेगा। लेकिन इस समय आपको आर्थिक मामलों में थोडा सा सचेत रहने की आवश्यकता है। सप्ताह मे मध्य भाग में  कामों में सफलता मिलेगी। लोग आपके कामों की प्रसंशा करेंगे। लेकिन सप्ताह कें अंतिम दिनों में आपको किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है। यदि सम्भव हो तो यात्राओं से बचें।

तुला:

सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन बारहवें भाव में स्थित चंद्रमा के कारण सप्ताह के शुरुआती दिनों में नींद में कुछ व्यवधान आने के योग बन रहे हैं। कुछ खर्चे आपके सामने आ सकते हैं लेकिन सप्ताह के मध्य में आपको कुछ शुभ समाचार सुनने को मिलेंगे। वहीं सप्ताहांत में आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और आपके काम बनते जाएंगे। किसी काम के सिलसिले में की गई यात्रा शुभ रहेगी।

वृश्चिक: 

सप्ताह के शुरुआत में चन्द्रमा एकादश भाव में स्थित है अत: लाभ की सम्भावनाएं मजबूत रहेंगी। फ़िर भी इस समय भावावेश में आकर कोई निर्णय लेने से आपको बचना चाहिए। सप्ताह के मध्य में अचानक कुछ खर्चे आपके सामने आ सकते हैं। या फ़िर आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं हालांकि यह यात्रा बहुत अधिक फ़ायदेमंद नहीं रहेगी। सप्ताहांत में परिस्थितियां आपके पक्ष में होगीं फ़िर भी संयम से काम लेने की आवश्यकता रहेगी।

धनु:

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अनुकूलता लिए हुए है। आपको अधिकांश कार्यों में आपको सफ़लता मिलेगी। कुछ घरेलू मामलों को लेकर चिंतन की आवश्यकता है। सप्ताह का मध्य भाग आर्थिक मामलों के लिए अनुकूल रहेगा। कई प्रकार के लाभ मिलने के योग बन रहे हैं फ़िर भी इस समय आपको संयम से काम लेते हुए निवेश करना होगा और खर्चों से बचना होगा। सप्ताहांत में भी धैर्य पूर्वक काम करने की सलाह मैं आपको देना चाहूंगा।

मकर:

सप्ताह की शुरूआत आपके लिए शुभ है। आपके मन में धार्मिक भावनाएं जागृत होगीं। इस समय आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं या किसी लाभकारी मामले से जुड़ सकते हैं। आर्थिक और सामाजिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल है। सप्ताह का मध्य भाग काम धंधे के लिए बहुत ही अनुकूल रहेगा। केवल सप्ताहांत में आपको थोड़ी सी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कुछ अनावश्यक खर्चे सामने आ सकते हैं।

कुम्भ: 

सप्ताह की शुरुआत आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगी। अत: इस समय प्रत्येक कार्य को सावधानी से करना ठीक रहेगा। अचानक कुछ परेशानियां सामने आ सकती हैं। यह समय किसी भी प्रकार का जोखिम उठाने का नहीं है। विशेषकर आर्थिक मामलों से जुड़े फ़ैसलों में जल्दबाजी न करें। सप्ताह का मध्य भाग आपके लिए काफ़ी अनुकूल रहेगा। आप किसी दूर की यात्रा पर जा सकते हैं। कामों सफ़लता मिलेगी। सप्ताहांत लाभ के अवसर मजबूत होंगे।

मीन:

यह सप्ताह आपको मिले जुले फल देने वाला रहेगा। ज्यादातर ग्रह घरेलू जीवन में व्यवधान आने का संकेत कर रहे हैं। इस समय साझेदारी और दाम्पत्य जीवन को लेकर संयम और समझदारी बरतने की आवश्यकता है। सप्ताह के मध्य भाग में बेवजह कुछ परेशानियां सामने आ सकती हैं। मन चिंतित रह सकता है। लेकिन सप्ताहांत आपके लिए अनुकूल रहेगा। किसी यात्रा के माध्यम से फ़ायदा मिलेगा। रुके हुए काम बनना शुरू होंगे।

आशा है, इस राशिफ़ल के माध्यम से आप अपने अच्छे और बुरे समय को जानकर उस समय उचित व्यवहार पर अपने सप्ताह को शुभ बनाएंगें। नमस्कार!!

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सूर्य का कर्क राशि में गोचर

पंडित हनुमान मिश्रा
16 जुलाई 2013 को दोपहर 15:45 पर सूर्य देव कर्क राशि में जा रहे हैं।
To read in English, please click here.

