पंडित हनुमान मिश्रा
वर्तमान में सूर्य कर्क राशि में चल रहा है और यह 16 अगस्त तक इसी राशि में रहेगा। सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है अत: इसके गोचर का प्रकृति पर गहरा असर पड़ता है। कर्क राशि में आते ही सूर्य दक्षिणायन माना जाता है। दक्षिण दिशा मंगल की है और मंगल एक क्रूर ग्रह माना गया है, सूर्य को भी क्रूर ग्रहों की ही श्रेणी में रखा गया है। सूर्य कर्क राशि यानी कि जलीय राशि में है। अत: प्रकृति में जल का संतुलन देखने को मिलेगा। कहीं अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की स्थितियां निर्मित हो रही है तो कहीं कहीं सूखे की स्थिति भी निर्मित होंगी। मानव शरीर में भी जल का असंतुलन होगा। अत: सहनशक्ति भी असंतुलित होगी। शरीर से पसीना अधिक निकलेगा, शरीर सुस्त रहेगा, लोगों में चिड़चिड़ापन का भाव जागेगा। जहरीले तत्त्व में बृद्धि होगी, अत: कुछ कुछ जगहों पर हैजा, मलेरिया और फ़ूड प्वाइजनिंग जैसी शिकायतें देखने को मिलेंगी। जिससे बड़ी मात्रा में जन और धन की हानि हो सकती है। मानवता के हित के लिए ये सूचनाएं आप तक पहुंचानी जरूरी हैं अन्यथा आरोप लगता है कि ज्योतिषी सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटते हैं। अत: दुर्घटना का इंतजार न करके हम सबको चाहिए इन मुद्दों पर सावधान रहना होगा।
हालांकि सूर्य की यही स्थिति अच्छी बारिस होने के योग भी बना रही है। पर्याप्त वर्षा के कारण इस समय खेती की उपज अच्छी होगी। लेकिन दक्षिण पश्चिमी इलाकों में वर्षा कम हो जाएगी या यूं कहीं कि कुछ दक्षिण पश्चिमी इलाकों में बारिश होना रुक सकती है जिससे फ़सलों के सूखने का भय रहेगा। बाकी अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिस होगी। भारत के उत्तरी राज्यों में शांति भंग रह सकती है या यूं कह सकते हैं कि उत्तरी क्षेत्रों में शासन प्रशासन को कुछ परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। लेकिन पूर्वी क्षेत्रों में सुख, शांति और समृद्धि के योगायोग बनेंगे। बाजर भावों में बीच-बीच में कुछ उतार-चढ़ाव तो रह सकता है लेकिन कुछ मिलाकार स्थिति सामान्य बनी रहेगी। राजनेताओं, चोरों और दुष्ट लोगों के लिए तो समय ठीक रहेगा लेकिन आम जनमानस के लिए समय को अधिक ठीक नहीं कहा जाएगा। कहीं कहीं राजनेताओं में टकराव और विग्रह भी देखने को मिलेगा। उपद्रह, हिंसक घटनाओं के साथ-साथ छत्रभंग भी सम्भव है। हालांकि अगस्त के दूसरे भाग में जब सूर्य सिंह राशि में जाएगा तब स्थितियां थोड़ी सी बेहतर होंगी।
हालांकि 21 अगस्त तक सावन का महीना है चारो ओर शांति और हरियाली के साथ खुशहाली होनी चाहिए लेकिन 16 अगस्त तक सूर्य पर शनि की दृष्टि होने से शांति और खुशहाली की उम्मीद कम है अत: समयानुसार आचरण करने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। ऐसा करके ही आप अपनी और अपने लोगों की रक्षा और सुरक्षा कर पाएंगे।
वर्तमान में सूर्य कर्क राशि में चल रहा है और यह 16 अगस्त तक इसी राशि में रहेगा। सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है अत: इसके गोचर का प्रकृति पर गहरा असर पड़ता है। कर्क राशि में आते ही सूर्य दक्षिणायन माना जाता है। दक्षिण दिशा मंगल की है और मंगल एक क्रूर ग्रह माना गया है, सूर्य को भी क्रूर ग्रहों की ही श्रेणी में रखा गया है। सूर्य कर्क राशि यानी कि जलीय राशि में है। अत: प्रकृति में जल का संतुलन देखने को मिलेगा। कहीं अतिवृष्टि के कारण बाढ़ की स्थितियां निर्मित हो रही है तो कहीं कहीं सूखे की स्थिति भी निर्मित होंगी। मानव शरीर में भी जल का असंतुलन होगा। अत: सहनशक्ति भी असंतुलित होगी। शरीर से पसीना अधिक निकलेगा, शरीर सुस्त रहेगा, लोगों में चिड़चिड़ापन का भाव जागेगा। जहरीले तत्त्व में बृद्धि होगी, अत: कुछ कुछ जगहों पर हैजा, मलेरिया और फ़ूड प्वाइजनिंग जैसी शिकायतें देखने को मिलेंगी। जिससे बड़ी मात्रा में जन और धन की हानि हो सकती है। मानवता के हित के लिए ये सूचनाएं आप तक पहुंचानी जरूरी हैं अन्यथा आरोप लगता है कि ज्योतिषी सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटते हैं। अत: दुर्घटना का इंतजार न करके हम सबको चाहिए इन मुद्दों पर सावधान रहना होगा।
हालांकि सूर्य की यही स्थिति अच्छी बारिस होने के योग भी बना रही है। पर्याप्त वर्षा के कारण इस समय खेती की उपज अच्छी होगी। लेकिन दक्षिण पश्चिमी इलाकों में वर्षा कम हो जाएगी या यूं कहीं कि कुछ दक्षिण पश्चिमी इलाकों में बारिश होना रुक सकती है जिससे फ़सलों के सूखने का भय रहेगा। बाकी अन्य क्षेत्रों में अच्छी बारिस होगी। भारत के उत्तरी राज्यों में शांति भंग रह सकती है या यूं कह सकते हैं कि उत्तरी क्षेत्रों में शासन प्रशासन को कुछ परेशानियों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। लेकिन पूर्वी क्षेत्रों में सुख, शांति और समृद्धि के योगायोग बनेंगे। बाजर भावों में बीच-बीच में कुछ उतार-चढ़ाव तो रह सकता है लेकिन कुछ मिलाकार स्थिति सामान्य बनी रहेगी। राजनेताओं, चोरों और दुष्ट लोगों के लिए तो समय ठीक रहेगा लेकिन आम जनमानस के लिए समय को अधिक ठीक नहीं कहा जाएगा। कहीं कहीं राजनेताओं में टकराव और विग्रह भी देखने को मिलेगा। उपद्रह, हिंसक घटनाओं के साथ-साथ छत्रभंग भी सम्भव है। हालांकि अगस्त के दूसरे भाग में जब सूर्य सिंह राशि में जाएगा तब स्थितियां थोड़ी सी बेहतर होंगी।
हालांकि 21 अगस्त तक सावन का महीना है चारो ओर शांति और हरियाली के साथ खुशहाली होनी चाहिए लेकिन 16 अगस्त तक सूर्य पर शनि की दृष्टि होने से शांति और खुशहाली की उम्मीद कम है अत: समयानुसार आचरण करने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। ऐसा करके ही आप अपनी और अपने लोगों की रक्षा और सुरक्षा कर पाएंगे।
No comments:
Post a Comment