सूर्य अप्रैल 14, 2014, को मेष राशि में प्रवेश कर रहा है। सूर्य का यह गोचर आपके जीवन में क्या बदलाव लाएगा, आइए जानते हैं ‘पं. हनुमान मिश्रा जी’ से।
14 अप्रैल 2014 को सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहा है, मेष राशि भचक्र की पहली राशि है। सूर्य मेष राशि में प्रवेश होते ही श्रेष्ठ एवं उच्च का होता है। गोचर का सूर्य 3, 6, 10, 11वां होने पर शुभ फल देता है। इस समय व्यक्ति को कार्यों में आशातीत सफलता, शत्रु नाश, प्रसन्नता- खुशियां, स्वस्थता, धन-लाभ, सुख-संतोष में वृद्धि एवं मान प्रतिष्ठा मिलती है। परन्तु गोचर में सूर्य जब उच्च राशि यानी मेष राशि में होता है तब उक्त शुभ फलों में कई गुना वृद्धि हो जाती है।
14 अप्रैल 2014 को प्रात: 7 बजकर 39 मिनट पर सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहे हैं। उस समय वृषभ लग्न का उदय हो रहा है। सूर्य उच्च के होकर बारहवें भाव में है साथ ही जब सूर्य देवता अपनी उच्च राशि मेष में जा रहे हैं उस समय शनि देवता अपनी उच्च राशि तुला में स्थित हैं, अत: दोनों आमने-सामने हैं इसे समसप्तक योग कहते हैं। सूर्य और शनि की यह स्थिति राजा और जनता में सीधी टक्कर देने वाली कही गई है। अत: इस अवधि में होने वाले चुनाओं और मतदान में जनता सत्तारूढ़ दल के खिलाफ़ जा सकती है। सूर्य पर अतिशत्रु घर में बैठे मंगल की दृष्टि भी है अत: किसी बड़े नेता पर हमला भी हो सकता है। राहु केतु के प्रभाव के कारण कुछ नेता स्वयं पर जानबूझ कर कुछ छोटे हमले करवा सकते हैं। यानी इस समय की राजनीतिक बयार बड़ी ही दूषित लग रही है। राजनीति से जुड़े लोग जो कर जायें वो कम होगा। हालांकि इससे जनता को कोई विशेष हानि नहीं होने वाली है। क्योंकि ग्रहों की इस स्थिति से सूर्य पीड़ित हो रहा है शनि नहीं अत: जनता से अधिक राजनेताओं को सावधानी रखने की सलाह मैं देना चाहूँगा।
हालांकि इस समय जनता में असंतोष के कारण हड़ताल, उग्र प्रदर्शन जैसे हालात बन सकते हैं। साथ ही देश में अस्थिरता का माहौल निर्मित होगा। देश और दुनिया में कुछ बड़े परिवर्तन भी संभव हैं लेकिन सरकारों और बड़े नेताओं के लिए संकट की स्थिति बन सकती है। ग्रहों की इन स्थितियों और विशेषकर सूर्य के राशि परिवर्तन का आप पर क्या असर पड़ने वाला है, आइए जानते हैं।
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मेष:यदि आप पहले से ही किन्हीं परेशानियों से घिरे हुए नहीं हैं तो सब ठीक रहेगा लेकिन यदि पहले से ही कुछ परेशानियाँ हैं तो संयम और समझदारी से उनसे निकलने की कोशिश करें। यद्यपि आर्थिक मामलों के लिए समय ठीक रहेगा फिर भी स्वजनों से विवाद सम्भव है। अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखें। कोई भी जोखिम भरा काम न करें।
वृष: यह समय आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है, कड़ी मेहनत करने के बाद ही आपको इच्छित फलों की प्राप्ति हो पाएगी। जीवन के अन्य पहलुओं में भी कुछ कठिनाई रह सकती है। व्यर्थ के विवादों और कानूनी मामलों में उलझने से आपको बचना चाहिए। चिंता व क्लेश से बचें और स्वास्थ्य का ख़याल रखें।
मिथुन: लाभ भाव में उपस्थित सूर्य लाभ देगा लेकिन आपको किसी गलत माध्यम से मिलने वाले फायदे की लालच से बचना चाहिए अन्यथा मान सम्मान को हानि पहुंच सकती है। क्रोध की अधिकता रह सकती है। धन संबंधी मामलों में भी सावधानी ज़रूरी होगी।