16 जुलाई 2013 को दोपहर 15:45 पर सूर्य देव कर्क राशि में जा रहे हैं और ये 16 एवं 17 अगस्त की दरम्यानी रात 12 बजकर 07 मिनट तक इसी राशि में रहेंगे। सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है अत: इसके गोचर का प्रकृति पर गहरा असर पड़ता है। और इस समय सूर्य दक्षिणायन हो रहा है। इस समय सूर्य कर्क राशि यानी कि जलीय राशि में जा रहा है अत: इस समय अच्छी बारिस होने के योग बन रहे हैं। पर्याप्त वर्षा के कारण इस समय खेती की उपज अच्छी होगी। लेकिन दक्षिण पश्चिमी इलाकों में वर्षा कम हो जाएगी या यूं कहीं कि कुछ दक्षिण पश्चिमी इलाकों में बारिश होना रुक सकती है जिससे फ़सलों के सूखने का भय रहेगा। बाकी अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिस होगी। उत्तरी क्षेत्रों में शांति भंग रह सकती है या यूं कह सकते हैं कि उत्तरी क्षेत्रों में शासन प्रशासन को कुछ परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। लेकिन पूर्वी क्षेत्रों में सुख, शांति और समृद्धि के योगायोग बनेंगे। बाजर भावों में बीच-बीच में कुछ उतार-चढ़ाव तो रह सकता है लेकिन कुछ मिलाकार स्थिति सामान्य बनी रहेगी।


और आइए अब जान लिया जाय कि सूर्य के इस गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा?

मेष

सूर्य का गोचर इस समय आपके चौथे भाव में है अत: इस समय माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं। इस समय कुछ गलत विचार भी आपके दिमाग में आ सकते हैं, कोशिश करें कि आपसे कोई अनैतिक काम न हो जाय। यदि आप कोई जमीन या वाहन खरीदने जा रहे हैं तो कुछ दिन और रुक जाएं। वाहन आदि भी सावधानी से चलाएं। इस समय आपको आफ़िस में अधिक काम करना पडेगा जिससे आप अपने आपको कुछ कुछ थका महसूस कर सकते हैं।

वृषभ

सूर्य का गोचर आपके तीसरे भाव में रहेगा अत: घरेलु जीवन में आप सुखी रहेंगे और बहु प्रतीक्षित इच्छाओं की संपूर्ति होगी। इस समय आप कोई नया फोन खरीद सकते हैं। इस समय आप कोई महगां और अच्छा फोन खरीदने के मूड में हो रह सकते हैं। बेहतर होगा कि अपने बजट के अनुसार ही खर्च करें। इस समय घूमने के मौके मिलेंगे। छोटी यात्राएं भाग्यशाली सिद्ध होंगी और सुखद रहेंगी। पारिवारिक मित्रों और रिश्तेदारों से सामाजिक संबंध और अच्छे होंगे। इस काल में स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।

मिथुन

सूर्य आपके दूसरे भाव में रहेगा अत: आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल नहीं है। इसलिए धन संबंधी मामलों में काफी सचेत रहने की आवश्यकता है। आपके कम्प्यूटर-लैपटाप या मोबाइल में कुछ तकनीकी खराबी आ सकती है जिस पर कुछ खर्चे भी करने पड़ सकते हैं। पारिवारिक जीवन भी प्रभावित रह सकता है। आंखों और मुंह की कोई बीमारी आपको कष्ट दे सकती है।

कर्क

सूर्य आपके प्रथम भाव में रहेगा अत: आपमें क्रोध की अधिकता रह सकती है। यदि आप चश्मा लगाते हैं और उसमें बदलाव की सोच रहे हैं तो यह समय इस काम के लिए अच्छा रहेगा। इस समय बुखार या तापमान से सम्बंधित कोई कष्ट आपको मिल सकता है लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र या सरकार के द्वारा आपको लाभ मिल सकता है। यदि आपने मेहनत की है तो सफलता जरूर मिलेगी। छोटी यात्राएं भी हो सकती हैं।

सिंह

सूर्य आपके द्वादस भाव में है अत: आप क्षणिक उन्माद में कोई काम न करें। क्योंकि गलत निर्णय के कारण आपका नुकसान भी हो सकता है। खर्चे बढ़े रहेंगे। व्यापार में समझदारी से काम न लेने की स्थिति में नुकसान हो सकता है। मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध मधुर रखें अन्यथा आपस में तनाव पैदा हो सकता है। सट्टेबाजी जैसे कामों से भी बचें अन्यथा आर्थिक हानि उठानी पड़ सकती है। इस दौरान आपको कई बार यात्रा के समय ट्रैफ़िक की परेशानियों से जूझना पड़ सकता है।

