आज 15:45 से प्रारंभ होकर 19:19 बजे तक इस सदी का सबसे छोटा चन्द्र ग्रहण पड़ने जा रहा है। यह 2015 साल का पहला आंशिक चंद्रग्रहण होगा। ग्रहों की स्थिति बदलने वाली है। इस ग्रहण का सभी राशियों पर अलग-अलग असर देखने को मिलेगा। सदी में होने वाली इस दिलचस्प घटना के गवाह बनने के लिए क्या आप तैयार हैं? क्या होगा इस आंशिक चंद्रग्रहण से आपके जीवन पर असर?
अंकज्योतिष के नज़रिए से भी है यह चन्द्र ग्रहण ख़ास
शनिवार 4 अप्रैल 2015 के चंद्र ग्रहण के दिन का मूलांक भी 8 है जो की शनि प्रधान है। इसमें हर प्रकार के रोगों से लोग परेशान रह सकते हैं। इस दिन लोगों पर शनि की ढैय्या और साढ़े साती का प्रकोप बना रह सकता है।
2015 की हनुमान जयंती भी है ख़ास
हनुमान जी की उपासना-आराधना करने से शनि महाराज प्रसन्न होते हैं। और क्योंकि आज हनुमान जयंती है, आप इस अवसर का भरपूर फ़ायदा उठा सकते हैं। आज चन्द्र ग्रहण के दिन हनुमान जी की पूजा आपके जीवन को खुशियों से भर सकती है।
शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए और उपाय जानने के लिए इसे देखिए - शनि के प्रकोप से बचने के ५ सरल उपाय जानें अभी
हो सकता है ब्लड मून का दीदार
चंद्रग्रहण में सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर पड़ने से वह लाल या संतरी रंग का हो जाता है। इसी वजह से इसे 'ब्लड मून' बोला जाता है। आज होने वाले चंद्रग्रहण में ब्लड मून होने की संभावना हो सकती है।
नासा के मुताबिक आज होने वाला ग्रहण चार चन्द्र ग्रहणों की पंक्ति में तीसरे ग्रहण के रूप में लगेगा, ऐसे पंक्तियों में होने वाले ग्रहणों को ‘’टेट्राड’’ कहा जाता है। इस पंक्ति में पहला ग्रहण 15 अप्रैल, 2014 को लगा था, जिसके बाद सितम्बर 2014 में दूसरा ग्रहण लगा था। और इसके बाद आखिरी ग्रहण सितम्बर 28, 2015 को लगेगा।
हम आशा करते हैं कि आपको ज़िंदगी में आने वाली हर परेशानी से जल्दी निजात मिले। इसी कामना के साथ इन उपायों का रखें ध्यान और रहिए खुशहाल।
खग्रास चन्द्र ग्रहण का समय एवं उपाय
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी इस तरीके से आ जाती है कि पृथ्वी की छाया से चंद्रमा का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है, और पृथ्वी सूर्य की किरणों को चाँद तक पहुँचने में रूकावट लगा देती है, तो उसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है।
आंशिक रूप से आज चन्द्र ग्रहण तक़रीबन 3 घंटे और 33 मिनट के लिए लगेगा लेकिन पूर्ण रूप से सिर्फ 5 मिनट के लिए ही देखा जा सकेगा। इस लेख के ज़रिए हम बताएँगे आपको खग्रास (आंशिक) चंद्र ग्रहण के समय और बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण और असरदार उपाय।
खग्रास चंद्र ग्रहण के प्रकोप से बचने के कुछ सरल उपाय
- चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान शिव की उपासना करना अत्यंत ही लाभकारी रहेगा।
- ग्रहण काल में स्नान और दान आदि करने से दिक़्क़तों से छुटकारा मिलेगा।
- तीर्थ स्थानों की यात्रा, ध्यान, हवन चंद्र ग्रहण के दौरान विशेष कल्याणकारी होता है।
- चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का स्पर्श मना है। इसलिए ग्रहण की अवधि में भजन कर सकते हैं। कोई पूजन कार्य नहीं किए जा सकते हैं।
- नवजात शिशु की रक्षा के लिए गर्भवती महिलाओं को काटने, बुनने व सिलने के कार्य नहीं करना चाहिए। इससे बच्चे पर ग्रहण के दुष्प्रभाव की आशंका बढ़ जाती है।
- चन्द्र ग्रहण के बाद प्रकोप को समाप्त करने के लिए गरीब लोगों को ज्यादा से ज्यादा दान करें।
- ग्रहण के दौरान सूतक प्रारम्भ हो जाने के बाद बच्चों, वृद्ध व रोगियों को छोड़कर किसी को भोजन आदि नहीं करना चाहिए।
नासा क्यों मानता है इस ग्रहण को ख़ास
नासा के मुताबिक आज होने वाला ग्रहण चार चन्द्र ग्रहणों की पंक्ति में तीसरे ग्रहण के रूप में लगेगा, ऐसे पंक्तियों में होने वाले ग्रहणों को ‘’टेट्राड’’ कहा जाता है। इस पंक्ति में पहला ग्रहण 15 अप्रैल, 2014 को लगा था, जिसके बाद सितम्बर 2014 में दूसरा ग्रहण लगा था। और इसके बाद आखिरी ग्रहण सितम्बर 28, 2015 को लगेगा।
हम आशा करते हैं कि आपको ज़िंदगी में आने वाली हर परेशानी से जल्दी निजात मिले। इसी कामना के साथ इन उपायों का रखें ध्यान और रहिए खुशहाल।
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