हस्तरेखा से जानें कैसी रहेगी आपकी सेहत

हस्तरेखा में छुपा है आपकी सेहत का राज़! जानें हथेली की रेखाओं से कैसा रहेगा आपका स्वास्थ्य।


हस्त रेखा शास्त्र भारतीय संस्कृति की देन है। जिसका जन्म सामुद्रिक शास्त्र से हुआ है। सामुद्रिक शास्त्र के अंतर्गत मानव शरीर का अध्ययन किया जाता है और उसी के एक भाग के रूप में हस्तरेखा शास्त्र से हाथों, उन पर बनने वाले विशेष चिन्हों, रेखाओं तथा उंगलियों का अध्ययन करके व्यक्ति के भूतकाल, वर्तमान काल और भविष्य काल के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है।


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

हस्त रेखा के अंतर्गत हाथ के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न ग्रहों का वास माना जाता है और उन पर उपस्थित विभिन्न चिन्हों के माध्यम से अच्छे और बुरे समय का अध्ययन किया जाता है। एक हथेली में मुख्य रूप से जीवन रेखा, हृदय रेखा, मस्तिष्क रेखा, भाग्य रेखा, विवाह रेखा आदि पाई जाती हैं। इसी के साथ-साथ स्वास्थ्य रेखा भी देखी जाती है। यह रेखा सभी लोगों के हाथों में नहीं पाई जाती, लेकिन किसी विशेष रेखा का ना होना किसी प्रकार की विसंगति नहीं है अर्थात यदि हाथ में यह रेखा नहीं है तो भी कोई चिंता की बात नहीं है।


स्वास्थ्य रेखा


स्वास्थ्य रेखा के माध्यम से किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है और उसको होने वाले रोगों को ज्ञात किया जा सकता है। लेकिन जिन हाथों में यह रेखा नहीं पाई जाती उन हाथों में भी अन्य रेखाओं तथा ग्रहों से संबंधित प्रतीक चिन्हों को देखकर रोगों के संबंध में जाना जा सकता है।

हथेली के आधार अर्थात चंद्र पर्वत से कनिष्ठिका उंगली अर्थात बुध पर्वत तक पहुंचने वाली रेखा को स्वास्थ्य रेखा कहते हैं, इसे बुध रेखा भी कहा जाता है। इस रेखा के माध्यम से विशेष रुप से व्यक्ति के स्वास्थ्य, उसकी शक्ति, अमाशय तथा यकृत आदि के बारे में जाना जाता है। इस रेखा का उद्गम हथेली के आधार पर किसी भी स्थान से हो सकता है और उसी के आधार पर स्वास्थ्य के बारे में जाना जाता है। यदि यह रेखा जीवन रेखा अथवा भाग्य रेखा से दूर हो तो ज्यादा शुभता प्रदान करती है।


स्वास्थ्य रेखा देखकर जानें अपनी सेहत 


एक गहरी और स्पष्ट स्वास्थ्य रेखा आपके अच्छे पाचन तंत्र को बताती है। ऐसे व्यक्ति अंदर से बहुत मजबूत होते हैं और उनके रोगों से लड़ने की क्षमता अच्छी होती है। ऐसे व्यक्तियों की स्मृति तेज होती है और वे मानसिक रुप से काफी मजबूत होते हैं।

यदि स्वास्थ्य रेखा आड़ी-तिरछी रेखाओं द्वारा कट रही हो तो आयु के अनुसार स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां उत्पन्न करती हैं। यदि यह रेखा जंजीर नुमा है तो जीवन भर पेट से संबंधित बीमारियों का कारण बनती है। विशेष रूप से यदि बुध रेखा पर द्वीप हों तो अधिक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। ऐसे में आंतों की बीमारी होना संभव है।

यदि बुध रेखा लहरदार है तो ऐसे व्यक्तियों को यकृत अथवा पित्त संबंधित रोग होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही मलेरिया अथवा ज्वर या पीलिया जैसे रोग व्यक्ति को परेशान कर सकते हैं। यदि इस रेखा पर पीलापन अधिक दिखाई दे तो पीलिया अथवा गुप्त रोग की संभावना हो सकती है।

यदि किसी व्यक्ति की स्वास्थ्य रेखा सुस्पष्ट हो लेकिन जीवन रेखा पतली हो या कहीं से कटी-फटी हो तो ऐसी स्थिति स्वास्थ्य में सुधार को इंगित करती है। इसी प्रकार यदि मस्तिष्क रेखा कमजोर हो और स्वास्थ्य रेखा अच्छी हो तो स्वास्थ्य रेखा मस्तिष्क संबंधित बीमारियों में भी शुभ फल प्रदान करती है। इसके विपरीत होने पर स्वास्थ्य अधिक खराब रहने की संभावना होती है। विशेष रूप से मस्तिष्क तथा पेट संबंधी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसी प्रकार ह्रदय रेखा यदि शुभ स्पष्ट है लेकिन स्वास्थ्य रेखा टूटी-फूटी है तो ह्रदय और जिगर संबंधित समस्याएँ व्यक्ति को परेशान कर सकती हैं। इसके विपरीत होने पर ऐसी समस्याओं में सुधार प्राप्त होता है।


हस्तरेखा शास्त्र में विभिन्न ग्रहों का संबंध हथेली में दिखाया गया है। उनके माध्यम से भी जीवन में होने वाले रोगों के बारे में जाना जा सकता है। आइये जानते हैं किन-किन कारणों से कौन-कौन से रोग हो सकते हैं:
  • यदि स्वास्थ्य रेखा पर क्रॉस का चिन्ह हो तो व्यक्ति को मंदाग्नि की पीड़ा रहती है।
  • यदि बुध रेखा पर त्रिभुज का चिन्ह हो तो यह उत्तम स्वास्थ्य का प्रतीक होता है।
  • यदि मंगल ग्रह के पर्वत पर अधिक रेखाएं हैं तो पेट संबंधित अथवा रक्त संबंधित रोग होने की आशंका रहती है।
  • यदि मंगल पर्वत से निकली हुई रेखाएं जीवन रेखा को काटती हुई शनि पर्वत तक जाए तो व्यक्ति को चोट अथवा एक्सीडेंट का भय रहता है।
  • यदि मंगल पर्वत से निकली रेखा मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा को पार करके शनि पर्वत तक जाए तो गंभीर रोग उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • यदि उर्ध्व मंगल पर्वत पर तिल का चिन्ह हो तो नेत्रों में पीड़ा होने की संभावना बढ़ जाती है। 
  • मस्तिष्क रेखा चंद्र पर जाए और अन्य रेखाओं की तुलना में अधिक पतली हो तो उच्च रक्तचाप अथवा पेट संबंधित समस्या होने की संभावना रहती है।
  • यदि शनि पर्वत पर कटी-फटी रेखाएं उपस्थित हों तो दांतों से संबंधित रोग जैसे पायरिया अथवा गैस वृद्धि की समस्या हो सकती है।
  • शनि पर्वत पर जंजीर नुमा रेखाएं हों और मंगल पर्वत पर भी अधिक रेखाएं हो तो व्यक्ति को गठिया जैसी समस्या घेर सकती है।
  • मंगल पर्वत पर क्रॉस होना बवासीर का कारण बन सकता है। यदि शनि पर्वत पर भी क्रॉस का चिह्न हो तो यह समस्या और बड़ी हो सकती है।
  • यदि जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा आपस में मिलती हो और गुरु पर्वत अविकसित हो तो गले से संबंधित रोग हो सकते हैं।
  • यदि हथेली की स्वास्थ्य रेखा पर नक्षत्र का चिन्ह बना है तो ऐसा जातक संतान प्राप्ति में बाधा उठाता है।
  • यदि मस्तिष्क रेखा और स्वास्थ्य रेखा पूर्ण रुप से स्पष्ट हो तो व्यक्ति तीव्र स्मरण शक्ति का स्वामी होता है।
  • यदि स्वास्थ्य रेखा से कई शाखाएं ऊपर की ओर निकल कर जाएं तो ऐसे व्यक्ति उत्तम स्वास्थ्य का आनंद लेता है।


