ज्योतिषीय क्विज़ 24 का सही जवाब देकर आप बन सकते हैं ज्योतिष के शहंशाह। नए एस्ट्रोलॉजी क्विज़ 24 में भाग लीजिये और अपनी ज्योतिषीय क्षमताओं को परखिये और हाँ, एस्ट्रोलॉजी क्विज 23 का जवाब देखना भी मत भूलियेगा।
एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी अपने अगले चरण की ओर अग्रसर है। आज एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 24 आपके समक्ष है।
एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 24 का प्रश्न है: क्या है जातक का व्यवसाय? कारण सहित बताएं!
उत्तर विकल्प:
(A) डॉक्टर
(B) सॉफ्टवेयर इंजीनियर
(C) आइ. ए. एस
(D) आइ. पी. एस
सम्पूर्ण जानकारी आप यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं: एस्ट्रोसेज क्विज़ 24 का प्रश्न
कृपया भाग लेने से पहले प्रश्न के नीचे दिए गए 'नियम और शर्तों ' को अच्छी तरह से पढ़ लें। कारण सहित दिए गए सही उत्तर देने वाले व्यक्ति को विजेता के रूप में विचार किया जाएगा और उनमें से किसी एक को एस्ट्रोसेज के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
सभी विजेताओं के नाम एस्ट्रोसेज हॉल ऑफ़ फ़ेम में पंजीकृत किये जाते हैं!
आइए अब हमारे पिछले प्रश्न के बारे में बात कर ली जाय।
एस्ट्रोसेज ज्योतिष प्रश्नोत्तरी संख्या 23 का प्रश्न था: क्या है जातक का व्यवसाय? कारण सहित बताएं!
उत्तर विकल्प:
(A) पत्रकारिता
(B) वैद्यक-शास्त्र
(C) अध्यापन
(D) फ़िल्म
सही उत्तर: (A) - पत्रकारिता
हालांकि हमें बहुत सारे सही उत्तर मिले, परन्तु हमें एक विजेता का नाम बताना होता है, जिन्होंने सटीक उत्तर दिया हो। इस बार के विजेता का नाम है "गोविन्दम पी के"। बाकी सभी सही उत्तर देने वाले प्रतियोगियों के बारे में और सही उत्तर जानने के लिए इस लिंक पर जाएँ: एस्ट्रोसेज ज्योतिष क्विज़ 23 का परिणाम
एस्ट्रोसेज अपने विजेताओं के नाम को विशेष रूप से दर्शाता है। इसके अलावा यदि आपकी प्रोफाइल हमारे ‘एस्ट्रोसेज ऑनलाइन एस्ट्रोलोजर डायरेक्टरी’ में है तो उसे भी हम आपके नाम के साथ जोड़ देते हैं। "एस्ट्रोसेज ऑनलाइन एस्ट्रोलोजर डायरेक्टरी" अपने तरह की पहली डायरेक्टरी है जिससे किसी भी एस्ट्रोलोजर के बारे में कहीं से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यदि आप अपने को यहाँ रजिस्टर करते हैं तो लोंगो को आप से संपर्क करना बहुत आसान हो जायेगा।
There was a 100% WRONG predicyion by Astro sage expert about Mr Kejriwal CM post.
ReplyDeleteAt that time predictive astrology given by astro sag was viral and make maximum clicking on astro web & mobile version but after all Mr Kejriwal Won with a big deal (breaking record).
I think this is called biprit rajyog.
BTW,
Thanks.
