किसके सिर सजेगा 2019 का ताज

लोकसभा चुनाव को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कवरेज में जानें कौन-सी पार्टी को मिल रहा है ग्रहों का साथ !


लोकसभा चुनाव जल्द ही शुरू होने वाले हैं। इन चुनावों को लेकर राजनीतिक गलियारों से लेकर नुक्कड़ चोराहों पर भी चर्चाएं जारी हैं। कुछ लोग मोदी को फिर से पीएम पद का दावेदार कह रहे हैं तो कुछ राहुल का पलड़ा इन चुनावों में भारी बता रहे हैं। राजनेता अपने वादे और दावों से जनता को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। आम से खास लोगों की राय क्या है ये कहना तो मुश्किल है लेकिन ग्रह-सितारे आने वाले चुनावी समर के बारे में क्या कह रहे हैं यह हम आज आपको बताने जा रहे हैं ।

मई में आएगा चुनावों का परिणाम 


आगामी 2019 लोकसभा चुनाव अप्रैल और मई महीने में सात चरणों में होंगे। जिनमें से अप्रैल में चार चरणों के चुनाव होंगे जबकि मई में तीन चरणों में देशभर में मतदान किया जाएगा। चूंकि मई महीने में ही चुनावों के परिणाम घोषित होने हैं इसलिए यह महीना चुनावों के लिहाज से बहुत खास है। ऐसे में मई में आने वाले चुनावों के नतीजों पर राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम लोगों की भी नजर रहेगी। तो आइए जानते हैं भारत की दो मुख्य पार्टियों और इन पार्टियों के मुख्य चहरों की कुंडलियां क्या कहती हैं। 

मई के महीने में ग्रहों का गोचर


24 अप्रैल को वक्री बृहस्पति वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। 15 मई को सूर्य वृषभ राशि में होगा और इसी के अनुसार फल देगा। सात मई को मंगल मिथुन राशि में होगा और दस मई को शुक्र मेष राशि में होगा। वहीं 18 मई को बुध वृषभ राशी में होंगे। आइए अब कुंड़ली के आधार पर जानते हैं भाजपा और कांग्रेस के बारे। साथ ही इन दोनों पार्टियों के मुख्य नेताओं के बारे में भी।


भारतीय जनता पार्टी 
(6-4-1980: 11:40:00: नई दिल्ली)


(बीजेपी की कुंडली)


मुख्य बिंदु

  1. बीजेपी की लग्न राशि मिथुन है और चंद्र राशि वृश्चिक 
  2. मंगल, बृहस्पति और शनि तीनों मुख्य ग्रह वक्री हैं। 
  3. कुंडली के तीसरे भाव में अर्थात सिंह राशि में राहु, मंगल, बृहस्पति और शनि की युति है।
  4. शनि की साढ़ेसाती अंतिम दौर में चल रही है। 
  5. लग्नेश बुध और केतु की युति नवम भाव में है। 
चुनाव के दौरान ग्रह दशा:

लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान बीजेपी की कुंडली में:

  1. चंद्र-मंगल-राहु की दशा 22-03-2019 से 24-04-2019 तक रहेगी। 
  2. इसके बाद चंद्र-मंगल-बृहस्पति की दशा 24-04-2019 से 22-05-2019 तक चलेगी। 
  3. वहीं चंद्र-मंगल-शनि की दशा 22-05-2019 से 25-06-2019 तक रहेगी।