  • इसके विपरीत यदि शाखाएं नीचे की ओर जाए तो स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां लगी रहती हैं।
  • यदि किसी महिला की जीवन रेखा टूटी-फूटी हो तो उसको मासिक धर्म तथा गर्भाशय संबंधित रोग होने की संभावना अधिक होती है।
  • शनि पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह किसी लड़ाई में दुर्घटना, मानसिक रोग तथा बांझपन जैसी समस्याएं दे सकता है। यदि जाल बना हुआ हो तो व्यक्ति में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ाती है तथा यदि वृत्त बना हुआ है तो किसी ज़हर से कष्ट अथवा सांप के काटने की संभावना बढ़ जाती है।
  • सूर्य पर्वत पर जाल का निशान मानसिक विकास तथा मानहानि देता है।
  • बुध पर्वत पर तारे का चिन्ह अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक होता है। वहीं दूसरी ओर क्रॉस का चिन्ह त्वचा रोग, जाल तथा तिल का होना भी त्वचा रोग दे सकता है। बुध पर्वत पर द्वीप होना बुरे स्वास्थ्य का द्योतक है लेकिन यदि वृत्त बना है तो यह दीर्घायु देने में सक्षम होता है।
  • चंद्र पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह अज्ञात भय, जल से भय, मूत्र संबंधित रोग के संकेत देता है।
  • चंद्र पर्वत पर जाल मिर्गी रोग, आत्महत्या की प्रवृत्ति, भय और निराशावादी सोच देता है।
  • चंद्र पर्वत पर वृत्त का चिन्ह कफ़ से संबंधित बीमारियां तथा द्वीप का चिन्ह मनोरोग, नींद में चलना, डिप्रेशन आदि परेशानियों को जन्म देता है।
  • मंगल पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह शारीरिक चोट, जाल का चिन्ह मानसिक अशांति, आत्महत्या की प्रवृत्ति तथा तिल का चिन्ह रक्तचाप संबंधित अनियमितता, अंग-भंग, झगड़े में चोट लगना जैसी परेशानियों की ओर इशारा करता है।
  • शुक्र पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह गुप्त रोग, जाल का चिन्ह स्वास्थ्य हानि, तिल का चिन्ह सुजाक, गुप्त रोग, जल से भय, वृत्त का चिन्ह दुर्घटना में अंग-भंग, शुक्र संबंधी रोग तथा दीर्घ कालिक रोगों को जन्म देता है।
  • राहु पर क्रॉस का चिन्ह दीर्घ कालिक बीमारी, जाल का चिन्ह उन्माद, मस्तिष्क रोग, मतिभ्रम, तिल का चिह्न रक्त-विकार जैसी समस्याएं देता है।
  • केतु पर क्रॉस का चिन्ह बचपन में बीमारियां, जाल का चिन्ह अनेक प्रकार की बीमारियां, तिल का चिन्ह चेचक जैसे रोग तथा द्वीप का चिन्ह शारीरिक कमजोरी तथा बीमारियों का द्योतक है।
  • अत्यधिक विकसित गुरु पर्वत से मोटापे की समस्या उत्पन्न हो सकती है। अपच और मधुमेह जैसी बीमारियां भी गुरु पर्वत की अशुभता के कारण होती हैं। इसके अतिरिक्त गुरु पर्वत के द्वारा शरीर पर आने वाली सूजन का भी आंकलन किया जाता है।
  • यदि आपके हाथों के नाखून साफ सुथरे और स्पष्ट हैं तो यह अच्छे स्वास्थ्य की ओर इंगित करते हैं।
  • यदि शनि पर्वत अविकसित हो और गुरु पर्वत भी उन्नत ना हो तो व्यक्ति को गठिया तथा जोड़ों के दर्द की समस्या या फिर गैस से संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है।


इस प्रकार हस्तरेखा शास्त्र के माध्यम से हम विभिन्न प्रकार के रोगों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उन कारणों को जानकर संबंधित उपाय करके उन रोगों से बचाव कर सकते हैं। आशा करते हैं कि हस्तरेखा विज्ञान से जुड़ा यह आलेख आपके लिए कारगर साबित होगा।
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आज से मंगल मकर राशि में वक्री

वक्री मंगल बनेगा परेशानी का कारण, करें ये उपाय! मंगल ग्रह आज यानि 27 जून 2018 से मकर राशि में वक्री हो गया है। इस ब्लॉग में पढ़ें सभी 12 राशियों पर मंगल के वक्री होने का ज्योतिषीय प्रभाव।


नवग्रहों में मंगल ग्रह को सेनापति कहा जाता है। यह शौर्य, शक्ति, साहस, ऊर्जा और पराक्रम का कारक होता है। कुंडली में मंगल के शुभ प्रभाव से युद्ध, कोर्ट-कचहरी और न्यायिक मामलों में विजय प्राप्त होती है। वहीं इसके अशुभ प्रभाव से आत्म विश्वास की कमी, क्रोध में वृद्धि और रक्त जनित होने की संभावना रहती है।

मंगल ग्रह आज यानि 27 जून 2018 बुधवार को 2:38 पर मकर राशि में वक्री हो चुका है और 28 अगस्त 2018 3:56 तक इसी अवस्था में रहेगा। आइये जानते हैं मंगल के इस वक्री गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या असर होगा।

(नोट: उपरोक्त समय भारतीय मानक समयानुसार दिया गया है जो कि 24 घंटे के प्रारूप में है।)


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैल्कुलेटर

मेष 


कार्यक्षेत्र पर आपकी व्यस्तता अधिक बढ़ेगी और काम का दबाव भी बढ़ सकता है। अपने पिता के स्वास्थ्य की देखभाल करें...आगे पढ़ें

वृषभ 


भाग्य का साथ लेने के लिए आपको अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा तभी आपके कार्य की सिद्धि होगी...आगे पढ़ें

मिथुन 


स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां आपको इस समय सता सकती हैं। गरम तथा अधिक मिर्च मसाले वाले भोजन से परहेज करें...आगे पढ़ें

ज्योतिषीय आँकलन से जानें शेयर बाजार का हाल: सेंसेक्स-निफ्टी भविष्यवाणी

कर्क 


पारिवारिक जीवन में जहां एक ओर सुख शांति रहेगी वहीं दूसरी ओर आपके दांपत्य जीवन में परेशानियों का सिलसिला शुरू हो सकता है...आगे पढ़ें

सिंह


विवाद अथवा कोर्ट कचहरी के मामलों में खर्च करना पड़ सकता है। विशेष रूप से आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा...आगे पढ़ें

