शनि अस्त - आपकी राशि पर प्रभाव

नवंबर 1, 2014 को शनि तुला राशि में अस्त होगा। न्याय के देवता शनि आपके जीवन में कुछ न कुछ बदलाव लाएंगे। जानिए पं. हनुमान मिश्रा द्वारा शनि के तुला राशि में अस्त होने से आपकी राशि पर होने वाले प्रभाव।

 नवंबर 1, 2014 को शनि तुला राशि में अस्त हो रहा है।

शनि ग्रह को न्यायधीश की संज्ञा दी गई है, इसके उदय, अस्त व राशि परिवर्तन का गहरा प्रभाव होता है। 1 नवम्बर, 2014 को शनि तुला राशि में अस्त हो रहा है। इसी अवस्था में यह अगले दिन, यानि की 2 नवम्बर, 2014 को वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएगा। शनि की यह स्थिति 5 दिसंबर, 2014 तक रहने वाली है। कुछ पंचांगों के अनुसार शनि 7 दिसंबर, 2014 तक अस्त रहेंगे। 


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ऐसी घटना यदा कदा ही होती है जब शनि अस्त होकर राशि परिवर्तन करता है। शनि की यह स्थिति न्यायव्यवस्था के लिए अनुकूल नहीं है। यह किसी बड़ी प्राकृतिक आपदा का सूचक भी हो सकता है। शनि के अस्त होने से मौसम की शीतलता बढ़ जाएगी, प्राकृतिक आपदाओं का भय उत्पन्न होगा, विशेषकर ये आपदाएँ जल या वायु के माध्यम से हो सकती है। तूफान, ओला बृष्टि, बाढ़ आदि के कारण जन-धन की हानि हो सकती है। हालांकि कुछ मामलों और कुछ लोगों के लिए शनि की यह स्थिति लाभकारी भी हो सकती है। 

आप पर शनि के तुला में अस्त होने का क्या असर होने वाला है? आइये जानते हैं आपकी राशि के बारे में: शनि अस्त


आने वाले पर्व


कल अक्षय नवमी है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन से सतयुग प्रारम्भ होता है।

कल कुष्मांडा नवमी भी है। इस दिन पूजा करने से व्यक्ति से सारे दुःख दूर हो जाते हैं।

कल वर्ल्ड वेगन डे है। इस दिन सारे शाकाहारी लोग एकत्रित होकर पशुओं के अधिकारों को मनाते हैं।

कल आल सेंटस डे है। यह दिन कैथोलिक चर्च द्वारा मनाया जाता है जिसमें सब जाने अनजाने संतो को सम्मानित किया जाता है।

कल राज्योत्सव डे है। इस दिन दक्षिण भारत के कन्नड़ बोलने वाले लोगों को विलय करके कर्नाटक का राज्य बनाया गया।
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“कर्म के साथ भाग्य भी है ज़रूरी” - बॉलीवुड तारिका श्रेया नारायण

बॉलीवुड की एक बेहतरीन अभिनेत्री ‘श्रेया नारायण’ साझा कर रही हैं ज्योतिष के बारे में अपने विचार एस्ट्रोसेज.कॉम के साथ। जानें क्या हैं जीवन में उनकी मान्यताएँ और क्या है जो हर वक़्त आगे बढ़ने के लिए उन्हें प्रेरित करता है। इसके साथ-साथ जानें कैसी होगी उनकी आने वाली फ़िल्म “सुपर नानी”।

जानें ज्योतिष के बारे में श्रेया नारायण के विचार।


प्रश्न 1 - क्या आप ज्योतिष में विश्वास रखती हैं? अगर हाँ, तो क्यों?


जानें ज्योतिष के बारे में श्रेया नारायण के विचार। ज्योतिष में मेरा भरोसा हाल के दिनों में काफ़ी गहरा हुआ है। मेरी फ़िल्म “साहब, बीवी और गैंगस्टर” की शूटिंग दिसम्बर, 2010 में पूरी हो गई थी, लेकिन किसी-न-किसी वजह से रिलीज़ नहीं हो पा रही थी। उसे रिलीज़ होने में 9 महीने लगे। पहले उसे मई में रिलीज़ होना था, लेकिन उसकी तारीख़ आगे ही बढ़ती जा रही थी। इस बारे में मैंने शास्त्री जी से बात की - मम्मी की उनपर बहुत श्रद्धा थी और वे अक्सर उन्हें हमारी कुण्डलियाँ दिखाती रहती थीं। उन्होंने मुझे कुछ चीज़ें बताईं और, जैसा कि उन्होंने कहा था, जल्दी ही फ़िल्म भी रिलीज़ हो गई। इस तरह ज्योतिष में मेरा विश्वास बढ़ा। धीरे-धीरे ज्योतिष में मेरा यह विश्वास मुझे आध्यात्मिकता की ओर ले गया। आप इसे ज्योतिष कहें या कुछ और, लेकिन मुझे लगता है कि जो होना है, वह होकर रहता है। मेरी माँ की बीमारी के अनुभव ने भी मुझे यही सिखाया। हालात पर हमारा नियन्त्रण नहीं हो सकता, लेकिन हमें अपना सबसे बेहतर काम करना चाहिए। ज्योतिष हमें भविष्य में झाँकने का मौक़ा देती है और काम करने की एक दिशा दिखाती है। बीच-बीच में शास्त्री जी से मैं इस दिशा के बारे में जानती रहती हूँ।

प्रश्न 2 - आप भाग्य में भरोसा करती हैं या फिर आपको कर्म में विश्वास है?

दरअस्ल, जीवन में हमेशा संतुलन बनाने की ज़रुरत होती है। जो लोग फ़िल्म जगत में हैं वे आपको बताएंगे कि आप चाहे कितनी भी कोशिशें क्यों न करें, चीज़ें तभी होती हैं, जब होनी होती हैं। हालाँकि आपको अपनी कोशिशें, अपनी मेहनत तो जारी रखनी ही हैं, लेकिन यह भी याद रखना है कि कड़ी मेहनत का मतलब यह नहीं कि वही हो और तभी हो, जो आप चाहें। ज़िन्दगी में क़िस्मत और कोशिश, दोनों की ही जगह है। दोनों का सन्तुलन ही इसे चलाता है।


प्रश्न 3 - रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में आप ज्योतिष को कितना उपयोग में लाती हैं?


ज्योतिष मेरे लिए रोज़ाना की ज़िन्दगी का हिस्सा तो नहीं है, लेकिन इससे मुझे एक दिशा ज़रूर मिलती है। छोटी-छोटी चीज़ों में तो नहीं, लेकिन जीवन की बड़ी तस्वीर में यह मेरे लिए बहुत ज़रूरी है। कभी आप हताश-निराश होते हैं, कभी कशमकश में होते हैं या कभी बहुत ज़्यादा उत्साहित होते हैं - ऐसे में आपको चीज़ों के अन्दर झाँकने की ज़रूरत होती है, ताकि आपके मन को भी थोड़ा चैन आए। ऐसे में ज्योतिष संबल देती है। मुझे लगता है कि बाहर हालात बदलने से ज़्यादा यह आपके अन्दर मज़बूती और समझ पैदा करती है।

प्रश्न 4 - एक्टर्स के जीवन में जो महत्वपूर्ण निर्णय होते हैं जैसे कोई फ़िल्म साइन करना या कोई और ज़रूरी चीज़, उन्हें लेते समय आप ज्योतिषीय परामर्श लेती हैं या फिर पूरी तरह अपनी समझ से फ़ैसला करती हैं?


फ़िल्में साइन करने के लिए तो नहीं, लेकिन बड़े स्तर पर एक दिशा तय करने के लिए मैं ऐसा करती हूँ। हालाँकि, मेरे बहुत-से ऐसे दोस्त हैं जो फ़िल्म साइन करते वक़्त ऐसी सलाह लेते हैं। बहुत-से प्रोड्यूसर भी हैं, जो फ़िल्म में लेने से पहले कुण्डली मांगते हैं; कुण्डली मिलने पर ही आपको फ़िल्म में लेते हैं। जैसा कि मैंने कहा, मेरा मानना है कि ज्योतिष आपको जीवन की राह दिखाने के लिए है, न कि सभी छोटी-छोटी बातों के लिए। ऐसे सभी निर्णय मैं ख़ुद अपनी समझ से लेती हूँ। आख़िरकार क्या होगा, यह तो किसी के हाथ में नहीं है - सिर्फ़ भगवान को ही पता है। कुछ दिनों पहले मेरी एक बहुत बड़े स्टार से बात हो रही थी, जिन्होंने कई बड़ी हिट दी हैं। उन्होंने कहा कि हम हर फ़िल्म में उतनी ही मेहनत करते हैं, उतना ही काम करते हैं, लेकिन पता नहीं कौन-सी फ़िल्म कौन-सी क़िस्मत लेकर आई है। कोई यह नहीं बता सकता फ़िल्म चलेगी या नहीं। इसलिए एक इंसान के तौर पर आपको हर दिन अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करनी होती है। ज्योतिष से हमें पता लगता है कि कहाँ थोड़ा ज़्यादा सतर्क रहना है, कब और ज़्यादा मेहनत की ज़रुरत है। ज्योतिष मुझे एक सकारात्मक दिशा देती है।

प्रश्न 5 - ज्योतिष और अध्यात्म आपस में जुड़े हुए विषय हैं। आप आध्यात्मिक हैं या धार्मिक या...?


मेरी समझ में धर्म आपको अध्यात्म की ओर ले जाने की राह है। जब मैं ध्यान करती हूँ, तो ख़ुद को एक अलग दुनिया में पाती हूँ। मेरी नज़र में केवल रीति-रिवाज़ नहीं, बल्कि गहरे में ख़ुद से जुड़ने की कला धर्म है, अध्यात्म है। हाँ, इस जुड़ाव के अलग-अलग तरीक़े हो सकते हैं। मेरा ही तरीक़ा सही है और बाक़ी ग़लत - ऐसा कहना ठीक नहीं है। ॐ का जप भी आपको वहीं पहुँचा सकता है, जहाँ जीसस की प्रार्थना। बस इस राह में दिल साफ़ होना चाहिए और फिर आप एक ऐसी जगह पहुँच जाते हैं जहाँ सारे ख़्याल ख़त्म हो जाते हैं, और आप बाहर-से-अन्दर तक पूरी तरह शान्त होते हैं। तब आप ख़ुद से जुड़ते हैं, सृजन करते हैं, विकसित होते हैं। इसके लिए श्रद्धा का गहरा होना बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मुझे लगता है कि ज्योतिषी का आध्यात्मिक होना भी ज़रूरी है, तभी वह गुत्थियों को सुलझाकर सही रास्ता दिखा सकता है। ज्योतिष विद्या तो एक ही है, लेकिन ज्योतिषी अलग-अलग हैं - कुछ की कही बातें ज़्यादा ठीक होती हैं और कुछ उतना सटीक नहीं बता पाते। यह अन्तर आध्यात्मिक उन्नति से पैदा होता है। जो ख़ुद से गहराई में जुड़ा है, वही दूसरे के अन्दर झाँक कर कुछ बता सकता है।

प्रश्न 6 - आपसे बात करके लगता है कि आप बहुत आध्यात्मिक हैं। क्या आपको लगता है कि आध्यात्मिकता आपकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में भी उपयोगी है?