कर्क: सुख-संपत्ति की प्राप्ति होगी। ऐश्वर्य और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा लेकिन किसी भी तरह के विवाद से बचना होगा। ख़र्चों पर भी नियंत्रण पाने की कोशिश ज़रूरी होगी। परिवार में सुख, शांति रहेगी। यात्रा से लाभ मिलने की सम्भावनाएं हैं। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।
सिंह: धार्मिक यात्राओं का अवसर मिलेगा साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। कार्यस्थल पर स्थितियां अनुकूल होगी। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। लेकिन काम धंधे को लेकर की गई लापरवाही पद हानि भी करवा सकती है आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
कन्या: काम धंधें में बेहतरी आएगी। उच्चाधिकारियों से मेल मुलाकात होगी। मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। लेकिन किसी कारण से मानसिक अशांति रह सकती है। परिवार में प्रसन्नता आएगी। भाइयों से सहयोग मिलेगा साथ आर्थिक स्थिति में भी बेहतरी आ सकती है लेकिन स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।
तुला: कामों में रुकावटें आ सकती हैं। अत: यदि आप किसी महत्त्वपूर्ण काम को अंजाम देने जा रहे हैं तो उसे यथासम्भव कम से कम एक महीने तक टालने का प्रयास करें। साथ ही घर-परिवार विशेषकर जीवन साथी को आप अधिक से अधिक वक्त देने का प्रयास करें। वाहन सावधानी से चलाएँ । बेवजह निराशा को मन में न लाएं।
वृश्चिक: समय अच्छा रहेगा। सोच हुए कार्य पूर्ण हो जाएंगे। महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात फलदायी होगी। लेकिन संतान को कुछ कष्ट रह सकता है। धन का लाभ होगा लेकिन कुछ ख़र्चे भी हो सकते हैं। अपने घरेलू मामलों को गंभीरता से निपटाएँ। माता के स्वास्थ्य का ख़याल रखें।
धनु: आप अपने कामों को काफी हद तक अंजाम देने में सफल रहेंगे लेकिन कुछ पारिवारिक मामले आपको तनाव दे सकते हैं। यदि आप तनाव देने वाले मूल स्रोत को जानकर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगे तो आपको सफलता भी मिलेगी। आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल है। धार्मिक यात्राओं के भी योग हैं।
मकर: घरेलू जीवन में कुछ समस्याएँ तो रहेंगी लेकिन यदि आप सूर्य उपासना या सूर्य मंत्रों का जप करेंगे तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति भी होगी। आर्थिक मामलों में राहत मिलगी। न्यायालय संबंधी मामलों में विजय मिलेगी। कठिन परिश्रम करने से काम पूरे होंगे।
कुम्भ: आपमें नई ऊर्जा का संचार करेगा। मित्रों और साथियों का सहयोग मिलेगा। कोई बडा काम पूरा हो सकता है। आमदनी के श्रोतों में इज़ाफा होगा। अचानक लाभ में वृद्धि के योग बन रहे हैं। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखें और तनाव मुक्त रहें।
मीन: इस अवधि में आपके काम रुकावटों के बाद ही सही लेकिन पूरेज़रूर होंगे। समस्याओं से निजात मिलेगी। यदि कहीं कुछ धन फ़ंसा हुआ है तो उसकी प्राप्ति हो सकती है लेकिन वाणी में मिठास बहुत ज़रूरी होगी। दांपत्य जीवन में भी बेहतरी आएगी लेकिन नींद में व्यवधान रह सकता है।
अगर उपायों की बात करें तो जिस किसी को भी सूर्य के इस गोचरीय परिवर्तन से कष्ट हो उसे चाहिए कि वह तांबा, गुड, गेहूं व मसूर की दाल का दान करे। साथ ही "ॐ घृणि सूर्याय नम:" मंत्र का जाप करे।
