गुरु सिंह में वक्री आज - आपके जीवन पर प्रभाव

ग्रहों के स्थान परिवर्तन का प्रभाव इंसानों पर पड़ता ही है, चाहे वह अनुकूल हो या प्रतिकूल। इसी बीच कल यानि 8 जनवरी 2016 को गुरु का सिंह  राशि में वक्री हो रहा है। इस वक्री से किस राशि पर क्या पड़ने वाला है, आइए जानते हैं। हाँ, आपको बता दें कि यह भविष्यवाणी पूरी तरह वैदिक ज्योतिष पर आधारित है।


Guru ka ho raha hai Kanya mein Vakri, jaane apna bhavishya.



मेष


गुरु आपकी कुण्डली के 5वें भाव में वक्री हो रहे हैं। गुरु का यह स्थान परिवर्तन कॅरियर के लिहाज़ से काफ़ी बेहतर रहने वाला है। छात्रों को मनचाहा परिणाम मिल सकता है। यह वक्री समाज में आपकी मान-मर्यादा बढ़ेगी और लोग आपकी बातों की कद्र करेंगे। लोग आपके व्यक्तित्व से प्रभावित होंगे, साथ ही आप उनके दिलो-दिमाग पर अपनी छाप छोड़ने में क़ामयाब रहेंगे। इस समय आपको अपने गृहस्थ जीवन में कुछ एहतियात बरतने की आवश्यकता है, जैसे - भावनाओं और ग़ुस्से पर काबू रखना होगा। यह वक्री कला और साहित्य में रूची रखने वाले लोगों के लिए शानदार है।


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वृषभ


गुरु आपके चौथे भाव में प्रवेश कर रहे हैं। इस समय आपकी ज़िन्दगी में कुछ अस्थिरता का भाव आ सकता है। यह अवधि आपके लिए थोड़ी कठिनाइयों भरी हो सकती है, लेकिन मौज-मस्ती के लिए भरपूर समय मिलेगा। हाँ, वक्री गुरु के साथ राहु के जाने की स्थिति में आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा और सोच-समझकर बोलना होगा, अन्यथा विवाद की संभावना बन रही है।


मिथुन


गुरु का वक्री आपके तीसरे भाव में हो रहा है। इस अवधि में आपको कुछ अव्यवस्था का आलम नज़र आ सकता है। हालाँकि यदि राहु का योग गुरु के साथ बनता है तो आपके लिए यह समय मददगार साबित होगा। जीवनसाथी के साथ संबंधों में थोड़ी नरमी रह सकती है। इस समय किसी को ठेस पहुँचाने की कोशिश न करें, यह आपके लिए ज़रूरी है। वैसे पूरे साल आप प्रत्येक क्षेत्र में मजबूती के साथ खड़े रहेंगे। रूके हुए कार्यों के पूरे होने की संभावना दिखाई दे रही है।


कर्क


गुरु का आपकी कुंडली के दूसरे भाव में वक्री होना आपके लिए किसी उपहार से कम नहीं है। इस अवधि में पैसों की आवक अच्छी रहेगी, साथ ही आपकी एक नई पहचान बनेगी। इस साल आपको कुछ ऐसे पल मिलेंगे जिनकी तलाश आप काफ़ी समय से कर रहे थे। कार्यस्थल पर आपके कार्यों की तारीफ़ होगी और वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। नई नौकरी भी मिल सकती है, इसलिए प्रयास जारी रखें।


सिंह


गुरु का वक्री आपके लिए मिला-जुला रहने वाला है। इस दौरान आपको सभी प्रकार के विवादों से बचना होगा और कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। नौकरी-पेशा लोगों को मनचाहा परिणाम संभवतः कम ही मिलेगा। इस समय किसी प्रकार का महत्वपूर्ण निर्णय न ही लें, तो आपके लिए बेहतर होगा। ख़ुशहाल जीवने के लिए अपने वादों से न मुकरें। कुल मिलाकर यह वक्री आपके औसत ही रहने वाला है।


