शुक्र का कर्क राशि में प्रवेश (अगस्त 07, 2014) - जानिए इस गोचरीय परिवर्तन के प्रभाव

शुक्र अगस्त 07, 2014, को कर्क राशि में प्रवेश कर रहा है। शुक्र का यह गोचर आपके जीवन में कुछ न कुछ बदलाव लाने वाला होगा। आइये जाने शुक्र के कर्क राशि में गोचर के आप के जीवन पर होने वाले प्रभाव निपुण ज्योतिषी ‘रेखा कल्पदेव’ द्वारा।

शुक्र का कर्क राशि में गोचर और उसके प्रभाव।

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शुक्र 13 जुलाई से 07 अगस्त 2014 तक मिथुन राशि में विचरण करने के बाद 07 अगस्त 2014, 16:05 को चन्द्र राशि कर्क में प्रवेश करेंगे। मिथुन राशि में शुक्र लगभग 27 दिन रहने के बाद देव गुरु बृहस्पति, सूर्य और बुध के साथ युति सम्बन्ध बनायेंगे। नवग्रहों में शुक्र प्रेम, भोग-विलास, सांसारिक सुख और जीवन साथी का कारक ग्रह माना गया है। इसके साथ ही चिकित्सा विज्ञान में सेक्स, मूत्राशय व् चर्म संबंधी बिमारियों से इसका सीधा संबंध है।

अगस्त माह में शुक्र का कर्क राशि में जाना इसलिए भी विशेष महत्त्व रखता है, क्योंकि इस दिन तीन शुभ ग्रह कर्क राशि में स्थित होकर आत्म कारक ग्रह सूर्य के साथ युति सम्बन्ध में होंगे। तथा इस दिन शनि ग्रह के अतिरिक्त अन्य किसी ग्रह से इनका दृष्टि संबंध भी नहीं बन रहा है।

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शुक्र के कर्क राशि में जाने के समय अन्य ग्रहों कि स्थिती कुछ इस प्रकार रहेगी:
  • सूर्य - कर्क राशि में
  • चन्द्र- धनु राशि में
  • मंगल - तुला राशि में
  • बुध - कर्क राशि में
  • गुरु - कर्क राशि में
  • शनि - तुला राशि में
  • राहु - कन्या राशि में
  • केतु - मीन राशि में
शुक्र जन्मपत्री में शुभ होकर स्थित होने पर व्यक्ति को रचनात्मक व् कलात्मक कुशलता देता हैं। शुभ शुक्र लेखन संगीत और गायन के क्षेत्र में सफलता देते है। वाहन,उत्तम भोजन, मकान, कपड़ा, एवं सुखी दाम्पत्य जीवन की प्राप्ति होती है। इसके विपरीत शुक्र अशुभ होकर कुन्डली में बैठा हो तो व्यक्ति को दाम्पत्य जीवन में भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। चार ग्रहों की युति कुछ इसी प्रकार का संकेत दे रही है, जैसे चार संत एक साथ मिलकर कुछ विशेष चर्चा कर रहे हों।

आइये जाने की शुक्र का चंद्र राशि में जाना आपके लिये कैसा रहेगा:

मेष:
शुक्र के जलीय राशि कर्क मे जाने से आपकी भौतिक सुख -सुविधाओं में वृद्धि होगी। माता या माता समान स्त्री से स्नेह-सहयोग की प्राप्ति होगी। कोई नया वाहन लेने का विचार पूर्ण हो सकता है। परन्तु इस अवधि विशेष में आपका पुराने वाहनो का प्रयोग सावधानी के साथ करना हितकारी रहेगा। माह मध्य के बाद आपको कोई सुखद समाचार भी सुनने को मिल सकता है।

वृषभ:
गोचर की यह अवधि आपकी छोटी दूरी की यात्राएँ करा सकती है। स्वास्थ्य सुख में कमी के संकेत मिल रहे हैं। यात्राओं की समय से पूर्व तैयारी, शारिरिक दुखों में कमी कर मानसिक सुखों को बढ़ाएगी। कर्क राशि में शुक्र, आपकी रुचियों और शौक आदि विषयों को पूरा करने का भरपूर अवसर देगा। इस समय में आप अपने नये-पुराने मित्रों से मुलाकातें कर स्वयं को आनंदित कर ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं।