यदि इतने पर भी शांति न मिले तो सूर्य मंत्र का जप कराकर हवन कराएं।
पं हनुमान मिश्रा
14 अप्रैल 2014 को सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहा है, मेष राशि भचक्र की पहली राशि है। सूर्य मेष राशि में प्रवेश होते ही श्रेष्ठ एवं उच्च का होता है। गोचर का सूर्य 3, 6, 10, 11वां होने पर शुभ फल देता है। इस समय व्यक्ति को कार्यों में आशातीत सफलता, शत्रु नाश, प्रसन्नता- खुशियां, स्वस्थता, धन-लाभ, सुख-संतोष में वृद्धि एवं मान प्रतिष्ठा मिलती है। परन्तु गोचर में सूर्य जब उच्च राशि यानी मेष राशि में होता है तब उक्त शुभ फलों में कई गुना वृद्धि हो जाती है।
14 अप्रैल 2014 को प्रात: 7 बजकर 39 मिनट पर सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर रहे हैं। उस समय वृषभ लग्न का उदय हो रहा है। सूर्य उच्च के होकर बारहवें भाव में है साथ ही जब सूर्य देवता अपनी उच्च राशि मेष में जा रहे हैं उस समय शनि देवता अपनी उच्च राशि तुला में स्थित हैं, अत: दोनों आमने-सामने हैं इसे समसप्तक योग कहते हैं। सूर्य और शनि की यह स्थिति राजा और जनता में सीधी टक्कर देने वाली कही गई है। अत: इस अवधि में होने वाले चुनाओं और मतदान में जनता सत्तारूढ़ दल के खिलाफ़ जा सकती है। सूर्य पर अतिशत्रु घर में बैठे मंगल की दृष्टि भी है अत: किसी बड़े नेता पर हमला भी हो सकता है। राहु केतु के प्रभाव के कारण कुछ नेता स्वयं पर जानबूझ कर कुछ छोटे हमले करवा सकते हैं। यानी इस समय की राजनीतिक बयार बड़ी ही दूषित लग रही है। राजनीति से जुड़े लोग जो कर जायें वो कम होगा। हालांकि इससे जनता को कोई विशेष हानि नहीं होने वाली है। क्योंकि ग्रहों की इस स्थिति से सूर्य पीड़ित हो रहा है शनि नहीं अत: जनता से अधिक राजनेताओं को सावधानी रखने की सलाह मैं देना चाहूँगा।
हालांकि इस समय जनता में असंतोष के कारण हड़ताल, उग्र प्रदर्शन जैसे हालात बन सकते हैं। साथ ही देश में अस्थिरता का माहौल निर्मित होगा। देश और दुनिया में कुछ बड़े परिवर्तन भी संभव हैं लेकिन सरकारों और बड़े नेताओं के लिए संकट की स्थिति बन सकती है। ग्रहों की इन स्थितियों और विशेषकर सूर्य के राशि परिवर्तन का आप पर क्या असर पड़ने वाला है, आइए जानते हैं।
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मेष:यदि आप पहले से ही किन्हीं परेशानियों से घिरे हुए नहीं हैं तो सब ठीक रहेगा लेकिन यदि पहले से ही कुछ परेशानियाँ हैं तो संयम और समझदारी से उनसे निकलने की कोशिश करें। यद्यपि आर्थिक मामलों के लिए समय ठीक रहेगा फिर भी स्वजनों से विवाद सम्भव है। अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखें। कोई भी जोखिम भरा काम न करें।
वृष: यह समय आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है, कड़ी मेहनत करने के बाद ही आपको इच्छित फलों की प्राप्ति हो पाएगी। जीवन के अन्य पहलुओं में भी कुछ कठिनाई रह सकती है। व्यर्थ के विवादों और कानूनी मामलों में उलझने से आपको बचना चाहिए। चिंता व क्लेश से बचें और स्वास्थ्य का ख़याल रखें।
मिथुन: लाभ भाव में उपस्थित सूर्य लाभ देगा लेकिन आपको किसी गलत माध्यम से मिलने वाले फायदे की लालच से बचना चाहिए अन्यथा मान सम्मान को हानि पहुंच सकती है। क्रोध की अधिकता रह सकती है। धन संबंधी मामलों में भी सावधानी ज़रूरी होगी।