कन्या

सूर्य आपके लाभ भाव में है अत: आपकी इच्छाएं व महत्वाकांक्षायें पूरी होंगी। आप अपने स्वजनों के साथ कोई खरीददारी करने के लिए शापिंग माल या फ़िर बाज़ार जा सकते हैं। यदि आपकी वेतन में बढ़ोत्तरी की बात चल रही है तो उसके फ़लीभूत होने के योग मजबूत हो रहे हैं। इस समय आप अपने प्रेम पात्र के साथ आनंददायी समय बिताएंगे। लम्बी यात्राएं सुखद व सफलदायक सिद्ध होगी। इस समय के सौदे सफलदायक सिद्ध होंगे। अनुबन्धों और समझौतों से भी आपको प्रचुर लाभ मिलेगा।

तुला

सूर्य का गोचर आपके दसम भाव में है अत: सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में आप अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे। इस अवधि में आप व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। पदोन्नति के लिए भी समय अच्छा है। इस अवधि में आप बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त भी रहेंगे। यह समय आपकी कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे।

वृश्चिक

सूर्य आपके नवम भाव में है अत: इस अवधि में मिले जुले फल मिलेंगे। उच्च पद प्रतिष्ठा प्राप्त लोगों से भेंट होगी और उनकी कृपा रहेगी। धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करेंगे। साख अच्छी रहने से काम भी खूब मिलेगा। रूपये पैसे के लिहाज से भी यह समय अच्छा है। नौकरी के लिए आप कोई यात्रा भी कर सकते हैं लेकिन लम्बी यात्राएं सफलदायक नहीं रहेंगी। माता पिता के स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा।

धनु

सूर्य आपके अष्टम भाव में है, यह गोचर की अच्छी स्थिति नहीं मानी गई है है अत: अचानक समस्यायें खड़ी हो सकतीं हैं। इस अवधि में कई बार आपको ट्रैफ़िक का सामना तो करना ही पड़ेगा साथ ही वाहन को क्षतिग्र्स्त होने से भी बचाना होगा। अनैतिक कार्यों तथा सन्देहास्पद सौदों से बचें। महत्वपूर्ण कागजों पर दस्तखत करने से पहले कागज अच्छी तरह पढें। संबंधियों से व्यवहार अच्छा रखें। स्वास्थ्य का ख्याल रखें

मकर

सूर्य आपके सप्तम भाव में है, यह आपके दैनिक रोजगार और दाम्पत्य जीवन का भाव है। यहां पर सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है अत: इस समय कड़ी मेहनत का अच्छा फल नहीं मिलेगा। व्यवसायिक या व्यापार के साथी नुकसान करेंगे अथवा आपके लिये समस्यायें पैदा कर देंगे। घरेलू मामले विशेषकर जीवन साथी के साथ विवाद करने से बचें। आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त या बीमार भी हो सकते हैं। अत: स्वास्थ्य का खयाल रखें।

कुम्भ

सूर्य का गोचर आपके छठे भाव में है अत: इस अवधि में आप जो भी करेंगे उसमें सफल रहेंगें। प्रतिष्ठा एवम् पद वृद्धि की संभावना है। आपको मान्यता मिलेगी और पदोन्नति भी। सम्मान एवम् साख भी प्राप्त करेंगे। समस्याओं का समाधान होता रहेगा। विवादों में विजय मिलेगी। काम सफल होगा और नौकरी करने के हालातों में सुधार भी होगा। सभी हिसाब से यह एक सफलदायक समय रहेगा।

मीन

सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में है, यहां पर सूर्य के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है अत: इस अवधि में आप जीवन का बड़े उत्साह और उल्लास से स्वागत तो करेंगे लेकिन प्रणय प्रेम संबंधों के लिये यह समय श्रेयस्कर नहीं है। अचानक यात्रा की संभावना भी हो सकती है। बहुत अधिक सोच विचार हानिकर हो सकता है इसलिये इससे बचें।
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शनि: वक्री से मार्गी

पंडित हनुमान मिश्रा
शनि ग्रह और विभिन्न राशियां
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में शनि की स्थिति सर्वाधिक महत्व रखती है। जब शनि वक्री से मार्गी या मार्गी से वक्री होता है तो हर किसी पर इसका गहरा असर होता है। 8 जुलाई 2013 को शनि ग्रह तुला राशि में वक्री से मार्गी होने जा रहा है। वक्री यानि विपरित दिशा में चलना और मार्गी का मतलब है सही दिशा में चलना। यह ग्रह लगभग  ढाई वर्ष में अपनी राशि बदलता है।

