योग कारक शनि ग्रह शत्रु नहीं बल्कि मित्र हैं। शनि देव प्रकृति में संतुलन पैदा करते हैं और हर प्राणी के साथ न्याय करते हैं। शनि के प्रभाव से ही जातक जीवन में बहुत उन्नति करता है। 26 जनवरी 2017 को शनि धनु राशि में गोचर करेगा। इस दौरान शनि 6 अप्रैल से वक्रीय गति करेगा और 25 अगस्त तक इसी अवस्था में रहेगा। इसके बाद 21 जून को शनि वृश्चिक राशि में लौटेगा। 26 अक्टूबर को शनि पुन: धनु राशि में प्रवेश करेगा। शनि के इस गोचर का सभी राशियों पर असर पड़ेगा। आईये जानते हैं कि आपकी राशि पर इसका क्या प्रभाव होगा ?
मेष
शनि के नौंवे भाव में गोचर करने की वजह से करियर की रफ्तार सुस्त पड़ सकती है। अपने लक्ष्य और सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। बेवजह क्रोध करने से बचें। आगे पढ़ें…
वृषभ
शनि देव का आठवें भाव में गोचर करना, यह दर्शाता है कि इस अवधि में आपको धैर्य के साथ परिश्रम करना होगा। इसलिए यदि आप सफल होना चाहते हैं तो कड़ी मेहनत करने के लिए तैयार रहें। आगे पढ़ें…
मिथुन
शनि के गोचर के दौरान अच्छे और कड़वे अनुभवों का सामना करना होगा। कानूनी विवाद में आने वाला फैसला आपके पक्ष में होगा। मां की सेहत को लेकर चिंतित रह सकते हैं। शांति और संयम के साथ काम लें व हालात के अनुसार अपनी प्राथमिकतायें तय करें। आगे पढ़ें…
कर्क
शनि के छठवें भाव में गोचर करने की वजह से परिजनों और जीवन साथी के साथ रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखें। स्वस्थ और संतुलित दिनचर्या अपनाने की कोशिश करें। आगे पढ़ें…
सिंह
शनि का पांचवें भाव में गोचर करना आपके प्रेम संबंधों के लिए बेहद अनुकूल है। नौकरी पेशा जातकों को प्रमोशन मिलेगा व सैलरी बढ़ने के भी योग बन रहे हैं। आमदनी बढ़ने के साथ-साथ खर्च भी बढ़ेंगे इसलिए बेहतर आर्थिक प्रबंधन की ज़रुरत है। आगे पढ़ें…
कन्या
शनि का चौथे भाव में गोचर करना इस बात का संकेत है कि, आप किसी नई जगह पर शिफ्ट हो सकते हैं। मानसिक शांति पाने के लिए लंबी दूरी की यात्रा के योग भी बन रहे हैं। इस अवधि में सेहत के प्रति लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतें वरना मुश्किल में पड़ सकते हैं। आगे पढ़ें…
तुला
शनि देव आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इसके परिणाम स्वरूप शनि के प्रभाव से आप दृंढ निश्चयी और कर्मठ होंगे। मानसिक शांति कायम रखने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान आपको प्रेरित करेगा। आगे पढ़ें…
वृश्चिक
शनि देव आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आपके पारिवारिक रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। कठिन परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा। नौकरी के नए अवसर मिलने के योग भी बन रहे हैं। आगे पढ़ें…
धनु
शनि देव आपकी राशि के लग्न भाव में गोचर करेंगे। इसके फलस्वरूप आपके व्यवहार में बेचैनी और चिड़चिड़ापन बना रहेगा। सेहत से जुड़ी परेशानी भी हो सकती है। शनि के गोचर के प्रभाव से आपके भाई-बहनों को अच्छे नतीजे मिलेंगे। आगे पढ़ें…
मकर
शनि देव के बारहवें भाव में गोचर करने से कुछ जातकों को आर्थिक नुकसान हो सकता है। फिज़ूलखर्ची से बचें वरना आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रोफेशनल लाइफ में विदेश से तरक्की के योग बन रहे हैं। आगे पढ़ें…
कुंभ
शनि देव का गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। शनि के प्रभाव से कार्य स्थल पर नए लक्ष्यों का निर्धारण करेंगे और काम को लेकर प्रतिबद्ध रहेंगे। इस अवधि में स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। छोटी-छोटी बातों को लेकर परेशान और बेचैन ना रहें। आगे पढ़ें…
मीन
शनि देव के दसवें भाव में गोचर करने की वजह से खर्चे बढ़ेंगे। इस अवधि में मां की सेहत का खास ख्याल रखें। ग़लतफ़हमी की वजह से प्रेम संबंध प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे हालात में धैर्य के साथ काम लें और शांति बनाए रखें। आगे पढ़ें…
Moon rashi ya sun rashi kisses mane
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