चन्द्र ग्रहण (8 अक्टूबर 2014): क्या करें, क्या ना करें?

अक्टूबर 08, 2014 को भारत के कई हिस्सों में चन्द्र ग्रहण होगा। हमारी मान्यताओं के अनुसार सामान्य रूप से ग्रहण शुभ परिणाम नहीं देता। लेकिन कुछ उपायों द्वारा ग्रहण के इन विपरीत परिणामों से खुद को बचाया जा सकता है। पं. दीपक दूबे द्वारा लिखा गया ये लेख पढ़ें और स्वयं जानें। 

अक्टूबर 08, 2014, बुधवार के दिन चन्द्र ग्रहण होगा।

इस चन्द्र ग्रहण का किन राशियों पर होगा क्या प्रभाव?

8 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लग रहा है, यह ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लग रहा है, अतः यह इस राशि तथा नक्षत्र से सम्बंधित लोगों पर यह अधिक प्रभावी होगा। यह ग्रहण भारत के कई हिस्सों में बहुत ही कम समय के लिए दिखाई देगा। जिन स्थानों पर यह दिखाई देगा वहाँ के लोगो के लिए सूतक सूर्योदय से ही प्रारम्भ हो जायेगा।

नयी दिल्ली में ग्रहण की अवधि इस प्रकार है:

  • ग्रहण प्रारम्भ: दोपहर २:५० से
  • मध्यकाल: दोपहर ४:३० तक
  • मोक्ष: सायं ६:०५ पर

नई दिल्ली में खण्डग्रास चन्द्र ग्रहण का समय:

  • चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ (चन्द्रोदय के साथ): १८:०१:५१
  • चन्द्र ग्रहण समाप्त: १८:०४:२०
  • स्थानीय ग्रहण की अवधि: ०० घण्टे ०२ मिनट २९ सेकेंड
  • चन्द्रोदय: १८:०१:५१

हमारे धर्म और ज्योतिष के अनुसार ग्रहण का प्रभाव शुभ नहीं माना जाता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी पूर्णिमा के दिन समुद्र ज्वार आता ही है। समुद्री हलचल होती ही है जिसके परिणाम स्वरूप प्राकृतिक आपदाएँ आने की प्रबल संभावनाएँ भी होती हैं।

जब पृथ्वी पर इतनी हलचल रहेगी तो हम मनुष्य उससे कैसे अछूते रहेंगे ? एक बात और बता दूँ कि चन्द्र ग्रहण कहीं दिखे या ना दिखे परन्तु इसका प्रभाव अवश्य पड़ता है। दिखने ना दिखने का प्रभाव सूतक और पूजा-पाठ से सम्बंधित है, उसके पृथ्वी पर पड़ने वाले प्रभाव से नहीं।

वैसे आप किसी भी राशि के हों ग्रहण के दिन पूजा, दान, भूखे लोगों को भोजन और स्वतः भी शुभ कर्मरत रहें, क्योंकि इस दिन प्राकृतिक आपदाओं तथा घटना-दुर्घटना होने की सम्भावना अन्य दिनों से अधिक रहती है। अतः अपने को अच्छे कार्यों में लगाये रखें। 

आइये देखते हैं क्या होगा प्रभाव इस चन्द्र ग्रहण का सभी राशियों पर -

मेष: शत्रुओं पर विजय, कर्ज से मुक्ति परन्तु यात्रा से बचें।

वृषभ: आर्थिक नुकसान होने का योग बनेगा , आर्थिक मामलों में सोच समझकर फैसले लें, नौकरी में कुछ परेशानी पैदा हो सकती है।

मिथुन: पिता या सरकारी विभागों से परेशानियाँ पैदा हो सकती है। पीछे किये हुए किसी कार्यवश बदनामी होने की सम्भावना रहेगी।

कर्क: भाग्य बहुत ही कमजोर रहेगा, कोई भी ऐसा कार्य ना करें जो सिर्फ भाग्य पर निर्भर हो।

सिंह: अपमान की सम्भावना बनेगी, स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या भी खड़ी हो सकती है, वाहन सावधानी से चलायें तथा गहरे पानी से दूरी बनायें रखें।

कन्या: दुःख भरे समाचार की संभावना, वैवाहिक जीवन में तनाव तथा कार्य व्यवसाय में हानि की सम्भावना।

तुला: सुख की अनुभूति होगी, धनागमन के नए स्रोत बनेगे। कर्ज, रोग तथा शत्रुओं से मुक्ति मिलेगी।

वृश्चिक: मानसिक चिंताएं बढ़ेंगी, संतान के कारण कुछ परेशानी हो सकती है। गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही सावधानी बरतने का समय है।

धनु: परिवार में अनावशयक तनाव, अनिद्रा तथा अंजाना भय बनेगा, वाहन सावधानी से चलायें।

मकर: मन अशांत रहेगा, भाई-बहनों तथा करीबी मित्रों से बिना वजह तनाव उत्पन्न हो सकता है।

कुम्भ: धन हानि की प्रबल सम्भावना है, अनावश्यक विवाद हो सकता है, मन-वाणी पर नियंत्रण रखें।

मीन: आप की ही राशि पर ग्रहण है, अतः अत्यंत ही नाज़ुक समय है, मन अशांत हो सकता है, जो लोग किसी मानसिक समस्या से ग्रस्त हैं उनके लिए बहुत सावधानी रखने का समय है। वैवाहिक जीवन में तनाव, स्वास्थ्य की समस्या तथा बहुत अकेलापन महसूस होगा, खुश रहने का प्रयास करें।

विशेष सावधानियाँ


  • नशे और बुरे कर्मों से बचें
  • गर्भवती महिलाएँ कोई भी जोखिम भरा कार्य और खान-पान में अत्यंत ही सावधानी बरतें, और प्रसन्न रहें
  • ग्रहण के दौरान सोएँ नहीं
  • घर में खूब सफाई रखे, चूँकि ग्रहण के दौरान झाड़ू नहीं लगती, अतः पहले ही साफ़-सफाई कर लें
  • आज कोई नया कार्य प्रारम्भ न करें

Related Articles:

No comments:

Post a Comment