साप्ताहिक राशिफल (30 सितम्बर - 6 अक्टूबर 2019)

नवरात्रि के दूसरे दिन हुआ नए हफ्ते का आगाज। जानें किन राशि वाले जातकों को मिलेगा इस सप्ताह मां दुर्गा का आशीर्वाद।


एस्ट्रोसेज आप सभी का स्वागत करता है सितम्बर के अंतिम दिन से शुरू होकर अक्टूबर के पहले सप्ताह के लिए साप्ताहिक भविष्यवाणी के साथ ! हमने 30 सितंबर से शुरू होने और 6 अक्टूबर को समाप्त होने वाले सप्ताह के लिए भविष्यवाणी दी है। ग्रहों की स्थिति का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने के बाद हमारे ज्योतिष विशेषज्ञों ने ये राशिफल दिया है, जो आपके जीवन की आगामी घटनाओं को निर्धारित करने और योजना बनाने में मदद कर सकता है। यह साप्ताहिक राशिफल हमारे विद्वान ज्योतिषियों की कड़ी मेहनत का नतीजा है जिससे कि आपको आने वाले सप्ताह के दौरान अपने जीवन के सभी आयामों के बारे में जानने की सुविधा प्राप्त हो सके और आप अपने आगामी प्लान आसानी और सुगमता के साथ बना सके ताकि आप हर क्षेत्र में सबसे आगे रहे और जीवन में उन्नति प्राप्त करें। इस साप्ताहिक राशिफल में आपके स्वास्थ्य से लेकर आपके करियर, नौकरी, व्यवसाय की जानकारी दी गई है और दूसरी ओर आपके पारिवारिक जीवन, दांपत्य जीवन और लव लाइफ पर भी प्रकाश डाला गया है। पढ़ाई में आप कैसा प्रदर्शन कर पाएंगे अथवा आपके भाई बहनों अथवा मित्रों का व्यवहार आपके प्रति कैसा रहेगा, इन कभी बातों को जानने के लिए यह साप्ताहिक राशिफल महत्वपूर्ण है। क्या आप इस सप्ताह किसी यात्रा पर जाने वाले हैं या फिर क्या आपको कोई नौकरी मिलने के योग हैं, इन सभी बातों पर दृष्टि डालेगा डालेगा हमारा साप्ताहिक राशिफल 30 सितंबर से 6 अक्टूबर 2019, तो देर किस बात की है, आइए जानते हैं इस सप्ताह क्या होने वाला है। 


इस हफ्ते किन राशि वालों को रहना होगा सावधान


यदि सप्ताह के दौरान ग्रह स्थिति पर नजर डाली जाए तो यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि सप्ताह विशेष रूप से मेष राशि, मिथुन राशि, सिंह राशि और कुंभ राशि के जातकों को अनेक लाभ मिलेंगे और उनके कामों में सफलताएँ प्राप्त होगी। इसके विपरीत वृषभ राशि, कन्या राशि और धनु राशि के लोगों को विशेष रूप से सतर्क और सावधान रहना होगा क्योंकि उस दौरान उनके कामों में बाधाएं आने की संभावना रहेगी और स्वास्थ्य भी कमजोर हो सकता है। शेष सभी राशियों के लिए यह सप्ताह सामान्य फलदायक साबित होने की संभावना दिखाई दे रही है। 

आज नवरात्रि के दूसरे दिन करें मॉं ब्रह्मचारिणी की उपासना


2019 में 30 सितंबर, सोमवार को नवरात्रि का दूसरा व्रत रखा जाएगा। नवरात्रि के दूसरे दिन मॉं ब्रह्मचारिणी की पूजा-आराधना किये जाने का विधान है। हिन्दू धर्म में मां दुर्गा के इस स्वरूप को माता पार्वती का ही अविवाहित रूप माना जाता है। जिस कारण ही उनका ये नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा। माना जाता है कि मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी रूप की पूजा करने से जातक को जीवन में सिद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। साथ ही जो भी व्यक्ति सच्चे श्रद्धा-भाव से इनकी पूजा व उपासना करता है, मां के आशीर्वाद से उनके अंदर तप, त्याग, संयम और सदाचार जैसे गुणों की वृद्धि और बुराइयों का अंत होता है….यहाँ क्लिक कर पढ़ें मां ब्रह्मचारिणी की महिमा और उपासना का महत्व और उनकी पूजा विधि।

इस सप्ताह का हिन्दू पंचांग एवं ज्योतिषीय तथ्य


हिन्दू पंचांग की गणना के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से होगी और सप्ताह का अंत शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के साथ होगा। वहीं इस सप्ताह में चंद्र देव तुला राशि में स्थित होंगे और सप्ताह जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा चंद्र देव की गोचर में तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि और फिर धनु राशि में गोचर करेंगे। 

अगर इस सप्ताह के व्रत और त्यौहार की बात की जाए तो 4 अक्टूबर को कल्परम्भ होगा। इसके अगले दिन 5 अक्टूबर को नवपत्रिका पूजा होगी। इस सप्ताह के अंतिम दिन यानी कि 6 अक्टूबर को दुर्गा महा अष्टमी पूजा और दुर्गा महानवमी पूजा की जाएगी। 

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की कृपा पाने का अचूक उपाय - यहाँ क्लिक कर पढ़ें

शेयर बाज़ार में इस सप्ताह


इस सप्ताह कपास, चाँदी, सफ़ेद रंग की वस्तुएँ, पारा, दूध एवं दूध से बने पदार्थ, मछली, फल, फूल, रसदार पदार्थ, सोडा वाटर, शीशा, बर्फ और चावल आदि के दामों में मंदी और तेजी देखने को मिलेगी लेकिन सप्ताह के अंत तक इनकी कीमतों में वृद्धि देखी जाएगी। शेयर मार्केट में इस सप्ताह धातु, तांबा, डायग्नोस्टिक सेंटर,ऑटोमोबाइल, आरयन एवं स्टील, फार्मास्यूटिकल, रेडियम, परमाणु ऊर्जा, शस्त्र, तंबाकू, यूरेनियम, चिकित्सा उपकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ केयर, सीमेंट और जिप्सम आदि के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। इसके इतर इन्वेस्टमेंट, चाँदी, तांबा, खिलौने, बैंकिंग, इंश्योरेंस, सुगंधित पदार्थ, सौंदर्य प्रसाधन, हीरा, कृषि, मनोरंजन और टूरिज़्म के शेयर मंदी का शिकार हो सकते हैं। शेयर बाजार जोखिम भरा है, इसलिए हम सलाह देते हैं कि पूर्ण रूप से सोच-विचार कर ही इसमें निवेश करें। संभव हो तो किसी विषय विशेषज्ञ की भी सलाह ले लें। 


जन्मदिन विशेष 


इस सप्ताह चर्चित हस्तिओं में मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख का जन्मदिन 2 अक्टूबर को होगा। इसके अगले दिन 3 अक्टूबर को बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता और बॉर्डर तथा एलओसी जैसी फिल्में बनाने वाले जेपी दत्ता अपना जन्मदिन मनाएंगे और इसके बाद 4 अक्टूबर को सोहा अली खान और रुपहले पर्दे की जानी-मानी अदाकारा श्वेता तिवारी का जन्मदिन होगा। हमारी ओर से इन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ। हम आशा करते हैं कि आप अपने जीवन में यूं ही तरक्की करते रहें। इन सभी के जन्मदिन के अतिरिक्त इसी सप्ताह के दौरान हमारे देश की महान विभूतियों में हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्म तिथि भी 2 अक्टूबर के दिन मनाई जाएगी जिस दिन पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेगा। आइये चलिए अब जानते हैं इस सप्ताह का राशिफल:-

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपकी कुंडली के सप्तम भाव में गोचर करेगा। इसके प्रभाव से आपका वैवाहिक जीवन सुखी होगा। आप अपने जीवनसाथी के साथ किसी ट्रिप पर जाने का प्लान करेंगे। साथ ही उनके साथ आप कीमती समय भी व्यतीत करेंगे। वहीं व्यापार से जुड़े...आगे पढ़ें


प्रेम जीवन :- यह सप्ताह प्रेम जीवन के लिए बेहद रोमांटिक यादगार साबित हो सकता है। विवाहित जातकों के रिश्ते में प्रेम और रोमांस का भाव बढ़ेगा। आप अपने पार्टनर...आगे पढ़ें

वृषभ


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके छठे भाव में गोचर करेगा, जिसके कारण आपकी किसी महिला के साथ बहस हो सकती है। हालाँकि ऐसी स्थिति से बचने का प्रयास करें और विनम्रता का परिचय दें। इस अवधि में आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं। इसलिए सोच...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- आपके प्रेम जीवन के लिए यह सप्ताह सामान्य रहेगा। लव पार्टनर के साथ छोटे-मोटे झगड़े हो सकते हैं। लेकिन आप दोनों के बीच का...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह चंद्रमा आपके पांचवें, छठे, सातवें और आठवें भावों में प्रवेश करेगा, जबकि शुक्र आपके पांचवें भाव में गोचर करेगा। सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके पंचम भाव में रहेगा। इस दौरान आपका प्रेम जीवन मधुर रहेगा। ये समय संतान के लिए भी बढ़िया...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम प्रसंगों के लिए सप्ताह अत्यधिक अनुकूल रहेगा। आप अपने लव पार्टनर के साथ लॉन्ग ड्राइव पर जा सकते हैं या एक साथ डेट प्लान कर सकते हैं। प्रियतम के प्रति...आगे पढ़ें

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कर्क


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपकी कुंडली के चौथे भाव में गोचर करेगा। इस समय आप घरेलू ज़रुरतों पर खर्च करेंगे। आप वाहन ख़रीदने की योजना भी बना सकेत हैं। अपनी माँ के प्रति आपका प्यार बढ़ेगा। इस अवधि के दौरान, आप एक ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधों के लिए यह सप्ताह अच्छा रहेगा। कर्क राशि वाले अपने-अपने जीवनसाथी के प्रति समर्पित रहेंगे और उन्हें खुश और संतुष्ट रखने ...आगे पढ़ें

सिंह


सप्ताह की शुरुआत में, चंद्रमा आपकी राशि के तीसरे भाव में होगा। परिणामस्वरूप, भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते बेहतर बनेंगे। आप अपने दिल की बात उनके साथ साझा करेंगे। इसके अलावा, आप ज़रुरत पड़ने पर उनकी मदद भी कर सकते हैं। आपका संचार...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यह सप्ताह प्रेम संबंधित मामलों के लिए अच्छा नहीं है। प्रियतम के साथ किसी बात को लेकर मनमुटाव होने की संभावना है। यदि दोनों के...आगे पढ़ें

कन्या


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके दूसरे भाव में होगा। इसके प्रभाव से, आपके परिवार में किसी धार्मिक समारोह या कार्यक्रम के आयोजित होने की संभावना है। कई रिश्तेदार से भी भेंटे हो सकती है। इस समय आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। आमदनी...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधों के लिए यह सप्ताह मिलाजुला रह सकता है। आपके निजी मामलों के कारण आपका प्रेम जीवन प्रभावित हो सकता है। जो आप दोनों...आगे पढ़ें


तुला


प्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके पहले भाव में गोचर करेगा। वहीं इस हफ्ते शुक्र भी आपके लग्न भाव में उपस्थित होगा। इस सप्ताह आप एक सुखद वैवाहिक जीवन का आनंद लेंगे। आपके जीवन में धन समृद्धि का आगमन होगा। साथ ही...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आपकी लव लाइफ रोमांटिक रहने वाली है, क्योंकि चंद्रमा और शुक्र का गोचर आपकी राशि में हो रहा है जो आपके प्रेम पक्ष...आगे पढ़ें

