दिल्ली विधान सभा चुनाव 2015 - एक ज्योतिषीय विश्लेषण

दिल्ली के चुनाव के परिणामों को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना आसान नहीं है। दिल्ली के मुख्य मंत्री पद के लिए इस बार अरविन्द केजरीवाल का सीधा मुकाबला केवल किरण बेदी से ना होकर नरेंद्र मोदी से भी है । “पं. दीपक दूबे” ज्योतिष के माध्यम से बताएंगे कौन जीत सकता है दिल्ली के मुख्य मंत्री की कुर्सी इस बार। 

janiye delhi ke chunavo ka bhavishya jyotish dwara.

दिल्ली के चुनाव के परिणामों को लेकर इस बार किसी भी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचना अत्यंत ही टेढ़ी खीर है, और यही बात इस चुनाव को अत्यधिक रोमांचक बनाती है। परिस्थितियों को देखते हुए किसी निष्कर्ष पर पहुंचना आसान नहीं है। इस बार, मैंने भी इस चुनाव पर अपना ज्योतिषीय विचार रखने का प्रयास किया है। सामान्यतया हम किसी भी चुनाव में वहाँ के प्रमुख उम्मीदवारों का ही विश्लेषण करते हैं, परन्तु इस बार का चुनाव कुछ खास है, यहाँ अगर देखा जाये तो जहाँ एक और चुनाव के केंद्र में केजरीवाल हैं तो दूसरी ओर भाजपा दिल्ली की मुख्यमंत्री की प्रत्याशी किरण बेदी, परन्तु इस बार हम सीधे - सीधे केवल किरण बेदी और केजरीवाल का ही विश्लेषण नहीं कर सकते, और ना ही इससे किसी सार्थक परिणाम पर पहुँच सकते हैं, क्योंकि इस बार मुख्य लड़ाई केजरीवाल और मोदी के बीच है, ना कि किरण बेदी के साथ। किरण बेदी सिर्फ एक प्रतीक के रूप में हैं, इस चुनाव के परिणामों का सबसे अधिक प्रभाव अरविन्द केजरीवाल और नरेंदर मोदी पर पड़ने वाला है, और इन्हीं वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मैंने ज्योतिषीय विश्लेषण करने का प्रयास किया है।चूँकि कांग्रेस की स्थिति अत्यंत ही नाज़ुक है अतः मैंने उसे अपने विश्लेषण में शामिल नहीं किया है -

आइये सबसे पहले अरविन्द केजरीवाल, किरण बेदी और नरेंदर मोदी की लग्न कुंडली, वर्तमान दशा अंतर दशा तथा को देखा जाये -

जन्म के समय तीनों नेताओं के लग्न कुंडली में ग्रहों की स्थिति


अरविन्द केजरीवाल

किरण बेदी


नरेंदर मोदी 


यहाँ अरविन्द केजरीवाल और किरण बेदी के जन्म का विवरण एस्ट्रोसेज.कॉम के अनुसार है, परन्तु नरेंदर मोदी की कुंडली उनके प्रचलित जन्म तारीख 17 सितम्बर, 1950 को ना मानकर मेरी गणना के अनुसार 17, सितम्बर, 1949 के अनुसार है। साथ ही यहाँ यह भी सुनिश्चित कर दूँ की कुंडलियों का विश्लेषण, उपरोक्त नेताओं के ज्ञात जन्म से सम्बंधित तथ्यों के आधार पर है, और मैं इसकी सटिकता का दावा नहीं करता।

मतदान - 7 फरवरी को लग्न गोचर


अरविन्द केजरीवाल


किरण बेदी


नरेंदर मोदी 


विशेष: चन्द्रमा इस दिन दो राशियों - सिंह और कन्या में भ्रमण करेगा, अतः लग्न लेने की वजह से चन्द्रमा का राशि परिवर्तन दिखेगा। 
चुनाव नतीजे - 10 फरवरी को लग्न गोचर 

अरविन्द केजरीवाल



किरण बेदी


नरेंदर मोदी


वर्तमान में तीनों नेताओं की दशा और अंतर दशा


दशा (7 फरवरी , 2015 को )


अरविन्द केजरीवाल: 4 फरवरी से 12 फ़रवरी के बीच गुरु की महादशा, शुक्र का अंतर, केतु का प्रत्यंतर और गुरु की सूक्ष्म दशा है।

किरण बेदी : 7 फरवरी तक सूर्य की महादशा, बुध का अंतर, गुरु का प्रत्यंतर और राहु की सूक्ष्म दशा है, और 10 फरवरी को सूर्य - बुध -शनि और शनि है।

नरेंदर मोदी: 7 फरवरी तक शुक्र की महादशा, मंगल का अंतर, शनि का प्रत्यंतर और चन्द्रमा की सूक्ष्म दशा है, और 10 फरवरी को शुक्र - मंगल - शनि और मंगल है।

अब कुंडली, दशा और गोचर के अनुसार विश्लेषण


अरविदं केजरीवाल: केजरीवाल की कुंडली में भाग्येश और राज्येश शनि है जो वर्तमान में सप्तम भाव में बैठकर भाग्य स्थान और मित्र दृष्टि से लग्न को देख रहा है। लग्नेश शुक्र और मंगल दोनों ही गोचर में दशम भाव में बैठे हैं और सूर्य तथा बुध की युति भाग्य स्थान पर है, पराक्रम भाव पर गुरु उच्च का है और भाग्य स्थान को सीधी दृष्टि से देख रहा है।

