शनि जुलाई 21, 2014 को तुला राशि में मार्गी हो रहा है। ज्योतिष में शनि ग्रह की स्थिति बहुत महत्त्वपूर्ण है, तो शनि का मार्गी होना आपके जीवन में कुछ न कुछ बदलाव ज़रूर लाएगा। आइये शनि के मार्गी होने के प्रभावों के बारे में ज़्यादा जानते हैं ‘प. हनुमान मिश्रा’ द्वारा।
शनि, जुलाई 21, 2014 को तुला राशि में मार्गी हो रहा है। शनि की गति अत्यंत धीमी है, तथा यह एक राशि को सबसे अधिक समय तक भोगते हैं अर्थात यह एक राशि में 30 महीने तक बने रहते हैं। इस दौरान यह मार्गी से वक्री और वक्री से मार्गी होते रहते हैं। इनकी अवस्था परिवर्तन का सभी राशियों पर कुछ ना कुछ प्रभाव अवश्य पड़ता है। शनि एक पाप ग्रह है परन्तु यदि कुंडली में अच्छे भाव में है अच्छे परिणाम भी देते हैं।
यह ग्रह जब भी वक्री या मार्गी होता है तो इसका न केवल प्रकृति पर बल्कि हम सब पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। शनि एक बार फिर से तुला राशि में वक्री से मार्गी होने जा रहा है। फलस्वरूप कई क्षेत्रों में रुकी हुई वर्षा फिर से शुरु होगी। देश के दक्षिण-पश्चिम इलाकों में अच्छी वर्षा होने के योग बनेंगे। हालांकि कुछ इलाकों में प्राकृतिक आपदाएँ भी सम्भावित हैं। पूर्वोत्तर राज्यों में भी अच्छी वर्षा के संकेत हैं। महंगाई पर सरकार का अधिक कंट्रोल नहीं रह पाएगा। बीजों के दामों में भी वृद्धि के योग बनेंगे। फ़सलों पर टिड्डियों के आक्रमण होने की संभावनाएँ बन रही है। कुछ प्रदेशों में सत्ता परिवर्तन भी सम्भव है, कुछ नेताओं का वर्तमान पद जा सकता है या बदला जा सकता है। जनता के मध्य धार्मिक भावनाएँ अधिक रहेंगी, धार्मिक आयोजनों की अधिकता रहेगी साथ ही किसी धार्मिक मामले को लेकर जनाक्रोश भी सम्भव है।
सूर्य ग्रह का गोचर के प्रभाव पढ़ने के लिए, दिए गए लिंक पर जाएँ: तुला राशि में मार्गी हो रहे शनि के विभिन्न राशियों पर प्रभाव (जुलाई 21, 2014)
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