वृश्चिक


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेगा। इस अवधि में आप किसी काम के सिलसिले या व्यक्तिगत कारण से विदेश जाने की योजना बना सकते हैं। इस अवधि में आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। पैसों को संभाल कर...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आपका प्रेम जीवन अति आनंददायी हो सकता है। आप दोनों अपने दिल के जज्बातों को साझा करेंगे और एक दूसरे की भावनाओं कोर...आगे पढ़ें

धनु


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके ग्यारहवें भाव में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से आप अपने प्रिय के साथ मधुर क्षणों का आनंद लेंगे और एक दूसरे के साथ यादगार क्षणों को साझा करेंगे। इस अवधि में आप अपने से विपरीत लिंग के लोगों के साथ घूमेंगे। छात्र इस अवधि में...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह अापको अपने प्रेम जीवन में मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान प्रियतम के साथ नज़दीकियाँ बढ़ सकती हैं। इस सप्ताह आप अपने...आगे पढ़ें

मकर


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके दसवें घर में प्रवेश करेगा। इसके कारण आपको विविध क्षेत्रों में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। कार्यस्थल पर आपके प्रदर्शन की प्रशंसा होगी। वरिष्ठ अधिकारी और सहकर्मी आपके काम की तारीफ़ करेंगे। आपका निजी जीवन खुशहाल रहेगा और आपरो आराम करने का भी पर्याप्त अवसर मिलेगा। वहीं एकादश भाव...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आपका प्रेम जीवन अनुकूल रहेगा और आपका प्रिय आपके प्रति समर्पित रहेगा। आप दोनों अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करेंगे...आगे पढ़ें

कुंभ


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा के नवम भाव में होने से आपको लंबी दूरी की यात्रा करना पड़ सकता है। ये समय उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे जातकों के लिए बेहतर होगा। इसके बाद चंद्रमा आपके दशम भाव में जाएगा। इस दौरान आपको कार्य क्षेत्र में...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आपका प्रेम जीवन आनंदमय बना रहेगा। आप अपने प्रेमी के साथ रोमांटिक यात्रा पर जा सकते हैं और उस यात्रा का अधिकतम...आगे पढ़ें

मीन


इस सप्ताह जहाँ चंद्रमा का गोचर आपके आठवें, नौवें, दसवें और ग्यारहवें भाव में होगा तो शुक्र आपके अष्टम भाव प्रवेश करेगा। सप्ताह की शुरुआत में, अष्टम भाव का चंद्रमा आपके लिए सकारात्मक परिणामकारी रहेगा। इस समय आपको धन लाभ प्राप्त होने की संभावना है। परिणामस्वरूप, आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। इसके अलावा, आप गुप्त तरीके ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधी मामलों के लिए यह सप्ताह अद्बुत रहने वाला है। इस सप्ताह आपको अपने प्रियतम के साथ रोमांस करने का भरपूर मौक़ा मिल...आगे पढ़ें

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बुध करेगा तुला राशि में गोचर आज, जानिए क्या आएँगे आपके जीवन में बदलाव

29 सितंबर 2019 को बुध करेगा तुला राशि में गोचर! जानें आपकी राशि पर क्या होगा इसका प्रभाव। इसके अतिरिक्त पढ़ें 29 सितम्बर 2019 को बुध के तुला राशि में गोचर करने के कारण मिलने वाले सभी परिणामों की पूरी जानकारी, हमारे संपूर्ण राशिफल द्वारा!


बुध ग्रह की विशेषता यही है कि यह व्यक्ति में व्यवहारिकता का गुण देता है। यह जहाँ एक ओर आपको कानून का महारथी बना सकता है, तो दूसरी और गणितज्ञ की ख्याति से नवाज सकता है। यदि आपका बुध अनुकूल है तो आप व्यवहार कुशल भी होंगे और हाज़िर जवाब भी। आप हँसी मज़ाक पसंद भी करेंगे और खुद हँसी मज़ाक करेंगे भी। आप व्यापार के क्षेत्र में उत्तरोत्तर वृद्धि करेंगे और बुद्धि संबंधित कामों में आपकी योग्यता देखते ही बनेगी। आपकी तर्क क्षमता का कोई तोड़ नहीं होगा और हर व्यक्ति आपकी प्रशंसा करता हुआ नजर आएगा। आपकी त्वचा कोमल रहेगी क्योंकि बुध ग्रह त्वचा का कारक ग्रह है। बुध ग्रह का उत्तर दिशा पर अधिकार होता है और बुध के तीन नक्षत्र अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती गंड मूल कहलाते हैं। मीन राशि नीच राशि तथा कन्या राशि बुध की उच्च राशि कहलाती है। 


बुध ग्रह का प्रभाव


बुध ग्रह से प्रभावित जातक व्यवहारिक होते हैं, लेकिन जीवन में आने वाली अनिश्चितता और चिंताएँ इन पर गहरा प्रभाव डालती हैं। कई बार इनके अंदर भावुकता की कमी देखने को मिलती है और ये अत्यधिक व्यावहारिक होने के कारण अपने रिश्तो में समस्याओं का सामना करते हैं। लेकिन यही बुध कई बार इनके लिए संदेशवाहक बनकर जीवन में प्यार बढ़ाने का काम भी करता है, क्योंकि इन्हें मीठी मीठी बातें करके अपने प्रिय लोगों को मनाना भी अच्छे से आता है। बुध ग्रह की महादशा 17 वर्ष की होती है। इसकी दशा के दौरान ॐ बुं बुधाय नम: मंत्र का यथाशक्ति जप करना चाहिए जिससे बुध की महादशा के अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकें । 

बुध ग्रह से प्रभावित जातक कोरियर कंपनी, वकील, संदेशवाहक, न्यूज़ रिपोर्टर, गणितज्ञ, ज्योतिषी, लेखक, बड़े व्यापारी, कलाकार, टेलीफ़ोन, मीडिया, चार्टर्ड एकाउंटेंट, जैसी कंपनियों और उनमें सम्मानित पदों पर सुशोभित हो सकते हैं। यह बुध की ही कृपा है जो आपको इन सभी कार्यों में सिद्धहस्त बनाता है। किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मजबूत बुध ग्रह उसे विद्वान बनाता है और विद्वानों की सभा में आदर भी दिलाता है। इसके विपरीत यदि बुध कुंडली में कमजोर अवस्था में है, तो व्यक्ति को कम्युनिकेशन से संबंधित समस्या हो सकती है और व्यक्ति को कोई भी बात समझने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे व्यक्ति में सुस्ती अधिक होती है और उसकी स्मरण शक्ति कमजोर होती है। बुध ग्रह का हरे रंग पर अधिकार होता है इसलिए हरे रंग के वस्त्र पहनने से बुध अनुकूल परिणाम दे सकता है। 

हाथ, त्वचा, कान, तंत्रिका तंत्र और फेफड़े शरीर के वे हिस्से हैं, जो बुध के अधीन हैं और बुध के पीड़ित होने पर इनसे संबंधित रोग व्यक्ति को जीवन भर परेशान कर सकते हैं। इसलिए कुंडली में बुध का मजबूत होना अति आवश्यक है। यदि आपका बुध कमजोर है और आप उसे मजबूत बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। चार मुखी रुद्राक्ष भी बुध को मजबूत बनाने के लिए धारण किया जा सकता है। प्रतिदिन गौमाता को हरा चारा खिलाना भी बुध को मजबूत करने का पक्का उपाय है। इसके अतिरिक्त बुध यंत्र की स्थापना करना भी एक कारगर उपाय है। 


बुध के गोचरकाल का समय


नव ग्रहों में राजकुमार और तर्क, बुद्धिमत्ता, भाषण और वाणी का कारक बुध ग्रह रविवार के दिन 29 सितम्बर 2019 को दोपहर 12:41 बजे तुला राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में बुध का गोचर बुधवार 23 अक्टूबर 2019 की रात्रि 22:47 बजे तक विद्यमान रहेगा। आइये अब यह जानते हैं कि बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है: 

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की कृपा पाने का अचूक उपाय - यहाँ क्लिक कर पढ़ें

छात्रों पर बुध के गोचर का असर 


बुध का गोचर विशेष रूप से छात्रों को प्रभावित करता है क्योंकि बुद्धि से संबंध रखने के कारण यह है छात्रों के लिए यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रह है। बुध ग्रह का तुला राशि में जाना वैसे तो अनुकूल ही है लेकिन छात्रों को इस दौरान अपनी एकाग्रता में कमी का सामना करना पड़ेगा और उन्हें अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। तुला राशि में आकर बुध पढ़ाई से मन विमुख करने की क्षमता रखता है और ऐसा व्यक्ति विभिन्न प्रकार के मनोरंजन के साधनों में अधिक मन लगाता है और बाहरी दुनिया के प्रति अधिक आसक्त हो सकता है। ऐसी स्थिति में शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए आपको इस दौरान सतर्कता बरतनी चाहिए। 


बुध के गोचर का देश पर कैसा होगा असर?


स्वतंत्र भारत की राशि कर्क के अनुसार बुध ग्रह का गोचर चतुर्थ भाव में हो रहा है, जिसकी वजह से देश में विपक्ष को कोई मुद्दा मिल सकता है, जिस पर वह सरकार के विरुद्ध बात करने का प्रयास करेगा। ऐसी स्थिति में सरकार के खिलाफ नई रणनीति अपनाने का प्रयास भी किया जाएगा, हालांकि देश का गृह मंत्रालय आंतरिक स्थितियों पर ध्यान देते हुए कोई नई योजना बना सकता है। इस दौरान देश को आंतरिक सुरक्षा के मामले में कुछ नई बातें देखने को मिल सकती हैं। 

आइए अब जानते हैं बुध के तुला राशि में गोचर कर जाने पर विभिन्न राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव-

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


बुध का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। इस भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है। जो जीवन में होने वाली साझेदारियों का कारक है। बुध का यह गोचर आपके लिए ज्यादा अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस गोचर काल में आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ समस्याएं हो सकती हैं। त्वचा संबंधी कोई भी परेशानी हो तो तुरंत अच्छे डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाए। इस दौरान नौकरी पेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में अपनी सामर्थ्य से ज्यादा काम करना….आगे पढ़ें


वृषभ


बुध देव का संचरण आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा। वृषभ राशि वालों के लिए बुध की यह स्थिति शुभ संकेत दे रही है। खासकर इस राशि के छात्रों को इस दौरान अच्छे फल मिलेंगे। आपकी वाणी में इस समय प्रखरता देखी जा सकती है और अपने तर्कों से आप लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिताओं में आपको इस दौरान सफलता मिलेगी। इस राशि के लोगों के मन में इस समय साहित्य के प्रति रुचि जागेगी और आप उपन्यास, पत्रिकाओं….आगे पढ़ें

मिथुन


बुध देव का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में हो रहा है। इस भाव को संतान भाव भी कहा जाता है और इस भाव से हम आपके संतान पक्ष के साथ-साथ आपकी विद्या और ज्ञान पर भी विचार करते हैं। यह गोचर आपके पारिवारिक जीवन में ख़ुशियाँ लेकर आएगा, आप अपने घर के छोटे सदस्यों के साथ अच्छा समय बिता पाने में सक्षम होंगे। आप घर के सदस्यों के साथ कहीं पिकनिक पर जाने का प्लान भी बना सकते हैं। घर के लोगों के बीच सद्भाव….आगे पढ़ें

कर्क


बुध देव का यह गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा। इस गोचर के चलते आपके पारिवारिक जीवन में शांति बनी रहेगी। घर के लोगों के बीच प्रेम और स्नेह बढ़ेगा। अगर आप घरवालों से दूर रहते हैं तो इस समय घर के लोगों से फोन पर घंटों बातें कर सकते हैं। माता के स्वास्थ्य में भी इस समय सुधार आएगा और उनके साथ आपका रिश्ता भी मजबूत होगा। आर्थिक पक्ष को लेकर आपकी जो ….आगे पढ़ें

