चैत्र नवरात्रि 2017, जानिए राम नवमी के साथ अष्टमी तिथि का महत्व

चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। नवरात्र में माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। यह पर्व चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा से आरंभ होकर नवमी तिथि को समाप्त होता है और इस बार अष्टमी तिथि 4 अप्रैल 2017 को पड़ रही हैं।


अष्टमी तिथि को करें महागौरी की आराधना


महागौरी देवी माँ दुर्गा का आठवाँ रूप हैं। कहते हैं माँ पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए महागौरी का जन्म लिया था। इसके लिए उन्होंने कड़ी तपस्या की थी। इस कड़े तप के कारण माँ पार्वती का रंग काला हो गया था। उसके बाद शिव जी उनकी तपस्या से प्रसन्न हुए और गंगा के पवित्र जल से स्नान कराया जिसके बाद देवी का रंग गोरा हो गया। तब से उन्हें महागौरी कहा जाने लगा। यह माँ दुर्गा का बेहद शांत एवं निर्मल स्वरूप है। वृषभ इनका वाहन है। सच्चे मन से यदि माँ की उपासना की जाए तो यह भक्तों के हर कष्ट को दूर करती हैं।


राम नवमी


चैत्र नवरात्री की नवमी एक और महत्वपूर्ण घटना के लिए जानी जाती है। इस दिन भगवान विष्णु ने भगवान राम के रूप में जन्म लिया था, इसलिए इसे राम नवमी कहा जाता है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने धरती में एक मनुष्य रूप में लिया और उन्होंने घोर अहंकारी राक्षस रावण का वध कर माता सीता को उनकी क़ैद से छुड़ाया। राम भक्त राम नवमी को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। वे इस दिन उपवास रखते हैं और विधि-विधान के साथ भगवान राम की आराधना करते हैं।


एस्ट्रोसेज की ओर से आपको चैत्र नवरात्री 2017 की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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