पढ़ें आपके जीवन पर क्या होगा ग्रहण का प्रभाव? आज घटित हो रहा है साल 2018 का पहला चंद्र ग्रहण। जानें इस दिन किये जाने वाले धार्मिक कर्म और दान-पुण्य का महत्व, साथ ही शुभ फल पाने के लिए अवश्य करें ये उपाय!
आज साल का पहला चंद्र ग्रहण घटित हो रहा है। यह भारत समेत दुनिया के कई देशों में दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 17:57:56 से शुरू होकर 20:41:10 पर समाप्त होगा। वहीं चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा और ग्रहण समाप्ति पर रात्रि में 8:41 बजे खत्म होगा।
आधुनिक विज्ञान के अनुसार चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जब पृथ्वी सूर्य एवं चंद्रमा के बीच आ जाती है तब यह चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की किरणों को रोकती है और उसमें अपनी छाया बनाती है। इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है, यह पूर्णिमा के दिन घटित होता है। साल 2018 में कुल दो चंद्र ग्रहण घटित होंगे। इनमें पहला 31 जनवरी यानि आज दिखाई देगा। जबकि दूसरा ग्रहण 27-28 जुलाई को घटित होगा।
दिनाँक
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समय
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दृश्यता
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31 जनवरी 2018
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17:57:56 से 20:41:10 बजे तक
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भारत, उत्तर पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर पश्चमी अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर पश्चमी साउध अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक, हिन्द महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका
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चंद्र ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव
इस चंद्र ग्रहण के प्रभाव से देश और दुनिया में परिवर्तन देखने को मिलेंगे। देश की जनता में किसी बात को लेकर असंतोष का भाव रहेगा। इस दौरान उपद्रव की घटनाएँ हो सकती हैं। सैन्य बल को अराजक तत्वों से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं विद्यार्थी वर्ग और साधु-संतों के लिए भी यह चंद्र ग्रहण परेशानी पैदा कर सकता है। इस चंद्र ग्रहण के घटित होने से सोना और पीतल आदि धातुओं में तेजी आने की संभावना बन रही है।
यह चंद्रग्रहण अश्लेषा नक्षत्र तथा कर्क राशि में लग रहा है। अश्लेषा बुध का नक्षत्र है इसलिए इस नक्षत्र से संबंधित राशि के लोगों के लिए यह ग्रहण समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। ऐसी मान्यता है कि जिस नक्षत्र और राशि में ग्रहण लगता है। उस राशि और नक्षत्र से संबंधित लोगों पर ग्रहण का अधिक प्रभाव पड़ता है। इसलिए चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए कुछ नियम, सावधानी और उपाय अवश्य करना चाहिए। ताकि हमारे जीवन पर ग्रहण का बुरा असर न हो।
चंद्र ग्रहण का सूतक
ग्रहण के दौरान सूतक या सूतक काल के समय को अशुभ माना जाता है। सामान्यत: ग्रहण लगने से कुछ समय पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण के समाप्त होने पर स्नान के बाद सूतक काल समाप्त होता है। आज होने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक सुबह 7 बजे शुरू हो जाएगा और ग्रहण समाप्ति पर रात्रि में 8:41 बजे खत्म होगा। हालांकि वृद्ध, बच्चों और रोगियों पर ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होता है। ग्रहण के समय में सूतक काल के दौरान भोजन, मूर्ति पूजन समेत कुछ कार्य नहीं किये जाते हैं।
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