बुध का गोचर कन्या राशि में २९ अगस्त २०१४ को हो रहा है। आईये जानते हैं कि इस गोचर से क्या होगा हमारे ग्रहो पर प्रभाव। इस लेख में ज्योतिषी ‘रेखा कल्पदेव’, हमे बुध के कन्या राशि में होने वाले गोचर के प्रभाव और उससे आने वाले परिवर्तन के बारे में बता रही हैं।
नवग्रहों में बुध ही केवल एक ऐसे ग्रह हैं जो अपनी राशि में उच्चस्थान प्राप्त करते हैं। शेष सभी ग्रह शत्रु राशि में उच्चस्थ होते हैं। बुध को मिथुन और कन्या दो राशियों का स्वामित्व प्राप्त है। कन्या राशि बुध की उच्च राशि है। इसी कन्या राशि में बुध २९ अगस्त २०१४, १५:३९ मध्यान्ह काल, उतरा फाल्गुनी नक्षत्र काल में प्रवेश कर रहे है। तथा बुध २० सित्तम्बर तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे।
कोई भी ग्रह जब राशि बदलता है तो उस ग्रह से प्राप्त होने वाले फलों में भी बदलाव आता है। ऐसे में साथ ही अन्य ग्रहों से प्राप्त हो रहे परिणाम भी स्वत: बदल जाते है। ग्रहफलों के इस परिवर्तन का कारण ग्रहों का आपस में स्थिति, युति और दृष्टि सम्बन्ध बनाना है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध बुद्धि, वाणी, ज्योतिष, गणित, व्यापार, लेखन, बहीखातों का रख-रखाव करने वाले, शिक्षक, पुस्तक- विक्रेता, संचार के साधन आदि का कारक ग्रह है। बुध का यह बदलाव निश्चित रूप से उपरोक्त सभी क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों के जहन में अपना असर छोड़ जाएगा। संभावित है कि कुछ लाभान्वित हों और उन्हें बुध ग्रह को शुक्रिया करना भी याद न रहे और कुछ के लिए यह परिवर्तन बहुत अच्छा न रहे। कन्या राशि में बुध किस प्रकार के फल देने वाले है, यह जानने का इन्तजार अब समाप्त होता है। हम यहाँ बताने जा रहे है कि बुध का यह बदलाव फलदायी है या नहीं - आइये जानिये।
यह राशिफल आपकी जन्मराशि (चन्द्र स्थित राशि) के अनुसार लिखा। अपनी जन्मराशि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें- राशि कैलकुलेटर
मेष राशि
बुध का छठे भाव पर संचार अच्छे फलों के लिए जाना जाता है। इस भाव में बुध राहु के साथ युति कर रहे हैं। इसके फलस्वरूप आप बुद्धि और नीति के बल पर अपने विरोधियों को परेशान करने का मौका नहीं देंगे। आपकी बुद्धि और विवेक की प्रशंसा आपके शत्रु भी करेंगे। समय की शुभता में समझ-बूझ का व्यापक प्रभाव बना हुआ है। निर्णय लेने में किसी प्रकार की दिक्कत आपको इस समय नहीं होगी। संचार और मिडिया क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों के लगन से किये गए सभी प्रयास इस अवधि में सफल रहेंगे। सफलता की सीढियाँ चढने की स्थिति बनी हुई है। नया वाहन लेने या भौतिक सुख -सुविधा की कोई नई वस्तु क्रय कर आप अपने घर की शोभा बढ़ा सकते है।
वृषभ राशि
गोचर में पंचम भाव पर बुध अनुकूल फल नहीं देता। कोई नया सम्बन्ध आपके दिल को ठेस पहुँचा सकता है। जल्दबाजी में दिल लगाने से पहले अच्छे से सोच विचार कर ले। अवधि विशेष में भावुकता में लिए गए निर्णय व्यापारिक हानि का कारण बनेगे। शत्रु प्रबल हो रहे हैं, सावधानी रखे। व्ययों की अधिकता आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है। बैंक या शेयर बाजार में किसी प्रकार का लेन -देन करते हुए विशेष सतर्कता से काम ले। गृहस्थ जीवन में अनुकूलता बनी हुई है। भाग्य पर निर्भरता छोड़, पुरुषार्थ से काम लेना मुश्किल समय से बाहर निकालेगा।
मिथुन राशि
सुख भाव में बुध शुभ फलदायी माने जाते है। बुध-सूर्य का एक साथ होना आपके परिवार की सुख -शांति को बढ़ायेगा। शिक्षा और बैंक क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों को पद लाभ प्राप्त हो सकता है। यह समय धन और आपकी आर्थिक उन्नति में उत्तरोत्तर वृद्धि करेगा। समाज में नाम और रुतबा पहले से अधिक बुलंद होगा। पारिवारिक क्षेत्र हो या फिर आजीविका क्षेत्र दोनों में समय की शुभता बनी हुई है। सूर्य तीसरे भाव में आपको उच्चाधिकारियों के साथ किसी महत्वपूर्ण व्यवसायिक यात्रा पर ले जा सकता है। अपने से उच्च स्तर के व्यक्तियों से सम्बन्ध मज़बूत होंगे। सरकारी कार्य सरलता से किये जा सकेंगे। विवाहितों के वैवाहिक जीवन में शुभता मध्यम स्तर की बनी हुई है।
