राहु का कन्या राशि में गोचर (जुलाई 12, 2014) - जानिए गोचर के प्रभाव

राहु जुलाई 12 2014, को कन्या राशि में प्रवेश कर रहा है। क्या आप जानते हैं यह गोचर आपके जीवन में क्या क्या बदलाव लाएगा? जानिये राहु का कन्या राशि में गोचर और आप के जीवन पर प्रभाव ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।

राहु का कन्या राशि में गोचर और उसके प्रभाव।

राहु मायावी विद्याओं तथा मायावी शक्तियों का कारक ग्रह माना गया है। राहु एक छाया ग्रह है जो मनुष्य के शरीर में वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। यह क्षणों में ही भारी लाभ अथवा हानि देने वाला ग्रह माना गया है। राहु 12 जुलाई 2014 को तुला राशि से कन्या राशि में जा रहा है।


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राहु के इस गोचर का विभिन्न राशियों पर क्या असर होगा आइए जानते हैं-

मेष:

राहु के कन्या राशि में होने से आर्थिक मामलों में सुधार होने की सम्भावना है। कोई फ़ायदे का सौदा हाथ लगेगा। आपके बॉस आपके कामों से खुश रहेंगे। वरिष्ठ व्यक्तियों से भी लाभ मिलेगा। घर परिवार का माहौल सुखद रहेगा। किसी यात्रा के माध्यम से भी लाभ होगा। आपको आपके प्रयासों में सफलता मिलेगी। नौकरी हो या व्यवसाय, उसमें सुधार होगा।

उपाय: सफ़ाई कर्मचारी को लाल मसूर की दाल का दान करें।

वृषभ:

राहु के कन्या राशि में होने से आपकी सही निर्णय लेने की क्षमता और योग्यता प्रभावित रह सकती है। कुछ लुभावने प्रस्ताव सामने आ सकते हैं। बेहतर होगा उन पर सावधानी से अमल करें। आर्थिक मामलों में कोई जोखिम न उठाएँ। मुकदमेबाज़ी और कानूनी पचड़ों में फंसने से भी स्वयं को बचाएँ। साथ ही साथ खान पान पर भी संयम रखना जरूरी होगा।

उपाय: चांदी का छल्ला पहनें।

मिथुन:

राहु के कन्या राशि में होने से घर परिवार में कुछ परेशानियाँ रह सकती हैं। आपके कुछ प्रयास असफल भी रह सकते हैं जिसके कारण मन में कुछ खिन्नता रह सकती है। आपको अपने भीतर के भय को बाहर निकालना होगा और परिस्थियों का सामना उत्साह पूर्वक करना होगा। मित्रों और सहयोगियों से नाराज़गी न रखें। अपना हर काम सलीके से करने का प्रयत्न करें।

उपाय: कष्ट की स्थिति में माँ सरस्वती की पूजा करें।

कर्क:

राहु के कन्या राशि में होने से आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और आपकी प्रतिष्ठा में भी बढ़ोत्तरी होगी। व्यापार में उन्नति होगी। यदि नौकरी पेशा हैं तो पदोन्नति के अच्छे योग हैं। संचार के माध्यमों से भी उत्साहवर्धक समाचार मिलते रहेंगे। आप ऊर्जावान बने रहेंगे। आप अपने हर काम को बड़े सलीके से करेंगे। घूमने फिरने या मनोरंजक यात्राओं के लिए भी समय ठीक है।

उपाय: आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ रहेगा।

सिंह:

कन्या राशि का राहु आपके लिए अधिक अनुकूल परिणाम नहीं दे पाएगा। कॉम्पीटीटर्स अड़चने लाने का प्रयास कर सकते हैं। इसलिए कोई भी बड़ा काम करने से पहले भली भाँति सोच विचार करना ज़रूरी होगा। स्वास्थ्य को लेकर भी संयमित रहना उचित रहेगा। घरेलू जीवन को लेकर कुछ चिंताएँ रह सकती हैं। आर्थिक मामलों में तो विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता रहेगी।

उपाय: चांदी की ठोस गोली अपने पास रखें।

कन्या:

