दशहरा पर्व अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अपराह्न काल में मनाया जाता है। यह पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। विजयादशमी के पावन उपलक्ष्य पर इस लेख के माध्यम से आप दशहरा पूजन का शुभ मुहूर्त एवं पूजा विधि जान सकते हैं।
दशहरा मुहूर्त 2016
मूहुर्त | बजे से | बजे तक |
विजय मूहूर्त | 14:03:30 | 14:49:52 |
अपराह्न पूजा का समय | 13:17:08 | 15:36:14 |
नोट: उपरोक्त समय केवल नई दिल्ली भारत के लिए मान्य है। अपने शहर के अनुसार दशहरा का शुभ मुहूर्त जानने के लिए क्लिक करें: शहर के अनुसार दशहरा का मुहूर्त 2016
दशहरे का प्रारंभ
दशहरा हिन्दू का सबसे बड़ा त्यौहार है। अलग-अलग प्रकार के लोगों के लिए इसका महत्व भी भिन्न है। एक तरफ़ तो कुछ लोग आज के दिन नौं दिन का उपवास तोड़ते हैं, तो दूसरी तरफ़ कुछ लोग रावण का पुतला दहन कर, बुराई पर अच्छाई की जीत का ज़श्न मानते हैं।
ऐसा माना जाता है कि निम्न दो कारणों से ही दशहरा मनाया जाता है:
- राम की रावण पर विजय प्राप्ति
- महिषासुर पर माँ दुर्गा की विजय
दशहरे की पूजा विधि
- चूना और फूल से दशहरे की रंगोली बनाएँ
- नौं जगह गाय के गोबर के उपले रखें
- गाय के गोबर से दो कटोरे ढक्कन सहित बनाएँ
- एक कटोरे में कुछ सिक्के डालें
- दूसरे कटोरे में अक्षत, रोली, फल, और जौ लें
- अब केला, ग्वार की फली, मूली, और मिठाई चढ़ाएँ
- अब धूप और अगरबत्ती दिखाएँ
- इसके बाद परिक्रमा करें
- फूल-अक्षत के साथ पुरानी खाता-बही की पूजा करें
- कटोरे में रखे सिक्के को निकालें और उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रखें
- अब ब्राह्मण को भोजन कराएँ और दान दें
- इस पूजा विधि के अलावा आप शस्त्र पूजा भी कर सकते हैं
दशहरे से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण रस्में
रावण दहन और शास्त्रों की पूजा के अतिरिक्त और भी कुछ परंपराएँ हैं जिनका पालन आज के दिन किया जाता है। आइए एक नज़र डालते हैं उनपर...
टीका विधि: रक्षाबंधन की तरह ही दशहरे के दिन टीका लगाने की परंपरा है। आज के दिन बहन अपने भाई के माथे पर टीका लगाती है।
ब्राह्मण पूजा: अच्छे सौभाग्य और सफलता पाने के लिए ब्राह्मण को भोजन कराएँ और आदर-सत्कार के साथ वस्त्र एवं दान देकर विदा करें।
सोना/झिंजेरी/कठमूली के पेड़ की पूजा: कठमूली के वृक्ष को सोना वृक्ष भी कहते हैं। विजय दशमी के दिन इसकी पूजा की जाती है। पूजा के दिन इसके पत्ते का उपयोग उपहार देने के लिए होता है। इसके पत्ते को सोना और अच्छे सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
इस जानकारी के साथ हम आशा करते हैं कि आप इस दिन को अपने लिए मंगलकारी बनाने में सफल होंगे।
दशहरा पर्व की हार्दिक बधाई!
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