सिंह


बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होगा इस भाव को पराक्रम भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध देव के गोचर के चलते आपकी संवाद शैली में निखार आएगा और आप अपनी बातों को स्पष्टता के साथ लोगों के सामने रख पाएंगे। पारिवारिक जीवन सामान्य रहने की उम्मीद है। इस अवधि में आपको अपने भाई-बहनों से संबंध मजबूत करने की जरुरत है, अगर किसी बात को लेकर आपके मन में उनके प्रति खटास है तो आप घर के किसी सदस्य की….आगे पढ़ें

कन्या


बुद्धि दाता ग्रह बुध का गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान वृषभ राशि का होता है और इससे हम धन, वाणी, संपत्ति आदि के बारे में विचार करते हैं। द्वितीय भाव में बुध के गोचर के चलते आपको जीवन के कई क्षेत्रों में अच्छे फल मिलने की उम्मीद है। पारिवारिक जीवन में इस दौरान आपको सुखद फलों की प्राप्ति होगी आप अपनी बातों से परिवार के लोगों का मन मोह लेंगे। इस दौरान घर पर अच्छे….आगे पढ़ें

तुला


बुध की स्थिति आपको जीवन के कुछ पक्षों में फायदा पहुंचाएगी वहीं कुछ पक्षों में आपको हानि भी हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर आपको इस समय सचेत रहना पड़ेगा। अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त करने के लिए व्यायाम और योग का सहारा लेना आपके लिए सही रहेगा। हालांकि भाग्य का….आगे पढ़ें

वृश्चिक


बुध का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव मीन राशि का होता है और इस भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध के गोचर के दौरान आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। अत: इस दौरान यदि आप अच्छा बजट प्लान बनाकर आगे बढ़े तो अनावश्यक ख़र्चों पर आप लगाम लगाने में कामयाब हो सकते हैं। इस राशि के जो जातक लंबे समय से विदेश यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे थे या विदेश जाकर….आगे पढ़ें

धनु


बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होने जा रहा है। यह भाव लाभ भाव भी कहलाता है। इस गोचर के दौरान आपको आर्थिक लाभ होने की पूरी संभावना है। अगर आपने किसी को धन उधार दिया था तो इस अवधि में वो भी वापस आ सकता है, जिससे आपकी कई आर्थिक परेशानियां दूर हो सकती हैं। आपके द्वारा बनाई गई….आगे पढ़ें

मकर


इस गोचर के दौरान आप पहले से ज्यादा सक्रिय नज़र आ सकते हैं। इस समयावधि में नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को कार्यक्षेत्र में अच्छे फल मिलेंगे, बीते समय में आपके द्वारा किये गये कामों को इस दौरान सराहा जा सकता है। कुछ जातकों की आमदनी में वृद्धि हो सकती है। दूसरी ओर इस राशि के कारोबारियों को भी व्यापार के क्षेत्र में अच्छा लाभ होगा। इस वक्त में आपके विरोधी आपके सामने टिक नहीं पाएंगे, अपने तर्कों….आगे पढ़ें

कुंभ


नवम भाव में बुध का गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता। इस गोचर के दौरान आपको जीवन के कई क्षेत्रों में संघर्ष करना पड़ सकता है। अगर आप किसी भी क्षेत्र में सफलता पाना चाहते हैं तो आपको अपनी मेहनत दोगुनी करनी पड़ेगी। आर्थिक पक्ष की बात करें तो इस समय धन लाभ भी हो सकता है और कुछ अनचाहे खर्चे भी हो सकते हैं। इस राशि के जो लोग यात्राओं पर जाएंगे उन्हें यात्रा के दौरान….आगे पढ़ें

मीन 


वाणी और बुद्धि के कारक ग्रह बुध का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में होगा। इस भाव को आयु भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध के गोचर से आपको अच्छे फल मिलेंगे। आर्थिक पक्ष में सुधार आएगा, कर्जों को चुकाने में सफल होंगे और भविष्य के लिए बचत कर पाने में भी कामयाब होंगे। नौकरी पेशा लोग इस समय अपनी सूझबूझ से कार्यक्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाएँगे। वहीं जो लोग नौकरी की तलाश में लगे हैं उन्हें नौकरी….आगे पढ़ें

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शरद नवरात्रि 2019 आज से प्रारंभ

जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और पढ़ें नवरात्रि में प्रथम दिन का महत्व और मां शैलपुत्री की के पूजन की विधि। 


नवरात्रि का त्यौहार देवी आदि शक्ति मां दुर्गा की उपासना और आराधना का महाउत्सव होता है। जिसमें नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी शक्ति के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा किये जाने का विधान है। नवरात्रि के अर्थ को समझे तो ये दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है नौ रातें। इन नौ रातों में मां आदि शक्ति के भक्त अपनी उपासना और साधना से उनकी विशेष कृपा व आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। 




नवरात्रि का पर्व हर वर्ष में पांच बार आता है, जिसमें चैत्र, आषाढ़, अश्विन, पौष और माघ नवरात्रि शामिल होती हैं। इनमें चैत्र और अश्विन यानि शारदीय नवरात्रि को ही मुख्य माना गया है। जिस दौरान माँ दुर्गा के नौ रूपों क्रमशः शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघण्टा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री को समर्पित व्रत किये जाने का विधान है। इसके लिए उनकी पूजा से पूर्व नवरात्रि घटस्थापना कर समस्त देवी-देवताओं और माँ का आह्वान किया जाता है और इसके बाद ही इन पवित्र नौ दिनों तक माँ के अलग-अलग रूपों का विधिवत तरीके से पूजन होता है। 

घटस्थापना मुहूर्त


वर्ष 2019 में शरद नवरात्रि कल यानी 29 सितंबर, रविवार से प्रारंभ हो रही है और ऐसे में देवी शक्ति की आराधना का यह महापर्व 08 अक्टूबर 2019, मंगलवार तक देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। हिन्दू मान्यताओं अनुसार नौ दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व का प्रथम दिन मां के भक्तों के बीच बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसी दिन शुभ मुहूर्त में विधि विधान अनुसार घटस्थापना करने के बाद ही मां शैलपुत्री की आराधना की जाती है। तो चलिए आईये इस लेख के माध्यम से जानते हैं घटस्थापना का शुभ मुहूर्त व पूजा विधि।  



शरद नवरात्रि 2019 घटस्थापना मुहूर्त
घटस्थापना करने का समय06:12:45 से 07:40:15 तक
अवधि1 घंटा 27 मिनट

सूचना: उपरोक्त तालिका में दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए प्रभावी है। जानें अपने शहर में घटस्थापना का मुहूर्त, नियम और विधि

प्रथम दिन कलश स्थापना का महत्व


नवरात्रि में घटस्थापना जिसे कलश स्थापना भी कहते हैं, उसका अपना विशेष महत्व होता है। चूँकि यह नवरात्रि का प्रथम दिन होता है, ऐसे में घटस्थापना के बाद ही देवी दुर्गा के इस पर्व का विधिवत शुभारंभ किया जाता है। चाहे फिर वो चैत्र नवरात्र हो या शरद, दोनों में ही प्रतिपदा अथवा प्रथमा तिथि में शुभ मुहूर्त अनुसार ही कलश स्थापना की जाती है। हिंदू धर्म की माने तो किसी भी शुभ कार्य या पूजन की शुरुआत से पहले भगवान गणेश की पूजा किये जाने का विधान होता है और धार्मिक ग्रंथों की माने तो कलश को भगवान गणेश की ही संज्ञा दी गई है। ऐसे में नवरात्रि के प्रथम दिन सर्वप्रथम गणेश जी की वंदना कर समस्त देवी-देवताओं का आह्वान कलश स्थापना के द्वारा ही किया जाता है। 


नवदुर्गा की महिमा


हिन्दू धर्म में मां दुर्गा को ‘दुर्गति नाशिनी’ बताया गया है। अर्थात माँ दुर्गा निश्चित रूप से ही दुर्गति का नाश करने वाली होती हैं। इसलिए ही उन्हें संपूर्ण सृष्टि की आदि शक्ति का दर्जा भी प्राप्त है। उनकी उत्पत्ति स्वयं पितामह ब्रह्मा, भगवान विष्णु एवं महादेव, तीनों देवों द्वारा ही की गई थी। 

नवरात्रि पूजा विधि

  • प्रातःकाल सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद पूजा की थाली सज़ाएँ। 
  • इसके बाद पूजन स्थल की साफ़-सफाई कर, वहां मां आदि शक्ति के नौ रूपों की प्रतिमा या चित्र लगाएँ। 
  • इसके बाद माँ दुर्गा की प्रतिमा पर लाल रंग के वस्त्र चढ़ाएँ। 
  • इसके बाद यदि आप व्रत करना चाहते हैं तो माँ के समक्ष नवरात्रि के व्रत का संकल्प श्रद्धा अनुसार लें। 
  • फिर मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बोयें और नवमी तक इनमें प्रतिदिन ज़रूरत अनुसार पानी डालते रहें। 
  • इसके बाद पूजा स्थल पर मां की प्रतिमा के समक्ष हमारे बताए गए शुभ मुहूर्त अनुसार कलश को स्थापित करें। इस दौरान ध्यान रहे कि कलश गंगा जल से भरा हुआ हो और उसके मुख पर आम की पत्तियाँ लगाकर ऊपर नारियल रखा हो।
  • इसके बाद कलश से लाल कपड़े को लपेंटे और कलावा के माध्यम से उसे बांधें। 
  • बांधने के बाद अब कलश को मिट्टी के बर्तन के पास रख दें। 
  • इसके पश्चात फूल, कपूर, अगरबत्ती, ज्योति के साथ कलश और मां दुर्गा के नौ रूपों की पंचोपचार पूजा करें। 
  • इसके बाद अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करें। बता दें कि मां के भक्त अपनी श्रद्धा अनुसार मां के इन पावन नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाते हैं। 
  • इसी तरह नवरात्रि के नौ दिनों तक प्रतिदिन माँ दुर्गा से संबंधित मन्त्रों का जाप करते हुए मां के हर रूप का स्वागत करें और उनसे अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करें। 
  • इसके बाद अष्टमी या नवमी के दिन अपनी प्रथा के अनुसार ही नौ कन्याओं का पूजन कर, उन्हें पूरी-चने-हलवे का भोग लगाएँ और श्रद्धानुसार दक्षिणा व भेट दें। 
  • आखिरी दिन मां दुर्गा के पूजा के बाद घट विसर्जन करें। इस दौरान मां दुर्गा की आरती गाए, उन्हें फूल, चावल चढ़ाएं और बेदी से कलश को उठाए और अंत में उसका विसर्जन करें। 

नवरात्रि में अखंड ज्योति


नवरात्रि में मां दुर्गा को समर्पित अखंड ज्योति का अपना एक अलग ही महत्व होता है। माना जाता है कि इस अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करने से भक्त के जीवन से मां आदि समस्त अंधकारों को दूर कर केवल प्रकाश लाती हैं। इसलिए नवरात्रि में मां के नाम की अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित कर लोग अपनी समस्त बाधाओं, कष्टों, परेशानियाँ और हर प्रकार के रोगों से मुक्त हो जाते हैं। स्वयं कई वेदों में भी विद्वान ऋषि-मुनियों ने इस बात का उल्लेख किया है कि अखंड ज्योति का प्रभाव मनुष्य के जीवन पर प्रत्यक्ष रूप से साफ़ देखा जाता है।

