बुध ग्रह का वृषभ राशि में गोचर (मई 04, 2014)

बुध मई 04, 2014, को वृषभ राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं यह गोचर आपके जीवन में क्या क्या बदलाव लाएगा? आइए इनके बारे में ज़्यादा जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।

Vrishabh Raashi mein Buddh ka pravesh aur raashiyon pe uska prabhaav.

04 मई, 2014 को बुध ग्रह, 22 बजकर 07 मिनट पर वृषभ राशि में जा रहा है। फल स्वरूप, अनाजों का भाव सामान्य बना रहेगा, लेकिन सोने का भाव बढ़ सकता है। राजनीतिक पार्टियों की जुबानी जंग तेज हो सकती है, शासको और प्रशासकों में भी विवाद होने के योग हैं। कई महिला प्रतियाशियों के जीतने की सम्भावनाएं मजबूत होंगी।


आइए अब जानते हैं कि बुध के गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा:

मेष:

छठे भाव का स्वामी दूसरे भाव में रहेगा, अत: इस अवधि में पारिवारिक माहौल कम अनुकूल रह सकता है। आत्मविश्वास की कमी या कुछ मानसिक चिन्ताएं रह सकती है। लेकिन आपकी भाषा शैली मृदु रहेगी जो आपको लोगों से जोड़ने का काम करेगी। लेकिन खर्चे बढ़ सकते हैं, अत: सब प्रकार की जोखिम उठाने की प्रवृति पर नियंत्रण रखें। आपका मन अध्यात्म की ओर झुकेगा।

वृषभ:

इस समय मित्र व सहयोगी सहायता करेंगे। काम धंधें में उन्नति होगी। आर्थिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि धन स्थान का स्वामी आपकी राशि के प्रथम भाव में है। क्योंकि बुध पंचमेश भी है, अत: इस अवधि में प्रणय संबंध सुधरेंगे। इस दौरान आपके कई लोगों से मित्रतापूर्ण संबंध कायम होंगे। आपकी लम्बी यात्रा करने की पूरी संभावना है।

मिथुन:

राशि स्वामी बुध का बारहवें भाव में जाना बहुत अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं कहा जाएगा, लेकिन क्योंकि बुध अपने मित्र ग्रह शुक्र की राशि में है अत: वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों से संबंधों में सुधार होगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। घर में किसी शुभ कृत्य के होने के योग भी बन रहे हैं। व्यापार-व्यवसाय में लाभ व विस्तार होने के योग बन रहे हैं।

कर्क:

इस समय आपका आत्मविश्वास बहुत बढ़िया रहेगा। इस अवधि में अपनी बुद्धिमत्ता के कारण आप प्रचुर लाभ पायेंगे। इस अवधि में आप दूर की यात्राएं भी कर सकते हैं। इस यात्रा से आपको लाभ भी प्राप्त होगा। आप प्रसिद्ध व्यक्तियों के सम्पर्क में आयेंगे। आपकी ख्याति, प्रतिष्ठा, और सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। अपने व्यवसाय में आप अच्छा काम करेंगे। लाभ की स्थितियां भी मजबूत होंगी।

सिंह:

इस अवधि में बुध ग्रह द्वितीयेश और लाभेश होकर कर्म स्थान में स्थित है, अत: नौकरी पेशा लोगों को बड़ा लाभ हो सकता है। लेकिन अन्य ग्रहों के प्रभाव के कारण छोटी छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ने की संभावना है। अत: उनसे बचने की कोशिश करें। जल्दी धन कमाने की अपनी प्रवृति पर अंकुश लगायें। स्वास्थ्य व परिवार का खयाल रखें। बेकार की यात्राओं से बचें।

कन्या:

राशि स्वामी और कर्म स्थान का स्वामी होकर बुध भाग्य स्थान पर होगा, अत: भाग्यवर्धन होगा। जीवनसाथी या व्यवसायिक पार्टनर के माध्यम से लाभ सम्भव है। इस अवधि में आपका व्यापार-व्यवसाय बढ़ेगा। किसी प्रतिस्पर्धा में भी सफलता मिलेगी। आपकी प्रसिद्धि एवम् सम्मान में इजाफा होगा। सुखद यात्रा की भी संभावना है। आप लाभप्रद सौदा करेंगे। भागीदार व सहयोगी सहयोग देंगे।

तुला:

द्वादशेश और भाग्येश, बुध अष्टम भाव में रहेगा। यह एक अच्छी स्थिति नहीं कही जाएगी। अत: बहुत सम्भव है कि इस समय आप व्यर्थ के कामों में उलझे रहें। आर्थिक मामलों के लिए भी समय ठीक नहीं है, खर्चे बढ़ सकते हैं। पारिवारिक जीवन में तनाव रह सकता है। विरोधी परेशान करने की कोशिश करेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। जहां तक संभव हो यात्राओं से बचें।

वृश्चिक:

लाभेश बुध के सप्तम भाव में होने के कारण बहुत सारे शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी लेकिन बुध अष्टमेश भी है, अत: बीच-बीच में कुछ अड़चनें भी आ सकती हैं। इस अवधि में पारिवारिक सुख बढ़ा चढ़ा रहेगा। एक यादगार यात्रा होने की भी संभावना है। नये उद्यमों में सफलता मिलेगी। यह समय प्रेम प्रसंगों के लिये भी अच्छा है। मित्र और शुभ चिन्तक पूरा सहारा देंगे। 

धनु:

इस अवधि में बुध छठे भाव में अपने मित्र की राशि में स्थित है, अत: बुध का गोचर आपको अधिकांश मामलों में शुभ परिणाम देगा। इस अवधि में पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। घर परिवार में कोई शुभ संस्कार भी मनाया जा सकता है। आपकी व्यावसायिक योग्यता विकसित होगी। आप सुखी और प्रसन्न रहेंगे। आप विलास सामग्री पर व्यय करेंगे। बस मेहनत थोड़ी सी ज्यादा करनी पड़ सकती है।

मकर:

इस अवधि में आपकी मेहनत रंग लायेगी। कामों में सफ़लता मिलेगी और छोटी यात्राएं सफ़ल रहेंगी। भाई बहिनों से सहायता मिलेगी। साथ ही बड़े बुजुर्ग और गुरुजनों का भी सहयोग मिलेगा। प्रिय जनों के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर भी जाना हो सकता है। संतान या शिक्षा में आ रही अड़चनें दूर होंगी। नये लोगों से, पुराने दोस्तों से मुलाकात होगी। काम धंधे में भी अच्छे परिणाम मिलेंगे।

कुम्भ:

यह समय घरेलू जीवन का आनंद लेने का है। आपका कोई प्रिय जन कुछ दिनों के लिए आपके घर आ सकता है। परिवार के सदस्यों का आपके प्रति बहुत अच्छा बर्ताव रहेगा। लोग आपकी बातों से प्रभावित होंगे। आर्थिक रूप से यह समय अच्छा रहेगा। पुराने कर्ज आदि की वसूली भी हो जायेगी। गूढ़ विज्ञान में आपकी रूचि बढ़ेगी। लेकिन इस समय आपको वाहन चलाते समय सावधानी रखनी होगी।

मीन:

इस अवधि में आपका सम्मान होगा तथा ख्याति बढ़ेगी। आपका आत्मविश्वास मज़बूत बना रहेगा। यद्यपि पारिवारिक जीवन संतोषप्रद रहेगा लेकिन चतुर्थेश के तीसरे भाव में होने के कारण, आपको अपना पूरा ध्यान पारिवारिक सामंजस्य को बनाने में रखना होगा। हालांकि स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप अपनी प्रतिभा, योग्यता, और निपुणता के बल पर अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे।

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