सूर्य का वृषभ राशि में गोचर (15 मई , 2014)

सूर्य 15 मई, 2014, को वृषभ राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं यह गोचर आपके जीवन में क्या क्या बदलाव लाएगा? आइए इनके बारे में ज़्यादा जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।
Vrishabh Raashi mein Surya ka pravesh aur raashiyon pe uska prabhaav.
15 मई 2014 को सूर्य अपनी उच्चावस्था का त्याग कर रहे हैं, यानी कि सूर्य देश मेष राशि से वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। सूर्य की यह स्थिति शासन प्रशासन के पदों में परिवर्तन करवा सकती है। इस समय महिला संगठन किसी मुद्दे को लेकर अनसन या नाराजगी जाहिर कर सकते हैं। 


आइए अब जानते हैं कि बुध के गोचर का हमारी राशियों पर क्या असर होगा:

मेष: सूर्य आपके दूसरे भाव में रहेगा अत: आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल नहीं है। इसलिए धन संबंधी मामलों में काफी सचेत रहने की आवश्यकता है। पारिवारिक जीवन भी प्रभावित रह सकता है। आँखों और मुँह की कोई बीमारी आपको कष्ट दे सकती है।

वृषभ: सूर्य आपके प्रथम भाव में रहेगा अत: आपमें क्रोध की अधिकता रह सकती है। लू लगने या बुखार जैसी बीमारियों से आपको कष्ट मिल सकता है फिर भी। छोटी यात्राएं भी हो सकती हैं। मेहनत के अनुसार सफलता मिलेगी। सामाजिक संस्थानों को आप खुलकर दान देंगे।

मिथुन: सूर्य आपके द्वादस भाव में है अत: आप क्षणिक उन्माद में कोई काम न करें। खर्चे बढ़ सकते हैं। व्यापार में समझदारी से काम न लेने की स्थिति में नुकसान हो सकता है। मित्रों और रिश्तेदारों से संबंध मधुर रखें अन्यथा आपस में तनाव पैदा हो सकता है। आर्थिक मामलों में सावधानी से काम लें।

कर्क: सूर्य आपके लाभ भाव में है अत: आपकी इच्छाएँ व महत्वाकांक्षायें पूरी होंगी। आप मित्रों और रिश्तेदारों से सहायता पायेंगे। आमदनी में अच्छी खासी वृद्धि होगी। अनुबन्धों और समझौतों से आपको प्रचुर लाभ मिलेगा। प्रेम एवम् प्रणय संबंधों के लिये भी यह एक श्रेष्ठ समय है।

सिंह: सूर्य का गोचर आपके दसम भाव में है अत: सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस अवधि में आप व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। इस अवधि में आप बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त भी रहेंगे।

कन्या: सूर्य आपके नवम भाव में है अत: इस अवधि में मिले जुले फल मिलेंगे। उच्च पद प्रतिष्ठा प्राप्त लोगों से भेंट होगी और उनकी कृपा रहेगी। धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करेंगे। रूपये पैसे के लिहाज से भी यह समय अच्छा है। लेकिन लम्बी यात्राएं सफलदायक नहीं रहेंगी। माता पिता बीमार रह सकते हैं।

तुला: सूर्य आपके अष्टम भाव में है, यह गोचर की अच्छी स्थिति नहीं मानी गई है है अत: अचानक समस्यायें खड़ी हो सकतीं हैं। अनैतिक कार्यों तथा सन्देहास्पद सौदों से बचें। महत्वपूर्ण कागजों पर दस्तखत करने से पहले कागज अच्छी तरह पढें। संबंधियों से व्यवहार अच्छा रखें । स्वास्थ्य का ख्याल रखें।

वृश्चिक: सूर्य आपके सप्तम भाव में है, अत: मेहनत के अनुरूप फल नहीं मिलेगा। व्यवसायिक या व्यापार के साथी आपके लिये समस्यायें पैदा कर सकते हैं। घरेलू मामले विशेषकर जीवन साथी के साथ विवाद करने से बचें। आप मानसिक रूप से तनावग्रस्त या बीमार भी हो सकते हैं।

धनु: सूर्य का गोचर आपके छठे भाव में है अत: इस अवधि में आप जो भी करेंगे उसमें सफल रहेंगें। प्रतिष्ठा एवम् पद वृद्धि की संभावना है। आपको मान्यता मिलेगी और पदोन्नति भी। सम्मान एवम् साख भी प्राप्त करेंगे। काम सफल होगा और नौकरी करने के हालातों में सुधार भी होगा।

मकर: सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में है, यहां पर सूर्य के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है अत: इस अवधि में आप जीवन का बड़े उत्साह और उल्लास से स्वागत तो करेंगे लेकिन प्रणय प्रेम संबंधों के लिये यह समय श्रेयस्कर नहीं है। अचानक यात्रा की संभावना भी है। अत: सोच विचार कर लिए गए निर्णय अच्छे रहेंगे।

कुम्भ: सूर्य का गोचर इस समय आपके चौथे भाव में है अत: माता पिता का स्वास्थ्य आपको चिन्ता ग्रस्त रख सकता है। इस अवधि में आपको मेहनत करनी पड़ेगी। लगातार किया गया कड़ा परिश्रम आपको थका सकता है। इस समय आपको चाहिए कि वाहन बहुत तेजी से न चलाएँ ।

मीन: सूर्य आपके तीसरे भाव में रहेगा अत: घरेलु जीवन में आप सुखी रहेंगे और बहु प्रतीक्षित इच्छाओं की संपूर्ति होगी। धन लाभ के समाचार प्राप्त करेंगे। पारिवारिक मित्रों और रिश्तेदारों से सामाजिक संबंध और अच्छे होंगे। घूमने के मौके मिलेंगे। छोटी यात्राएं भाग्यशाली सिद्ध होंगी और सुखद रहेंगी।

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