बिल्कुल। मुझे लगता है कि जितने आप आध्यात्मिक होंगे, उतने ही आप हर हालात में शांत रह पाएंगे। आप कभी हड़बड़ाएंगे नहीं, चाहे कुछ क्यों न हो जाए। आध्यात्मिकता आपको गिरकर उठने की क्षमता देती है। हम एक्टर्स का जीवन उतार-चढ़ाव से भरा होता है। आप चाहे कितने भी बड़े एक्टर क्यों न हों, आप कभी ऊपर जाएंगे तो कभी नीचे आएंगे। आध्यात्मिकता आपको जीवन के प्रति नया नज़रिया देती है, जहाँ आप ख़ुद को एक दूरी से देखते हैं। आप यह देख पाते हैं कि आप वाक़ई कहाँ जा रहे हैं।

प्रश्न 7 - आपने कहा कि आध्यात्मिकता आपको गिरकर उठने की क्षमता देती है। आपकी आने वाली फ़िल्म “सुपर नानी” का विषय भी शायद कुछ ऐसा ही है, जहाँ एक महिला विषम परिस्थितियों में भी अपना हौंसला नहीं हारती और कुछ करके दिखाती है। आपका इस फ़िल्म में क्या किरदार है?


यह फ़िल्म “सुपर नानी” रेखा जी की कहानी है - किस तरह उन्हें परिवार का सहयोग और प्यार नहीं मिलता, कैसे वे संघर्ष करती हैं और करिअर के ज़रिए परिवार में बदलाव लाती हैं। रेखा जी ख़ुद भी बहुत आध्यात्मिक और अन्दर से मज़बूत इंसान हैं। उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है। जहाँ तक फ़िल्म में मेरे किरदार आस्था की बात है, वह बहुत ही बिगड़ैल, बड़बोली, बदमिज़ाज, अजीब, कॉमिक और पागल क़िस्म की बहू है। वो एक्टर बनना चाहती है, लेकिन एक्टर बनने का कोई गुण उसके अन्दर नहीं है। यह एक कॉमिक किरदार है जो सबको अपने कारनामों से हँसाएगा।

प्रश्न 8 - आपकी आने वाली फ़िल्म...?


हाँ, मैं तिग्मांशू धूलिया की फ़िल्म “यारा” में काम कर रही हूँ।

प्रश्न 9 - एस्ट्रोसेज.कॉम के पाठकों से आप क्या कहना चाहेंगी?


मुझे लगता है कि एस्ट्रोसेज.कॉम बहुत ख़ास वेबसाइट है और इसीलिए यहाँ आने वाले सभी लोग बहुत ख़ास हैं। मैं सिर्फ़ यह कहना चाहूँगी कि ज्योतिष शास्त्र बहुत ही गहरा है। आप जितना इसमें डूबेंगे, उतने ही मोती आपके हाथ लगेंगे। एस्ट्रोसेज.कॉम के माध्यम से आप ज्योतिष का पूरा लाभ लें और जीवन में लगातार आगे बढ़ते रहें।


आज का पर्व!


आज गोपा अष्टमी है। यह दिन भगवान कृष्ण और गौ माता को समर्पित है।

आज मासिक दुर्गाष्टमी है। आज माँ दुर्गा की पूजा करें तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

आज हैलोवीन डे है। यह एक पगान त्यौहार है जो मरे हुए लोगों को समर्पित है।

आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है। वे इंडियन नैशनल कांग्रेस के एक महान नेता थे जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाने में विशेष योगदान दिया था।

कल, यानि नवंबर 1, 2014 को शनि तुला राशि में अस्त हो रहा है। शनि के अस्त होने के प्रभावों को जानने के लिए शाम 5 बजे एस्ट्रोसेज पर आने वाले राशिफल अवश्य पढ़ें।

आपका दिन मंगलमय हो! 

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नवंबर 2014 राशिफल - बनाएँ इस माह को और भी ख़ास

नवंबर महीने में सौम्य सर्द हवाएँ हमारे पूरे वातावरण को और भी सुहावना बना देती हैं। सूर्य की किरणें सौम्य होने के साथ ये इशारा करती हैं कि अब सर्दियों की शुरुआत होने ही वाली है। नवंबर राशिफल 2014 के माध्यम से आप अपने समय को और भी ज़्यादा अनुकूल बना पाएँगे। तो अपने आने वाले समय के बारे में जानने के लिए पढ़िए नवंबर राशिफल 2014।

November horoscope 2014 agaya hai is mahine ki saari pareshaniyon ko door karne.

नोट: यह फलादेश आपकी चन्द्र राशि पर आधारित है। 



मेष: नवंबर राशिफल 2014


यदि इस महीने आप संयम और सावधानी से काम लेंगे तो बेहतर रहेगा। हालांकि भाग्य आपके साथ है, आप कर्त्तव्यनिष्ठ भी रहेंगे, लेकिन मान-सम्मान को लेकर बहुत ही सजग रहना होगा। यदि निजी जीवन में आ रही परेशानियों का निदान समझ नहीं आ रहा हो, तो किसी एक्सपर्ट से अथवा छोटे भाई आदि से विचार-विमर्श करना सही रहेगा। इस समय वाहन आदि सावधानी से चलाएँ और अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखें।

वृषभ: नवंबर राशिफल 2014


वैसे महीने की शुरुआत बेहतर नज़र आ रही है, लेकिन वाणी में आई कटुता काम बिगाड़ सकती है। अतः पारिवारिक शांति के लिए वाणी पर संयम ज़रूरी होगा। इस समय आर्थिक मामलों में भी सावधानी से काम लेने की ज़रूरत रहेगी। हालांकि सूर्य की अनुकूलता के कारण कुछ पुरा‌नी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। आपके विरोधी शांत रहेंगे और यदि आपने मेहनत की है और उच्चाधिकारियों का दिल जीत रखा है तो आप अपनी पदोन्नति की मिठाई दोस्तों को खिलाने के लिए तैयार रहें।

मिथुन: नवंबर राशिफल 2014 


क्रोध के भाव मन में अधिक मात्रा में आ रहें हैं, उन्हें नियंत्रित करने की ज़रूरत है। महीने के शुरुआती दिनों में आपको अपने मित्रों और भाइयों के साथ बेहतर सम्बन्ध रखने होंगे। प्रेम संबंधों के लिये भी यह समय अनुकूल नहीं है। छोटी यात्राओं से भी लाभ मिलता नज़र नहीं आ रहा है। हालांकि महीने का दूसरा भाग काफ़ी हद तक समस्याओं का समाधान करने वाला रहेगा। मेहनत करने पर आपको सफलता भी मिलेगी। नौकरी के हालात भी बेहतर होंगे।

कर्क: नवंबर राशिफल 2014 


महीने के पहले पक्ष में आपको अधिक अनुकूल परिणाम नहीं मिल पाएंगे। इस समय आपको आर्थिक मामलों में विशेष सावधानी रखनी है। अप्रिय सम्भाषण से भी बचना है। हालाँकि परेशान न हों, मेहनत करें क्योंकि मेहनत के बाद संतोषजनक परिणाम मिल जाएंगे। जबकि महीने के दूसरे भाग में स्थितियाँ कुछ बेहतर होंगी, फ़िर भी सावधानी की आवश्यकता बनी रहेगी। वाहन आदि सावधानी से चलाएँ। 

सिंह: नवंबर राशिफल 2014 


महीने के पहले भाग में आपको कुछ अनुकूल परिणाम मिलते रहेंगे। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा। घनिष्ट मित्रों और भाइयों से विवाद न करें। आत्मविश्वास बनाए रखें इससे परिस्थितियाँ नियंत्रण में रहेंगी, लेकिन महीने के दूसरे भाग में घरेलू समस्याएँ काफ़ी हद तक बढ़ सकती हैं। इस समय यथासंभव तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें। इस समय वाहन आदि सावधानी से चलाएँ और किसी गलत कार्य में संलग्न न हों। 

कन्या: नवंबर राशिफल 2014 


महीने की शुरुआत अपेक्षाकृत कम अनुकूल रह सकती है, लेकिन मेहनत करने पर अनुकूल परिणाम मिलते रहेंगे। इस समय कुछ पारिवारिक परेशानियाँ रह सकती हैं। इस समय आर्थिक मामलों में भी सावधानी ज़रूरी होगी। नेत्र विकार या मुख रोग भी संभावित है लेकिन महीने का दूसरा पक्ष आपकी समस्याओं को काफी हद तक दूर करने वाला रहेगा। इस समय आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। किसी यात्रा के माध्यम से भी लाभ मिलने के योग हैं। 

तुला: नवंबर राशिफल 2014


इस महीने अनुकूल फल पाने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी। शुरुआती दिनों में आपका स्वास्थ्य कमज़ोर रह सकता है। आपके स्वभाव में उग्रता रह सकती है। अत: स्वास्थ्य और स्वभाव दोनों का ख़याल रखें। लाभ की संभावनाएँ कमज़ोर पड़ती नज़र आएंगी। फिर भी संयम और समझदारी से काम लेने पर काम बनते रहेंगे, लेकिन महीने के दूसरे भाग में आपको अपनी वाणी पर विशेष संयम रखना होगा। साथ ही आर्थिक मामलों लेकर सचेत रहना होगा। 

वृश्चिक: नवंबर राशिफल 2014


महीने की शुरुआत कुछ ख़र्चे साथ में लिए हुए रह सकती है। इस समय अपने काम को लेकर की गई दूर की यात्राएँ बहुत अनुकूल नहीं होंगी। इस समय कोई भी काम उन्मादी होकर नहीं करना है। वहीं महीने के दूसरे भाग में तुलनात्मक सुधार आने के योग हैं, लेकिन इस समय अधिक भाग-दौड़ करने से बचें। अपने स्वास्थ्य का भी ख़याल रखें। इस समय किसी पर बेवजह गुस्सा करने से बचें। 

