बृहस्पति जून 19 2014, को कर्क राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं यह गोचर आपके जीवन में क्या क्या बदलाव लाएगा? आइए इनके बारे में ज़्यादा जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।
ज्योतिषीय ग्रंथों के अनुसार बृहस्पति नवग्रहों में सबसे शुभ है। यही कारण है कि गोचर में अधिकांश समय बृहस्पति की स्थिति लोगों के लिए शुभ भी बनी रहती है। सामान्यत: बृहस्पति ग्रह लोगों के लिए कष्टकारी नहीं होता। ऊपर से जब बृहस्पति अपनी उच्चावस्था यानी कि कर्क राशि में हो तो लोगों को और भी शुभफल देता है। 19 जून 2014 को देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में प्रवेश करने वाला है। यह 14 जुलाई 2015 तक इसी राशि में रहेगा। इसका विभिन्न राशियों पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं।
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बृहस्पति के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं-
मेष- आप सुख सुविधाओं का लाभ प्राप्त करेंगे। घर परिवार में सुख शांति रहेगी। यदि आप जमीन जायदाद, घर या वाहन खरीदने की सोच रहें है तो आपकी सोच साकार होगी। आप बड़े अधिकारियों और शक्ति सम्पन्न व्यक्तियों के सम्पर्क में आएंगे। आपके मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। यदि आप नौकरी या व्यापार में कुछ बदलाव लाने की सोच रहे हैं तो उसके लिए भी समय शुभ है। पदोन्नति की सम्भावनाएं प्रबल हैं। धर्म-कर्म से भी जुड़ाव रहेगा।
वॄषभ- आत्मविश्वास बढ़ेगा। लोग आपके कार्यों की प्रसंशा करेंगे। आपका मान बढ़ेगा। आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। छोटी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। घर परिवार को लेकर आप कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहेंगे। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा। सहयोगियों और भागीदारों से सहयोग मिलेगा। बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलता रहेगा। लेकिन स्वास्थ्य को लेकर कुछ हद तक सावधान रहना होगा।
मिथुन- बृहस्पति का यह गोचर धन संचय के लिए बहुत अनुकूल रहेगा। आप घर परिवार के हित में खर्चे भी करेंगे। पारिवार में कोई शुभ कृत्य सम्भव हैं। परिवार के सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी भी हो सकती है। कला और साहित्य में आपकी रुचि बढ़ेगी। आपकी लोकप्रियता में भी इजाफ़ा होगा। विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर आप अपने क्षेत्र में बेहतर करेंगे।
कर्क- आपका दिमाग पूरी तरह चैतन्य और सकारात्मक सोच वाला रहेगा। अपनी योग्यता के कारण आप विपरीत परिस्थितियों का सामना करने में समर्थ रहेंगे। मन प्रसन्न रहेगा। घर परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। परिवार में कोई शुभ संस्कार हो सकता है। आपकी आमदनी में इजाफ़ा होगा। उच्चाधिकारियों से सम्बंध सुधरेंगे। आपके स्वभाव में दार्शनिकता का भाव जागेगा।
सिंह- बारहवें भाव में बृहस्पति के गोचर को अधिक अनुकूल नहीं कहा गया है अत: आपके मन में कुछ असुरक्षा की भावना रह सकती है। कुछ फ़ालतू के कामों में आप उलझना चाहेंगें तो बेहतर यही रहेगा कि सही दिशा का चयन सावधानी पूर्वक करें। विरोधियों के षडयंत्र को पहचाने और समस्याओं का डट कर सामना करें। जहां तक सम्भव हो बेकार की यात्राओं से बचें।
कन्या- बृहस्पति का गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा। उत्साह से भरकर आप कोई नया प्रयास कर सकते हैं जो आपके करिअर को नई दिशा दे सकता है। मित्र और भाई बन्धु भी खुशहाल रहेंगे। यदि आप किसी कम्पटीशन में भाग ले रहे हैं तो यकीन माने सफलता आपके पाले में आती प्रतीत हो रही है। इस अवधि में आपके भीतर दार्शनिकता के भाव जाग सकते हैं। आप कोई साधना आदि करने का विचार कर सकते हैं।
तुला- बृहस्पति का गोचर आपके दशम भाव में है इसलिए बृहस्पति आपके लिए अधिक से अधिक अच्छे फल देना चाहेगा। आप आपने व्यापार व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि आप काम धंधें को विस्तार देने की सोच रहे हैं तो उसके लिए समय काफ़ी अनुकूल है। नौकरी में तरक्की होगी। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में भ्रमण करने के खूब मौके मिलेंगे। पारिवारिक जीवन भी सुखद रहेगा।
