4 राशि वालों के लिए खुलेंगे समृद्धि के द्वार! जानें कल यानि 13 जुलाई 2018 को होने वाले सूर्य ग्रहण का समय, प्रकार और दृश्यता, साथ ही पढ़ें सभी राशियों पर इस ग्रहण का होने वाला असर।
साल 2018 का दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण 13 जुलाई को लगने जा रहा है। इस ग्रहण की अवधि लगभग 2 घंटे 25 मिनट होगी। चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए यहां पर इसका सूतक और धार्मिक महत्व मान्य नहीं होगा। खास बात है कि जुलाई के महीने में दो ग्रहण घटित होंगे। इसी महीने 27 जुलाई को पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। वहीं इसके बाद 11 अगस्त को साल का तीसरा सूर्य ग्रहण घटित होगा।
सूर्य ग्रहण- 13 जुलाई 2018 | ||
समय | अवधि | दृश्यता |
सुबह 07:18:23 से 09:43:44 तक | 2 घंटे 25 मिनट | दक्षिण ऑस्ट्रेलिया, पेसिफिक, हिन्द महासागर |
कल यानि 13 जुलाई 2018 को घटित होने वाला सूर्य ग्रहण मिथुन राशि और पुनर्वसु नक्षत्र में लग रहा है। इस नक्षत्र से संबंधित राशि के लोगों के लिए यह ग्रहण कष्टकारी सिद्ध हो सकता है। वहीं इस ग्रहण के प्रभाव से मेष, सिंह, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों को विशेष लाभ होने की संभावना है।
मेष: आर्थिक लाभ और नौकरी व व्यवसाय में सफलता मिलने की संभावना...आगे पढ़ें
वृषभ: आय की तुलना में खर्च बढ़ेंगे, स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है...आगे पढ़ें
मिथुन: वाहन सावधानी से चलाएं और सेहत पर ध्यान देने की जरुरत होगी...आगे पढ़ें
कर्क: परिजनों के साथ विवाद की स्थिति बन सकती है। कठोर शब्द बोलने से बचें...आगे पढ़ें
सिंह: छोटी दूरी की यात्रा के योग बनेंगे और कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है...आगे पढ़ें
कन्या: माता जी की सेहत कमजोर रह सकती है। पारिवारिक समस्याएँ भी बढ़ सकती हैं...आगे पढ़ें
तुला: गलतफहमी होने से लव लाइफ में मतभेद हो सकते हैं। धन लाभ धीमी गति से होगा...आगे पढ़ें
वृश्चिक: नौकरी और व्यवसाय में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। सफलता मिलने से प्रसन्न रहेंगे...आगे पढ़ें
धनु: जीवनसाथी और बिजनेस पार्टनर को लेकर गलतफहमी व विवाद हो सकता है...आगे पढ़ें
मकर: धन हानि और मान-प्रतिष्ठा में कमी होने से निराशा रह सकती है...आगे पढ़ें
कुंभ: लंबी दूरी की यात्राएं कष्टकारी साबित हो सकती है...आगे पढ़ें
मीन: आय के नये साधन बनेंगे और सभी ओर से लाभ की प्राप्ति होगी...आगे पढ़ें
ग्रहण का सूतक काल
यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका सूतक और धार्मिक महत्व मान्य नहीं होगा। लेकिन जिन देशों और स्थानों पर यह सूर्य ग्रहण दृश्य होगा, वहां इसका सूतक काल 12 घंटे पूर्व से लग जाएगा।
सूर्य ग्रहण के समय क्या करें, क्या न करें
मान्यता है कि ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक शक्तियां प्रबल हो जाती हैं। जिनका मानव समुदाय पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए कुछ कार्य अवश्य रूप से करना चाहिए और कुछ कार्य बिल्कुल नहीं करने चाहिए।
- सूर्य ग्रहण से घटित होने से पहले दूध-दही और बने हुए भोजन में तुलसी के पत्ते डाल दें। ऐसा करने से इन पदार्थों पर ग्रहण का असर नहीं होता है।
- ग्रहण से पहले भोजन कर लें और ग्रहण के दौरान कुछ न खाएं।
- ग्रहण के समय पूजन, भगवान की मूर्ति और तुलसी व शामी के पौधे का स्पर्श न करें।
- गर्भवती स्त्रियां ग्रहण के दौरान काटने, छीलने और सिलने का कार्य करने से बचें। चाकू, कैंची और सुई का उपयोग भूलकर भी न करें।
- ग्रहण के समय जितना अधिक से अधिक हो सके सूर्य मंत्र और ईश्वर का ध्यान करें।
ग्रहण समाप्ति के बाद करें ये काम
- ग्रहण समाप्ति पर स्वयं स्नान करे और भगवान की मूर्तियों को स्नान कराएं।
- तुलसी व शमी के पौधे में गंगाजल का छिड़काव करें।
- ग्रहण के बाद गरीबों को दान और दक्षिणा दें।
आधुनिक विज्ञान के अनुसार ग्रहण एक खगोलीय घटना है। हालांकि हिन्दू धर्म में इसका विशेष महत्व है। क्योंकि ग्रहण विभिन्न प्रकार से मानव समुदाय को प्रभावित करता है और इसका असर देश और दुनिया में देखने को मिलता है, इसलिए ग्रहण के दौरान हमें उपरोक्त बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए।
एस्ट्रोसेज की ओर से उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ!
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