बुध की होगी शुक्र के संग युति और बनाएगा नीच भंग राजयोग ! जानें क्या होगा इसका आपकी राशि पर प्रभाव। इसके अतिरिक्त पढ़ें 11 सितंबर 2019 को बुध के कन्या राशि में गोचर करने के कारण होने वाले बदलावों की पूरी जानकारी, हमारे संपूर्ण राशिफल द्वारा!
उत्तर दिशा पर पर आधिपत्य रखने वाले बुध ग्रह का वैदिक ज्योतिष के नव ग्रह मंडल में विशेष स्थान प्राप्त है। यह अपनी स्थिति और प्रकृति के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को जीवन पर्यन्त प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। मिथुन और कन्या राशि दोनों ही द्विस्वभाव एवं शक्तिशाली राशि हैं, इनके स्वामी होने के कारण बुध का प्रभाव जीवन में काफी महत्वपूर्ण होता है। कन्या राशि इनकी स्वराशि होने के साथ-साथ इनकी मूल त्रिकोण और उच्च राशि भी है। बुध के अधिकार क्षेत्र में तीन नक्षत्र अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती आते हैं। ये तीनों नक्षत्र ही गंड मूल नक्षत्र कहलाते हैं और जिस बालक अथवा बालिका का जन्म इन तीनों में से किसी भी एक नक्षत्र में होता है, उसके लिए जन्म के उपरांत गंड मूल शांति कराना आवश्यक होता है।
बुध ग्रह का प्रभाव
बुध ग्रह से प्रभावित जातक अपनी हाज़िर जवाबी और हास्य विनोद के लिए जाने जाते हैं। ऐसा व्यक्ति कितनी भी विपरीत परिस्थितियों में हंसी पैदा करने का सामर्थ्य रखता है और इसी वजह से यह किसी भी महफिल की जान बन जाते हैं। बुध से प्रभावित जातक मानसिक रूप से बहुत तेज होते हैं और इनकी स्मरण शक्ति अत्यंत तीक्ष्ण होती है। यह भले ही शारीरिक रूप से अधिक मजबूत ना हों, लेकिन अपने मन की शक्ति से यह किसी भी बड़ी से बड़ी मुश्किल का हल निकालने में कामयाब साबित होते हैं।
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एक अनुकूल और मजबूत बुध व्यक्ति को किसी के भी सामने अपनी बात रखने में माहिर बनाता है और ऐसा व्यक्ति वाणी अर्थात बोलने के कारण भी अच्छा धनार्जन कर सकता है। ऐसे व्यक्ति अपनी गणितीय योग्यता के लिए जाने जाते हैं और एक अच्छे व्यापारी साबित होते हैं। यह अपनी मीठी मीठी बातों से किसी का भी मन मोह लेने में कामयाब रहते हैं। हालांकि अगर बुध विपरीत स्थिति में या कमजोर हो तो व्यक्ति बातूनी हो सकता है, जिससे लोग कतराने लगते हैं।
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बुध को मजबूत करने के लिए विधारा की जड़ अथवा पन्ना रत्न धारण करने की सलाह विद्वान ज्योतिषी के द्वारा दी जाती है। इसके अतिरिक्त बुध की कृपा प्राप्ति के लिए व्यक्ति चार मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकता है। बुध ग्रह को अनुकूल बनाने के लिए विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत्र का पाठ करना परम लाभदायक माना जाता है। जो लोग अपनी बहन, बेटी, बुआ, मौसी आदि को खुश रखते हैं, बुध उन्हें अनुकूल परिणाम देता है।
बुध ग्रह सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह है और इसलिए इसकी गोचर की अवधि सबसे कम होती है। वर्तमान युग में संचार व्यवस्था काफी विकसित हो चुकी है और बुध संचार व्यवस्था का स्वामी होने के कारण,अपने गोचर के थोड़े दिन में ही मानव जीवन पर अत्यधिक प्रभाव डालने में सक्षम होता है। आमतौर पर बुध का गोचर व्यक्ति की जन्म कुंडली में स्थित चंद्र राशि से दूसरे, चौथे, छठे, आठवें, दसवें और ग्यारहवें भाव में शुभ फल देता है और शेष भागों में सम अथवा अशुभ परिणाम होते हैं।
शुक्र के साथ बुध ग्रह की युति