धनु: नवंबर राशिफल 2014 


इस महीने की शुरुआत आपके लिए काफी अनुकूल रहने वाली है। इस समय की गई यात्राएँ लाभ दिलाने वाली रहेंगी। इस समय धार्मिक यात्राओं के भी योग बन रहे हैं। हालांकि कुछ कठिनाइयाँ संभव हैं, लेकिन थोड़ी मेहनत करने से काम बनते रहेंगे। न केवल काम बनेंगे बल्कि लाभ भी होगा। परन्तु महीने का दूसरा भाग ख़र्चों से भरा रह सकता है। इस समय बेवजह की यात्राओं से बचें साथ ही अपने स्वास्थ्य भी ख़याल रखें। 

मकर: नवंबर राशिफल 2014 


सामान्य तौर पर यह महीना आपके लिए अनुकूल है। हालांकि काम-धंधे में कुछ कठिनाइयाँ रह सकती हैं लेकिन धैर्य के साथ काम करते रहें तो सफल अवश्य होंगे। फिर भी अपने मान-सम्मान को लेकर थोड़ा सा सचेत रहना बेहतर रहेगा। महीने के दूसरे भाग में लाभ की स्थितियाँ सुदृढ़ होंगी। यात्राओं से भी आनंद और धन मिलने के योग हैं। इस समय आप कुछ व्यापारिक यात्राएँ भी कर सकते हैं।

कुम्भ: नवंबर राशिफल 2014 


इस महीने की शुरुआत मिली-जुली रह सकती है। यदि इस समय कोई व्यावसायिक यात्रा कर रहे हैं तो एक बार उससे होने वाले फ़ायदे और नुकसान के बारे में पुनः जाँच कर लें। इस समय अपने निजी जीवन पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत रहेगी। इस समय माता-पिता के स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा। वहीं महीने के दूसरे भाग में समय अनुकूल होगा। आर्थिक समस्याएँ दूर होंगी और काम बनने लगेंगे। 

मीन: नवंबर राशिफल 2014 


हालांकि महीने की शुरुआत में सूर्य अनुकूल नहीं है, अत: कुछ कठिनाइयाँ रह सकती हैं लेकिन भाग्येश मंगल की अनुकूलता कामों में सफलता दिलाएगी। आपकी ऊर्जा व उत्साह भी आपको आगे बढ़ाने में सहायक होंगे। लेकिन अचानक आने वाली परेशानियों से सजग रहें। महीने के दूसरे पक्ष में परेशानियाँ आपसे दूर रहेंगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। अपनों का सहयोग मिलेगा। 

आशा है, इस राशिफल के माध्यम से आप अपने अच्छे और बुरे समय को जानकर, उस समय उचित व्यवहार कर अपने नवंबर माह को शुभ बनाएँगे।



आज के पर्व!


आज की स्टॉक-मार्किट प्रेडिक्शन्स जानने के लिए  यहाँ क्लिक करें: सेंसेक्स-निफ़्टी प्रेडिक्शन्स

आज ‘कल्पादि श्राद्ध’ है। आज का दिन अपने पूर्वजों का श्राद्ध करने के लिए अत्यंत ख़ास है।

आज ‘छठ पूजा का चौथा दिन’ है। आज के दिन लोग उगते सूरज से शुभता प्राप्त करने हेतु उषा अर्घ्य तथा सूर्योदय अर्घ्य जैसे रिवाज़ करते हैं।

आपका दिन मंगलमय हो!
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छठ पूजा - मुहूर्त एवं पूजा विधि

आज छठ का मुख्य पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। जानिए छठ की सही पूजा-विधि और सूर्योदय व सूर्यास्त का सटीक समय। छठ मैया का आशीर्वाद पाने के लिए क्या करें, क्या न करें - जानने के लिए पढ़िए यह आलेख...

 छठ पूजा पर श्रद्धालु सूर्य को अर्घ्य देते हुए।

छठ पूजा 2104 - पूजा मुहूर्त


षष्ठी तिथि: 12:47 से 23:10 तक
सूर्योदय: प्रातः 06:30. सूर्यास्त: सांय 17:38


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आज छठ पूजा का तीसरा व मुख्य दिन है। यह पर्व सूर्य द्वारा प्रदत्त उस प्राण-ऊर्जा को समर्पित है, जो पृथ्वी पर जीवन की नियामक है। छठ के दौरान संध्या अर्घ्य का विधान है। आज के दिन विशेष प्रसाद बनाकर छठ मैया की आराधना और अस्ताचल में जाते सूर्य भगवान को अर्घ्य देने की परम्परा है।

छठ पूजा 2104 - विधि-विधान


पारम्परिक तौर पर छठ का तीसरा दिन यानि कि आज का दिन सबसे महत्वपूर्ण है। छठ के मुख्य विधि-विधान निम्नवत हैं-
  • श्रद्धालु नदी के तट पर एकत्रित होकर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दें।
  • धार्मिक गीतों के साथ अस्त होते सूर्य को विशेष प्रसाद अर्पित किया जाना चाहिए।
  • प्रसाद बनाते समय पवित्रता और सफ़ाई का ख़ास ध्यान रखना चाहिए।
  • कोसी नामक एक विधि भी भक्तों द्वारा मनाई जाती है जिसमें एक मिट्टी का दीपक जलाया जाता है और उसे गन्ने की छड़ों से बने मंडप में रखा जाता है। 
छठ पूजा पर अधिक जानकारी के लिए पढ़ें - छठ पूजा 2104


आज का पर्व!


शेअर बाज़ार के उतार-चढ़ाव जानने के लिए पढ़ें - सेंसेक्स  व निफ़्टी फलादेश

आपका दिन मंगलमय हो! 

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छठ पूजा - मुहूर्त एवं पूजा विधि

छठ पूजा, आज से, यानी अक्टूबर 27, 2014 से प्रारम्भ हो चुकी है। छठ पूजा भगवान सूर्य की पूजा करने तथा उन्हें आदर देने के लिए मनाई जाती है, जो इस धरती पर जीवन का संचार करते हैं। अपने प्रियजनों की लम्बी उम्र और समृद्धि के लिए छठ पूजा के अवसर पर प्रार्थना कीजिए। 


छठ पूजा का महत्त्व अब बहुत अधिक बढ़ने लगा है। चार दिनों तक चलने वाली यह छठ पूजा इस वर्ष, अक्टूबर 27, 2014 से प्रारम्भ हो रही है। छठ पूजा भगवान सूर्य को मनुष्यों की ओर से दिए जाने वाले धन्यवाद का स्वरूप है, जिनके कारण इस पृथ्वी पर जीवन संभव है। 
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व चार दिनों तक चलता है, जिसमे व्रत, नदी या तालाब में स्नान और भगवान सूर्य की आराधना शामिल है। यह त्यौहार बिहार, झारखण्ड तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाना वाला अत्यंत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है और यहाँ इसे बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। परन्तु अब यह देश के लगभग सभी बड़े शहरों और यहाँ तक कि विदेशों में भी मनाया जाने लगा है। 

छठ पूजा 2014 - मान्यताएं और मनाने की विधि 


छठ पूजा चार दिनों तक चलने वाला त्यौहार है, आइए देखते हैं कौन से दिन क्या मनाया जाता है:
  • छठ पूजा पहला दिन - नहाय खाय 
यह चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, आज के दिन जिसे व्रत रखना होता है, वह सूर्योदय से पहले नदी या तालाब में स्नान करके घर की साफ-सफाई इत्यादि करता है, साथ ही घर में और नदी किनारे पूजा का स्थान निश्चित करके वहाँ की भी साफ़-सफाई की जाती है। आज के दिन घर के सभी सदस्य सात्विक भोजन करते हैं। 
  • छठ पूजा दूसरा दिन - खरना 
पंचमी के दिन व्रत रखने वाले भक्त प्रातः स्नान करके पूरे दिन व्रत रखते हैं और सायं काल पुनः स्नान करके फिर गन्ने के रस या गुड से बने पूड़ी, खीर इत्यादि प्रसाद को भोजन स्वरूप ग्रहण करते हैं। आज के दिन वह अपने सभी सगे-संबंधियों को आमंत्रित भी करते हैं। 
  • छठ पूजा तीसरा दिन - छठ 
षष्ठी का दिन छठ पूजा का मुख्य दिन होता है, और इसी दिन के नाम पर ही इस त्यौहार का नाम भी पड़ा है। इस दिन छठ से सम्बंधित सभी प्रसाद बनाये जाते हैं, सायंकाल सूर्यास्त से पहले व्रत करने वाले नदी या तालाब में प्रवेश करते हैं और सूर्य को दूध तथा जल से अर्घ्य देते हैं, वह तब तक जल में रहते हैं जब तक पूरा सूर्यास्त ना हो जाए। सूर्यास्त के बाद सभी लोग घर आते हैं तथा रात्रि जागरण करते हैं। 
  • छठ पूजा चौथा दिन - पारण 
छठ पूजा का चौथा दिन समापन का दिन होता है, व्रत रखने वाले सूर्योदय से पहले नदी पर जाकर जल में प्रवेश करते हैं और सूर्य के उदित होने की प्रतीक्षा करते है। सूर्य जैसे उदित होते हैं, उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। विधिवत पूजा-अर्चना के बाद थोड़ा कच्चा दूध, जल और प्रसाद लेकर व्रत का समापन किया जाता है। और इस प्रकार जीवन दायी भगवान सूर्य की उपासना की चार दिनों तक चलने वाली पूजा पूर्ण होती है।


आज का पर्व!


आज की सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स

आज लाभ पंचमी है। कहा जाता है कि इस दिन लोग अपने नए काम शुरुआत करते हैं और विद्यार्थी अपनी पुस्तकों की पूजा करते हैं।
आपका दिन मंगलमय हो! 