कर्क राशि
अत्यधिक पराक्रम से किये गए कार्यों में असफलता की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में जोखिम और साहस से कष्ट की स्थिति बन सकती है। व्यापारिक यात्राओं को टालना ही बेहतर रहेगा। यह भी संभावित है कि मित्रवर्ग से पूरा सहयोग प्राप्त न हो पाए। आय और कार्यों में असंतुष्टि की स्थिति बनी हुई है। मेहनत के अनुपात में आय कम रहेगी। मित्र वर्ग ज़रुरत के वक्त कोई बहाना बना सकता है। स्वास्थ्य आंशिक रूप से प्रभावित हो सकता है। परन्तु स्थिति गंभीर नहीं है। माता - पिता का सम्मान करे व उनसे अपने सम्बन्ध सुधारने के लिए स्वयं पहल करे। आय की कमी से न घबराये, सकारात्मक रूप से प्रयास बनाये रखें।
सिंह राशि
परिवार भाव, धन भाव अर्थात दूसरे भाव में बुध का गोचर आपके परिवार में बने हुए मतभेदों में कमी करेगा। इससे पहले धन संचय करने में जो दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, उस स्थिति में अब सुधार होगा। बढती हुई आय धनवृद्धि में सहयोग करेगी। शिक्षा क्षेत्र में छात्रों को अनुकूल सफलता प्राप्त करने के लिए आलस्य का त्याग करते हुए, मेहनत को बढ़ाना होगा। समय शुभ बना हुआ है लेकिन समय की शुभता का पूरा लाभ उठाने के लिए वाणी में शिष्टता, सौम्यता अनिवार्य होगी। भाग्य के सहयोग से इस माह कुछ कार्यों में सहयोग प्राप्त होगा। व्यवसायिक यात्राओं के परिणाम आपके पक्ष में होने के योग बन रहे हैं।
कन्या राशि
जन्मराशि पर बुध शुभफलदायी नहीं होता है। बुध-राहु के एक साथ होने से कई विषयों में निर्णय लेने में आपको सामान्य से अधिक समय लग जायेगा। असमंजस की स्थिति का सामना भी आपको करना पड़ सकता है। ऐसे में परिवार के बड़े व्यक्तियों से सलाह - मशवरा कर आप लाभ उठा सकते हैं। इस अवधि विशेष में प्राप्त होने वाली सफलता का श्रेय केवल आपको जाएगा। बिना किसी सहयोग और सिफारिश के आप कार्यों को उनके अंजाम तक पहुँचा सकते हैं। ऋण लेन - देन के कार्यों को परवान चढ़ाया जा सकता है। यात्रा या अत्यधिक साहस से काम लेने से दुर्घटना की स्थिति बन सकती है। सावधानी हितकारी रहेगी।
तुला राशि
बारहवें भाव में बुध की स्थिति आपकी बौद्धिक योग्यता में कमी कर रही है। बढ़ते हुए व्यर्थ के व्यय आपकी व्यवसायिक योजनाओं को बाधित कर सकते हैं। आय क्षेत्रों पर शुभता का भाव बना हुआ है। फिर भी मेहनत पहले से ज्यादा करनी होगी। गणनात्मक कार्यों में और महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेते समय आपको अपनी टीम से विचार -विमर्श करना लाभकारी रहेगा। विरोधी नीतियों में सुधार की स्थिति बनी हुई है। कुछ समय के लिए शत्रु आपके कष्टों का कारण बन सकते हैं। सहयोगी आपके काम नहीं आयेँगे। उच्चाधिकारियों का हाथ आपके सिर पर होने से स्थिति आपके नियंत्रण में रहेगी। वैवाहिक जीवन में संभल कर चलने की स्थिति बनी हुई है।
वृश्चिक राशि
आय और लाभ के पक्ष से समय बहुत शुभ बना हुआ है। व्यापारी वर्ग के लिए समय की विशेष शुभता बनी हुई है। आर्थिक संकटों का अंत होकर, आमदनी बेहतर होगी। आय स्त्रोतों के आगमन में निरंतरता बनी हुई है। कार्यों और दायित्वों के बढ़ने से आप को आराम के पर्याप्त अवसर नहीं मिल पाएंगे। इससे कहीं न कहीं आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। मेडिकल व तकनीकी क्षेत्रों में शिक्षा अध्ययन कर रहे छात्रों के लिए समय विशेष शुभ बना हुआ है। प्रेम संबंधो में आत्मीयता का भाव बना रहेगा। कुछ सामान्य उतार-चढाव की स्थिति बनेगी, परन्तु शीघ्र ही सब ठीक हो जाएगा। इस समय में पूर्ण लगन से किये गए प्रयासों में आपको सफलता प्राप्त होगी। प्रतियोगी परीक्षाओं का सामना करने वाले इससे लाभ उठा सकते है।