जैसे ही बुध अपनी उच्च राशि कन्या में गोचर करेगा, उस की युति अपने परम मित्र शुक्र के साथ होगी, जिसकी यह नीच राशि मानी जाती है। ऐसे में यह शुक्र का नीच भंग करेगा और शुक्र और बुध दोनों के शुभ परिणाम सामने आने लगेंगे। इन दोनों ग्रहों की युति को अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि सामान्य रूप से यह ग्रह शुभ फल ही देते हैं।
बुध के गोचरकाल का समय
हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला बुध ग्रह बुधवार के दिन 11 सितंबर, 2019 की प्रातः 04:47 बजे अपनी उच्च राशि कन्या में गोचर करेगा और इस राशि में यह रविवार, 29 सितम्बर 2019, की दोपहर 12:41 बजे तक स्थित रह कर सभी जन मानस पर अपना प्रभाव डालता रहेगा।
छात्रों पर बुध के गोचर का असर
बुध के इस गोचर का छात्रों पर विशेष रूप से प्रभाव पड़ेगा और जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हैं, उन्हें इस दौरान अपनी मेहनत के अनुसार अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। याद रखें अगर आप ने जमकर मेहनत की है, तो परिणाम आपके पक्ष में अवश्य आएगा, लेकिन यदि अभी तक भी आपने अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया है, तो तुरंत जुट जाएं और दिल लगाकर मेहनत करें। एंटरटेनमेंट, मीडिया, आर्ट्स, आर्किटेक्चर, मेडिकल और एनवायरमेंट क्षेत्र से संबंधित पढ़ाई करने वाले छात्रों को अच्छे परिणाम प्राप्त होने की अधिक संभावना होगी।
बुध के गोचर का देश पर कैसा होगा असर?
यदि देश की बात की जाए तो हमारे भारत के स्वतंत्र होने के समय की कुंडली के आधार पर कर्क राशि बनती है, जिससे बुध का यह गोचर तीसरे भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में तीसरा भाव यातायात, संचार व्यवस्था और पड़ोसी देशों को दर्शाता है। ऐसे में बुध का गोचर आशा अनुरूप परिणाम देने में सक्षम रहेगा और जन-संचार और यातायात के क्षेत्र में अनेक प्रकार की नई योजनाओं की घोषणा सरकार द्वारा की जा सकती है, जो जनता के हित में काफी कामयाब साबित होंगी। इसके अतिरिक्त कुछ पड़ोसी मित्रों के साथ आगे बढ़ कर कुछ योग महत्वपूर्ण योजनाओं पर हस्ताक्षर किए जाने की भी संभावना बनेगी।
चलिए अब जानते हैं बुध के कन्या राशि में गोचर कर जाने पर विभिन्न राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव-
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि
मेष
बुद्धि दाता ग्रह बुध का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव भाव में होगा। इस भाव से हम रोग, जीवन में आने वाली रुकावटों, शत्रु पक्ष आदि के बारे में विचार करते हैं। यह गोचर आपके आर्थिक पक्ष के लिए अच्छा होगा। आपको इस दौरान धन लाभ होने के पूरे आसार हैं। इस दौरान आप अपने स्वास्थ्य के प्रति भी संजीदा रहेंगे और सेहत को दुरुस्त करने के प्रयास करते नजर आएँगे। अपने खान-पान में….आगे पढ़ें
वृषभ
आपके परिवार के लोग इस दौरान आपके मनोभावों को समझने में असमर्थ होंगे जिसकी वजह से आपको परेशानी हो सकती है। वहीं नौकरी पेशा से जुड़े लोग भी इस दौरान कार्यक्षेत्र में काम के बाेझ तले दबे रहेंगे। हालांकि अपनी कड़ी मेहनत का अच्छा फल आपको आने वाले समय में मिल सकता है। विवाहित लोगों को इस अवधि में घरवालों से बात….आगे पढ़ें
मिथुन
11 सितंबर को होने वाला बुध का यह गोचर आपके आर्थिक पक्ष के लिए अच्छा रहेगा। बुध का यह गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में हो रहा है। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव कन्या राशि का होता है और इसे सुख भाव भी कहा जाता है। इस गोचर के दौरान आप धन की बचत कर पाने में सक्षम होंगे और अपने धन का सही तरीके से इस्तेमाल भी कर पाएंगे। इस राशि के नौकरी पेशा लोगों की आय में इस अवधि में वृद्धि हो….आगे पढ़ें