प्रथम भाव में राहु होने के कारण मन में एक अनजाना भय रह सकता है। इस अवधि में जीवनसाथी या व्यवसायिक भागीदार से संबंधों को मधुर बनाए रखें। बेहतर होगा, यथार्थ पर ही विश्वास करें। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ठीक नहीं होगी। स्त्री वर्ग से संबंधों को न बिगाड़ें। रूपये पैसों के मामलों में कोई शॉर्टकट अपनाने से बचें।

उपाय: बहते पानी में नारियल बहाएँ।

तुला:

राहु के कन्या राशि में होने से घर परिवार या पारिवारिक सदस्यों को लेकर कुछ चिंताएँ रह सकती हैं।

घर या नौकरी में कुछ बदलाव भी सम्भव है। विरोधियों के द्वारा भी मन को व्यथित करने वाली स्थितियाँ निर्मित की जा सकती हैं। आपके ख़र्चे बढ़ सकते हैं। कुछ बेकार की यात्राएँ करनी पड़ सकती हैं। इस अवधि में आत्मनिर्भर रहना और प्रतिष्ठा का ख़याल रखना आवश्यक होगा।

उपाय: अपने वज़न के बराबर लकड़ी का कोयला पानी में बहाएँ।

वृश्चिक:

राहु का कन्या राशि में होना आपके लिए अनुकूल परिणाम लाएगा। आप कुछ नए-नए कामों को करने की योजना बना सकते हैं। आपके मित्रों के द्वारा आपको मदद मिलेगी। पारिवारिक जीवन सुखी रहेगा, साथ ही प्रणय और प्रेम संबंधों के लिये अनुकूलता बनी रहेगी। स्वास्थ्य भी लगभग अनुकूल रहेगा, हाँ कभी-कभार कान का कोई रोग कुछ परेशान कर सकता है।

उपाय: मंदिर में नियमित रूप से जौ का दान करें।

धनु:

राहु के कन्या राशि में होने से आपका साहस और परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता, आपके लिए अनुकूल परिणाम दिलाएगी। आप व्यापार और व्यवसाय में बहुत अच्छा करेंगे। यदि बेरोज़गार हैं तो रोज़गार मिलेगा। नौकरी में तरक्की होगी। आपका आत्मविश्वास कमाल का रहेगा। वरिष्ठ और सत्ताधारी व्यक्तियों से आपके संबंध बेहतर होंगे। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।

उपाय: अंधे लोगों को खाना खिलाएँ।

मकर:

यद्यपि राहु आपके भाग्य स्थान में है इसलिए आपको मिले जुले परिणाम मिलेंगे। आपको अपने व्यवसाय-व्यापार में अच्छा करने का मौका मिलेगा। आपका आत्मविश्वास आपको सफ़लता दिलाने में सहयोगी बनेगा। लेकिन इस समय आपको ध्यान इस बात का रखना है कि गुरूजनों और माता पिता से आप बहुत अच्छे संबंध रखें। अहंकार से बचें व हमेशा आत्मविश्लेषण करते रहें।

उपाय: माथे पर केसर का तिलक लगाएँ।

कुम्भ:

राहु के कन्या राशि में होने के कारण आपके प्रयासों में कठिनाइयाँ रह सकती हैं। नौकरी पेशा लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जीवन साथी से भी संबंधों को न बिगड़ने दें। समय-समय पर चिकित्सक का मार्गदर्शन प्राप्त करते रहें। हालांकि इस अवधि में आप कुछ अतीन्द्रिय अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

उपाय: चांदी का एक चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें।


मीन:

राहु के कन्या राशि में होने से आपके रोज़मर्रा के कामों में भी व्यवधान आ सकते हैं। इस समय आत्मनिर्भरता भी ज़रूरी होगी। घर परिवार के सदस्यों के साथ पूरी तरह से सामंजस्य बिठाकर चलना होगा। जहाँ तक सम्भव हो आप अपने भागीदारों और सहयोगियों से अपने सम्बंध मधुर बनाए रखें।जहां तक हो सके मुकदमेबाज़ी व बेकार की यात्राओं से बचें।

उपाय: बहते पानी में छह जटा सहित नारियल प्रवाहित करें।

प. हनुमान मिश्रा

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