शुक्र का स्वराशि में प्रवेश, इन राशियों के लिए है लाभकारी। पढ़ें तुला राशि में शुक्र के गोचर का प्रभाव।
शुक्र ग्रह सौंदर्य, कला, ऐश्वर्य और कामुक भावनाओं का कारक है। ज्योतिष विज्ञान ये कहता है कि जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत अवस्था में होता है तो वह व्यक्ति सुंदर, आकर्षक, कामुक और किसी न किसी कला से निपुण होता है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को वृषभ और तुला राशि का अधिपति माना जाता है। मीन राशि में शुक्र उच्च का होता है, जबकि कन्या राशि में यह नीच का होता है।
ग्रहों के साथ यदि शुक्र के संबंधों को देखा जाए तो यह बुध, शनि और राहु-केतु इसके मित्र हैं। वहीं गुरु बृहस्पति शुक्र का शत्रु ग्रह है। शुक्र अपने मित्र ग्रहों के साथ जब युति करता है तो यह बली अवस्था में होता है जबकि शत्रु बृहस्पति के साथ कमजोर हो जाता है। इसी प्रकार कोई भी ग्रह अपनी उच्च राशि में बली होता और नीच राशि में पीड़ित होता है।
शुक्र ग्रह के पीड़ित होने से जातकों के जीवन पर इसके नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। अगर कुंडली में शुक्र ग्रह पीड़ित है तो व्यक्ति को विवाह से संबंधित परेशानियाँ उठानी पड़ सकती हैं। इसके अलावा व्यक्ति के जीवन में ऐश्वर्य की कमी और शारीरिक व मानसिक कष्टों को सहना पड़ता है। अतः इससे बचने के लिए जातकों को शुक्र ग्रह की शांति के उपाय करने चाहिए।
शुक्र ग्रह के गोचर की अवधि एक माह से कम लगभग 30 दिनों की होती है। क्योंकि शुक्र का गोचर अपनी स्वराशि (तुला) में हो रहा है। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि कोई भी ग्रह अपनी स्वराशि में शक्तिशाली होता है।
गोचर की समयावधि
शुक्र ग्रह 4 अक्टूबर 2019, शुक्रवार को प्रातः 04:56 बजे कन्या राशि से निकल कर तुला राशि में गोचर करेगा और 28 अक्टूबर 2019, सोमवार को प्रातः 08:12 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। शुक्र के तुला राशि में होने वाले इस गोचर का असर सभी बारह राशियों पर देखने को मिलेगा।
गोचर का देश-दुनिया पर प्रभाव
शुक्र के तुला राशि में गोचर से देश-दुनिया में कला क्षेत्र से जुड़े लोगों को तरक्की होगी। फिल्म निर्माण से लेकर फिल्म ड्रिस्ट्रीब्यूशन से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी देखने को मिल सकती है। इस समय कला क्षेत्र के जुड़े लोग बेबाकी से किसी सामाजिक मुद्दे पर अपनी राय रख सकते हैं। सौंदर्य प्रसाधन की मांग में वृद्धि होगी। एफएमसीजी कंपनियो में ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियों को फायदा होगा। शेयर बाज़ार में उनके शेयरों में भी वृद्धि होने की संभावना है।
आइए अब राशि के अनुसार जानते हैं शुक्र इस गोचर का प्रभाव…..