कन्या


विद्यार्थियों की शिक्षा में रुकावट आ सकती है और आपकी एकाग्रता में कमी भी आ सकती है...आगे पढ़ें

पढ़ें चेहरा देखकर व्यक्ति के स्वभाव को जानने की कला: फेस रीडिंग

तुला 


अपनी माता की सेहत का पूरा ध्यान रखें। कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकता है जिसके कारण आपको स्थान परिवर्तन करने की संभावना बनेगी...आगे पढ़ें

वृश्चिक 


आपका साहस और पराक्रम बढ़ने के साथ-साथ आपके जीवन ऊर्जा में भी अत्यधिक वृद्धि होगी...आगे पढ़ें

धनु


आपको धन लाभ होने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे परंतु आसानी से धन प्राप्ति होना संभव नहीं है...आगे पढ़ें


मकर


स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें और वाहन बेहद सावधानी से चलाएँ क्योंकि जरा सी असावधानी दुर्घटना का कारण बन सकती है...आगे पढ़ें

कुम्भ 


इस दौरान आपके ख़र्चों में अधिकता होगी। आपको अपने आलस्य को त्याग कर आगे बढ़ना होगा...आगे पढ़ें

मीन


मंगल का यह वक्री गोचर आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। इस दौरान आपको अनेक प्रकार के वित्तीय लाभों की प्राप्ति हो सकती है...आगे पढ़ें

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साप्ताहिक राशिफल- 25 जून से 1 जुलाई 2018

3 राशि वालों के लिए खास है यह सप्ताह! पढ़ें नौकरी, व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिए कैसा रहने वाला है यह सप्ताह।


जून माह जाते-जाते 3 राशि वालों को सौगात देकर जाएगा। खास बात है कि इस सप्ताह इन 3 राशि वालों की आमदनी में वृद्धि होगी और यात्रा करने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त शेष 9 राशि वालों का जीवन भी सामान्य रूप से चलता रहेगा। 

27 जून को मंगल ग्रह के वक्री होने से मंगल की महादशा और अंतर्दशा से प्रभावित जातकों को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। मंगल अपनी उच्च राशि मकर में वक्री हो रहा है। मकर शनि की राशि है और शनि पहले से ही वक्री अवस्था में है, इसलिए शनि और मंगल दोनों का वक्री होना शुभ संकेत नहीं है। इस दौरान प्राकृतिक आपदाएँ जैसे- बाढ़, भूकंप और ज्वालामुखी फटना आदि घटनाएँ देखने को मिल सकती है। इसके अतिरिक्त देश की राजनीति में उथल-पुथल और सैन्य संघर्ष बढ़ने की संभावना है। वहीं सैन्य प्रधान देशों में हालात ज्यादा बिगड़ सकते हैं।


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मेष


इस सप्ताह आप अत्यधिक व्यस्त रहने वाले हैं। कभी पारिवारिक जीवन में और कभी कार्यक्षेत्र में आप अपनी उर्जा लगाएंगे...आगे पढ़ें

वृषभ


इस सप्ताह आपका मन कुछ उदास रहेगा। हालांकि आप कार्य क्षेत्र में मन लगाकर मेहनत करेंगे...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह किसी से व्यर्थ में विवाद हो सकता है। इस बात का ध्यान रखें और इसे टालने का प्रयास करें...आगे पढ़ें


कर्क


इस सप्ताह आप को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना होगा क्योंकि ऐसी संभावना है कि इस सप्ताह आप काफी भावुक हो जाएं...आगे पढ़ें

सिंह


इस सप्ताह आप अपना ध्यान अपने परिवार, अपनी रुचियों तथा चुनौतियों से पार पाने में लगाएंगे...आगे पढ़ें

कन्या


इस सप्ताह आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं। मानसिक रूप से थोड़ा तनाव में रहेंगे...आगे पढ़ें


तुला 


इस सप्ताह आप पारिवारिक गतिविधियों में थोड़ा व्यस्त रहेंगे। अपने कार्य क्षेत्र पर आप को विशेष रुप से ध्यान देने की आवश्यकता होगी...आगे पढ़ें

वृश्चिक


इस सप्ताह वृश्चिक राशि के जातकों को पारिवारिक जीवन में तनाव का सामना करना पड़ सकता है...आगे पढ़ें

धनु


इस सप्ताह आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता होगी। जुकाम, खांसी, सिरदर्द जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं...आगे पढ़ें


मकर


सप्ताह के पूर्वार्ध में आपकी आमदनी में वृद्धि होगी लेकिन सप्ताहांत में ख़र्चों की अधिकता रहने की संभावना है...आगे पढ़ें

कुंभ


इस सप्ताह आप अपने कार्य पर पूर्ण ध्यान देंगे और इसका प्रभाव आपकी आमदनी में वृद्धि के रूप में प्राप्त होगा...आगे पढ़ें

मीन


इस सप्ताह आप दूर की यात्रा कर सकते है। यह यात्रा मानसिक शांति अथवा मनोरंजन के उद्देश्य से होने की संभावना है...आगे पढ़ें

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बुध का कर्क राशि में गोचर कल, जानें प्रभाव

25 जून से 3 राशि वाले हो जाएँ सतर्क! पढ़ें बुध के कर्क राशि में होने वाले गोचर का भविष्यफल और जानें सभी राशि के जातकों पर क्या होगा इसका असर।


बुद्धि, वाणी, व्यापार और यात्राओं का कारक कहा जाने वाला बुध ग्रह 25 जून 2018, सोमवार को शाम 6:13 बजे कर्क राशि में गोचर करेगा और 2 सितंबर 2018, रविवार रात्रि 9:16 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। इस अवधि में बुध के गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। इस दौरान 3 राशि वाले जातकों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।

बुध ग्रह कर्क राशि में आकर शुक्रराहु के साथ मेल करेगा और इन पर मंगल की विशेष दृष्टि रहेगी। इस स्थिति में सोना-चांदी और तेल में मंदी की उम्मीद के बावजूद तेजी देखने को मिलेगी। 


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मेष


आपके घरेलू जीवन में शांति एवं सामंजस्य की स्थिति बनी रहेगी। हालाँकि दूसरी ओर गोचर के प्रभाव से आपके माता-पिता की सेहत में गिरावट हो सकती है...आगे पढ़ें

वृषभ


किसी कार्य के प्रति आपका दृढ़ निश्चय बढ़ेगा। गोचर के दौरान आप अपने भाई-बहनों की आर्थिक मदद कर सकते हैं...आगे पढ़ें

मिथुन


आपकी भाषा में मिठास देखने को मिल सकती है। अपनी प्रभावी संवाद शैली से आप दूसरों को प्रभावित करने में सफल रहेंगे...आगे पढ़ें


कर्क


गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। विदेशी संबंधों से लाभ मिलने के योग दिखाई दे रहे हैं...आगे पढ़ें

सिंह


आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। बेवज़ह के ख़र्चों पर लगाम लगाएँ अन्यथा आपके सामने आर्थिक समस्या आ सकती है...आगे पढ़ें

कन्या


लंबे समय से रुकी हुई आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है। इस अवधि में आपको स्वास्थ्य लाभ मिलने की संभावना है...आगे पढ़ें