मिथुन:
स्वास्थ्य सुख में वृद्धि होगी। इससे पूर्व चले आ रहे रोगों का निवारण होगा। साथ ही लम्बी अवधि के रोग भी शांत रहेंगे। शुक्र गोचर काल में आय का विस्तार होगा व खर्चों मे कमी के योग भी बन रहे हैं। घर परिवार में शुभ कार्य बाधित होने के बाद संपन्न होंगे। मित्रों में कमी संभावित है। भूमि-भवन के माध्यम से किराये के रूप में आय आपके संचित धन में बढ़ोतरी करेगी। विदेश स्थानों से भी धन आगमन कि सम्भावनाएँ बन रही हैं।

कर्क:
इस अवधि में आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। सिर में दर्द और कुछ चिड़चिड़ापन रहने के योग बन रहे हैं। कार्यक्षेत्र में ज़िम्मेदारियों का विस्तार होगा, आय में अनूकूल वृद्धि न होने से आप असंतुष्ट हो सकते हैं। आय क्षेत्र इस अवधि विशेष में आंशिक रूप से बाधित हो सकती है। अपने प्रयासों में कमी न करते हुए, मेहनत करते रहें। व्यर्थ के व्ययों पर नियंत्रण बनाये रखने से धन संचय का सहयोग प्राप्त होगा। गैर पारम्परिक विषयों की ओर आपकी रूचि जागृत हो सकती हैं।

सिंह:
कर्क राशि में शुक्र आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचरस्थ रहेंगे, इस राशि में शुक्र आपको कायर्क्षेत्र के कार्यों से विदेश गमन के अवसर प्रदान कर सकता है। प्रशिक्षण या पर्यटन किसी भी उद्देश्य के लिए आप विदेश जा सकते हैं। समय की शुभता आपको इस कार्य में सहयोग करेगी। इस अवधि विशेष में अत्यधिक कार्य करने के साथ अपने स्वास्थ्य का भी उचित ध्यान रखें, कार्यभार की अधिकता आपके स्वास्थ्य मे कमी कर सकती है। व्यापार, व्यवसाय के विस्तार के अनूकूल अवसर बने हुए हैं।

कन्या:
आपकी व्यवसायिक महत्वकांक्षाओं में वृद्धि होगी जिससे दायित्वों में बढ़ोतरी हो सकती है। निद्रा में कमी आपको थकावट महसूस करायेगी। शुक्र गोचर अवधि में आय प्राप्ति में आपकी योग्यता, मेहनत और प्रयासों के साथ साथ आपके भाग्य की भी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। शुभता को बढ़ाने के लिए अपने बड़ों के मार्गदर्शन के अनुसार कार्य करें। साथ ही मंद गति से आय प्राप्ति की संकेत भी मिल रहे हैं। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

तुला:
शुक्र का यह गोचर आपके कार्यक्षेत्र में दिक्कतें लेकर आ सकता है। इसके परिणाम स्वरूप समय पर निर्णय लेने में देरी व अधिकारों का हनन हो सकता है। स्वयं पर नियंत्रण रखते हुए आप इस स्थिति से बाहर आने में सफल हो पाएंगे। बड़ी मात्रा में धन का विनियोजन करने से पूर्व पूर्ण सोच विचार कर लें।धन डूबने की स्थिति बन सकती है। अप्रत्याशित बाधायें समय समय पर आपके कार्यों में देरी का सबब बनेगी तथा संचित धन और आय दोनों में गिरावट की स्थिति बन सकती है। गोचर काल में भाग्य का सहयोग भी आपको प्राप्त होगा।