लोकसभा चुनवों में कैसा रहेगा बीजेपी का प्रदर्शन


भारतीय जनता पार्टी की कुंडली में इस समय चंद्रमा की महादशा में मंगल की अंतर्दशा चल रही है जो इस वर्ष अक्टूबर तक चलेगी। चंद्रमा द्वितीयेश होकर छठे भाव में नीच राशि में विराजमान है और पार्टी पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। मंगल जोकि षष्ठेश और एकादशेश होकर तृतीय भाव में विराजमान है तथा राहु, शनि और बृहस्पति से युति में है। महादशानाथ चंद्रमा से मंगल दशम भाव में स्थित है और इस पार्टी को प्रबल दावेदार बना रहा है। क्योंकि मंगल शनि और बृहस्पति तीनों ही वक्री अवस्था में स्थित हैं ऐसे में पार्टी को अपने ही लोगों से परेशानी उठानी पड़ सकती है और संभावना है कि पार्टी सरकार बनाने में कामयाब तो हो सकती है लेकिन पहले के मुकाबले सीटों की संख्या में कुछ कमी आ सकती है। अर्थात बीजेपी आगामी लोकसभा चुनावों में जोड़-तोड़ के साथ सरकार बनाने में सफल हो सकती है। 

श्री नरेंद्र मोदी 
(17-09-1950: 11:00:00: वडनगर, मेहसाणा, गुजरात)



मुख्य बिंदु:

  1. नरेंद्र मोदी की लग्न और चंद्र राशि वृश्चिक है। 
  2. बुध और वृहस्पति वक्री है। 
  3. शनि और बुध अस्त हैं। 
  4. कुंडली के लग्न भाव में चंद्र मंगल योग है। 
  5. दशम भाव में अर्थात सिंह राशि में शुक्र और शनि की युति है।
  6. एकादश भाव में अर्थात कन्या राशि में बुध, सूर्य और केतु की युति है।
  7. शनि की साढ़ेसाती अंतिम दौर में चल रही है। 
  8. लग्नेश मंगल और नवमेश चंद्र प्रबल राज योग बना रहे हैं। 
चुनाव के दौरान ग्रह दशा

  1. 2019 के चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी पर चंद्र-केतु-शुक्र की दशा 11-03-2019 से शुरू होगी और 17-04-2019 तक रहेगी। 
  2. चंद्र-केतु-सूर्य की दशा 17-04-2019 से 27-04-2019 तक रहेगी। 
  3. चंद्र-केतु-चंद्र की दशा 27-04-2019 से 14-05-2019 तक चलेगी और,
  4. चंद्र-केतु-मंगल की दशा 14-05-2019 से शुरू होगी और 27-05-2019 तक चलेगी। 

क्या सितारों की चाल इस बार भी बनाएगी नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री 


वर्तमान प्रधानमंत्री एवं बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी की कुंडली को देखें तो उनके ग्रह-सितारे बताते हैं कि वर्तमान में चंद्रमा में केतु की अंतर्दशा चल रही है जोकि इस वर्ष सितंबर के अंत तक चलेगी। चंद्रमा जो कि पीएम मोदी की कुंडली में भाग्य स्थान का स्वामी है और लग्न में लग्नेश मंगल के साथ बैठकर प्रबल चंद्र मंगल योग तथा राजयोग का निर्माण कर रहा है। केतु एकादश भाव में कन्या राशि में सूर्य और बुध के साथ उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में स्थित है। सूर्य और बुध के प्रभाव के कारण कन्या राशि में एकादश भाव में केतु के अच्छे परिणाम मिल सकते हैं और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी सूर्य होने से जो कि उनकी कुंडली का दशमेश भी है उन्हें सत्ता प्राप्ति की संभावनाओं को दर्शा रहा है। अतः 2014 की तरह एक बार फिर नरेंद्र मोदी के सिर प्रधानमंत्री पद का ताज सज सकता है। 

हालांकि इनकी साढ़ेसाती अंतिम चरण में है तथा इसके परिणाम स्वरूप पीएम मोदी को भी अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हो सकता है कि इनकी पार्टी के ही कई लोग इनके खिलाफ हो जाएं और इनके रास्ते में बाधा बनने की कोशिश करें। लेकिन बावजूद इसके नवमेश चंद्रमा इन्हें पद प्राप्ति की ओर लेकर जाएगा। सप्तमेश शुक्र की स्थिति दशम भाव में होने से उनके कार्यों की जनता द्वारा सराहना की जाएगी जिसके चलते इन चुनावों में उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त होगा। उनके जिन क़दमों की लोग आलोचना करते थे उनकी तारीफ़ करते इस दौरान नज़र आ सकते हैं। हालांकि स्थितियाँ पहले के मुकाबले आसान नहीं होंगी और उन्हें कई कठोर निर्णय तक लेने होंगे। 