तुला


यह अवधि आपके लिए शुभ समाचार लेकर आ सकती है। आप निजी एवं पेशेवर दोनों जीवन में संतोष का अनुभव करेंगे...आगे पढ़ें

वृश्चिक


आपको जीवन में उतार-चढ़ाव का अनुभव देखने को मिल सकता है। अप्रत्याशित लाभ की संभावना भी है...आगे पढ़ें


धनु


आपका स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। वैवाहिक जीवन में भी विवाद होने के आसार हैं...आगे पढ़ें

मकर


आपके करियर में उन्नति संभव है। प्रमोशन अथवा वेतन वृद्धि की प्रबल संभावना है...आगे पढ़ें

कुंभ


आप अपना पुराना उधार चुका सकते हैं। हालाँकि इस बीच आपके ख़र्चों में भी वृद्धि संभव है...आगे पढ़ें

मीन


इस दौरान आप नई चीज़ों को जानने एवं सीखने में रुचि ले सकते हैं। आपका ध्यान मंत्र, वाणिज्य और गणित जैसे विषयों को सीखने में अधिक लग सकता है...आगे पढ़ें

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निर्जला एकादशी व्रत कल, जानें महत्व

पढ़ें इस व्रत की पूजा विधि और नियम! कल यानि 23 जून 2018 को निर्जला एकादशी व्रत मनाया जाएगा। विस्तार से जानें इस व्रत के नियम और पूजा विधि। 


Click here to read in English

हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष में 24 एकादशी पड़ती हैं। हालांकि पुरुषोत्तम मास या मल मास में इनकी संख्या 24 से बढ़कर 26 हो जाती है। इन सभी एकादशियों में निर्जला एकादशी सबसे महत्वपूर्ण मानी गई है और इसका व्रत अत्यंत कठिन होता है। क्योंकि इस एकादशी के व्रत में अन्न के अलावा पानी भी ग्रहण नहीं करते हैं, इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है।

निर्जला एकादशी व्रत मुहूर्त
निर्जला एकादशी पारणा मुहूर्त
13:47:13 से 16:34:49 तक 24 जून को
अवधि
2 घंटे 47 मिनट
हरि वासर समाप्त होने का समय
10:10:08 पर 24 जून को

सूचना: उपरोक्त मुहूर्त नई दिल्ली के लिए प्रभावी है। जानें अपने शहर में निर्जला एकादशी व्रत का मुहूर्त

मान्यता है कि जो श्रद्धालु साल की सभी 24 एकादशी का व्रत करने में समर्थ नहीं रहता है, उसे निर्जला एकादशी का व्रत करना चाहिए। क्योंकि इस एकादशी का व्रत करने से दूसरी सभी एकादशियों के व्रत का लाभ मिलता है। इस दिन भगवान विष्णु की आराधना का विशेष महत्व होता है।


निर्जला एकादशी व्रत में पानी क्यों नहीं पीया जाता है?


यह व्रत ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकादशी में आता है। ज्येष्ठ मास में गर्मी अधिक होती है और दिन भी बड़े होते हैं, इसलिए इन दिनों में प्यास अधिक लगती है। ऐसे में यह व्रत अत्यंत कठिन होने के साथ-साथ संयम को भी दर्शाता है। इस व्रत में एकादशी के सूर्योदय से द्वादशी के सूर्योदय तक जल नहीं पिया जाता है। ऐसी दशा में इतना कठोर व्रत रखना ईश्वर के प्रति बड़ी साधना का काम है। हालांकि इस व्रत में फलाहार के बाद दूध ग्रहण किया जा सकता है।

महाभारत काल में निर्जला एकादशी


इस एकादशी व्रत के महत्व का उल्लेख महाभारत काल में भी मिलता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को भीम ने धारण किया था, इसलिए इसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। स्वयं महर्षि वेद व्यास ने पांडवों को निर्जला एकादशी व्रत का महत्व बताया था और इस व्रत को धारण करने को कहा था। 

निर्जला एकादशी का महत्व


निर्जला एकादशी का व्रत रखने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को बिना अन्न-जल ग्रहण किये संयमित रहकर भगवान विष्णु की आराधना करनी चाहिए। इस दिन दान-पुण्य और स्नान का भी विशेष महत्व है। प्रातःकाल पवित्र नदी, जलाशय या कुंड में स्नान करने के बाद भगवान विष्णु का पूजन करना चाहिए, साथ ही ब्राह्मण या किसी जरुरतमंद व्यक्ति को भोजन और दान देना चाहिए। निर्जला एकादशी व्रत के प्रताप से व्यक्ति को दीर्घायु और मोक्ष की प्राप्ति होती है। द्वादशी के दिन पारणा के बाद यह व्रत पूर्ण रूप से संपन्न होता है।

हम आशा करते हैं कि निर्जला एकादशी पर आधारित यह लेख आपको अवश्य पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज की ओर से उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ!

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असली रत्न को कैसे पहचानें?

क्या आप जो रत्न पहन रहे हैं वह असली है या नकली? रत्न एक बहुमूल्य पत्थर होता है। इसके द्वारा लोगों को कई तरह के फायदे मिलते हैं। लेकिन बाज़ार में नकली रत्न थोक के भाव बिक रहे हैं। इसलिए लोगों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि असली रत्न को कैसे पहचाना जाए? वास्तविक रत्न को पहचानने का क्या तरीक़ा है? भारतीय बाज़ार की बात करें तो यहाँ के अधिकांश रत्न व्यापारी बैंकॉक से नकली रत्न को आयात कर रहे हैं जिनका ज्योतिषीय महत्व शून्य है।

दरअसल, बैंकॉक में कई ऐसी लैब हैं जहाँ नकली रत्न असली रत्न की तरह हू-ब-हू बड़ी मात्रा में तैयार किए जाते हैं और फिर विभिन्न माध्यमों से बाज़ार में पहुँचाए जाते हैं, जहाँ ये सस्ते दाम में लोगों को बेचे जाते हैं। हालाँकि बाज़ार में वास्तविक रत्न भी उपलब्ध हैं, लेकिन आम जनता को यह कैसे पता चले कि असली रत्न कौन सा है? ऐसे में उनके सामने बस एक ही रास्ता बचता है, वह है रत्न की गुणवत्ता को किसी प्रतिष्ठित लैब में टेस्ट करके परखने का।


आपको बता दें कि उत्तम क्वालिटी के सिलोन रत्न श्रीलंका की खानों और कश्मीर से प्राप्त होते हैं। हालाँकि वास्तविक रत्नों की चमक ज़्यादा आकर्षक नहीं होती है। लेकिन इनको धारण करने से व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार के ज्योतिषीय और चमत्कारिक लाभ प्राप्त होते हैं।
बैंकॉक स्थित लैब में रत्नों से छेड़छेड़ कैसे होती हैं?