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साप्ताहिक प्रेम सम्बन्ध राशिफल (अक्टूबर 27 - नवंबर 2)

क्या सोच रखा है भाग्य ने इस बार आपके आने वाले सप्ताह के लिए? क्या कहते हैं भाग्य के सितारे इस सप्ताह आपके प्यार के लिए? पं. हनुमान मिश्रा द्वारा जानिए कितना शुभ है यह सप्ताह आपके और आपके प्रेम सम्बन्ध के लिए…



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मेष
सप्ताह की शुरुआत प्रेम संबंध के लिए अनुकूल नहीं हैं, हालांकि यह समस्या महज एक या दो दिन की है। इसके बाद आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सप्ताह मध्य में काम के बावजूद भी आप एक दूसरे को पूरा समय देने की कोशिश में रहेंगे। जबकि सप्ताह के अंतिम दिनों में प्रेम में अनुकूलता व प्रगाढ़ता आने के अच्छे योग हैं। 

भाग्यस्टार: 2.5/5

वृषभ
सप्ताह के शुरुआती दिन प्रेम संबंधों के लिए अधिक अनुकूल नहीं हैं। यदि आप विवाहित हैं तो बात का बतंगड़ न बनाएँ, बल्कि लाइफ को इंज्वॉय करने की कोशिश करें। सप्ताह के मध्य में चीजें थोड़ी सी बेहतर होंगी। मौक़ा लगे तो साथ में कहीं घूम आएँ। सप्ताह के अंतिम दिनों में काम ज़्यादा है फिर भी व्यक्तिगत जीवन को भी समय दें। 

भाग्यस्टार: 3.5/5

मिथुन
अपने निजी जीवन को लेकर इस समय आप थोड़े से आक्रोशित रहेंगे, कोशिश कीजिए अपने आपको शांत रखने की। शुरुआती दिन निजी जीवन को बेहतर बनाने का संकेत कर रहे हैं। सप्ताह के मध्य में समय नहीं मिल पाएगा अथवा समरसता नहीं बन पाएगी, जबकि सप्ताह के अंत में चीजें बेहतर होंगी। 

भाग्यस्टार: 2.5/5

कर्क
सामान्य तौर पर यह सप्ताह दिली मामलों में अनुकूल रहने वाला है लेकिन शुरुआती दिनों में बात का बतंगड़ बनाने से बचें। यदि चिड़चिड़ापन दूर नहीं हो रहा है तो न मिलना ही बेहतर है। सप्ताह का मध्य बेहतर रहेगा, एक दूसरे को आप पूरा समय दे पाएंगे। जबकि सप्ताहांत अनुकूल नहीं है, अत: संयम से काम लें। 

भाग्यस्टार: 4.5/5

सिंह
सप्ताह की शुरुआत में आप घरेलू चिंता के कारण चिड़चिड़े रह सकते हैं और इसकी भड़ास आप अपने लव पार्टनर पर निकाल सकते हैं। बेहतर होगा कि इससे बचें। हालांकि सप्ताह के मध्य में आपको अनुकूल फल मिलेंगे। आप साथ में घूमने या फिर पार्टी में जा सकते हैं। सप्ताहांत भी अनुकूल रहेगा। 

भाग्यस्टार: 3.5/5

कन्या
सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल रहेगा। आप एक दूसरे को पूरा समय देंगे। साथ में घूमने-फिरने के भी मौके मिलेंगे। मनोरंजन करने जैसे की साथ में फिल्म आदि देखने के योग बन रहे हैं। सप्ताह के मध्य में किसी बात को लेकर प्यार भरी नोंकझोंक हो सकती है। सप्ताहांत भी अनुकूल रहने वाला है।

भाग्यस्टार: 4/5

तुला
सप्ताह प्रेम प्रसंग के लिए मिला जुला है। कोशिश करें कि शुरुआती दिनों में आपस में कम बात करें क्योंकि इस समय किसी बात को लेकर बहसबाजी हो सकती है। हालांकि सप्ताह के मध्य में साथ में घूमने जाने से मनमुटाव दूर होंगे। सप्ताहांत भी अनुकूल है लेकिन इस समय पारिवारिक परेशानी को प्यार के बीच में लाने से बचें। 

भाग्यस्टार: 3/5

वृश्चिक
सप्ताह की शुरुआत में आप भावुक रहेंगे, बेहतर होगा यह भावुकता रोमांटिक रहे, क्योंकि इस समय आप कुछ चिड़चिड़े भी हो सकते हैं। सप्ताह का मध्य भी अनुकूल है लेकिन इस समय अप्रिय सम्भाषण से बचें। जबकि सप्ताहांत में कहीं घूमने-फिरने या फिर फिल्म देखने जा सकते हैं। 

भाग्यस्टार: 3.5/5

धनु
शायद यह सप्ताह प्रेम प्रसंग के लिए अधिक अनुकूल नहीं है। यदि दूर होने के कारण मिलने का समय नहीं है तो फ़ोन पे बात करना बिलकुल न भूलें। हालांकि सप्ताह का मध्य बेहतर है लेकिन अकारण आ रहे आक्रोश को रोकना होगा। सप्ताह के अंत में प्रेम में प्रगाढ़ता आने के योग हैं। 

भाग्यस्टार: 2.5/5

मकर
सप्ताह की शुरुआत में कुछ खट्टे मीठे अनुभव हो सकते हैं, बेहतर होगा दिल के साथ दिमाग को भी साथ ले लें। हालांकि सप्ताह के मध्य में दिल को सुकून मिलेगा। आपका पार्टनर आपसे मिलने आ सकता है। सप्ताहांत में प्यार के बीच पैसों को लाने से बचें और एक दूसरे की तारीफ करना न भूलें। 

भाग्यस्टार: 3/5

कुम्भ
सप्ताह की शुरुआत में काम की अधिकता रह सकती है, अतः आप थोड़े चिड़चिड़े हो सकते हैं। बेहतर तो यही होगा कि काम के साथ-साथ अपनों को भी समय दें। सप्ताह के मध्य भाग में दूर जाने की वजह से मिलने की बेचैनी रह सकती है। हालांकि सप्ताह के अंतिम दिनों में शिकवे-गिले दूर हो जाएंगे। 

भाग्यस्टार: 3/5

मीन 
सामान्य तौर पर यह सप्ताह प्रेम प्रसंग के लिए अनुकूल रहेगा। शुरुआती दिनों में कहीं घूमने जाना या किसी धर्म स्थान में जाना प्यार में पवित्रता का एहसास कराएगा। सप्ताह मध्य में काम कुछ ज़्यादा हो सकता है फिर भी आप प्यार के लिए समय निकालेंगे जबकि सप्ताह के अंत में दूर रहना पड़ सकता है। 

भाग्यस्टार: ⅗



आज का पर्व!

कल लाभ पंचमी है। कहा जाता है कि इस दिन लोग अपने नए काम शुरुआत करते हैं और विद्यार्थी अपनी पुस्तकों की पूजा करते हैं। 

कल छठ पूजा आरम्भ हो रही है। यह चार दिन तक चलने वाला पर्व है जिसमे भक्त सूर्य देव को धन्यवाद देते हैं तथा उनकी पूजाकरते हैं।

आपका दिन मंगलमय हो! 

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साप्ताहिक राशिफल (27.10.2014 - 02.11.2014) - जानें आने वाले सप्ताह का हाल!

आगामी सप्ताह आपके लिए बहुत कुछ लेकर आ रहा है। आइए जानें कैसे करें उसकी पहले से ही तैयारी ताकि आपको पूरा लाभ मिले। साथ ही यदि समय किसी प्रतिकूलता की ओर संकेत कर रहा हो, तो थोड़ी सतर्कता भी बरत लें। आइये देखते हैं क्या कह रहे हैं सितारे आपसे इस सप्ताह ‘पं. हनुमान मिश्रा ’ द्वारा -

जानिए सभी राशियों के लिए अक्टूबर 27 - नवम्बर 2, 2014 तक का साप्ताहिक राशिफल।


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मेष
सप्ताह की शुरुआत में आपको अधिक अनुकूल परिणाम नहीं मिल पाएंगे। बहुत मेहनत के बाद आपको संतोषजनक परिणाम मिल पाएंगे। हालांकि इससे आपको असंतुष्ट होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि सप्ताह का मध्य भाग आपकी समस्याओं को काफी हद तक कम कर देगा। मन को थोड़ा सा आध्यात्म की ओर लगाएँ और अपने वरिष्ठों का सम्मान करें, क्योंकि सप्ताह मध्य में आपके वरिष्ठ ही आपके मददगार होंगे। सप्ताहांत तो आपके लिए काफी अच्छा रहने वाला है। इस समय आपके अधिकांश प्रयास आपको इच्छित परिणाम दे पाएंगे। 

वृषभ
यह सप्ताह मिश्रित फलदायी रहेगा। सप्ताह के शुरुआती दिनों में ही आपको कुछ अच्छे तो कुछ नकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इस समय अपने व्यक्तिगत जीवन पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है। इस समय में भी काम जल्दबाज़ी में करने से बचें। साझेदारी के कामों को सावधानी से निबटाएँ। सप्ताह मध्य अपेक्षाकृत बढ़िया रहेगा। जबकि सप्ताहांत बेहतर रहेगा। कामों में सफलता मिलेगी। आपके मान-सम्मान में बढ़ोत्तरी होगी। जिन कामों को पिछले दिनों आप पूरा करने में लगे हुए थे वो इस समय पूरे हो जाएंगे। 

मिथुन
सप्ताह की शुरुआत उत्साह वर्धक रहेगी। यदि कोई ऐसा काम है जिसे करने में कुछ प्रतिस्पर्धी भी आपके सामने आ रहे हैं, उसे इस समय पूरा करने की कोशिश करें, सफलता मिलेगी। इस समय रुके हुए कामों के शुरू होने की भी सम्भावनाएँ बन रही हैं। निजी जीवन भी सुखद रहेगा। सप्ताह का मध्य अधिक अनुकूल नहीं है, अतः इस समय सावधानी पूर्वक कामों को अंजाम देने की कोशिश करें। वाहन आदि भी सावधानी से चलाएँ। सप्ताहांत बेहतर रहने वाला है। इस समय कठिनाइयाँ धीरे-धीरे दूर होने लगेंगी। 

कर्क
सामान्य तौर पर इस सप्ताह आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सप्ताह के शुरुआती दिनों में बहुत जज़्बाती न बने। अपने स्वास्थ्य का भी ख़याल रखें। इस समय आप अपनी शिक्षा या संतान को लेकर भी चिंतित रह सकते हैं। प्रेम संबंधों को लेकर भी कुछ चिंताएँ संभावित हैं। सप्ताह के मध्य में आपके काम बनेंगे। आप अपने प्रतिस्पर्धियों को आसानी से पराजित करने में सफल रहेंगे। निजी जीवन में भी शुभता बनी रहेगी लेकिन सप्ताहांत अधिक ठीक नहीं है। इस समय सावधानी से काम लेना होगा। 

सिंह
सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। लेकिन सप्ताह की शुरुआत में आप अपने घरेलू जीवन को लेकर कुछ चिंतित या परेशान रह सकते हैं। इस समय कुछ तात्कालिक घरेलू समस्याएँ उभर कर सामने आ सकती हैं। सप्ताह के मध्य में प्रेम संबंद्ध को लेकर उग्र होने से बचें। सप्ताहांत काफी बेहतर रहने वाला है। हालांकि इस समय कुछ प्रतिस्पर्धी सामने तो आएँगे लेकिन आपके सामने टिक नहीं पाएंगे। इस समय अपने रुके हुए कामों को पूरा करने की कोशिश करें। साझेदारी के कामों से लाभ मिलेगा। 