नवरात्रि में कन्या पूजन का महत्व 


कन्या पूजन नवरात्रि व्रत के उद्यापन में किया जाने वाला विशेष कर्म-काण्ड है, जिसे कुमारी पूजन भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म में हमेशा से ही महिलाओं को विशेष स्थान दिया जाता रहा है, ऐसे में कुंवारी कन्याओं को जगज्जननी माँ जगदम्बा का ही स्वरूप माना जाता है। इसलिए नवरात्रि में उनके पूजन का विशेष विधान होता है। इस दौरान अष्टमी या नवमी के दिन अपनी सामर्थ्य के अनुसार नौ, सात, पांच, तीन या एक कन्या को देवी स्वरूप मानकर उनका पूजन कर उन्हें भोजन कराते हुए दान-दक्षिणा देनी चाहिए। 

नवरात्रि में इन विशेष बातों का रखें ध्यान 


  • नवरात्रि में विशेष रूप से माँ दुर्गा की आराधना और व्रत रखने वाले जातक को नौ दिनों तक ब्रह्मचर्य व्रत का सच्ची श्रद्धा भाव से पालन करना चाहिए।
  • नौ दिनों तक उपवास रखने वाले जातक को केवल एक समय ही भोजन करना चाहिए। इस दौरान केवल दूध, फल और शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करें। 
  • मां के इन पवन नौ दिनों तक भूमि शयन यानि ज़मीन पर सोने से बेहद अच्छे फलों की प्राप्ति होती है। 
  • इन नौ दिनों तक भूल से भी मदिरा या माँस का सेवन नहीं करना चाहिए। 
  • नवरात्रि के नौ दिनों तक प्याज़ या लहसुन का उपयोग या सेवन करना भी वर्जित होता है। 

नवरात्र में नौ रंग और उनका महत्व


हिन्दू धर्म अनुसार नवरात्रि के नौ दिनों में हर दिन का एक विशेष रंग तय होता है। ऐसे में मान्यता है कि प्रत्येक दिन के अनुसार ही यदि इन रंगों का इस्तेमाल किया जाए तो जातक को सौभाग्य की प्राप्ति निश्चित रूप से होती है।

  • प्रतिपदा के दिन पीला रंग होता है शुभ 
  • द्वितीया के दिन हरा रंग होता है फलदायी 
  • भूरा रंग तृतीया के दिन 
  • चतुर्थी के दिन नारंगी रंग
  • पंचमी के दिन सफेद रंग है शुभ 
  • षष्टी के दिन लाल रंग
  • सप्तमी के दिन नीला रंग होता है शुभ 
  • अष्टमी के दिन गुलाबी रंग, और 
  • नवमी के दिन बैंगनी रंग का इस्तेमाल करना सबसे ज्यादा शुभ होता है। 

नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री की करें आराधना


जैसा हमने पहले ही बताया कि नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। जिसमें प्रथम दिन मां शैलपुत्री की उपासना किये जाने का विधान है। संस्कृत में शैलपुत्री का अर्थ है ‘’पर्वत की बेटी’’ और अपने नाम के अनुसार ही मां शैलपुत्री का ये नाम पर्वत राज हिमालय की पुत्री होने के कारण ही पड़ा था। पौराणिक मान्यताओं अनुसार इनका वाहन वृषभ होता है, जिसके चलते इन्हे वृषारूढ़ा नाम से भी जाना जाता है। मां के इस रूप के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएँ हाथ में कमल का पुष्प सुशोभित होते हैं। माँ के इस दुर्लभ प्रथम रूप को कई राज्यों में सती नाम से भी जाना जाता है।

मां शैलपुत्री का स्वरूप 


मां दुर्गा के इस रूप के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएँ हाथ में कमल का पुष्प सुशोभित होते हैं। मां शैलपुत्री के माथे पर अर्ध चंद्र होता है और मां नंदी बैल की सवारी करती है। 

मां शैलपुत्री की पूजा के लिए मंत्र


-ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥

-वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।

वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥


एस्ट्रोसेज की ओर से सभी पाठकों को नवरात्रि 2019 की शुभकामनाएँ!
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सर्वपितृ अमावस्या कल, जानें पिण्डदान की विधि

पितृ पक्ष के आखिरी दिन पित्तरों की तृप्ति के लिए इन दस चीज़ों का ज़रूर करें दान! मिलेगा पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष और आपको उनका आशीर्वाद। 


अश्विन माह में आने वाली अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या कहते हैं। हिन्दू धर्म में इस अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन पितृ विसर्जन किया जाता है। एक पक्ष तक चलने वाले श्राद्ध (पितृ पक्ष) आज ही के दिन समाप्त होते हैं। श्राद्ध समापन के उपलक्ष्य पर आज के दिन ब्राह्मणों को भोजन एवं दान-दक्षिणा दिया जाता है। ऐसा करने से पित्तरों की आत्मा तृप्त होती है।

अश्विन अमावस्या तिथि प्रारंभसितंबर 28, 2019 को 03:47:57 बजे से
अश्विन अमावस्या तिथि समाप्तसितंबर 28, 2019 को 23:58:14 बजे तक

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सर्वपितृ अमावस्या का महत्व

हिन्दू मान्यता के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि अश्विन अमावस्या के दिन दिए गए श्राद्ध से पित्तरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। वे जन्म और मृत्यु के चक्र से बाहर निकल जाते हैं। अमावस्या के दिन उन पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी अकाल मृत्यु हो जाती है। यह अमावस्या तांत्रिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। क्योंकि अमावस्या के अगले दिन से ही शारदीय नवरात्रि शुरु हो जाती है। इसलिए तांत्रिक सिद्धि प्राप्त करने वाले इस अमावस्या की रात्रि को तांत्रिक साधना करते हैं।

वर्तमान समय में लोगों के पास समय का अभाव रहता है और व्यस्तता के कारण कई चीज़ें भूल भी जाते हैं। इसलिए यदि किसी वजह से आपको अपने पितृों के श्राद्ध की तिथि याद न हो तो, इस दिन उनका श्राद्ध किया जा सकता है। इसके अलावा यदि आप पूरे श्राद्ध पक्ष में पितरों का तर्पण नहीं कर पाये हैं तो, इस दिन पितरों का तर्पण कर सकते हैं।

पितृ विसर्जन अमावस्या के दिन करें ये कार्य


  • इस दिन नदी, जलाशय या कुंड आदि में स्नान करें।
  • प्रातः सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  • इसके बाद पितरों के निमित्त तर्पण करें। 
  • संध्या के समय दीपक जलाएँ और पूड़ी व अन्य मिष्ठान दरवाजे पर रखें। ऐसा इसलिए करना चाहिये ताकि पितृगण भूखे न जाएँ और दीपक की रोशनी में पितरों को जाने का रास्ता दिखाएँ। 

सर्वपितृ अमावस्या में पिण्डदान की विधि


  • पिण्डदान के समय मन को एकाग्रचित करें।
  • गायत्री मंत्र का जाप करें।
  • साथ ही सोमाय पितृमते स्वाहा मंत्र को जपे। 
  • शास्त्रों में तीन पिंडों का विधान है।
  • पहले पिण्ड को जल में दें।
  • दूसरे पिण्ड को गुरुजनों की पत्नी को दें।
  • जबकि तीसरे पिण्ड को अग्नि में दें।

पितृ विसर्जनी अमावस्या में क्यों किया जाता है दान?


पौराणिक शास्त्र के अनुसार ऐसी मान्यता है कि सूर्य की सबसे महत्वपूर्ण किरणों में अमा नाम की एक किरण है उसी के तेज से सूर्य देव समस्त लोकों को प्रकाशित करते हैं। उसी अमामी विशेष तिथि को चंद्र का भ्रमण जब होता है तब उसी किरण के माध्यम से पितर देव अपने लोक से नीचे उतर कर धरती पर आते हैं। 

यही कारण है कि श्राद्ध पक्ष की अमावस्या अर्थात पितृ पक्ष की अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन समस्त पितरों के निमित्त दान, पुण्य आदि करने से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है और पितृ गण भी प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं।

पितृ पक्ष अमावस्या में दान करने वाली वस्तुएँ


  • गाय
  • भूमि
  • वस्त्र
  • काले तिल
  • सोना
  • घी
  • गुड़
  • धान
  • चाँदी
  • नमक

सर्वपितृ अमावस्या पर लिखा गया यह ब्लॉग आपके ज्ञानवर्धन में सहायक होगा। हम आशा करते हैं कि आपको यह लेख अच्छा लगा होगा। एस्ट्रोसेज से जुड़े रहने के लिए आपका धन्यवाद!
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मंगल का हुआ कन्या राशि में गोचर, जानिए अपनी राशि पर प्रभाव।

कन्या राशि में जाकर बदलेगा मंगल का मिज़ाज और सभी राशियों पर दिखाएगा अपना प्रभाव। जानिए आपकी राशि पर क्या रहेगा इस गोचर का असर।


जीवन ऊर्जा को प्रदर्शित करता है मंगल ग्रह, इसलिए प्रत्येक प्राणी के लिए मंगल का बहुत महत्व है। यही ऊर्जा जीवन में हमें आगे बढ़ने और हर काम को समय रहते पूरा करने हेतु समर्थ बनाती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह हमें वह शक्ति प्रदान करता है जो हमारे जीवन में सभी कार्यों को करने के लिए आवश्यक होती है। मंगल की पित्त प्रकृति होती है और यह अग्नि तत्व और पुरुष संज्ञक ग्रह माना जाता है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए मंगल की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है और व्यक्ति को साहसी बनाता है।


यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल कमजोर अवस्था में स्थित हो तो व्यक्ति को अनेक प्रकार के समस्याओं से जूझना पड़ता है जिनमें मुख्य रुप से नेतृत्व क्षमता की कमी, जीवन ऊर्जा का ह्रास, रक्त संबंधित अनियमितताएँ, चोट लगना, ऑपरेशन या सर्जरी, एक्सीडेंट आदि की संभावनाएं बनती हैं। इसके अतिरिक्त कमजोर मंगल अथवा अशुभ मंगल व्यक्ति को उचित दी और घमंडी भी बनाता है और ऐसा व्यक्ति बात बात में गुस्सा दिखाने वाला होता है। बेवजह की बातों और दूसरों के कामों में टांग अड़ाना उसकी आदत बन जाती है और उसकी वजह से उसे जीवन में अनेक परेशानियां भुगतनी पड़ती हैं। 

पितृ पक्ष में श्राद्ध और पिंडदान का महत्व एवं तर्पण की विधि - यहां क्लिक कर पढ़ें 

जन्म कुंडली के केंद्र भावों में अपनी स्वराशि मेष या वृश्चिक अथवा उच्च राशि मकर में स्थित मंगल “रुचक” नामक पंच महापुरुष योग बनाता है जो जीवन में हर प्रकार की समृद्धि देने वाला योग होता है। ऐसा व्यक्ति निडर होने के साथ-साथ जीवन मूल्यों के प्रति गंभीर रहकर सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करता है और जीवन में सफलता की ऊँचाइयों पर पहुंच जाता है। 

मंगल की क्रूर दृष्टि से बचने के उपाय- यहाँ क्लिक कर पढ़ें!

