आज 17 अक्टूबर, 2015 को सूर्य अपनी नीच राशि तुला में प्रवेश कर रहा है। इस राशि में एक महीने रहने के बाद यह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएगा। सूर्य की अंतर और प्रत्यंतर दशा से गुज़र रहे जातकों के ऊपर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। हालाँकि अन्य जातकों को कुछ ख़ास परेशानी नहीं होगी। सूर्य नीच का होने के कारण अपने शुभ प्रभाव देने में विफल रहता है। वैसे आपको ज़्यादा चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है। यह गोचर सिर्फ़ 30 दिनों के लिए ही है।
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भाग्य आपका साथ देगा, दुविधा की स्थिति के पैदा होने के कारण कुछ परेशानी भी हो सकती है। यदि जीवनसाथी के साथ विवाद होता है,तो शांति-पूर्वक उसे निपटाने की कोशिश करें। आगे पढ़ें
वरिष्ठ व्यक्तियों और अधिकारियों के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। ईर्ष्या करने वाले लोगों से दूरी बनाकर रहें। आगे पढ़ें
सामाजिक और प्रेम-संबंधों के लिए समय बहुत ही अनुकूल है। चाहे आप नौकरी कर रहें हों या कारोबार, मुनाफ़ा हर हाल में होगा। आगे पढ़ें
प्रोफ़ेशनल लाईफ़ में किसी प्रकार की नकारात्मकता को न आने दें। भाग्य आपका साथ देगा, लेकिन ख़ुद को संभाल कर चलना आपकी ज़िम्मेदारी है। आगे पढ़ें
सबकुछ ठीक-ठाक रहने वाला है। हालाँकि आपको योग और साधना जैसे कार्य करने की ज़रूरत है। अनावश्यक ख़र्चो होने की संभावना है। आगे पढ़ें
किसी कीमती सामान के खोने की आशंका है। भाग्य का सहयोग कम मिलेगा, लेकिन ज़रूरत के समय मदद अवश्य मिलेगी। आगे पढ़ें
आपके लिए यह अवधि अनुकूल नहीं है, इसलिए सावधान रहें। अपने प्रति लोगों की क्रिया-कलापों पर ध्यान दें और उनके साथ वैसे ही पेश आएँ, जिस प्रकार वे आपके साथ आते हैं। आगे पढ़ें
शत्रु परेशान करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन दोस्तों का भरपूर सहयोग मिलेगा। आर्थिक स्थितियों पर ध्यान देने की दरकार है। इस समय आप कुछ ग़लत फ़ैसले भी ले सकतेे हैं। आगे पढ़ें
सफल होने के लिए अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहें और अपनी मनःस्थिति को भटकने से रोकें। व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। आगे पढ़ें
आप कुछ महत्वपूर्ण समझौंतों से चूक सकते हैं, इसलिए सतर्क रहें। इस अवधि में प्रमुख निर्णय लेने से बचें। आगे पढ़ें
पैसा ही सबकुछ नहीं है, इसके साथ-साथ अन्य पक्षों पर भी ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें। पैसों के लिए किसी का दिल दुखाने की ग़लती न करें। आगे पढ़ें
प्रोफ़ेशनल और पर्सनल लाईफ़ पर बराबर ध्यान देने की ज़रूरत है। प्रतिद्वंदियों द्वारा आपके विरूद्ध साज़िश रची जा सकती है। आगे पढ़ें
आज का दिन माँ कूष्माण्डा को समर्पित है। मांँ की पूजा सुबह 07:48 से 09:14 बजे के बीच की जा सकती है।
पूजा के लिए नीचे लिखे मंत्र से माँ की अराधना करें:
माँ कुष्मांडा दूर्गा की चौथी अवतार हैं। अपनी मंद मुस्कान से अण्ड यानि ब्रह्माण्ड की रचना करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा कहते हैं। माँ के इस रूप का निवास सूर्य-मंडल के अंदर है। देवी के इस रूप की पूजा से ऐश्वर्य, आरोग्य, यश और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। माता को मालपुआ का भोग लगाएँ। इससे आपके अंदर एक नई ऊर्जा़ का संचार होगा। माता को भूरा रंग बहुत प्रिय है, इसलिए भूरे रंग का वस्त्र पहन कर पूजा करें और पूजन सामग्री में भी भूरे रंग की वस्तुएँ शामिल करें।
