चैत्र नवरात्र का चौथा दिन आज, माँ कूष्माण्डा की करें आराधना।

माँ दुर्गा की आराधना का महापर्व है चैत्र नवरात्रि , जो भारत सहित पूरे विश्व में मनाई जा रही है। 31 मार्च 2017 को नवरात्रि की चतुर्थी तिथि पड़ रही है। इस दिन माँ दुर्गे का चौथा स्वरूप कूष्माण्डा देवी की आराधना की जाती है। इसलिए इस लेख के माध्यम से हम आपको बता रहे हैं चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी तिथि में माँ कूष्माण्डा देवी को कैसे प्रसन्न करें।


चतुर्थी तिथि की समयावधि


मुहूर्त प्रारंभ
23:44:30 बजे,  30 मार्च 2017
मुहूर्त समापन
20:42:51 बजे, 31  मार्च 2017

नोट: ऊपर दिया गया समय नई दिल्ली (भारत) के लिए है। अपने शहर के अनुसार चतुर्थी तिथि की समयावधि जानने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें: एस्ट्रोसेज दैनिक पंचांग

माँ कूष्माण्डा


दुर्गा जी के नौ रूपों में चौथा रूप माँ कूष्माण्डा का है। इन्हें देवी पार्वती का ही स्वरूप माना जाता है। यदि इनके नाम का शाब्दिक अर्थ निकाले तो कूष्माण्डा तीन शब्दों से मिलाकर बना है, जिसमें 'कू' का अर्थ है लघु, 'ऊष्मा' का अर्थ है ऊर्जा एवं 'अण्डा' का अर्थ यहाँ अंडाकार से है। ऐसी मान्यता है कि माँ दुर्गा ने अण्डाकार रूप में ब्रह्माण्ड की उत्पति की थी, इसलिए इन्हें कूष्माण्डा देवी कहा जाता है। 


ज्योतिष महत्व


वैदिक ज्योतिष के अनुसार कूष्माण्डा देवी सूर्य देव का मार्गदर्शन करती हैं, इसलिए इनकी आराधना करने से कुंडली में सूर्य दोष का निवारण होता है।

ऐस्ट्रोसेज की ओर से हम आशा करते हैं कि इस चैत्र नवरात्रि में माँ कूष्माण्डा की कृपा आप पर बरसे। चैत्र नवरात्रि 2017 की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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