4 राशि वालों को विशेष लाभ की संभावना! पढ़ें आज होने वाले सूर्य ग्रहण का राशिफल, साथ ही जानें ग्रहण का समय, सूतक और इससे संबंधित सावधानियां।
इस साल का तीसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण आज यानि 11 अगस्त को घटित होने वाला है। हालांकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इस ग्रहण का सूतक व धार्मिक महत्व नहीं माना जाएगा। यह सूर्य ग्रहण नॉर्थ-ईस्ट यूरोप और नॉर्थ अमेरिका आदि स्थानों पर दिखाई देगा। इसलिए इन देशों में सूर्य ग्रहण का सूतक माना जाएगा।
सूर्य ग्रहण 11 अगस्त 2018 | ||
समय | प्रकार | दृश्यता |
दोपहर 1:32:08 से शाम 5:00:40 बजे तक (भारतीय समयानुसार) | आंशिक | नॉर्थ/ईस्ट यूरोप, नॉर्थ/वेस्ट एशिया, नॉर्थ उत्तरी अमेरिका, अटलांटिक, आर्कटिक |
विशेष: यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका सूतक मान्य नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव
यह सूर्य ग्रहण अश्लेषा नक्षत्र और कर्क राशि में लग रहा है। अश्लेषा बुध का नक्षत्र है, साथ ही कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है इसलिए इन दोनों नक्षत्र और राशि से संबंधित व्यक्तियों के लिए यह सूर्य ग्रहण कष्टकारी हो सकता है। इस ग्रहण के अश्लेषा नक्षत्र में घटित होने से वकील, राजनेता, लेखक, शिक्षक, ज्योतिषी, केमिकल इंजीनियर, दवा विक्रेता और व्यापारी आदि लोगों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। वहीं कर्क एक जलीय राशि है और चंद्रमा इसका स्वामी है, अतः इस राशि से संबंधित लोगों को जल और मानसिक रूप से हानि पहुंच सकती है।
मेष: नौकरी और व्यवसाय समेत सभी कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है। आय के नए साधन मिलेंगे...आगे पढ़ें
वृषभ: धन लाभ होने के साथ-साथ सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रियजन और मित्रों का साथ पाकर बहुत खुशी होगी...आगे पढ़ें
मिथुन: कामकाज या किसी अन्य कारण से परिवार से दूर जाना पड़ सकता है। समस्याएं बढ़ने से आप तनावग्रस्त रह सकते हैं...आगे पढ़ें
कर्क: तनाव बढ़ने से आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ प्रभावित होगी। तेज रफ्तार से वाहन बिल्कुल ना चलाएं...आगे पढ़ें
सिंह: परिवार में किसी मुद्दे को लेकर सदस्यों से विवाद हो सकता है, इसलिए संयम के साथ काम लें और वाणी पर नियंत्रण रखें...आगे पढ़ें
कन्या: हर परिस्थिति में भाई-बहनों से मदद मिलेगी। छोटी दूरी की यात्रा के योग बनेंगे। आपके साहस और आत्मबल में वृद्धि होगी...आगे पढ़ें
तुला: जीवन में कुछ समय के लिए अशांति और अस्थिरता रह सकती है। पारिवारिक जीवन में परेशानियां आएंगी...आगे पढ़ें
वृश्चिक: एकाग्रता की कमी होने से छात्रों को पढ़ाई में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। गलतफहमी होने से प्रियतम के साथ संबंधों में कड़वाहट आ सकती है...आगे पढ़ें
धनु: नौकरी और व्यापार से जुड़े हर काम में सफलता मिलेगी। मन में खुशी का भाव रहेगा। आप तरक्की करेंगे...आगे पढ़ें
मकर: वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी के साथ विवाद होने की संभावना है...आगे पढ़ें
कुंभ: अचानक धन हानि और मान-प्रतिष्ठा को चोट पहुंचने से निराशा हो सकती है। चेहरे या त्वचा से संबंधित विकार हो सकते हैं...आगे पढ़ें
मीन: तनाव बढ़ने से मानसिक रूप से परेशान रहेंगे। लंबी दूरी की यात्राएं कष्टकारी साबित हो सकती हैं...आगे पढ़ें
ग्रहण का सूतक
चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका सूतक और धार्मिक महत्व नहीं माना जाएगा। सूतक काल में निम्न कार्यों को करने की मनाही होती है।
- सूतक और ग्रहण काल के दौरान मूर्ति पूजा, मूर्ति स्पर्श और खाना-पीना आदि वर्जित माना गया है।
- सूतक और ग्रहण काल के समय मंत्र जप विशेष लाभकारी माना गया है।
- सूतक के नियम असहाय,गर्भवती महिलाएं, बुज़ुर्ग , बच्चे और बीमार व्यक्ति पर यह लागू नहीं होते है।
- सूतक में भोजन ना करे | बहुत ही आवश्यक होने पर दूध , फल, जूस या सात्विक भोजन ले सकते है | सूतक में भोजन ना बनाये |
ग्रहण के समय क्या करें, क्या न करें
मान्यता है कि ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक शक्तियां प्रबल हो जाती हैं। जिनका मानव समुदाय पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए कुछ कार्य अवश्य रूप से करना चाहिए और कुछ कार्य बिल्कुल नहीं करने चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के घटित होने से पहले दूध-दही और बने हुए भोजन में तुलसी के पत्ते डाल दें। ऐसा करने से इन पदार्थों पर ग्रहण का असर नहीं होता है।
- ग्रहण से पहले भोजन कर लें और ग्रहण के दौरान कुछ न खाएं।
- ग्रहण के समय पूजन, भगवान की मूर्ति और तुलसी व शमी के पौधे का स्पर्श न करें।
- गर्भवती स्त्रियां ग्रहण के दौरान काटने, छीलने और सिलने का कार्य करने से बचें।
- चाकू, कैंची और सुई का उपयोग भूलकर भी न करें।
- ग्रहण के समय जितना अधिक से अधिक हो सके सूर्य मंत्र और ईश्वर का ध्यान करें।
ग्रहण समाप्ति के बाद करें ये काम
- ग्रहण समाप्ति पर स्वयं स्नान करे और भगवान की मूर्तियों को स्नान कराएं।
- तुलसी व शमी के पौधे में गंगाजल का छिड़काव करें।
- ग्रहण के बाद गरीबों को दान और दक्षिणा दें।
यह आंशिक सूर्य ग्रहण इस वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण था। साल 2019 में भी 3 सूर्य ग्रहण देखने को मिलेंगे। इनमें पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी 2019 को दिखाई देगा।
एस्ट्रोसेज की ओर से उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ!
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