वृश्चिक:
गोचर के इस समय में शुक्र आपके भाग्य भाव पर रहेंगे, शुक्र का यहाँ होना आपके व्यापार विस्तार में सहयोग करेगा। यदि आप विवाहित हैं तो यह आपके दाम्पत्य जीवन के सुखों को बढ़ायेगा। नौकरी में बदलाव के प्रयास सफल रहेंगे। अवधि विशेष में बढ़ी हुई आय के साथ नई नौकरी की प्राप्ति सहजता से की जा सकती है। स्वास्थ्य में कमी रहेगी, रोगों के प्रभाव में शीघ्र आ सकते है। पूर्ण आराम और उपचार से स्वास्थ्य सुख वापस प्राप्त किया जा सकेगा। शिक्षार्थियों के लिए समय में शुभता बनी हुई है।

धनु:
चन्द्र राशि में शुक्र की स्थिति प्रतिकूल फलदायक रहेगी। अष्टम भाव में चार ग्रह इस अवधि में होने वाले घटनाओं में बाधक बन सकते हैं। कार्यक्षेत्र में सामान्य से अधिक उतार-चढाव आपकी मानसिक चिंताओं को बढ़ाएंगे। भाग्य का सहयोग कम मिलेगा, और सोच को सकारात्मक बनाये रखें, तथा संतुलित भोजन कर आप इस अवधि में होने वाली आरोग्य में कमी को दूर कर सकते है। आवश्यकता होने पर आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली का सहारा लेना उत्तम रहेगा। अप्रत्याशित लाभ प्राप्त हो सकते हैं। शिक्षार्थियों के लिए समय की अनुकूलता बनी हुई है।

मकर:
७ अगस्त से शुक्र आपके विवाह भाव अर्थात सप्तम भाव पर विराजमान रहेंगे। पूर्वत चले आ रहे प्रेम संबंधों को विवाह का रूप दिया जा सकता है। परिवार की सहमति शीघ्र प्राप्त होगी। पिता की आय वृद्धि संभावित है। अपना कार्य आरम्भ करने का विचार कर रहे हैं तो देरी न करे। साथ ही भाग्य की बाधाओं को हटाने के लिए धार्मिक गतिविधियों में प्रात: का कुछ समय अवश्य दें। व्यावसायिक विरोधियों के मतभेद को बातचीत से दूर करें, कोर्ट-कचहरी का सहारा लेने से बचे। विवाहित व्यक्तियों के लिए समय विशेष में कुछ परेशानियाँ बनी हुई हैं।

कुम्भ:
धन का विनियोेजन आय में वृद्धि का साधन बनेगा। एक से अधिक प्रेम सम्बन्ध बन सकते हैं। लॉटरी या शेयर बाज़ार से लाभ हो सकता है बशर्ते की सावधानी रखी जाये। कोई नया मित्र बनेगा, तथा यात्राओं के प्रबल योग बन रहे हैं। व्यवसाय या व्यापार से जुड़े व्यक्तियों को लाभ धीमी गति से प्राप्त होंगे। मामा - मौसी का सहयोग आपके साथ बना रहेगा। पारिवारिक विवादों को सार्वजनिक करने से बचें। गृहस्थ जीवन में सुख की कमी आपको तनावग्रस्त कर सकती है। सरकारी नौकरी प्रयासरत व्यक्तियों को अपने प्रयासों में तेज़ी लानी होगी।

मीन:
अवधि विशेष में घटने वाली घटनाओं का मुख्य केंद्र आपकी संतान के स्वास्थय या आपकी शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। मित्रता प्रेम में परिवर्तित हो सकती है। क़ानूनी विषयों की जानकारी प्राप्त करने में रूचि ले सकते हैं। जीवन साथी के विचारों में एकरूपता बनाये रखें इससे वैवाहिक सुख-शांति बढ़ेगी। धन संचय बढ़ेगा। पैतृक सम्पत्ति के मामले भी सिर उठा सकते हैं। जीवन साथी के साथ भ्रमण पर जाने की सुखद स्थिति बन सकती है। साथ ही इस समय में अपने पिता के स्वास्थ्य की चिंता आपको परेशान कर सकती है।

रेखा कल्पदेव

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