धनु राशि
कर्मक्षत्र और भाग्य पर ग्रहों का शुभ आशीर्वाद बना हुआ है। सामान्य रूप से स्थिति आपके पक्ष में बनी हुई है। फिर भी इस अवधि में आपको अपने मान-सम्मान की विशेष चिंता हो सकती है। आजीविका क्षेत्र में कुछ गलत इल्जामों का सामना आपको करना पड़ सकता है। सतर्कता बरतने से इस स्थिति से बचने में कामयाब रहेंगे। प्रेम -प्यार का कोई नया अध्याय आरम्भ हो सकता है। व्यापारिक वृद्धि के लिए समय की शुभता आपको सहयोग कर रही है। रोगों का समय पर उपचार कराएँ। पिता से मिल रहा स्नेह-सहयोग आपके आत्मविश्वास में वृद्धि करेगा।
मकर राशि
भाग्य का साथ मिलने के कारण आजीविका क्षेत्र में पहले से अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। समय में शुभता की कमी के चलते आपको हड्डियों से संबंधित रोग परेशान कर सकते है। सही-गलत का निर्णय करने में दुविधा की स्थिति बनी रहेगी। गलत लोगों पर विश्वास करने से आपका विश्वास आहत हो सकता है। सावधानी रखे, मेहनत और पुरुषार्थ से समय की शुभता को अपने पक्ष में कर आप आय प्राप्त करने में सफल हो सकते है। मित्रवर्ग और यात्राओं में वृद्धि हो सकती है। प्रेम संबंधों में सक्रियता बढ़ी हुई है। प्रेमी के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा जा सकता है। नई प्रॉपर्टी क्रय करना इस समय फायदे का सौदा रहेगा।
कुम्भ राशि
बुध आपके अष्टम भाव पर रहेंगे। अष्टम भाव में बुध अच्छा फल देते है। समय के अनुकूल होने से यदि किसी असाध्य रोग के प्रभाव में हैं तो उसमें आपको राहत प्राप्त होगी। लाभ की गति मंद परन्तु निरन्तरता का भाव उनमें बना हुआ है। उच्च मनोबल, जोश, उत्साह और पराक्रम किसी प्रकार की कमी न करते हुए आप इस अवधि के कार्यों को अंजाम तक पहुँचाने में सफल रहेंगे। दूषित भोजन से स्वास्थ्य हानि संभावित है। खान -पान में शुद्धता और संतुलन लाजमी बनाये रखे। अनुभव और योग्यता भी अवधि विशेष में सहयोगी बना हुआ है। नौकरी पेशा व्यक्ति नौकरी में बदलाव की कोशिश कर सकते है।
मीन राशि
आपके लिए बुध का यह गोचर बहुत बढ़िया नहीं रहेगा। फिर भी स्थिति चिंताजनक नहीं है। इस अवधि में घटने वाली अधिकतर घटनाओं का केंद्र आपका वैवाहिक जीवन बना हुआ है। जीवन साथी का सकारात्मक सहयोग न मिलने से आप स्वयं को आहत महसूस करेंगे। साझेदारी कार्यों में भी स्थिति कुछ इसी प्रकार की बनी हुई है। धैर्य और संयम बनाये रखे। शत्रु प्रबल हो रहे हैं। शांत रहने के लिए प्रयास बढ़ाने होंगे। यात्राओं में दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। प्रेम संबंधों की स्थिति भी आपके पक्ष में नज़र नहीं आ रही है। आर्थिक स्थिति उत्तम बनी हुई है। कुछ अड़चने आये भी तो घबराये नहीं, साहस के साथ समस्याओं का समाधान करें।
बुध के कष्टों में कमी करने और शुभता को बढ़ाने के लिए बुध उपाय कारगर साबित होते हैं। इसके अतिरिक्त जन्मकुंडली में बुध अशुभ भाव का स्वामी होकर अशुभ भाव में स्थित हो तो बुध के लिए दान करने से लाभ मिलता है। और बुध इसके विपरीत हो तो मंत्र जप या बुध यंत्र पूजन विशेष उपयोगी माना गया है। जन्मकुंडली में बुध की स्थिति जानने के लिए आप हमारी सेवाएँ ले सकते है। इसके लिए आप यहाँ क्लिक करे।
उपाय -
१ दान - कोई भी ५ हरी सब्जियाँ, हरा वस्त्र, हरे फल, हरी दाल (मूंग की दाल), सबको सवाया लें, बुधवार को अपने सामर्थ्य अनुसार जरुरतमंद व्यक्ति को इन वस्तुओं का दान करें।
२। मंत्र जप - ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:" का जप करे। इस मंत्र का एक माला अर्थात 108 बार जाप करें। या ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जप भी किया जा सकता है।
रेखा कल्पदेव
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