शुक्र का सिंह राशि में गोचर, बदल जाएगी आपकी ज़िंदगी

सिंह राशि में शुक्र का होगा मंगल से योग। जानें शुक्र का सिंह राशि में गोचर करने से आपकी राशि पर क्या विशेष प्रभाव पड़ेगा।


सबसे चमकीला ग्रह में शुक्र का नाम सर्वप्रथम आता है। शुक्र वैसे तो सभी सुख संसाधनों का मुख्य ग्रह है लेकिन विशेष रूप से प्रेम संबंध, भौतिक सुख सुविधाओं और अंतरंग संबंधों का प्रदाता ग्रह है। जिस प्रकार बृहस्पति को देव गुरु का दर्जा प्राप्त है उसी प्रकार शुक्र को दैत्य गुरु का। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को बृहस्पति ग्रह के अनुसार ही शुभ ग्रह का दर्जा दिया गया है और यही वजह है कि शुक्र की उत्तम स्थिति व्यक्ति को सभी सुख संसाधनों से संपन्न बनाती है और व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की विद्याओं में भी पारंगत बनाती है। 

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शुक्र ग्रह का कुंडली पर प्रभाव


वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह एक स्त्री तत्व प्रधान ग्रह है, जो खूबसूरती और आकर्षण देता है। यदि व्यक्ति का शुक्र प्रबल है तो व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार के सुख की कमी नहीं होती और वह सदैव सुखी रहता है। क्योंकि शुक्र ग्रह विवाह, स्त्री, प्रमाद, भोग, विलास, साज सज्जा, कलात्मक कार्य, अभिनय, साहित्य, आदि का मुख्य कारक ग्रह है। इसके विपरीत यदि शुक्र किसी की कुंडली में अशुभ स्थिति में बैठा है या कमजोर है तो व्यक्ति को धन और भौतिक सुखों का अभाव रहता है। इसके अतिरिक्त उसके जीवन में प्रेम की कमी होती है। 

शुक्र से प्रभावित जातक अच्छा भोजन करने वाला और स्वयं को बेहतर दिखाने के प्रयास करने वाला होता है। ऐसे जातकों को बनना सवरना, अच्छे कपड़े पहनना, मनपसंद और स्वादिष्ट भोजन करना, मनोरंजन करना, फिल्म देखना, आदि कामों में बहुत आनंद आता है। ऐसे व्यक्ति का स्वभाविक रूप से झुकाव गैजेट जैसे कि मोबाइल, टैब, लैपटॉप, तथा गाड़ियों, घड़ियों, और चश्मों के प्रति सहज रूप से पाया जाता है। यदि आप शुक्र ग्रह को मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको अधिक से अधिक गुलाबी और चमकदार सफेद रंग का प्रयोग करना चाहिए। 

यदि आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह अनुकूल परिणाम नहीं दे रहा है और आपको अनेक प्रकार की समस्याएं प्रताड़ित कर रही हैं तो शुक्र ग्रह की शांति हेतु कारगर उपाय करने चाहिएँ। क्योंकि जीवन में शुक्र ग्रह का मजबूत होना आवश्यक है अन्यथा व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शुक्र की कमजोरी अथवा शुभता के कारण व्यक्ति को यौन रोग होने की भी संभावना रहती है तथा दांपत्य जीवन में सुख की कमी का सामना करना पड़ सकता है। 


शुक्र एक शुभ ग्रह होने के साथ-साथ सभी ग्रहों में से बुध और शनि ग्रह को अपना मित्र मानता है लेकिन सूर्य व चंद्रमा उसके शत्रु हैं। यह एक राशि में लगभग पौन महीने अर्थात लगभग 23 दिन तक गोचर करता है। भोर का तारा कहा जाने वाला शुक्र ग्रह 16 अगस्त 2019, शुक्रवार को रात्रि 20:23 बजे सिंह राशि में प्रवेश करेगा जो कि सूर्य की राशि है और इस राशि से 10 सितम्बर 2019, मंगलवार को प्रातः 01:24 बजे निकल कर कन्या राशि में प्रवेश कर जाएगा। 

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इस लेख के माध्यम से हम ये जानेंगे कि आपकी राशि पर शुक्र के इस गोचर का क्या प्रभाव होगा। लेकिन उससे पहले आइये जानते हैं शुक्र का ये गोचर देश भर में क्या बड़े बदलाव लेकर आया है। 

आम लोगों पर शुक्र के गोचर का होगा प्रभाव 


क्योंकि 16 अगस्त को शुक्र का यह गोचर सिंह राशि में हो रहा है जहां पर मंगल ग्रह पहले से ही विराजमान है, ऐसे में शुक्र अपने शत्रु सूर्य की राशि में मंगल के साथ युति करेगा जो कि एक पुरुष तत्व प्रधान ग्रह है। ऐसे में शुक्र का यह गोचर प्रेम जीवन में विशेष प्रभाव देगा। लोगों के अंतरंग संबंधों में वृद्धि होगी और इस वजह से कुछ लोगों को समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। 

देश पर शुक्र के इस गोचर का प्रभाव:


क्योंकि शुक्र सिंह राशि में प्रवेश कर रहा है जो कि भारत की कुंडली के अनुसार स्वतंत्र भारत की राशि कर्क से दूसरे भाव की राशि है। ऐसे में संभावना है कि यह देश की आर्थिक स्थिति के लिए अनुकूल साबित होगा और आर्थिक स्तर पर भारत को अनेक लाभ होने की संभावना बनेगी। हालांकि इस दौरान देश में महिलाओं के प्रति अत्याचारों में वृद्धि हो सकती है जिसके लिए शासन व्यवस्था को और दुरुस्त करने की आवश्यकता पड़ेगी। 

