केतु गोचर 2019 - एक ही राशि में साथ आकर केतु-शनि बनाएंगे महा योग!

18 साल बाद केतु के धनु में गोचर करने से होगा उसका शनि से मिलन! देखिए आपकी राशि पर इस मिलन का क्या पड़ेगा प्रभाव? 


केतु जिसे पापी ग्रह की संज्ञा प्राप्त है और वो राहु की तरह ही ऐसा छाया ग्रह है जो वैदिक ज्योतिष में अपना एक विशेष महत्व रखता है। इसका अपना कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है ये हमेशा वक्री गति से चलता है| केतु के गोचर की बात करें तो ये प्रत्येक 18 माह में अपना राशि परिवर्तन करता है तथा गोचर के दौरान निश्चित परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है। 7 मार्च 2019 को केतु धनु राशि के अंतर्गत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से अपना गोचर करेगा, जिसका परिणाम हर राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। 

"केतु यंत्र की स्थापना से... " होगा केतु के अशुभ प्रभावों से बचाव !

सालों बाद शनि-केतु होंगे साथ 


केतु का धनु राशि में प्रवेश शनि के साथ होगा। केतु मकर राशि को छोड़कर 7 मार्च 2019, गुरूवार को सुबह 5 बजकर 29 मिनट पर धनु राशि में गोचर कर रहा हैं जो इसी स्थिति में 23 सितंबर 2020 तक रहेगा और उसके बाद सुबह 05:28 बजे यह धनु राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। धनु राशि में स्थित होने पर केतु अपनी उच्च राशि में विराजमान हो जाएगा और इसी कारण ये उच्च का केतु कहलाएगा। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में उच्च का केतु तर्क, बुद्धि, ज्ञान, वैराग्य और कल्पना आदि जैसी अनेक सफलताओं का कारक होता है। जो कई तरह से चली आ रही बाधाएं भी दूर करता है। जहाँ केतु के शुभ प्रभाव से मनुष्य के अंदर आध्यात्मिक गुणों का विकास होता है। वहीं यदि किसी जातक की कुंडली में केतु अशुभ भाव में हो तो उस व्यक्ति को कष्टकारी परिणाम मिलते हैं। इसलिए कमज़ोर केतु को बली बनाने के लिए जातक नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करते हैं। इस गोचर में केतु अपनी उच्च राशि में होने से काफी ज्यादा मजबूत होगा और बहुत सारे विशेष परिणाम देगा। खासकर राजनीतिक और सामाजिक मामलों पर इसके कई बड़े असर आपको दिखाई दे सकते हैं। 

केतु का गोचर देश की राजनीति पर डालेगा असर 


केतु लगभग 18 साल बाद शनि के साथ एक ही राशि में नज़र आएगा, इसीलिए केतु और शनि की यह युति धनु राशि से प्रभावित उत्तर भारत, पाकिस्तान, नेपाल और ईरान के पूर्वी हिस्से में भूकंप और प्राकृतिक आपदा के योग बना रही है। इसके अलावा ज्योतिषी अनुसार देश की राजनीति की बात करें तो इस गोचर का सबसे शुभ प्रभाव इसी साल होने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पड़ सकता है। चूकि केतु का असर जातक पर व्यावहारिक रूप से कम और मानसिक रूप से अधिक दिखाई देता है। इसी लिए जो भी जातक केतु के गोचर के दौरान अपने अंदर ज्यादा से ज्यादा आध्यात्मिक गुणों का संचार करेगा, उसे इस गोचर का फल बेहद शुभ मिलेगा। 

"लहसुनिया की मदद से केतु द्वारा..." ऐसे करें अपने मानसिक तनाव को दूर। 

पीएम मोदी की कुंडली पर केतु के गोचर का प्रभाव 


जब हमारे विशेषज्ञों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली पर केतु के इस गोचर के प्रभावों का ज्योतिषीय विश्लेषण किया तो ये बात सामने आई कि उनकी कुंडली में इस गोचर से कई राज योग बन रहे हैं। गोचर से बन रहे राज योगों और अक्सर अपनी आध्यात्मिक छवि के चलते विरोधियों के निशाने पर रहने वाले पीएम मोदी को केतु इसी छवि का सकारात्मक परिणाम दे सकता है। ज्योतिषियों के अनुसार यदि पीएम मोदी अपनी आध्यात्मिक छवि को बरकरार रखने में कामयाब रह पाएँ तो उन्हें बेशक इसका अच्छा परिणाम आने वाले चुनावों में मिलेगा। 