शनि के वक्री से मार्गी होने के कारण कई क्षेत्रों में रुकी हुई वर्षा पूरे शुरु होगी। देश के दक्षिण-पश्चिम इलाकों में जोरदार वर्षा होने के संकेत मिल रहे हैं। साथ ही कुछ जगहों पर कुछ कुछ प्राकृतिक आपदाएं भी आ सकती हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में जोरदार वर्षा के संकेत हैं। मंहगाई पूर्ववत ज्यादा ही रहेगी तथा बीजों के दामों में वृद्धि के योग बनेंगे। फसलों पर टिड्डियों के आक्रमण होने की संभावनाएं बन रही है। राजसत्ता में परिवर्तन भी हो सकता है। कुछ नेताओं का वर्तमान पद जा सकता है या बदल जा सकता है। जनता के मध्य धार्मिक भावनाएं अधिक रहेगी या धार्मिक आयोजनों की अधिकता रहेगी।

शनि के मार्गी होने से विभिन्न राशियों पर असर:-


मेष: मेष राशि वालों के लिए शनि का मार्गी होना फायदेमंद होगा। न केवल इनकी मुश्किलें दूर होंगी बल्कि बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। हनुमान चालीसा का पाठ करना और अधिक लाभदायी रहेगा।

वृषभ: वृषभ राशि वालों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। पारिवारिक विवाद एवं धन की कमी व निवास स्थान में परिवर्तन सम्भव है। उपाय के रूप में शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए। साथ ही पीपल की सात परिक्रमा भी करना चाहिए।

मिथुन: मिथुन राशि के लोगों को किसी बड़े फायदे के मिलने की संभावनाएं बनेगी। कार्यों की तारीफ होगी एवं अधिकारियों से सहयोग भी मिलेगा। किसी गरीब व्यक्ति को काला कंबल दान करना और अधिक लाभदायी रहेगा।

कर्क: कर्क राशि के लोगों के लिए मनपंसद स्थान पर स्थानांतरण की संभावनाएं हैं। लेकिन इनके कार्य की गति कम हो सकती है। उपाय के रूप में काली उड़द की दाल का दान किसी गरीब व्यक्ति या किसी मंदिर में करना चाहिए।

सिंह: सिंह राशि वालों को व्यापार-व्यवसाय में लाभ व प्रसिद्धि प्राप्त होगी। संतान से सुख मिलेगा। साथ की कोई बडा अनुबंध भी हो सकता है। उपाय के रूप में शनिवार को एक कटोरी में अपना चेहरा देखें। इसके बाद तेल का दान करें।

कन्या: कन्या राशि के लिए अभी सुख में कमी रह सकती है। इसलिए निवेशादि से बचना बेहतर होगा। वाहनादि चलाते समय भी सावधानी अपेक्षित है। हर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमानजी के चरणों पर लगे सिंदूर से अपने माथे पर तिलक लगाना शुभदायी रहेगा।

तुला: तुला राशि के लोगों को अपने ही लोगों का विरोध झेलना पड़ सकता है। यदि अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कोई कार्य करना चाह रहें है तो यह उचित नहीं होगा। उपाय के लिए हर शनिवार को शनिदेव के दर्शन करें और नीले पुष्प चढ़ाएं।

वृश्चिक: वृश्चिक राशि वालों के दैनिक कार्यों में भी बाधाएं रह सकती हैं। साथियों एवं परिवार से विरोध भी हो सकता है। उपाय के लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और वृद्धजनों का सम्मान करें।

धनु: धनु राशि के लोगों को हर काम बडी सावधानी से करना होगा अन्यथा नुकसान हो सकता है। वरिष्ठों व भाइयों  से सामंजस्य बनाकर चलना फायदेमंद रहेगा। किसी निवेश एवं कर्ज देने से बचें। उपाय के रूप में प्रति शनिवार को नीले रंग के पुष्प शनिदेव को चढ़ाएं।

मकर: मकर राशि के लोगों का मन काम धंधे को लेकर उदास रह सकता है। उन्हें अनजान लोगों से सावधान रहना होगा। उपाय के रूप में हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।

कुंभ: कुंभ राशि वालों के लिए समय अच्छा है। नई योजनाएं सफल होंगी। किसी विशेष कार्य के हो जाने से हर्ष होगा। स्थानांतरण व तरक्की भी सम्भव है। उपाय के लिए गाय, विशेष कर काली गाय को शनिवार के दिन घास खिलाएं।

मीन: मीन राशि वालों को शनि के मार्गी होने से कार्यों में निराशा मिल सकती हैं कुत्सित विचार उत्पन्न होंगे लेकिन संतान को सफलता मिलेगी। उपाय के रूप में शनि के निमित्त काली उड़द दाल का दान करना शुभकर रहेगा।
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