भचक्र का तीसरा ग्रह मंगल, 5 अक्टूबर 2013 की शाम 19:40 पर कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहा है। यह 26 नवम्बर तक इसी राशि में रहेगा। इससे पहले तक मंगल कर्क राशि में था यानी की नीच का था। अत: एक बार फ़िर से महगाई की मार जनता को झेलनी पड़ सकती है। डीजल और पेट्रोल के दामों में फ़िर से बढ़ोत्तरी हो सकती है। वैसे तो बारिस में कमी रहेगी लेकिन कुछ-कुछ जगहों पर अचानक भीषण छुटपुट वर्षा होगी लेकिन वर्षा का दायरा व्यापक न होकर सीमित रहेगा। सोने चांदी और तांबे के भाव और बढ़ सकते हैं। मंगल की यह स्थिति पशुओं को पीड़ा देने वाली भी कही गई है।ममंगल के इस परिवर्तन का आपकी राशि पर क्या असर होगा, आइए जानते हैं।
मेष- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में पांचवें भाव में रहेगा। अत: मंगल के कारण आर्थिक परेशानियों का निपटारा होने की संभावनाएं हैं। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। यह समय आपकी उलझनों को सुलझाने के लिए श्रेष्ठ है। लेकिन स्वास्थ्य एवम् पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी पैदा हो सकती है।
वृषभ- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में चौथे भाव में रहेगा। अत: घर-परिवार तथा मित्रों का सहयोग मिलेगा। लेकिन कुछ हद तक आप तनावग्रस्त रह सकते हैं। खर्चे भी अधिक रह सकते हैं। फ़िर भी किसी बड़े कार्य को बनाने में आप सफल हो सकते हैं।
मिथुन- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में तीसरे भाव में रहेगा। अत: यात्राएं सफलदायक रहेंगी। संचार माध्यमों के शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नया कारोबार मिलने की संभावनाएं हैं। आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलेगी। नई योजनाएं प्राप्त होने की संभावनाएं हैं। विरोधी आपका सामना भी नहीं कर पायेंगे। प्रयत्नों में सफलता सुनिश्चित रहेगी।
कर्क- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दूसरे भाव में रहेगा। अत: आर्थिक लाभ के लिये यह समय अच्छा नहीं है। परिवार के सदस्यों के कारण तनाव पैदा हो सकते हैं। कोई बड़ा बदलाव होने की संभावनाएं काफी कम हैं। छोटी छोटी बातों से बडे विवाद हो सकते हैं अत: वाणी पर नियंत्रण रखें। शांति और धैर्य के साथ कार्य करते रहें।
सिंह- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में प्रथम भाव में रहेगा। अत: यह समय आपके लिए सावधान रहने का है। कुछ उलझनें सामने आ सकती हैं। जोखिम उठाने या सट्टेबाजी के लिये यह समय ठीक नहीं है। दूसरों के कार्यों में दखल देने से भी बचना जरूरी होगा। किसी नए काम से जुडने या कार्य विस्तार के लिए यह बहुत उचित समय नहीं है।
कन्या- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में बारहवें भाव में रहेगा। अत: इस अवधि में हमेशा सावधान रहना जरूरी होगा। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। इस समय बेकार के खर्चे आपको परेशान कर सकते हैं। आमदनी के श्रोत कमजोर रह सकते हैं। संतान की ओर से भी कुछ समस्या भी हो सकती है।
तुला- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में ग्यारहवें भाव में रहेगा। अत: मित्रों और सहयोगियों से आपको लाभ मिलेगा। अटके कार्य पूर्ण होंगे। स्थाई संपत्ति की प्राप्ति होगी। बहु प्रतीक्षित इच्छाओं और आंकाक्षाओं की पूर्ति होगी और लम्बी यात्राएं सफलदायक रहेंगी। नए वाहनों की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा।
वृश्चिक- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में दसवें भाव में रहेगा। अत: आपको शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी। जमीन एवं कोर्ट संबंधी मामलों में सफलता मिलेगी। व्यापार का विस्तार होगा। नवीन व्यापार प्रारंभ होने के योग बन रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों को कुशलता से झेलने के लिये आपमें प्रचुर आत्मविश्वास रहेगा।
धनु- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में नौवें भाव में रहेगा। अत: आमदनी बढे़गी और आय के नये स्त्रोत प्राप्त होंगे। सुदूर स्थलों तक की गई लम्बी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। आर्थिक परेशानियों का हल मिलेगा होगा। जमीन-जायदाद के मामलों में विशेष सफलता मिलेगी।
मकर- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में आठवें भाव में रहेगा। मंगल की यह ग्रह स्थिति आपकी संपत्ति से संबंधित समस्याओं का हल करवाएगी। लेकिन परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। इस आपको अपने स्वास्थ्य का खयाल रखना जरूरी होगा। वाहन आदि सावधानी से चलाएं।
कुम्भ- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में सातवें भाव में रहेगा। अत: यात्राओं से निराशा मिलेगी। साथी के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित रहेंगे। सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। लेकिन न्यायालय से संबंधित समस्याओं को निराकरण होने के योग हैं। किसी निवेश से लाभ हो सकता है और रुका हुआ धन मिल सकता है।
मीन- मंगल का गोचर आपकी कुंडली में छठवें भाव में रहेगा। इस अवधि में आप काफी सुखी रहेंगे। प्रचुर लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक वातावरण भी सुखद रहेगा। नौकरी के हालात सुधरेंगे। अड़चनें और बाधाएं दूर होंगी। लेकिन वाद-विवाद न करें साथ ही निवेश के मामले में विशेष सावधानी रखें।
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