वृश्चिक- आपके भीतर प्रचुर उत्साह और विश्वास जागेगा, जिसके कारण आप सफलता और सम्मान प्राप्त करेंगे। घर परिवार का माहौल शांत और सुखद रहेगा। परिवार में नये सदस्य की बढोत्तरी। लम्बी यात्राओं के माध्यम से भी फ़ायदा होता नजर आ रहा है। आप किसी धार्मिक या सामाजिक क्षेत्र के मुखिया के सम्पर्क में आ सकते हैं। आपका मन योग क्रिया की ओर लग सकता है।
धनु- बृहस्पति का गोचर वश अष्टम भाव में होना अनुकूल नहीं माना गया है अत: मन कुछ हद तक अशांत रह सकता है। अत: कुछ हद तक अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। लेकिन आपका मन कुछ गूढ़ विद्याओं के प्रति आकृष्ट हो सकता है। कहीं से अचानक धन की प्राप्ति हो सकती लेकिन इस समय पूंजी निवेश करना ठीक नहीं होगा। इस समय आत्मनिर्भर रहना ही उचित होगा।
मकर- बृहस्पति का सप्तम भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है अत: आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। घर परिवार का माहौल सुखमय होगा। नौकरी और व्यवसाय में भी प्रगति होगी। व्यवधानों का समापन होगा। विद्वानों की संगति मिलेगी। वैवाहिक मामलों में सफलता मिलेगी। मान-सम्मान में वृद्धि और प्रसिद्धि के योग प्रबल होंगे।
कुंभ- छठे भाव में बृहस्पति का गोचर आपको अधिक मेहनत के बाद ही अनुकूल परिणाम मिल पाएंगे। नौकरी पेशा को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। विवादों से दूर रहें और विरोधियों की रणनीति को बारीकी से समझें। हालांकि मुकदमाबाजी और न्यायालयों के मामलों के लिये यह समय अच्छा है फ़िर भी आत्मनिर्भरता जरूरी होगी।
मीन- बृहस्पति आपको लाभ पहुंचाने का वादा कर रहा है। अत: घर परिवार में शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। आपका सही निर्णय आपको सफलता दिलाता रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। नौकरी में सुखद परिवर्तन सम्भव है। मित्र व हितैषी पूरा सहयोग देंगे। सामाजिक दायरा बढे़गा। धार्मिकक्रिया कलापों से जुड़ाव होगा।
पं हनुमान मिश्रा
ज्योतिषीय ग्रंथों के अनुसार बृहस्पति नवग्रहों में सबसे शुभ है। यही कारण है कि गोचर में अधिकांश समय बृहस्पति की स्थिति लोगों के लिए शुभ भी बनी रहती है। सामान्यत: बृहस्पति ग्रह लोगों के लिए कष्टकारी नहीं होता। ऊपर से जब बृहस्पति अपनी उच्चावस्था यानी कि कर्क राशि में हो तो लोगों को और भी शुभफल देता है। 19 जून 2014 को देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में प्रवेश करने वाला है। यह 14 जुलाई 2015 तक इसी राशि में रहेगा। इसका विभिन्न राशियों पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं।
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बृहस्पति के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं-
मेष- आप सुख सुविधाओं का लाभ प्राप्त करेंगे। घर परिवार में सुख शांति रहेगी। यदि आप जमीन जायदाद, घर या वाहन खरीदने की सोच रहें है तो आपकी सोच साकार होगी। आप बड़े अधिकारियों और शक्ति सम्पन्न व्यक्तियों के सम्पर्क में आएंगे। आपके मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। यदि आप नौकरी या व्यापार में कुछ बदलाव लाने की सोच रहे हैं तो उसके लिए भी समय शुभ है। पदोन्नति की सम्भावनाएं प्रबल हैं। धर्म-कर्म से भी जुड़ाव रहेगा।
वॄषभ- आत्मविश्वास बढ़ेगा। लोग आपके कार्यों की प्रसंशा करेंगे। आपका मान बढ़ेगा। आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। छोटी यात्राएं सफलदायक सिद्ध होंगी। घर परिवार को लेकर आप कोई महत्वपूर्ण कार्य करना चाहेंगे। वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा। सहयोगियों और भागीदारों से सहयोग मिलेगा। बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलता रहेगा। लेकिन स्वास्थ्य को लेकर कुछ हद तक सावधान रहना होगा।
