इन 3 राशियों पर होगा बड़ा असर! साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण आज मध्य रात्रि में घटित होगा। जानें मानव जीवन पर क्या होगा इसका प्रभाव?
Click here to read in English
15-16 फरवरी की मध्य रात्रि में साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो कि भारत में दिखाई नहीं देगा। हालांकि दुनिया के अन्य देशों में इसकी दृश्यता रहेगी। ग्रहण का हमेशा से मानव समुदाय पर गहरा असर होता है। ग्रहण जहां भी घटित होता है वहाँ के वातावरण और मनुष्यों के जीवन पर इसका प्रभाव देखने को मिलता है।
15-16 फरवरी की मध्य रात्रि में साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो कि भारत में दिखाई नहीं देगा। हालांकि दुनिया के अन्य देशों में इसकी दृश्यता रहेगी। ग्रहण का हमेशा से मानव समुदाय पर गहरा असर होता है। ग्रहण जहां भी घटित होता है वहाँ के वातावरण और मनुष्यों के जीवन पर इसका प्रभाव देखने को मिलता है।
सूर्य ग्रहण का समय, दृश्यता और समाप्तिकाल
दिनांक
|
समय
|
ग्रहण का प्रकार
|
दृश्यता
|
15-16 फरवरी 2018
|
00:25:51 से सुबह 04:17:08 बजे तक
|
आंशिक
|
साउथ अमेरिका, पैसिफिक, अटलांटिक, अंटार्कटिका
|
नोट: यह सूर्य ग्रहण 15 और 16 फरवरी की मध्य रात्रि में घटित होगा और भारत में नहीं दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव
वैदिक ज्योतिष के अनुसार यह सूर्य ग्रहण शतभिषा नक्षत्र और कुम्भ राशि में लग रहा है। शतभिषा राहु का नक्षत्र है इसलिए इस नक्षत्र से संबंधित राशि वाले लोगों के लिए यह ग्रहण परेशानी का कारण बन सकता है। चूंकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए यहां पर इसका कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि दुनिया के जिन देशों में यह सूर्य ग्रहण दिखाई देगा, वहाँ पर इसका विशेष प्रभाव होगा।
ग्रहण का सूतक
भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा इसलिए इस सूर्य ग्रहण का सूतक और धार्मिक महत्व भारत में मान्य नहीं होगा। हालांकि जिन देशों में यह ग्रहण दिखाई देगा वहां इसका धार्मिक प्रभाव और सूतक माना जाएगा। ग्रहण का सूतक वृद्ध, बच्चों और रोगियों पर मान्य नहीं होता है।
अवश्य पढ़ें: सूर्य ग्रह की शांति के उपाय
अब घर बैठे मात्र ₹ 399 में पाएँ ज्योतिषीय समाधान! अगर मन में है नौकरी, शिक्षा,विवाह, परिवार और बिजनेस को लेकर कोई सवाल तो तुरंत पाएँ अपनी परेशानियों का हल। नाड़ी ज्योतिष, केपी सिस्टम, ताजिक ज्योतिष और लाल किताब पद्धति के विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य करेंगे आपका मार्गदर्शन। डिस्काउंट के साथ इस स्पेशल ऑफर का उठाएँ लाभ!
ग्रहण के समय रखें इन बातों का ध्यान
- ग्रहण से पूर्व स्नान, मध्य में हवन, पूजा-पाठ और समाप्ति पर दान पुण्य करें।
- देवी-देवताओं की मूर्ति और तुलसी के पौधे का स्पर्श न करें।
- ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान कराएं और पूजा करें।
- सूतक काल समाप्त होने के बाद ताज़ा भोजन करें।
- सूतक काल के पहले तैयार भोजन को बर्बाद नहीं करें, बल्कि उसमें तुलसी के पत्ते डालकर भोजन को शुद्ध करें।
- ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें। किसी भी वस्तु को काटने, छीलने के लिए सुई, कैंची, चाकू आदि का उपयोग न करें।
- सूर्य ग्रहण के समय इस मंत्र का जप करें-
"ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ”
No comments:
Post a Comment