नव संवत में शनि का प्रकोप, जानिए कैसा होगा आप पर असर

विक्रम संवत्सर 2072 की शुरुआत हो चुकी है। क्या आप जानते हैं की शनि देव करेंगे इस साल सभी राशियों पर राज? क्या बच पाएँगे आप नव वर्ष में शनि देव के कहर से? घबराइए मत। हम बताएँगे आपको की शनि की दृष्टि का आप पर कैसा होगा असर, लेकिन आइए पहले जान लें क्या है विक्रम संवत्सर 2072। 


विक्रम संवत्सर 2072, 21 मार्च 2015 को प्रारंभ हो रहा है। विक्रम संवत अत्यंत प्राचीन संवत है। विक्रम संवत का प्रेरणास्त्रोत सम्राट विक्रमादित्य को माना जाता है। इस वर्ष संवत्सर 2072 का नाम कीलक है। इस बार मंत्रिमंडल में राजा का पद “शनि“ को तथा मंत्री का पद “मंगल” को प्राप्त होगा। शनि देवता को न्याय का देवता माना जाता है जिससे भ्रष्टाचार और अपराध के मामलों में सख्ती होगी। मंगल के मंत्री होने से जिन स्थानों पर कानून की पहुँच नहीं है वहां कानून की पहुँच कायम होगी। शनि और मंगल के मेल के कारण यह वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में बेहद ही दिलचस्प होगा।
आइए जानते हैं की हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस नव वर्ष पर शनि देव आप पर कृपा का फल बरसाएँगे याँ अपने प्रकोप से आपको परेशान करेंगे।

हिन्दू कैलेंडर 2072 के मास फल के अनुसार 


चैत्र मास (6 मार्च - 4 अप्रैल) 
चैत्र मास में भारी बारिश की संभावना है जिससे आपको कठिनाई हो सकती है। खाने की चीज़ों में भी बढ़ोतरी के आसार हैं। युवाओं के लिए मुश्किल भरा समय हो सकता है। 

वैशाख मास (5 अप्रैल - 4 मई) 
वैशाख मास व्यापारी वर्ग के लिए परेशानी का समय ला सकता है। कम बारिश होने से चीज़ें महँगी होने की संभावना है। तरल पदार्थ जैसे दूध, घी आदि सस्ते होंगे। 

ज्येष्ठ मास (5 मई - 2 जून)
ज्येष्ठ मास से दक्षिण भारत के क्षेत्रों में परेशानी होने के आसार हैं। वस्त्र आदि महँगे होने की संभावना है। जोड़ो का दर्द बना रह सकता है । 

प्रथम आषाढ़ मास (3 जून - 16 जून) 
भारी वर्षा से प्रथम आषाढ़ मास में जन-धन के नुकसान की प्रबल संभावना है। प्राकृतिक आपदाएँ जनजीवन अस्त-व्यस्त कर सकती हैं। बीमारियों में भी वृद्धि हो सकती है। 

द्वितीय आषाढ़ मास (17 जून - 31 जुलाई) 
इस मास में कहीं भारी बारिश और कहीं सूखे की संभावना हो सकती है। खाने-पीने की चीजों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। 

श्रावण मास (1 अगस्त - 29 अगस्त)
भारी बारिश और सूखे से किसानो को परेशानी हो सकती है। राजनैतिक दलों के कारण उठा-पटक का दौर चलेगा। व्यापारी वर्ग के लिए परेशानी भरा समय होने के आसार दिख रहे हैं। 

भाद्रपद मास (30 अगस्त - 28 सितंबर) 
भारी बारिश होने के कारण अनाज के महँगे होने के पूरे आसार हैं। जानवरों के लिए कष्ट भरा समय रह सकता है। आपके मन में भी डर और भय बना रह सकता है। 

अश्विन मास (29 सितंबर - 27 अक्टूबर) 
वर्षा की कमी से चीज़ों के महँगे होने की संभावना है। प्राकृतिक आपदाओं से लोगो को परेशानी हो सकती है। कला वर्ग के लोगों के लिए कठिन समय आ सकता है। 