कन्या
इस सप्ताह के आरम्भिक दिन आपके लिए अनुकूल हैं। लेकिन इस समय अपने आत्मविश्वास को कमज़ोर न होने दें। इस समय कम दूरी की यात्राएँ हो सकती हैं, लेकिन उनसे अधिक लाभ नहीं मिल पाएगा। इस समय चिड़चिड़े होने से बचें। सप्ताह के मध्य में घर-गृहस्थी को लेकर चिंताएँ संभव हैं, लेकिन घरेलू सदस्यों पर उग्र न हों। इस समय घर की साज-सज्जा या सफाई करने का प्रयास करें। सप्ताह के अंतिम दिन आपकी परेशानियों को दूर करने वाले रहेंगे। पिछले दिनों से चली आ रही कठिनाइयाँ सप्ताहांत में दूर हो जाएँगी। 

तुला
यह सप्ताह आपके लिए मिला जुला रहेगा। सप्ताह के शुरुआती दिनों में अपनी अर्थव्यवस्था पर ध्यान दें। इस समय कुछ आर्थिक परेशानियाँ रह सकती हैं। ध्यान रखें कि इस समय किसी से भी अप्रिय न बोलें, खास कर पारिवारिक मामलों का ख़ास ख़याल रखें क्योंकि पारिवारिक विवाद होने की संभावनाएँ हैं। सप्ताह के मध्य में चीजें बेहतर होंगी, खोया हुआ आत्मविश्वास वापस आएगा। हालांकि कुछ घरेलू कामों में व्यस्तता रह सकती है। सप्ताहांत मन को प्रसन्नता देने वाला रहेगा। स्वजनो से मिल कर खुशी मिलेगी। 

वृश्चिक
यह सप्ताह आपके लिए सामान्यत: अच्छा रहेगा। हालांकि शुरुआती दिनों में आप भावनाओं में बहते हुए नज़र आएँगे। कभी-कभी कुछ चंचलता भी आपमें देखने को मिल सकती है, लेकिन ध्यान रहे की ज़रूरी कामों को भावनाओं में बहकर नहीं बल्कि बुद्धि-बल से निबटाएँ। सप्ताह के मध्य में खर्चे के योग बन रहे हैं। इस समय संयमित सम्भाषण भी ज़रूरी होगा। सप्ताह के अंतिम दिनों में आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। इस समय मनोरंजन को भी समय दें। घरेलू मामलों में भी चिंतन मंथन ज़रूरी होगा। 

धनु
सामान्य तौर पर इस सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम मिल पाएंगे। सप्ताह के शुरुआती दिनों में निद्रा में व्यवधान संभावित है। इस समय खर्चे भी कुछ ज़्यादा हो सकते हैं। हालांकि ये परेशानियाँ अधिक दिनों की नहीं हैं, सप्ताह के मध्य में परेशानियाँ बहुत हद तक कम हो जाएँगी, फिर भी ज़रूरत से अधिक जज्बाती होना ठीक नहीं रहेगा। धैर्य पूर्वक खर्चों को रोकें और संयम से घर परिवार को समय दें। सप्ताह के अंतिम दिनों में कुछ अच्छे परिणाम मिलेंगे। आपका आत्मविश्वास आपको सफलता दिलाएगा। 

मकर
सप्ताह के शुरुआत में लाभ के योग बने हुए हैं, लेकिन लाभ के साथ हानि का नाम भी जुड़ा हुआ है, अतः लाभ आने के साथ-साथ खर्चे भी आ रहे हैं। अत: दोनों के बीच सामंजस्य बिठाने की कोशिश करें। हालांकि सप्ताह के मध्य में आर्थिक समस्याएँ कम रहेंगी लेकिन इस समय भी मन में एक अजीब सी बेचैनी का एहसास आपको हो सकता है। हालांकि प्रेम प्रसंग में अनुकूलता देखने को मिल सकती है। सप्ताहांत में भी कुछ कठिनाइयाँ सामने आ सकती हैं, उनसे सावधानी पूर्वक निबटें और मधुर बोलें। 

कुम्भ
सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल रहेगा। शुरुआती दिनों में आपको अपने काम पर पूरा ध्यान देना होगा। कार्यस्थल पर किसी तरह की लापरवाही उचित नहीं होगी। इस समय आपको अपने मान-सम्मान का पूरा ख़याल रखना होगा। अगर आपने इन सावधानियों को अपनाया तो शुरुआत काफी बेहतर रहेगी, आमदनी अच्छी हो जाएगी। सप्ताह के मध्य में आपको सावधानी से काम लेना होगा। संयमित ढंग से खर्चे करने होंगे। हालांकि सप्ताहांत में सब कुछ सही होने वाला है। आपको स्वजनों से मिलकर प्रसन्नता मिलेगी। 

मीन
सामान्य तौर पर इस सप्ताह आपको अनुकूल परिणाम मिलेंगे। यात्राएँ संभावित हैं जिनसे लाभ मिलता नज़र आ रहा है। किसी धार्मिक या सामाजिक आयोजन में भाग लेने के भी योग बन रहे हैं। इनसे आपको मानसिक संतुष्टि मिलेगी, सप्ताह का मध्य भाग आपके काम धंधे के लिए अनुकूल है। इस समय आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा। आपके वरिष्ठ आपके प्रति मददगार होंगे। कामों के बनने से आप लाभान्वित होंगे। लेकिन सप्ताहांत अनुकूल नहीं रहेगा। चाह कर भी आप खर्चों को रोक नहीं पाएंगे और मन कुछ अप्रसन्न रह सकता है। 




आज का पर्व!



आज विनायक श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। भगवान गणेश को प्रसन्न कीजिए और सुखमय और समृद्ध जीवन का आशीर्वाद पाइए।


आज वर्ल्ड डे ऑफ़ औदिोविसुअल हैरिटेज है। इस दिन को देश से विलुप्त हो रही विरासत को बचाने के लिए जागरूकता फैलाई जाती है।

आपका दिन मंगलमय हो!

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बुध मार्गी कन्या राशि में - आपकी राशि पर प्रभाव

अक्टूबर 26, 2014, को बुद्धिमता का ग्रह, बुध कन्या राशि में मार्गी होगा। कन्या बुध की उच्च राशि है, अतः बुध के मार्गी होने से आपकी राशि में परिवर्तन लाज़मी है। क्या हैं यह परिवर्तन? जानिए बुध के मार्गी होने से आपकी राशि पर होने वाले प्रभाव को पं. हनुमान मिश्रा जी द्वारा।

अक्टूबर 26, 2014, को बुध कन्या राशि में मार्गी होगा।

अक्टूबर 26, 2014, बुध ग्रह कन्या राशि में मार्गी हो रहा है। कैसा रहेगा बुद्धि के कारक ग्रह का अपनी उच्च राशि में मार्गी होना? क्या होगा इसका देश, दुनिया और आपकी राशि पर असर? बुध के मार्गी होने के कारण कुछ बेहतरी का आना स्वाभाविक है। 


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यह बुध की अपनी राशि है, इसी राशि में बुध ग्रह उच्चावस्था व मूलत्रिकोणावस्था में होता है। नि:संदेह, यदि कोई ग्रह मूलत्रिकोणावस्था व स्वराशि में मार्गी अवस्था में रहता है तो अच्छे परिणाम ही देता है। ऐसे में बुध की यह स्थिति नेताओं, पत्रकारों, लेखकों, वकीलों, वक्ताओं आदि पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाली है। 

बुध की इस स्थिति का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा आइये जानते हैं: बुध मार्गी कन्या में
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भाई दूज 2014 - मुहूर्त एवं पूजा विधि

आज अक्टूबर 25, 2014 को भाई दूज है। यह त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और अधिक मज़बूती प्रदान करने के लिए मनाया जाता है। आइये हम सब मिलकर आज इस पवित्र त्यौहार को मनाएँ और इसके साथ दिवाली के पाँच दिन तक चलने वाले उत्सव का भी समापन करें। 




भाई दूज दिवाली के पाँच दिनों तक चलने वाले त्यौहार का अंतिम दिन होता है। यह दिन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और अधिक मज़बूती प्रदान करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। भाई दूज कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है। देश के कुछ हिस्सों में इसे भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। 


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आज का दिन लड़कियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। आज के दिन प्रत्येक लड़की अपने भाई के सुख तथा समृद्धि की कामना करती है।

भाई दूज: पूजा मुहूर्त 


भाई दूज तिलक मुहूर्त: 25 अक्टूबर, मध्यान्ह 13:11 से 15:24 तक 

भाई दूज: मनाने की विधि 

  1. बहनें पहले पूजा की थाली - दिया, चावल, कुमकुम, और मीठे के साथ सजाएँ। 
  2. फिर अपने भाई के मस्तक पर कुमकुम का टीका करें और ईश्वर से अपने भाई के दीर्घ एवं संपन्न जीवन की कामना करें। 
  3. फिर अपने भाई की आरती उतारें और मिठाई खिलाएँ। 
  4. अंत में, यदि आपका भाई आपसे बड़ा हो तो पैर छूकर आशीर्वाद लें। 
  5. इन सबके उपरांत भाई अपनी बहनों को उपहार प्रदान करें।

भाई दूज: सम्बंधित कथाएँ 


दो महत्वपूर्ण कथाएँ आज के दिन से जुड़ी हुई हैं, आइये इसके बारे में जानते हैं -

यम और यमुना की कहानी 


पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार यम अपनी बहन यमुना से मिलने गए। जहाँ यमुना ने अपने भाई यम का स्वागत बड़े ही स्नेह के साथ उनके माथे पर तिलक लगाकर किया। यम ने उन्हें दीर्घायु का आशीर्वाद दिया और तभी से इस दिन को भाई दूज के रूप मनाया जाने लगा। 

भगवान कृष्ण और सुभद्रा की कथा 


ऐसा कहा जाता है कि आज के ही दिन भगवान कृष्ण नरकासुर का वध करके वापस द्वारका पधारे थे, उस समय उनकी बहन सुभद्रा ने उनके माथे पर तिलक लगाकर उनका स्वागत किया था और उनके लम्बे और सुनहरे भविष्य के लिए प्रार्थना किया था। 

तो यह जानकारी थी भाई दूज के त्यौहार के बारे में। एस्ट्रोसेज की ओर से आपको भाई दूज की ढेर सारी शुभकामनायें !


आज का पर्व!