किरण बेदी: बेदी की कुंडली में भाग्येश शुक्र है तो राज्येश बुध, वर्तमान में गोचर में राहु लग्न में है, बुध राज्येश होकर अपने से अष्ठम भाव, अर्थात पंचम में है और भाग्येश शुक्र छठें भाव में बैठकर भाग्य भंग योग का सृजन कर रहा है। केंद्र में कोई भी शुभ ग्रह नहीं है, राहु और केतु केंद्र में तो हैं परन्तु लग्न में बैठा राहु सोचने - समझने और बोलने की शक्ति को दूषित कर देता है और नकारात्मक प्रभाव ही देता है।

नरेंदर मोदी: मोदी की कुंडली में भाग्येश बुध है तो राज्येश चन्द्रमा। अगर दशाओं की बात की जाये तो वर्तमान में सबसे मज़बूत महादशा मोदी की ही चल रही है जो सर्वविदित है और उसे कहने की आवश्यकता नहीं है। गोचर में भी मोदी की कुंडली में उच्च का गुरु तो सूर्य और बुध केन्द्रस्थ है, पंचम भाव में मंगल और शुक्र बुद्धि और पराक्रम का अद्भुत ताल - मेल बैठा रहा है।

निष्कर्ष 


यहाँ तीनों कुंडलियों को गौर से देखा जाये तो ग्रहों की दृष्टि से किरण बेदी की कुंडली बेहद कमज़ोर पड़ रही है केजरीवाल के सामने, यदि केवल किरण बेदी की कुंडली को देखा जाये तो उनका जीतना असंभव था, परन्तु जैसा कि मैंने पहले ही कहा कि इस चुनाव में किरण बेदी प्रतिक स्वरूप ही हैं मात्र, अतः विपक्ष के रूप में केवल मोदी को मानना ही उचित होगा और इस आधार पर मोदी की जीत तय है, भले ही भाजपा जीत जाये परन्तु किरण बेदी के लिए इस चुनाव का लड़ना उनके भविष्य के लिए सम्भवतः अच्छा नहीं होगा।

अब यदि सीटों का अंदाज़ा लगाया जाये तो अंतर बहुत ही कम रहने वाला है, 10 फरवरी को राज्येश चन्द्रमा के लग्न में होने के कारण मोदी की जीत संभावित है, परन्तु यह जीत संभवतः पसीना छुड़ा देने वाली होगी क्योंकि केजरीवाल के ग्रह भी अत्यंत प्रभावशाली हैं। कुल मिलाकर बहुत कम अंतर से और येन - केन - प्रकारेण भाजपा सत्ता लेने में कामयाब हो सकती है।

परिणाम


किरण बेदी: राजनितिक भविष्य अच्छा नहीं है।

नरेंदर मोदी: येन - केन - प्रकारेण विजय संभावित है।

अरविन्द केजरीवाल: हार कर भी विजेता बनने की संभावना है। (जीत की संभावना से इंकार नहीं कर सकता)

सीटों की बात की जाये तो 30 से ऊपर दोनों

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8 comments:

  1. किरण बेदी की कमजोर कुन्डली है अरिवन्द होंगें दिल्ली के मुख्यमन्त्री

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  2. Pandit.Dubey Ji...aapne Narendera Modi ji ki kundli galat banayi hai...unka janm 17th sept 1950 11 am gujrat ka hai...is hisaab se unki kundli Vrishchik lagan ki hai mangal lagan me baitha haj...chandrma ki mahadasha me guru ka antar hai....Kripya apni banayi kundli or uska vishleshan thik karen.

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    1. Unki prachlit janmkundali sahi nahi hai , aur ispar mera lekh pichle varsh 26 may ko prakashit ho chuka hai

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    2. Pt Deepak Dube ji, kya apne bhavishykathan aur aaj k Delhi chunav parinam ko dekh kr apko sharmindgi ka ehsas nhi ho rha hai?...

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    3. आदरणीय ज्ञानेंद्र जी
      अरे हम तो एक गरीब ब्राह्मण और ज्योतिषी हैं और बिना किसी सहयोग और संसाधन के कार्य कर रहे हैं और उसके बावजूद करीब 90 प्रतिशत भविष्यवाणी सही होती है , और मैं विधाता तो हूँ नहीं की शत - प्रतिशत सही हो जाऊं . बजाय इस परिणाम पर मुझे कोसने के यदि आप लोग यह सोचते कि ज्योतिष जैसी विद्या का विकास और कैसे हो और एक भारतीय होने के नाते अपनी इस प्राचीन विद्या के हस्र पर स्वयं कुछ शर्मिंदगी महसूस करते तो इस विद्या को आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिल जाती !

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  3. Pandit ji Mera janam 1-11-1986 ko1:10am ko TINSUKIA ASSAM mai hua hai Mera bagya kya kheta hai

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  4. Kundali kejarival aur Kiran bed I ki hidekhni chahiye.क्योकि दोनो ही आमने सामने है.

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  5. मेरा calculation बिलकुल सही था

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