शनि रिपोर्ट– शनि संबंधित समस्याओं का समाधान

शनि के कष्टों से पाएँ छुटकारा! कुंडली आधारित इस विश्वसनीय रिपोर्ट में आप पाएंगे शनि के प्रभाव का आपके जीवन पर होने वाला असर, साथ ही समस्याओं के समाधान के लिए अहम उपाय।


क्या नौकरी में आपको सफलता नहीं मिल रही है, काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं, लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है, खर्च अधिक और आमदनी कम होने से परेशान हैं। अगर ऐसा आपके साथ हो रहा है तो निश्चित रूप से आप शनि के बुरे प्रभावों से ग्रस्त हैं।

शनि देव के प्रकोप से अक्सर जीवन में परेशानियाँ आती हैं। वहीं शनि देव की कृपा से व्यक्ति रंक से राजा बन जाता है। शनि की साढ़े साती, ढैय्या, पनौती और शनि का गोचर हमारे जीवन में बड़े परिवर्तन लेकर आता है। इस दौरान यदि कुंडली में शनि की स्थिति ठीक न हो तो, व्यक्ति को कष्ट, रोग और दुःख आदि का सामना करना पड़ता है। शनि जनित इन्हीं कष्टों के निवारण व समाधान के लिए शनि रिपोर्ट को विशेष रूप से तैयार किया गया है।

इस रिपोर्ट में आप पाएंगे जन्म कुंडली में शनि की स्थिति के अनुसार नौकरी, व्यवसाय, शिक्षा, आर्थिक स्थिति, वैवाहिक जीवन और स्वास्थ्य पर होने वाला असर, साथ ही शनि साढ़े साती का समय व प्रभाव, शनि की महादशा और अंतर्दशा का फल और शनि के गोचर का आपके जीवन पर होने वाला प्रभाव।

शनि रिपोर्ट की विशेषताएँ


  • कुंडली आधारित भविष्यफल- यह एक कुंडली आधारित व्यक्तिगत रिपोर्ट है इसलिए इस रिपोर्ट में आपके जीवन पर होने वाले शनि के प्रभावों का सटीक विश्लेषण किया गया है, साथ ही कुंडली में शनि की स्थिति को दर्शाते हुए तमाम भविष्यवाणियाँ की गई हैं।
  • नौकरी-व्यवसाय, धन संबंधी भविष्यवाणी- जॉब, बिजनेस, फाइनेंशियल कंडीशन, मैरिड लाइफ और एजुकेशन ये सभी विषय हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए इस रिपोर्ट में इन सभी मामलों पर सटीक भविष्यफल दिया गया है। 
  • शनि साढ़े साती का प्रभाव और फल- अक्सर लोग साढ़े साती का नाम सुनकर डरने लगते हैं लेकिन यह ज़रूरी नहीं है कि साढ़े साती में हमेशा बुरे फल मिलें। क्योंकि साढ़े सात साल तक चलने वाली साढ़े साती के तीन चरण होते हैं और इन तीनों चरणों में अलग-अलग फलों की प्राप्ति होती है। इस रिपोर्ट में साढ़े साती का समय, प्रत्येक चरण का सिलसिलेवार प्रभाव व फल और जरूरी उपाय दिये गये हैं। 
  • शनि की महादशा और अंतर्दशा का प्रभाव- महादशा और अंतर्दशा वह समय है जब शनि का मुख्य प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। इस अवधि में शनि मनुष्य के जीवन को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से प्रभावित करता है। इस रिपोर्ट में शनि की महादशा और अंतर्दशा के प्रारंभ से लेकर समाप्ति का समय दिया गया है, साथ ही महादशा और अंतर्दशा के दौरान किये जाने वाले उपायों का उल्लेख है। ताकि इस अवधि में शनि के अशुभ प्रभावों से बचाव हो और शुभ फल की प्राप्ति हो। 
  • क्या करें, क्या न करें- शनि देव की कृपा जिस पर हो जाती है उसके वारे-न्यारे हो जाते हैं। वहीं शनि की वक्र दृष्टि से काम बनते-बनते बिगड़ने लगते हैं और लगातार संघर्ष के बावजूद सफलता नहीं मिलती है। ऐसे में जरूरी है कि शनि के अशुभ प्रभाव से बचने और शुभ फल प्राप्त करने के लिए जरूरी ज्योतिषीय उपाय किये जाएं। इस रिपोर्ट में उन तमाम उपायों का जिक्र किया गया है। जिसके माध्यम से आप शनि जनित कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं।


कुल मिलाकर शनि रिपोर्ट में शनि संबंधित सभी समस्याओं को संपूर्ण समाधान और निदान प्रस्तुत किया गया है। राज योग रिपोर्ट, महाकुंडली, त्रिकाल संहिता और वर्ष पत्रिका को मिली अपार सफलता के बाद शनि रिपोर्ट एस्ट्रोसेज की एक और विश्वसनीय रिपोर्ट है।

Related Articles:

No comments:

Post a Comment