निष्कर्ष : चूकि शनि और केतु दोनों ही सन्यासी ग्रह होते हैं। जिनमें से शनि न्याय तो वहीं केतु आध्यात्मिक फल देने में पूरी तरह सक्षम होता है। इसी लिए विश्लेषणकर्ताओं के अनुसार इस गोचर के बाद राम मंदिर पर इस साल कोई बड़ा फैसला आने की संभावना अधिक है। जिसका फायदा पीएम मोदी को मिल सकता है।

आइए अब जानते हैं कि केतु का ये गोचर 12 राशियों पर कैसा प्रभाव डालेगा:


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष


केतु की उपस्थिति आपके लिए कष्टकारी रह सकती है इसलिए इस समय आपको संभलकर क़दम बढ़ाने होंगे। आर्थिक क्षेत्र में भी केतु के गोचर से नुकसान उठाना पड़ सकता है, जिस दौरान धन की लेन-देन एवं निवेश मेंआगे पढ़ें

वृषभ


केतु आपकी राशि से आठवें भाव में प्रवेश करेगा इसलिए ये उपस्थिति आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं है। क्योंकि इस दौरान आध्यात्मिक एवं गूढ़ विषयों में आपकी रुचि बढ़ेगी लेकिन स्वास्थ्य जीवन के लिए यह समय चुनौतीपूर्णआगे पढ़ें


मिथुन


केतु का ये गोचर आपके लिए प्रतिकूल रहेगा। वैवाहिक जीवन में आपको कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी से मनमुटाव, मतभेद या फिर विवाद भी हो सकता है। ऐसे में इस स्थिति से बचने के लिएआगे पढ़ें

कर्क


केतु आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेगा। इसलिए केतु का इस भाव में होना आपके लिए समस्या कारक रहेगा। जिस दौरान आपको कई प्रकार की समस्याओं को सामना करना पड़ सकता है औरआगे पढ़ें


सिंह


केतु का ये गोचर आपके लिए शुभ संकेत नहीं दे रहा है। इस अवधि में आपको आर्थिक क्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए धन के मामले में सावधान रहें और किसी शख़्स पर ज़रुरत से ज़्यादाआगे पढ़ें

कन्या


केतु आपकी राशि से चौथे भाव में संचरण करेगा। इसी लिए इस भाव में केतु का होना आपके लिए अनुकूल नहीं है। केतु आपके पारिवारिक जीवन में अपनी बुरी नज़र बनाए हुए है। जिस कारण घर में अशांति का वातावरण रह सकता है औरआगे पढ़ें

तुला


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु का ये गोचर आपके लिए शुभ है। इस अवधि में आपको विविध क्षेत्रों में सुखद परिणामों की प्राप्ति होगी। नौकरी में प्रमोशन के योग बन रहे हैं और अच्छा अवसर मिलने आप अपनी जॉब मेंआगे पढ़ें


वृश्चिक


केतु का आपके दूसरा भाव में गोचर होने से आपको अशुभ संकेत मिल सकते हैं। इस ग्रह की क्रूर नज़र आपके आर्थिक क्षेत्र में होगी जिससे आपको धन की हानि संभव है। इसीलिए अपने अपशब्दों के कारण आपकाआगे पढ़ें


धनु


केतु आपकी ही राशि में प्रवेश करेगा और यह आपके लग्न भाव में स्थित होगा। इसीलिए ज्योतिष के अनुसार आपके इस भाव में केतु के होने से मिश्रित परिणाम मिलेंगे। इस दौरान अपनी सेहत का अवश्य ध्यान रखें। क्योंकि कोई पुराने समय से चली आ रही बीमारीआगे पढ़ें

मकर


केतु का ये गोचर आपके लिए कष्टकारी हो सकता है। आर्थिक क्षेत्र में आपको हानि हो सकती है। आपके ख़र्चों में तेज़ी से वृद्धि होगी। इस दौरान आपआगे पढ़ें

कुंभ


केतु का आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में होना शुभकारक है। इस अवधि में आपको अनेक प्रकार की ख़ुशियों का अनुभव होगा। करियर में सफलता मिलेगी। नई नौकरी मिलने की प्रबल संभावना है अथवाआगे पढ़ें

मीन


केतु आपकी राशि से दसवें भाव में गोचर करेगा। कुंडली में यह भाव कर्म एवं पद-प्रतिष्ठा का भाव होता है। इसीलिए केतु की इस भाव में उपस्थिति आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है। हालाँकि इस दौरान आपको आर्थिक क्षेत्र मेंआगे पढ़ें

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