एस्ट्रोसेज वर्कशीट - पाएँ सब कुछ अब एक ही जगह

हम आपके लिए लाए हैं एस्ट्रोसेज की नई वर्कशीट, जो कि इंटरनेट की दुनिया में सबसे आधुनिक ज्योतिषीय सॉफ़्टवेअर है। इसके माध्यम से आप लगभग दस गुना अधिक तीव्रता से कुण्डलियों का विश्लेषण कर पाएंगे। क्योंकि अब सारी आवश्यक कुंडलियाँ और तालिकाएँ आप एक ही स्क्रीन पर पा सकते हैं। 2004 में हमने क्लाउड आधारित ज्योतिष का सॉफ़्टवेअर बनाया था। 2009 में हमने मोबाइल के लिए ऍप बनाई और अब 2015 में हम आपके लिए लाए हैं एस्ट्रोसेज वर्कशीट, जो है अपने आप में ख़ास।


वर्कशीट में ख़ास

  • अपना स्क्रीन ख़ुद डिज़ाइन करें
  • स्वयं के अनुसार ले-आउट बनाने के लिए स्वेच्छा से विजेट जोड़ें
  • वही देखें जो आप वाक़ई देखना चाहते हैं
  • विजेट लगाने के लिए ड्रेग एंड ड्रॉप करें
  • ढेरों तालिकाओं और कुंडलियों के विजेट उपलब्ध
  • उत्तर भारतीय व दक्षिण भारतीय कुंडली प्रकार उपलब्ध
  • दो भाषाओं का विकल्प - हिन्दी व अंग्रेज़ी



एस्ट्रोसेज वर्कशीट का उपयोग कैसे करें?


एस्ट्रोसेज वर्कशीट को इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है। बस, एस्ट्रोसेज.कॉम में कुंडली या लॉग इन पर क्लिक करें और कोने में बने “वर्कशीट” बटन पर क्लिक करें। तुरन्त एस्ट्रोसेज वर्कशीट अपनी सारी फ़ीचर्स के साथ खुल जाएगी। 

वर्कशीट की विशेषताएँ


एस्ट्रोसेज वर्कशीट की निम्न सुविधाएँ इसे ख़ास बनाती हैं:
  1. देखें एकाधिक कुंडलियाँ: जी हाँ, अब आप एक ही पन्ने पर पाएंगे बहुत-सी कुंडलियाँ।
  2. अपनी पसंद से बदलाव: अब आप अपनी सुविधा से कुंडलियों तथा तालिकाओं को वर्कशीट पर ड्रेग-एंड-ड्रॉप कर सकते हैं। आप वैसी वर्कशीट बना सकते हैं जैसी आप चाहें।
  3. कुंडलियाँ सहेजें: सभी कुंडलियों, सूचनाओं और किए गए काम को सुरक्षित सहेजकर रख सकते हैं।
  4. हिन्दी व अंग्रेज़ी में: वर्कशीट को देखें - हिन्दी या अंग्रेज़ी - अपनी मनपसंद भाषा में।
  5. उत्तर व दक्षिण भारतीय कुंडली प्रकार: जिस शैली में भी कुंडलियाँ देखना चाहें, आप देख सकते हैं।
  6. स्वतः सुरक्षित होने वाली वर्कशीट: आपने वर्कशीट में आख़िर में जो भी बदलाव किया है, अगली बार लॉग इन करने पर वर्कशीट उसी रूप में आपको मिलेगी।
  7. मिश्रित प्रदर्शन: आप जो भी चाहें, वह वर्कशीट में रख सकते हैं। विभिन्न कुंडलियों से लेकर तालिकाओं तक, सब कुछ अब आपको मिलेगा एक ही जगह।
आपको सिर्फ़ ऊपर दाईं ओर “नया बॉक्स” बटन पर क्लिक करना है और नया डिब्बा आपकी वर्कशीट में जुड़ जाएगा। इसके बाद आप जो इसमें देखना चाहें, वह विकल्पों में से जोड़ सकते हैं।