मंगल के गोचर का समय


देवताओं का सेनापति कहा जाने वाला मंगल ग्रह 25 सितम्बर 2019, बुधवार की प्रातः 05:56 बजे अपने मित्र सूर्य की राशि सिंह से निकलकर शत्रु बुध की कन्या राशि में गोचर करेगा और 10 नवंबर 2019, रविवार की दोपहर 13:31 बजे तक इसी राशि में स्थित रहकर अपना प्रभाव डालेगा। मंगल के कन्या राशि में गोचर का प्रभाव भचक्र की सभी राशियों पर दिखाई देगा। तो आइए जानते हैं कि मंगल के इस गोचर से विभिन्न राशि के लोगों पर क्या शुभ और अशुभ असर दिखाई पड़ने वाला है।

आइये जानते हैं कि ये गोचर विभिन्न राशियों और देश पर अपना क्या प्रभाव दिखाएगा:-

मंगल का राजनीति पर प्रभाव


मंगल का गोचर भारत की राशि से तीसरे भाव में हो रहा है जिसकी वजह से भारत अनेक मोर्चों पर सफलता मिलेगी। भारत के द्वारा कुछ कठोर कदम उठाए जाएंगे जो देश के आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को लेकर होंगे जिस में आतंकवादी हमलों को निष्क्रिय करना और उन पर लगाम लगाना तथा दंडात्मक कार्यवाही करना निश्चित है। विरोधी मुल्कों द्वारा देश के बारे में अनर्गल प्रलाप किया जाएगा जिसे देश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा और कूटनीतिक रूप से जीत दर्ज करेगा।

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की कृपा पाने का अचूक उपाय - यहाँ क्लिक कर पढ़ें

मंगल के गोचर से देश पर पड़ेगा ऐसा असर 


कई योजनाओं के लिए भारत को नए साझीदार मिलेंगे, जिनसे देश में औद्योगिक क्षेत्र की रफ्तार तेज होगी और उद्योग धंधों को नया जीवन मिलने का रास्ता खुलेगा। सरकार के लिए यह समय थोड़ा सा चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है क्योंकि संभावना है कि कुछ अपने ही लोग सरकार के विरुद्ध जाने का प्रयास कर सकते हैं। खेल के क्षेत्र में देश काफी अच्छा प्रदर्शन करेगा और भारतीय खिलाड़ियों को कई खेलों में अच्छे पुरस्कार प्राप्त होंगे, जिससे देश का नाम रोशन होगा।

मंगल गोचर का शेयर बाज़ार पर प्रभाव 


मंगल का कन्या राशि में गोचर करना विभिन्न प्रकार के शेयरों में उतार-चढ़ाव का कारण बनेगा। विशेष रूप से धातुओं के दामों में उतार-चढ़ाव की स्थिति आएगी तथा रियल एस्टेट की स्थिति अभी सुस्त ही रहेगी। ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में बिकवाली देखने को मिल सकती है। इसके अतिरिक्त हल्दी, तांबा, मुनक्का, गुड़, आदि के दामों में तेजी देखने को मिलेगी।

चलिए अब जानते हैं कैसा रहेगा 12 राशियों पर मंगल के कन्या राशि में हो रहे गोचर का विशेष प्रभाव:-

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें चंद्र राशि कैल्कुलेटर से अपनी चंद्र राशि

मेष


इस गोचर के दौरान मंगल आपकी राशि से छठे भाव में विराजमान होगा। मंगल के इस गोचर का प्रभाव विशेष रूप से आपकी बौद्धिक क्षमता और कार्यक्षेत्र पर देखने को मिल सकता है। एक तरफ जहाँ आपकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी वहीं दूसरी तरफ कामकाज में भी आपका मन लगेगा और आप बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। कामकाज के मामलों के लिए गोचरकाल की ये अवधि आपके लिए विशेष फलदायी साबित होगी। कार्यक्षेत्र में आपके उच्च अधिकारी और...आगे पढ़ें 




वृषभ


इस दौरान आपके पार्टनर के साथ आपका किसी बात को लेकर विवाद भी हो सकता है, लिहाजा उनकी भावनाओं की कद्र करें और रिश्ते में प्रेम एवं सौहार्द बनाए रखें। मंगल के हानिकारक प्रभाव के कारण इस अवधि में आप विशेष रूप से धन कमाने या सफलता प्राप्त करने के लिए किसी शार्टकट का रास्ता अपना सकते हैं। ग़ौरतलब है कि इस दौरान अपनाया जाने वाला कोई भी शॉर्टकट आपके लिए सिर्फ नुक़सानदेह ही साबित होगा। लिहाजा कोई भी फैसला लेने से पहले ...आगे पढ़ें

मिथुन 


स गोचर के दौरान मंगल आपकी राशि से चौथे भाव में स्थापित होगें। मंगल का ये गोचर आपके लिए विभिन्न कार्यों में बाधक साबित हो सकता है। पारिवारिक स्तर पर देखें तो मंगल के इस गोचर के दौरान आपका कोई क़रीबी आपको नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकता है। इसका असर आपके परिवार की शांति पर पड़ेगा, घर में अशांति का वातावरण उत्पन्न हो सकता है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों के साथ किसी बात को लेकर...आगे पढ़ें

कर्क 


इस गोचरकाल के दौरान आपके शत्रु परास्त होंगें और आप उनसे दो कदम आगे चलेंगे। पारिवारिक जीवन की बात करें तो इस दौरान घर में भाई की तबियत बिगड़ने की वजह से परेशानी हो सकती है। बहरहाल उनकी सेहत का ख़ास ख्याल रखें और परिवार के सदस्यों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक़्त गुजारें। आर्थिक दृष्टिकोण से देखें तो इस गोचर के दौरान आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और समाज में आपके पद ...आगे पढ़ें

सिंह 


मंगल का ये गोचर आपके व्यक्तिगत जीवन पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। जहाँ एक तरफ आपके अंदर गुस्से का भाव जागृत होगा वहीं दूसरी तरफ आपकी भाषा-शैली में कड़वाहट आएगी। पारिवारिक स्तर पर देखें तो मंगल के इस गोचर के दौरान पारिवारिक सदस्यों के साथ आपका वाद विवाद हो सकता है और परिवार में कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। विवाद या मतभेद की स्थिति उत्पन्न होने पर आपको विशेष रूप से अपने गुस्से पर कंट्रोल रखना होगा। इस अवधि में यदि आप दूसरों के साथ प्यार से पेश आते हैं तो आपके...आगे पढ़ें

कन्या


चूँकि मंगल का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है, लिहाजा मंगल आपकी राशि से पहले भाव या लग्न भाव में स्थित होंगें। गोचर की इस अवधि के दौरान आपके क्रोध में वृद्धि हो सकती है, बहरहाल अपने गुस्से पर काबू रखें अन्यथा बनते हुए काम भी बिगड़ सकते हैं। कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल के गोचर की ये अवधि स्वास्थ्य के लिहाज से परेशानियां उत्पन्न कर सकती हैं। सेहत को लेकर सचेत रहे अन्यथा बुखार और ...आगे पढ़ें

मूँगा बनाएगा मंगल को बली- यहाँ क्लिक कर पढ़ें

तुला


इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में कोई ख़ास उपलब्धि हासिल हो सकती है। पदोन्नति या आय में वृद्धि की भी संभावना नजर आ रही है। पारिवारिक दृष्टिकोण से देखें तो आपके लिए मंगल का ये गोचर विशेष फलदायी साबित होगा। इस दौरान परिवार में बड़े भाई बहनों के साथ आप ज्यादा वक़्त गुजार पाएंगे और उनके साथ मधुर संबंध स्थापित होंगें। किसी परेशानी की स्थिति में आपको उनका साथ...आगे पढ़ें

वृश्चिक


इस गोचर के दौरान मंगल आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में विराजमान होंगें। आपकी कुंडली में मंगल की ये स्थिति विशेष रूप से कार्यक्षेत्र में सफलता दिला सकती है। गोचर की इस अवधि में कार्यक्षेत्र में आपके काम की सराहना होगी और बॉस की नजरों में आपकी पहचान एक कर्मठ कर्मचारी के रूप में बनेगी। संभव है कि गोचर की इस अवधि में आपको अपने मन मुताबिक कोई नयी जॉब भी मिल सकती है। इसके अलावा पारिवारिक जीवन का जहाँ तक सवाल है तो आपको बता दें कि इस ...आगे पढ़ें

धनु


कार्यक्षेत्र में आपको अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखने के लिए विशेष रूप से अपने काम करने के तरीके पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके अलावा शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखें। इस गोचरकाल के दौरान आपका पारिवारिक जीवन तनाव में बीत सकता है। काम के सिलसिले में आपको कुछ वक़्त परिवार से दूर भी रहना पड़ सकता है। दूसरी तरफ माता ...आगे पढ़ें

मकर


इस गोचर के दौरान मंगल आपकी राशि से नवम भाव में विराजमान होंगें। गोचर के इस अवधि के दौरान आप पिता जी सेहत को लेकर आप परेशान हो सकते हैं। पारिवारिक दृष्टिकोण से देखें तो मंगल का ये गोचर आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है। इस दौरान छोटे भाई बहनों के साथ किसी बात को लेकर मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। परिवार में सुख शांति बनाए रखने के लिए परिवार के सदस्यों के साथ प्रेम और सौहार्द...आगे पढ़ें

कुंभ


मंगल के सिंह राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से आठवें भाव में विराजमान होगा। इस गोचरकाल के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में विशेष रूप से कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान कार्यस्थल पर आपको कुछ ऐसे काम मिल सकते हैं जिसे करने के लिए आपको अपने सहकर्मियों की सहायता की आवश्यकता होगी। इसलिए आपको विशेष सलाह दी जाती है कि इस अवधि में खासतौर से अपने सहकर्मियों से प्रेम और अच्छे से पेश आएं। इसके अलावा यदि आप काफी लंबे समय से विदेश जाने का प्लान बना रहे हैं तो, गोचर की इस अवधि में आपको ...आगे पढ़ें

मीन


वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के लिए इस दौरान विशेष रूप से जीवनसाथी के साथ होने वाले मतभेद की स्थिति से दूर रहें। छोटी - छोटी लड़ाईयां भी इस दौरान बड़े टकराव का कारण बन सकती है, लिहाजा आपको विशेष सलाह दी जाती है कि रिश्ते में प्रेम भाव बनाएँ रखने के लिए कुछ बातों को नज़रअंदाज़ करना भी सीख लें। इस गोचरकाल में शादीशुदा जोड़ों को एक दूसरे के ऊपर न हावी होने की सलाह दी जाती है। ऐसी स्थिति में एक...आगे पढ़ें

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साप्ताहिक राशिफल (23 - 29 सितम्बर 2019)

आपके जीवन में इस सप्ताह आने वाले परिवर्तनों को खोजने के लिए पढ़ें 23 से 29 सितंबर, 2019 का साप्ताहिक राशिफल। आपके भावनात्मक, शारीरिक स्वास्थ्य, प्रेम, वैवाहिक जीवन, धन और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में महत्वपूर्ण विवरण देने के साथ, इस साप्ताहिक राशिफल में आपकी मौजूदा कठिनाइयों और समस्याओं को दूर करने के लिए प्रभावी उपाय भी शामिल हैं।


एस्ट्रोसेज में आपका स्वागत है। सितंबर के अंतिम सप्ताह के लिए नवीनतम साप्ताहिक राशिफल यहां है, जिसमें 12 राशियों के लिए सभी प्रमुख भविष्यवाणियां शामिल हैं। हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों की ये दूरदर्शिता आपके आगामी दिनों को और अधिक विशेष और फलदायी बनाने में आपकी मदद करेगी। इसके अतिरिक्त, आपको सप्ताह के आनंददायक कार्यों और घटनाओं के बारे में कुछ जानकारी भी मिलेगी, जो विशेष रूप से आपके जीवन में घटित होने वाली हैं। हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा तैयार किया गया यह साप्ताहिक राशिफल, प्रामाणिक ज्योतिषीय गणनाओं से निर्मित किया गया है, जो आपको अपने प्रेम जीवन, वैवाहिक जीवन, पेशेवर जीवन, परिवार, स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति और घरेलू जीवन को बताएगा वो भी एकदम निःशुल्क। इस राशिफल में, प्रत्येक राशि के लिए कुछ विशेष उपाय भी सुझाये गए हैं, जो आपके जीवन में मौजूद बाधाओं को पीछे छोड़ने में आपका मार्गदर्शन करेंगे। इस प्रकार, यदि आप वर्तमान में किसी न किसी समस्या से गुज़र रहे हैं तो इस साप्ताहिक राशिफल पर एक नज़र डालने की सलाह दी जाती है । तो आइए अब इस सप्ताह की विशेष घटनाओं पर एक नज़र डालें।

