72वां स्वतंत्रता दिवस आज

कुंडली से जानें भविष्य में कैसी होगी भारत की तस्वीर? भारत वर्ष आज मना रहा है अपनी आजादी की 72वीं वर्षगांठ। इस मौके पर पढ़ें हमारा यह लेख और जानें आने वाले समय में कैसी होगी भारत की तस्वीर!



हमारा देश आज स्वाधीनता दिवस की 72वीं वर्षगांठ मना रहा है। 1947 से लेकर 2018 तक भारत की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। इन 7 दशकों में देशवासियों ने अपने परिश्रम से विश्व में भारत की एक नई पहचान बनाई है। मेडिकल साइंस, तकनीकी कौशल, अर्थव्यवस्था, डिफेंस, व्यापार और कृषि समेत कई क्षेत्रों में अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को मिले हैं लेकिन चुनौतियां अभी भी बरकरार है। देश में अशिक्षा, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सुविधाएँ, आर्थिक असमानता, भेदभाव और अन्य समस्याओं से निपटने के लिए सरकार के साथ-साथ हर देशवासी को मिलकर प्रयास करने होंगे। यही हमारी इस आजादी की वर्षगांठ का ध्येय होना चाहिए। आइये अब पढ़ते हैं भारत वर्ष की कुण्डली के अनुसार देश के लिए कैसा रहेगा आने वाला समय?


भारत को स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 की मध्य रात्रि में 12 बजे मिली थी, इसी समय आजाद भारत का जन्म हुआ। अत: इस समय के अनुसार भारत की जन्म कुंडली इस प्रकार है।

भारत वर्ष की कुंडली



इस कुंडली के अनुसार भारत वर्ष का वृषभ लग्न है और राहु लग्न भाव में स्थित है। मंगल द्वितीय भाव में बैठा हुआ है। शुक्र, बुध, सूर्य, चंद्रमा और शनि तृतीय भाव में स्थित हैं। वहीं बृहस्पति षष्ठम और केतु सप्तम भाव में बैठे हुए हैं। नवमांश कुंडली का लग्न मीन है, जो कि लग्न कुंडली में वृषभ से एकादश स्थान की राशि है। दोनों कुंडली की स्थिति सभी मामलों में लाभ और वृद्धि को दर्शाती हैं। वर्ष 1947 की शुरुआत से भारत वर्ष शनि, बुध, केतु, शुक्र और सूर्य की महादशा से गुजर चुका है। 11 अगस्त 2018 से भारत पर चंद्रमा और बृहस्पति की दशा चल रही है। 
  • कुंडली के अनुसार चंद्रमा तृतीय भाव में कर्क राशि में स्थित है। वहीं बृहस्पति आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी होकर छठे भाव में तुला राशि में बैठा है। 
  • तीसरे भाव से यातायात, संचार साधन, शेयर मार्केट, लेखक तथा अन्य चीजों का अनुमान लगाया जाता है। आठवें घर से देश पर आने वाली प्राकृतिक आपदाएं तथा कठिनाइयों का अनुमान लगाया जाता है और ग्यारहवें घर से संसद, विधानसभा तथा देश के कानून व्यवस्था का अनुमान होता है।
  • वहीं छठे भाव से देश में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों, सेना के शस्त्र, मजदूर वर्ग, विदेशी सहायता, कर्ज आदि का पता लगता है। चंद्रमा जो कि तृतीय भाव का स्वामी होकर तृतीय भाव में स्थित है। यह स्थिति अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आक्रामक छवि और आत्म विश्वास को दर्शाती है। लेकिन बृहस्पति की ये स्थिति प्राकृतिक आपदाओं और अस्थिरता की ओर इशारा करती है तथा देश पर क़र्ज़ की स्थिति को पहले कम और फिर बढ़ाने की ओर भी इंगित कर रही है।
वहीं स्वतंत्र भारत के 72वें वर्ष की कुण्डली में 15 अगस्त 2018 को कर्क लग्न उदित हुआ है। वर्ष लग्न का स्वामी चंद्रमा तृतीय भाव में अपनी मित्र राशि के साथ बैठा हुआ है लेकिन शत्रु ग्रह शुक्र के साथ भी स्थित है। मुंथा दशम भाव में, मुंथा का स्वामी सप्तम भाव में अपनी उच्च राशि में स्थित है लेकिन केतु से पीड़ित है। सूर्य, बुध, राहु, मंगल आदि ग्रहों की गुप्त और बृहस्पति की प्रत्यक्ष शत्रु दृष्टि मुंथा पर पड़ रही है। आइये इस वर्षफल कुण्डली की मदद से जानते हैं कि आने वाले समय में भारत के भविष्य की तस्वीर कैसी होगी?


पड़ोसी देश और भारत


भारत की इस वर्षफल कुण्डली के अनुसार पड़ोसी देश चीन पुनः भारत को परेशान करने की कोशिश करेगा। चीन भारत की आर्थिक घेराबंदी के साथ-साथ पाकिस्तान और अन्य देशों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ राजनीतिक घेराबंदी भी करने की कोशिश करेगा। हालांकि भारत चीन की इन चालों से निपटने के लिए भारत सरकार व्यापक योजनाएँ बनाएगी। पाकिस्तान और चीन को कूटनीतिक तरीके से मात देने की कोशिश करेगी। 

महँगाई, भ्रष्टाचार और आम आदमी 


महँगाई, भ्रष्टाचार, नये नियम-कानून और सरकारी अधिकारियों के मनमाने रवैये से परेशान होकर आम आदमी सड़कों पर आंदोलन के लिए उतर सकते हैं। हालांकि अक्टूबर माह से प्रशासनिक तंत्र को मजबूत करके सरकारी कामकाज को सुधारा जाएगा। इसके फलस्वरुप सरकारी योजनाएं पूर्ण रूप से लागू होंगी और इसका सीधा फायदा देश के नागरिकों को मिलेगा। 

राजनीतिक गतिरोध और संघर्ष


19 सितंबर तक भारत की कुण्डली में काल-सर्प योग रहने की वजह से राजनीतिक गतिरोध देखने को मिलेगा। राजनीतिक और सामाजिक हालात भी अस्थिर होने की संभावना है। देश के कुछ राज्यों में प्राकृतिक आपदाओं की वजह से भी नुकसान हो सकता है। 

आज़ादी की इस 72वीं वर्षगांठ पर हम स्वयं से यह वादा करें कि हम हमारे देश को स्वच्छ रखें और देश की एकता, अखंडता और आपसी सद्भाव को बनाए रखें। एस्ट्रोसेज की ओर से सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

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