बुध का कर्क राशि में गोचर, जानें प्रभाव

21 जून से 3 राशि वाले हो जाएँ सतर्क! पढ़ें बुध के कर्क राशि में होने वाले गोचर का भविष्यफल और जानें सभी राशि के जातकों पर क्या होगा इसका असर।


बुध को सौर मंडल के सभी अन्य ग्रहों में से सबसे छोटा ग्रह है लेकिन सूर्य के सबसे निकट माना जाता है। सूर्य देव के सबसे समीप होने पर इसका महत्व वैदिक ज्योतिष में भी बेहद प्रभावशाली माना गया है। बुध ग्रह किसी भी जातक की तार्किक क्षमता, संवाद शैली, यात्रा, लेखन आदि का कारक ग्रह होता है। वहीं यदि काल पुरुष की कुंडली की बात करें, तो उसमें बुध को मिथुन और कन्या राशियों का स्वामी बताया गया है। इसके साथ बुध देव कन्या राशि में उच्च के तो वहीं मीन राशि में नीच के कहलाते हैं। दूसरे अन्य सभी ग्रह जिस प्रकार दिन या रात एक ही समय बली होते हैं, उसके ठीक विपरीत बुध ग्रह दिन और रात दोनों समय बली रहते हैं, जिसके चलते भी इनका महत्व बढ़ जाता है। 

कुंडली में बुध की स्थिति का प्रभाव 


ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों के अनुसार बुध देव व्यक्ति को विद्वता तथा वाद-विवाद की क्षमता प्रदान करते हैं। जिसका प्रभाव जातक के दाँतों, गर्दन, कंधे व त्वचा पर साफ़ तौर पर पड़ता है। बुध से जुड़ा सर्वाधिक महत्वपूर्ण गुण धर्म अनुकूलनशीलता है। सिर्फ बुध प्रधान व्यक्ति ही हर हाल में खुद को ठीक से ढालने में सफल होते हैं। भयानक तूफानों या कठिन से कठिन समस्या में जहां बड़े - बड़े लोग धराशायी हो जाते हैं, या हार मान लेते हैं, वहां बुध प्रधान जातक उन नाजुक लचीले व कोमल पौधों की भाँति बच जाते हैं, जो झुक कर तूफानों के निकल जाने का इंतजार करते हैं, लेकिन उसके आगे हार नहीं मानते। यही स्वभाव प्रकृति के नियम परिवर्तन का भी है और वह उसे ही जीने का अधिकार देती है, जो इन परिवर्तनों को सहर्ष स्वीकार कर, उनके अनुरूप जल्द से जल्द स्वयं को ढाल ले। 

प्रतिकूल या निर्बल बुध से कौनसा रत्न-रुद्राक्ष करेगा आपका बचाव


जिस भी जातक की कुंडली में बुध कमज़ोर या नीच अवस्था में बैठा होता है, उस जातक को हरा पन्ना धारण करने की सलाह दी जाती है। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार ये पाया गया है कि इसे धारण करने से बुध संबंधी जातक के सभी अशुभ फल समाप्त हो जाते हैं और उसे केवल और केवल बुध के अच्छे फलों की प्राप्ति होने लगती है। इसी बीच रुद्राक्ष की बात करें तो बुध का कारक रुद्राक्ष चार मुखी रुद्राक्ष को माना गया है। इसे भी धारण करने से अशुभ फल समाप्त हो जाते हैं और शुभ फलों में वृद्धि होने लगती है। 

बुध गोचर का समय


अब यही बुद्धि के देव बुध एक बार फिर नियम के अनुसार अपना स्थान परिवर्तन करते हुए 21 जून 2019, शुक्रवार प्रातः 02:19 बजे कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं। इसके बाद ये इसी राशि में 8 जुलाई को वक्री हो जाएंगे और 30 जुलाई 2019, मंगलवार दोपहर 12:25 बजे राशि से निकल कर वक्री अवस्था में मिथुन राशि में वापिस लौट जाएंगे जहाँ यह 1 अगस्त को वक्री से मार्गी हो जाएंगे और फिर 3 अगस्त शनिवार को सुबह 05:44 बजे पुनः कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। इस अवधि में बुध के गोचर का असर सभी 12 राशियों पर देखने को मिलेगा।। तो चलिए जानते हैं इसका प्रभाव हर राशि पर कैसा पड़ेगा। लेकिन इससे पहले आइये जानते हैं कि इस गोचर का देश-विदेश पर कैसा रहेगा प्रभाव:- 