कर्क
बुध ग्रह का संचरण आपकी राशि से तृतीय भाव में होने वाला है। इस गोचर के दौरान आप खुद में साहस की कमी महसूस कर सकते हैं। जिन कामों को आप आसानी से कर लेते हैं उन्हें करने में भी इस दौरान आप घबराएंगे। इसके साथ ही कोई अनजाना डर भी इस दौरान आपको सता सकता है। परिवार की स्थिति….आगे पढ़ें
सिंह
अपने परिवार के लोगों के साथ आप बेहतरीन समय गुजारेंगे। घर के सदस्यों को खुश देखकर आपके चेहरे पर मुस्कान बनी रहेगी। धन से जुड़े लेन-देन में सावधानी बरतने की जरुरत है, हालांकि आर्थिक पक्ष के लिहाज से देखा जाए तो यह समय आपके अनुकूल है। इस राशि के कुछ जातकों को इस समय धन….आगे पढ़ें
कन्या
बुध के आपके लग्न भाव में गोचर के चलते आपको संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि आपकी आमदनी अच्छी होगी और व्यापार में भी वृद्धि होने के योग बनेंगे। आपकी वाणी इस समय थोड़ी कन्याश हो सकती है, आप भले ही किसी का दिल न दुखाना चाहें लेकिन किसी को आपकी बात बुरी लग सकती है। सामाजिक जीवन….आगे पढ़ें
तुला
तुला राशि वालों के लिए बुध देव का गोचर उनके द्वादश भाव में हो रहा है। बुध गोचर की यह अवधि आपके विरोधियों को आपके प्रति सक्रिय कर सकती है। इस समय आपको अपने विरोधियों से सावधान होकर चलना पड़ेगा नहीं तो आप किसी बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। आर्थिक पक्ष भी इस समय बहुत अच्छा….आगे पढ़ें
वृश्चिक
बुध का गोचर आपके लिए शुभफलदायी है। आर्थिक पक्ष इस दौरान मजबूत होगा और धन लाभ के योग बनेंगे। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को उनकी मेहनत का अच्छा फल इस दौरान मिल सकता है। जिसके चलते नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के मन में संतुष्टि का भाव आएगा। वहीं पारिवारिक जीवन में….आगे पढ़ें
धनु
कामकाजी लोगों को उनके कार्यक्षेत्र से इस अवधि में शुभ समाचार मिल सकते हैं। अगर आप लंबे समय से किसी संस्था से जुड़े थे तो इस गोचर के दौरान आपका प्रोमोशन हो सकता है और आपकी आमदनी में भी इज़ाफा हो सकता है। कारोबारी भी इस दौरान अपने कारोबार में विस्तार करने की योजना बना सकते हैं। आपके तेज में इस दौरान वृद्धि होगी और आपके विरोधी आपके सामने आने में इस समय….आगे पढ़ें
मकर
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होने जा रहा है। नवम भाव को धर्म भाव भी कहा जाता है और इस भाव से हम धर्म, भाग्य और गुरु या गुरुतुल्य लोगों के साथ आपके संबंधों के बारे में विचार करते हैं। बुध का यह गोचर आपके जीवन में कुछ परेशानियाँ खड़ी कर सकता है। कुछ समस्याएं आपकी मानसिक….आगे पढ़ें
कुंभ
अष्टम भाव में बुध का यह गोचर आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इस दौरान आपके आर्थिक पक्ष में मज़बूती आने के योग हैं, अतीत में की गई योजनाओं का आपको इस दौरान लाभ मिल सकता है। इस राशि के जो जातक प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले चुके हैं और अब परिणामों का इंतजार कर रहे हैं उन्हें इस दौरान मनमाफिक परिणाम मिलने की उम्मीद है। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के चेहरे पर इस….आगे पढ़ें
मीन
बुध देव आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है और इससे हम जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं। सप्तम भाव में बुध की स्थिति आपके लिए अच्छी नहीं मानी जा सकती। इस गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और आप….आगे पढ़ें
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