जैसा कि हमने आपको बताया है कि बैंकॉक की प्रयोगशालाओं में कृत्रिम रत्नों का निर्माण या असली रत्नों की गुणवत्ता से छेड़छाड़ की जाती है। लैब में रत्नों की गुणवत्ता से कैसे खिलवाड़ किया जाता है यह जानने से पहले हमें रत्नों के प्रकार को जानना होगा। रत्न तीन प्रकार के होते हैं-


1. प्राकृतिक रत्न: प्राकृतिक रत्न खदान से प्राप्त होते हैं। यह भूतल में होने वाले दबाव और गर्मी से बनते हैं।

2. कृत्रिम रत्न: कृत्रिम रत्न अप्राकृतिक रत्न होते हैं। इनका निर्माण विभिन्न रासायनिक पदार्थों से लैब या फैक्ट्री में होता है।

3. ट्रीटेड जेमस्टोन (रत्न): टूटे-फूटे प्राकृतिक रत्न को ठीक अवस्था में करने के लिए उनमें काँच अथवा अन्य धातुओं का प्रयोग किया जाता है। इन रत्नों को ट्रीटेड जेमस्टोन्स कहते हैं। बाहरी रूप ये बिल्कुल प्राकृतिक रत्न की तरह दिखते हैं।

वास्तविक रत्नों की चमक बढ़ाने के लिए कई बार उनमें भी छेड़छाड़ की जाती है जिसके द्वारा रत्नों का ज्योतिषीय महत्व प्रभावित होता है। आइए जानते हैं कि लैब में रत्नों से किस तरह छेड़छाड़ की जाती है:


  • ताप: रत्न को चमकदार और आकर्षक बनाने के लिए उसमें छेड़छाड़ की जाती है। इस प्रक्रिया में उच्च ताप पर रत्न को गर्म करके उसे एक ऐसा आकार दिया जाता है जिससे कि वह एक दम ओरिजनल दिखाई दे। यह छेड़छाड़ समान रूप से पुखराज, माणिक्य और ब्लू ज़रकन आदि रत्नों में की जाती है।


  • विकिरण: कई मामलों में ऐसा देखा जाता है कि रत्नों की क्वालिटी को बढ़ाने तथा उसके रंग में परिवर्तन करने के लिए रेडिएशन का भी प्रयोग किया जाता है। टोपाज एवं हीरे में अधिकतर ऐसा किया जाता है।
  • वैक्सिंग/तेल का प्रयोग: पन्ना, फिरोज़ा जैसे अन्य रत्नों में कई बार दरारें आ जाती हैं। रत्न में पड़ी उन दरारों को वैक्सिंग और तेल के प्रयोग से छुपाया जाता है। इस प्रकार रत्नों की ख़ूबसूरती बढ़ाने के लिए वैक्सिंग और तेल का भी प्रयोग किया जाता है। 
  • खण्डित रत्न को सही करना: माणिक्य, पन्ना एवं पुखराज जैसे रत्न कई बार खंडित हो जाते हैं। ऐसे में खण्डित रत्नों को ठीक करने के लिए उनमें काँच या अन्य धातुओं का प्रयोग कर उन्हें सुंदर और आकर्षक बनाया जाता है।
  • विस्तार: इस प्रक्रिया मे रत्न को एक या दो कैमिकल के साथ गर्म किया जाता है। प्रसार प्रक्रिया के माध्यम से रत्नों की सतह प्रभावित होती है और रत्न में किसी तत्व के माध्यम से उसके रंग-रूप में परिवर्तन किया जाता है। 

एस्ट्रोसेज केवल असली रत्न को बेचता है पर बैंकॉक के रत्न को क्यों नहीं?


एस्ट्रोसेज का उद्देश्य अपने ग्राहकों को वास्तविक और श्रेष्ठ क्वालिटी के उत्पादों को उपलब्ध कराना है। इसलिए हमारे द्वारा बेचे जा रहे रत्न एकदम वास्तविक, प्राकृतिक और प्रामाणिक हैं। हमारे रत्नों से ग्राहकों को उनका वास्तविक लाभ प्राप्त होता है। एस्ट्रोसेज की प्राथमिकता अपने ग्राहकों के विश्वास को बनाए रखने में है। यही कारण है कि हम बैंकॉक के रत्नों अथवा अन्य नकली रत्नों को नहीं बेचते हैं। 


हमारे रत्नों में ग्राहकों को पादर्शिता भी देखने को मिलती है। हम अपने रत्नों की जानकारी सर्टिफिकेट के माध्यम से लिखित रूप में देते हैं, जिसमें रत्न का रंग-रूप, आकार आदि शामिल है। इसके अलावा हमारे विद्वान ज्योतिष आपकी जन्म कुंडली का अध्ययन कर आपको यह बताते हैं कि किस रत्न को धारण करने से आपको लाभ होगा और किस ज्योतिषीय उपाय से आपका कल्याण होगा। एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर पर 100 % वास्तविक रत्न ख़रीद सकते हैं। 

असली या नकली: कैसे पहचानें?


अक्सर यह देखा जाता है कि रत्न को ख़रीदते समय लोग उसकी गुणवत्ता, उसके ज्योतिषीय महत्व तथा अन्य महत्वपूर्ण पक्ष को नज़रअंदाज़ कर जाते हैं। ऐसे में उन्हें रत्न का वास्तविक लाभ नहीं मिलता है। आइए जानते हैं असली और नकली रत्न को पहचानने का क्या तरीक़ा है:

1. नकली और असली रत्न के बीच एक सबसे बड़ा अंतर यही होता है कि प्राकृतिक अवस्था के कारण असली रत्न देखने में आकर्षक नहीं लगते हैं। जबकि नकली रत्न एक दम परफेक्ट दिखाई देते हैं।

2. नकली रत्न अधिक चमकीले और सस्ते होते हैं। इनमें काँच एवं अन्य धातुओं का प्रयोग किया जाता है।

3. लैब द्वारा प्रमाणित रत्न के साथ एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसमें रत्न से संबंधित जानकारी लिखित रूप में दी जाती है। नीचे दिए गए सर्टिफिकेट के चित्र में आप यह समझ सकते हैं।


उपरोक्त सर्टिफिकेट के अनुसार, यह पता चलता है कि रत्न में रासायनिक विधि (थर्मल इनहैंसमेंट) द्वारा किसी प्रकार की छेड़छाड़ की गई है। इसलिए यह रत्न नकली है।


इसी प्रकार, उपरोक्त सर्टिफिकेट यह दर्शाता है कि इस रत्न में किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। अतः यह रत्न एक दम वास्तविक है और ज्योतिषीय महत्व के लिए पूर्ण रूप से उपयोगी है।


4. यदि किसी रत्न के सर्टिफिकेट पर “नॉट स्पेसिफाइड” (Not Specified) लिखा हुआ होता है तो इसका मतलब यह है कि पत्थर की प्रमाणिकता के संबंध में कोई परीक्षण नहीं किया गया है। 



5. दूसरी ओर, प्राकृतिक रत्न प्रकृति की गरमाहट एवं दबाव के कारण दिखने में आकर्षक नहीं होते हैं परंतु उनका ज्योतिषीय महत्व बहुत बड़ा होता है। जबकि कृत्रिम रत्न का ज्योतिषीय महत्व शून्य होता है।

नकली रत्न धारण करने के क्या नुकसान हैं?