देश भर में मंगल के साथ मिलकर बुध दिखायेगा अपना प्रभाव 


जहाँ 21 जून 2019 को बुध देव कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं रहा, उसी प्रकार 22 जून 2019 को मंगल देव का गोचर भी मिथुन से कर्क राशि में होगा, जिससे बुध-मंगल की युति बनेगी। चूँकि मंगल और बुध एक दूसरे के शत्रु ग्रह हैं, इसलिए इन दोनों ही ग्रहों का ये गोचर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव देने वाला साबित हो सकता है। इस दौरान देशभर के सत्ताहीन पार्टी में बैठे राजनेताओं की बोली में कड़वाहट देखी जायेगी। जिस कारण आपको इस गोचर के बाद से ही देश के अलग-अलग राज्यों से नेताओं के अजीबो-गरीब बयान सुनने को मिलते रहेंगे। 

स्टॉक मार्किट पर बुध के गोचर का प्रभाव 


बुध ग्रह का किसी भी राशि में इस गोचर के दौरान मजबूत होना दूरसंचार के क्षेत्र में निवेश का सूचक होगा। जिस कारण जिन भी जातकों की कुंडली में इस गोचर के दौरान बुध प्रबल अवस्था में होगा, वो लोग यदि किसी भी दूरसंचार क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं, तो उन्हें अच्छा लाभ मिल सकता है। 

बुध के गोचर का किस क्षेत्र पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव 


इस गोचर के दौरान विशेष तौर पर कन्या और सिंह राशि के जातकों पर बुध की सकारात्मक दृष्टि उन्हें पढ़ाई-लिखाई, बैंकिंग, फिल्म जगत, कला क्षेत्र और दूरसंचार सम्बन्धी क्षेत्रों से अच्छा धन अर्जित कर पाने में मददगार साबित हो सकती है। 


आइए अब आपकी राशि अनुसार जानते हैं कि बुध ग्रह के इस गोचर का आप पर क्या प्रभाव पड़ेगा। 


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


बुध के इस गोचर के दौरान ये आपकी राशि से चौथे भाव में स्थित होंगे। जिसके चलते गोचर की इस अवधि के दौरान आपका पारिवारिक जीवन सुखमय बीतेगा। इस गोचर काल में परिवार में सुख शांति बनी रहेगी और सदस्यों के बीच सामंजस्य स्थापित होगा। लेकिन दूसरी तरफ देखें तो बुध के नकारात्मक प्रभाव से आपके माता पिता की सेहत बिगड़ सकती है जिससे मन...आगे पढ़ें

वृषभ


बुध के कर्क राशि में गोचर से बुध आपकी राशि से तीसरे भाव में स्थित होंगें। गोचर की इस अवधि के दौरान आप दृढ़ निश्चयी बनेंगे और किसी भी काम को अंजाम तक पहुंचा कर ही दम लेंगे। पारिवारिक स्तर पर इस दौरान आप अपने भाई बहनों के लिए आर्थिक रूप से काफी मददगार साबित होंगें। इसके साथ ही आपको अपनी भाषा शैली में भी विशेष सुधार देखने को मिल सकता है। इस गोचर काल के दौरान आपको विशेष सलाह दी जाती है...आगे पढ़ें

मिथुन


इस गोचर के दौरान बुध ग्रह आपकी राशि से दूसरे भाव में स्थित होंगें। आपकी राशि में बुध की इस स्थिति के फलस्वरूप आपकी भाषा शैली में मधुरता आ सकती है। इस दौरान आप अपनी संवाद शैली के बल पर दूसरों को आकर्षित करने में भी सफल रहेंगे। इस गोचर काल में आप अपने संपर्क में आने वाले लोगों का मनोबल बढ़ाने का काम कर सकते हैं। आर्थिक रूप से देखें तो...आगे पढ़ें