आज से इस्लाम नया वर्ष प्रारम्भ होगा। आशा करते हैं की यह वर्ष आपके लिए सुमंगल साबित हो।

आज से मुहर्रम भी आरम्भ होगा। मुहर्रम इस्लाम कैलेंडर का पहला महीना हैं।

आज के दिन चित्रगुप्त पूजा की जाती है। चित्रगुप्त पूजा में चित्रगुप्त देव को पूजा जाता हैं जो अच्छे और बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं। 

आज वर्ल्ड पास्ता डे भी मनाया जाएगा। यह एक अंतर्राष्ट्रीय उत्सव हैं।

आपका दिन मंगलमय हो! 

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गोवर्धन पूजा 2014 - जानें मुहूर्त और पूजा विधि

आज, अक्टूबर 24, 2014 को गोवर्धन पूजा है। आज के दिन हम अपने भविष्य को सभी प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए भगवान कृष्ण की पूजा ‘गोवर्धनधारी’ के रूप में करते हैं। गोवर्धन पूजा 2014 के बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें। 

Aaj, yani October 24, 2014 ko desh bhar me govardhan ka tyohar manaya jaega.

गोवर्धन पूजा 2014 - दिवाली का चौथा दिन 


हमारे देश में दिवाली बहुत बड़े पैमाने पर मनाई जाती है। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि दिवाली केवल एक दिन मनाया जाना वाला त्यौहार नहीं है, बल्कि यह पूरे 5 दिनों तक मनाया जाता है। धनतेरस से प्रारम्भ होकर, इसका चौथा दिन गोवर्धन पूजा के रूप में मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट और दिवाली पड़वा के नाम से भी मनाया जाता है। 

गोवर्धन पूजा 2014: मुहूर्त 

  1. पूजा मुहूर्त: प्रातः 09:18 से 10:40 तक 
  2. राहुकाल: प्रातः 10:41 से 12:05 तक
  3. अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:42 से 12:27 तक

गोवर्धन पूजा 2014: इस दिन को गोवर्धन पूजा के नाम से क्यों जाना जाता है ?


विष्णु पुराण के अनुसार भगवान कृष्ण ने ब्रज के लोगों को इंद्र द्वारा की गयी अत्यधिक वर्षा के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाया था। 

ब्रज में गोवर्धन नाम की एक छोटी पहाड़ी है। एक बार श्री कृष्ण ने ब्रज वासियों को बारिश की कमी को दूर करने के लिए प्रकृति की पूजा करने को कहा, इससे पहले वहाँ के लोग बारिश के लिए इंद्र देव की पूजा करते थे। परन्तु श्री कृष्ण की सलाह के अनुसार लोगों ने इस बार प्रकृति की पूजा की, जिससे इन्द्र अत्यधिक नाराज़ हुए और भीषण बरसात करने लगे, लगा कि पूरा गोकुल डूब जायेगा। तब कृष्ण ने ब्रज वासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी ऊँगली पर उठा लिया और सभी गोकुल वासियों ने उसके निचे आकर अपने प्राणों की रक्षा की। तभी से, भगवान कृष्ण को गोवर्धनधारी कहा जाने लगा, और तभी से गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाने लगी। 

एस्ट्रोसेज, आपको गोवर्धन पूजा की ढेरों शुभकामनायें देता है!


आज का पर्व!


आज से कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रारम्भ हो रहा है। कार्तिक माह का यह शुक्ल पक्ष आपके लिए अनेकों त्यौहारों की सौगद लेकर आ रहा है।

आज बाली पूजा का दिन है। दक्षिण भारत में आज के दिन लोग राजा बाली की पूजा करते हैं।

आज यूनाइटेड नेशंस डे है। आज के दिन को यूनाइटेड नेशंस की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है।

नेपाली संवत 1135 आज से प्रारम्भ हो रहा है। आशा है नया साल आपके लिए सुख और शांति लाएगा।

आज वर्ल्ड डेवलपमेंट इंफॉर्मेशन डे भी मनाया जाता है।

आपका दिन मंगलमय हो!

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दीवाली पूजन मुहूर्त व सूर्यग्रहण का प्रत्येक राशि पर प्रभाव

जानिए दीवाली 2014 में पूजन के मुहूर्त, जिसके माध्यम से सही समय पर पूजन से आप प्राप्त कर सकते माँ लक्ष्मी की अनुकम्पा। साथ ही देखिए दीवाली के दिन पड़ रहे सूर्यग्रहण का क्या होगा प्रत्येक राशि पर प्रभाव…


दीवाली 2014 पूजा मुहूर्त


लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: सांय 6:56 से 8:14
प्रदोषकाल मुहूर्त: सांय 5:39 से 8:14
वृषभ काल मुहूर्त: सांय 6:56 से 8:52

महानिषीथ काल मुहूर्त


पूजा मुहूर्त: सांय 11:39 से रात्रि 12:31
सिंह काल मुहुर्त: रात्रि 1:27 से प्रातः 3:44

दिवाली पूजा विधि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: 


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दीपावली के दिन सूर्यग्रहण का प्रभाव


खगोलीय घटना के अंतर्गत इस वर्ष का अंतिम खंडग्रास सूर्य ग्रहण 24 अक्टूबर 2014 को पड़ रहा है। भारतीय पंचाग के अनुसार बात करें तो यह ग्रहण 23 व 24 अक्टूबर की दरम्यानी रात को 1 बजकर 7 मिनट पर होगा। जबकि ग्रहण का मोक्ष 5 बजकर 22 मिनट पर होगा। हालांकि भारतवर्ष में यह ग्रहण कहीं दिखाई नहीं देगा अत: इसके प्रभाव-दुष्प्रभाव को भी देश की जनता अनुभव नहीं कर पाएगी। क्योंकि यह ग्रहण दीपावली की रात्रि में है अत: लोगों के मन में इसे लेकर जिज्ञासा का कुछ अधिक होना स्वाभाविक है। लेकिन क्योंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा अत: इसका भारत में कोई असर नही होगा और न ही दीपावली पर इसका कोई प्रभाव पड़ेगा।

यह ग्रहण अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको, अलास्का, उत्तर-पश्चिमी प्रशांत महासागर, बेरिंग सागर, उत्तर-पूर्वी साइबेरिया में दिखाई देगा। इस संदर्भ में हमारे एस्ट्रोसेज पैनल के ज्योतिषाचार्य पं. हनुमान मिश्रा का कहना है वैसे तो भारत वर्ष में न दिखने के कारण इसका भारत पर कोई असर नहीं होगा लेकिन यदि कोई सूक्ष्म असर हो भी तो वह सकारात्मक होगा। क्योंकि ग्रहण के समय भारत में कर्क लग्न का उदय हो रहा होगा और यह लग्न भारत के पराक्रम स्थान में अत: भारत पराक्रम दुनिया की नजरों में पहले की तुलना में अधिक आएगा। क्योंकि सूर्य छ्ठे भाव में है अत: भारत से द्वेश रखने वाले देश का भारत के प्रति सकारात्मक रुख देखने को मिलेगा अथवा उन देशों को कोई नुकसान हो सकता है। यह फल अगले छ: महीने के भीतर देखने को मिल सकता है। एक बार फिर से कहना चाहेंगे कि इसका भारत में रहने वालों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन जिन-जिन देशों में यह ग्रहण पड़ रहा है वहां रहने वाले लोगों पर इस प्रकार से असर देखने को मिलेगा।

दीवाली के दिन प्रत्येक राशि पर सूर्यग्रहण का प्रभाव

मेष: स्त्री को कष्ट सम्भव।
वृष: स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है।
मिथुन: अपमान का भय एवं खर्चे हो सकते हैं।
कर्क: कामों में सफलता सम्भावित।
सिंह: धन का लाभ सम्भव।
कन्या: धन की हानि सम्भव।
तुला: शारीरिक कष्ट सम्भव।
वृश्चिक: अचनाक धन खर्च हो सकता है।
धनु: पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं।
मकर: रोग व भय होने की सम्भावना।
कुम्भ: गुप्त चिंताएं सम्भावित।
मीन: इच्छाओं की पूर्ति सम्भावित।

अपना विस्तृत राशिफल जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: सूर्य ग्रहण दिवाली पर: कैसा रहेगा आपकी राशि के लिए

हम आशा करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी और आपकी दीवाली को और भी अधिक शुभ व समृद्ध बनाएगी। दीपावली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो!

शुभ दीपावली!
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काली चौदस 2014 - जानिए शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि

आज, यानि अक्टूबर 22, 2014 को देश भर में काली चौदस, छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी का त्यौहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। इस त्यौहार को भले ही अलग-अलग नामों से जाना जाये लेकिन सबको मनाने के कारण एक जैसे ही हैं, जीवन में सुख-समृद्धि हासिल करना, बुराई के अंधेरे को दूर करना और साफ़ और स्वच्छ विचारों को अपनाना। इसकी शुभता के बारे में अधिक जाने के लिए आगे पढ़ें।

Aaj, yani October 22, 2014 ko desh bhar me Chhoti Diwali ya Kali Chaudas ka Tyohar dhoom-dham se manaya jaega.

काली चौदस, कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। दिवाली के पाँच दिनों के उत्सव का यह दूसरा दिन होता है, जिसके कारण यह हिंदुओं के बीच यह एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। 


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काली चौदस को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है, जैसे कि नरक चतुर्दशी, रूप चौदस, रूप चतुर्दशी तथा छोटी दिवाली। काली चौदस का उत्सव भगवान विष्णु के नरकासुर नामक राक्षस पर विजय पाने के उपलक्ष में मनाया जाता है।

काली चौदस 2014: मुहूर्त

  1. अभ्यंग स्नान का मुहूर्त: 22 अक्टूबर को प्रातः 04:48 से 06:29 तक 
  2. चतुर्दशी तिथि की अवधि होगी 22 अक्टूबर को मध्य रात्रि 01.22 बजे से 23 अक्टूबर को मध्य रात्रि 02.34 बजे तक। 
  3. राहुकाल शुरू हो रहा है दोपहर 12:06 बजे और खत्म हो रहा है 12:11 बजे। 
  4. अमृत काल शुरू होगा 20:08 बजे और खत्म होगा 21:52 बजे। 
अभ्यंग स्नान: काली चौदस के दिन अभ्यंग स्नान का अत्यंत ही महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन अभ्यंग स्नान करने से व्यक्ति मृत्यु उपरांत नरक में जाने से बच जाता है।

काली चौदस 2014 - पूजा और अन्य विधियाँ 


आज के दिन पूजा पर बैठने से पहले अभ्यंग स्नान करें। इसके लिए सुगन्धित इत्र अपने पुरे शरीर पर लगाएँ और फिर स्नान करें। उसके बाद निम्न विधि से पूजा करें:
  • माँ काली की प्रतिमा पूजा स्थान पर स्थापित करें।
  • माँ काली के सामने दीप प्रज्ज्वलित करें।
  • माँ काली को हल्दी, कुमकुम, कपूर, नारियल इत्यादि चढ़ाएँ।
  • अब माँ काली का ध्यान और पूजन करें। 
तो यह जानकारी थी काली चौदस के त्यौहार की बारे में। आशा करते हैं कि काली चौदस आपके लिए मंगलमय हो, आपके विचारों से हर प्रकार का अंधकार दूर हो और जीवन में प्रसन्नता का वास हो।

एस्ट्रोसेज आपको काली चौदस 2014 के पुण्य अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाएँ देता है।


आज का पर्व!