जैसे ही आप “ऑप्शन्स” के बटन पर क्लिक करेंगे आपके सामने एक पॉप-अप आएगा; जिसमें आप 10 तरीक़ों की कुंडलियों, 18 तालिकाओं और 14 वर्गों में से कुछ भी अपने मुताबिक़ चुन सकते हैं। इतना ही नहीं, हम यहाँ और भी विकल्प जोड़ रहे हैं, जो वर्कशीट के उपयोग को एक यादगार अनुभव में तब्दील कर देंगे।


एस्ट्रोसेज वर्कशीट अंग्रेज़ी में दिखती है ऐसी!


आइए एक नज़र डालते हैं कि अंग्रेज़ी में वर्कशीट की सुविधा कैसी दिखेगी -

ज्योतिषियों तथा ज्योतिष के विद्यार्थियों के लिए वर्कशीट की यह सुविधा बेहद ख़ास है। साथ ही ज्योतिष के अभ्यास और गहन विश्लेषण में भी वर्कशीट अत्यन्त उपयोगी साबित होगी।

वर्कशीट की सुविधाएँ

  1. अब आपको अलग-अलग कुंडलियाँ और दशा आदि देखने के लिए अलग-अलग पन्नों पर जाने की ज़रूरत नहीं है।
  2. कुंडलियाँ बनाने के लिए बार-बार फ़ॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं है।
  3. कुंडली के विश्लेषण के लिए अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध सूचनाओं को लिखने की ज़रूरत नहीं है।
  4. सब कुछ एक ही जगह पर पाकर आप कर सकते हैं अपने क़ीमती समय की बचत।
एस्ट्रोसेज.कॉम दुनिया का नं. 1 ज्योतिषीय पोर्टल है; साथ ही यह विश्व का पहला क्लाउड आधारित ज्योतिषीय सॉफ़्टवेअर भी है। इसलिए, डेस्कटॉप, मोबाइल, टेब व लेपटॉप आदि सभी जगह यह उम्दा तरीक़े से काम करता है। इस कुंडली सॉफ़्टवेयर को रोज़ाना लाखों ज्योतिषी उपयोग में लाते हैं। इसलिए हम भली-भाँति समझते हैं कि ज्योतिषियों की क्या-क्या ज़रूरतें हैं। ज्योतिष के क्षेत्र में हम आधुनिकतम तकनीक सुगम तरीक़े से उपलब्ध कराते हैं। एस्ट्रोसेज वर्कशीट इसी दिशा में अगला क़दम है, जो दुनिया भर के ज्योतिषियों के लिए ज़रूर लाभदायक साबित होगा।

अब आज़माइए “एस्ट्रोसेज वर्कशीट” और मिलाइए ज्योतिष की शक्ति में तेज़ी की सुविधा आज ही।



आज के तथा आने वाले पर्व!


आज की सेंसेक्स-निफ़्टी प्रेडिक्शन्स जानने किए लिए क्लिक करें: स्टॉक-मार्किट प्रेडिक्शन्स 

आज देश भर में श्री दुर्गाष्टमी और धूमावती जयंती मनायी जाएगी। हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी के रूप में मनाया जाता है, इस दिन भक्त माँ दुर्गा की पूजा करते हैं और पूरे दिन व्रत का पालन करते हैं। 

मई 27, 2015 यानि कल उमा ब्राह्मणी नवमी के रूप मनाया जाएगा। इसके साथ ही शुक्ला देवी पूजा भी होगी। 

मई 28, 2015 को गंगा दशहरा मनाया जाएगा। इसी दिन माँ गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। 

मई 29, 2015 का दिन भीमसेनी एकादशी और निर्जला एकादशी के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन सभी भक्त पानी की एक बूँद ग्रहण किए बिना पूरे दिन का व्रत करते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। 

आपका दिन शुभ हो!

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