नाग पंचमी आज, जरूर करें ये चार काम!

जानें कालसर्प दोष से मुक्ति का महाउपाय! पढ़ें नाग पंचमी पर यह विशेष लेख और समझें इस दिन का धार्मिक और पौराणिक महत्व...





देशभर में आज नाग पंचमी का त्यौहार बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व हिन्दुओं का एक पवित्र त्यौहार माना जाता है। हिन्दू धर्म में नाग को केवल सांप के रूप में नहीं देखा जाता है बल्कि इन्हें देवता के समान माना जाता है इसलिए इसे नाग देव अथवा नाग देवता के नाम से संबोधित किया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार नाग पंचमी का पर्व हर वर्ष श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन व्रत रखकर सर्पों की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। 

पूजा मुहूर्त

दिनांकसमयअवधि
27 जुलाई, 201707:02:57 से 08:22:37 तक1 घंटे 19 मिनट

नोटः ऊपर दिया गया समय नई दिल्ली (भारत) के लिए है। जानें अपने शहर में नाग पंचमी का शुभ मुहुर्त एवं पूजा विधि 

नाग पंचमी के दिन करें ये काम

  1. इस दिन नाग देवता का दर्शन अवश्य करें
  2. बांबी (नागदेव का निवास स्थान) की पूजा करें
  3. नाग देव की सुगंधित पुष्पों एवं चंदन से पूजा करें
  4. ॐ कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा मंत्र का जाप करें

ज्योतिषीय दृष्टि से नाग पंचमी का महत्व

ज्योतिषीय दृष्टिकोण से नाग पंचमी का विशेष महत्व है। जब किसी जातक की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच अवस्थित होते हैं तो उसकी कुंडली में कालसर्प दोष बनता है और कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग पंचमी का दिन अति उत्तम माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन बहते हुए पानी में 11 नारियल को प्रवाह करने से कुंडली में कालसर्प दोष समाप्त होता है। पंचमी तिथि नाग देवता को भी समर्पित है।

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श्रावण मास में क्यों मनाई जाती है नाग पंचमी? 

हिन्दू धर्म के अनुसार सावन बड़ा ही पावन मास होता है। ऐसी मान्यता है कि सावन में सांपों आराधना करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। सावन में सांपों के बिल में पानी भर जाता है और वे अपने नए बसेरे की तलाश में रिहायशी क्षेत्र में आ जाते हैं, इसलिए सर्पदंश के भय से बचने के लिए लोग नाग पंचमी के दिन नाग देव की पूजा की जाती है।

हम आशा करते हैं कि नाग पंचमी के पावन दिन पर आपको नाग देव का आशीर्वाद प्राप्त हो। एस्ट्रोसेज की ओर से सभी पाठकों को नाग पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ !

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