Regards/
Dr. ASHOK BHARDWAJ
Journalist
9999899421
जातक का लग्न तुला हैं जिस का स्वामी शुक्र हैं जोकि मकर राशि मेँ और चन्द्र के नक्षत्र मेँ चंद्र के साथ युति कर रहा हैं तो हमने यहाँ पर पाया कि लग्न चंद्र से प्रभावी हैं अब बात करते हे दशम भाव की जिसे कर्म स्थान कहा जाता हे और जिसमे व्यक्ति का व्यवसाय भी देखा जाता हैं दशम भाव मेँ कर्क राशि हैं कर्क राशि का स्वामी चंद्र यहाँ फिर प्रभावी हैं अब बात करते हे भावात भावम यानी सप्तम भाव की जिसमे मेष राशि हैं ओर उसका स्वामी मंगल जोकी शुक्र की राशि वृष मे और चंद्र के नक्षत्र रोहिणी मेँ स्थित हे हमेँ यहाँ फिर चन्द्र शुक्र का प्रभाव दिखाई दे रहा हैं अब बात करते दृष्टि की कुंडली मेँ चंद्र और शुक्र की पूर्ण दृष्टि दशम भाव पर हमे यहाँ पर चंद्र और शुक्र का पूर्ण बाहुल्य प्राप्त हो रहा और अब अंतिम और महत्वपूर्ण दशमांश कुंडली के ऊपर ध्यान देते हैं क्योकि व्यक्ति का व्यवसाय और व्यक्ति कहाँ अपना वर्चस्व बनाएगा दोनों इसीसे देखा जाता हैं दशमांश कुंडली मेँ शुक्र लग्न मेँ और चंद्र अष्टम भाव मेँ शुक्र की राशि तुला मेँ स्थित हैं अतः यहाँ पर भी शुक्र और चंद्र का समन्वय हैं यहाँ भी प्रबल हे इसलिए हम कह सकते कि चन्द्र व्यक्ति की मानसिक सोच को प्रबल करता हैं और शुक्र जो की किसी चीज को निर्माण करने की कला प्रदान करता हैं अतः व्यक्ति का कार्य सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सम्बंधित हैं
ReplyDeleteआचार्य पं. भवानीशंकर वैदिक
( शिक्षा शास्त्री,साहित्याचार्य,वेद विभूषण )
8952814450
क्विज 24 का परिणाम :-
Deleteजातक का लग्न तुला हैं जिस का स्वामी शुक्र हैं जोकि मकर राशि मेँ और चन्द्र के नक्षत्र मेँ चंद्र के साथ युति कर रहा हैं तो हमने यहाँ पर पाया कि लग्न चंद्र से प्रभावी हैं अब बात करते हे दशम भाव की जिसे कर्म स्थान कहा जाता हे और जिसमे व्यक्ति का व्यवसाय भी देखा जाता हैं दशम भाव मेँ कर्क राशि हैं कर्क राशि का स्वामी चंद्र यहाँ फिर प्रभावी हैं अब बात करते हे भावात भावम यानी सप्तम भाव की जिसमे मेष राशि हैं ओर उसका स्वामी मंगल जोकी शुक्र की राशि वृष मे और चंद्र के नक्षत्र रोहिणी मेँ स्थित हे हमेँ यहाँ फिर चन्द्र शुक्र का प्रभाव दिखाई दे रहा हैं अब बात करते दृष्टि की कुंडली मेँ चंद्र और शुक्र की पूर्ण दृष्टि दशम भाव पर हमे यहाँ पर चंद्र और शुक्र का पूर्ण बाहुल्य प्राप्त हो रहा और अब अंतिम और महत्वपूर्ण दशमांश कुंडली के ऊपर ध्यान देते हैं क्योकि व्यक्ति का व्यवसाय और व्यक्ति कहाँ अपना वर्चस्व बनाएगा दोनों इसीसे देखा जाता हैं दशमांश कुंडली मेँ शुक्र लग्न मेँ और चंद्र अष्टम भाव मेँ शुक्र की राशि तुला मेँ स्थित हैं अतः यहाँ पर भी शुक्र और चंद्र का समन्वय हैं यहाँ भी प्रबल हे इसलिए हम कह सकते कि चन्द्र व्यक्ति की मानसिक सोच को प्रबल करता हैं और शुक्र जो की किसी चीज को निर्माण करने की कला प्रदान करता हैं अतः व्यक्ति का कार्य सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सम्बंधित हैं
आचार्य पं. भवानीशंकर वैदिक
( शिक्षा शास्त्री,साहित्याचार्य,वेद विभूषण )
8952814450