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पितृ पक्ष में श्राद्ध और पिंडदान का महत्व एवं तर्पण की विधि - यहां क्लिक कर पढ़ें 

इन राशियों के जातकों को असीमित सफलता और खुशी मिलेगी


विभिन्न ग्रहों और नक्षत्रों द्वारा दिए गए संकेतों के अनुसार, यह कहा जा सकता है कि इस सप्ताह के दौरान मेष, कर्क और वृश्चिक राशि से संबंधित जातकों को लाभदायक परिस्थितियों में खुश होने की संभावना रहेगी लेकिन साथ ही साथ कुछ लोग अत्यधिक आत्मविश्वास के कारण ठोकर भी खा सकते हैं। केवल चंद्रमा ही नहीं, इस सप्ताह जातक बुध और मंगल के गोचर के प्रभाव में भी होंगे, जो बदलते भावों के साथ सभी के जीवन में परिवर्तन लाते हुए दिखाई देंगे। नतीजतन, नौकरी, व्यवसाय, वैवाहिक जीवन और घरेलू जीवन के मामले में सफलता लोगो को प्रभावित करेगी। इस प्रकार, इस सप्ताह का अधिकांश भाग मेष, कर्क और वृश्चिक राशि वालों के लिए अनुकूल दिखाई दे रहा है। इसके विपरीत, अन्य राशियों से संबंधित लोगों को थोड़ा सतर्क रहना चाहिए क्योंकि विभिन्न कठिनाइयों को अपने जीवन में घर करते देखा जा सकता है। यदि वे वर्तमान में किसी प्रकार से गंभीर समस्याग्रस्त नहीं है, तो वे एक औसत समय का अनुभव करेंगे। इस प्रकार, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा बताए गए उपायों का पालन करें ताकि समस्याओं को दूर रखा जा सके।

इस सप्ताह का हिन्दू पंचांग एवं ज्योतिषीय तथ्य


हिन्दू पंचांग की गणना के अनुसार, यह सप्ताह कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि से शुरू होगा और शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ समाप्त होगा। चंद्रमा की स्थिति के बारे में बात करें तो यह मिथुन राशि में हफ्ते की शुरुआत में रहेगा और फिर धीरे-धीरे कर्क, सिंह और कन्या राशियों में प्रवेश करने के लिए आगे गति करेगा। इसके अतिरिक्त, मंगल का गोचर 25 सितंबर 2019 को बुध की राशि कन्या में होगा। इस सप्ताह के अंतिम दिन, बुध ग्रह भी तुला राशि में अपना गोचर करेगा। इस प्रकार, चंद्रमा के गोचर के प्रभाव के साथ-साथ सभी बारह राशियों के जातकों को मंगल और बुध के गोचर के अनुसार भी लाभ मिलेगा। 

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की कृपा पाने का अचूक उपाय - यहाँ क्लिक कर पढ़ें

यह सप्ताह कई त्योहारों और उपवासों का भी गवाह बनेगा, जो इसके महत्व को काफी हद तक बढ़ा देंगे। बुधवार, 25 सितंबर 2019 को, इंदिरा एकादशी व्रत अपने पूर्वजों की आत्माओं को शांति प्राप्ति की कामना से रखा जाएगा। इस बीच, गुरुवार 26 सितंबर 2019 को प्रदोष व्रत (कृष्ण) रखा जाएगा। मासिक शिवरात्रि और आश्विन अमावस्या क्रमशः 27 और 28 सितंबर 2019 को मनाई जाएँगी। सबसे महत्वपूर्ण, 29 सितंबर 2019, भारत के उत्तरी राज्यों में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहार शरद नवरात्रि की शुरुआत की तारीख के रूप में चिह्नित किया जाएगा। नवरात्रि के पहले दिन, देवी शैलपुत्री की श्रद्धा के साथ भक्तों द्वारा पूजा अर्चना की जाएगी और घटस्थापना की जाएगी। इस प्रकार, सभी त्योहारों और उपवासों को ध्यान में रखते हुए, सितंबर के अंतिम सप्ताह को काफी महत्वपूर्ण दर्जा दिया जा सकता है।


शेयर बाज़ार में इस सप्ताह


इस सप्ताह शेयर बाजार में तेजी देखने को मिलेगी। विशेष रूप से 25 सितम्बर से सोना, बारूद, शास्त्र, मीडिया, बिजली, तांबा, कांसा, खतरनाक हथियार, परमाणु ऊर्जा, सल्फर, गेहूं और ग्रेफाइट सेक्टर के शेयर तथा पब्लिकेशन, मीडिया, एफएमसीजी, इंश्योरेंस, टेक्सटाइल, पेपर, टेलीकम्युनिकेशन, एक्सपोर्ट, आईटी, मोबाइल, इंटरनेट, कॉटन, कृषि उत्पाद तथा अनाज तेजी में रहेंगे। अगर मंदी की बात की जाये तो ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल, डायग्नोस्टिक सेंटर, तांबा, क्रूड ऑयल, हॉस्पिटल, इंफ्रास्ट्रक्चर, जिप्सम, आयरन और स्टील, मसाले, तंबाकू, कैपिटल गुड्स, सीमेंट, हेल्थ केयर, शास्त्र, बारूद तथा धातु आदि मंदी में रहने की संभावना है।


जन्मदिन विशेष 


फिल्म और राजनीति की दुनिया की कई प्रमुख हस्तियां इस सप्ताह के समय में अपना जन्मदिन मनाएंगी। भारत के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह 26 सितंबर 2019 को अपना जन्मदिन मनाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर, सबसे बहुमुखी अभिनेता रणबीर कपूर और खूबसूरत अदाकारा मौनी रॉय, ये तीनों 28 सितंबर को अपने जन्मदिन की ख़ुशियाँ मनाएंगे। एस्ट्रोसेज इन सभी व्यक्तियों को शुभकामनाएं देता है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है। इसी सप्ताह 28 सितम्बर को ही देश की आज़ादी की ख़ातिर अपनी जान की बाज़ी लगा देने वाले महान क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती भी पूरे देश द्वारा मनाई जाएगी।

आइए अब हम सभी बारह राशियों के अनुसार साप्ताहिक भविष्यवाणियों की ओर बढ़ते हैं।

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


शुरुआत में चंद्र का गोचर तृतीय भाव में होने से आपको हर कार्य में अधिक मेहनत करनी होगी क्योंकि इस दौरान कार्यों में रुकावट आ सकती है। आपके आलस में भी वृद्धि होगी। यात्रा पर जाना पड़ सकता है जिस दौरान समस्या आ सकती है। आपके मान-सम्मान में कमी देखी जा सकती है। हालांकि चंद्र का गोचर चतुर्थ भाव में होने से पारिवारिक जीवन ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह मेष राशि वालों के लिए मिश्रित परिणाम देने वाला रहेगा। आपके मन में चल रही हलचल आपको अन्य कामों में तो व्यस्त रखेगी ही साथ ही आपको अपने प्रियतम से कुछ समय के लिए दूर भी करेगी। जिससे आप अपने प्रेमी को समय कम...आगे पढ़ें


वृषभ


चंद्र का गोचर आपके द्वितीय भाव में होने से पारिवारिक तनाव हो सकता है। अपने सही खान-पान का ध्यान रखें क्योंकि भोजन खराब होने से कोई शारीरिक समस्या हो सकती है। ये समस्या टॉन्सिल अथवा आँख से जुड़ी भी हो सकती है। इसके बाद चंद्र का गोचर तृतीय भाव में होगा। जिससे किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जाना होगा और ये यात्रा आपके लिए आनंददायक साबित होगी। भाई-बहनों के बीच का प्रेम...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों में ये सप्ताह आपके लिए अनुकूल नज़र आ रहा है। समय की नज़ाकत को भली-भाँति समझते हुए आप इस सप्ताह अपने प्रियतम को अपने परिजनों से मिलवा सकते हैं। आपके इस कदम से प्रियतम संग आपका ये रिश्ता और भी मजबूत होगा और आप दोनों...आगे पढ़ें

मिथुन


इस सप्ताह चन्द्रमा आपकी ही राशि में विराजमान होंगे अर्थात आपके प्रथम भाव में होंगे और फिर द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ भाव में गोचर कर जाएंगे। इसके साथ ही इस सप्ताह मंगल का गोचर भी आपके चतुर्थ भाव में होगा और साथ ही बुध देव भी आपके पंचम भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में चंद्र का गोचर प्रथम भाव में होने से आपके आत्मबल में गिरावट देखने को मिलेगी, जिससे आपको निर्णय लेने में समस्या आ सकती है। आपको इस समय अतिरिक्त...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह सामान्य से कुछ कम अनुकूल नज़र आ रहा है। यूँ तो इस समय आपका प्यार अपने प्रेमी के लिए बरकरार नज़र आएगा लेकिन संभावना है कि किसी कारणवश आप उनपर क्रोधित हों, जिससे उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंचे। ऐसे में जितना...आगे पढ़ें

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कर्क


चंद्र का गोचर द्वादश भाव में होने से आपको अपने स्वास्थ्य में कमज़ोरी देखने को मिलेगी। ऐसे में खांसी जुकाम और बुख़ार होने के योग नज़र आ रहे हैं। जिससे आपके खर्चों में भी काफी बढ़ोतरी होगी। लेकिन इस समय आपको सावधान रहना होगा क्योंकि आपके विरोधी प्रबल रहेंगे। इसके बाद जब चंद्र...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधों के लिए ये सप्ताह अच्छा रहने वाला है, लेकिन इसके लिए आपको अपनी बुद्धिमता का परिचय देते हुए रिश्ते में आ रही हर समस्या को अच्छी तरह से दूर करने की ज़रूरत होगी। तभी रिश्ता सामान्य रहेगा। इसके अलावा मंगल की स्थिति भी आपके लिए शुभ संकेत दे रही है। वहीं अगर आपके दांपत्य जीवन की बात करें तो पाप ग्रहों का प्रभाव होने से...आगे पढ़ें

सिंह


इस सप्ताह की शुरुआत में चन्द्रमा आपके एकादश भाव में होंगे। फिर द्वादश, प्रथम और द्वितीय भाव में गोचर हो जाएंगे। इसके साथ ही इस सप्ताह मंगल का गोचर भी आपके द्वितीय भाव में होगा और साथ ही बुध देव भी आपके तृतीय भाव में गोचर करेंगे। चंद्र का गोचर एकादश भाव में होने से छात्रों को शिक्षा में कुछ रुकावट महसूस होगी। इस दौरान वैवाहिक जातकों की भी संतान को समस्या आ सकती है। इसके बाद यदि आप प्रयास करते हैं तो इससे आपको हल्का-फुल्का धन लाभ हो सकता है। चंद्र का गोचर ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह अनुकूल नहीं दिखाई दे रहा है, क्योकि मंगल और चंद्र की युति आपके प्रेम संबंधों में अलगाव का कारण बनेगी जिससे आप दोनों के बीच किसी तरह की कोई ग़लतफ़हमी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इस दौरान विशेष तौर पर ...आगे पढ़ें

कन्या


इस सप्ताह चन्द्रमा आपके दशम, एकादश, द्वादश और प्रथम भाव में गोचर करेंगे। इसके साथ ही इस सप्ताह मंगल का गोचर भी आपकी ही राशि या आपके लग्न भाव में होगा और साथ ही बुध देव भी आपके द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। सप्ताह की शुरुआत में चंद्र का गोचर दशम भाव में होने से आपके कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थितियाँ साफ़ देखी जायेंगी। पारिवारिक जीवन में भी संतोषजनक स्थितियाँ नहीं रहेंगी। ऐसे में माता पिता को...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह बिल्कुल भी अनुकूल नहीं कहा जा सकता। क्योंकि आपकी राशि में मंगल का गोचर होना आपके और आपके प्रेमी के बीच ग़लतफहमी का कारण बनेगा, जिससे आपका ये...आगे पढ़ें


