साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें आपकी राशि पर ग्रहण का प्रभाव !

साल का पहला सूर्य ग्रहण देगा 4 राशि वालों को विशेष लाभ! पढ़ें सूर्य ग्रहण का राशिफल, साथ ही जानें ग्रहण का समय, सूतक और इससे संबंधित सावधानियां।
साल 2019 का पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी को घटित होने वाला है। चूकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इस ग्रहण का सूतक व धार्मिक महत्व मायने नहीं रखेगा। यह सूर्य ग्रहण मध्य-पूर्वी चीन, जापान, उत्तरी-दक्षिणी कोरिया, उत्तर-पूर्वी रूस, मध्य-पूर्वी मंगोलिया, प्रशांत महासागर, अलास्का के कुछ पश्चिमी तटों पर ही दिखाई देगा। इसलिए यहाँ इस सूर्य ग्रहण का सूतक प्रभावी होगा। 



सूर्य ग्रहण 6 जनवरी 2019
समय
प्रकार
दृश्यता
रविवार सुबह 05:04:08 से 09:18:46 बजे तक  (भारतीय समयानुसार)
आंशिक
मध्य-पूर्वी चीन, जापान, उत्तरी-दक्षिणी कोरिया, उत्तर-पूर्वी रूस, मध्य-पूर्वी मंगोलिया, प्रशांत महासागर, अलास्का के कुछ पश्चिमी तट

विशेष: यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका सूतक मान्य नहीं होगा। 

सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव

हिन्दू पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण पौष अमावस्या के दिन शनिवार की रात्रि के बाद 6 जनवरी रविवार को सुबह 05:04:08 से 09:18:46 बजे तक दिखाई देगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है इसलिए इन दोनों नक्षत्र और राशि से संबंधित व्यक्तियों के लिए यह सूर्य ग्रहण थोड़ा कष्टकारी साबित हो सकता है। पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी शुक है और शुक्र कला, धन, सौंदर्य प्रसाधन, ब्यूटीशियन, चिकित्सा, इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक, कामवासना आदि का कारक होता है। ऐसे में इस क्षेत्र के लोग ग्रहण के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। 

पढ़ें सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर होने वाला असर
मेष: नौकरी और व्यवसाय पेशा लोगों को सभी कार्यों में सफलता मिलने का प्रबल योग है। 

वृषभ: आपको ग्रहण से धन लाभ होगा। साथ ही साथ आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। 

मिथुन: आपको काम के सिलसिले में या किसी दूसरे कारणों के चलते परिवार से दूर जाना पड़ सकता है।

कर्क: चिंता बढ़ने से आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों प्रभावित होगी। ग्रहण काल के दौरान तेज रफ्तार वाहन न चलाएं। 

सिंह: पारिवारिक जीवन में किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है, इसलिए इस दौरान संयम के साथ काम लें और भाषा पर नियंत्रण रखें। 

कन्या: आपको अपने जीवन की हर परिस्थिति में भाई-बहनों से मदद मिलेगी। साथ ही आप छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते है। 

तुला: ग्रहण काल के चलते आपके जीवन में कुछ समय के लिए अशांति और अस्थिरता रहेगा। इससे पारिवारिक जीवन में भी परेशानियां आएंगी। 

वृश्चिक: छात्रों को पढ़ाई में एकाग्रता की कमी होने से परेशानियाँ आएँगी। प्रेम जीवन में भी गलतफहमी होने से प्रियतम के साथ संबंध बिगड़ सकते हैं। 

धनु: नौकरी और व्यवसाय पेशा लोगों को काम में सफलता मिलेगी। जिससे मन में खुशी का भाव रहेगा। 

मकर: इन जातकों को वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपका साथी के साथ किसी बात को लेकर विवाद भी हो सकता है। 

कुंभ: अचानक धन हानि और मान-प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचने से आपके प्रोत्साहन में कमी आ सकती है। 

मीन: ग्रहण के दौरान तनाव बढ़ने से मानसिक रूप से परेशानी होगी। किसी भी तरह की लंबी दूरी की यात्राएं कष्टकारी साबित हो सकती हैं। 

सूर्य ग्रहण का सूतक

यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका सूतक और धार्मिक महत्व भी नहीं माना जाएगा। आइये जानते हैं सूतक काल में किन कार्यों को करने से परहेज करना चाहिए: 
  • मूर्ति स्पर्श, मूर्ति पूजन और खाना-पीना सूतक और ग्रहण काल के दौरान वर्जित माना गया है। 
  • विषेशज्ञों के अनुसार सूतक और ग्रहण काल के समय मंत्र जाप विशेष लाभकारी साबित होता है। 
  • सूतक के नियम बीमार, असहाय, गर्भवती महिलाएं, बुज़ुर्ग और बच्चों पर लागू नहीं होते है।
  • सूतक काल के दौरान भोजन करने से परहेज करना चाहिए। अगर बहुत आवश्यक हो तभी दूध, फल, जूस या सात्विक भोजन ही लें। 

ग्रहण के समय इन बातों का रखें ध्यान 

ज्योतिषी मान्यता अनुसार ग्रहण काल के समय ये माना गया है कि वातावरण में नकारात्मक शक्तियां प्रबल हो जाती हैं। जिनका बुरा असर मानव समुदाय पर पड़ता है। इसलिए भी धार्मिक मान्यताओं में ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए कुछ सावधानियाँ अवश्य रूप से बरतने की सलाह दी गई है। 
  • सूर्य ग्रहण से पूर्व दूध-दही से बने हुए भोजन में तुलसी के पत्ते डाल दें। मान्यता है कि ऐसा करने से इन पदार्थों पर ग्रहण का असर नहीं होता है।
  • हो सके तो ग्रहण काल से पहले ही भोजन कर लें और ग्रहण के दौरान कुछ न खाएं।
  • ग्रहण के समय मंदिर, पूजन, मूर्ति और तुलसी व शमी के पौधे को न छुए। 
  • गर्भवती स्त्रियां ग्रहण के दौरान धारदार चीजें जैसे काटने, छीलने और सिलने का कार्य न करें। 
  • ग्रहण के दौरान चाकू, कैंची और सुई का उपयोग भूल से भी न करें।
  • ग्रहण के समय जितना हो सके उतना सूर्य मंत्र का जाप करें।

ग्रहण समाप्ति के बाद ज़रूर करें ये काम

  • ग्रहण समाप्ति के तुरत बाद स्वयं स्नान करे और भगवान की मूर्तियों को भी गंगाजल से स्नान कराएं।
  • तुलसी व शमी के पौधों में गंगाजल का छिड़काव कर उन्हें पवित्र करें। 
  • ग्रहण के बाद गरीबों को दान-दक्षिणा दें। 

यह आंशिक सूर्य ग्रहण इस वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण था। इस वर्ष 2019 में कुल 3 सूर्य ग्रहण देखने को मिलेंगे। 

एस्ट्रोसेज की ओर से उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ!

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