कार्तिक मास (28 अक्टूबर - 25 नवंबर) 
महँगाई में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। कई जगह सूखे के कारण परेशानियाँ आ सकती हैं। भय और डर का समय बना रह सकता है। 

मार्गशीर्ष मास (26 नवंबर - 25 दिसंबर) 
भारी बारिश से होने वाली महँगाई आपको रुला सकती है। व्यापारी वर्ग के लिए वक़्त अनुकूल नही होगा। जानवरों के लिए भी कष्ट भरा समय हो सकता है। 

पौष मास (26 दिसंबर - 24 जनवरी 2016) 
व्यापारियों को पैसे का नुकसान होने के योग बन सकते हैं। लोगों को पौष मास में सुख और ख़ुशी की अनुभूति होगी। 

माघ मास (25 जनवरी - 22 फरवरी) 
खाने की आम वस्तुअों की कीमत में गिरावट होगी। राजनैतिक और प्रशासनिक क्षेत्र के लोगों को नुकसान हो सकता है। अनाज में हानि होने की संभावना हो सकती है। 

फाल्गुन मास (23 फरवरी - 23 मार्च) 
राजनीतिज्ञों और व्यापारियों के लिए कठिन समय बन सकता है। आम लोगों के लिए मिलाजुला समय बना रहेगा। 

चैत्र मास (24 मार्च - 22 अप्रैल) 
तरल पदार्थ सस्ते होंगे। लोगों को सुख की अनुभूति होगी। जानवरों में बीमारियों की संभावना बनी रह सकती है।

संवत 2072 के राजा शनि देव की कृपा आप को राजा और रंक दोनों बनाने के लिए काफ़ी हैं। अभी हम बताते हैं आपको कुछ छोटे-छोटे ऐसे उपाय जिस से शनि देव का आशीष आप पर सदैव बना रहेगा। शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए और उपाय जानने के लिए इसे देखिए- शनि के प्रकोप से बचने के ५ सरल उपाय जानें अभी

इसके अतरिक्त आप शनिदेव को ख़ुश करके उनकी कृपा पाने के लिए नीलम को भी धारण कर सकते हैं। अगर नीलम खरीदने में असमर्थ हैं तो कटैला, जमुनिया या गन मेटल धारण करना श्रेष्ठ होगा। 

नीलम संबंधी अन्य जानकारी प्राप्त करने और इसे ख़रीदने के लिए देखें- नीलम (2 रती), नीलम (5 रती)

विक्रम संवत्सर 2072 में अगर आप श्रद्धा के साथ इन उपायों को करेँगे, तो राजा शनि देव की प्रकोप दृष्टि से बचकर आप उनकी कृपा सहज ही हासिल कर सकते हैं। हम आशा करते हैं की आप इन उपायों को आजमाएँगे और आपका नव वर्ष ख़ुशियों से भरा हुआ बीतेगा। इस बात को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचाने के लिए लाइक्स और शेयर ज़रूर करें। आपका साल शुभ रहे। 

एस्ट्रोसेज की तरफ से आप सभी को विक्रम संवतसर 2072 की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!


आज का पर्व!


आज गौरी पूजा और गणगौर का त्यौहार है। यह त्यौहार माँ पार्वती को समर्पित है। अविवाहित लड़कियाँ अपनी मन पसंद का जीवनसाथी पाने के लिए तथा विवाहित औरतें अपने विवाहित जीवन को सुखमय बनाने के लिए माँ पार्वती की पूजा करती हैं।

पाँच दिनों का अशुभ समय पंचक आज ख़तम हो रहा है। कुछ शुभ कार्य जैसे शादियाँ और मुंडन इस अवधि में करना निषेध है लेकिन गृह प्रवेश और भूमि पूजन किया जा सकता है।

आज झूलेलाल जयंती है। यह सिंधी लोगों का त्यौहार है जिसमे वे अपने गुरु उदेरोलाल का जन्मदिन मनाते हैं, जिनको झूलेलाल के नाम से जाना जाता है।

आज मतस्य जयंती है। भगवान विष्णु ने आज के दिन धरती पर पहली बार एक मतस्य के रूप में जन्म लिया था।
आपका दिन शुभ हो!

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