कन्या


गुरु का वक्री आपकी कुंडली के 12वें भाव में हो रहा है। गुरु की यह स्थिति आपके कॅरियर के लिहाज़ से थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। इस समय आपको पैसों की कमी भी महसूस होगी, इसलिए जमा-पूँजी को ध्यान में रखते हुए ही पैसे ख़र्च करें। सेहत थोड़ी नाजुक हो सकती है, अतः खान-पान पर ध्यान दें। इस साल आपको अपने दुश्मनों से भी सावधान रहने की दरकार है।


तुला


गुरु आपके 11वें भाव में प्रवेश कर रहे हैं, जो कि आपके लिए किसी उपहार से कम नहीं है। आय के कुछ नए स्रोत सामने आएंगे। प्रभावशाली लोग आपके लिए भाग्यशाली साबित होंगे। इनकी वजह से आपकी पदोन्नती भी होगी। आपकी जीवनशैली में आधारभूत बदलाव देखने को मिलेगा। कुछ लोगों को अपना सच्चा प्यार भी मिल सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, इसलिए चिंता जैसी कोई बात नहीं है, क्योंकि स्वास्थ्य ही धन है।


वृश्चिक


गुरु का वक्री आपके 10वें भाव में हो रहा है। हालाँकि आपको यह याद रखना होगा कि कहीं आप शनि की साढ़ेसाती से तो नहीं गुज़र रहे हैं। वित्तीय जीवन में कुछ बदलाव होंगे। ऐसी स्थिति में कुछ चीज़ें आपके लिए नुक़सानदायक हो सकती हैं। कानूनी मसलों में पूरी सावधानी बरतें। साथ ही खान-पान में किसी प्रकार की कोताही न बरतें।


धनु


आपकी कुंडली के अनुसार गुरु आपके 9वें भाव में वक्री हो रहे हैं। इस कारण आपको वे सभी चीज़े मिल सकती हैं जिसकी आपने कामना की है। आपकी कुंडली की भविष्यवाणी के अनुसार आपकी पदोन्नती के लिए आपके सीनियर सिफ़ारिश कर सकते हैं। कला एवम साहित्य से जुड़े लोगों अपार मुनाफ़ा मिलने का योग बन रहा है।


मकर


वैदिक ज्योतिष के अनुसार मकर राशि वालों के लिए गुरु का गोचर 8वें भाव में हो रहा है। विवाहित लोगों की ज़िन्दगी में मधुरता की कमी रह सकती है। नए स्थानों की यात्रा का योग बन रहा है। कुछ लोगों के दफ़्तर में उनके ख़िलाफ़ साजिश भी रची जा सकती है। कारोबारियों को लाभ होगा, लेकिन नौकरीपेशा लोगों को सोच-समझकर चलना होगा।


कुम्भ


गुरु का वक्री आपके सातवें भाव में हो रहा है जिससे आपके गृहस्थ जीवन में अपार ख़ुशियाँ आने वाली हैं, वहीं अविवाहितों को अपना सच्चा मिलने वाला है। कहने का मतलब है कि आपकी ज़िन्दगी का हर एक पहलू ख़ूबसूरत रास्ते से होकर गुज़रेगा। साझेदारी वाले कारोबार में लाभ होगा। छात्रों को पढ़ाई में बेहतर परिणाम मिलेगा।


मीन


इस साल गुरु आपके 6ठे भाव में विचरण करने वाले हैं। इस स्थिति का आपके पेशेवर ज़िन्दगी पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। किसी कारणवश ही कुछ परेशानी हो सकती है, अन्यथा नहीं। कानूनी मामलों के लिए समय ठीक नहीं है। साथ ही पैसों के लिए अवैध रास्तों का चुनाव न करें। इस समय भाग्य आपके साथ नहीं है, इसलिए सतर्क रहें। सेहत पर ख़ास ध्यान दें और विवादों से दूर रहें।

भूल सुधार: हमने भूलवश गुरु का गोचर कन्या राशि में लिख दिया था, जबकि गुरु का गोचर सिंह राशि में हुआ है। अब सुधार कर दिया गया है। हालाँकि सभी भविष्यफल सही हैं। 

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