मेष राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से सातवें भाव में स्थापित होंगें। शुक्र के इस गोचर का विशेष प्रभाव आपको कार्यक्षेत्र पर देखने को मिल सकता है। इस दौरान कार्यस्थल पर आपके ओहदे में वृद्धि होगी और आप अपने सहकर्मियों के बीच एक हीरो के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो पाएंगे।…..आगे पढ़ें
वृषभ राशि
इस गोचरीय अवधि के दौरान शुक्र आपकी राशि से छठे भाव में स्थित होंगें। इस गोचर के दौरान आपको विशेष रूप से अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। आपके लिए बेहतर होगा कि इस दौरान आप अपनी सेहत का खासतौर से ध्यान रखें और खान पान की आदतों में सुधार ज़रूर करें। …..आगे पढ़ें
मिथुन राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से पांचवें भाव में स्थापित होंगें। आपके लिए शुक्र के गोचर की ये अवधि विशेष रूप से सकारात्मक प्रभाव देने वाला साबित हो सकती है। निजी स्तर पर इस दौरान आप अपने विरोधियों को पराजित करने में सफल होंगें। आर्थिक स्तर पर देखा जाए तो, इस गोचरकाल के दौरान आप अपने पुराने कर्जों को चुकाने में सफल रहेंगे। …..आगे पढ़ें
कर्क राशि
शुक्र के इस गोचर के दौरान ये आपकी राशि से चौथे भाव में विराजमान होंगें। शुक्र के इस गोचर काल में आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सबसे पहले यदि बात करें पारिवारिक जीवन की तो, इस दौरान परिवार में ख़ुशियों का माहौल रहेगा। परिवार के सदस्यों के साथ काफी समय के बाद आप कुछ पल सुकून के बिता पाएंगे। …..आगे पढ़ें
सिंह राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से तीसरे भाव में स्थापित होंगें। आपके लिए गोचर की ये अवधि खासतौर से, आपकी साहस, इच्छाशक्ति और काम करने की क्षमता को और भी अधिक प्रबल बना सकती है। इस गोचरकाल में आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में सफल रहेंगे और किसी को अपने ऊपर हावी नहीं होने देंगे। …..आगे पढ़ें
कन्या राशि
इस गोचरीय अवधि के दौरान शुक्र आपकी राशि से दूसरे भाव में विराजमान होंगें। शुक्र के इस गोचरकाल के दौरान आपको आर्थिक रूप से विशेष लाभ की प्राप्ति हो सकती है। इस दौरान आपको किसी विदेशी स्रोत से लाभ मिलने की पूरी संभावना है। …..आगे पढ़ें
तुला राशि
चूँकि शुक्र का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है, लिहाजा ये आपकी राशि से प्रथम भाव या लग्न भाव में स्थित होंगें। स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो आपके लिए ये गोचर विशेष फलदायी साबित हो सकता है। इस दौरान अपनी सेहत पर ख़ासा ध्यान दें और किसी भी चीज की अति ना करें क्योंकि हर चीज की अति हमेशा नुक़सानदेह ही साबित होती है। …..आगे पढ़ें
वृश्चिक राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से बारहवें भाव में विराजमान होंगें। गोचर की इस अवधि के दौरान आपको किसी विदेशी स्रोत से फायदा मिल सकता है। इसके साथ ही साथ इस दौरान आप अपने पसंदीदा जगह पर घूमने भी जा सकते हैं। …..आगे पढ़ें
धनु राशि
इस गोचरीय अवधि में शुक्र आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में स्थापित होंगें। शुक्र का ये गोचर आपके लिए आर्थिक रूप से खासतौर से लाभदायक साबित होगा। इस दौरान जीवन में सुख समृद्धि आएगी और आप विभिन्न भौतिक सुखों का भरपूर लाभ उठा पाएंगे। …..आगे पढ़ें
मकर राशि
इस गोचरीय अवधि में शुक्र आपकी राशि से दसवें भाव में स्थापित होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए खासतौर से कार्यक्षेत्र में बाधा उत्पन्न कर सकती है। इस दौरान आप काम तो पूरी मेहनत के साथ करेंगे लेकिन उसमें आपको कुछ ख़ास लाभ नहीं मिलेगा। …..आगे पढ़ें
कुंभ राशि
शुक्र के तुला राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से नवम भाव में स्थित होंगें। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से लाभ मिलने की पूरी संभावना है। इस दौरान आप परिवार या मित्रों के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं।…..आगे पढ़ें
मीन राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से आठवें भाव में विराजमान होंगें। मीन राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान अपनी यौन इच्छाओं पर काबू रखने की आवश्यकता होगी। हालाँकि गोचर की इस अवधि में आपको विशेष रूप से भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। …..आगे पढ़ें
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