शुक्र करेगा कन्या राशि में गोचर, क्या होगा आपके जीवन का हाल

कन्या राशि में शुक्र पहुँचेगा अपनी नीच राशि में। जानें शुक्र का कन्या राशि में गोचर करना आपकी राशि पर किस प्रकार का प्रभाव डालेगा।


शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष में एक शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है, क्योंकि मुख्य रूप से यह अच्छे परिणाम देने में अधिक सक्षम है। यह सभी प्रकार की कलाओं का प्रदाता ग्रह है और जीवन में सौंदर्य और प्रेम का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए यह सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक माना जाता है। यदि शुक्र बलवान हो तो व्यक्ति को सभी सुखों की प्राप्ति होती है और उसके जीवन में प्रेम की कोई कमी नहीं रहती। ऐसा व्यक्ति सभी प्रकार की कलाओं में पारंगत होता है, विशेष रूप से अभिनय, गायन, काव्य, चित्रकला अथवा संगीत आदि विषयों में उसे काफी आनंद आता है और ये उसके जीवन में सुख समृद्धि लेकर आते हैं।


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शुक्र ग्रह का कुंडली पर प्रभाव


वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है और इसकी अनुकूलता से व्यक्ति के जीवन में सुंदरता और आकर्षण की वृद्धि होती है। यह काल पुरुष की कुंडली में द्वितीय तथा सप्तम भाव का स्वामी माना जाता है अर्थात धन और विवाह का, यह दोनों ही किसी भी व्यक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, इसलिए शुक्र की महत्ता और भी बढ़ जाती है। यदि जीवन में सुख सुविधाएँ ही ना रहें, तो ऐसे जीवन का क्या महत्व। यही वजह है जो शुक्र को सबसे महत्वपूर्ण बनाती है, क्योंकि शुक्र ही जीवन में सुख देता है।

शुक्र वृषभ और तुला राशि का स्वामी है और भरणी, पूर्वाफाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्रों का आधिपत्य भी शुक्र के पास ही है। यह मीन राशि में अपनी उच्च अवस्था में माना जाता है और कन्या राशि में अपनी नीच अवस्था में। इसकी मूल त्रिकोण राशि तुला है। बुध और शनि शुक्र के मित्र ग्रह हैं जबकि सूर्य और चंद्र को यह शत्रु मानता है।

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शुक्र के कन्या राशि में गोचर का समय काल 


जीवन में प्रेम और स्नेह का कारक ग्रह शुक्र मंगलवार 10 सितंबर 2019 को प्रातः 1:24 बजे सूर्य की राशि सिंह से निकलकर मित्र ग्रह बुध की राशि कन्या में प्रवेश करेगा। शुक्र का यह गोचर शुक्रवार 4 अक्टूबर 2019 प्रातः 4:56 बजे तक रहेगा और उसके बाद वह अपनी तुला राशि में प्रवेश कर जाएगा। अपनी नीच राशि में गोचर करने के दौरान शुक्र का विभिन्न राशियों पर अलग अलग तरीके से प्रभाव पड़ना लाज़मी है, इसलिए इस लेख के माध्यम से हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि आपकी राशि विशेष पर शुक्र के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ने वाला है, आपको किस प्रकार के अच्छे और बुरे परिणाम मिलेंगे और किस क्षेत्र में आपको ध्यान देने की आवश्यकता होगी। तो आइए जानते हैं शुक्र के कन्या राशि में गोचर का प्रभाव:

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आम लोगों पर शुक्र के गोचर का होगा प्रभाव 


शुक्र का यह गोचर कन्या राशि में होगा, जहां पर अभी कोई ग्रह विराजमान नहीं है, लेकिन शनि की दृष्टि शुक्र पर होगी, ऐसे में लोगों को अपने प्रेम जीवन और दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। कुछ विशेष स्थितियों में अलगाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है, लेकिन इस गोचर के कुछ दिनों उपरांत ही बुध अपनी राशि कन्या में प्रवेश करेगा, जिसकी वजह से शुक्र का भी नीच भंग हो जाएगा और यह अच्छे परिणाम देने में सक्षम होंगे। तब से रिश्तो में गर्माहट महसूस होने लगेगी और जीवन में सभी संबंधों में पड़ी धूल हट जाएगी। 

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देश पर शुक्र के इस गोचर का प्रभाव:


स्वतंत्र भारत की कुंडली में शुक्र देश की राशि कर्क से तीसरे भाव में प्रवेश करेगा जिसकी वजह से टेलीकम्युनिकेशन माध्यमों के द्वारा कुछ लोग गलत बातें प्रसारित करने का प्रयास कर सकते हैं यानि कि सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर उलटे सीधे संदेश भेजकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा सकता है, लेकिन थोड़े दिनों बाद ही बुध का गोचर साथ में होने से स्थिति में तुरंत सुधार होगा और देश और प्रौद्योगिकी और सूचना प्रसारण के क्षेत्र में तरक्की करेगा। जहां कुछ मित्र देशों से शुरुआत में रिश्ते खराब रहेंगे, वहीं थोड़े समय बाद रिश्ते पर फिर से बातचीत प्रारंभ हो सकती है और मित्र देशों से अच्छे संबंध स्थापित रखने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। महिलाओं के लिए यह समय अनुकूल परिणाम देने वाला होगा।

बाज़ार पर शुक्र के इस गोचर का असर:


शुक्र का यह गोचर शेयर बाजार पर भी अपना प्रभाव डालने में सक्षम रहेगा और शुक्र से संबंधित शेयर जिनमें मुख्य रूप से कॉस्मेटिक्स, चावल, रुई, कपास, रेशमी वस्त्र, सजावटी सामान, संगीत से संबंधित वाद्य यंत्र तथा ग्लैमर और मीडिया से संबंधित कंपनियों के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। घड़ियाँ, चश्मे, मोबाइल, लैपटॉप, टेबलेट, टेलीविजन, वाहन आदि के दामों में कुछ समय के लिए गिरावट आ सकती है, लेकिन कुछ समय बाद बाद फिर से इनकी बिक्री रफ्तार पकड़ लेगी। इसका तात्पर्य यह है की मंदी और तेजी दोनों देखने को मिलेंगी। 

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आइये अब पढ़ते हैं सभी 12 राशियों पर कैसा रहने वाला है शुक्र के इस गोचर का प्रभाव:- 

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेगा। कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है। इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है। शुक्र का यह गोचर आपके प्रेम संबंधों में मिठास लाएगा। रिश्तों में प्यार के बढ़ने से निजी संबंध मज़बूत होंगे। अगर आप सिंगल हैं तो...आगे पढ़ें

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वृषभ


शुक्र के गोचर से आप अपने निजी जीवन से प्रसन्न रहेंगे। घर-परिवार में ख़ुशियाँ आएँगी। अगर आप जॉब के कारण घर से दूर रहते हैं तो परिजनों के साथ समय बिताने का मौ़क़ा मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में भी परिस्थितियाँ आपके अनुकूल होंगी। इस अवधि में आपकी आर्थिक...आगे पढ़ें

मिथुन


शुक्र आपकी राशि से तृतीय भाव में जाएगा। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। इस गोचर के प्रभाव से आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। आप निडरता से अपनी बातों को रखेंगे। साथ ही आपके...आगे पढ़ें

कर्क


शुक्र का गोचर आपके आर्थिक पहलू को और भी मजबूत स्थिति में लाएगा। आर्थिक पक्ष को लेकर कोई रुकी हुई योजना पुनः प्रारंभ हो सकती है। प्रॉपर्टी से भी फायदा संभव है। संवाद शैली में सुधार आएगा और आप दूसरों को अपनी बातों से आकर्षित कर पाएंगे। घर-परिवार में कोई समारोह हो सकता है या फिर...आगे पढ़ें

सिंह 


शुक्र ग्रह आपकी ही राशि में गोचर करेगा जो प्रथम भाव में स्थित होगा। ज्योतिष में लग्न भाव को तनु भाव कहा जाता है। इस दौरान आप अपने अच्छे कार्यों के लिए जाने जाएंगे। बीते समय में किए गए संघर्षों का लाभ इस दौरान प्राप्त होगा। शुक्र के प्रभाव से आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा जिससे आपके प्रति ...आगे पढ़ें

कन्या


विदेश गमन के योग बन रहे हैं। करियर में नए अवसर के लिए आप विदेश की ओर भी अपना रुख़ कर सकते हैं। लंबी दूरी की यात्रा संभव है। यह यात्रा आपके लिए लाभकारी सिद्धि हो सकती है। पिकनिक या कहीं बाहर घूमने जाने का प्लान बन सकता है। जीवन साथी की सेहत...आगे पढ़ें

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तुला


शुक्र आपकी राशि से एकादश भाव में स्थित होगा। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की उपलब्धियाँ, मित्र, बड़े भाई-बहन आदि को देखा जाता है। इस दौरान आपके जीवन में खुशहाली व समृद्धि आएगी। आप जो भी करेंगे उसमें सफलता मिलेगी। दिल की कोई मुराद...आगे पढ़ें

वृश्चिक


शुक्र आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में दशम भाव करियर, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं जीवन के लक्ष्यों की व्याख्या करता है। इसे कर्म भाव भी कहा जाता है। शुक्र के कर्म भाव में गोचर से आपको कार्य क्षेत्र में ज़बरदस्त लाभ होगा। आपके कार्य क्षेत्र का दायरा बढ़ेगा। करियर में तरक्की होगी। ऑफिस में आपको नई...आगे पढ़ें

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धनु


गोचर के दौरान आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। भाग्य का साथ आपको कई क्षेत्रों में सफल परिणाम दिलाएगा। छात्रों को गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। उनके आशीर्वाद से आप अपनी पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। आप अपने सिद्धांतों को आगे रखेंगे और उन्हीं के अनुसार...आगे पढ़ें

मकर


शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित होगा। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है। इस भाव से जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, अचानक से होने वाली घटनाएँ, आयु, रहस्य, शोध आदि को देखा जाता है। गोचर के प्रभाव से आपका मन भौतिक सुखों के प्रति अधिक लगेगा। मन में वासनात्मक विचार ...आगे पढ़ें

कुंभ


शुक्र का शुभ प्रभाव आपके वैवाहिक जीवन को मधुर बनाएगा। जीवनसाथी और आपके बीच सामंजस्य की स्थिति बनेगी। जीवनसाथी आपकी भावनाओं की कद्र करेगा, साथ ही आप दोनों के बीच प्रेम भी बढ़ेगा। निजी जीवन में सकारात्मकता आएगी। वहीं प्रेम जीवन में भी आप अपने लव पार्टनर के प्रति अधिक ...आगे पढ़ें

मीन


शुक्र आपकी राशि से षष्टम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं क़ानूनी विवादों को देखा जाता है। चूंकि शुक्र एक अच्छा ग्रह है और अच्छे ग्रह छठे, आठवें और द्वादश भाव में अच्छे फल नहीं देते हैं। इस दौरान आपको...आगे पढ़ें

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