कर्क


चूँकि बुध का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है, लिहाजा बुध आपकी राशि से पहले भाव यानि कि आपके लग्न भाव में स्थित होंगें। जिसके चलते बुध का ये गोचर आपकी सेहत के लिए ख़ासा हानिकारक साबित होने वाला है। इस दौरान आपकी सेहत में गिरावट आ सकती है और शारीरिक रूप से आप किसी बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। अब अगर आर्थिक स्थिति की बात करें तो इस गोचर काल में आपको...आगे पढ़ें

सिंह


गोचर की इस अवधि के दौरान बुध आपकी राशि से बारहवें भाव में स्थापित होंगें। बुध का ये गोचर आपके लिए विशेष तौर पर आर्थिक रूप से काफी हानिकारक साबित होने वाला है। इस दौरान आपके ख़र्चों में अचानक ही बढ़ोत्तरी हो सकती है, लिहाजा इस गोचर काल में विशेष रूप से अपने ख़र्चों पर काबू रखें और जरूरी चीजों पर ही पैसे खर्च करें। पारिवारिक स्तर पर इस दौरान...आगे पढ़ें

कन्या


गोचर की अवधि के दौरान बुध आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में विराजमान होंगें। गोचर की इस अवधि के दौरान आपकी किसी मनोकामना की पूर्ति हो सकती है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ये गोचर आपके लिए ख़ासा लाभदायक साबित होने वाला है। इस दौरान आप खुद को बेहद ऊर्जावान और शारीरिक रूप से सबल महसूस करेंगे। इस अवधि के दौरान आप...आगे पढ़ें


तुला


बुध के कर्क राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से दसवें भाव में स्थान परिवर्तन करेंगे। गोचर की ये अवधि आपके लिए कुछ शुभ समाचार लेकर आ सकती है। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र और बिज़नेस से जुड़ा कोई ऐसा समाचार मिल सकता है जिससे आपको काफी लंबे अरसे के बाद खुशफहमी का एहसास होगा। कार्यक्षेत्र में आपकी पदोन्नति हो सकती है...आगे पढ़ें

वृश्चिक


गोचर की इस अवधि में बुध आपकी राशि से नौवें भाव में विराजमान होंगे। इस गोचर काल में आपको जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि इस दौरान बहुत से मामलों में आपको अप्रत्याशित लाभ मिलने की भी संभावना नजर आ रही है। पारिवारिक स्तर पर देखें तो इस गोचर काल में आपको अपनी माता की सेहत का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी...आगे पढ़ें


धनु


इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि से आठवें भाव में स्थित होंगें। बुध का ये गोचर आपकी सेहत के लिए खासतौर से नुक़सानदेह साबित हो सकता है। इस दौरान स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है, लिहाजा आपको अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखने की आवश्यकता होगी। यदि आप शादीशुदा हैं तो इस गोचर काल के दौरान जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर...आगे पढ़ें

मकर


बुध के कर्क राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से सातवें भाव में स्थित होंगें। इस गोचर काल का विशेष प्रभाव आपके करियर पर देखने को मिल सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपकी तरक्की हो सकती है और पदोन्नति के साथ ही आपकी आय में भी वृद्धि संभव है। स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो इस गोचर काल में आप खुद को अधिक ऊर्जावान और शारीरिक रूप से...आगे पढ़ें

कुंभ


इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि से छठे भाव में विराजमान होंगें। गोचर की इस अवधि के दौरान आपको पुराने किसी कर्ज़ या लोन से मुक्ति मिल सकती है। संभव है कि इस गोचर काल में आप किसी पुराने कर्ज़ को चुकता कर सकते हैं। आर्थिक आधारों पर देखें तो इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है, लिहाजा अपने ख़र्चों पर काबू रखें अन्यथा आर्थिक मंदी का शिकार...आगे पढ़ें

मीन


गोचर की इस अवधि के दौरान बुध आपकी राशि से पांचवें भाव में विराजमान होंगें। इस गोचर काल में आपकी रुचि विशेष रूप से नयी चीजों की जानकारी लेने और सीखने में हो सकती है। मीन राशि वाले छात्रों के लिए गोचर की ये अवधि खासतौर से लाभदायक साबित होने वाले है। गोचर के चलते छात्रों का ध्यान इस दौरान गणित और वाणिज्य जैसे विषयों में अधिक लगेगा। लिहाजा...आगे पढ़ें

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