तुला


चंद्र का गोचर नवम भाव में होने से आपको लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है इस दौरान समस्या भी आ सकती है। इसके अलावा आपके पिता जी को भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। आपके भाई बहनों को भी किसी प्रकार की उलझन का सामना करना पड़ सकता है। कार्यों में असफलता मिल सकती है लेकिन इस समय आपको अपना धैर्य नहीं खोना। चंद्र का गोचर दशम भाव में होने से आप अपने कार्यस्थल पर अपना...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह बीते सप्ताह के मुकाबले थोड़ा अनुकूल रहेगा। हालांकि मंगल की आपकी राशि के द्वादश भाव पर दृष्टि थोड़ी बहुत नोक-झोंक करा सकती है लेकिन बावजूद इसके अगर आपका अपने प्रियतम के प्रति प्यार सच्चा है तो ये स्थिति...आगे पढ़ें

वृश्चिक


आमदनी में गिरावट दर्ज की जायेगी। अपना ध्यान रखना ज़रूरी होगा क्योंकि शारीरिक समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी। चंद्र का गोचर नवम भाव में होने से आप किसी सुदूर यात्रा पर जाने का प्रयास करते दिखाई देंगे और इस यात्रा के दौरान आपको अनेक लाभ भी प्राप्त होंगे। विवाहित जातक अपनी संतान के लिए कोई निर्णय ले सकते हैं। साथ ही यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो इस वक़्त...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम सम्बन्धी मामलों के लिए ये सप्ताह आपको मिले-जुले परिणाम देने वाला है क्योंकि इस समय प्रियतम के साथ आपके संबंधों में जहाँ टकराव आएगा वहीं आप दोनों के बीच के अंतरंग...आगे पढ़ें

धनु


चंद्र का गोचर राशि से सप्तम भाव में होने से आपके दांपत्य जीवन में बीच-बीच में तनाव आएगा जिसका बड़ा कारण होगा आप दोनों के बीच की ग़लतफहमी। इससे रिश्ते में भी तनाव रहेगा। वहीं व्यावसायिक साझेदार से भी आपके झगड़े का योग बन रहा है। बावजूद इसके इस समय आप अपने व्यापार से लाभ हासिल कर पाएंगे। इसके साथ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये पूरा सप्ताह धनु राशि वालों के लिए अनुकूल दिखाई दे रहा है। क्योंकि मंगल और बुध की दृष्टि आपको बेहद अनुकूल प्रभाव देगी। आपको इस समय अपने प्रियतम से लगाव महसूस होगा और इसके साथ-साथ आपके संबंधों में भी गहराई...आगे पढ़ें

मकर


चंद्र का गोचर षष्ठम भाव में होने से आपको विशेष तौर पर किसी भी व्यर्थ के वाद विवाद में न पड़ने की सलाह दी जाती है अन्यथा ऐसा करने से कोई समस्या हो सकती है। इसके साथ ही आपके ख़र्चों में भी बढ़ोतरी देखी जायेगी, जिससे आप न चाहते हुए भी खुद को मानसिक तनाव दे बैठेंगे। इसके बाद चंद्र का गोचर सप्तम भाव...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहने की संभावना है। क्योंकि इस सप्ताह प्रियतम का स्वास्थ्य कमजोर रहने से उनका मन विचलित रहेगा जिससे दोनों के बीच बात-बात पर झगड़ा हो सकता है, इस कारण उनका मूड खराब होगा और इसका असर...आगे पढ़ें

कुंभ


चंद्र का गोचर पंचम भाव में होने से किसी प्रकार का कर्जा या लोन किसी से ले सकते हैं। इसके अलावा संतान के साथ भी आपके संबंधों पर किसी कारणवश प्रतिकूल असर पड़ने के आसार हैं। छात्रों के लिए भी समय अच्छा नहीं है, उन्हें अपनी शिक्षा में अड़चनें आ सकती हैं। चंद्र का षष्ठम भाव में...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह काफी अनुकूल रहेगा क्योंकि मंगल और चंद्र की उपस्थिति प्रेमी संग आपके रिश्ते को मजबूत बनाएगी। हालांकि इसके अलावा सूर्यदेव भी बीच-बीच में आपकी परीक्षा लेेंगे लेकिन इस सबके बावजूद आप स्थितियों से न घबराते हुए...आगे पढ़ें

मीन


चंद्र का गोचर चतुर्थ भाव में होने से पारिवारिक जीवन ऊपर-नीचे रहेगा जिससे परिवार में तनाव की स्थिति साफ़ देखी जायेगी। इस समय माता पिता के बीच किसी कारणवश कलह या लड़ाई जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है या उनका स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है। जिससे आप प्रभावित दिखेंगे। कार्यक्षेत्र में भी इसका...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधित मामलों के लिए ये सप्ताह अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता क्योंकि कई पाप ग्रहों का प्रभाव होने से आपके प्रेम संबंध काफी नाज़ुक दौर से गुजरेंगे। ऐसे में आपको स्थिति से घबराने की जगह अपना धैर्य बनाए रखने का ही प्रयास करना होगा अन्यथा आपका रिश्ता...आगे पढ़ें

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साप्ताहिक राशिफल (16 - 22 सितम्बर 2019)

इस सप्ताह आपके ग्रह और नक्षत्र क्या कहते हैं? इसके लिए आप हमारे साप्ताहिक राशिफल 16 से 22 सितंबर 2019 को पढ़ें, जिसमें आपके प्रेम और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में गहन विवरण शामिल हैं। आप न केवल अपनी भविष्य की घटनाओं को इसकी मदद से समझ सकते हैं, बल्कि इस साप्ताहिक राशिफल में बताए गए निर्धारित उपायों की मदद से इसे बेहतर बना सकते हैं।


एस्ट्रोसेज में एक बार फिर से आपका स्वागत है। हमेशा की तरह, हम एक बार फिर सितंबर के तीसरे सप्ताह की भविष्यवाणियों के साथ यहां उपस्थित हैं। यह ज्योतिषीय पूर्वानुमान आपको अपने मानसिक, सामाजिक, आर्थिक, घरेलू और पेशेवर जीवन में होने वाले विभिन्न परिवर्तनों पर नज़र रखने में मदद करेगा। इस राशिफल में दी गयी भविष्यवाणियाँ काफी वास्तविक और सटीक है क्योंकि वे एस्ट्रोसेज में यहां उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों द्वारा तैयार की गयी हैं। इन सभी भविष्यवाणियों को मुफ्त में प्राप्त किया जा सकता है, इस प्रकार यह आपके लिए वाकई सुविधाजनक है। यदि आप स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं या कई अन्य समस्याओं से ग्रस्त हैं, तो इस साप्ताहिक राशिफल के माध्यम से जानें कि उन सभी के पीछे की वजह क्या है क्योंकि यह आपकी परेशानियों को दूर करने और एक समृद्ध समय का आनंद लेने में आपकी बहुत मदद करेगा। हम आशा करते हैं कि यह साप्ताहिक रिपोर्ट आपके जीवन में ख़ुशियाँ और बेहतरी लाएगी और आपको जीवन के सही मार्ग पर चलने में मदद करेगी। आइए अब इस सप्ताह की विशेष घटनाओं पर एक नज़र डालते हैं।


इस हफ्ते किन राशि वालों को रहना होगा सावधान


विभिन्न ग्रहों की स्थिति और चाल पर एक नज़र डालने के बाद, यह कहा जा सकता है कि यह सप्ताह सिंह, कन्या और तुला राशि के जातकों के लिए अधिक अनुकूल नहीं होगा और इन राशि के लोगों को इस सप्ताह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कई कठिनाइयों का सामना करने को तैयार रहना होगा। इसके विपरीत, वृषभ, कुम्भ और मीन राशि के जातकों को इस सप्ताह के दौरान अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की अच्छी उम्मीद है। उन्हें अपने किए गए कार्यों में वांछनीय और सफल परिणाम प्राप्त होने की संभावना है। अन्य राशियों के लिए यह सप्ताह एक औसत समय का गवाह होगा। अपने आगामी समय को बेहतर बनाने के लिए, इस साप्ताहिक राशिफल में हमारे ज्योतिषियों द्वारा बताए गए उपायों का पालन करने की सलाह दी जाती है।

पितृ पक्ष में श्राद्ध और पिंडदान का महत्व एवं तर्पण की विधि - यहां क्लिक कर पढ़ें 

इस सप्ताह का हिन्दू पंचांग एवं ज्योतिषीय तथ्य


हिन्दू पंचांग की गणना के अनुसार, सितंबर का तीसरा सप्ताह 16 सितम्बर को कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होगा और कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के साथ समाप्त होगा। 

इस बीच सप्ताह की शुरुआत में चंद्र ग्रह मीन राशि में स्थित होगा और उसके बाद यह मेष, वृष और मिथुन राशियों में गोचर करेगा। इसके अतिरिक्त, सूर्य का गोचर भी कन्या राशि में होगा। इस प्रकार, चंद्रमा के गोचर के प्रभाव के साथ, सभी बारह राशियों के जातक भी कन्या राशि में होने वाले सूर्य पारगमन के प्रभाव में रहेंगे। इस सप्ताह के दौरान होने वाले त्योहारों और उपवासों की बात करें, तो संकष्टी चतुर्थी 17 सितंबर 2019 को मनाई जाएगी। यह मंगलवार को होने के कारण अंगारकी चतुर्थी कहलाएगी। यह विशेष त्योहार गणेश जी को समर्पित है और इस दिन रखा गया व्रत लोगों को शांति, ज्ञान, प्रसन्नता और समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता है।


शेयर बाज़ार में इस सप्ताह


इस सप्ताह भी शेयर बाजार पिछले सप्ताह की भांति तेजी और मंदी के दौर से गुजरेगा। विशेष रूप से लहसुन, चावल, कपूर, अगर तगर, पन्ना, चन्दन, सोना, देवदारु तथा कंदमूल आदि वस्तुओं के दामों में तेजी रहेगी और टेलीकम्युनिकेशन, इंश्योरेंस, मोबाइल, बैंकिंग, एफएमसीजी, मीडिया, टेक्सटाइल, फाइनेंस, पेपर, इंटरनेट, कृषि उत्पाद, कपास, एक्सपोर्ट तथा एविएशन सेक्टर के शेयर तेजी में रहेंगे। अगर मंदी की बात की जाये तो पेट्रोलियम, दूध और दूध से बने डेयरी पदार्थ, तेल एवं गैस, चांदी, चावल, अल्मुनियम, मिनरल वाटर, जहाजरानी, कोल्ड ड्रिंक, पेपरमिंट तथा अल्कोहल आदि मंदी चपेट में रहने की संभावना है।


जन्मदिन विशेष 


देश के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति, भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर 2019 को अपनी 69 वीं सालगिरह मनाएंगे। हमारे देश की पूरी जनता इस दिन को एक खुशी के त्योहार के रूप में मनाएगी। सितंबर के महीने में आगे बढ़ते हुए, विभिन्न बॉलीवुड सितारों के जन्मदिन भी शामिल होंगे। इसी कड़ी में बहुमुखी प्रतिभा की धनी अभिनेत्री शबाना आज़मी का जन्मदिन होगा, वे 18 सितंबर 2019 को अपना जन्मदिन मनाती हुई नजर आएँगी। मशहूर निर्देशक महेश भट्ट का जन्मदिन 20 सितंबर 2019 को होगा और इस सूची में सदाबहार अभिनेत्री करीना कपूर खान भी शामिल हैं, जो 21 सितंबर 2019 को अपना जन्मदिन मनाएंगी। हम उनके आगे आने वाले सभी समृद्ध वर्ष और उनके भाग्यशाली जीवन की कामना करते हैं। 