2019 लोकसभा चुनावों में कितने कारगर होंगे पीएम मोदी: यहाँ क्लिक कर पढ़ें


कांग्रेस
(02-01-1978: 11:59:00: नई दिल्ली)


(कांग्रेस की कुंडली)

मुख्य बिंदु 

  1. कांग्रेस की लग्न राशि मीन और चंद्र राशि कन्या है। 
  2. शनि, बृहस्पति और मंगल तीनों मुख्य ग्रह वक्री हैं।
  3. शुक्र अस्त होकर दशम भाव में सूर्य के साथ धनु राशि में स्थित है। 
  4. मंगल कर्क राशि (नीच) में पंचम भाव में है।
  5. राहु - चंद्र की युति सप्तम भाव में है।
चुनाव के दौरान ग्रह दशा

कांग्रेस की कुंडली को देखकर पता चलता है कि कांग्रेस पर गुरु-शुक्र-बुध की दशा 05-03-2019 से 22-07-2019 तक रहेगी। 

कैसा रहेगा कांग्रेस का आगामी लोकसभा चुनावों में प्रदर्शन


अगर कांग्रेस की कुंडली पर नजर डाली जाए तो हम देखते हैं कि वर्तमान में बृहस्पति की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा चल रही है जो सितंबर 2019 तक प्रभावी रहेगी। बृहस्पति जो कि कुंडली का लग्नेश और दशमेश होकर चतुर्थ भाव में मिथुन राशि में वक्री अवस्था में स्थित है, दशम भाव तथा सूर्य और शुक्र (अस्त) को पूर्ण दृष्टि से देख रहा है। वर्तमान में शनि का गोचर कुंडली के सूर्य और शुक्र के ऊपर तथा चंद्रमा से चतुर्थ भाव में है। 

ऐसे में कांग्रेस को अंतर कलह का सामना करना पड़ सकता है और इस दौरान कुछ ऐसे कार्य भी हो सकते हैं जिनके द्वारा पार्टी का नाम खराब हो सकता है। कांग्रेस के विश्वास पात्र नेता इस दौरान अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े कर सकते हैं। ऐसे दौर में गांधी परिवार को कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि बृहस्पति जो कि शुभ ग्रह है अपना फल अवश्य देगा और तृतीयेश शुक्र की दशम भाव में स्थिति प्रयासों को बढ़ाने से सफलता की ओर इशारा करती है। ऐसे में यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि कुंडली में शुक्र अष्टम भाव का स्वामी है और छठे भाव के स्वामी सूर्य के साथ स्थित है। ऐसी स्थिति में यह संभावना बनती है कि यूँ तो कांग्रेस 2014 की तुलना में थोड़ा अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी लेकिन यह प्रदर्शन इतना अच्छा नहीं होगा कि पार्टी केंद्र में अपने दम पर सरकार बना सके। अगर पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन भी किया तो बिना गठबंधन के सरकार बनाने में कामयाब नहीं रह पाएगी। 

कांग्रेस के लिए कितनी भाग्यशाली होंगी प्रियंका ? यहाँ क्लिक कर पढ़ें

श्री राहुल गाँधी 
(19-06-1970: 14:28:00: नई दिल्ली)


मुख्य बिंदु

  1. राहुल गांधी की लग्न राशि तुला और चंद्र राशि धनु है। 
  2. बृहस्पति वक्री अवस्था में लग्न में स्थित है। 
  3. भाग्य का स्वामी बुध अस्त होकर अष्टम भाव में स्थित है। 
  4. नीच का शनि सप्तम भाव में स्थित है। 
  5. नवम भाव में अर्थात मिथुन राशि में सूर्य और मंगल की युति है।
  6. शनि की साढ़ेसाती अपने चरम पर है। 

चुनाव के दौरान ग्रह दशा

राहुल गांधी की कुंडली में:

  1. मंगल-चंद्र-शुक्र की दशा 01-03-2019 से 05-04-2019 तक रहेगी।
  2. इसके बाद मंगल-चंद्र-सूर्य की दशा 05-04-2019 को शुरू होगी और 16-04-2019 तक चलेगी।
  3. वहीं राहु-राहु-राहु की दशा 16-04-2019 को शुरू होगी और 11-09-2019 तक चलेगी। 

लोकसभा चुनाव 2019 में कैसा रहेगा राहुल गांधी का प्रदर्शन 


पिछले एक दो वर्षों में राहुल गांधी ने अपनी छवि को काफी हद तक बदला है और एक बेहतर नेता की तरह लोगों के सामने खुद को पेश किया है। अगर कांग्रेस अध्यक्ष व कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के दावेदार राहुल गांधी की कुंडली का विश्लेषण करें तो, इस समय मंगल की महादशा और राहु की महादशा दशा छिद्र में चल रहे हैं। इसके साथ ही उनकी कुंडली में 16 अप्रैल से राहु की महादशा प्रारंभ होने वाली है जो पंचम भाव में कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र में स्थित है। राहु की अधिष्ठित राशि का स्वामी ग्रह शनि है जो सप्तम भाव में नीच अवस्था में बैठा है। ऐसे में यह मानना संभव नहीं है कि वह कोई बहुत बड़ा कारनामा कर पाएंगे।

हालांकि राहु अपने नक्षत्र में होने से पंचम भाव से संबंधित कुछ अच्छे फल भी देगा जिसकी वजह से राहुल गांधी कुछ ऐसी योजनाएं तो इस चुनाव में अवश्य ही बना सकते हैं जो पार्टी को थोड़ा बहुत लाभ पहुंचा पाएंगी। हाल ही के कुछ महीनों में हुए विधानसभा चुनावों को देखें तो उसमें राहुल गांधी गुजरात और मध्य प्रदेश के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं इसलिए कुछ लोगों को उनसे उम्मीद भी हैं कि वो लोकसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। वर्तमान में उन पर शनि की साढ़ेसाती अपने शिखर पर है जो मानसिक तनाव को बढ़ाने का काम करेगी और उन पर पार्टी को आगे ले जाने का काफी दबाव होगा लेकिन ऐसी संभावना नहीं दिखाई देती कि इस बार वे प्रधानमंत्री के पद तक पहुंच पाएंगे। हालांकि अपने प्रयासों से वो इन चुनावों में अपनी छवि बदल सकते हैं और लोगों की नजरों में खुद को बेहतर नेता की तरह पेश कर सकते हैं। 

निष्कर्ष: देश की दोनों ही मुख्य पार्टियों और उन पार्टियों के प्रधानमंत्री पद के दावेदारों की कुंडली को देखकर ये बात तो साफ़ है कि इस बार 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी को नरेंद्र मोदी से न केवल लाभ मिलेगा बल्कि उनकी बदौलत पार्टी देशभर में अपनी छवि को 2014 की तरह ही सुधार पानें में भी कामयाब होती नज़र आएगी। हालांकि इस बार परिणाम पार्टी के लिए पिछले चुनावों से थोड़े निराशाजनक ज़रूर हो सकते हैं लेकिन, पार्टी बावजूद इसके सत्ता में वापसी कर सकती है। वहीं अगर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की कुंडली देखें तो ये साफ़ होता है कि उन्हें इन चुनावों में भी बड़ी निराशा हाथ लगेगी। ग़ौरतलब है कि इस बार राहुल गांधी जनता के बीच अपनी छवि को सुधार पाने में काफी हद तक सफल होंगे जिसका फायदा सीधे तौर पर कांग्रेस को मिलेगा लेकिन बात करें अगर की जीत की तो फिलहाल उन्हें इसके लिए अभी इंतज़ार करना होगा।

उम्मीद है हमारे यह लेख आपको पसंद आया होगा। हम आपके मंगल भविष्य की कामना करते हैं।

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