मिथुन- बृहस्पति का यह गोचर धन संचय के लिए बहुत अनुकूल रहेगा। आप घर परिवार के हित में खर्चे भी करेंगे। पारिवार में कोई शुभ कृत्य सम्भव हैं। परिवार के सदस्यों की संख्या में बढोत्तरी भी हो सकती है। कला और साहित्य में आपकी रुचि बढ़ेगी। आपकी लोकप्रियता में भी इजाफ़ा होगा। विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर आप अपने क्षेत्र में बेहतर करेंगे।
कर्क- आपका दिमाग पूरी तरह चैतन्य और सकारात्मक सोच वाला रहेगा। अपनी योग्यता के कारण आप विपरीत परिस्थितियों का सामना करने में समर्थ रहेंगे। मन प्रसन्न रहेगा। घर परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। परिवार में कोई शुभ संस्कार हो सकता है। आपकी आमदनी में इजाफ़ा होगा। उच्चाधिकारियों से सम्बंध सुधरेंगे। आपके स्वभाव में दार्शनिकता का भाव जागेगा।
सिंह- बारहवें भाव में बृहस्पति के गोचर को अधिक अनुकूल नहीं कहा गया है अत: आपके मन में कुछ असुरक्षा की भावना रह सकती है। कुछ फ़ालतू के कामों में आप उलझना चाहेंगें तो बेहतर यही रहेगा कि सही दिशा का चयन सावधानी पूर्वक करें। विरोधियों के षडयंत्र को पहचाने और समस्याओं का डट कर सामना करें। जहां तक सम्भव हो बेकार की यात्राओं से बचें।
कन्या- बृहस्पति का गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा। उत्साह से भरकर आप कोई नया प्रयास कर सकते हैं जो आपके करिअर को नई दिशा दे सकता है। मित्र और भाई बन्धु भी खुशहाल रहेंगे। यदि आप किसी कम्पटीशन में भाग ले रहे हैं तो यकीन माने सफलता आपके पाले में आती प्रतीत हो रही है। इस अवधि में आपके भीतर दार्शनिकता के भाव जाग सकते हैं। आप कोई साधना आदि करने का विचार कर सकते हैं।
तुला- बृहस्पति का गोचर आपके दशम भाव में है इसलिए बृहस्पति आपके लिए अधिक से अधिक अच्छे फल देना चाहेगा। आप आपने व्यापार व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि आप काम धंधें को विस्तार देने की सोच रहे हैं तो उसके लिए समय काफ़ी अनुकूल है। नौकरी में तरक्की होगी। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में भ्रमण करने के खूब मौके मिलेंगे। पारिवारिक जीवन भी सुखद रहेगा।
वृश्चिक- आपके भीतर प्रचुर उत्साह और विश्वास जागेगा, जिसके कारण आप सफलता और सम्मान प्राप्त करेंगे। घर परिवार का माहौल शांत और सुखद रहेगा। परिवार में नये सदस्य की बढोत्तरी। लम्बी यात्राओं के माध्यम से भी फ़ायदा होता नजर आ रहा है। आप किसी धार्मिक या सामाजिक क्षेत्र के मुखिया के सम्पर्क में आ सकते हैं। आपका मन योग क्रिया की ओर लग सकता है।
धनु- बृहस्पति का गोचर वश अष्टम भाव में होना अनुकूल नहीं माना गया है अत: मन कुछ हद तक अशांत रह सकता है। अत: कुछ हद तक अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है। लेकिन आपका मन कुछ गूढ़ विद्याओं के प्रति आकृष्ट हो सकता है। कहीं से अचानक धन की प्राप्ति हो सकती लेकिन इस समय पूंजी निवेश करना ठीक नहीं होगा। इस समय आत्मनिर्भर रहना ही उचित होगा।
मकर- बृहस्पति का सप्तम भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है अत: आपकी आकांक्षाओं की पूर्ति होगी। घर परिवार का माहौल सुखमय होगा। नौकरी और व्यवसाय में भी प्रगति होगी। व्यवधानों का समापन होगा। विद्वानों की संगति मिलेगी। वैवाहिक मामलों में सफलता मिलेगी। मान-सम्मान में वृद्धि और प्रसिद्धि के योग प्रबल होंगे।
कुंभ- छठे भाव में बृहस्पति का गोचर आपको अधिक मेहनत के बाद ही अनुकूल परिणाम मिल पाएंगे। नौकरी पेशा को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। विवादों से दूर रहें और विरोधियों की रणनीति को बारीकी से समझें। हालांकि मुकदमाबाजी और न्यायालयों के मामलों के लिये यह समय अच्छा है फ़िर भी आत्मनिर्भरता जरूरी होगी।
मीन- बृहस्पति आपको लाभ पहुंचाने का वादा कर रहा है। अत: घर परिवार में शुभ कृत्य का आयोजन हो सकता है। आपका सही निर्णय आपको सफलता दिलाता रहेगा। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। नौकरी में सुखद परिवर्तन सम्भव है। मित्र व हितैषी पूरा सहयोग देंगे। सामाजिक दायरा बढे़गा। धार्मिकक्रिया कलापों से जुड़ाव होगा।
पं हनुमान मिश्रा
Very Informative.Thank u so much
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