वास्तविक रत्न का संबंध विभिन्न ग्रहों से होता है। इसलिए जो व्यक्ति असली रत्न को धारण करता है उस व्यक्ति पर संबंधित ग्रह की कृपा होती है। असली रत्न ज्योतिषीय उपाय के लिए बहुत कारगर होते हैं। 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार लोगों को नकली रत्न नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि कृत्रिम रत्न अपारदर्शी होते हैं जो दैवीय ऊर्जा को शरीर में आने रोकते हैं। इस कारण धारण करने वाले व्यक्ति को इसका लाभ नहीं मिलता है। वैसे तो रत्न की सत्यता को कई तरह से परखा या जाँचा जा सकता है। लेकिन लैब द्वारा रत्न की प्रमाणिकता ज्यादा विश्वसनीय होती है।

एस्ट्रोसेज से हाथ मिलाएँ और नकली रत्न को कहें अलविदा।
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साप्ताहिक राशिफल- 18 से 24 जून

जानें इस सप्ताह की अहम भविष्यवाणियाँ! पढ़ें साप्ताहिक राशिफल और जानें नौकरी, व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रेम व वैवाहिक जीवन के लिहाज से कैसा रहेगा यह सप्ताह।


जून महीने के तीसरे सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। ग्रह और नक्षत्र के प्रभाव से 3 राशि वाले जातकों के लिए यह सप्ताह विशेष रूप से लाभकारी रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान उन्हें कार्यक्षेत्र में तरक्की और विदेश यात्रा की सौगात मिल सकती है। वहीं अन्य 9 राशि के जातकों का जीवन सामान्य गति से चलता रहेगा। 

इस सप्ताह 18 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जन्मदिन है। राहुल गांधी की जन्म कुंडली के अनुसार साल 2018 उनके लिए अच्छा रहने वाला है। 2004 से राजनीति में सक्रिय राहुल गांधी के लिए वर्ष 2019 बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि उनकी अगुवाई में कांग्रेस पार्टी लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। लिहाजा यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी क्या कमाल दिखाएगी?


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


इस सप्ताह आप अधिक व्यस्त रहने वाले हैं। कार्य क्षेत्र और पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाकर चलना होगा...आगे पढ़ें

वृषभ


इस सप्ताह आपकी मित्रों से मुलाकात होने की संभावना है, साथ ही आप व्यस्त रहेंगे और कुछ यात्राएं भी करेंगे...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह आप अपनी बुद्धि के बल पर अनेक मुश्किल कार्यों को सफलतापूर्वक कर पाने में सक्षम होंगे...आगे पढ़ें


कर्क


आपका मन थोड़ा भ्रमित रह सकता है क्योंकि आप एक से अधिक कार्यों में व्यस्त रहेंगे...आगे पढ़ें

सिंह


इस सप्ताह आप के खर्चों में अत्यधिक वृद्धि होने की संभावना है। आप छुट्टियां बिताने पहाड़ों, रमणीय स्थलों अथवा विदेश यात्रा का विचार बना सकते हैं...आगे पढ़ें

कन्या


इस सप्ताह आप बेचैनी का अनुभव करेंगे। कार्यक्षेत्र में आपके लिए समय अच्छा रहेगा और आप अपने प्रयासों से कार्यस्थल पर अपना प्रभाव छोड़ेंगे...आगे पढ़ें



तुला 


इस सप्ताह अभिलाषाओं की पूर्ति होने से आपका मन प्रसन्नचित रहेगा। आपके सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होगी...आगे पढ़ें

वृश्चिक


इस सप्ताह आप किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं अथवा कार्य क्षेत्र से संबंधित किसी कार्य को पूर्ण करने के लिए योजना बना सकते हैं...आगे पढ़ें

धनु


इस सप्ताह आप को जीवन से संबंधित कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे...आगे पढ़ें


मकर


किसी भी बात को हद से ज्यादा तवज्जो ना दें अन्यथा मानसिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है...आगे पढ़ें

कुंभ


इस सप्ताह आप काफी व्यस्त रह सकते हैं। यदि आप कहीं विदेश यात्रा पर जाने का प्लान बनाए बैठे हैं...आगे पढ़ें

मीन


इस सप्ताह कलात्मक कार्यों को करने में आपकी रुचि जागृत होगी और आप कोई भी कलात्मक कार्य करने का प्रयास करेंगे...आगे पढ़ें

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सूर्य का मिथुन में महागमन आज, जानें प्रभाव

आज से शुरू होंगे 5 राशि वालों के अच्छे दिन! पढ़ें आज यानि 15 जून 2018 को सूर्य के मिथुन राशि में होने वाले गोचर का ज्योतिषीय प्रभाव और जानें नौकरी, व्यवसाय, शिक्षा और अन्य मामलों पर इसका क्या होगा असर। 


पिता, पूर्वज, आत्मा और उच्च सरकारी सेवा का कारक कहा जाने वाला सूर्य ग्रह 15 जून 2018 को सुबह 11:52 बजे मिथुन राशि में गोचर करेगा और 16 जुलाई 2018 रात्रि 10:42 तक इसी राशि में स्थित रहेगा। आइये जानते हैं सूर्य के इस गोचर का सभी राशियों पर होने वाला प्रभाव।


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


इस दौरान आपका दृढ़ निश्चय और मजबूत होगा। स्वभाव में उग्रता कार्यक्षेत्र में आपकी नकारात्मक छवि को पेश कर सकता है...आगे पढ़ें

वृषभ


आपकी आमदनी में वृद्धि होगी। प्रॉपर्टी के द्वारा भी मुनाफ़ा संभव है...आगे पढ़ें

मिथुन


इस दौरान आप आक्रामक स्वभाव के हो सकते हैं। इस स्वभाव के कारण आपके रिलेशनशिप में बाधा आ सकती है...आगे पढ़ें


कर्क


विदेश गमन के योग बन रहे हैं। शत्रुओं पर आप विजय प्राप्त करेंगे...आगे पढ़ें

सिंह


सूर्य की इस गोचरीय स्थिति का आपको उच्च लाभ हो सकता है। समाज में आपकी छवि चमकेगी...आगे पढ़ें

कन्या


ऑफिस अथवा कार्यक्षेत्र में आपका प्रमोशन संभव है। आपके प्रोफ़ेशनल स्टेट्स में भी वृद्धि की संभावना है...आगे पढ़ें



तुला


आपकी आय में बढ़ोतरी होगी। समाज में पिताजी का भी रुतबा बढ़ेगा...आगे पढ़ें

वृश्चिक


इस अवधि में आपको अपनी सेहत का पूरा ख़्याल रखना होगा। मसालेदार भोजन को खाने से परहेज़ करें...आगे पढ़ें

धनु


आपको जीवन साथी के द्वारा किसी तरह का लाभ मिलना संभव है। आपकी सामाजिक छवि में सुधार देखने को मिलेगा...आगे पढ़ें


मकर


आप अधिक ऊर्जावान और विरोधियों पर आप हावी रहेंगे। यदि आपने किसी से पुराना उधार लिया है...आगे पढ़ें

कुम्भ


बच्चों की तबियत थोड़ी गिर सकती है। प्रेम जीवन में अहंकार और तकरार दोनों के बीच दूरियाँ बढ़ा सकते हैं...आगे पढ़ें

मीन


इस दौरान घर में लड़ाई-झगड़ा होने के संकेत हैं। माता-पिता के स्वास्थ्य में भी गिरावट देखी जा सकती है...आगे पढ़ें

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साप्ताहिक राशिफल- 11 से 17 जून 2018

7 दिन, 7 राशि और ‘सौगात ही सौगात’! पढ़ें साप्ताहिक राशिफल और जानें नौकरी, व्यापार, शिक्षा, प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह।