बाज़ार पर शुक्र के इस गोचर का असर:


शुक्र के इस गोचर से ग्लैमर और मीडिया से संबंधित लोगों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ साथ केमिकल्स, कॉस्मेटिक, सजावटी सामान आदि के दामों में वृद्धि होने की प्रबल संभावना होगी। शेयर बाजार की बात करें तो रुई, चाँदी, श्रृंगार का सामान, सौंदर्य प्रसाधन, बारदाना, कपास, वस्त्र, हीरा, चीनी, रेशम, अरहर, सिल्क, सजावटी सामान, टैक्सटाइल शेयर, सोना तथा दवाएँ, आदि से संबंधित शेयरों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेगी। 

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आइये अब पढ़ते हैं सभी 12 राशियों पर कैसा रहने वाला है शुक्र के इस गोचर का प्रभाव:- 


यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष


शुक्र आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेगा। कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है। इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है। शुक्र का यह गोचर आपके प्रेम संबंधों में मिठास लाएगा। रिश्तों में प्यार के बढ़ने से निजी संबंध मज़बूत होंगे। अगर आप सिंगल हैं तो...आगे पढ़ें

वृषभ


शुक्र के गोचर से आप अपने निजी जीवन से प्रसन्न रहेंगे। घर-परिवार में ख़ुशियाँ आएँगी। अगर आप जॉब के कारण घर से दूर रहते हैं तो परिजनों के साथ समय बिताने का मौ़क़ा मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में भी परिस्थितियाँ आपके अनुकूल होंगी। इस अवधि में आपकी आर्थिक...आगे पढ़ें

मिथुन


शुक्र आपकी राशि से तृतीय भाव में जाएगा। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। इस गोचर के प्रभाव से आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। आप निडरता से अपनी बातों को रखेंगे। साथ ही आपके...आगे पढ़ें


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कर्क


शुक्र का गोचर आपके आर्थिक पहलू को और भी मजबूत स्थिति में लाएगा। आर्थिक पक्ष को लेकर कोई रुकी हुई योजना पुनः प्रारंभ हो सकती है। प्रॉपर्टी से भी फायदा संभव है। संवाद शैली में सुधार आएगा और आप दूसरों को अपनी बातों से आकर्षित कर पाएंगे। घर-परिवार में कोई समारोह हो सकता है या फिर...आगे पढ़ें

सिंह


शुक्र ग्रह आपकी ही राशि में गोचर करेगा जो प्रथम भाव में स्थित होगा। ज्योतिष में लग्न भाव को तनु भाव कहा जाता है। इस दौरान आप अपने अच्छे कार्यों के लिए जाने जाएंगे। बीते समय में किए गए संघर्षों का लाभ इस दौरान प्राप्त होगा। शुक्र के प्रभाव से आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा जिससे आपके प्रति ...आगे पढ़ें

कन्या


विदेश गमन के योग बन रहे हैं। करियर में नए अवसर के लिए आप विदेश की ओर भी अपना रुख़ कर सकते हैं। लंबी दूरी की यात्रा संभव है। यह यात्रा आपके लिए लाभकारी सिद्धि हो सकती है। पिकनिक या कहीं बाहर घूमने जाने का प्लान बन सकता है। जीवन साथी की सेहत...आगे पढ़ें

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तुला


शुक्र आपकी राशि से एकादश भाव में स्थित होगा। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की उपलब्धियाँ, मित्र, बड़े भाई-बहन आदि को देखा जाता है। इस दौरान आपके जीवन में खुशहाली व समृद्धि आएगी। आप जो भी करेंगे उसमें सफलता मिलेगी। दिल की कोई मुराद...आगे पढ़ें

वृश्चिक


शुक्र आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में दशम भाव करियर, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं जीवन के लक्ष्यों की व्याख्या करता है। इसे कर्म भाव भी कहा जाता है। शुक्र के कर्म भाव में गोचर से आपको कार्य क्षेत्र में ज़बरदस्त लाभ होगा। आपके कार्य क्षेत्र का दायरा बढ़ेगा। करियर में तरक्की होगी। ऑफिस में आपको नई...आगे पढ़ें

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धनु


गोचर के दौरान आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। भाग्य का साथ आपको कई क्षेत्रों में सफल परिणाम दिलाएगा। छात्रों को गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। उनके आशीर्वाद से आप अपनी पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। आप अपने सिद्धांतों को आगे रखेंगे और उन्हीं के अनुसार...आगे पढ़ें

मकर


शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित होगा। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है। इस भाव से जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, अचानक से होने वाली घटनाएँ, आयु, रहस्य, शोध आदि को देखा जाता है। गोचर के प्रभाव से आपका मन भौतिक सुखों के प्रति अधिक लगेगा। मन में वासनात्मक विचार ...आगे पढ़ें

कुंभ


शुक्र का शुभ प्रभाव आपके वैवाहिक जीवन को मधुर बनाएगा। जीवनसाथी और आपके बीच सामंजस्य की स्थिति बनेगी। जीवनसाथी आपकी भावनाओं की कद्र करेगा, साथ ही आप दोनों के बीच प्रेम भी बढ़ेगा। निजी जीवन में सकारात्मकता आएगी। वहीं प्रेम जीवन में भी आप अपने लव पार्टनर के प्रति अधिक ...आगे पढ़ें

मीन


शुक्र आपकी राशि से षष्टम भाव में गोचर करेगा। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं क़ानूनी विवादों को देखा जाता है। चूंकि शुक्र एक अच्छा ग्रह है और अच्छे ग्रह छठे, आठवें और द्वादश भाव में अच्छे फल नहीं देते हैं। इस दौरान आपको...आगे पढ़ें

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