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की कृपा पाने का अचूक उपाय - यहाँ क्लिक कर पढ़ें

आइए अब हम प्रत्येक राशि चक्र के अनुसार साप्ताहिक भविष्यवाणियों पर चलते हैं और अब जानते हैं इस सप्ताह का राशिफल:-

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


सप्ताह की शुरुआत में आप खुशमिजाज रहेंगे, क्योंकि चंद्रमा 12वें घर में स्थित होगा जिस पर बुध और शुक्र की दृष्टि होगी। इस अवधि में आपका खर्च बढ़ेगा, और आप विलासिता, आराम और धार्मिक गतिविधियों पर खर्च कर सकते हैं। उसके बाद, चंद्रमा आपके पहले भाव प्रवेश करेगा। यह आपकी मनोदशा में सकारात्मक बदलाव लाएगा। आप अपने दोस्तों की संगति का आनंद लेंगे और साथ ही साथ आपकी निजी ज़िंदगी भी सुगम होगी। सप्ताह के मध्य में...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह मेष राशि के जातकों का प्रेम जीवन कठिन दौर से गुजरेगा, क्योंकि सूर्य और मंगल एक साथ पंचम भाव में मौजूद हैं। छठे भाव में सूर्य के गोचर के बाद, मंगल वहीं रहेगा और आपके प्रेम जीवन में परेशानियां पैदा करेगा। अपने प्रियतम से बात करते समय अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि एक भी...आगे पढ़ें


वृषभ


चंद्रमा के आशीर्वाद से सप्ताह की शुरुआत अच्छी रहेगी। क्योंकि इस समय चंद्र ग्रह आपके ग्यारहवें भाव में स्थित होगा। आप आंतरिक रूप से सहज रहेंगे। आपका रचनात्मक पक्ष उभकर सामने आएगा। साथ ही आपकी प्रतिभा आपकी कमाई का ज़रिया भी बनेगी। आपकी संतान को उनकी मेहनत का फल मिलेगा। छात्र अपनी पढ़ाई में ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- पंचम भाव में शुक्र और बुध की स्थिति आपके प्रेम जीवन को ख़ुशनुमा बनाएगी। आप अपने प्यार के रिश्ते में निकटता का आनंद लेंगे। प्यार के सागर में भावनाएँ और रोमांस की लहरें उठेंगी। हालांकि, पंचम भाव में सूर्य का गोचर...आगे पढ़ें

मिथुन


सप्ताह की शुरुआत में आप अपने कार्य स्थल पर आनंद लेंगे। इस समय चंद्रमा आपके दसवें भाव में स्थित होगा। कार्य स्थल पर आपका प्रदर्शन वरिष्ठ अधिकारियों को आकर्षित करेगा। वहीं घर में भी अच्छा वातावरण देखने को मिलेगा। आप अपने प्रियजनों के साथ अपने समय का आनंद लेंगे। इसके बाद, चंद्रमा आपके ग्यारहवें भाव में प्रवेश करेगा। इसके कारण आपको मौद्रिक लाभ तो होगा ही। साथ ही आपकी इच्छाएँ भी ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यह सप्ताह आपके प्रेम जीवन के लिए ठीक है। आप अपने प्रेमी को अपने परिवार से मिलवा सकते हैं। ख़ुशनुमा पलों के साथ आप दोनों समय व्यतीत करेंगे। साथी का प्यार पाकर आप ख़ुद को भाग्यशाली महसूस कर सकते हैं। अगर प्रेम संबंधों ...आगे पढ़ें

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कर्क


आप सप्ताह की शुरुआत में लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं, जो आपके जीवन में आंतरिक संतुष्टि और शांति लेकर आएगी। आप अपने दोस्तों और कुछ रिश्तेदारों के साथ समय बिताना पसंद करेंगे। साथ ही, आपके भाई-बहन आराम से अपना जीवन व्यतीत करेंगे। चंद्रमा के दसवें भाव में प्रवेश करने के साथ, आप अपने काम के प्रति...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधों के लिए यह सप्ताह ठीक है। बृहस्पति जहाँ आपके पांचवें भाव में है और पांचवें भाव का स्वामी मंगल दूसरे भाव में है। इन ग्रहों की स्थिति के अनुसार, आपको अपने रिश्ते के प्रति गंभीरता दिखाने की आवश्यकता है। कोई व्यक्ति आपकी ओर आकर्षित हो सकता है, लेकिन अपने आप को विचलित करने के बजाय अपने ...आगे पढ़ें

सिंह


चंद्रमा के अष्टम भाव में होने से सप्ताह की शुरुआत में आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। किसी अवांछित यात्रा जाना हो सकता है, लेकिन आपके साथ अचानक ने कुछ अच्छी घटनाएँ घटित सकती हैं। रास्ते में कुछ अच्छे लोगों से मुलाकात हो सकती है। वहीं चंद्रमा का गोचर आपके नवम भाव में होगा तो इसके परिणामस्वरूप...आगे पढ़ें 

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह के दौरान प्रेम जीवन परेशानी भरा लग रहा है, क्योंकि पंचम भाव में शनि और केतु की युति बन रही है। इस अवधि में, समय आपका परीक्षण करेगा। आपको चुनौतियों से लड़ने और यह साबित करने की जरूरत है कि प्यार...आगे पढ़ें

कन्या


कुंडली के सप्तम भाव में चंद्रमा के गोचर से इस सप्ताह की शुरुआत में आपका वैवाहिक जीवन सुखी होगा। जीवनसाथी के साथ प्यार, स्नेह, रोमांस और घूमना-फिरना हो सकता है, जिससे आपकी मैरिड लाइफ और सुखद होगी। व्यवसाय में लाभ होगा संभव है। इस समय आप अपने व्यापार के विस्तार की योजना भी बना सकते हैं। जब चंद्रमा आठवें घर में प्रवेश करेगा, तो आपका मन किसी कारण बेचैन हो सकता है। बेकार की...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यह सप्ताह आपके प्रेम संबंधों के लिए अच्छा साबित होगा। हालाँकि, आपके व्यक्तिगत जीवन का तनाव आपके रिश्ते को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, कोशिश करें कि ऐसे विषय को आप प्यार के बीच न लाएँ। आप इस अवधि में प्यार...आगे पढ़ें


तुला


आपके लिए यह सप्ताह अप्रत्याशित घटनाओं के साथ शुरू हो सकता है क्योंकि इस समय चंद्रमा आपके छठे भाव मे होगा, लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ेगा, आपके लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण होगा। इस अवधि में, अपने खर्च पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें, अन्यथा आप वित्तीय परेशानियों में आ सकते हैं। इसके लिए उचित आर्थिक...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आपको अपने प्रेम जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि सूर्य और मंगल की दृष्टि आपके पंचम भाव में है। हालांकि, सूर्य इस सप्ताह अपना स्थान बदल देगा, लेकिन मंगल का नकारात्मक प्रभाव इस पर...आगे पढ़ें

वृश्चिक


आपके पंचम भाव में चंद्रमा का स्थान सप्ताह को अच्छी शुरुआत देगा। रचनात्मक कलाओं में आपकी रुचि बढ़ेगी और आप अपने बौद्धिक ज्ञान को भी बढ़ाएंगे। इस समय संतान सुखी रहेगी और आप चिंताओं से मुक्त रहेंगे। इसके बाद चंद्रमा आपके छठे भाव में आ जाएगा। इस समय सफलता के लिए आपको कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होगी और आप...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- इस सप्ताह आपका प्रेम जीवन बेहद सुकून भरा रहेगा। सप्ताह की शुरुआत में पांचवें भाव में चंद्रमा की उपस्थिति और इस घर पर शुक्र और बुध की दृष्टि आपके लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करेगी। ग्रहों की इस स्थिति से प्रेम जीवन...आगे पढ़ें

धनु


इस सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा आपके चौथे भाव में होगा, और इस वजह से, आप खुश रहेंगे और आपका निजी जीवन ख़ुशहाल होगा। इस समय आप अपने प्रोफेशनल लेवल भी अच्छा करेंगे। आप अपनी कमियों को दूर करने में भी सक्षम होंगे। कार्य क्षेत्र में अपने काम में ध्यान दें। जब चंद्रमा आपके पंचम भाव में जाएगा तो आपकी संतान का संबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन बहुत ही बढ़िया रहेगा। छात्र उच्च शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। अगर उच्च शिक्षा...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधों के लिहाज से यह सप्ताह आपके लिए कुछ बदलाव लेकर आएगा। आप या आपका प्रियतम विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। यात्रा के प्रस्थान से पहले आप उनसे मिलने का एक सुनहरा मौका चूक सकते हैं। आप दोनों के बीच प्यार तो...आगे पढ़ें

मकर


इस सप्ताह चंद्रमा आपके तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे भावों में जाएगा। सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा के तीसरे भाव में होने के कारण आप छोटी दूरी की यात्रा के दौरान आनंद लेंगे। आपके भाई-बहनों के साथ संबंध पहले से बेहतर होगा। इसके अलावा, जीवनसाथी की अच्छी कमाई होगी। उनकी सफलता से आप एक अच्छा नाम और प्रसिद्धि प्राप्त करेंगे। आपका मूड अच्छा रहेगा, और आप अपने प्रियजनों के साथ कीमती समय बिताएंगे। जब चंद्रमा ...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- यह सप्ताह आपके प्रेम संबंधों के लिए आनंदित रहने वाला है। यदि आप किसी को प्रपोज़ करना चाहते हैं, तो आप आगे बढ़ सकते हैं क्योंकि आप इसमें सफल हो सकते हैं। प्रेम विवाह के लिए दोनों के परिवारों से अनुमति ...आगे पढ़ें

कुंभ


सप्ताह की शुरुआत में आप सकारात्मक रहेंगे क्योंकि चंद्रमा आपके दूसरे भाव में होगा। इस समय आपका पारिवारिक पक्ष भी अच्छा रहेगा। घर-परिवार में सभी मिल-जुल कर रहेंगे। इस समय आप एक समारोह के दौरान अपने ससुराल वालों से मिल सकते हैं। वहीं आर्थिक दृष्टि से देखें तो धन लाभ संभव है। इसके बाद, चंद्रमा आपके तीसरे भाव में प्रवेश करेगा। इसके प्रभाव से आप चीजों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखेंगे। इस समय आप किसी...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम संबंधों के लिए यह सप्ताह मिलाजुला रहेगा। पंचम भाव में राहु और शनि शनि की दृष्टि से रिश्ते में गलतफहमी पैदा होंगी। रिश्ते की भलाई के लिए ग़लतफहमी को तुरंत दूर करें। हालांकि शुक्र और बुध रिश्ते को...आगे पढ़ें

मीन


सप्ताह की शुरुआत में चंद्रमा चंद्रमा आपके पहले भाव में स्थित होगा। इस दौरान आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। आप बौद्धिक रूप से मजबूत बनेंगे और आपका वैवाहिक जीवन मधुर होगा। आप अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर इस सप्ताह का आनंद लेंगे। व्यापार से आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। इस लाभ को पाकर आपका मन भी प्रसन्न रहेगा। इसके बाद, चंद्रमा आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेगा। ये समय भी आपके लिए...आगे पढ़ें

प्रेम जीवन :- प्रेम के मामलों के लिए यह सप्ताह धीमी लेकिन स्थिर गति के साथ शुरू होगा। पंचम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि आपके प्रेम जीवन में खुशी और आपसी समझ को बढ़ाएगी। यदि आप सिंगल हैं, तो सप्ताह के मध्य में कोई नया व्यक्ति आपके दिल...आगे पढ़ें

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