कर्क: सुख-संपत्ति की प्राप्ति होगी। ऐश्वर्य और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा लेकिन किसी भी तरह के विवाद से बचना होगा। ख़र्चों पर भी नियंत्रण पाने की कोशिश ज़रूरी होगी। परिवार में सुख, शांति रहेगी। यात्रा से लाभ मिलने की सम्भावनाएं हैं। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।
सिंह: धार्मिक यात्राओं का अवसर मिलेगा साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। कार्यस्थल पर स्थितियां अनुकूल होगी। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। लेकिन काम धंधे को लेकर की गई लापरवाही पद हानि भी करवा सकती है आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
कन्या: काम धंधें में बेहतरी आएगी। उच्चाधिकारियों से मेल मुलाकात होगी। मान सम्मान में इजाफ़ा होगा। लेकिन किसी कारण से मानसिक अशांति रह सकती है। परिवार में प्रसन्नता आएगी। भाइयों से सहयोग मिलेगा साथ आर्थिक स्थिति में भी बेहतरी आ सकती है लेकिन स्वास्थ्य का ख़याल रखना ज़रूरी होगा।
तुला: कामों में रुकावटें आ सकती हैं। अत: यदि आप किसी महत्त्वपूर्ण काम को अंजाम देने जा रहे हैं तो उसे यथासम्भव कम से कम एक महीने तक टालने का प्रयास करें। साथ ही घर-परिवार विशेषकर जीवन साथी को आप अधिक से अधिक वक्त देने का प्रयास करें। वाहन सावधानी से चलाएँ । बेवजह निराशा को मन में न लाएं।
वृश्चिक: समय अच्छा रहेगा। सोच हुए कार्य पूर्ण हो जाएंगे। महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात फलदायी होगी। लेकिन संतान को कुछ कष्ट रह सकता है। धन का लाभ होगा लेकिन कुछ ख़र्चे भी हो सकते हैं। अपने घरेलू मामलों को गंभीरता से निपटाएँ। माता के स्वास्थ्य का ख़याल रखें।
धनु: आप अपने कामों को काफी हद तक अंजाम देने में सफल रहेंगे लेकिन कुछ पारिवारिक मामले आपको तनाव दे सकते हैं। यदि आप तनाव देने वाले मूल स्रोत को जानकर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगे तो आपको सफलता भी मिलेगी। आर्थिक मामलों के लिए समय अनुकूल है। धार्मिक यात्राओं के भी योग हैं।
मकर: घरेलू जीवन में कुछ समस्याएँ तो रहेंगी लेकिन यदि आप सूर्य उपासना या सूर्य मंत्रों का जप करेंगे तो आपको शुभ फलों की प्राप्ति भी होगी। आर्थिक मामलों में राहत मिलगी। न्यायालय संबंधी मामलों में विजय मिलेगी। कठिन परिश्रम करने से काम पूरे होंगे।
कुम्भ: आपमें नई ऊर्जा का संचार करेगा। मित्रों और साथियों का सहयोग मिलेगा। कोई बडा काम पूरा हो सकता है। आमदनी के श्रोतों में इज़ाफा होगा। अचानक लाभ में वृद्धि के योग बन रहे हैं। फिर भी स्वास्थ्य का ख़याल रखें और तनाव मुक्त रहें।
मीन: इस अवधि में आपके काम रुकावटों के बाद ही सही लेकिन पूरेज़रूर होंगे। समस्याओं से निजात मिलेगी। यदि कहीं कुछ धन फ़ंसा हुआ है तो उसकी प्राप्ति हो सकती है लेकिन वाणी में मिठास बहुत ज़रूरी होगी। दांपत्य जीवन में भी बेहतरी आएगी लेकिन नींद में व्यवधान रह सकता है।
अगर उपायों की बात करें तो जिस किसी को भी सूर्य के इस गोचरीय परिवर्तन से कष्ट हो उसे चाहिए कि वह तांबा, गुड, गेहूं व मसूर की दाल का दान करे। साथ ही "ॐ घृणि सूर्याय नम:" मंत्र का जाप करे।
यदि इतने पर भी शांति न मिले तो सूर्य मंत्र का जप कराकर हवन कराएं।
पं हनुमान मिश्रा
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