हरतालिका तीज आज, जानें पूजा विधि

पढ़ें भगवान शिव-पार्वती के इस व्रत का महत्व! जानें हरतालिका तीज व्रत की पूजा विधि और नियम, साथ ही पढ़ें कुंवारी कन्या और विवाहित स्त्रियों के लिए क्या है हरतालिका तीज व्रत का महत्व?

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हिन्दू धर्म में भगवान शिव और माता पार्वती के अपार प्रेम और दांपत्य जीवन को आधार बनाकर कई व्रत और पर्व मनाने की परंपरा रही है। हरतालिका तीज भी उन्ही व्रतों में से एक है। हरतालिका तीज भाद्रपद के शुल्क पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। भारत में कई स्थानों पर हरतालिका तीज को बड़ी तीज भी कहते हैं। यह व्रत विशेष रूप से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था।

हरतालिका तीज पूजा मुहूर्त


प्रात:काल मुहूर्त
5:54:42 से 8:30:10
अवधि
2 घंटे 35 मिनट
प्रदोष काल मुहूर्त
18:52:04 से 20:28:48

(नोट: यह मुहूर्त नई दिल्ली के लिए है। जानें अपने शहर में पूजा का मुहूर्त: हरतालिका तीज मुहूर्त)

हरतालिका तीज का महत्व


मान्यता है कि माता पार्वती और भगवान शिव अपनी पूजा करने वाली सभी स्त्रियों को सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देते हैं। इस वजह से कुंवारी कन्या और विवाहित महिलाओं के लिए हरतालिका तीज व्रत का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार पार्वती जी की सखी उनका हरण कर उन्हें वन में ले गई थीं। हरत यानि हरण और आलिका मतलब सहेली इसलिए सखी द्वारा हरण करने की वजह से यह व्रत हरतालिका तीज के नाम से जाना जाता है। पुराणों में उल्लेख है कि जो भी स्त्री सच्ची श्रद्धा और विधि विधान के साथ यह व्रत करती है, वह माता पार्वती और भगवान शिव से अटल सुहाग का वरदान पाती है।

कैसे करें हरतालिका तीज व्रत?


हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को किया जाता है। दरअसल भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया को हस्त नक्षत्र में भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन का विशेष महत्व होता है। इस दिन रेत के भगवान शंकर और माता पार्वती बनाए जाते हैं और उनका पूजन किया जाता है। चूंकि यह निर्जल और निराहार व्रत है इसलिए इसमें प्रसाद के रूप में फलादि ही चढ़ाएं जाते हैं। 


हरतालिका तीज व्रत में रात्रि जागरण कर भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की जाती है और अगले दिन सुबह पूजन सामग्री का विसर्जन करने के बाद यह व्रत संपन्न होता है। 

हम आशा करते हैं हरतालिका तीज पर हमारा यह लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज की ओर से सभी पाठकों को हरतालिका तीज व्रत की शुभकामनाएं !

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