जून महीने का दूसरा सप्ताह कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए विशेष रूप से खास रहने वाला है। इस सप्ताह इन राशि के लोगों को ढेरों सौगात मिलेगी। इनमें धन लाभ, पारिवारिक खुशियां, नौकरी-व्यवसाय में लाभ और बड़ी यात्रा के योग शामिल हैं। वहीं 15 जून को सूर्य के मिथुन राशि में गोचर से परिस्थितियां और बदलेंगी और इसका प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। 

मिथुन राशि में स्थित होकर सूर्य बुध के साथ मेल करेगा। वहीं सूर्य-बुध का शनि के साथ समसप्तक योग भी बन रहा है। इसके प्रभाव से लोहा, तेल, शक्कर, सोना और चांदी की कीमतों में अचानक से तेजी आने की संभावना है। 


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि 

मेष


यह सप्ताह मेष राशि वाले जातकों के लिए व्यस्तताओं से भरा रहेगा। आपको अपने पारिवारिक जीवन तथा कार्यक्षेत्र में तालमेल बैठा कर चलना होगा...आगे पढ़ें

वृषभ


इस सप्ताह आप के ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना है, हालांकि जैसे-जैसे दिन गुजरेंगे खर्च स्वतः ही कम हो जाएंगे...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह आर्थिक मामलों की प्रति संवेदनशील रहने की जरुत होगी। जहां एक ओर धन तथा आमदनी में वृद्धि होगी...आगे पढ़ें


कर्क


कार्य क्षेत्र में किए गए प्रयासों का लाभ मिलेगा और आप को पदोन्नति प्राप्त होने की संभावना है...आगे पढ़ें

सिंह


इस सप्ताह यात्रा के योग हैं। कार्यक्षेत्र में आप की स्थिति बेहतर होगी और आप मुख्यधारा में आएँगे...आगे पढ़ें

कन्या


सप्ताह की शुरुआत में कुछ मानसिक तनाव रह सकता है लेकिन धीरे-धीरे स्थिति में सुधार होगा...आगे पढ़ें



तुला


मानसिक स्थिति अच्छी होने से आप बेहतर निर्णय ले पाने में सक्षम होंगे और इन फैसलों के कारण आप को उचित सम्मान प्राप्त होगा...आगे पढ़ें

वृश्चिक


इस सप्ताह पारिवारिक जीवन के शांतिपूर्ण रहने की संभावना है। आप प्रॉपर्टी संबंधित किसी लाभ की अपेक्षा कर सकते हैं...आगे पढ़ें

धनु


सप्ताह की शुरुआत में आप काफी प्रफुल्लित महसूस करेंगे और कुछ नया ज्ञान वर्धक सीखने हेतु प्रयासरत भी हो सकते हैं...आगे पढ़ें


मकर


इस सप्ताह पारिवारिक जीवन आनंददायक सिद्ध होगा। आप कोई प्रॉपर्टी अथवा घर खरीदने का विचार बना सकते हैं...आगे पढ़ें

कुंभ


इस सप्ताह आप कम दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त आपके भाई- बहन विदेश भ्रमण की योजना बना सकते हैं...आगे पढ़ें

मीन


इस सप्ताह आप अपने परिवार वालों को अच्छा समय देंगे। जिस कारण उनका मन प्रसन्न रहेगा...आगे पढ़ें

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बुध का मिथुन राशि में गोचर कल, जानें प्रभाव

6 राशि वाले जातकों को मिलेगा विशेष लाभ! पढ़ें 10 जून 2018 को बुध के मिथुन राशि में होने वाले गोचर का ज्योतिषीय प्रभाव और जानें आपके जीवन पर क्या होगा इसका असर। 


वैदिक ज्योतिष में बुद्धि, वाणी और तर्कशक्ति का कारक कहा जाने वाला बुध ग्रह 10 जून 2018, रविवार को सुबह 7:39 बजे मिथुन राशि में गोचर करेगा और 25 जून तक इसी राशि में स्थित रहेगा। बुध के इस संचरण का प्रभाव सभी राशियों पर होगा लेकिन वृषभ, सिंह, कन्या, तुला, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर इसका विशेष प्रभाव देखने को मिल सकता है। इन राशि के लोगों को बुध के प्रभाव से कार्य में सफलता और शुभ फल मिलने के योग हैं।

वहीं मिथुन राशि में स्थित होने से बुध पर शनिगुरु की विशेष दृष्टि रहेंगी। इसके प्रभाव से सोना-चांदी में तेजी के बाद अचानक मंदी आ जाएगी। वहीं बैंकिंग शेयर्स और शक्कर में तेजी देखने को मिल सकती है।


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूर्ण रूप से कटिबद्ध होंगे। धार्मिक क्रियाओं में भी आपका मन लगेगा...आगे पढ़ें

वृषभ


इस अवधि में आप धन का संचय करेंगे। छात्र पढ़ाई एवं परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं...आगे पढ़ें

मिथुन

आपकी छवि में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है। आप अपने अच्छे स्वभाव से दूसरों को प्रभावित करेंगे...आगे पढ़ें


कर्क


आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, ख़र्च में भी वृद्धि संभव है...आगे पढ़ें

सिंह


आपकी आय में वृद्धि की संभावना है। करियर के क्षेत्र में आगे बढ़ने के तमाम मौक़े मिल सकते हैं...आगे पढ़ें

कन्या


आपका पूरा ध्यान अपने कार्य पर रहेगा। कार्य क्षेत्र में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा...आगे पढ़ें


तुला


आपके जीवन पर गोचर का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। जैसे- किस्मत का साथ आपको मिल सकता है...आगे पढ़ें

वृश्चिक


आपको आर्थिक रूप से सावधान रहने की आवश्यकता होगी। व्यापार में किसी प्रकार की गोपनीय संधि हो सकती है...आगे पढ़ें

धनु


आपकी संवाद शैली में सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है। हालाँकि किसी विषय को लेकर जीवन साथी के साथ आपका विवाद हो सकता है...आगे पढ़ें


मकर


कोर्ट-कचहरी या अन्य कानूनी मामलों के फ़ैसले आपके पक्ष में आ सकते हैं। शत्रु पक्ष आपसे भयभीत रह सकता है...आगे पढ़ें

कुंभ


छात्रों को पढ़ाई में लाभ मिल सकता है। गोचर का बौद्धिक रूप से भी लाभ मिलना संभव है। नई चीज़ों को सीखने में आपकी रुचि जागेगी...आगे पढ़ें

मीन


आप अपने निजी जीवन को अधिक समय दे सकते हैं। नया घर अथवा नया वाहन ख़रीदने के योग बन रहे हैं...आगे पढ़ें

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शुक्र कल करेगा कर्क राशि में प्रवेश

बनेंगे विदेश यात्रा और धन लाभ के योग! शुक्र ग्रह कल यानि 9 जून 2018 को कर्क राशि में गोचर कर रहा है। शुक्र के इस गोचर का प्रभाव सभी 12 राशियों पर होगा।