आज की सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स

आज मासिक शिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से आपको उनका अपार आशीर्वाद प्राप्त होगा।

कल, यानि अक्टूबर 23, 2014 को रोशनी तथा खुशियों का त्यौहार 'दीवाली' देश भर में मनाया जाएगा। दिवाली के बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारे साथ बने रहें। 

आपका दिन मंगलमय हो!

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धन तेरस 2014 - मुहूर्त एवं पूजा विधि

आज, यानि, 21 अक्टूबर, 2014 को धनतेरस है। आइए आज के दिन को माँ लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और स्वास्थ्य तथा आयु के देवता यम की पूजा करके मनाएँ । दिवाली उत्सव और त्यौहार का प्रारम्भ आज के दिन से हो जाता है। धन तेरस या दिवाली के पहले दिन के बारे और जानकारी के लिए यह लेख पढ़ें। 

वर्ष 2014 में धन तेरस आज, यानी, 21 अक्टूबर को मनाई जाएगी।


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धन तेरस 2014: पूजा मुहूर्त 


(नीचे दिया गया पंचांग नई दिल्ली के अनुसार है।)
  1. पूजा मुहूर्त: सायं काल 07:05 से 08:15 तक 
  2. सूर्योदय प्रातः 06:28 एवं सूर्यास्त सायं 17:41 पर 
  3. कार्तिक माह एवं कृष्ण पक्ष 
  4. तृतीया तिथि: 21 /22 अक्टूबर मध्य रात्रि 01:22 तक 
आज के दिन से अगले पाँच दिनों तक मनाए जाने वाले त्यौहार ‘दिवाली’ की औपचारिक शुरुआत हो जाती है। आज सभी लोग अपने स्वस्थ तथा सुखी एवं समृद्धशाली जीवन के लिए आराधना करते हैं। धनतेरस को धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। पूरे वर्ष में सिर्फ आज का दिन ही ऐसा है जब हम मृत्यु के देवता यम को प्रसन्न करने के लिए अपने घर के दक्षिणी दिशा में दीप प्रज्ज्वलित करते हैं। 

धनतेरस, जैसा कि नाम से ही परिलक्षित होता है, आज के दिन लोग धन वृद्धि के लिए पूजा करते हैं और सोने तथा चाँदी के गहने, बर्तन इत्यादि की ख़रीददारी करते हैं। आज लोग शुभता के प्रतीक भगवान गणेश, समृद्धि तथा वैभव की देवी लक्ष्मी तथा धन के देवता कुबेर की बहुमूल्य धातुओं से बनी मूर्तियाँ भी खरीदते हैं। 

कहा जाता है कि आज के दिन सोने-चांदी के सिक्के खरीदने से हमारे जीवन में भाग्य और सकारात्मकता की वृद्धि होती है। 

धनतेरस 2014: पूजा विधि 


धन तेरस के दिन यह कुछ विधियाँ संपन्न की जाती हैं:
  1. मिट्टी से बने हुए दीये आज के दिन के मुख्य आकर्षण होते हैं। साथ ही यह हमारे जीवन में खुशियों के प्रकाश का द्योतक भी है। 
  2. आज सूर्यास्त के बाद सबसे पहला दीया हम मृत्यु के देवता यम के लिए जलाते हैं, जिसे यम दीप कहा जाता है। इस दीये में चारों दिशाओं में चार बत्तियाँ जलानी चाहिए, साथ ही इसमें सरसों के तेल का प्रयोग किया जाना चाहिए और दीया घर के बाहर या छत पर दक्षिण दिशा में यम देवता को प्रणाम करते हुए जलाना चाहिए। 
  3. इसके उपरांत यम देवता को तांबे के बर्तन से शुद्ध जल अर्पित करें। 
  4. अब भगवान गणेश, लक्ष्मी तथा कुबेर की मूर्तियों को स्थापित करें और उनकी विधिवत पूजा करें। 
  5. देवी-देवताओं की पूजा में दीये में देशी घी या तिल के तेल का प्रयोग करें। 

धनतेरस 2014: पूजा मन्त्र 


यम दीप मन्त्र:

म्रत्युनाम पासहस्तेन कालेन भार्यापास त्रयो I
दास्याम दीप्दानाम सुर्यज त्रिछत्तामिवि II

कुबेर मन्त्र:

धनदाय नमस्तुभ्यम निधिपद्माधिवाय च I
भवन्तु त्वत्प्रसादान्मे धन धन्यदिसेम्पध II

लक्ष्मी मन्त्र:

महालक्ष्यमये च विधमहे , विष्णुपतन्ये च धीमहे तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात II


धनतेरस 2014: आज के दिन का महत्त्व 


आज का दिन धन्वन्तरि देवता के नाम पर पड़ा है, जो हमारे हिन्दू धर्म में औषधियों के देवता माने जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान जब देवताओं और असुरों के बीच मुकाबला हो रहा था तब क्षीर सागर से अमृत का कलश लिए हुए धन्वन्तरि प्रकट हुए थे। ऐसा माना जाता है कि आयुर्वेदा का प्रारम्भ तभी से हुआ और तभी से आज का दिन धन्वन्तरि देव को समर्पित है। 

आज का दिन यम दीप दान के नाम से भी प्रसिद्ध है। आज के दिन मृत्यु के देवता यम से सम्बंधित कुछ कथाएँ प्रचलित हैं। राजा हिम के पुत्र को श्राप था कि उसकी मृत्यु विवाह के चार दिन बाद साँप के काटने से हो जाएगी। विवाह के उपरांत जब इस बात की जानकारी उसकी पत्नी को हुई, तो चौथे दिन की रात्रि को उसने अपने घर में रौशनी करने के लिए दिए जलाये और पूरी रात अपने पति के प्राणों की रक्षा के लिए जगी रही। परिणामस्वरूप, सर्प रूपी यम वहाँ प्रवेश नहीं कर सके और राजा हिम के पुत्र के प्राणों की रक्षा हो सकी। यह मृत्यु रूपी अंधकार से जीवन रूपी प्रकाश का भी द्योतक है। 

हमें उम्मीद है कि धनतेरस से सम्बंधित सारी जानकारियाँ आपको प्राप्त हो गई होंगी। यदि आज आप पूरी श्रद्धा और भक्ति से अपने सुखी और समृद्ध जीवन के लिए प्रार्थना करेंगे तो यह ख़ुशियाँ आपको अवश्य प्राप्त होंगी। 

हम आपके मंगलमय धनतेरस की कामना करते हैं।


आज का पर्व!


आज की सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स

आज भोम प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से आपको उनका अपार आशीर्वाद प्राप्त होगा। 

आपका दिन मंगलमय हो!

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ज्योतिष क्विज़ 20 - अपने ज्योतिषीय ज्ञान को परखिये!

ज्योतिषीय क्विज़ 20 का सही जवाब देकर आप बन सकते हैं ज्योतिष के शहंशाह। नए एस्ट्रोलॉजी क्विज़ 20 में भाग लीजिये और अपनी ज्योतिषीय क्षमताओं को परखिये और हाँ, एस्ट्रोलॉजी क्विज 19 का जवाब देखना भी मत भूलियेगा 

AstroSage ki jyotishiya quiz mein bhaag lijiye aur parakhiye apne jyotish ke gyan ko.

एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी अपने अगले चरण की ओर अग्रसर है। आज एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 20 आपके समक्ष है। 


एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 20 का प्रश्न है: सितम्बर 2014 में जातक को एक बीमारी से पीड़ा हुई। कृपया कारण सहित बताएँ कि वह बीमारी शरीर के किस हिस्से में हुई?

उत्तर विकल्प:

(A)सिर
(B) हाथ
(C) पेट
(D) जंघा

सम्पूर्ण जानकारी आप यहां से प्राप्त कर सकते हैं: एस्ट्रोसेज क्विज़ 20 का प्रश्न

कृपया भाग लेने से पहले, 'हमारे नियम और शर्तों ' को अच्छी तरह से (प्रश्न के अंत में उल्लेख किया है) पढ़ लें। कारण सहित दिए गए सही उत्तर देने वाले व्यक्ति को विजेता के रूप में विचार किया जाएगा और उनमें से किसी एक को एस्ट्रोसेज के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।

सभी विजेताओं के नाम एस्ट्रोसेज हॉल ऑफ़ फ़ेम में पंजीकृत किये जाते हैं!

आइए अब हमारे पिछले प्रश्न के बारे में बात कर ली जाय। 

एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 19 का प्रश्न है: अगस्त 2013 में एक बीमारी के चलते जातिका दुनिया छोड़ गई। कृपया कारण सहित बताएं कि मृत्यु किस बीमारी के कारण हुई?

उत्तर विकल्प:

(A) यकृत की खराबी
(B) स्तन कैंसर
(C) मस्तिष्क ज्वर
(D) एड्स

सही उत्तर: (B) स्तन कैंसर

हालांकि हमें बहुत सारे सही उत्तर मिले, परन्तु हमें एक विजेता का नाम बताना होता है, जिन्होंने सटीक उत्तर दिया हो। इस बार के विजेता का नाम है "आचार्य वंदना सोनवणे"। बाकी सभी सही उत्तर देने वाले प्रतियोगियों के बारे में और सही उत्तर जानने के लिए नीचे दिए लिंक पर जाएँ: एस्ट्रोसेज ज्योतिष क्विज़ 19 का परिणाम

एस्ट्रोसेज अपने विजेताओं के नाम को विशेष रूप से दर्शाता है। इसके अलावा यदि आपकी प्रोफाइल हमारे "एस्ट्रोसेज ऑनलाइन एस्ट्रोलोजर डायरेक्टरी" में है तो उसे भी हम आपके नाम के साथ जोड़ देते हैं। "एस्ट्रोसेज ऑनलाइन एस्ट्रोलोजर डायरेक्टरी" अपने तरह की पहली डायरेक्टरी है जिससे किसी भी एस्ट्रोलोजर के बारे में कहीं से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यदि आप अपने को यहाँ रजिस्टर करते हैं तो लोंगो को आप से संपर्क करना बहुत आसान हो जायेगा।
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एस्ट्रोसेज.कॉम अब तमिल भाषा में भी!

