02 अप्रैल 2017 को चैत्र नवरात्रि की षष्टी तिथि है। इस दिन माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है। यह माँ दुर्गा का छठा रूप है। माँ के इस रूप से वरदान पाने के लिए पढ़े यह ब्लॉग और जानें माँ कात्यायनी की व्रत कथा एवं पूजा विधि।
षष्टी तिथि की समयावधि:-
प्रारंभ
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17:51:45 बजे, 01 अप्रैल 2017
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समापन
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15:18:00 बजे, 02 अप्रैल 2017
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नोट: ऊपर दिया गया समय नई दिल्ली (भारत) के लिए है। अपने शहर के अनुसार षष्टी तिथि की समयावधि जानने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें: एस्ट्रोसेज दैनिक पंचांग
माँ कात्यायनी
माँ दुर्गा का छठा अवतार कात्यायनी देवी का है। पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि कात्यायन ऋषि की पुत्री होने के कारण माँ दुर्गा का नाम कात्यायनी पड़ा था। यदि माँ की आराधना सच्चे मन पूर्ण विधि-विधान के साथ की जाए तो भक्तों के सभी रोग-दोष दूर हो जाते हैं।
ज्योतिष महत्व
ज्योतीषीय महत्व के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि माँ कात्यायनी बृहस्पति ग्रह को नियंत्रित करती हैं, जिससे भक्तों की कुंडली में से इस ग्रह के बुरे प्रभाव दूर होते हैं और उन पर गुरु की कृपा बरसती है।
ऐस्ट्रोसेज की ओर से हम आशा करते हैं कि इस चैत्र नवरात्रि में माँ कात्यायनी की कृपा आप पर बरसे। चैत्र नवरात्रि 2017 की हार्दिक शुभकामनाएँ!
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