महंगे वाहन, ब्रांडेड कपड़े, कला, सौंदर्य और अन्य भौतिक सुखों का कारक कहा जाने वाला शुक्र ग्रह 9 जून 2018, शनिवार को 2:54 पर कर्क राशि में गोचर करने जा रहा है और 5 जुलाई तक इसी राशि में स्थित रहेगा।मेष, वृषभ, मिथुन और मीन समेत कुल 7 राशि वाले जातकों पर शुक्र ग्रह की विशेष कृपा होगी। शुक्र के प्रभाव से इन राशि के लोगों को विदेश यात्रा, धन, प्रेम और वैवाहिक जीवन में आनंद की प्राप्ति होगी।

वहीं अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर शुक्र का यह गोचर मिले-जुले परिणाम देगा। इस दौरान शुक्र कर्क राशि में आकर राहु के साथ मेल करेगा। वहीं शुक्र और राहु पर मंगल की विशेष दृष्टि रहेगी। शुक्र और राहु के इस मेल की वजह से बाजार में मंदी और तेजी दोनों देखने को मिल सकती है। इस दौरान रुई, तेल, घी, चांदी और शेयर बाजार में मंदी के बाद तेजी आएगी। वहीं गेहूं, जौं और अरहर में मंदी बनी रहेगी।

9 जून को शुक्र के गोचर के बाद 10 जून को सर्वार्थ सिद्धि योग बना रहा है, जो सभी कार्यों की शुरुआत के लिए विशेष फलदायी और शुभ माना गया है। 


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


इस गोचर के दौरान घरेलू ज़िंदगी में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। घर या घरेलू चीज़ों पर खर्च कर सकते हैं...आगे पढ़ें

वृष 


अपने पसंद के व्यक्ति या लव पार्टनर से शादी होने के आसार नज़र आ रहे हैं। हालांकि ऐसा भी संभव है कि आप इस दौरान किसी व्यक्ति से यात्रा के दौरान मिलें...आगे पढ़ें

मिथुन


इस दौरान आप पारिवारिक समारोह का आनंद उठाएंगे। बोलचाल में मिठास व सॉफ्टनेस आएगी जो दूसरों को आपके प्रति आकर्षित करेगी...आगे पढ़ें


कर्क


आप पर शुक्र ग्रह की कृपा पूर्ण रूप से होगी। आप सभी भौतिक सुख-सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे...आगे पढ़ें

सिंह


ख़र्चों में इजाफा हो सकता है। विदेशी यात्रा विलासपूर्ण रहेगी। संभव है कि यात्रा काम से संबंधित हो...आगे पढ़ें

कन्या


आर्थिक व सामजिक स्थिति में सुधार आएगा। बैंक बैलेंस बढ़ने का आनंद उठाएंगे। लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी महिला से मदद प्राप्त हो सकती है...आगे पढ़ें



तुला


इस बीच कार्यक्षेत्र पर किसी प्रकार की अनबन हो सकती है लेकिन खुद को कॉन्ट्रोवर्सी से बचाने की ज़रूरत है वरना ये विवाद आपके लिए घातक हो सकते हैं...आगे पढ़ें

वृश्चिक


कुल मिलाकर देखें तो ये समय आपके लिए मिला-जुला रहेगा। जीवनसाथी, बिजनेस पार्टनर व विदेश संबंधों से लाभ प्राप्त हो सकता है...आगे पढ़ें

धनु


सेहत ढ़ीली पड़ सकती है। वास्नात्मक क्रियाओं में ज़्यादा मन लगाने से आप बीमार पड़ सकते हैं या फिर आपका नाम भी ख़राब हो सकता है...आगे पढ़ें


मकर


शादीशुदा जीवन में खुशी की लहर दौड़ेगी। रोमांस पूरे ज़ोर पर रहेगा और आप अपने पार्टनर के संग अच्छा समय बिता पाएंगे...आगे पढ़ें

कुंभ


कुछ हासिल करने के लिए ज़्यादा मेहनत की ज़रूरत है। हालांकि निरंतर प्रयास व लगन से सफलता मिल सकती है। ख़र्चों में वृद्धि होगी...आगे पढ़ें

मीन


इस दौरान आप खुद को कलात्मक बनाने में सफल होंगे साथ ही कुछ सीखने का जज़्बा पैदा होगा। कमाई के साधन बढ़ेंगे...आगे पढ़ें

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साप्ताहिक राशिफल (4 जून से 10 जून 2018)

इन राशि वालों के लिए है ‘सौगातों का सप्ताह’! पढ़ें साप्ताहिक राशिफल और जानें नौकरी, व्यापार, शिक्षा, करियर, प्रेम, विवाह और पारिवारिक जीवन के लिए कैसा रहेगा यह सप्ताह।


जून के पहले सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है। ग्रह और नक्षत्र के प्रभाव से वृषभ, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वाले जातकों के लिए यह सप्ताह बहुत सुखद रहने वाला है। इस अवधि में इन जातकों की आमदनी, साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। वहीं अन्य 8 राशि वाले जातकों को भी सामान्य रूप से लाभ होता रहेगा लेकिन राह में मुश्लिकलें भी आएंगी। इस सप्ताह को और सुखद बनाने के लिए पढ़ें वैदिक ज्योतिष पर आधारित राशिफल।


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


इस सप्ताह आप अपने कार्यक्षेत्र में अधिक व्यस्त रहेंगे। क्योंकि आपका पूरा ध्यान आपके काम पर होगा...आगे पढ़ें

वृषभ


इस सप्ताह आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं। धार्मिक क्रियाकलापों में वृद्धि होगी। पारिवारिक जीवन सामंजस्यपूर्ण रहेगा...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह आपको कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। अपने स्वास्थ्य का पूर्ण रूप से ध्यान रखें...आगे पढ़ें

जानें वर्ष 2018 के गृह प्रवेश, मुंडन, अन्नप्राशन के शुभ मुहूर्त

कर्क


इस सप्ताह आपको धैर्य पूर्वक रहना होगा। मानसिक तनाव को स्वयं पर हावी ना होने दें और वाहन सावधानी से चलाएँ...आगे पढ़ें

सिंह


इस सप्ताह आपके मन में व्याकुलता रहेगी और किसी बात को लेकर आप किसी से उलझ भी सकते हैं...आगे पढ़ें

कन्या


इस सप्ताह अनेक प्रकार से धन प्राप्ति के मार्ग खुल सकते हैं, बस जरूरी है कि आप अपनी आंखें खुली रखें...आगे पढ़ें



तुला


पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसा संभव है कि परिजनों के मध्य किसी प्रकार का झगड़ा हो...आगे पढ़ें

वृश्चिक


आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी और आप चुनोतियों का डटकर सामना करेंगे। लेकिन आपको ध्यान रखना होगा...आगे पढ़ें

धनु


इस सप्ताह आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही ऐसी संभावना है...आगे पढ़ें

जानें वर्ष 2018 में आने वाली अमावस्या, पूर्णिमा और एकादशी व्रत का महत्व 

मकर


इस सप्ताह आपके अंदर मानसिक तनाव तथा उत्तेजना का प्रभाव बढ़ेगा। यदि इसे आप नियंत्रण में नहीं रखते हैं...आगे पढ़ें

कुंभ


इस सप्ताह आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि आपको अनिद्रा नेत्र रोग आदि होने की संभावना है...आगे पढ़ें

मीन


इस सप्ताह आपकी आमदनी में जबरदस्त इजाफा होने की उम्मीद है। जो भी मौका मिले उसे खाली ना जाने दे...आगे पढ़ें

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