हमें यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि भारत की नं. 1 ज्योतिषीय वेबसाइट एस्ट्रोसेज.कॉम (AstroSage.com) आपकी जन्म कुंडली से सम्बंधित सभी आवश्यकताओं को अब तमिल भाषा में भी पूरी करेगी।


AstroSage ab Tamil bhasha mein uplabdh hai; bilkul free.


हमारे उपभोक्ताओं में बहुत अधिक संख्या दक्षिण भारत के लोगों की है। विशेषतः तमिल भाषा-भाषी लोग बहुतायत में हैं, जिनकी बहुत लम्बे समय से लगातार मांग थी कि हिंदी और अंग्रेजी भाषा के अलावा हम तमिल भाषा में भी अपनी सभी ज्योतिषीय सेवाओं को प्रदान करें। आज हम इस मांग को पूरा करने में समर्थ हुए हैं। 

तमिल भाषा की हमारी इन ज्योतिषीय सेवाओं में वे सभी सुविधाएँ एवं विशेषतायें हैं जो हिंदी और अंग्रेजी भाषा में समाहित है, जैसे:

40 पेज से अधिक की निःशुल्क कुंडली

  • कुंडली मिलान या 10 पोरथम्
  • गोचर दशाफल
  • नक्षत्र दशाफल
  • मंगल दोष
  • काल सर्प
  • शनि साढ़े साती /ढैया इत्यादि । 
वैदिक ज्योतिष से सम्बंधित सभी विशेषताओं के साथ-साथ आप इसमें कृष्णमूर्ति पद्धति का प्रयोग एवं उसपर आधारित सभी प्रकार के चार्ट और रिपोर्ट देख सकते हैं। 

इसके अलावा भारत में पहली बार तमिल भाषा में लालकिताब से सम्बंधित भी सभी रिपोर्ट्स, दशाफल, उपाय इत्यादि भी हम आपके लिए लेकर आये हैं। हमें उम्मीद है की हमारे तमिल भाषाई ज्योतिषियों एवं जन-सामान्य के लिए यह अत्यंत ही उपयोगी होगा। कृपया इसे प्रयोग करने के लिए क्लिक करें -


तमिल भाषा में हमारी पूरी तरह से निःशुल्क वेबसाइट आपको कैसी लगी इस पर हमें आपके सुझाव एवं शुभकामनाओं की अपेक्षा रहेगी।



आज का पर्व!



सोमवार के दिन के साथ यह शुभ सप्ताह आरम्भ हो रहा है। इस सप्ताह के हर दिन को ख़ास बनाने के लिए पढ़िए अपना राशिफल।
यह सप्ताह त्योहारों का उपहार लेकर आया है। दिवाली के उपहार, मिष्ठान, खरीददारी, पटाखे; हिन्दुओं के लिए दिवाली से बड़ा और बढ़िया त्यौहार कोई नहीं है। इस बार दिवाली का त्योहार सूर्य ग्रहण के साथ आ रहा है। जानिए क्या रंग लाएगी सूर्य ग्रहण एवं दिवाली के शुभ पर्व की युति इस लेख के ज़रिए - दिवाली पर पड़ रहा है सूर्य ग्रहण

हम आपको इसी तरह आने वाले त्योहारों की सूचना तो देते ही रहेंगे, पर यदि आपके मन में कभी भी कोई नया विचार आए, तो नीचे कमेंट करना न भूलें।

आपका दिन शुभ रहे!

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साप्ताहिक प्रेम सम्बन्ध राशिफल (अक्टूबर 20 - अक्टूबर 26)

क्या आप अपने आगामी सप्ताह में एक लुभावना प्रेम जीवन बिताने वाले हैं? क्या कहते हैं भाग्य के सितारे इस सप्ताह आपके प्यार के लिए? पं. हनुमान मिश्रा द्वारा जानिए कितना शुभ है यह सप्ताह आपके और आपके प्रेम पात्र के लिए… 

जानिए अपना साप्ताहिक प्रेम राशिफल इस सप्ताह हमारे साथ।


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मेष
सामान्य तौर पर यह सप्ताह दिली मामलों में अनुकूल रहने वाला है। विशेषकर सप्ताह की शुरुआत संबंधों के लिए काफी अच्छी रहने वाली है। सप्ताह के मध्य में आपस में कोई विवाद स्थिति निर्मित न करें हालांकि सप्ताहांत आपकी लव लाइफ के लिए काफी बेहतर रहने वाला है। 

भाग्यस्टार: 4.5/5

वृषभ
सप्ताह की शुरुआत में आप प्रेम को लेकर उत्साहित रहेंगे। इस समय घरेलू समस्याओं को प्रेम के बीच में लाने से बचें। सप्ताह के मध्य में आपका अपने लव पार्टनर को खुश रखने का प्रयास कामयाब रहेगा। वहीं सप्ताहांत में किसी बात से मन निराश रह सकता है, लेकिन यदि आप निराशा से बच पाए तो सब कुछ ठीक रहेगा। 

भाग्यस्टार: 4/5

मिथुन
सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। सप्ताह के शुरुआती दिनों में मनोरंजन को वरीयता देना ठीक रहेगा। इससे प्रेम में प्रगाढ़ता आएगी। सप्ताह के मध्य में यदि मन अप्रसन्न हो तो किसी मित्र की समझाइस फायदेमंद रहेगी। यदि मिलें तो शालीनता के साथ मिलें। सप्ताहांत बेहतर रहेगा।

भाग्यस्टार: 3.5/5

कर्क
सप्ताह प्रेम प्रसंग के लिए अधिक अनुकूल नहीं रहेगा, अत: आपकी कोशिश यही होनी चाहिए की संबंधों को बिगड़ने न दें। सप्ताह की शुरुआत में आपको मीठी वाणी बोलनी है। सप्ताह के मध्य में यदि संभव हो तो साथ में घूमें या फिल्म देखें। जबकि सप्ताहांत में पारिवारिक परेशानी को प्यार के बीच न लाएँ।

भाग्यस्टार: 3/5

सिंह
सप्ताह की शुरुआत में आप भावुक तो रहेंगे ही साथ में रोमांटिक भी बने रहेंगे। जबकि सप्ताह का मध्य भाग भी ठीक ठाक रहेगा, लेकिन इस समय आर्थिक या पारिवारिक परेशानी के चलते आप प्रेम पात्र को समय नहीं दे पाएंगे। जबकि सप्ताहांत में कहीं घूमने या फिल्म देखने जाना ठीक रहेगा।

भाग्यस्टार: 3.5/5

कन्या
शायद यह सप्ताह प्रेम प्रसंग के लिए अधिक अनुकूल नहीं हैं। किसी कारणवश आप एक दूसरे को समय नहीं दे पाएंगे। हालांकि सप्ताह का मध्य बेहतर रहेगा, लेकिन फिर भी प्यार में वह ताज़गी नहीं रहेगी जैसी आप चाह रहे हैं। वहीं सप्ताह के अंत में भी प्रेम में कोई बाधा आ सकती है।

भाग्यस्टार: 2.5/5

तुला
सामान्य तौर पर यह सप्ताह आपको दिली सुकून देने वाला रहेगा। सप्ताह की शुरुआत में आपके प्रेम प्रसंग को नए पंख लगे रहेंगे। केवल सप्ताह के मध्य में दूर रहने का एहसास आपको तकलीफ़ दे सकता है, जबकि सप्ताहांत में आपकी भावनाओं की तुष्टि होती रहेगी। आपको मन मुताबिक प्यार मिलता रहेगा। 

भाग्यस्टार: 3/5

वृश्चिक
सप्ताह की शुरुआत में काम की अधिकता रह सकती है, हालांकि यदि आपको किसी सहकर्मी से प्रेम है तो सब अच्छा रहने वाला है। सप्ताह का मध्य भाग तो हर लिहाज़ से प्रेम के लिए अनुकूल रहेगा। सप्ताह के मध्य में प्रेम प्रसंग के लिए पूरी तरह से अनुकूलता देखने को मिलेगी वहीं सप्ताह के अंत में संयम की ज़रूरत है।

भाग्यस्टार: 3.5/5

धनु
सामान्य तौर पर इस हप्ते प्रेम प्रसंग में अनुकूल परिणाम देखने को मिलेंगे। शुरुआती दिनों में कहीं घूमने जा सकते हैं। अगर सप्ताह मध्य में आप अपने पार्टनर को पूरा समय नहीं दे पा रहे हैं तो फोन आदि के माध्यम से जुड़े रहें। सप्ताह के अंत में फिर से लाइफ़ इंज्वॉय करने के मौके मिलेंगे।

भाग्यस्टार: 3/5

मकर
सप्ताह की शुरुआत प्रेम संबंध के लिए अनुकूल नहीं हैं, अतः पार्टनर आपको पूरा समय न दे पाए तो बेवजह उस पर नाराज़ न हों।सप्ताह के मध्य में साथ में घूमने फिरने के मौके मिलेंगे, अतः टेंशन फ्री हो के लाइफ इंज्वॉय करें क्योंकि सप्ताह के अंत में व्यस्तता के कारण प्यार के लिए समय कम मिलेगा।

भाग्यस्टार: 2.5/5

कुम्भ
प्रेम के लिए सप्ताह मिला जुला रहने वाला है। बेहतर होगा सप्ताह की शुरुआत को खूब इंज्वॉय करें। एक दूसरे को पूरा-पूरा समय दें। क्योंकि सप्ताह के मध्य में एक दूसरे को कम समय दे पाएंगे। सप्ताह के मध्य में वैसे भी संयमित जीवन जीने की ज़रूरत रहेगी। हालांकि सप्ताह के अंत में फिर से इंज्वॉय करने का मौक़ा मिलेगा।

भाग्यस्टार: 3.5/5

मीन
सप्ताह प्रेम प्रसंग के लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। वैसे शुरुआती दिन अच्छे हैं लेकिन किसी बात को लेकर बहस करने से बचना होगा। हालांकि सप्ताह के मध्य में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी आप अपनी लव लाइफ को इंज्वॉय करेंगे लेकिन सप्ताह के अंतिम दिनों कुछ परेशानियाँ रह सकती हैं।

भाग्यस्टार: 2.5/5



आज का पर्व!



आज की सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: सेंसेक्स निफ़्टी प्रिडिक्शन्स

आज गोवत्सा द्वादशी है। इस दिन गाय और उसके बछड़े को पूजा जाता है। गोवत्स द्वसही को नंदिनी द्वादशी भी कहा जाता है।


आपका दिन मंगलमय हो! 

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