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मेष
भाग्य आपका साथ देगा, दुविधा की स्थिति के पैदा होने के कारण कुछ परेशानी भी हो सकती है। यदि जीवनसाथी के साथ विवाद होता है,तो शांति-पूर्वक उसे निपटाने की कोशिश करें। आगे पढ़ें
वृषभ
वरिष्ठ व्यक्तियों और अधिकारियों के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। ईर्ष्या करने वाले लोगों से दूरी बनाकर रहें। आगे पढ़ें
मिथुन
सामाजिक और प्रेम-संबंधों के लिए समय बहुत ही अनुकूल है। चाहे आप नौकरी कर रहें हों या कारोबार, मुनाफ़ा हर हाल में होगा। आगे पढ़ें
कर्क
प्रोफ़ेशनल लाईफ़ में किसी प्रकार की नकारात्मकता को न आने दें। भाग्य आपका साथ देगा, लेकिन ख़ुद को संभाल कर चलना आपकी ज़िम्मेदारी है। आगे पढ़ें
सिंह
सबकुछ ठीक-ठाक रहने वाला है। हालाँकि आपको योग और साधना जैसे कार्य करने की ज़रूरत है। अनावश्यक ख़र्चो होने की संभावना है। आगे पढ़ें
कन्या
किसी कीमती सामान के खोने की आशंका है। भाग्य का सहयोग कम मिलेगा, लेकिन ज़रूरत के समय मदद अवश्य मिलेगी। आगे पढ़ें
तुला
आपके लिए यह अवधि अनुकूल नहीं है, इसलिए सावधान रहें। अपने प्रति लोगों की क्रिया-कलापों पर ध्यान दें और उनके साथ वैसे ही पेश आएँ, जिस प्रकार वे आपके साथ आते हैं। आगे पढ़ें
वृश्चिक
शत्रु परेशान करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन दोस्तों का भरपूर सहयोग मिलेगा। आर्थिक स्थितियों पर ध्यान देने की दरकार है। इस समय आप कुछ ग़लत फ़ैसले भी ले सकतेे हैं। आगे पढ़ें
धनु
सफल होने के लिए अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहें और अपनी मनःस्थिति को भटकने से रोकें। व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। आगे पढ़ें
मकर
आप कुछ महत्वपूर्ण समझौंतों से चूक सकते हैं, इसलिए सतर्क रहें। इस अवधि में प्रमुख निर्णय लेने से बचें। आगे पढ़ें
कुम्भ
पैसा ही सबकुछ नहीं है, इसके साथ-साथ अन्य पक्षों पर भी ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें। पैसों के लिए किसी का दिल दुखाने की ग़लती न करें। आगे पढ़ें
मीन
प्रोफ़ेशनल और पर्सनल लाईफ़ पर बराबर ध्यान देने की ज़रूरत है। प्रतिद्वंदियों द्वारा आपके विरूद्ध साज़िश रची जा सकती है। आगे पढ़ें
शरद नवरात्रि की चतुर्थी तिथि आज
आज का दिन माँ कूष्माण्डा को समर्पित है। मांँ की पूजा सुबह 07:48 से 09:14 बजे के बीच की जा सकती है।
पूजा के लिए नीचे लिखे मंत्र से माँ की अराधना करें:
सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
माँ कुष्मांडा दूर्गा की चौथी अवतार हैं। अपनी मंद मुस्कान से अण्ड यानि ब्रह्माण्ड की रचना करने के कारण इन्हें कूष्माण्डा कहते हैं। माँ के इस रूप का निवास सूर्य-मंडल के अंदर है। देवी के इस रूप की पूजा से ऐश्वर्य, आरोग्य, यश और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। माता को मालपुआ का भोग लगाएँ। इससे आपके अंदर एक नई ऊर्जा़ का संचार होगा। माता को भूरा रंग बहुत प्रिय है, इसलिए भूरे रंग का वस्त्र पहन कर पूजा करें और पूजन सामग्री में भी भूरे रंग की वस्तुएँ शामिल करें।
पूजा विधि विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें: शरद नवरात्रि, 2015 पूजा विधि
आप सभी को एस्ट्रोसेज की ओर से शरद नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आपका दिन मंगलमय हो!
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